गंगोत्री और केदारनाथ की यात्रा : एक संस्मरण

रासबिहारी पाण्डेय

बहुत दिनों से उत्तराखंड भ्रमण की इच्छा थी। वैसे तो उत्तराखंड को देवभूमि कहा गया है। यहाँ बहुतेरे तीर्थस्थल और ऐतिहासिक महत्त्व के दर्शनीय स्थल हैं लेकिन उन सबमें यमुनोत्री, गंगोत्री,  केदारनाथ और बदरीनाथ प्रमुख हैं। अक्सर ये यात्राएं लोग समूह में करते हैं, बसों से या छोटी गाड़ियाँ रिजर्व करके। ये बस और छोटी गाड़ियों वाले ड्राइवर यात्रियों को एक निश्चित समय देते हैं जिसके भीतर यात्रियों को लौटकर एक निश्चित स्थान पर आना होता है। मेरे एक मित्र ने बताया कि निश्चित समय होने की वजह से कभी कभी कई लोग बिना दर्शन लाभ लिए बीच रास्ते से ही लौटकर उक्त स्थान पर चले आते हैं ताकि अगली यात्रा के लिए प्रस्थान कर सकें।

तो क्या अब खबरिया चैनल तय करेंगे बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तारीख?

बृजेश सती / देहरादून
बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की हालांकि अभी कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन देश के एक निजी चैनल ने बाकायदा दिन तय कर दिया है। विजयदशमी के दिन इस चैनल ने मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की तारीख के एलान के साथ ही अगले साल मंदिर के कपाट खुलने का दिन भी घोषित कर दिया है। चैनल के इस कृत्य पर स्थानीय लोगों व तीर्थ पुरोहितों के साथ ही बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने भी नाराजगी जाहिर की है।