अरविंद केजरीवाल ने मीडिया मालिकों को ब्लैकमेलर कह दिया, देखें वीडियो

जनता का रिपोर्टर डाट काम नामक वेबसाइट के एक कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया मालिकों को खुलेआम ब्लैकमेलर कह दिया. साथ ही ये भी बताया कि मजीठिया वेज बोर्ड से बचने के लिए अखबारों के मालिक लगातार दिल्ली सरकार पर दबाव बना रहे हैं.

केजरी में हवा मत भरिए, गुब्बारे को फूटने दें : यशवंत सिंह

Yashwant Singh : केजरीवाल में ज्यादा हवा भरने की गुंजाइश नहीं बची है Madan Tiwary जी. नहीं मानिएगा और भरते रहिएगा तो अप्राकृतिक दुर्घटना हो जाएगी और वो फट जाएगा…जिससे अंग प्रत्यंग छितरा जाएगा… देखिएगा, कार्यकाल पूरा होते वह खुदे राजनीति छोड़ कर भाग जाएगा… कहेगा कि कहां फंस गया था, एनजीओ वाला कमवा ही ठीक था 🙂

केजरीवाल जैसों की नियति है नष्ट हो जाना!

Yashwant Singh : केजरीवाल जैसों की नियति है नष्ट हो जाना. एक अच्छे खासे आंदोलन की माकानाकासाका करने के बाद यह आदमी अब खुद और अपनी पार्टी की वाट लगाने लगा है. भाजपा को क्यों कोस रहे हैं साहिब. सियासत में पार्टियां ऐसे ही दूसरे दलों पर निशाना साधा करती हैं. सवाल ये है कि आज आपके बचाव में कोई खड़ा क्यों नजर नहीं आ रहा. हम जैसे प्रचंड समर्थक तो सरकार बनने के कुछ माह बाद ही बदले रंग ढंग देखकर अलग हो लिए थे.

ये वही कपिल मिश्रा है जो केजरी के इशारे पर शांति भूषण और प्रशांत भूषण को भरी सभा में मारने दौड़ा था

देश की जनता को ईमानदारी और नए लोकतंत्र का झुनझुना थमाकर अरविंद केजरीवाल बनने तो सिकंदर चले थे, पर औकात इतनी हो पाई कि वह अपने ही पाले हुए संपोलों को बस में रख सकें। उन्हीं संपोलों में से एक हैं कपिल मिश्रा, जिनको अरविंद ने अपना दूध पिलाकर किंग कोबरा बनाया था। किंग कोबरा अब फुंफकार रहा है और अरविंद हैं कि उनको जादू—मंतर का कोई सम्मोहनी मंत्र सूझ नहीं रहा! दिल्ली से भूपेंदर चौधरी की रिपोर्ट…

दिल्ली में निगम चुनाव ‘आप’ हारी तो विधानसभा का मध्यावधि चुनाव संभव

Akhilesh Akhil : दिल्ली में मध्यावधि चुनाव की संभावना! क्या दिल्ली में विधानसभा चुनाव समय से पहले भी हो सकते हैं? निगम चुनावों में अगर आप का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो उसमें तोड़फोड़ की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। माना जा रहा है कि आप के कई विधायक टूट सकते है। इसके अलावा आप के 21 विधायकों के खिलाफ चुनाव आयोग में लाभ के पद का मामला लंबित है। अगर इनकी सदस्यता ख़त्म हो गयी तो जाहिर मध्यावधि चुनाव संभव है। माना जा रहा है कि 21 विधायकों पर जल्द ही फैसला होना है।

क्या केजरीवाल का सूर्य अस्त हो रहा है?

संदीप ठाकुर

दिल्ली विधानसभा रजौरी गार्डन सीट के उपचुनाव के नतीजे अप्रत्याशित नहीं
हैं। झटका तो लगना ही था। केजरीवाल सरकार की जो हरकतें हैं वह इसे और
नीचे ले जाएंगी। मीडिया पर पाबंदी, उपराज्यपाल व केंद्र से लड़ाई, पार्टी
में जातिवाद,बड़े बड़े वादे, नौसिखिया लोगां को मंत्रीमंडल में शामिल
करना,सड़कछाप लोगों का विधायक तो बन जाना लेकिन छिछाेरी हरकतें
करना,पीएम बनने के सपने पाल बैठना, दिल्ली छोड़ पंजाब व गोवा भाग
जाना, हर मामले को कोर्ट तक ले जाना और फिर वहां से लुट पिट कर वापस
आना,जनता के पैसे का दुरुपयोग,  जीतते ही तमाम तरह की सुख सुविघाएं ले
लेना…जैसे अनेकों कारण हैं जिसने केजरीवाल की लाेकप्रियता काे गिराया
है। लोगों का लगा कि अन्ना आंदोंलन से निकले इस व्यक्ति ने कहा क्या
था और कर क्या कर रहा है। लोग तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं। क्जरीवाल व
दूसरे नेताओं में अंतर नहीं कर पा रहे हैं। केजरीवाल की इमेज एक झूठे
व्यक्ति की बन गई और परिणाम सामने है।

मोदी और केजरीवाल पर जम कर बरसे कुमार विश्वास

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कवि कुमार विश्वास ने शुक्रवार को एक नया वीडियो रिलीज़ किया। अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर जारी किए गए इस वीडियो में कुमार विश्वास ने पिछले दिनों की कुछ घटनाओं पर क्षोभ व्यक्त किया है और कई सवाल खड़े किए हैं। लगभग तेरह मिनट के इस वीडियो में कुमार विश्वास कभी ख़ासे गुस्से में तो कभी भावुक नज़र आ रहे हैं। वीडियो में जहाँ एक तरफ़ पिछले दिनों कश्मीर में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले को ले कर सवाल खड़े किए गए हैं, वहीँ दूसरी तरफ़ सेना के जवानों द्वारा पिछले दिनों उठाए गए सवालों का भी जवाब माँगा है। पूरे वीडियो में किसी एक पार्टी या सरकार से सवाल न पूछ कर सभी नीति-निर्धारकों से पूछा गया है।

इस हार के लिए केवल केजरीवाल और सिसोदिया जिम्मेदार हैं

Asrar Khan : दिल्ली के राजौरी गार्डन विधान सभा उप चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की शर्मनाक हार और भाजपा की जीत तथा कांग्रेस का दूसरे स्थान पर आना शायद इस बात का संकेत हो सकता है कि आम आदमी पार्टी जल्द ही ख़त्म हो जाएगी और कांग्रेस एवं भाजपा फिर से यहां की मुख्य पार्टियां बन जाएंगी…