कोरोना संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहे इस मीडियाकर्मी का आखिरी पत्र पढ़ें

हम लोगों ने भड़ास पर आखिरी बात नाम से एक सिरीज इसलिए स्टार्ट किए ताकि लोग खुलकर अपनी बात लिखें ताकि मन का बोझ थोड़ा कम हो. अपनी बात कह देने लिख देने सुना देने से काफी कुछ मन हल्का हो जाता है. रोने के लिए कोई कंधा मिल जाए तो दिल का गुबार निकल …

आखिरी बात – लक्ष्मी नारायण शुक्ला

मेरे सभी प्रिय पारिवारिक सदस्य एवं शुभचिंतकों आज जीवन की अंतिम घड़ी मुझे अपने करीब दिख रही है तो आप सभी से दिल की बात कहना चाह रहा हूं जो बीते जीवन में कई बार कहना चाह रहे थे लेकिन कह नहीं पाए. मुझे यह कहते हुए संकोच नहीं है कि यह जीवन मैंने अपने …

लेखन की नई चुनौती!

अश्विनी कुमार श्रीवास्तव- नौवीं क्लास से पहले शायद किसी क्लास में ही जब मैं पढ़ रहा था तो पिता जी के पुस्तक संग्रह में से महात्मा गांधी की आत्मकथा माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रुथ पढ़ने को मिल गई. उसमें गांधी ने जिस साफगोई और निडरता से बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक अपने ही जीवन की अंतरंग …