सुनील सिंह बघेल दैनिक भास्कर से इस्तीफ़ा देकर अब बंसल न्यूज़ भोपाल के हिस्से हो गए हैं। उन्होंने यहाँ एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर ज्वाइन किया है।
सुनील दैनिक भास्कर में अपनी स्पेशल रिपोर्ट्स और खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित रहे। वे इंदौर के रहने वाले हैं। वे इंडिया टीवी के साथ भी कार्यरत रहे हैं।
सुनील की एफबी पोस्ट देखें-
अलविदा Dainik Bhaskar.. 12 साल का साथ रहा अब जल्दी किसी नई जिम्मेदारी के साथ 1 नई शुरुआत होगी.. इस्तीफा तो सवा माह पहले दिया था..लेकिन कुछ महत्वपूर्ण पेंडिंग असाइनमेंट के चलते रिलीव अब हो रहा हूं…
किसी भी रिपोर्टर के लिए इससे ज्यादा गर्व और संतुष्टि का सबब और क्या होगा कि ,उसकी विदाई एक के बाद एक ऑल एडिसन (MP) 2-2 फ्रंट पेज खबरों और अमरनाथ यात्रा के आल एडिशन छपे 2-2 फोटोग्राफ के साथ हो..
हाल ही में एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में 300 से ज्यादा मामले लंबित होने की खबर मे बताया था कि यदि राहुल गांधी की तर्ज पर माननीयों के खिलाफ लंबित दूसरे मामलों में भी उसी तेजी से फैसला हो तो दोनों ही पार्टियों के राजनीतिक समीकरण गड़बड़ा सकते हैं… प्रकाशन के बाद जीतू पटवारी, बालमुकुंद गौतम व दूसरे कुछ बड़े नेताओं को सजा भी सुनाई जा चुकी है…
12 साल पहले शुरू हुए इस सफर की समाप्ति मध्यप्रदेश के 13 सरकारी मेडिकल कालेजों की पैथोलॉजी लैब मुफ्त बिजली, पानी, इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा के साथ ,मय डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, मशीनों को निजी हाथों में सौंपने के खुलासे के साथ हो रही है। खबर बताती है कि जो काम 50-100 करोड़ के खर्च से हो सकता था, उसके लिए निजी कंपनियों के समूह को 500-1000 करोड़ देने के घोटाले की जमीन तैयार कर दी गई है… स्वास्थ्य महकमे में हुए इस खेल का असर आने वाले सालों में दिखेगा। वाकई एमपी गजब है…अब हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर बिजली पोल बनाने वाली कंपनी, प्रदेश के मरीजों की खून की जांच भी करेंगी…
बीते सालों में व्यापमं घोटाला,#NILU भोपाल में फर्जी मार्कशीट से जज बने लोगों के नाम उजागर करने.. हाईकोर्ट से रेप मर्डर जैसे 50 से ज्यादा मामले की फाइलें गायब होने, पोषण आहार घोटाले.. गुजरात कोयला घोटाला, एलपीजी माफिया, मेडिकल वेस्ट जैसी सैकड़ों इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी की…
भास्कर में 12 साल किसी संस्थान में मेरा सबसे लंबा कार्यकाल रहा। इसके पहले सबसे लंबा कार्यकाल बतौर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, एक स्पिनिंग मिल हिंद सिंटैक्स में 4 साल का रहा।
इस दौरान वरिष्ठों से मिले मार्गदर्शन ने मुझे दिन-प्रतिदिन समृद्ध किया.. उन सभी साथियों और पाठकों का भी शुक्रिया, जो इस यादगार यात्रा में मेरे सहयोगी, मार्गदर्शक, आलोचक और प्रशंसक रहे… शुक्रिया दैनिक भास्कर…