आयोजन
Yashwant Singh- गंगा से न जाने कैसी प्रीत है कि जब भी कोई कहता है- ‘गंगा नहाने चलें!’, मैं फौरन तैयार हो जाता हूं....
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Yashwant Singh- गंगा से न जाने कैसी प्रीत है कि जब भी कोई कहता है- ‘गंगा नहाने चलें!’, मैं फौरन तैयार हो जाता हूं....
गंगा नदी में बह रहा है गंदे सीवर का पानी... माँ गंगा अपनी बदहाली के लिए बहा रही आँसू, नहीं सुन रहे उनके बेटे......
गंगा सफाई के बजट में कटौती के बाद बचा पैसा भी खर्च नहीं कर पा रही मोदी सरकार लखनऊ : लगभग सवा दो साल...