मदन मोहन सोनी-
नई दिल्ली: दस साल पूरे हो गए हैं जब भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अपनी दूसरी कार्यकाल के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 3 जनवरी 2014 को राष्ट्रपति भवन में हुई थी, जिसमें 100 से ज्यादा पत्रकार उपस्थित थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मन मोहन सिंह ने 62 सवालों के जवाब दिए थे, जो कि स्क्रिप्टेड नहीं, बल्कि असली वाले थे।
सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी सरकार की उपलब्धियों और विफलताओं का विस्तार से विश्लेषण किया था। उन्होंने अपनी सरकार को आर्थिक विकास, गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, आतंकवाद, विदेश नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर अपने काम का हिसाब देते हुए देखा गया था। उन्होंने अपनी सरकार को एक “विश्वसनीय, जिम्मेदार और विश्वसनीय” सरकार बताया था।
उन्होंने राहुल गांधी को एक “योग्य और अच्छा नेता” बताया था। उन्होंने अपने विरोधी नरेंद्र मोदी की भी टिप्पणी की थी और उनकी नीतियों और विचारों को खतरनाक बताया था।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी, क्योंकि यह भारत के प्रधानमंत्री की आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद अब तक भारत में कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है। उन्होंने केवल 2023 में अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस में पत्रकारों के दो सवालों के जवाब दिए थे।