उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पीछे पड़ गए हैं उमेश कुमार. वही उमेश कुमार जिन्हें रातोंरात सीएम ने उठवाकर जेल भिजवा दिया था. सिर्फ एक जेल नहीं बल्कि दो-दो प्रदेशों की जेलों की हवा खिलवाई. आरोप लगाया कि सरकार का स्टिंग कर लिया है, ब्लैकमेल कर रहे थे. पर उमेश कुमार के जेल से छूटने के बाद कहानी पलट गई. कोर्ट में एक-एक कर सरकार के आरोप झूठे साबित होने लगे. उमेश ने फेसबुक के जरिए सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
ताजी स्थिति यह है कि उमेश कुमार की धुआंधार बैटिंग लगातार आक्रामक होती जा रही है और सत्ता पक्ष बेहद रक्षात्मक मुद्रा में नजर आ रहा है. एक तरफ पूरी सत्ताधारी सरकार और उसका मुखिया है तो दूसरी तरफ अकेला उमेश कुमार. अब तो समाचार प्लस चैनल भी बंद हो चुका जिसके सीईओ और एडिटर इन चीफ हुआ करते थे उमेश कुमार. बावजूद इसके, उमेश का सीएम के खिलाफ ताल ठोंक कर खड़े रहना और सीएम व उनकी पूरी सरकार का उमेश का कुछ न बिगाड़ पाना बताता है कि एक अकेला आदमी भी किस तरह कुप्रबंधन के शिकार सत्ता प्रतिष्ठान को उसके घुटनों के बल ला सकता है.
उमेश कुमार सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ अपनी लड़ाई का हथियार सोशल मीडिया को बना चुके हैं. वे फेसबुक पर लगातार लाइव आकर व पोस्ट दर पोस्ट प्रकाशित कर सीएम त्रिवेंद्र रावत व इनकी सरकार की कुनीतियों का खुलासा जारी रखे हुए हैं. उमेश की फालोइंग तेजी से बढ़ती जा रही है. उत्तराखंड की सत्ताधारी सरकार की असलियत जानने के लिए लोग उमेश कुमार के एफबी पेज को फालो कर रहे हैं.
ताजा मामला सीएम त्रिवेंद्र रावत के भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन का है. इस हेल्पलाइन पर उमेश कुमार ने फोन किया और सीधे सीधे सीएम के ही भ्रष्टाचार का खुलासा कर दिया. उनके इस आडियो पोस्ट को फेसबुक पर हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया है और हजार से ज्यादा लाइक्स-कमेंट्स हैं. आप भी इस आडियो को सुनें…