नई दिल्ली। दिल्ली में केजरीवाल सरकार पर कम दामों में प्याज खरीदकर ज्यादा दामों में बेचने के आरोप लगने के बाद आप की सफाई आई है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमने प्याज 32.86 रुपए में खरीदे और बाजार में अपनी जेब से पैसे भरते हुए कम कीमत पर बेचे। जबकि केंद्र सरकार 33 रुपए में खरीदा प्याज ज्यादा दामों में बेच रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब लोगों का ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है। मीडिया को कागज दिखाते हुए उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि हमने केंद्र की एजेंसी एसफएसी से प्याज खरीदे थे।
उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘यह पूरी तरह गलत है कि हमने नासिक से प्याज खरीदे। इसकी बजाय नाफेड और एसएफएसी ने केंद्र की तरफ से महाराष्ट्र से 18 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज खरीदे और हमें यही प्याज 32.86 रुपए प्रति किलो की दर से बेचे। इसमें जो 14 रुपए अतिरिक्त हैं वो एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपेंस के रूप में बीजेपी सरकार ने चार्ज किए हैं। अगर कोई गड़बड़ है तो वो नफेड और एसएफएसी की तरफ से है।’
सिसोदिया ने आजतक न्यूज चैनल पर भी निशाना साधा और कहा कि वो लगातार झूठी खबर दिखा रहा है। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा विपक्ष में है और उसका हक है सवाल करना जिसका हम जवाब देंगे लेकिन एक न्यूज चैनल इस तरह की झूठी खबरें कैसे दिखा सकता है। नफेड के दावे को लेकर उन्होंने कहा कि नफेड ने 19 रुपए किलो की कीमत पर प्याज देने के लिए कहा था तो हमने पत्र लिखा की आप दिल्ली में हमें यह उपलब्ध करा सकते हो जिसका अब तक कोई जवाब नहीं आया। सिसोदिया ने कहा कि ये जानबूझकर उस वक्त किया जा रहा है जब दिल्ली सरकार लगातार मेहनत करते हुए डेंगू पर नियंत्रण पाने लगी है।
इस मामले को लेकर फेसबुक पर आईं कुछ टिप्पणियां इस प्रकार है…
Sandeep Verma : कजरी सरकार तो विज्ञापन देने में माहिर सरकार है. मुझे लगता है यह इस मद में भाजपा को बखूबी पछाड़ सकते हैं. मोदी सरकार की बनियों के साथ मिलकर की जा रही मुनाफाखोरी का पर्दाफ़ाश जिस मीडिया को करना था, उसने उलटे कजरी को फंसाया.. डबल फायदा… मोदी सरकार की चमचागिरी और कजरी से विज्ञापन…
Sanjay Kumar Singh : ‘जंग लगी’ सरकार के राज में जनता का पैसा ऐसे ही बर्बाद होता है। मीडिया को टीआरपी की मलाई के साथ-साथ विज्ञापन की सौगात भी।
Mohammad Anas : आज पूरे देश के अख़बारों में अरविंद केजरीवाल ने प्याज़ मुद्दे पर फुल पेज विज्ञापन दिया है। केजरीवाल सरकार ने आजतक न्यूज़ चैनल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और केंद्र सरकार द्वारा प्याज़ की खरीद बिक्री पर विस्तार से बात की है। अरविंद केजरीवाल जब से दिल्ली पर काबिज़ हैं तब से वे कुछ न कुछ प्रपंच कर रहे हैं। जनता का पैसा बेहिसाब विज्ञापनों पर खर्च कर रहे हैं। राज्यपाल से दिखावे की लड़ाई और मोदी से मिलाई। आज निकाले गए विज्ञापनों का हिसाब लगाया जाए तो करोड़ों रूपए बनते हैं। यदि इन पैसों से प्याज़ खरीद कर दिल्ली वालों को दिया जाता तो कम से कम जनता को फायदा होता लेकिन मीडिया में झूठमूठ के मुद्दों पर बने रहने के लिए केजरीवाल ने जन हित को किनारे रख दिया। केंद्र कैसा है वह पता है, केजरीवाल कैसे हैं वह भी मालूम है। जिस लोकपाल के मुद्दे पर वे जंतर मंतर पर बैठे थे, उसे भूल चुके हैं। केजरीवाल की लड़ाईयों से केंद्र की निरंकुशता पर रत्ती भर फर्क़ नहीं पड़ा। अब धरने प्रदर्शन सिर्फ अपने आप को सही सिद्ध करने के लिए होते हैं। इन सबके बीच किसान/गरीब/आम जनता के मुद्दे पोस्टर बैनर तक सिमट जा रहे हैं। केजरीवाल- मोदी- मीडिया के चकल्लस से किसे फायदा हो रहा? सरकार को। सरकार में शामिल लोगों को। करोड़ों का विज्ञापन निकाल कर आरोप प्रत्यारोप करने से फुर्सत मिल जाए तो प्याज़ सस्ता करवा दीजिएगा।
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Rama
September 22, 2015 at 1:08 am
झूठ के पैर नहीं होते
R Kay
September 25, 2015 at 6:43 am
मोदी और केजरीवाल, दोनों की मिलीभगत से जनता भलीभाँति परिचित है। बेशक आप दोनों एक-दूसरे पर आरोप मढ़कर आधुनिक राजनीति कर सकते हो, पर याद रहे जनता अंधी नहीं है…सब समझती है। और, ध्यान रहे तख्ता पलट जाता है आँख खुलने तक….