खुद को आईपीएस और तांत्रिक बताने वाले इस ठग से सावधान रहिये!

Yashwant Singh :  इस लड़की को सलाम. दिल्ली चिरकुटों की नगरी है. मोबाइल हाथ में है तो बस वीडियो बनाना है. कोई कनसर्न नहीं. देखिए, कैसे ये लड़की वीडियो बनाती एक भीड़ से घिरे होकर भी छेड़खानी करने वाले को हैंडल करती है और साथ ही उसका कालर पकड़ कर पुलिस को फोन करती है, उस छिछोरे के एक साथी को गरियाकर भगाती है… सैल्यूट यार.

बैंक वाले, सीबीआई और सिस्टम की कृपा से एक और छोटा-मोटा विजय माल्या जनता का धन हड़पने को तत्पर, जानिए पूरी कहानी

To,
THE EDITOR-IN-CHIEF
Bhadas4Media
India

SUBJECT : SCAM/ECONOMIC OFFENCE IN LOAN DEPARTMENT BY CONSORTIUM BANK AGAINST THE LOAN ACCOUNT OF SHREE SHYAM PULP & BOARD MILLS LIMITED

Respected Sir,

A company namely Shree Shyam Pulp & Board Mills Limited having its manufacturing plant in Kashipur (Uttarakhand) (here-in-after SSPBML) was established by Mr. Naresh Kumar Gupta and presently running by Mr. Naresh Kumar Gupta and his son Amit Kumar alias Amit Gupta. SSPBML is engaged in manufacturing of various kinds of writing and printing papers as well as cardboards, copier and other papers. During their regular course of business, SSPBML applied for loan before the consortium of bank; led by UCO Bank, 5 Sansad Marg, New Delhi, with the heading to EXPAND THEIR PLANT and on this ground the bank passed their loan application and passed their loan without the complete verification of their papers. It is pertinent to mention here that the loan which was granted is of more than Rs. 700 Crores (Seven Hundred Crores Only) but the complete worth of machines are not more than Rs. 200 crore (Rupees Two Hundred Crores) and therefore the disbursed amount is much more than the worth value of the machines.

जुझारू पत्रकार के संघर्ष के चलते ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से ठगी करने वालों पर दर्ज हो सका मुकदमा

ढाई साल पहले घटी एक घटना ने मुझे बेहद आघात पहुंचाया था। शहर के यातायात चौराहे पर यातायात पुलिस बूथ में बैठे वृन्दावन महिला कल्याण समिति के कर्मचारी ने आपके साथी से 80 रुपये लेकर उसे फर्जी ग्रीन कार्ड पकड़ा दिया। यह फ्राड हुआ तो हजारों के साथ लेकिन बात मुझे खल गई। इतनी पढ़ाई लिखाई करने और पत्रकार होने का क्या मतलब, अगर कोई बीच चौराहे पर आपको पुलिस की संरक्षण में ठग ले। मैंने हास, परिहास और उपहास की परवाह किये बिना इस ठगहाई के खिलाफ लड़ने की ठान ली। मेरे दोस्तों, मीडिया के कुछ साथियों, कई अपने लोगों और यहां तक की यातायात पुलिस ने भी मुझे समझाने का प्रयास किया लेकिन मैंने सिर्फ अपने दिल की सुनी।

‘नेशन लाइव’ न्यूज चैनल के नाम पर ठगी का धंधा जोरों पर, कइयों के पैसे फंसे

Avnish Jain : राजेश तिवारी, जो ठीक से चल भी नहीं सकते हैं, दिव्यांग हैं, को पत्रकार बनाने के सपने दिखाये. चैनल डिपोजिट के नाम पर 10,000 लिए. ऊंचे सपने दिखाये. मगर Nation live के बंटी और बबली ने सारी मानव संवेदना को ताक पर रखकर एक दिव्यांग के साथ ठगी कर ली. 10,000 मे सिर्फ एक identity card दिया गया. हद कर दी दानवता की. ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.

कन्फेशन ऑफ ए ठग

मेरे ऊपर अक्सर मित्रगण यह आरोप लगाकर हंसते हैं कि मैं हर घटना को इतिहास से जोड़ देता हूँ| लेकिन अब मै क्या करूं कि इतिहास में मिलती हुई घटनाएँ याद आ जाती हैं| बुलंदशहर के जेवर के नजदीक हुई हत्या, लूट और बलात्कार की घटना  के बाद एकाएक कॉन्फेशन ऑफ ए ठग नामक किताब की याद आ गई| उन्नीसवीं सदी में भारत में कई तरह के ठग गिरोह सक्रिय थे| लूट-पाट और हत्या- बलात्कार उनका पेशा था| देश पर उस समय कई ताकतें काबिज़ थीं लेकिन कोई भी इतनी शक्तिशाली नहीं थी कि उन ठगों को ख़त्म कर सकें| साथ ही तमाम तरह के सामजिक बदलावों से ऐसे लोग सामने आ गए थे जो जीवित रहने को कुछ भी कर डालते थे| ठग ऐसे ही लोग होते थे|

नापतोल.कॉम के फर्जी मैनेजर ने वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत अस्थाना की पत्नी को ठगने की कोशिश की

Shrikant Asthana : वेब खरीददारी भी आपको ठगों के जाल में फंसा सकती है। विभिन्न साइटों पर खरीदारी करने में दिया गया फोन नंबर ठगी के रैकेटों के हाथ पड़ जाते हैं और वे आपको फोन करके बताते हैं कि आपका यह इनाम निकला है। इसे हासिल करने के लिए आप अमुक खाते में इतनी रकम जमा करायें तो ईनाम आपको भेजा जाए। ऐसे ही एक ठग ने आज सुबह श्रीमती सुष्मिता को नापतोल.कॉम का मैनेजर बताते हुए किया।

लखनवी ठग मैक मलिक मोहम्मद की कारस्तानी थाईलैंड में गूंज रही (देखें वीडियो)

आरोपी मैक मलिक की तस्वीर पर ठगी की कहानी को लिखकर भड़ास के पास भेजा है पीड़ित प्रणव ने.

मैक मलिक मोहम्मद नामक लखनऊ का एक ठग थाईलैंड में ऐसा कुछ कर भागा है कि वहां के लोग उसकी ठगी की कहानी सुनाते फिर रहे हैं. प्रणव नामक एक युवक और उनकी टीम को थाईलैंड में मिस इंडिया और मिस्टर इंडिया कंपटीशन कराने का जिम्मा दिया गया. यह काम सौंपा मैक मलिक मोहम्मद ने. इवेंट खत्म होने पर प्रणव और उसकी टीम के हिस्से का पैसा हड़प कर मैक मलिक मोहम्मद भाग गया. प्रणव के पास ढेर सारे चैट, स्क्रीनशाट आदि हैं जिससे साबित होता है कि उनका बकाया दिए बगैर मिस इंडिया और मिस्टर इंडिया कंपटीशन से मिले अच्छे खासे पैसे को लेकर मैक मलिक भाग गया.

सावधान… RBI अधिकारी बनकर बैंक डिटेल मांग रहे ठग

3 जनवरी दोपहर के 3 बजे, मेरे नम्बर पर 07371008871 से कॉल आया। चूंकि मैं अननोन नम्बर रिसीव नहीं करता लेकिन ट्रू कॉलर पर नम्बर की डिटेल “चूतया” नाम से शो होता देख मेरा इंट्रेस्ट जागा। मुझे अच्छी तरह पता है कि फर्जी कॉल करके लोगों से ठगी करने वाले ऐसे नम्बरों का इस्तेमाल करते हैं। इसलिये मैंने कॉल रिसीव किया और जो हमारी बातचीत हुई उसके अंश पढ़िये…

कथित पत्रकार ने ‘इंडिया टीवी’ के नाम पर आधा दर्जन सरपंचों से लाखों रुपये की ठगी कर ली

अपने आपको पत्रकार बताने वाले एक व्यक्ति ने इंडिया टीवी के नाम पर आधा दर्जन सरपंचों को ठग लिया. छत्तीसगढ़ में जांजगीर-चांपा से खबर है कि अपने आपको इंडिया टीवी का पत्रकार बताते हुए शातिर ठग ने पहले सचिवों तथा सरपंचों से उनके गांव के विकास कार्यों के बारे में जानकारी ली. फिर कुछ दिनों बाद वो वापस पहुंचकर समाचार के बदले पन्द्रह पंद्रह सौ रुपए की मांग करने लगा. पन्द्रह सौ रुपए का चेक दिए जाने पर उस शातिर ठग ने उसमें कूटरचना कर आधा दर्जन सरपंचों से लाखों रूपए ठग लिए. निर्माण कार्यों के लिए राशि निकलवाने बैंक पहुंचने पर सरपंचों को खाते में राशि नहीं होने पर ठगे जाने का अहसास हुआ जिसके बाद सरपंचों ने मामले की शिकायत जांजगीर थाने में की है.

इस लुटेरे मीडिया मालिक इकबाल सिंह अहलूवालिया से रहें सावधान, टीवी 24 में नौकरी देने के नाम पर कइयों को लगा चुका है करोड़ों का चूना

चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल ‘टीवी 24’ का मालिक है लाभ सिंह और उसका बेटा है इकबाल सिंह. ये दोनों ठग अपने चैनल टीवी 24 में नौकरी देने के नाम पर जमकर पैसे वसूलते हैं. ताजा मामले में इन्होंने विदेश में स्पेशल न्यूज रिपोर्टर बनाने के नाम पर एक आदमी से 21 लाख रुपया ठग लिया. पीड़ित ने चंडीगढ़ के सेक्टर 39 में साजिश और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. पीड़ित का नाम गौरव गुप्ता है.

Flipkart पर कुछ भी ऑर्डर करने से पहले मेरी कहानी सुनिए

31 अगस्त 2015 का दिन. मेरे दिल में एक स्मार्टफोन लेने का विचार आया. मैं इंटरनेट पत्रकार हूं तो ये मेरे लिए काफी ज़रूरी भी था. मेरा पुराना स्मार्टफोन मेरी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पा रहा था और काम काफी प्रभावित हो रहा था. जो स्मार्टफोन मेरे बजट में था वह Flipkart पर बिक्री के लिए उपलब्ध था. मैंने Flipkart को एक मोटो-ई सेकेंड जेनरेशन फोन ऑर्डर कर दिया. मेरी परेशानी की शुरुआत यहीं से हुई.

सहारा वालों ने बिहार के सीएम के गांव की बूढ़ी लाचार महिला का सवा तीन लाख रुपये हड़पा

Regarding SAHARA maturity not paid to investor

Yashwant Sir,

Editor, www.Bhadas4Media.com

My mother Saroj Singh 70 years old is illeterate. Her SAHARA a/c control no- 20719201775, date 15-12-2003 maturity amount Rs 320000/-. Without her permission by keeping her in dark maturity amoung fixed in other scheme Receipt no-034005534023-43, Date 19-09-2014, Amount Rs 320000/-. This is the case of Bihar CM village Harnauth branch code (2071). branch Manager Mr Vijay Singh-09939205612, 09471004666.

यह ठगी है तो इस देश में कोई है जो इसे रोक सके!

Vishnu Rajgadia : यह ठगी है तो इस देश में कोई है जो इसे रोके? भारत सरकार द्वारा निर्मल भारत अभियान और स्वास्थ्य अभियान चलाये जाते हैं। अमर उजाला में चार जनवरी को एक विज्ञापन आया है। कोई ”अभियान फाउंडेशन” है जो यूपी में इन योजनाओं के लिए दसवीं बारहवीं पास बेरोजगारों को 11000 तक की नौकरी देगा। कुल 33072 पद हैं। अगर वाकई नियुक्ति हुई तो हर महीने सिर्फ वेतन में 30 करोड़ खर्च होगा। साल में लगभग 350 करोड़। केंद्र या राज्य सरकार के पास ऐसी कौन सी योजना है? या कि इस ”अभियान फाउंडेशन” को सीधे कुबेर का खजाना हाथ लग गया? मजे की बात यह है कि नौकरी लगेगी यूपी में, और आवेदन जमा होगा रांची जीपीओ के पोस्ट बाॅक्स नंबर 97 में।

काले से गोरा बना देने का हिन्दुस्तान लीवर लिमिटेड का कारोबार यानि सबसे बड़ी ठगी

ज्योतिष के नाम पर ठगी का कारोबार काफी छोटा है. हम हमेशा अपनी आय का एक काफी-काफी छोटा अंश इस नाम पर खर्चते हैं. मसलन कोई दस हज़ार की नौकरी करने वाला होगा तो वो पंडित को 11 रुपया दक्षिणा देगा, कोई करोड़पति होगा तो एक-दो नीलम-पुखराज पहन लेगा. लेकिन इस ठगी के बरक्स ज़रा बड़े ठगों पर ध्यान दीजिये. आज हिन्दुस्तान लीवर लिमिटेड (दुनिया भर में उस देश का नाम और आगे लीवर लिमिटेड जोड़ दीजिये) का काले से गोरा बना देने का कारोबार किस हद तक ठगी का नायब नमूना है, उसे देखिये. ज़रा उसका टर्न ओवर देख लीजिये. कई देशों के जीडीपी से ज्यादा इनकी अकेले आमदनी है.

गांधी जी को जब बनारस के एक पंडे ने काफी भला-बुरा कहा था…

Sanjay Tiwari : एक बार गांधी जी भी काशी गये थे. तब जब वे देश के आंदोलन का हिस्सा नहीं हुए थे. इन दिनों वे दक्षिण अफ्रीका में गिरमिटिया आंदोलन को गति दे रहे थे और उसी सिलसिले में समर्थन जुटाने के लिए भारत भ्रमण कर रहे थे. इसी कड़ी में वे काशी भी पहुंचे थे. बाबा विश्वनाथ का आशिर्वाद लेने के बाद बाहर निकले तो एक पंडा आशिर्वाद देने पर अड़ गया. मोहनदास गांधी ने जेब से निकालकर एक आना पकड़ा दिया. पंडा जी को भला एक पैसे से कैसे संतोष होता? आशिर्वाद देने की जगह बुरा भला कहना शुरू कर दिया और पैसा उठाकर जमीन पर पटक दिया.