पूरा देश जहां वैश्विक महामारी कोरोना संकट से जूझ रहा है ऐसे नाजुक समय में लॉक डाउन का उल्लंघन कर अपनी शादी की 11 वीं सालगिरह का जश्न मनानेे वाले उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत के थाना बिलसंडा के कोतवाल हरिशंकर वर्मा की मुसीबतें कम नहीं होने जा रही है। निलंबन के बाद अब शासन के आदेश पर बीसलपुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी ने थाना बिलसंडा में तहरीर देकर दावत के आयोजक इंस्पेक्टर व 200 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया है
उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस पुलिस और अधिकारियों पर लॉक डाउन का अनुपालन पब्लिक से कराने की जिम्मेदारी दे रखी है, उसी पुलिस के द्वारा मखौल उड़ाए जाने से पीलीभीत पुलिस की शासन स्तर तक जमकर फजीहत हो रही है। इस फजीहत से बचने के लिए 24 घंटे बाद भी पीलीभीत पुलिस यह पुष्टि करने को तैयार नहीं है कि दावत के आयोजक इंस्पेक्टर समेत 200 लोगों पर बिलसंडा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया, यह पूछे जाने पर थाना स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी अधिकारी चुप्पी साध जाते हैं। जब मीडिया ने एडीजी जोन अविनाश चंद्र और डीआईजी बरेली राजेश कुमार पांडे से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि सीओ बीसलपुर ने थाना बिलसंडा में निषेधाज्ञा उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें इंस्पेक्टर बिलसंडा हरिशंकर वर्मा को नामजद करते हुए 200 अज्ञात आरोपी भी शामिल हैं।
बता दें कि इंस्पेक्टर बिलसंडा हरिशंकर वर्मा ने रविवार की रात अपनी शादी की सालगिरह मनाते हुए थाने में दावत का आयोजन किया था। जबकि पूरे प्रदेश में 30 जून तक किसी भी तरह के सार्वजनिक समारोह पर सरकार ने रोक लगा रखी है। इस आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद अफसर सकते में आ गए थे। आनन फानन में जांच कराने के बाद कार्रवाई की गई थी।
लोकल मीडिया के हाथों में थी दावत की व्यवस्था !
थाने के परिसर में कोतवाल की शादी की वर्षगांठ का समारोह हुआ रविवार को लेकिन इतने बड़े आयोजन की खबर तब फैली जब 24 घंटे बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ। चर्चा है कि जश्न के आयोजक कोतवाल ने दावत की व्यवस्था की कमान कुछ पत्रकारों केे ही हाथ में सौंप दी थी, इसीलिए इस आयोजन की खबर किसी भी अखबार में न तो सोमवार और ना ही मंगलवार को नजर आई।
बीसलपुर सीओ के झुठलाने से बढ़ा फजीता
जब ट्विटर पर थाना बिलसंडा में कोतवाल की शादी की सालगिरह का जश्न मनाए जाने की खबर चली तो एडीजी जोन बरेली ने पीलीभीत पुलिस से इस ट्वीट पर जवाब मांगा। जवाब बीसलपुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी लल्लन सिंह की ओर से पीलीभीत पुलिस ने एडीजी जोन व डीआईजी बरेली रेंज को यह दिया कि विवाह की वर्षगांठ में टेंट लगाकर दावत करने की बात असत्य है। सत्यता यह है कि पुलिसकर्मियों के लिये मैस में भोजन बनवाया गया था, तथा मौसम खराब होने के कारण टेंट की व्यवस्था कर दी गयी थी, जिससे पुलिसकर्मी आराम से भोजन कर सके। ट्विटर सीओ का यह जवाब देखकर ट्वीट करने वाले लोग भड़क गए और उन्होंने जवाब में वीडियो का वह हिस्सा अपलोड कर दिया जिसमें पब्लिक और पुलिस के लोग हाथ में प्लेट पकड़े दावत उड़ा रहे थे और बीस टंकी पानी मिनरल वाटर की रखी हुई थी। इस वीडियो से जब सीओ के जवाब को लेकर पुलिस की फजीहत बड़ी तो शासन भी गंभीर हो गया और सीओ की जांच पर अपर पुलिस अधीक्षक को जांच सौंप दी है उनकी जांच में सीओ का कथन गलत निकला और मैरिज एनिवर्सरी की दावत होने और करीब 200 लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा होने की पुष्टि हुई।
दहशत में है पूरा बिलसंडा कस्बा
वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच बिलसंडा थाने में हुए इस समारोह को लेकर कस्बे के लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों में चर्चा है कि अभी तक समारोह में शामिल हुए 200 लोगों में से किसी का भी मेडिकल टेस्ट नहीं कराया गया है। यहां तक कि किसी भी पुलिस कर्मचारी तक की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की गई है अगर इस समारोह में शिरकत करने वाला एक भी व्यक्ति संक्रमित रहा होगा, तो आने वाले समय में दिक्कत खड़ी हो सकती है। क्योंकि वीडियो में यह साफ है कि दावत में शामिल हुए लोगों में से अधिकांश ना तो मास्क लगाए हुए थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। अब कस्बे के लोग चाहते हैं कि थाना बिलसंडा के सभी पुलिस कर्मचारियों, स्थानीय मीडिया कर्मचारियों व कार्यक्रम में शिरकत करने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए और उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जाए।
दावत के समय कहां थी सीओ की लोकेशन !
लॉक डाउन तोड़कर थाना बिलसंडा में सार्वजनिक समारोह के आयोजन की शिकायत पर शासन स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है। आला पुलिस अफसर यह भी जानकारी जुटा रहेे हैं की दावत के समय बीसलपुर केे पुलिस क्षेत्राधिकारी की लोकेशन कहां थी। थाने में शादी की वर्षगांठ का जश्नन समारोह हो और उस सर्किल के सीओ को आमंत्रित ना किया गया हो, ऐसा हो नहीं सकता। इस बिंदु पर भी गोपनीय पड़ताल हो रही है हालांकि सीओ ने कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी से इनकार किया है। वायरल वीडियो में भी एक-एक चेहरे पहचाने जा रहे हैं।