निजी टीवी चैनलों के लिए सुरक्षा मंजूरी जरूरी

सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया है कि उनके मंत्रालय ने ऐसे किसी निजी सैटेलाइट टीवी चैनल को स्वीकृति नहीं दी है जिसे गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी न मिली हो।

हर दिन लाखों का विज्ञापन चैनलों पर देने वाले खरबपति बाबा की सुरक्षा पर जनता का धन खर्च होगा

Anil Singh : नेताओं को ही नहीं, कलियुगी साधुओं और बाबाओ को भी सुरक्षा की तगड़ी ज़रूरत है तो बाबा रामदेव को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने Z सुरक्षा देने का फैसला कर लिया है। राजनाथ सिंह ने मन ही मन सोचा – खर्च तो जनधन ही होगा, अपना या अपने पूत का क्या जाता है! कांग्रेस ने बड़ी चोरी की तो भाजपा ने छोटी चोरी की, इसमें क्या बुराई…. इस किस्म के तर्क दे रहे हैं कुछ लोग। मित्र, संत को कभी राजाश्रय या सुरक्षा की ज़रूरत नहीं होती। इसका एक अर्थ तो यही है कि यह बाबा संत नहीं, कुसंत है। दूसरे खरबों की संपत्ति वाला बाबा हर दिन लाखों का विज्ञापन न्यूज़ चैनलों पर दे सकता है तो अपनी सुरक्षा का इंतज़ाम खुद क्यों नहीं कर सकता? आखिर क्यों उस पर हमारा यानी करदाताओं का धन लुटाया जा रहा है?

अब सहाराश्री को जेल में चाहिये फाइव स्टार सुविधाएं

सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने तिहाड़ जेल में पुनः विशेष सुविधाओं की मांग की है जो उन्हें 30 सितंबर तक कोर्ट के आदेश से मिली थी। इसके लिए उनकी ओर से तिहाड़-प्रशासन को पत्र लिखा गया है। हालांकि तिहाड़ प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना अदालत के आदेश के उस तरह की सुविधा नहीं दी जा सकतीं। रॉय ने कहा है कि होटल बेचने के लिए खरीदारों से बातचीत उन सुविधाओं के बिना संभव नहीं है। रॉय के अनुसार होटलों की बिक्री के लिए बातचीत लगभग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। उक्त सौदों के लिए पहले उन्हें तिहाड़ में एसी कार्यालय, फोन, इंटरनेट और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधाएं दी गईं थी, जो बाद में वापस ले ली गईं।