आदरणीय सर,
मैं संवाद न्यूज एजेंसी में बतौर रिपोर्टर रामपुर ब्यूरो में पिछले डेढ़ साल से काम कर रहा हूं। बीते सप्ताह मेरा और साथी फोटोग्राफर फहीम के बीच दफ्तर में विवाद हो गया था। जिस प्रकरण की जानकारी यूनिट हेड और संपादक जी को है। इस प्रकरण में संपादक जी ने मुझे फिलहाल के लिए काम से रोक दिया है। जबकि फोटोग्राफर दफ्तर में लगातार काम कर रहा है। मेरा आपसे अनुरोध है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए..!
यह था मामला
दो महीने से दफ्तर में मेरा कंप्यूटर खराब पड़ा हुआ है। बार बार शिकायत के बाद भी इसे ठीक नहीं कराया जा सका। कई बार मेल की गई। इस अवधि में मैं मोबाइल से खबरें लिखकर काम करता रहा। 25 दिसंबर रात आठ बजे, साथी फोटोग्राफर का सिस्टम खाली था, वो दफ्तर में नहीं थे। मैंने उनके कंप्यूटर पर एक फोटो बना दिया था। इसी बात को लेकर उन्होंने आकर मेरे साथ बदतमीजी की थी। मुझे व मेरे मां बाप को गालियां दी थी। मेरी गलती यह रही कि बजाय उनसे उलझने के मुझे अपने प्रभारी को बताना चाहिए था।
यह बात मैंने मुरादाबाद जाकर सम्पादक जी को बताई और उनसे अपनी गलती का खेद भी प्रकट किया। नतीजन, फ़िलहाल की स्थिति के लिए मुझसे काम से मना कर दिया लेकिन फोटोग्राफर अभी भी काम कर रहा है। जोकि न्याय उचित नहीं है। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच होने तक दोनों को काम से रोका जाना चाहिए था।
सादर..
शिवम प्रताप सिंह
संवाद न्यूज एजेंसी
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
आमिर किरमानी
January 8, 2024 at 2:03 pm
निजी लड़ाई को सार्वजनिक करना उचित नहीं प्रतीत हो रहा है। वह भी भड़ास जैसे प्लेटफॉर्म पर, जिसकी टीआरपी बहुत ज्यादा है और लाखों लोगों तक उसकी पहुंच है। बेहतर यही है कि अब इस्तीफा दे दीजिये, इज़्ज़त बची रहेगी। क्योंकि अब अमर उजाला को शायद आपके काम और सेवाओं की जरूरत न पड़े।