सात माह की सेलरी हड़प तिवारी जी ने लगाया ‘महुआ’ पर ताला

महुआ कंपनी पर ताला लग गया है. इसके मालिक पीके तिवारी ने सात महीने की इंप्लाइज की सेलरी हड़प ली है. यहां के कर्मियों को अगस्त 2016 से फरवरी 2017 तक सेलरी नहीं मिली. कर्मचारियों ने बहुत बार कंपनी मालिक से अनुरोध किया कि उनका बकाया दे दें लेकिन तिवारी जी कान में तेल डाल मजे में सोते रहे. आखिरकार सभी एंप्लॉई लेबर कोर्ट गए. वहां भी एक साल बीतने को है लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.

मतंग सिंह की बुढ़ौती वैसे ही खराब हो गई जैसे महुआ वाले तिवारी जी की खराब हुई….

Yashwant Singh : तभी तो कहूं कि ये कथित राजा साहब उर्फ मतंग सिंह इतना मौज कइसे मारता रहा लाइफ में. एक लाइन शुद्ध हिंदी बोल न पाने वाला मतंग सिंह अपने करामाती हरामी दिमाग से अरबों खरबों अपने चरणों में गिराता रहा और सत्ता के बड़े बड़े लोगों को अपने कोठे पर बुलाकर ओबलाइज करता कराता रहा… इसने अपने घर आफिस हरम में तब्दील कर रखा था.. दर्जनों लड़कियों महिलाओं पर इसकी नजरें एक साथ होती थी.. गंदी गंदी बातें करता था … अंदरखाने राजनीति इस कदर खेलता कि बड़े बड़े खिलाड़ियों को पसीना छूटने लगता… अब पता चला है कि इसने काफी काला पीला किया था… चलो, जवानी तो इस बंदे ने लूटते हुए हंसी खुशी काट दी लेकिन बुढ़ौती बेचारे की बर्बाद हो गई… कुछ कुछ वैसे ही जैसे महुआ चैनल वाले तिवारी जी आजकल बुढ़ौती में तिहाड़ की रोटी खा रहे हैं… मीडिया के पापियों का नाश होने लगा है… सचमुच.

कई चैनलों के मालिक पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह सारधा घोटाले में अरेस्‍ट
http://bhadas4media.com/article-comment/3530-matang-arrest

इस पीके (महुआ चैनल के मालिक) को तरह-तरह की चोरियों के चक्कर में चार साल कैद की सजा

नई दिल्ली: महुआ चैनल के मालिक पीके तिवारी यानि प्रबोध कुमार तिवारी को सात साल का अपना आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने के लिए दिल्ली की एक अदालत ने चार साल के कारावास की सजा सुनाई है. अदालत ने इसे आर्थिक अपराध बताते हुए कहा कि यह कर चोरी और काले धन के दायरे में आता है.

महुआ वाले पीके तिवारी फिर हुए अरेस्ट, सीबीआई ने तिहाड़ जेल भेजा

कई तरह के घपलों, घोटालों, फ्राड और अनियमितताओं के आरोपी महुआ चैनल के मालिक पीके तिवारी के फिर से गिरफ्तार होने की सूचना आ रही है. सूत्रों के मुताबिक पीके तिवारी को सीबीआई की टीम ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर पकड़ा. दरअसल तिवारी जी अंतरिम जमानत के लिए पटियाला हाउस कोर्ट जा रहे थे. उसी दौरान सीबीआई की टीम ने उनको घेर कर गिरफ्तार कर लिया. उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया है.