रणविजय सिंह-
“ये सरकार गंदी और इसके कर्मचारी भी गंदे.”
यूपी के अमरोहा के रहने वाले मदनपाल (38) ने यह बात एक पेपर पर लिखी, पेपर को मोड़कर जेब में रखा और फिर फांसी लगा ली.
मदनपाल अपनी मौत के लिए यूपी पुलिस को जिम्मेदार ठहरा गए हैं. सुसाइड नोट में लिखा- मेरे नाम से फर्जी मुकदमा किया गया. 5 लाख रुपए भी लिए गए.
मदनपाल की तरह ही लखनऊ के आशीष ने भी कुछ ऐसी ही बात लिखकर जान दे दी.
ये है मदन पाल का सुसाइड नोट जिसमें लिखा – “ये सरकार भी गंदी और कर्मचारी भी गंदे हैं। सैदनंगली थाने के कर्मचारियों ने 5 लाख रुपए लेकर मुझे झूंठा फंसा दिया। योगी आदित्यनाथ से मेरी रिक्वेस्ट है, मुझे और बच्चों को न्याय मिलना चाहिए”
इस मुद्दे पर अमरोहा पुलिस का बयान-
ट्रिब्यूनल कोर्ट द्वारा सड़क दुर्घटना हर्जाना संबंधी 18 लाख रूपये का नोटिस जारी होने पर सैदनगली क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा तनाव के चलते आत्महत्या कर लेने सम्बन्धी प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस द्वारा 18 लाख मांगे जाने के आरोप असत्य है।
संजय शर्मा-
यूपी में रहने वाले मदनपाल हिंदू थे ! पुलिस ने उनसे एक मामले में फँसाने और छुड़ाने के चक्कर में पॉच लाख रुपये ले लिये और काम भी नहीं किया ! मदनपाल ने कमरा बंद किया ! ख़त लिखा कि यह सरकार बहुत गंदी है और फॉसी लगा ली ! हिंदू मैंने इसलिये लिखा कि आप चाहे हिंदू हो या मुसलमान अब यूपी में आपके साथ पुलिस की लूट बराबर के स्तर से होगा ! आप ख़ुश हो सकते हैं कि दिन भर लोग एक समुदाय को गाली दे रहे है ! गोडसे को भगवान बता रहे हैं पर आख़िर में आपके हाथ यही सब कुछ आयेगा कि आपके पास रस्सी से लटकने के अलावा कुछ बचेगा नही ! किस काम की ऐसी पुलिस जिसके भ्रष्टाचार के कारण रोज़ एक शख़्स फॉसी पर झूल रहा है और गोदी मीडिया को करोड़ों के विज्ञापन देकर उनका मुँह ऐसा बंद कर दिया गया है कि उन्हें कुछ दिखता ही नही !