के. सत्येन्द्र-
गोरखपुर : गोरखपुर सी एम ओ ऑफिस में कार्यरत के. एन. बरनवाल एंड कंपनी के लिए फौरी तौर पर एक राहत वाली खबर यह है कि उनके एक लाख की वसूली वाले ऑडियो प्रकरण का मामला गोरखपुर न्यायालय से निस्तारित हो चुका है । अनैतिक लाभ लेकर पद का धौंस दिखाने के मामले में वायरल ऑडियो का प्रसारण होने पर स्वास्थ्य महकमे द्वारा निष्पक्ष जांच की नौटंकी की गयी जिसमे बरनवाल साहब एंड कंपनी को क्लीन चिट मिल गया था ।
क्लीन चिट मिलते ही यह मामला गरमा गया और न्यायालय की चौखट तक पहुँच गया । मामला जब से न्यायालय में चल रहा था तब से बरनवाल साहब एंड कंपनी की सांसें अटकी हुई थी । बेचैनी इतनी थी कि साहब लोग चोरी छुपे न्यायालय में लंबित फ़ाइल पर वकील नियुक्त कर टकटकी बनाये हुए थे । औरों के सामने निश्चिंतता जाहिर करने वाले साहब लोग अच्छे खासे बेचैन चल रहे थे मगर ग्यारह मार्च को हुए निचली अदालत के फैसले से फिलहाल बरनवाल साहब एंड कंपनी बड़ी राहत महसूस कर रहे है क्योंकि बरनवाल साहब के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर ऑडियो की जांच कराने से अदालत ने इनकार कर दिया है ।
बरनवाल साहब एंड कंपनी ने इस फैसले को अपनी फाइनल विक्टरी मान लिया और आनन फानन में अदालत के इस फैसले की नकल प्राप्त करने का आवेंदन भी दाखिल करवा दिया । बहरहाल निचली अदालत के फैसले को अपनी विजय मानने वाले बरनवाल साहब एंड कंपनी के लिए झटके वाली खबर यह है कि निचली अदालत से खारिज होने के बाद अब उनका प्रकरण हाइकोर्ट पहुँच चुका है साथ ही उनके नियुक्ति सम्बंधित मसले और आय से अधिक संपत्ति संबंधित मामले की गाड़ी भी चल निकली है ।
गोरखपुर से के. सत्येंद्र की रिपोर्ट.