-यशवंत सिंह-
मीडिया मालिक तो सत्ता-सरकारों से डील करके मोटा माल कमा कर अपने महलों में बैठे बैठे मजे ले रहे हैं लेकिन झेलना पड़ रहा है इनके फील्ड रिपोर्टरों को. केंद्र की मोदी सरकार के प्रवक्ता बने बैठे न्यूज चैनलों के रिपोर्टरों को किसान आंदोलन ने आइना दिखा दिया है. आम जन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और निष्ठा को बेच खाए न्यूज चैनलों ने जबसे पाला बदला है, इनकी हर जगह थू थू हो रही है. लाखों पाने वाले न्यूज चैनलों के संपादकों की चमड़ी इतनी मोटी हो चुकी है कि इन पर कोई फरक नहीं पड़ता कि उनके चैनल पर किस किस्म का भक्त कंटेंट चलाया जा रहा है. ऐसा लगता है कि चैनलों को अब संपादक नहीं बल्कि मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव्स चला रहे हैं.
किसान आंदोलन के कवरेज के दौरान न्यूज चैनल सरकार के दलाल की तरह नजर आए. आंदोलन को बदनाम करने की भरसक कोशिश की गई. बीजेपी की आईटी सेल के कंटेंट को चैनलों पर जोरशोर से स्पेशल शो का नाम देकर चलाया गया. इससे किसान भड़के और फड़के हुए हैं. आजतक से लेकर एबीपी न्यूज, इंडिया टीवी, जी न्यूज, इंडिया न्यूज समेत जितने भी गोदी मीडिया वाले न्यूज चैनल हैं, इनके रिपोर्टरों को किसानों के बीच जाकर कवरेज करने में पसीना निकल जा रहा है. चैनलों द्वारा किसान आंदोलन को बदनाम करने से दुखी किसान इसका बदला चैनलों के रिपोर्टरों को हूट करके ले रहे हैं. इंडिया न्यूज की इस महिला रिपोर्टर को कितना बेइज्जत किया किसानों ने, इस वीडियो में देखें, नीचे दिए लिंक को क्लिक करें-
Godi Media india news reporter video
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गोदी मीडिया की सरेआम बेइज्जती के इन वीडियोज को भी देखें-
https://www.facebook.com/bhadasmedia/videos/818945428672790/
https://www.facebook.com/bhadasmedia/videos/1114907438960183/
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