-संजय कुमार- करता था सो क्यों किया, अब कर क्यों पछिताए।बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से खाय।। अर्नब गोस्वामी को आज मीडिया जगत से शिकायत है कि जब मुंबई पुलिस उनके संपादकीय टीम के सहकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें परेशान कर रही है तो कोई पत्रकार और मीडिया हाउस उनके समर्थन में सामने …
Author: bhadas4media.com
ABP News-CVOTER Final Opinion Poll Survey: NDA likely to get majority, BJP ahead of Nitish
· NDA to make big gains with 43% vote share · UPA expected to win 77-98 seats, with 34.6% vote-share Noida, 24th October 2020: With an aim to determine the mood of voters ahead of the upcoming Bihar Assembly Elections, ABP News, along with research partner CVOTER, announced its findings of the final opinion poll …
‘मिर्जापुर-2’ फ्लॉप है!
-शुभंकर मिश्रा- मिर्जापुर 2: निराश | Disappointed | 2/5 मजे-मजे में सीज़न 1 देखना शुरू किए थे और अब मजबूरी में जैसे-तैसे सीज़न 2 ख़त्म किए हैं। ख़ैर सभी कलाकारों ने काम अच्छा किया पर कई कहानियां एक साथ चलने से ऐसा लगा कि ज्यादा अच्छा करने के चक्कर में ‘रायता’ बना दिया। सिरीज में …
प्रिय अर्णब, तुम्हारे संग जो हो रहा है उसके जिम्मेदार तुम खुद हो!
-शिशिर सोनी- प्रिय अर्णब तुम्हारे संग जो हो रहा है उसके जिम्मेदार तुम खुद हो। खुद सोचो, क्या तुमने पत्रकारिता के नाम पर नंगई नहीं की? भोंडापन नहीं दिखाया? भाषा की मर्यादा को तार तार नहीं किया? खुद सफल होने ताव में मीडिया जगत को, पत्रकारों को खारिज करने का दुस्साहस नहीं किया? NBA, NBSA …
बिहार में मोदी/नीतीश की वो लहर अब नहीं बची है कि उनके गधे भी जीत जाएं!
-राहुल कोटियाल- रैलियों में उमड़ रही भीड़ देखकर बिहार का भविष्य आंकने की भूल नहीं कीजिए. लोगों का काम-धंधा ठप है, नौकरियाँ हैं नहीं और कोरोना ने महीनों तक उन्हें सामाजिक कार्यक्रमों से दूर रखा है. इस सब के बीच चुनाव किसी मेले की तरह आया है तो लोग इसमें खूब हिस्सा ले रहे हैं, …
कोर्ट में पेशी के वक़्त सुनील दुबे ने पूछा- कहीं जेल तो न भेज देगा जज?
-सुनीत निगम- सुनील दुबे जी के निधन का समाचार अपने ही एक पुराने साथी से मिला। उनके सानिध्य में मुझे भी काम करने का मौका मिला। काम करने की पूरी आजादी देने के साथ ही ख़बरों पर बारीक नजर रहती थी।
मेरी पत्रकारिता और सुनील दुबे जी : …सीवी भेजो और लखनऊ में आकर मैडम से मिलो!
-दिनेश पाठक- मेरे पहले संपादक सुनील दुबे सर ने आज दुनिया छोड़ दी। वे बीमार थे। जैसे ही यह सूचना दोपहर में मिली। सहसा भरोसा नहीं हुआ। यह जानने के बावजूद कि वे इधर कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और वेंटिलेटर सपोर्ट से हम सबके साथ थे। फिर चलचित्र माफ़िक बहुत कुछ सामने …
ग़ाज़ीपुर में पत्रकार भवन का लोकार्पण
गाजीपुर। जिले के मीडियाकर्मियों का भी कहने के लिए अपना एक सामूहिक भवन हो गया। बहुप्रतीक्षित पत्रकार भवन का आज लोकापर्ण विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल के कर कमलों द्वारा किया गया। तत्पश्चात जिला पंचायत सभागार में नव निवार्चित पदाधिकारियों को जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी।
रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल के सभी मीडियाकर्मियों के खिलाफ एफआईआर!
महाराष्ट्र सरकार और रिपब्लिक चैनल के बीच जंग में तेजी आ गई है। मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक न्यूज़ चैनल के सभी मीडियाकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।
तब सुनील दुबे ने गुस्से से कहा था- इतनी सी खबर भी क्यों, कूड़ा छपेगा क्या?
-सुधीर मिश्रा- हिंदुस्तान लखनऊ में सम्पादक रहे श्री सुनील दुबे नहीं रहे। काफी समय से बीमार थे। उनसे पहली मुलाकात 1994 में पटना में हुई थी। ट्रेनी के लिए टेस्ट देने गया तो उन्हें देखा था। फिर 1996 में वो हिंदुस्तान लखनऊ के एडिटर होकर आये। फिर टेस्ट दिया और मेरा नहीं हुआ।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को गंदा देश घोषित कर दिया!
-शीतल पी सिंह- Filthy! ये क्या होता है? साहेब के पक्के दोस टरम्प साब ने कहा है कि India/भारत एक फिल्थी देश है । अमेरिका में चुनाव चल रहे हैं इसलिये टरम्प तुरप के हर पत्ते को फड़ पर फेंक रहे हैं।
हिंदुस्तान और राष्ट्रीय सहारा अखबारों के सम्पादक रहे सुनील दुबे का निधन
-गोलेश स्वामी- हिन्दुस्तान लखनऊ व पटना में संपादक और राष्ट्रीय सहारा लखनऊ में संपादक तथा दैनिक जागरण कानपुर में संयुक्त संपादक रहे वरिष्ठ पत्रकार श्री सुनील दुबे का शुक्रवार को निधन हो गया। सुनील दुबे राष्ट्रीय सहारा नोएडा के भी संपादक रहे। उनका अनुशासन मशहूर था। आज भी उनके साथ लोग काम किए लोग उनके …
रिपब्लिक टीवी देखेंगे तो अर्नब आपको अपने जैसा पागल बना देगा!
-संजय कुमार सिंह- पत्रकारिता के नाम पर इसे कैसे झेलते हैं आप… अर्नब गोस्वामी की हत्या करने के लिए सोनिया गांधी ने दो हमलावर भेजे। उन्होंने उन हमलावरों का चुनाव खुद किया था। और इन हमलावरों ने उस पर तब हमला किया जब वह (मुंबई के) वर्ली स्थित दफ्तर से अपने घर लौट रहा था।
एंकर असित नाथ तिवारी राजनीति में घुसे
अपने बेबाक लेखन और एंकरिंग के लिए मशहूर असित नाथ ने टीवी मीडिया को गुड बॉय बोलकर राजनीति में नई पारी शुरू की है।
कोर्ट ने पूछा- ऐसे मीडिया ट्रायल पर एनबीएफ ने संज्ञान क्यों नहीं लिया?
-शिशिर सोनी- अर्णब गोस्वामी को बॉम्बे हाईकोर्ट ने भिंगा भिंगा के जूते मारे हैं। पत्रकारिता के नाम पर सुशांत केस में जिस तरह अर्णब और उसके चैनेल ने नंगई की है वो इतिहास के काले पन्ने में दर्ज होगा।
बिहार में तेजस्वी सबसे आगे हो गए
-पुष्य मित्र- बिहार चुनाव अपडेट एक महीने पहले तक एनडीए क्लीन स्वीप कर रही थी, मगर अब कांटे की टक्कर है। बीस दिन पहले तक प्लूरल्स एक सन्शेसन थी, अब अब वह क्रेज खो चुकी है। दस रोज पहले तक चिराग नीतीश के लिए खतरा थे, अब वे कहीं फाइट में नहीं हैं। अभी दो …
पत्रकारिता के “राखी सावंत युग” के हीरो हैं अर्नब!
-नवेद शिकोह- अर्नब इतने पागल नहीं जितना आप समझते हैं! जल्दबाज़ी,नाटकबाज़ी और जज़्बाती पत्रकारिता का “राखी सावंत युग” और अर्नब उसके हीरो.. चर्चित पत्रकार अर्नब गोस्वामी की लम्बी टीवी पत्रकारिता रही है। वो निष्पक्ष चैनलों में क़ायदे की निर्विवाद पत्रकारिता करते रहे। एक शॉटकट पर अमल करके वो फलसफा बन गये। उनका एक शॉटकट पत्रकारिता …
टीवी पत्रकारिता का “अरनबी-करण”!
-प्रभात डबराल- टीवी टीम को लोगों ने घेरा, गाँव से बाहर निकाल दिया, कवरेज नहीं करने दी, गाड़ी तोड़ दी- हर रोज़ ऐसी खबरें सुनने को मिल रही है. देखा जाए तो ये बुरी बात है, बहुत बुरी. पर मुझे बुरी नहीं लग रही.
DUJ Condemns Lockdown of Kashmir Times Office
The sudden locking of the Kashmir Times office in Srinagar by the Estates Department on Oct.19. 2020 has left journalists stunned. The action comes on the heels of the arbitrary eviction of the Kashmir Times Editor Anuradha Bhasin from her residence. The Delhi Union of Journalists condemns these actions of the government that are clearly …
कोर्ट ने अर्नब के बाद सुधीर चौधरी के भी पसीने छुड़ाए
-अजय तिवारी- उम्मीद बाक़ी है… अर्णव गोस्वामी के रिपब्लिक इंडिया के बाद सुधीर चौधरी के ज़ी न्यूज़ की बारी आ गयी।
मोदीजी ने सीनियर सिटीजन को भी ‘अच्छे दिन’ दिखा दिए
अच्छे दिन लाने का नारा देकर सत्ता में आए मोदी जी देश की जनता को झटके पर झटका दिए जा रहे हैं। ताजा शिकार हुए हैं वरिष्ठ नागरिक।