चर्चित आईआरएस अधिकारी एसके श्रीवास्तव को एनडीटीवी के आर्थिक घपलों को पकड़ने के कारण बहुत प्रताड़ित किया गया. इस अफसर के पास एनडीटीवी की पूरी कुंडली है. भड़ास से बातचीत में एसके श्रीवास्तव ने खुलासा किया था कि मनमोहन राज में तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने NDTV पर छापा डालने जा रहे इनकम टैक्स अफसरों को रोक दिया था.
प्रणय राय अपना अफ्रीका वाला फार्म हाउस गिरवी रख देते तो सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी बच जाती…
Yashwant Singh : आपको मालूम है, प्रणय राय ने काली कमाई से अफ्रीका में सैकड़ों एकड़ का फार्म हाउस खरीद रखा है जिसमें ऐय्याशी के सारे साजो-सामान उपलब्ध है. प्रणय राय ने गोवा में समुद्र किनारे बंगला खरीद रखा है. दिल्ली और देहरादून में बंगले खरीद रखे हैं. एक हेलीकाप्टर भी खरीदा हुआ है. अगर वो सिर्फ अफ्रीका का अपना सैकड़ों एकड़ वाला रैंच या गोवा का सी-बीच वाला बंगला गिरवी रख दें तो सैकड़ों करोड़ रुपया मिल जाएगा. इस पैसे से वह एनडीटीवी की माली हालत ठीक कर सकते थे. सैकड़ों कर्मियों का ‘कत्ल’ करने से बच सकते थे.
एनडीटीवी के को-फाउंडर और एग्जिक्यूटिव चेयरपर्सन प्रणय रॉय के घर पर सीबीआई और आईटी रेड पड़ने के बाद पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है. सीबीआई की टीम प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय से बैंक फ्रॉड के मामले में भी पूछताछ कर रही है. इनके खिलाफ केस भी दर्ज हो गया है. सीबीआई की टीम ने दिल्ली और देहरादून के चार ठिकानों पर छापे मारे हैं.
एक बड़ी खबर एनडीटीवी ग्रुप से आ रही है. चैनल के मालिक प्रणय राय के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है. सीबीआई ने इस बात की पुष्टि की है. इस बाबत समाचार एजेंसी एएनआई ने जो ट्विटर पर न्यूज फ्लैश जारी किया है उसमें कहा गया है कि प्रणय राय के दिल्ली स्थित घर पर इनकम टैक्स विभाग ने रेड किया है और इसकी पुष्टि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टेबल पर पड़ी ब्लैकमनी को ह्वाइट करने वाली एनडीटीवी के मालिक प्रणय राय की फाइल ने करामात दिखाना शुरू कर दिया है. मोदी खांटी नेता हैं. वे किसी चीज का देर तक और दूर तक इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेसी, वामपंथी और आपाइयों का पसंदीदा चैनल कहे जाने वाला एनडीटीवी इन दिनों चोला बदल रहा है. इसके पीछे कारण चिदंबरम-प्रणय राय वाली फाइल है जिसमें इन लागों के कारनामों का डिटेल है.
मधु त्रेहन नामक एक बुजुर्ग महिला जो एक जमाने में ठीकठाक पत्रकार थीं और आजतक चैनल वाले मालिकों के खानदान की हैं, कुछ बरसों से न्यूज लांड्री डाट काम नामक वेबसाइट चलाती हैं. अंग्रेजी की इस वेबसाइट में अच्छे अच्छे चमकते लोगों की अच्छी अच्छी बातें छपती रहती हैं. इस किस्म की ढेरों पीआर वेबसाइट्स अंग्रेजी में हैं जो निहित स्वार्थी पत्रकारिता के तय एजेंडे के तहत किन्हीं कंपनियों और व्यक्तियों की महिमा मंडन या गरिमा खंडन करके पैसे बनाती कमाती हैं. इनसे पत्रकारिता की उम्मीद नहीं की जाती. लेकिन मधु त्रेहन की न्यूज लांड्री डाट काम ने एक समय तक अपनी अच्छी खासी पत्रकारीय छवि बना ली थी. वह प्रतिमा अब ध्वस्त होने लगी है.
ये हैं आईआरएस अफसर संजय श्रीवास्तव. इन्हें एसके श्रीवास्तव यानि संजय कुमार श्रीवास्तव भी कहा जाता है. इन दिनों नोएडा में आयकर भवन में पदस्थ हैं. इस बहादुर अफसर ने पी. चिदंबरम, प्रणव राय और एनडीटीवी के काले धन के खेल का भंडाफोड़ तब किया था जब चिदंबरम खुद वित्त मंत्री हुआ करते थे. ऐसे में पूरा शासन सत्ता एसके श्रीवास्तव के पीछे पड़ गया और इन्हें पागल तक करार दिया गया. पर यह अफसर न झुका, न टूटा. इनके खिलाफ दो महिला आईआरएस अफसरों के जरिए छेड़छाड़ के झूठे मकुदमे तक लिखवाए गए. पर सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं. उस दौर में सिर्फ भड़ास एक ऐसा पोर्टल था जो एसके श्रीवास्तव के खुलासे के साथ खड़ा था और उनकी सारी बातों, परेशानियों, खुलासों को बिना डरे छापता रहा