मदन मोहन सोनी-
वर्ष 2002 में बहन के देवर ने रुकैया पर एसिड डाल दिया था। आरोपी आरिफ तभी से फरार चल रहा था। वर्ष 2023 के जनवरी महीने में एफआईआर दर्ज हुआ और अब जाकर आरोपी आरिफ गिरफ्तार हुआ।
जानिए पूरा मामला…
आगरा शहर के एत्माद्दौला के पीलाखार स्थित अग्रेसनपुरम की रहने वाली रुकैया उस वक्त महज 14 साल की थीं। बड़ी बहन के देवर ने उन पर तेजाब फेंक दिया। इससे रुकैया का पूरा शरीर और चेहरा बुरी तरह से झुलस गया। सही समय पर इलाज मिलने की वजह से जैसे तैसे रुकैया की जान तो बच गई लेकिन उनका पूरा चेहरा बिगड़ गया। बड़ी बहन का घर न बर्बाद हो जाए, इसकी वजह से परिजनों ने मुकदमा दर्ज नहीं कराने का फैसला किया।
पर अंदर ही अंदर रुकैया इस दर्द को सहन नहीं कर पा रही थीं। वर्ष 2023 की शुरुआत में उन्होंने एडीजी जोन राजीव कृष्ण से मुलाकात की। उन्हें अपनी दर्द भरी आपबीती सुनाई। एडीजी जोन ने इसे बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने रुकैया को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया। फिर मामला पुलिस आयुक्त डॉ प्रीतिंदर सिंह तक पहुंचा। उन्होंने तत्काल आरोपी के खिलाफ अभियोग दर्ज करने का निर्देश दिया।
एक कैफे में काम करती हैं रुकैया
बता दें कि रुकैया वर्तमान में आगरा शहर के फतेहाबाद रोड स्थित शीरोज हैंग आउट कैफे में बतौर कर्मचारी कार्यरत हैं। एसिड अटैक होने के बाद उन्होंने कोई अभियोग दर्ज नहीं कराया, इस वजह से उन्हें कोई सरकारी मदद नहीं मिल पाई।
रुकैया पर हमले के बाद परिवार की प्राथमिकता इलाज कराने की थी। चूंकि एसिड फेंकने वाला भी रिश्तेदार था, ऐसे में बेटी का घर न बिगड़ जाए और रिश्तेदारी खराब न हो, इसकी वजह से अभियोग दर्ज नहीं कराया गया लेकिन अंदर ही अंदर रुकैया इस घटना को लेकर घुटती रहती थीं। कुछ सालों के बाद रुकैया के भाई ने इंसाफ दिलाने के लिए अभियोग दर्ज कराने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने इसे पुराना मामला बताकर कोई कार्रवाई नहीं की और रफा दफा कर दिया।
इसके बाद रुकैया ने हार नहीं मानी और एडीजी राजीव कृष्ण से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई कि कैसे महज 14 साल की उम्र में एक सिरफिरे रिश्तेदार ने उनके सारे सपने तेजाब से झुलसा कर रख दिए थें। वो अलीगढ़ में अपने बहन के ससुराल गई थी और वहां बहन के देवर आरिफ ने 07 सितंबर 2022 को उस पर तेजाब से हमला कर दिया था।
मामला पुलिस आयुक्त तक पहुंचा और एत्माद्दौला थाने को अभियोग दर्ज करने के निर्देश दिए। बाद के दिनों में मामला अलीगढ़ के रोरावर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरु कर दी। आरोपी तब से ही फरार चल रहा था। अंततः पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया और आज उसे अदालत में पेश किया जाएगा।