‘अशफ़ाक उल्ला खां’ सम्मान से नवाजे गए भड़ास संपादक यशवंत (देखें तस्वीरें और वीडियो)

Yashwant Singh : शाहजहांपुर पहली दफा रुका और इस शहर की क्रांतिकारिता व कल्चर से मोहब्बत कर बैठा। क्रांतिकारी अशफ़ाक उल्ला खां के प्रपौत्र, जिनका नाम भी अशफ़ाक भाई है, के जरिए क्रांतिकारी सपूतों के किस्से सुने, उनके लिखे पत्र पढ़े, तस्वीरें देखी, मज़ारों-स्मारकों पर मत्था टेका। चार दिनी रंग महोत्सव का हिस्सा बना। अशफ़ाक …

दास्ताने स्टिंग ऑपरेशन : यूपी का मुगले आज़म तो बात बादशाह की करता है लेकिन भिड़ता प्यादों से है!

क्या यूपी में कोई आज़म खान की मर्ज़ी के बगैर उनके बारे में कोई खबर चला सकता है? इस सवाल का जवाब लखनऊ में आसानी से मिल सकता है लेकिन एक बात तो साफ़ है कि सत्ता में आने के बाद आज़म खान ने जितने मुकदमे पत्रकारों पर दर्ज कराये हैं उतने मुकदमे सरकार ने सूचीबद्ध माफिया सरगनाओं पर भी नही दर्ज कराए. सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक, आज़म खान अपने बारे में अखबार क्या, फेसबुक पर भी लिखी कोई तल्ख़ लाइन बर्दाश्त नही करते. और वो हर स्तर पर कार्रवाई करने को बेताब रहते हैं. उनकी पुलिस कभी उनकी खोई हुई भैंसों को या फिर खोई हुई प्रतिष्ठा के ज़िम्मेदार पत्रकारों को पकड़ने में मुस्तैद रहती है. लोहिया की खुली विचारधारा वाली समाजवादी पार्टी की ये प्रेस विरोधी नीति अभूतपूर्व विरोधाभास से भरी है.

आओ गांधीगिरी करें : डाक्टर से गुंडागर्दी करने वाले गाजीपुर के सीओ सिटी को फोन करें

Yashwant Singh : हमारे गाजीपुर जिले के डाक्टर Avinash Singh Gautam बेहद उर्जावान और क्रांतिकारी डाक्टर हैं. फिजियोथिरेपिस्ट हैं. गर्दन से लेकर शरीर के किसी हिस्से के दर्द को छूमंतर कर देते हैं, अपने जादुई इलाज व मसाज के जरिए. इनका इलाज और मसाज गाजीपुर के एक पुलिस अफसर को ऐसा भाया कि इन्हें रात दिन कभी भी आदेश देकर बुलाने लगा. गर्दन के दर्द से पीड़ित इस रीढ़ विहीन पुलिस अफसर ने डाक्टर को अपना बंधुआ गुलाम सरीखा समझने लगा और आदेश देकर इलाज कराने लगा. डाक्टर अविनाश ने जब इनकार किया तो सबक सिखाने के लिए आधी रात को इनके घर धावा बोल दिया.