Yashwant Singh : चश्मा नया बनवा लिया। दो लम्पट और आपराधिक मानसिकता वाले कथित पत्रकारों भुप्पी और अनुराग त्रिपाठी द्वारा धोखे से किए गए हमले में चश्मा शहीद हो गया था, पर मैं ज़िंदा बच गया। सो, नया चश्मा लेना लाजिमी था। वो फिर तोड़ेंगे, हम फिर जोड़ेंगे। वे शैतानी ताकतों के कारकून हैं, हम दुवाओं के दूत। ये ज़ंग भड़ास के जरिए साढ़े नौ साल से चल रही है। वे रूप बदल बदल कर आए, नए नए छल धोखे दिखलाए, पर हौसले तोड़ न पाए।
न जाने क्या मंजूर है नियति को, न जाने क्या योजना है नेचर की। मैं सिर्फ निमित्त मात्र हूं। जेल, मुकदमे, हमले, धमकी, पुलिस, कोर्ट कचहरी, आर्थिक तंगी… पर इरादे हैं कि दिन ब दिन चट्टानी होते गए। हमने सबको क्षमा किया। मेरा निजी बैर किसी से नहीं। पर सच की मशाल तो जलती रहेगी, सरोकार की पत्रकारिता तो होकर रहेगी, कुकर्मों का भाँडा तो फूटेगा। आप सभी साथियों का प्यार और समर्थन मेरे साथ है। वैसे नया वाला चश्मा कैसा है, बताएं तो जरा आप लोग 🙂
भड़ास संपादक यशवंत के उपरोक्त स्टेटस पर आए कमेंट्स में से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं….
Arsh Vats Are Yashwant Singh sir g u r bravo aapke bhi 1 crore anuyayi h aang laga denge aang
Yashwant Singh आग नहीं, प्रेम लगाएंगे हर ओर 🙂
Jyoti Singh सर नया चश्मा मुबारक हो। और एक सलाह आगे से कोई चश्मे पे अटैक करे तो आप उसके दांत तोड़ देना।
Yashwant Singh तोड़ने का काम प्रकृति के हवाले। अपन तो कलम से लड़ेंगे और कलम से तोड़ेंगे 🙂
Vinay Maurya Sinner हम तोहरे साथ हई भईया। ई अउर बात हव की छोट भाईयन के भूल गईला …संजय शर्मा भईया के तरे
Yashwant Singh दिल मे हउआ भाय। कहा त करेजवा फाड़ के देखायीं 🙂
प्रवीण श्रीवास्तव उ दूनो भुप्पी और भुप्पा की तस्वीर हो तो देखाईये… देखल जाए शकल दुनहुँन क
Yashwant Singh आप लोग ही खोजिए। मैं इन इग्नोर किए जाने लायक लोगों पर टाइम नहीं खर्च करता। ये काम भड़ास समर्थकों पर छोड़ता हूं।
Vikash Rishi बढ़िया चेहरे पर गंभीरता दिख रही है कुछ ठोस करना होगा।
Yashwant Singh अरे नहीं। कुछ चीजें प्रकृति पर भी छोड़ देनी चाहिए। हम लोग कलम वाले हैं। उनके जैसे आपराधिक मानसिकता वाले नहीं। क्षमा किए जाने योग्य हैं वो ताकि खुद आत्म मंथन कर सकें वो। 🙂
Brijendra Singh दाढ़ी तो तभी बनेगी जब…
Yashwant Singh अरे नहीं। कुछ चीजें प्रकृति पर भी छोड़ देनी चाहिए। हम लोग कलम वाले हैं। उनके जैसे आपराधिक मानसिकता वाले नहीं। क्षमा किए जाने योग्य हैं वो ताकि खुद आत्म मंथन कर सकें वो। 🙂
Soban Singh चश्मा अच्छा है. आपकी फिक्र रही दो दिन. थोड़ा दाढ़ी साड़ी भी बन जाती तो भुप्पी और त्रिपाठी का कुछ और भला हो जाता।
Rajeev Tewari इस चश्मे में ज्यादा प्रबुद्ध दिखे हैं। सरोकार की पत्रकारिता तो होकर रहेगी। बहुत बधाई, shubhkamnayen
Vivek Dutt Mathuria भाई ज़म रहे हो और जमे रहो! आपके साथ पूरा कारवां है!
Rehan Ashraf Warsi विचारों का मतभेद यहाँ तक आ पहुँचा, दुःखद है। ये सब कहाँ ले जाएगा, और कब रुकेगा।
Nirupma Pandey वो फिर तोड़ेगें, हम फिर जोड़ेगें
Yuvneet Rai Chaudary Desh badh raha hai …..apke patrkar mitra Kuch jyda aage badh gye
Bhoopendra Singh आपने ऐतिहासिक काम किया है। पीढ़ियां ज़रूर याद करेंगी
Aditya Singh Bhardwaj चश्मा आप गांधीवादी रखिये 🙂
Ansh Sumit Sharma जबरदस्त चश्मा है भैया जी।
Nivedita Patnaik Never mind… change your glasses but never the visions…. thru which you made people to see what is what.
Gandhi Mishra ‘Gagan’ चश्मा क्या खरीदे पिछले चार दिनों की खोयी आंख मिल गयी.. अब उसकी खाट खड़ी करने से इन्हें कौन रोक सकता। इतनी बड़ी हमदर्दों व समर्थकों की टीम जो ठहरी… उठाओ ठाकुर साहब कलम और रगड़कर मटियामेट कर दो उन्हें जो अंधा बनाकर देश को कई महत्वपूर्ण सूचनाओं से दूर रखना चाह रहे थे जिससे उनकी भविष्य की मंशा पुनः होश नहीं संभाल पाए।
Mohanraj Purohit नया वाला भी अच्छा हैं, लेक़िन पुराने वाले शहीद वाले को भी संभाल कर रखें, भुप्पी और अनुराग को याद रखने के लिए।
Anand Kumar तेरे वजह से चश्मा बदला, अफसोश नजरिया ना बदल सका, ऐ भुप्पी और अनुराग तू तो ताकत दे गया…
Arvind Tripathi दुष्टों के चिन्हांकन की दृष्टि साफ़ बनी रहनी चाहिए, बाक़ी सब ठीक है।
Deepak Srivastava गांधी जी का रूप तो आपके लेख में दिखा… किंतु भगत सिंह, आज़ाद जी , बोस , बिस्मिल जी की प्रतिक्रिया भी देखनी है
Maruf Khan Journalist Bhadas ne media ke ander ke haal btaye. jo sach me hota hai.
अनिल अबूझ सरोकारों के साथ-साथ खुद का भी खयाल भी रखिए सर! पत्रकारों की हालत देख रहे हैं? आपका जीना जरूरी है..बल्कि हर उस शख्स का जीना जरूरी है जो सच कहता है..सच लिखता है| हौसले को नमन करता हूँ|
Tahir Khan इस चश्मे से उन लोगों के कुकृत्य भी दिखेंगे जो अभी मीडिया का चोला ओढ़े किसी बिल में छिपे बैठे हैं…शानदार ..जय हिंद।
Rajnish Tara Bahute hi gazab hai bhaiya…. lage rahiye mission sachchai ke liye…
Majid Qureshi निडर और बिना डिगे पत्रकारिता के होंसले को सलाम। वैसे भी ये किस्म कम ही रह गई है। वरना तो ऐसा होने पर क़लम तोड़ देते है लोग।
Keshav Kumar अगर आप सही हो तो आपको कुछ साबित करने की जरूरत नहीं होती है। केवल आपको अपनी सच्चाई पर टिके रहना होता है, गवाही वक्त खुद देता है।
Sudhir Jagdale बिना लक्ष्य के जीने वाले इंसानों की जिंदगी कहाँ अमीर होती है, जब मिल जाती है सफलता तो नाम ही सबसे बड़ी जागीर होती है।
सुधीर अवस्थी ‘परदेशी’ chashma bahut achchha hai . aap bhi bahut achchhe ho . sankalp bada hai to dikkat to rhengee
Shailesh Tiwari पुराना टूटता है तभी नया बनता है । उन दोनों को भगवान सद्बुद्धि दे यही प्रार्थना है। वैसे यह चस्मा चेहरे पर जम तो रहा है गुरु… इस हेतु उन दोनों शैतानी ताकतों के कारकुनों का आभार की एक नए चश्मे को लेने का बहाना बनने में उनका योगदान था..
Nitin Thakur चश्मा कातिल है Yashwant जी.
Amit Ahluwalia और चूंकि काले फ्रेम का है तो चश्मे कातिल से भी बचाएगा
Manvinder Bhimber ऐतिहासिक काम करते हो
Rajpal Parwa चश्मा सुंदर है। आप सेहतमंद रहें ईश्वर से ये दुआ है।
Sarvesh Singh आपके बेमिसाल व्यक्तित्व को प्रणाम
Rahul Amrit Raj शानदार, जानदार, जबरदस्त, भड़ास जिंदाबाद
Hitesh Tiwari चीता हो आप। और चश्मा मस्त है।
Sanjay Swadesh डरे, सहमे, बुजदिल ही ऐसी हिंसात्मक हरकत पत्रकारों के साथ करते हैं
Mafatlal Agrawal हर जोर जुल्म की टक्कर मे संघर्ष हमारा नारा है।
Madan Tiwary पहले यह बताये उन हरामियों की ठुकाई कीजियेगा या नहीं।
Ziaur Rahman आप हजारों-लाखों मीडिया कर्मियों की आवाज हो, उन सभी का प्यार, सहयोग और दुआ आपके साथ है।
Mukesh Singh बच्चे अक्सर कुछ ना कुछ तोड़ते ही रहते हैं। वैसे नया चश्मा व्यक्तित्व को और घना बना रहा है।
Narendra M Chaturvedi थोड़ा टेड़ा है…वैसे ऊपर से नीचे तक टेड़े की नगरी रहकर सब टेड़ा ही दिखता है…?
Satya Prakash Chashma mein DRISHTI ki dhaar tez ho gayee hai
Golesh Swami Very nice, god bless you. Keep it up.
अजित सिंह तोमर चश्मा और आप दोनों ही दमदार हैं सर
Ashok Anurag ये आपका बड़प्पन है यशवंत भाई, फिर भी जो हुआ वो माफ़ी योग्य नहीं था
Purushottam Asnora गुण्डे कहीं भी हो सकते हैं, पत्रकारिता में भी
Sunil Negi himate marda mardade khuda
Sushovit Sinha नए चश्मे से दुनिया बेहतर दिखेगी सर!
Rakesh Punj चश्मा सुंदर है। आप सेहतमंद रहें ईश्वर से ये दुआ है।
Santosh Singh उन लोगो को खोजा कैसे जाए
मुकुन्द हरि शुक्ल तनिक अपनी कुंडली की ग्रहदशा की विवेचना भी कर लीजिएगा।
Sadique Zaman हम सब साथ हैं दादा, लड़ेंगे
Virendra Rai लल्लनटाप बाटई
Madhvendra Kumar चश्मा आपका टूटा दिल उन दोनों का,शानदार है ये वाला चश्मा।
Narendera Kumar गजबे लुक है
Dinker Srivastava चेहरे पे एक सबक चढ़ा हुआ दिख रहा और क्या…
Ashok Aggarwal चश्में के साथ साथ हौसला भी बढिया है ।
Sudhendu Patel आपही की तरह पारदर्शी गुरू .
Dilip Clerk इंकलाब जिन्दाबाद …धन्य है आप
Rahul Chouksey चश्मा बहाना है। नज़र और नज़रिया वही रहेगा।
Syed Shakeel आप और आपका चश्मा दोनों बिंदास है दादा
Hemant Shukla … पर सच की मसाल तो जलती रहेगी … बहुत सुंदर विचार ।
Kuldeep Singh Gyani दुवाओं के दूत के साथ साथ आप युवाओं के दूत भी हैं…
Sambhrant Mishra ये चश्मा तो और जोरदार है।
Nitesh Tripathi नया चस्मा स्मार्ट बना रहा है और
Pawan Kumar Upreti शानदार चश्मा। ताकतवर व्यक्तित्व
Manoj Anuragi अच्छा है सावधान रहो
Arshad Ali Khan आप जैसे क्रांतिकारी पत्रकार के लिए यह आम बात है….
Govind Badone आपके होंसले को सलाम
Farhan Quraishi कलम में बहुत ताकत है
Nurul Islam गजब सर, ख़्याल रखिए अपना
Mahendra Singh दूसरे गांधी बनने के रास्ते पर है आप
Veernarayan Mudagl पत्रकार जगत में जलवा कायम है सर आपका
Pramod Singh सलाम है यशवंत भाई! आपके बड़प्पन को.
Vindhya Singh भइया ! तनी उन्हन लोगन के फोटू शेयर कइल जा, के हवे जानलअ जरूरी बा… बड़का भूपति बनता लोग
Yashwant Singh आप लोग ही खोजिए। मैं इन इग्नोर किए जाने लायक लोगों पर टाइम नहीं खर्च करता। ये काम भड़ास के साथियों पर छोड़ता हूं।
Sharvan Panchal अच्छा लग रहा ह ,,,,,,,आप ऐसे धूर्त लोगो के लिए पत्रकार जैसा शब्द क्यू इस्तेमाल करते ह सर
Yashwant Singh ‘कथित पत्रकार’ लिखा हूं भाई
Vipin Shrivastava ये चश्मा पहले से ज्यादा साफ दिख रहा है , यकीनन वो जितने चश्में तोड़ेंगे , नए चश्में और बेहतर क्वालिटी के क्लियर होते जाएंगे
Man Mohan Singh Achche ensan pe sab achcha lagta hai !
Avinash Singh आपके निर्भीकता और आपके व्यक्तित्व को सलाम, आपकी लेखनी , निडरता, और व्यक्तिव से बहुत कुछ सीखने को मिलता है ,
Syed Quasim चश्मा 40 + होने यानी लौंडियाहुज जो हमारे रुदौली में बचपन को कहते हैं खत्म होने की निशानी है.. इसी लिए तो मुस्कुरा कर मार देते हैं बड़े से बड़े दुश्मन को
Pawan Dubey हे क़लम के पुजारी आपकी बेबाक़ और निर्भीक अभिव्यक्ति को प्रणाम। क्षमा बड़े साहस का आभूषण है। आप को कमज़ोर लोग कमज़ोर नही कर पाएँगे।
Om Prakash Pathak आप स्वस्थ्य हो गए उसके लिए भगवान का शुक्रिया। ऐसे कमजोर लोग हमेशा टकराएंगे यह भी सही है। ऐसे चश्मा अच्छा लगा।
Shishubh Bhargava जय हो, क्रिज़ोल है या थोड़ा सामान्य कुछ भी हो आखिर आँखों पर चस्मा लगाए थोड़ी न बैठे लड़ते रहिये यशवंत जी सत्य आपके साथ है
कुंदन वत्स अब मारक बदला लीजिये
Humaira Zafar Allah aapko salamat rakhe.Aameen
Chandan Sharma चश्मा का तो ठीक है लेकिन एक नया संकल्प दिख रहा है। बनाये रखिये। 🙂
Rajendra Mishra सच साहस सरोकार! जय हो
यशवंत पर हमला करने वालों की ये है तस्वीर… याद रखें, ध्यान रखें…
पूरे मामले को समझने के लिए इन्हें भी पढ़ें….
हमलावर नंबर एक भुप्पी भी मिल गया फेसबुक पर, देखें-जानें इसकी हकीकत
xxx
क्या ‘न्यूजलांड्री’ वाले अपराधी और मानसिक रोगी पत्रकार अनुराग त्रिपाठी को नौकरी से निकालेंगे?
xxx
यशवंत सिंह पर कैसे हुआ हमला, सुनिए उनकी जुबानी (देखें वीडियो)
xxx
यशवंत पर हमला करने वाले इन दो अपराधियों को पत्रकार कहना ही गलत है : नितिन ठाकुर
xxx
भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह पर प्रेस क्लब गेट पर भुप्पी और अनुराग त्रिपाठी ने किया हमला
xxx
यशवंत पर हमले का मामला : अब तो प्रेस क्लब आफ इंडिया में ही पत्रकार सुरक्षित नहीं!
xxx
साहसी पत्रकार यशवंत सिंह पर हमला करने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करे सरकार : शंभूनाथ शुक्ल
xxx
यशवंतजी हमलावरों को अपनी कलम की ताकत से धूल चटा देंगे : अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
xxx
यशवंत पर हमला करने वाले भूपेंद्र नारायण सिंह भुप्पी और अनुराग त्रिपाठी सजा के पात्र हैं
xxx
भड़ास वाले यशवंत पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन चौंकाता नहीं : देवेंद्र सुरजन
xxx
यशवंत किसी विचारधारा-गिरोहबाजी के आधार पर किसी को रियायत नहीं देते, इसलिए गिरोहबाजों ने चुप्पी साध रखी है!
xxx
PRAMOD KAUSHIK
September 12, 2017 at 10:15 am
Agali bar aise logon se milane jao to HELMET laga Kar Jana BHAI
Shahnawaz
September 12, 2017 at 12:02 pm
Tum rukna nhai jhukna nahi