गिरधारी लाल गोयल-
2014 का चुनाव याद करें. जाटों के बीच बड़ौत में वे बोले- स्वाभिमान के लिए वोट दें, एक वोट से दो सरकार. मतलब इस समय वोट से भाजपा जीत जाएगी. फिर केंद्र सरकार अखिलेश सरकार को गिरा देगी. तब आपके स्वाभिमान की रक्षा करने वाली सरकार आ जायेगी.
लेकिन सरकार 2017 तक चली.
2017 में कहा कि अपनी सरकार के शपथ ग्रहण करते ही 4 घण्टे के अंदर हर तरह के स्लॉटर हाउस बन्द हो जाएंगे.
नतीजा ये है कि 2022 तक तिगुने हो गए स्लाटर हाउस.
और अब होली दिवाली फ्री के सिलेंडर वाले जुमले का हश्र देखो.
भारतीय राजनीति के सबसे बड़े झूठे और जुमलेबाज नेता सिद्ध हो चुके हैं अमित शाह जी.
चुनाव के समय भाजपा के लोग हम लोगों से बोलते हैं कि इस समय चुनावी माहौल में भाजपा के खिलाफ कुछ मत कहो, निगेटिव प्रभाव पड़ सकता है.
मैं इस बात को नहीं मानता, क्योंकि जब वोट इन्हीं को देना और दिलवाना है तो चुनाव के समय भी नहीं कहोगे तो कब कहोगे.
और अब चुनाव सम्पन्न हो गया तब…. किस किस ने पूछ लिया?
यूक्रेन युद्ध के चलते ऐसा क्या हुया कि खाद्य तेलों के मन्दे के सीजन में तेलों पर भयानक तेजी आ गयी?
क्या इसलिए कि खाद्य तेलों की तेजी का सर्वाधिक लाभ अडानी बाबा रामदेव के हिस्से में जाना है!
कपड़ों पर अभूतपूर्व तेजी क्यों आयी ?
क्या इसलिए कि पॉलिएस्टर पर अम्बानी का एकाधिकार है !
लोहे पर भयंकर तेजी क्यों ?
क्या इसलिए कि लोहे की खदानें अडानी अम्बानी की तरह भाजपा और कोंग्रेस दौनों के ही कृपापात्रों के हाथों में हैं !
खैर राष्ट्रवाद के खुमार और रूस के समर्थन से फुर्सत मिले तो जरा ये देख लेना कि इस समय भारत के उपभोक्ताओं को किस कदर लूटा जा रहा है
और PM वित्त मंत्री गृहमंत्री एक फ़िल्म के प्रमोशन में लगे हुए हैं!
लेखक गिरधारी लाल गोयल आगरा के उद्यमी हैं और भाजपा-संघ के समर्थक हैं.
Sachin Sharma
March 19, 2022 at 12:35 pm
गर्दा उड़ा दिए सेठ जी,,,