Yashwant Singh : यूपी का मुख्य सचिव एक ऐसा दागी आदमी है जिसे खुलेआम लोग शुगर डैडी कहते और लिखते हैं. शुगर डैडी बोले तो शुगर लॉबी का दलाल. बोले तो शुगर मिल मालिकों का चहेता. बोले तो यूपी की चीनी मिलों के प्रबंधन का प्रतिनिधि. बोले तो यूपी के गन्ना किसानों का दुश्मन.
ये राहुल भटनागर नामक शुगर डैडी महोदय अखिलेश यादव के जमाने में जब दीपक सिंघल को हटाकर मुख्य सचिव बनाए गए थे तो किसी को कुछ भी खराब नहीं लगा क्योंकि अखिलेश यादव के राज में पूरा कुनबा लूटपाट जमकर करता था और अपने अपने हिसाब से मोहरे फिटफाट कराता था. लेकिन अब योगी जी के राज में क्या मजबूरी है कि ये शुगर डैडी कांटीन्यू किए जा रहे हैं, पूरी बेशरमी के साथ. यहां तक कि आईएएस की नौकरी से वीआरएस लेकर भाजपा नेता के रूप में सक्रिय चर्चित शख्सियत Surya Pratap Singh सिंह को खुलकर शुगर डैडी की पोल खोलते हुए लिखना पड़ा और अपनी ही सरकार पर सवाल उठाना पड़ा. उन्होंने योगी जी के किसी चांडाल चौकड़ी से घिरे होने की बात कही.
ये सही है कि आदित्यनाथ योगी की प्रशासनिक अनुभवहीता का अफसर खूब फायदा उठा रहे हैं और ट्रांसफर पोस्टिंग के खेल में भी नब्बे फीसदी इन्हीं चांडाल चौकड़ी वालों की ही चल रही है लेकिन राहुल भटनागर मुख्य सचिव के मामले में योगी जी की आंख पर पट्टी क्यों पड़ी है. ऐसे भ्रष्ट और दलाल किस्म के आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव की कुर्सी से तुरंत उठा फेंकना चाहिए ताकि यूपी में प्रशासनिक लेवल पर अब भी कायम जड़ता को खत्म किया जा सके.
याद रखिए जब मुख्य सचिव ही दागी हो तो वह पूरे प्रदेश में दागियों का सरगना बन जाता है और उसका अघोषित काम अपने और दूसरों के दाग को छुपाना बचाना होता है, साथ ही इस क्रमबद्धता को कायम रखते हुए जमकर उगाही वसूली करते कराते हुए अपने सियासी आकाओं को खुश रखना होता है ताकि उनकी कुर्सियां सलामत रहे. उम्मीद करते हैं कि जल्द ही दागी राहुल भटनागर उर्फ कुख्यात शुगर डैडी को मुख्य सचिव के कार्यभार से सीएम योगी जी मुक्त कर उत्तर प्रदेश की जनता पर एक बड़ा एहसान करेंगे.
हालांकि जनता तो जमाने से कह रही है कि हे नेताओं, बस अब एक एहसान करना की आगे से कोई एहसान मत करना लेकिन नेता हैं कि मानते ही नहीं. वो जनता की दुहाई दे देकर जार जार रोते हुए एहसान दर एहसान करते जा रहे हैं और इस चक्कर में बेचारी जनता को खुद का गला लगातार दबता घुटता हुआ महसूस होने लग रहा है.
आखिर में फेसबुक के समाजवादी पार्टी के छिपे-खुले चिंतकों से कहूंगा कि वो भाजपाइयों से पूछें कि आखिर अखिलेश भइया के दागी मुख्य सचिव राहुल भटनागर योगी जी को इतना पसंद काहें आ गए कि उन्हें ही कांटीन्यू किए पड़े हैं. फिर तो मानना ही पड़ेगा कि अखिलेश राज में सब कुछ सही था, भाजपा ने केवल जुमलेबाजी के दम पर चुनाव जीता और अब यथास्थिति कायम रखे रहने के लिए पूरे प्रशासकीय तंत्र को पहले जैसा ही बनाए हुए है. जै हो योगी जी. जै जै शुगर डैडी जी. कमाल करते हो आप लोग जी.
भड़ास के फाउंडर और एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से. संपर्क : [email protected]
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JP GUPTA
May 22, 2017 at 12:14 pm
Rahul Bhatnagar was posted as District Magistrate of Gorakhpur in late 90s. And he might have obliged Yogi on some occasions which is perhaps now being repaid by Yogi.