चंदौली जिले के वरिष्ठ पत्रकार राजेश ओझा का सोमवार कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। निधन की खबर लगते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मंगलवार की सुबह उनका शव उनके आवास पीडीडीयू स्थित राममंदिर लाया गया।
निधन की खबर पाकर उनके आवास पर काफ़ी संख्या में पत्रकार सहित शुभचिन्तकों की भीड़ जुट गई। जानकारी के अनुसार वह किसी अपने निजी कार्यक्रम से कोलकाता बड़ा बाजार गए हुए थे। रविवार दोपहर अचानक उनके पेट में दर्द हुआ। इसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई।
वह अपने पीछे अपनी पत्नी व दो पुत्र के साथ एक बूढ़ी मां को छोड़ गए हैं। उनके बड़े पुत्र गुजरात वही छोटे पुत्र जनपद बस्ती प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के साथ साथ वाराणसी सहित पूर्वांचल कई इलाकों में खबरों के लिए चर्चित वरिष्ठ पत्रकार के निधन से लोग हतप्रभ व दुखी हैं। उनके घर जाकर स्थानीय लोगों व पत्रकारों ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। दोपहर बाद उनका दाह संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिकाघाट पर कर दिया गया। उनके बड़े बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी है। बताया जाता है कि उनका पैतृक गांव चहनियां क्षेत्र के शेरपुर (ओझा की मड़ई) के मूल रूप निवासी थे। पिछले 30 सालों से पत्रकारिता जगत में सक्रिय थे।