ओपेन्द्र गोस्वामी-
महोबा- जिला पंचायती राज विभाग के लिपिक (बड़े बाबू) को रिश्वत लेते रंगे हाथ लखनऊ से आई एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार. ये गिरफ्तारी 15000 रुपये की रिश्वत लेते वक्त की गई. लखनऊ से आई दस सदस्यीय एंटी करप्शन टीम ने शहर के हंड्रेड फॉर्म होटल से लिपिक को गिरफ्तार किया.
आरोपी लिपिक के गिरफ्तार होते ही जिला पंचायती राज विभाग में हड़कंप मच गया। जनपद में यह 12वां सरकारी कर्मचारी है जो रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ है.
कबरई ब्लाक में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत शिकायतकर्ता आलोक कुमार द्विवेदी ने एंटी करप्शन टीम लखनऊ को लिखित शिकायत दी थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि जिला पंचायत राज विभाग में तैनात लिपिक (बड़े बाबू) वैभव मिश्रा उसका वेतन बनाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा है. पीड़ित का वर्ष 2021 का अक्टूबर माह और 2022 के मार्च माह का वेतन अवरुद्ध था. इसी वेतन के लिए जिला पंचायत राज विभाग का लिपिक बड़ा बाबू वैभव मिश्रा 15000 रूपये रिश्वत की मांग पीड़ित से कर रहा था.
पीड़ित रिश्वत की मांग से इस कदर हताश और परेशान हो चुका था कि उसने पूरे मामले की लिखित शिकायत एक सितंबर को एंटी करप्शन लखनऊ में कर दी. इसके बाद एंटी करप्शन की 10 सदस्यीय टीम ने आरोपी की गोपनीय जांच शुरू कर दी. आखिरकार आज शहर के हंड्रेड पाम होटल में लिपिक बड़े बाबू वैभव मिश्रा को पीड़ित से 15000 रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.
एंटी करप्शन टीम प्रभारी लक्ष्मी नारायण यादव ने बताया कि उनकी टीम में 5 इंस्पेक्टर सहित कुल 10 लोग हैं. टीम ने रिश्वत लेते हुए जिला पंचायत राज विभाग के लिपिक को गिरफ्तार किया है. आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. साक्ष्य जुटाने के बाद आरोप पत्र न्यायालय में पेश होगा.