इलाहाबाद। अदम गोंडवी ने शायरी की रवायत को तोड़ कर कविता को आम आदमी तक पहुँचाया. यह बात वरिष्ठ आलोचक श्री रविनंदन सिंह ने कही. ‘नया क़स्बा’ के तत्वावधान में 18 दिसम्बर 2014, इलाहाबाद के निराला सभागार, डेलीगेसी, में प्रख्यात् शायर अदम गोंडवी की स्मृति में पुण्यतिथि के अवसर पर ‘अदम गोंडवी: व्यक्तित्व और कृतित्व’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता उन्नाव के वरिष्ठ कवि सुरेश फक्कड़ ने की तथा वरिष्ठ शायर एहतराम इस्लाम को “अदम गोंडवी स्मृति सम्मान” प्रदान किया गया.
वरिष्ठ गीतकार यश मालवीय ने एहतराम इस्लाम के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर व्याख्यान दिया तथा कहा कि एहतराम इस्लाम हिन्दी और उर्दू के बीच ऐसा पुल हैं जो साहित्य की कई धाराओं को खुद में समेटे हुए हैं. इसके पूर्व युवा कवि रुद्राक्ष बदायूंनी ने संस्था का परिचय प्रस्तुत किया तथा अनुराग अनुभव ने अदम गोंडवी की रचनाओं का काव्यपाठ किया. विशिष्ट अतिथि हैदराबाद से आये प्रो रोहिताश्व शर्मा ने अदम गोंडवी के संस्मरण सुनाये तथा उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में दूसरे सत्र में वरिष्ठ शायर एहतराम इस्लाम और उन्नाव के कवि सुरेश फक्कड़ ने अपनी कविताओं का पाठ किया. संचालन श्री नन्दल हितैषी ने किया. अंत में भानु प्रकाश पाठक ने सभी अतिथियों तथा श्रोताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यक्रम में गणेश दत्त पाण्डेय, वीनस केसरी, शुभ्रांशु पाण्डेय, शिवपूजन सिंह, श्रीरंग पाण्डेय, शाहीन खुशबू, प्रशांत आर्यप्रियम, अक्षय भट्ट, सुचित कपूर, श्रुति कपूर आदि सम्मिलित हुए.
मीडिया प्रभारी
अनुराग अनुभव
(नया क़स्बा)