मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ जी ग्रुप के चैनलों के प्रसारण से जुड़े भुगतान मामले में उलझ गए हैं। राशि एक करोड़ रुपए है। जी एंटरटेनमेंट ने पुलिस में इसकी शिकायत करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी जानकारी भेजी है। सिद्धार्थ लंबे समय से दमोह समेत सागर, नरसिंहपुर, शहडोल और सतना आदि शहरों में ओम सत्यम नाम से केबल चला रहे हैं। शिकायत में कहा गया है कि ओम सत्यम बिना शुल्क दिए पेड चैनल का प्रसारण कर रहे हैं।
जी एंटरटेनमेंट के आईपीआर कंसलटेंट मोहम्मद अकील मुर्घे ने सीएम को भेजी शिकायत में दमोह के एडिशनल एसपी को 2 दिसंबर को की गई शिकायत की कॉपी भी लगा दी है। विवाद का यह मामला अब पुलिस महकमे में डीआईजी तक पहुंच गया है। कंपनी के कंसलटेंट ने केबल ट्रांसमिशन से जुड़ी पायरेसी के सबूत भी खुद जुटाए और पुलिस को दिए, लेकिन एक्शन नहीं लिए जाने की सूरत में शिकायत मुख्यमंत्री को की गई है। ओम सत्यम की फ्रेंचाइज सतना में है, वहां भी इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
जी एंटरटेनमेंट के आईपीआर कंसलटेंट मोहम्मद अकील मुर्घे ने कहा कि दमोह एसपी और डीआईजी तक रिपोर्ट की। कुछ नहीं हुआ तो सीएम के पास गए। एक करोड़ रु. से ज्यादा बकाया है। जी के पेड चैनल दिखाने पर लाइसेंस लगता है। कुछ चार्ज भी है, लेकिन ओम सत्यम बिना फीस इसे चला रही है। यह कॉपीराइट एक्ट के खिलाफ है।
सिद्धार्थ मलैया का कहना है कि चार-पांच शहरों में नेटवर्क हैं। फ्रेंचाइजी भी दे रखी हैं। दमोह में पेड चैनल बंद कर रखा है, लेकिन यदि कोई हमारा बॉक्स लगाकर पायरेसी कर रहा है तो हम क्या करें। ऐसा नहीं है कि कोई शिकायत नहीं है, दो बार केस भी चला। सतना में पुलिस ने एक्शन भी लिया। हमने कुछ सुधार भी किए लेकिन अब कंपनी दबाव बना रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री को शिकायत की है तो अब जांच होने दीजिए। (साभार- दैनिक भास्कर)