सभी के सूचनार्थ
महोदय
प्रार्थी पेशे से पत्रकार एवं RTI कार्यकर्ता है. सूचना के अधिकार के तहत कुछ सूचनाये माँगी हुई हैं जिसके कारण कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा जान-माल एवं फर्जी मुकदमों में फ़ंसाने की धमकी मिलती आ रही है। उच्च अधिकारियो से इन मामलों की निष्पक्षता से जांच की माँग एवं जानकारी देने के बावजूद कुछ भी कार्यवाही ना होने के कारण इनके हौसले ऊँचे हैं। अतः प्रार्थी को जान-माल का खतरा बना हुआ है। आपको अवगत कराना चाहता हैं, अगर मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई दुर्घटना, या मेरी हत्या होती है तो अवनीश दीक्षित (पत्रकार) ही इसके जिम्मेदार होंगे।
प्रार्थी
आलोक कुमार
१२७/६११ , जूही बारा देवी
कानपुर
सेवा में,
जिलाधिकारी महोदया,
कानपुर नगर
विषय – चंद स्वयंभू पत्रकारों (सरस बाजपेई, अवनीश दीक्षित, नीरज अवस्थी एवं दिलीप) के द्वारा किये जा रहे गैर कानूनी कृत्यों, दबंगई, वसूली, गाली – गलौच व जान से मारने की धमकियों इत्यादि के विषय में शिकायत हेतु।
महोदया,
हम सभी प्रार्थीगण पेशे से पत्रकार हैं और इन चंद स्वम्भू पत्रकारों ( सरस बाजपेई, अवनीश दीक्षित, नीरज अवस्थी एवं दिलीप) के द्वारा किये जा रहे काले कारनामों से अवगत कराना चाहते हैं ताकि आप इस मामले में जांच करवा कर इन लोगों के खिलाफ समुचित कार्यवाही करने की कृपा करें।
1. यह लोग पैसे लेकर पेशेवर तरीकों से आपराधिक व्यक्तिओं के साथ मिल कर जमीन – जायजाद पर कब्जे कराने का कार्य करते हैं।
2. यह लोग अपराधियों के साथ मिलकर उनके आपराधिक कृत्यों में शामिल होकर अपराध को बढावा दे रहे हैं, अगर पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ भी लेता है, तो ये प्रशासन पर पत्रकारिता का दबाव बनाकर उनको बचाने का काम करते हैं।
3. यह लोग गैंग बनाकर वाहनों की चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली करते हैं, किसी के विरोध करने पर तत्काल मार – पीट और गाली गलौच करते हैं और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धौंस देते हैं।
4. यह लोग कम प्रसारित होने वाले अखबार एवं पत्रिकाओं के पत्रकारों को अपराधियों के खिलाफ खबर लिखने पर उनके साथ मार – पीट और गाली गलौच करने और दबाव ना डाल पाने की स्थित में गलत तरीकों से फर्जी मुकदमो में फँसा देते हैं। इस तरह से यह लोकतंत्र के चैथे कहे जाने वाले स्तम्भ को चोट पंहुचा रहे हैं।
5. इन लोगो के द्वारा प्रेस वार्ता कराने के नाम पर, पत्रकारों को नाश्ता कराने के नाम पर और उनको तोहफा देने के नाम पर पीडित जनता से मनमाना पैसा वसूला जाता है।
6. यह लोग दूसरे पत्रकारों को समाचार कवरेज करने से बलपूर्वक रोकते हैं, उनको धमका कर खबरों को अखबारों से हटवाने का कार्य करते हैं, जिससे पीडित को न्याय नहीं मिल पाता। अपराधियों के हौसले बुलन्द हैं , जिससे पुलिस प्रशासन , शासन एवं प्रदेश सरकार की बदनामी होती है।
7. इन पत्रकारों की निजी चल एवं अचल संम्पत्ति कुछ सालों में ही कई गुना बढ गयी है , इन्होंने बडी मात्रा में नामी और बेनामी संम्पत्ति ( काला धन ) अर्जित कर ली है। अगर इसकी जांच गैर जनपद के सक्षम अधिकारी द्वारा करवाई जाये तो हो सकता है कुछ और भी अहम खुलासे हों।
8. इन लोगों के द्वारा जिला संवाददाता (टीवी 24 न्यूज चैनल) शैलेश शर्मा को भूमाफियाओं के खिलाफ चलाई गई खबर पर नाराज हो कर डराया और धमकाया गया , और अंत में जब दबाव बनाने में असफल हुये तो अपराधियों के द्वारा चाकू से हमला करवाया गया, जिसमें उसकी जान जाते – जाते बची और अभी तक उसको धमकी दी जा रही है। उच्च अधिकारियों तक शिकायत होने के बावजूद इनके खिलाफ शिकायत दर्ज तक नहीं हो पायी गयी है।
9. यह लोग गलत तरीके से प्रेस क्लब ( स्थित 6, नवीन मार्केट ) के चुनाव करवा कर पदाधिकारी बन कर प्रेस क्लब पर काबिज हो गए और पद एवं धन का दुरूपयोग कर रहे हैं, एवं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन लोगों ने एक कदम और आगे बढकर गलत तरीके से डिप्टी सोसाइटी रजिस्ट्रार कानपुर पर दबाव बनाकर उपरोक्त संस्था का फर्जी नवीनीकरण करवा लिया है।
10. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से कुछ लोगों ने फर्जी प्रपत्र लगा कर अपनी सरकारी मान्यता करवाई हुई है।
11. इनके कृत्यों से पीडितों को न्याय न मिल पाने के कारण सरकार की छवि घूमिल हो रही है, गुण्डई ये दबंग पत्रकार करते हैं और बदनाम सरकार होती है।
चूंकि उपरोक्त मामला पत्रकारों के उत्पीड़न और सरकार की छवि से जुड़ा है, एवं प्रार्थी R .T. I. कार्यकर्ता है कुछ जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी हुई हैं, जिसके कारण उपरोक्त लोगो के द्वारा इसको रोकने, अन्यथा फर्जी मुक़दमे में फ़साने और जान से मार देने तक की धमकी दी जा रही हैं। अगर मेरे साथ कोई दुर्घटना या मेरी हत्या होती है तो इसके जिम्मेदार यह सभी लोग होंगे। अस्तु आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस मामले की उच्च स्तर पर जांच करवा कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को बचाने और आरोपियों के खिलाफ समुचित विधिक कार्यवाही करने का कष्ट करें, महान दया होगी।
प्रार्थी
आलोक कुमार
१२७/६११, जूही बारा देवी