मंत्री को कोई डाक्टर अपनी कुर्सी छोड़कर सलाम क्यों ठोंके… डाक्टर अगर ड्यूटी पर है तो उसका काम है मरीज देखना, इलाज करना… निरीक्षण के लिए आए मंत्री जी को ये बड़ा बुरा लग गया कि डाक्टर कुर्सी से नहीं उतरा और सलाम नहीं ठोंका… मंत्री ने जाते जाते चिकित्सा अधीक्षक से अपनी नाराजगी का इजहार किया… सो अधीक्षक ने नोटिस जारी कर डाक्टर से स्पष्टीकरण मांग लिया है….
सम्मान न देने वाले डाक्टर से अधीक्षक द्वारा स्पष्टीकरण मांगने की चर्चा खूब हो रही है… मामला यूपी के बांदा जिले के बबेरु का है…बबेरु के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र का बीते सोमवार की शाम उत्तर प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने निरीक्षण किया… वे कोविड टीकाकरण कैम्प का उद्घाटन व सीएचसी का निरीक्षण करने आए थे…
बताया जाता है कि निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी ड्यूटी पर मौजूद डॉ अविनाश कुमार ने मंत्री को सलाम नहीं ठोंका… इसे प्रोटोकाल का उल्लंघन बताया गया है… ये भी आरोप है कि डाक्टर अपनी ड्रेस में नहीं थे… यानि वे एप्रन नहीं पहने थे.. यही भी आरोप है कि डाक्टर ने कृषि राज्य मंत्री के आने पर अपनी कुर्सी छोड़कर उनका सम्मान नहीं किया… यही नहीं, मंत्री जब डाक्टर के बिलकुल पास पहुंच गए तब भी डाक्टर ने राज्यमंत्री का उठकर अभिवादन नहीं किया.
राज्यमंत्री इस बेइज्जती से बिगड़ गए और मुंह फुलाए हुए लौट गए… जाते जाते चिकित्सा अधीक्षक को अपनी नाराजगी जता गए… सीएचसी अधीक्षक रामनरेश पटेल ने मंत्री जी के सम्मान की रक्षा में मंगलवार को डा. अविनाश कुमार को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है.