मीडिया में अब फ्राड-चीटर किस्म के लोग ज्यादा घुस रहे हैं. चैनल खोलने की शुरुआत ही झूठ की नींव पर की जाती है. लंबे चौड़े ख्वाब दिखाए जाते हैं और जब सेलरी देने की बात आती है तो दुम दबाकर दाएं बाएं निकल लेते हैं कर्ताधर्ता. रोहित तिवारी और अनुराग पांडेय नामक दो ठगों ने जो कांड कर दिया, उसकी गूंज देर तक मीडिया इंडस्ट्री में रहेगी.
इन दोनों ठगों ने नवतेज टीवी नाम से चैनल तो खोल दिया पर सेलरी देने की बारी आते ही ये फरार हो गए. एक के बाद एक नए झूठ ये बोलते जा रहे हैं. इसी बीच इन फ्राडों ने चैनल को किसी तीसरे शख्स को बेच दिया या चलाने के लिए दे दिया.
ये तीसरा शख्स अब यहां के मीडियाकर्मियों को ज्ञान दे रहा है कि इसके पहले की बकाया सेलरी देने की जिम्मेदारी उस पर नहीं है. अबे चिरकुट, क्या तूने चैनल लेने से पहले नोड्यूज का लेटर लिया था पुराने चैनल संचालकों से. चैनल तूने लिया है तो बकाया सेलरी भी तू ही देगा या फिर जिससे चैनल खरीदा है उससे दिलाएगा.
सेलरी के लिए लड़ रहे मीडियाकर्मी जल्द ही पुलिस कमिश्नर नोएडा से मिलकर सारे ठगों के खिलाफ एक एफआईआर कराने की तैयारी में जुटे हैं. इसके लिए एक वरिष्ठ वकील से कंसल्ट कर समुचित तहरीर तैयार कराई जा रही है.
देखें चैनल के भीतर ज्ञान दे रहे नए संचालक का स्टिंग-
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