कटिहार के एक पत्रकार की खबर व आडियो का प्रकाशन भड़ास पर किया गया था. इसमें पत्रकार किसी से कह रहा है कि पचास हजार रुपये से एक पैसा कम नहीं लूंगा. खबर में हालांकि किसी पत्रकार का नाम नहीं प्रकाशित किया गया है लेकिन इस खबर के छपने के बाद सोनू चौधरी नामक पत्रकार का दो बार फोन भड़ास के पास आया. उसने खुद को ब्रोकर और पत्रकार बताया.
सोनू का कहना है कि उसने पचास हजार रुपये कर्ज दिए थे जिसे वह वसूलने हेतु जी न्यूज पर खबर चलवाने की बात कह रहा था. सोनू ने इस बात के समर्थन में कर्ज लेने वाले के साथ एक वीडियो और एक लिखित शपथपत्र भेजा है. सोनू की भड़ास से बातचीत, उसके द्वारा भेजे गए वीडियो व दस्तावेजों को एक साथ कंपाइल कर नीचे प्रस्तुत किया जा रहा है.
हालांकि ये सवाल अब भी कायम है कि कोई अपना कर्जा वसूलने के लिए जी न्यूज पर खबर चलवाने की धमकी कैसे दे सकता है?
फिर भी, भड़ास हमेशा दूसरे पक्ष की बात को प्रमुखता से प्रस्तुत करता है इसलिए यहां सोनू के पूरे वर्जन को प्रस्तुत किया जा रहा है.
पत्रकार सोनू चौधरी का कहना है-
”मैं zee न्यूज़ में रिपोर्टर नहीं हूं और ना ही किसी चैनल में हूं. मैं उस व्यक्ति को 0 हजार रुपया कर्ज दिया था. यह व्यक्ति कर्ज लौटाने में आनाकानी करता था. तब हमने उसको बोला कि zee news में खबर चला दूंगा. बिना मतलब में मेरी छवि को खराब किया जा रहा है. मेरे साथ ये जो भी किया गया है, गलत किया गया है.”
पूरे प्रकरण को समझने के लिए मूल खबर पढ़ें-