…तो इसलिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के भीतर एस्ट्रोनाट्स सेक्स नहीं करते!

विजय सिंह ठकुराय

1998 में लॉन्च और 18 वर्षों से लगातार पृथ्वी के चक्कर लगा रहा 73 मीटर लंबा और 108 मीटर चौड़ा विशालकाय सैटलाइट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानि आईएसएस पृथ्वी के अलावा एक मात्र ऐसी जगह है जहां इंसान रहते और काम करते हैं. हर कार्यालय के कुछ रूल्स और रेगुलेशन होते है जो हमें मानते पड़ते हैं. कई ऐसी चीजे हैं जो आप पृथ्वी पर खुशी खुशी कर सकते हैं लेकिन जमीन के 400 km ऊपर स्पेस में नहीं कर सकते. You Must Follow Certain Rules. Here Are 4 Things You R Not Allowed To Do In Space.

जानिए, अपने सूट में पेशाब करते हुए स्पेस में जाने वाले पहले व्यक्ति कैसे बन गए थे एलन शेफर्ड

POOP IN SPACE : कृपया नाक पर रुमाल रख कर के पोस्ट पढ़ें…

5 May, 1961… Freedom-2 स्पेस शटल…. के कैप्सूल कक्ष में बैठे अमेरिकन अन्तरिक्ष यात्री Alan Shephard उत्सुकता से उस पल का इन्तजार कर रहे थे जब…. विश्व के दुसरे….और अमेरिका के प्रथम अन्तरिक्ष यात्री बनने का सेहरा उनके सर पर सजने जा रहा था मन अन्तरिक्ष से अपनी पृथ्वी को निहारने की कल्पनाओं के जाल में उलझा था और उन्हें पता चला की उनकी फ्लाइट में विलम्ब होगा.. 5 घंटे बीत गए और उन्हें… पेशाब लग आई.

जानिए, ये मृत्यु का प्रोग्राम काम कैसे करता है…

आपकी मौत का प्रोग्राम! The Program Of Death… आज इसी पर बात करते हैं… मृत्यु जीवन का शाश्वत सत्य है… पर… किसी दुर्घटना में जान गवा देना या किसी के द्वारा आघात करने से मर जाना समझ आता है… मैं बात कर रहा हूँ आज… “वृद्ध हो के मरने की”… ऐसा क्या है जिसकी वजह से लोग बूढ़े होने लगते है और अंत में सुबह पता चलता है कि… “शरीर है… पर वो अब नहीं रहे”… ये मृत्यु का प्रोग्राम काम कैसे करता है?

…तब हमारा ब्रह्माण्ड लिंग नुमा सुरंग में धंसते हुए निकटवर्ती ब्रह्माण्ड में समाहित हो जाएगा!

(विजय सिंह ठकुराय)


अब बात ब्रह्माण्ड के अंत से लेकर आरम्भ तक की. THE BEGINNING OF EVERYTHING. लगभग 13.7 अरब वर्ष पूर्व ब्रह्माण्ड में समय और काल की अवधारणा शून्य थी. भौतिकी के नियम अस्तित्व में नहीं थे. दृश्य ब्रह्माण्ड का समस्त पदार्थ अपने फंडामेंटल स्वरुप (क्वार्क-ग्लुआन प्लाज़्मा) के रूप में एक पिन पॉइंट के आकार के द्रव्यमान (10^-26 मीटर) में सिमटा हुआ था. और एक विस्फोट हुआ.

13 अप्रैल 2029 की सुबह धरतीवासियों की जिंदगी की आखिरी सुबह होगी अगर 350 मीटर लंबा उल्का पिंड टकरा गया

(विजय सिंह ठकुराय)


महाप्रलय… क़यामत… डूम्स डे… THE END OF EVERYTHING… 13 अप्रैल-2029… हो सकता है… इस दिन की सुबह आपकी जिन्दगी की आखिरी सुबह हो.. APOSPHIS नामक 350 मीटर लम्बा उल्का पिंड 13 अप्रैल 2029 को, आज से ठीक 14 साल बाद, पृथ्वी की तरफ आएगा और 97.3% चांस है कि पृथ्वी की ग्रेविटी के कारण इस उल्कापिंड की कक्षा विचलित हो जाने के कारण ये पृथ्वी से 29470 km की दूरी से निकल जाएगा… इतनी कम दूरी होने के कारण आप “अपनी मौत के सामान” को नंगी आँखों से आसमान में जाते हुए देख सेल्फी ले पाएंगे लेकिन… 2.7% चांसेज है कि (हमारी कैलकुलेशन गलत हो सकती है) टकरा जाए और अगर ऐसा हुआ तो अगले क्षण की तुलना आप उस तबाही से कर सकते हैं जो “हिरोशिमा और नागासाकी” पर गिराए आणविक बम जैसे 65000 बम एक साथ पृथ्वी पर गिरा देने से आयेंगे… 2.7% यानि 1 in 37 chance… लेकिन मायूस होने की जरूरत नहीं….

‘समाचार प्लस’ के पत्रकार पर छेड़खानी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में समाचार प्लस नामक चैनल द्वारा जिला संवाददाता उन्हीं को बनाया गया है, जो केबिल ऑपरेटर थे। इसी के चलते ललितपुर जिले में भी केबिल ऑपरेटर शैलेन्द्र जैन को समाचार प्लस का जिला संवाददाता बनाया गया था। लेकिन शैलेन्द्र जैन साहब खबरों के अलावा अन्य सभी कार्यों के लिए जाने जाते हैं। इन्हीं कार्यो के चलते कल इनके खिलाफ ललितपुर कोतवाली में एक लड़की के साथ छेड़खानी और लड़की के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है।