मीडिया के रुतबे, दंभ और दबंगई की भोपाल में भोंडी नुमाइश… भोपाल के एक अखबारी छायाकार के कैमरे के साथ एक रंगरूट पुलिस अफसर द्वारा कथित तोड़फोड़ की घटना पर जो हंगामा बरपा उससे और कुछ हुआ हो या ना हुआ हो पर वह अफसर रातों रात मशहूर हो गया. एक छोटी सी घटना, जिसका जिले के पुलिस कप्तान के स्तर पर निपटारा होना था, मीडिया के ईगो और अहंकार के चलते कई दिनों तक अखबारों में छाई रहीं. इसी कारण मुख्यमंत्री से लेकर नेता प्रतिपक्ष तक सब अपने शब्दबाणों से एक अदने से अफसर पर हमला करने लगे..!