Vinod Kapri
@vinodkapri ये बेहद विचलित करने वाली खबर है TV9भारतवर्ष से।वही चैनल,जिसकी स्थापना की थी।दो दिन से पशोपेश में था कि जो बातें सामने आ रही हैं,वो लिखूँ कि नहीं। सोचा, लोग कहेंगे कि पुरानी खुन्दक है, इसलिए लिख रहा है। लेकिन … अब जिसे जो सोचना है, सोचे।
तथ्य इतने ज़्यादा विचलित करने वाले हैं कि अब चुप नहीं रहा जा सकता और वो तथ्य है TV9 में ट्रेनी महिला पत्रकारों का यौन शोषण। अभी तक दो ट्रेनी सामने आए हैं और आरोप लगा है चैनल के Senior Executive Editor / Output head अजय आज़ाद पर।
आरोप है कि ये संपादक, महिला ट्रेनी पत्रकारों पर लगातार दबाव डालते रहे कि वो इनके सामने खूब खुलें, इन्हें सर ना बोले, दोस्त मानें, इनसे ऑफिस के बाहर मिले, इन्हें अपने घर बुलाएँ और फिर इतनी अश्लील भाषा कि मैं यहाँ लिख भी नहीं सकता।
नोएडा में चैनल के दफ़्तर में ये शिकायतें 6 दिन पहले गईं। शिकायत 2 महीने पहले भी हुई। पर दबी रही। यही वजह है कि अब तक इस संपादक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन इस चैनल का मुख्यालय हैदराबाद में हैं और वहाँ आज भी कुछ अच्छे लोग हैं, जो चाहते हैं कि इन बच्चों को इंसाफ़ मिले।
इन भले लोगों के मुताबिक़ पहली शिकायत 17/18 जनवरी को ट्रेनी कविता (बदला हुआ नाम) ने भेजी। कविता ने आरोप लगाया कि अजय आज़ाद ने उन्हें लगातार एक महीने तक देर रात दो बजे से अगले दिन सुबह तक what’s app पर आपत्तिजनक मैसेज किए और बहुत कुछ चाहा ।
शिकायत के मुताबिक़ ये संपादक कविता को लिखते रहे कि वो उनके सामने खुले,वो नहीं खुलेगी तो आगे कैसे बढ़ेगी? वो चाहेगी तो संपादक उसे उसका अपना शो दे देंगे , एंकर भी बना देंगे। उसे बहुत आगे ले जाएँगे। पर उससे पहले कविता को खुलना होगा। सर नहीं कहना होगा।
सर कहेगी। या जी लिखेगी तो बात आगे कैसे बढ़ेगी ? उसे सारे दरवाज़े खोलने होंगे। कविता हमेशा लिखती रही कि सर आप मेरे लिए मेरे पितातुल्य हैं। लेकिन ये संपादक हर तरीक़ा अपनाते रहे। साम दाम दंड भेद। हर तरीक़ा। कभी डराया। कभी समझाया। कभी सपने दिखाए कि तुम सबकी बॉस बन जाओगी।
शिकायत के मुताबिक़, संपादक ने फिर कविता के चेहरे और शरीर को लेकर कई टिप्पणियाँ की, बार बार छूने की भी कोशिश की। कविता ने हमेशा ट्रेनी होने के बावजूद संपादक को अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। लेकिन आरोप के मुताबिक़ अजय रुके नहीं और कहते रहे कि वो उसे अपना माने।
शिकायत के मुताबिक़ संपादक भद्दे/अश्लील मैसेज भेजते रहे और हिदायत भी देते रहे कि डिलीट कर दिया करो तुरंत। आख़िरकार कविता ने जब जॉब छोड़ने की धमकी दी तो अजय ने नवंबर के आख़िरी हफ़्ते में मैसेज बंद किए लेकिन दिसंबर के पहले हफ़्ते से दूसरी ट्रेनी को मैसेज भेजने शुरू कर दिए।
दूसरी ट्रेनी सरिता (बदला हुआ नाम) की शिकायत के मुताबिक़ अजय ने उसे पूरे पाँच हफ़्ते तक बहुत परेशान किया। रात में तीन बजे तक मैसेज और फिर सुबह सात बजे से फिर मैसेज। इस ट्रेनी को भी ये संपादक खुलने, सारी दीवार गिराने और सर नहीं बोलने और अपना मानने की सलाह देता रहा।
सरिता की शिकायत के मुताबिक़ अजय ने उससे कई बार ऑफिस से बाहर मिलने के लिए लिखा। मॉल या रेस्टोरेन्ट या सरिता के घर पर, जिसे सरिता ने हमेशा टाला। आरोप है कि फिर वो उसे फ़ोन पर किस इत्यादि भेजने लगा और लिखता कि वो सो नहीं पा रहा है, उससे वो जल्द मिले। कार में घूमने चले।
एक ट्रेनी नौकरी बचाते हुए जितना टाल सकती थी, उसने टाला। लेकिन इससे संपादक का हौसला और बढ़ गया और शिकायत के मुताबिक़ उसकी भाषा बेहद सड़कछाप और अश्लील होती चली गई। शरीर के हर हिस्से पर भद्दी टिप्पणी के अलावा वो बिस्तर, होटल आदि चलने की बात लिखने लगा।
शिकायत के अनुसार, ये सिलसिला जनवरी 2020 के दूसरे हफ़्ते तक चला। सरिता से जब ये सहा नहीं गया तो उसने अजय की शिकायत TV9 प्रबंधन को 20 जनवरी को कर दी। 18 जनवरी को पहली शिकायत, 20 को दूसरी शिकायत। इतने गंभीर आरोप पर अजय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है अब तक।
कहा यहाँ तक जा रहा है कि सामने तो दो ही लड़कियाँ आई हैं पर अजय आज़ाद ने पिछले तीन चार महीने में कई और महिला पत्रकारों को भद्दे मैसेज भेजे हैं और Favour माँगे हैं। वक्त आ गया है कि ये सब भी बिना डरे सामने आएँ और सच बताएँ।
खबर ये भी है कि न्यूज़रूम में दो तीन सीनियर प्रोड्यूसर और हैं, जो ट्रेनीज़ से FAVOUR लेने की कोशिश में लगे हैं और लगातार मैसेज भेज रहे है। सारी ट्रेनी दहशत में हैं। यक़ीन नहीं होता कि एक न्यूज़रूम में ये माहौल है।
ऐसे predators पर कार्रवाई इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि कोई फलाने का आदमी है तो कोई ढिकाने के पैर छूता है। पर मैं दो लोग BV Rao Group Editor और Barun Das CEO को Professionaly जानता हूँ। ये दोनों इस कुचक्र से अलग हैं और उम्मीद है कि बच्चों को इंसाफ़ दिलाएँगे।
साथ ही मैं अजय से कहूँगा कि तुम्हारे साथ मैंने काम किया है। तुम ऐसे बिलकुल भी नहीं थे। मैंने हमेशा तुम्हारी तारीफ़ ही की है। पर इस बार तुमसे अपराध नहीं, घिनौना अपराध हुआ है-ये तुम भी जानते हो। बेहतर हो कि सार्वजनिक माफ़ी माँग कर नई शुरुआत करो।
और TV9 की समस्त लड़कियाँ, तुम सब धाकड़ लड़कियाँ हो, यही पहले दिन तुम्हें बताया था। किसी से भी, मतलब किसी से भी डरना नहीं है। सम्मान से सिर उठा कर जीना है। किसी ने भी भविष्य में कोई बदतमीज़ी की तो तुरंत हिसाब। समाज, देश और क़ानून तुम्हारे साथ है।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी के ट्वीट्स.
मूल खबर-
नए लांच हुए चैनल में यौन शोषण के घटनाक्रम से बवाल, आरोपी आउटपुट हेड सस्पेंड
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