Yashwant Singh : अब राजनीतिक पार्टी मुझे बनाना ही पड़ेगा. देश चलाने के लिए हम सबों को आगे आना ही पड़ेगा. क्यों न भड़ास के सातवें स्थापना दिवस के मौके पर एक नई राजनीतिक पार्टी लांच कर दी जाए. कांग्रेस के खात्मे, मोदी के पतन, केजरी की चिरकुटई, क्षेत्रीय दलों के करप्शन आदि के कारण पूरे देश में फिर से निराशा का चरम माहौल है. नागनाथ और सापनाथ के बीच चुनने के मजबूरी के कारण हालात बहुत दूर दूर तक बदलते नहीं दिख रहे.
यूथ और टेक्नालजी हर ओर अपना दबदबा बनाए हुए हैं लेकिन राजनीति वही पुराने किस्म की पिटे पटाये ढर्रे पर चल रही है. सोच रहा हूं अब एक पारी ताल ठोंक के राजनीति के संग खेल ही लिया जाए, भड़ासी स्टाइल में. तो दोस्तों तैयार रहिए. भड़ास अब राजनीति में उतरने वाला है. देश भर में संगठन बनाना है. नेता तलाशने हैं. खासकर युवाओं से आह्वान है कि वे कमर कस लें. अब ला रहे हैं हम लोग एक नई पार्टी. आपके सुझाव सलाह राय आलोचना समर्थन की दरकार रहेगी.
भड़ास के संस्थापक और संपादक यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.
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Comments on “अब राजनीति में भड़ास, 7वें स्थापना दिवस पर लांच कर दी जाएगी नई राजनीतिक पार्टी”
i am from bhilwara rajasthan , belongs to farmer community , count me with you,
बहुत बहुत बधाई यशवंत भाई -हम सब भड़ास के साथ थे और है रहेंगे भी …अयोध्या से मुझे भी शामिल होना है नई पार्टी में तो भूलियेगा नही छोटे भाई को …
8) 😀 8) 😕
Sri Yashwant Bhai Hardik Badhai Swikaar Karen aur isi tarah Puruskar apko jeevan milta rahe. Subhkanayoo ke saath- Anand Raman Tewari, 08093098039
Nai Rajnetic Party banayee .Mai apke saath hoon. Jahnum se jannat tak. Apka -Anand Raman Tewari,-08093098039
Yashwantji. aapko badhai. aapke vicharon ka swagat hai. ham aap ke saath hain.
अग्रिम शुभकामनायें ,जल,जंगल,जहान की प्रतिबद्धता के साथ ऊर्जावान हुक्कार रहेगा iसदा आपका साथ रहेगा ii
लेकिन राजनीतिक पार्टी ऐसी होनी चाहिए,जो सिर्फ लोगों की आवाज उठाए और उनकी लड़ाई लड़े। यह पार्टी सत्ता हासिल करने के लिए नहीं होनी चाहिए और मेरा तो यह मानना है कि इस पार्टी को कभी चुनाव ही नहीं लड़ना चाहिए। बल्कि हर समय लोगों की ताकत बनकर हर मोर्चे पर डटे रहना चाहिए। क्योंकि जब सत्ता में होते हैं और जब सत्ता से बाहर होते हैं तब चेहरा और चाल अलग ही होती है। पार्टी ऐसी हो, जो हमेशा विपक्ष की भूमिका में रहे क्योंकि सत्ता में तो हमेशा घमंडीपन होता है। और ऐसा होना नहीं चाहिए।
बहुत बहुत बधाई हो सर… मैं तो हमेशा से तैयार हूँ..हमारे लिए भी पार्टी में जगह हो तो बताईयेगा सर…
एक प्रतिभावान पत्रकार की मौत!
इस खबर की हेडलाइन ऐसी ही बनेगी.
एक निष्पक्ष. पत्रकार किसी भी सांसद, मंत्री से कम नहीं होता.
पुष्परंजन
आपका फैसला क्रांतिकारी है
यशवंत भाई,बहुत बहुत बधाई
लोगों की ताकत बनकर हर मोर्चे पर डटे रहेंगे और उनकी लड़ाई लड़े ऐसा होना चाहिए।
बिल्कुल सही फैसला है…राजनीति में आऩे का उत्तम विचार लेकिन पहले अपना मजबूत कैडर बेस बनाने के बाद ही आना ठीक होगा..क्योंकि बिना नींव के इमारत बहुंत ऊंची नहीं हो सकती है..ये नियम है..कुछ दलों की हालत भी आपके सामने है…