श्रीश सिन्हा-
कहानी लम्बी है, पर जनहित मेँ ज़रूरी है। गरमी कट रही बिन एसी, लुटेरे और पीछे लग गए। जुलाई 2021 मेँ वोल्टास का विन्डो ए सी, लखनऊ के सर्वाधिक प्रतिष्ठित साहू एजेंसीज, विवेक खण्ड से खरीदा।
इस सीजन मेँ कूलिंग की समस्या आने पर 8 मई को कंपलेन की 12 मई को विजिट कर बताया गया कि गैस लीकेज है, पता नहीँ चल पा रहा कहाँ से है, सर्विस सेन्टर ले जा कर देखना होगा। एसी निकाल कर रख गए की एक दो घण्टे मेँ पिक अप हो जाएगा। काफ़ी परसुएशन के बाद 17 मई को पिक हुआ। बस शुरू हो गयी सिरदर्दी ।
बार बार फोन करने पर भी कोई रेस्पॉन्स नहीँ, 5 जून को बताया गया की कूलिंग कॉइल ख़राब हो गया है 11000/- का खर्च है, 10 मिनट मेँ बताते हैँ कि कितने दिन मेँ मिलेगा। तब से आज तक प्रतीक्षा बनी हुई है।
बात ठीक है कि एक साल की वारण्टी खतम हो गई है,लेकिन विश्वप्रसिद्ध #TataGroup कम्पनी के 31000/- के एसी मेँ 22 महीने बाद ही 11000/- खर्च करना किसी मध्य आय वर्गीय ग्राहक के लिए तो बहुत बड़ी सजा है। लेकिन सुनने वाला कोई नहीँ।
थक हार कर 9 जून को [email protected] पर मेल किया और बेटे ने My Voltas को वही कंपलेन कल रात 11 बजे ट्वीट कर दी।
बस आ गए लुटेरे। अभी एक घण्टे पहले फोन नंबर 9811462893 से GM वोल्टास कस्टमर केअर बताते हुए फोन आया कि आपकी कंपलेन आयी है, आपके कष्ट के लिए दुःख है। इनवॉइस व्हाट्सएप कीजिए, 5 मिनट मेँ सॉल्यूशन बताते हैँ ।दो मिनट बाद ही फोन आया कि आपको सेम मॉडल एसी रिप्लेस कर देँगे शाम तक, आपको बस 28500/- पेमेंट करना है, बिल – वारंटी सब मिलेगी और आपकी पुरानी एसी का 30000/- दस घण्टे मेँ वापस आ जाएगा। खटक गया।
व्वहाट्सप किया कि कम्पनी का एकाउंट नम्बर दीजिए, पेमेंट कर देते हैँ। तुरन्त फोन आया कि आप अपना एड्रेस टाइप कर भेज दीजिए, हमने बोला कि इनवॉइस मेँ लिखा है वहीँ से ले लीजिए। उसने बोला, नहीँ प्रोसीजर है आपको टैग करेँगे तभी आप gpay या upi से पेमेन्ट कर पाएँगे। जब उसे बोला कि एड्रेस ले कर एकाउंट नम्बर और रेफेरेंस नम्बर भेजिए तभी पेमेन्ट करेँगे, तो GM साहब ने कहा अच्छा देखते हैँ।
दो मिनट बाद ही फोन आया कि आप रिप्लेसमेंट चाहते भी हैँ या नहीँ ? बिल्कुल चाहते हैँ, कहने पर बोला की आपकी टोन से नहीँ लगा। बातचीत होती रही, वो अपनी बात पर टिका रहा, हम अपनी। बात समाप्त हुई कि रहने दीजिए आपको रिप्लेसमेंट नहीँ चाहिए।
इतनी भीषण गर्मी वोल्टास की कृपा से कष्ट मेँ तो कट ही रही, लुटेरे से बच गए…बस इतनी ही राहत है ।