तिरंगे के साथ चैनल मालिक उमेश कुमार का ये कैसा सुलूक? (देखें वीडियो)

15 अगस्त के दिन गजरौला में युवा स्वाभिमान रैली निकाली गई जिसमें मुख्य अतिथि समाचार प्लस के मालिक उमेश शर्मा थे. रैली के आयोजक दीपक भड़ाना थे. ट्रैक्टर ट्रॉली में बने मंच पर नीचे तिरंगा बिछा दिया गया था. इसी तिरंगे को पांवों तले कुचलते हुए समाचार प्लस के मालिक उमेश कुमार और अन्य लोग …

तिरंगे पर जूता पहन कर विराजमान है समाचार प्लस चैनल का ये मालिक (देखें तस्वीर)

नाम है उमेश कुमार. पहले बिल्डर थे, अब चैनल मालिक. इनका अहंकार देखिए. तिरंगे पर जूते चढ़ाए चढ़े हैं. सोचिए, जिस जगह चैनल मालिक बैठा है, वहां अगर कोई अफसर होता जो तिरंगे को जूते से कुचलता तो इसी चैनल मालिक का चैनल उस अफसर के खिलाफ कितना चिल्लाता. लेकिन मामला मीडिया के मालिक का है तो भला कौन बोले, कौन सवाल उठाए.

मजीठिया वेतनमान मार खुशी के गीत गा रहे मीडिया के मसखरे स्वतंत्रता दिवस को विज्ञापनों के टकसाल में ढालने पर आमादा

सारी कारस्तानी देख रहा है विजयी विश्व तिरंगा प्यारा….

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा सब देख रहा है कि मजीठिया वेतनमान मार कर खुशी के गीत गा रहे मीडिया के मसखरे किस तरह आजादी मिलने के दिन को विज्ञापनों के टकसाल में ढालने पर आमादा हैं, झंडोत्तोलन पर सरगना सलामी ले रहा है और भ्रष्टाचार की वैतरिणियों में तैर रहे अपराधियों के गिरोह तालियां बजा रहे हैं, दुःशासनों के झुंड स्त्री-विमर्श और दलित चेतना की वकालत में व्यस्त हैं, चप्पलों पर तिरंगा छाप रहे हैं, उसे उल्टा लटका रहे हैं।

कला के नाम पर मनमानी, चप्पल पर तिरंगा !

कहते हैं कला को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए. लेकिन एक तय सीमा से परे स्वतंत्र कला कभी-कभी मजा किरकिरा भी कर देती है. चप्पल पर तिरंगे को उभारना कला के अतिरेक को ही दर्शाता है.