कानपुर में बीते शनिवार पत्रकारों के बीच अच्छी खासी मचमच हो गई. 6 जनवरी को पुलिस मुख्यालय में हुई वरिष्ठ पत्रकारों की मीटिंग के उपरांत प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष ने एक वरिष्ठ पत्रकार को सरेआम तमाचा जड़ दिया था.
तमाचा खाये पीड़ित वरिष्ठ पत्रकार आलोक अग्रवाल ने शहर के कोतवाली थाने में आरोपित पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ आईपीसी 323/504 और 506 में रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
मामले में बताया गया की पुलिस द्वारा कारवाई नहीं करने से क्षुब्ध आलोक अग्रवाल सपत्नीक कोतवाली पहुंच गए थे और कार्रवाई नहीं किए जाने पर थाने में ही आत्मदाह की चेतावनी दे डाली थी. आलोक अग्रवाल का आरोप है कि पुलिस ने कारवाई करने के बजाए अनसुनी की. इसलिए सम्मान के खातिर ये कदम उठाना पड़ा था.
बताया ये भी जा रहा कि पीड़ित पक्ष पर अब भी समझौते का दबाव डाला जा रहा है. बताया गया कि समझौता नहीं करने पर आलोक के खिलाफ भी फर्जी मुकदमे दर्ज करवाने की धमकियां दी जा रही हैं.
बता दें कि आलोक अग्रवाल दीनार टाइम्स (DT) अखबार में समाचार संपादक के तौर पर कार्यरत हैं. वे लगभग 25 वर्षों से अधिक मीडिया जगत में सक्रिय हैं.
बताना ये भी जरूरी है की इस मामले के आरोपित पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित पहले भी इस तरह की हरकतें करते रहे हैं.
बीते 17 सितंबर, 2023 को प्रेस क्लब चुनाव की वोटिंग के दिन भी शहर के दक्षिण से संचालित हो रहे ABC न्यूज चैनल के एंकर/रिपोर्टर उमेश गोस्वामी को भी सरेआम झापड़ मार दिया था. पत्रकार उमेश ने आरोपी अवनीश द्वारा जबरन वोटिंग स्थल पर अतिक्रमण करने के प्रयास का विरोध किया था।