खबर है कि राजस्थान पत्रिका ने कई संपादकों को इधर उधर किया है. तबादले के दायरे में आए कुछ संपादकों को छह से नौ महीने पहले ही तैनात किया गया था. आखिर इतने कम महीनों में ही क्यों हटाना पड़ा है, यह सवाल चर्चा में है. नौ महीने पहले लगाए गए कोटा में अमित वाजपेयी, जोधपुर में राजेश नैन, उदयपुर में रमेश शर्मा को हटा दिया गया है. अमित वाजपेयी और राजेश नैन को जयपुर मुख्यालय में तलब किया गया है.
सीकर में चार महीने पहले लगे अनिल कैले को भी मुख्यालय बुलाया गया है. उदयपुर के रमेश शर्मा को रतलाम भेजा गया है. रतलाम के संपादक राजेश त्रिपाठी को सात महीने पहले ही लगाया था. उनको भी हटा कर सीकर भेजा गया है. अजमेर के मनीष उपाध्याय को जोधपुर भेजा गया है. वे भी आठ महीने पहले ही भेजे गए थे. उदयपुर में पत्रिका की हालत खराब होने के कारण नीहार कोठारी ने अपने खास आदमी राजेश कसेरा को उदयपुर भेजा है. अजमेर में उपेन्द्र शर्मा को भेजा गया है. खंडवा के मुधेश सक्सेना को और सतना के प्रदीप पांडे को भी हटा दिया गया है. पांडे को कोटा भेजा गया है. सक्सेना अभी ठंडे बस्ते में रहेंगे. पत्रिका समूह की तरफ से पहले ही अपने छह संपादकों को संपादक से मैनेजर बनाया जा चुका है. इसी समूह के न्यूज टुडे से शैलेंद्र तिवारी का तबादला कर दिया गया है.
Comments on “पत्रिका समूह में तबादलों की बयार, कई संपादक इधर उधर हुए”
jabalpur patrika me log kab se tabadla chah rahe hain lekin aalok mishra fuss sabit ho rahe hain.