पेजव्यू बढ़ाने के लिए देवर-भाभी, भाई-बहन, बाप-बेटी जिनको भी साथ लिटाना पड़े, लिटा दो!

गूगल एनालिटिक्स पर अच्छा पेजव्यू देखने के लिए सभी न्यूज़ वेबसाइटों में होड़ मची रहती है। जब सामान्य तौर पर अच्छा पेजव्यू नहीं आता तो डिजिटल टीम के छोटे कर्मचारियों पर दवाब बनाया जाता है। उन्हें ट्रैफिक लाने के लिए खबरों से इतर कुछ उट-पतांग की ख़बरों को परोसने के लिए कहा जाता है। उन …

पाकिस्तानी हैकरों ने भारत की कई हिंदी वेबसाइटों को बनाया निशाना

पाकिस्तानी हैकरों ने भारत की कई हिंदी वेबसाइटों को निशाना बनाया है. वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा द्वारा संचालित इंडिया संवाद और आज समाज अखबार की वेबसाइट आज किया आज समाज डाट कॉम को हैक कर इस पर पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया. दीपक शर्मा ने फेसबुक पर खुद की चर्चित वेबसाइट हैक किए जाने की सूचना दी थी. उधर आज समाज की तरफ से भी इस बाबत एक खबर का प्रकाशन किया गया है. फिलहाल दोनों वेबसाइटों को पाकिस्तानी हैकरों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है. आज समाज की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर इस प्रकार है…

विस्फोट डाट काम के बाद अब मीडिया खबर डाट काम भी निष्क्रिय मोड में

मीडियाखबर डाट काम वेबसाइट से मीडिया के काफी लोग परिचित हैं. पुष्कर पुष्प इसे संचालित करते हैं. मीडिया इंडस्ट्री से जुड़ी खबर देने वाली यह वेबसाइट भड़ास से भी पुरानी है और पुष्कर पुष्प के निजी प्रयासों से संचालित है. लेकिन 18 अगस्त के बाद से इस पर एक भी नई खबर अपलोड नहीं हुई है. 18 अगस्त को भी सिर्फ एक खबर प्रकाशित दिख रही है. उसके पहले 27 जुलाई को एक खबर और उससे भी पहले 20 जुलाई को कुछ खबरें छपी हैं. साइट के निष्क्रिय मोड में चले जाने से मीडिया के ढेर सारे लोगों में निराशा है.

वेबसाइट के माध्यम से एकेडमिक मीडिया शिक्षण-प्रशिक्षण की नई पहल

आज हम सूचना युग में रह रहे हैं। इस युग की एक विशेषता यह है कि इसमें पत्रकारिता और जन-संचार का तेजी से विस्‍तार हुआ है। मीडिया ने आज एक बड़े उद्योग का रूप धारण कर लिया है। हमारे देश में समाचारपत्रों और टेलीविजन समाचार चैनलों का तेजी से विस्‍तार हो रहा है और इसी के अनुरूप मानव संसाधनों की मांग भी बढ़ती चली जा रही है। इन मानव संसाधनों की पूर्ति के लिए अनेक विश्‍वविद्यालयों और संस्‍थानों में पत्रकारिता और जन-संचार के अनेक पाठ्यक्रम चल रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों की गुणवत्‍ता पर प्रश्‍नचिन्‍ह उठते रहे हैं और यह भी माना जाता है कि समाचार मीडिया की जरूरतों और इन पाठ्यक्रमों में दिये जाने वाले शिक्षण-प्रशिक्षण के बीच एक दूरी बनी हुई है।

बसंत झा ने लाइव इंडिया खबर को बनाया अंतर्वसना साइट

बसंत झा के निर्देशन में लाइव इंडिया की वेबसाइट पर किस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, खुल्लमखुल्ला इससे पता चलता है कि वह दिल्ली और नोएडा में किस तरह का अखबार लाने की तैयारी कर रहे हैं। एक पूरी टीम इस वेबसाइट के लिए गठित हो चुकी है, जिसे बसंत झा अपने साथ ले आए हैं। 

दो मीडियाकर्मियों सुधीर सिंह उजाला और राजेंद्र सिंह जादौन ने अपनी-अपनी वेबसाइट शुरू की

पत्रकार सुधीर सिंह उजाला ने ‘न्यूज फास्ट इंडिया’ नाम से वेबसाइट शुरू की है. सुधीर गाजीपुर जिला के पहराजपुर के मूल निवासी हैं. टीडी कॅालेज, बलिया से उच्च शिक्षा ली. फिर दैनिक जागरण और अमर उजाला में काम किया.  ईटीवी में फोल्क जलवा कार्यक्रम से जुड़े रहे. मैजिक टीवी में प्रोडक्शन और मार्केटिंग का काम देखा. लाइफस्टाइल टीवी पटना के भी हिस्से रहे. अब इन्होंने NewsFastIndia.com नाम से न्यूज पोर्टल की शुरुआत की है.

एबीपी न्यूज का घटियापना… एक अच्छे कैंपेन की घटिया हेडिंग….

Abhishek Mehrotra : कब तक हम पत्रकार इस तरह की बिकाऊ हेडिंग लगा लगा कर एक अच्छे कैंपेन को चीप बनाने की कोशिश करते रहेंगे। एक तर्क ये भी है कि चीप हेडिंग की वजह से ये खबर पढ़ी जाएगी, पर आज मुझे याद आ रही है नरेंद्र पाल सिंह NP Sir की वो बात कि ‘मर्डर’ जैसी फिल्में भी लोकप्रिय होती है और ‘तारे जमीं पर’ भी। पर ‘तारें जमीं पर’ कभी-कभी बनती है और ‘मर्डर’ जैसी कई फिल्में बन जाती हैं। इसलिए कम से कम सकारात्मक खबरों को हमें ‘मर्डर’ स्टाइल में नहीं बल्कि ‘तारे जमीं पर’ के स्टाइल में पेश करना चाहिए। साथीगण चाहे तो इस खबर के लिए अच्छी हेडलाइन उपलब्ध करा सकते हैं…