मैल्टी टैलेंटेड मीडिया प्रोफेशनल अभिजीत सरकारा सहारा ग्रुप के उच्च पदस्थ लोगों में हैं. रुटीन के कामकाज और व्यस्त दिनचर्या के बावजूद वे अपने सिंगिंग के शौक के लिए वक्त निकालते हैं. सिंगिंग भी कोई ऐसी वैसी नहीं बल्कि बेहद प्रोफेशनल.
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उनके पास ईश्वर है, हमारे पास एसपी बाला की आवाज है!
समरेंद्र सिंह- उनके पास ईश्वर है, हमारे पास एसपी बाला की आवाज है – जीत हमारी होगी! मैंने प्यार किया 1989 में आयी थी। तेजाब, कयामत से कयामत तक 1988 की फिल्में हैं और आशिकी 1990 में रिलीज हुई थी। इन फिल्मों ने एक पूरी पीढ़ी को बचपन में ही जवान बना दिया था। इनके …
CM त्रिवेंद्र रावत के कुशासन पर पवन का गाना ‘राजधानी द्वि किलै’ पत्रकार उमेश कुमार ने किया रिलीज, सुनें
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से दो-दो हाथ करने वाले वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने सरकार के कुशासन को अब सांस्कृतिक मोर्चे पर भी घेरा है. “राजधानी द्वि किलै” नामक बहुचर्चित गीत को उन्होंने रिलीज कराया है.
आईएएस डॉ. हरिओम का ताज़ा ग़ज़ल वीडियो रिलीज, सुनें-देखें
आईएएस अधिकारी डॉ॰ हरिओम का ताज़ा ग़ज़ल वीडियो ‘मंजिलों से ख़फ़ा ख़फ़ा जैसे, मैं कोई एक रास्ता जैसे’ हाजिर है. बात कहने की यह गहराई और सोच की संजीदगी हरिओम के अंदाज़ में है. ग़ज़ल के अगले शेर में जीवन के सौन्दर्य और समय की बेहद गहरी समझ दिखती है. ‘ज़िन्दगी यूँ गुज़रती जाए है, …
पत्रकारों ने आफिस में शराब पीते हुए किन्नरों संग किया डांस, वीडियो हुआ वायरल, देखें
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक जिले के पत्रकारों के कुछ वीडियोज इन दिनों वायरल हुए हैं. इसमें डांस, मस्ती है, शराब है, किन्नर हैं, ठुमके हैं, हंसी है, नशा है, बहकना है. सब कुछ है. संभव है ये वीडियो होले के मौके का हो. होली की मस्ती के मौके पर उत्तर भारत में ऐसे दृश्य …
शिवरात्रि स्पेशल ‘सरकारनामा’ : संगीत गुंथे कुछ पुष्प!
SARKARNAMA by Abhijit Sarkar- SHIVRATRI Special… The Mahakaal- The Destroyer; The Shankara- The Creator; The Great Ascetic- Absorbed in contemplation; Shiva has many names & many forms. The Ardhnareeswara embodying the man and woman into one, Shiva is the thrid element of the Hindu Trinity. India- the land of Lord Rudra is empowered by his …
राष्ट्र के नाम ‘सरकारनामा’ का संगीतमय पैगाम, सुनें
Sarkarnama by Abhijit Sarkar : Nationalism Special… Someone once said, “The honour of a nation is its life.” And guarding this honour are our soldiers who sacrifice more than just homes & comfort to keep this nation safe. They sacrifice blood and flesh.
देसी ब्वाय से ब्याह रचा विदेशी छोरी गाई- ‘नानी तेरी मोरनी को मोर ले गया’, देखें वीडियो
ताज नगरी आगरा के जिला मुख्यालय पर देसी ब्वाय विनीत से विदेशी छोरी जैकलीन ने ब्याह रचाया. विदेशी छोरी को किस कदर देसी ब्वाय ने ट्रेंड किया है, यह तब पता चला जब विदेशी बाला ‘लकड़ी की काठी..’ और ‘नानी तेरी मोरनी…’ गा कर सुनाने लगी.
मैनेजिंग एडिटर पद पर आसीन किसी पत्रकार का पहला म्यूजिक एलबम होने वाला है रिलीज, सुनें कुछ अंश
राणा यशवंत टीवी न्यूज इंडस्ट्री में पहले ऐसे मैनेजिंग एडिटर होंगे जिनकी रची ग़ज़लों का एलबम आ रहा है. राणा यशवंत इंडिया न्यूज चैनल में मैनेजिंग एडिटर पद पर कार्यरत हैं. राणा यशवंत टीवी न्यूज इंडस्ट्री में एक अलग मायने का नाम है. अलग सोच, अलग तबीयत, अलग फलसफा और कुछ अलग करने की धुन. …
नया साल : नेता से लेकर जनता तक से चुटकी ली अभिजीत सरकार ने, देखें-सुनें वीडियो
अभिजीत सरकार के ‘सरकारनामा’ के सफर में दिनोंदिन निखार आ रहा है. हर बार नया रंग और नया ढंग दिखता है. इस दफे नए साल के बहाने अभिजीत सरकार ने नेता से लेकर जनता तक की चुटकी ली है. उन्होंने इस पेशकश में नए साल की ब्रह्मांडीय व व्यक्तिगत गणना कर सबके लिए इसकी अलग-अलग …
Husband-Wife Special : सुनिए अभिजीत सरकार को… क्या ग़ज़ब गाया है!
Abhijit Sarkar : SARKARNAMA by Abhijit Sarkar: Husband-Wife Relationship Special… “Don’t be satisfied with stories, how things have gone with others. Unfold your own myth.” – Rumi
अभिजीत सरकार ने METOO और छेड़छाड़ पर भी गा दिया! देखें वीडियो
Abhijit Sarkar Harassment is not an act. It’s an ideology. A sick and perverted one at that. Only those who are weak and hollow from the inside resort to harassment. The worst kind being SEXUAL HARASSMENT- breaking it’s victims from the inside out. Not to mention the stigma these victims get associated with if they …
यूपी के इस सीनियर IAS अफसर को संगीत से है बेहद प्रेम, सुनिए ये ताजी पेशकश
नाम है डा. हरिओम. यूपी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं. पैशन है गायकी, संगीत, सुर, लय और ताल. कई एलबम आ चुके हैं. इनकी लिखी एक ग़ज़ल अभी हाल में ही इन्हीं की आवाज़ में संगीत प्रेमियों के सामने आई है जिसे बेहद पसंद किया जा रहा है.
पंद्रह अगस्त के मौके पर अभिजीत सरकार के गाए इन चुनिंदा गानों को सुनें, दिन बन जाएगा
Abhijit Sarkar SARKARNAMA Independence Day SPECIAL… In the words of George Byron, “Those who will not reason, are bigots, those who cannot, are fools, and those who dare not, are slaves.”
सुदीप-आलोक का ‘नूर’ मुंबई में रिलीज़
‘नूर’ के साथ जुड़ी हैं कई नई बातें… नए दौर के ग़ज़ल-गायक सुदीप बनर्जी और कवि-पत्रकार आलोक श्रीवास्तव का नया ग़ज़ल सिंगल ‘नूर’ मुंबई में रिलीज़ हुआ. ए ग्रांड ग़ज़ल फ़ेस्टिवल ‘ख़ज़ाना’ में इस एलबम को ग़ज़ल-सम्राट पंकज उधास, तलत अज़ीज़ और गायिका रेखा भारद्वाज ने रिलीज़ किया.
देश में रफी साहब का आखिरी कंसर्ट हुआ था राजहरा में
छत्तीसगढ़ी फिल्मों और भिलाई से भी जुड़ी कुछ बातें और यादें उस कंसर्ट की भिलाई। सुर सम्राट मुहम्मद रफी साहब के गुजरने के 38 साल बाद भी उनके दीवानों की कभी कोई कमी नहीं रही। रफी साहब का छत्तीसगढ़ से आत्मीयता का नाता रहा है। जहां शुरूआती दौर की छत्तीसगढ़ी फिल्मों ‘कहि देबे संदेस’ और …
भोजपुरी की प्रतिभावान और तेजस्वी गायिका हैं चंदन तिवारी, सुनें कुछ लोक गीत, देखें वीडियो
आंख जइसा आंख नहीं है, काजर-काजर करता है… ए बबुआ करिखा लगाइला… फिर ना आई जवानी…. xxx गाल जइसा गाल नहीं है, इस्नो पाउडर करता है… ए बबुवा बेसन लगाइला, फिर ना आई जवानी… चंदन तिवारी ने आजमगढ़ में गारी गाया, पचरा सुनाया, सोहर से नि:शब्द किया… कई घंटे तक भोजपुरी लोक गीतों की मधुर …
इंडिया टीवी के पत्रकार नीतीश चंद्र ने गाया ‘तौबा-तौबा शराब…’, आप भी सुनें
बिहार के सभी स्कूलों तक पहुंचेगा ये गाना, सीएम ने दिए निर्देश पटना : बिहार में शराबबंदी के दो साल पूरे होने के मौके पर पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक म्यूजिक वीडियो ‘तौबा तौबा शराब’ का लोकार्पण किया। इस म्यूजिक वीडियो को इंडिया टीवी के बिहार …
आगरा पहुंचे यशवंत ने गाया- ना सोना साथ जाएगा ना चांदी जाएगी… (देखें-सुनें वीडियो)
Yashwant Singh : आगरा गया था. जमाने बाद. ताज लिट्रेचर क्लब की संस्थापिका Bhawna के न्योते पर. भावना जी आई-नेक्स्ट, कानपुर की लांचिंग के जमाने में ब्रांड और सरकुलेशन के हेड रहे मित्र Vardan की पत्नी हैं. वो घरेलू महिला होते हुए भी घरेलू महिलाओं से अलग हैं. बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं. साहित्य से लेकर अध्यात्म तक और संपादकीय से लेकर टूरिज्म तक पर गहरा पकड़ रखती हैं. उनके पतिदेव और अपने मित्र वरदान जी इन दिनों वेडिंग प्लानिंग का काम देख रहे हैं. उनकी तीन कंपनियां हैं. जाहिर है, भावना इन सबमें उनका हाथ बंटाती हैं. इससे इतर ताज लिट्रेचर क्लब भावना के अपने दिमाग की उपज है.
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव तो अदभुत गायक निकले (देखें वीडियो)
उत्तर प्रदेश में जौनपुर के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव ने रविवार को विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में हारमोनियम बजा कर ऐसा लोकगीत गाया कि विद्यार्थियों की तालियां रुकने का नाम ही नहीं ले रही थीं. विश्वविद्यालय के कुलपति ने संगीत को अपने मन से जोड़ने की बात की। प्रोफ़ेसर यादव बचपन से ही संगीत से जुड़े रहे हैं और कई देशों में उन्होंने अपनी प्रस्तुतियां दी है। भारतीय परिधान धोती कुर्ता पहनकर प्रोफ़ेसर यादव विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन स्थित मंच पर चढ़े तो किसी ने इस बात की उम्मीद भी नहीं की थी कि भौतिकी का प्रोफेसर ऐसा गीत गा सकता है.
इन दो शानदार लोक गीतों और एक जानदार लोक कविता को अब तक नहीं सुना तो फिर क्या सुना… (देखें वीडियो)
जनता के बीच से जो गीत-संगीत निकल कर आता है, उसका आनंद ही कुछ और होता है. अवधी हो या भोजपुरी. इन देसज बोलियों की लोक रंग से डूबी रचनाओं में जो मस्ती-मजा है, वह अन्यत्र नहीं मिलता. नीचे तीन वीडियोज हैं. सबसे आखिर में जाने माने कवि स्व. कैलाश गौतम की रचना है, उन्हीं की जुबानी- ‘अमउवसा का मेला’. जो लोग इलाहाबाद में कुंभ-महाकुंभ के मेलों में जाते रहे हैं, उन्हें इस कविता में खूब आनंद आएगा.
…चिक्कन भारत क बापू के सपना पुरावल जाई हो… (सुनें)
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जाने-माने गीतकार डा. एमडी सिंह ने स्वच्छता अभियान को लेकर भोजपुरी में एक गीत की रचना की है. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की इस भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय ने.
अजराड़ा घराने के उस्ताद को संतूर शिरोमणि भजन सोपोरी ने यूं दी श्रद्धांजलि (देखें वीडियोज)
Yashwant Singh : क्या ग़ज़ब बजाते हैं भजन सोपोरी. इस संतूर उस्ताद को पहली बार लाइव देखा सुना. मेरठ के आरजी कालेज आडिटोरियम में आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत करने आए पंडित भजन सोपोरी को देखकर लग नहीं रहा था कि यह शख्स सन 1948 की पैदाइश है. वही चेहरा मोहरा और अंदाज जो उन्हें हम लोग तस्वीरों-वीडियोज में देखते-सुनते आए हैं. इस आयोजन में मैं अपने सीनियर रहे आदरणीय Shrikant Asthana सर के साथ पहुंचा था.
चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. (सुनें)
Yashwant Singh : भोजपुरी में सावन का एक गीत… चला सखी रोप आईँ खेतवन में धानी…. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की एक भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय जी ने. दोनों लोग वीडियो पर तस्वीर में दिख रहे हैं. टोपी वाले डा. एमडी सिंह हैं और दाएं वाले अरविंद पांडेय.
योगी को जेल भेजने वाले आईएएस अधिकारी हरिओम पर आज उनका ही अपना एक गाना एकदम फिट बैठ रहा
म्यूज़िक कंपनी ‘मोक्ष म्यूज़िक’ और संगीतकार राज महाजन के करीबी माने जाने वाले आईएएस अधिकारी डॉ. हरीओम से ऐसी क्या गलती हुई जिसका हर्जाना उन्हें आज 10 साल बाद भरना पड़ रहा है? आज के हालातों में गाया हुआ उनका अपना ही गाना ‘सोचा न था, जाना न था, यूँ हीं ऐसे चलेगी ज़िन्दगी’ उन पर एक दम सूट कर रहा है. आज से दस साल पहले IAS अधिकारी डॉ. हरीओम ने सांसद ‘योगी आदित्यनाथ को भेजा था जेल. बस… यही थी उनकी खता जिसे आज वह भुगत रहे हैं.
दुनियादारी की हाय हाय में कुछ पल संगीत, भजन, बुद्धत्व, मोक्ष, मुक्ति के नाम…
Yashwant Singh : आज मोबाइल से फोटो वीडियो डिलीट कर रहा था तो एक वीडियो बचा लिया. यह वीडियो मैंने अपने मोबाइल से इंदौर में बनाया था. मौका था वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र शाह की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम का. इस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड किया.
दीवाल पेंट करने वाले मजदूर का यह गाना हुआ वायरल (देखें वीडियो)
एक अनजान मजदूर इन दिनों सोशल मीडिया पर धूम मचाए हुए है. यह मजदूर दीवाल पेंटिंग का काम करता है. वीडियो में मजदूर एक घर में पुताई का काम करके बैठा आराम फरमा रहा है और एक ग़ज़ल गुनगुना रहा है. दूसरा मजदूर दीवाल सफाई के काम पर लगा हुआ है. पेंट करने वाला मजदूर यानि पेंटर जो शायरी गा रहा है उसे शायर नाज़िम अली ने लिखा है. पेंटर की जादू भरी आवाज़ दिल में उतर जाती है. पेंटर का इतने प्यार से गाना इस शायरी को चार चांद लगा गया है.
दीपावली सांग के लिए इस स्कूल प्रेयर से भला अच्छा क्या हो सकता है (सुनें)
Yashwant Singh : दिवाली सांग… मेरठ में मेरे एक मित्र हैं Vishal Jain जी. कई स्कूलों के संचालक हैं. खुद काफी इन्नोवेटिव हैं. नया नया खोजते रचते रहते हैं. इन्होंने अपने स्कूल प्रेयर के लिए अदभुत गीत तैयार कराया है. सुबह सुबह इनके स्कूलों में जो प्रार्थना बच्चे गाते हैं, उसे सुनकर खुद ब खुद बच्चों संग गाने का मन करने लगता है.
बॉब डिलन का एक गीत “Masters of War” तो वाकई क़माल का है!
Om Thanvi : बीकानेर में छात्रजीवन में मेरे कमरे की दीवार पर बॉब डिलन का एक पोस्टर चिपका रहता था, लाल और काले महज़ दो रंगों में। JS (जूनियर स्टेटसमन) में कुछ अंकों में क़िस्तों में छपा था, जोड़कर टाँग दिया। मगर डिलन के बारे में जाना बाद में। उनका काव्य, उनके गीत और गान। फिर बरसों बाद कवि-मित्र लाल्टू ने डिलन के गीतों का एक कैसेट दिया। मैंने उसे आज तक नहीं लौटाया। अक्सर उसे सुना और अपनी सम्पत्ति बना लिया।
आईएएस अधिकारी डॉ. हरिओम ने रिकॉर्ड किया नया गाना ‘मजबूरियां’
आई.ए.एस डॉ. हरिओम एक बेहतरीन सिंगर होने के साथ-साथ कमाल के साहित्यकार भी हैं. कहा जाता है कि, कला की कोई सीमा नहीं होती और इसी सार्थक करते हुये डॉ हरिओम का एक छुपा रूप सबके सामने आ गया या यूँ कह लीजिये कि, अब पूरी दुनिया इनके साहित्यिक और गायक रूप को देख और सुन पायगी. हो सकता है निकट भविष्य में ये एक्टिंग में भी अपने हाथ अजमाते नजर आये. प्रशासनिक सेवा में कार्यरत होने के बाद भी एक इंसान में इतनी विविधताएं होना थोड़ा हैरत में डाल देता है. फिलहाल यहाँ हम बात कर रहे हैं उनके गायक रूप की. गाने का नाम है “मजबूरियां”. किशोर के लिखे इस गाने को संगीत से शानदार बनाया संगीतकार राज महाजन ने. एक इंसान में जीवन में क्या-क्या मजबूरियां हो सकती हैं जिनके चलते पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. इसी की झलक लिए यह गाना पछले दिनों रिकॉर्ड क्या गाया मोक्ष म्यूजिक में. राज महाजन के निर्देशन में गायक हरिओम की आवाज़ में ये गाना कुछ अलग ही बन पड़ा है.
गर्मियों के दिन, गांव की पगडंडियां और यशवंत का ये गाना (देखें वीडियो)
गर्मी की छुट्टियां वैसे तो ज्यादातर मध्यवर्गीय शहरियों के लिए ओह उफ्फ हाय का सबब होती हैं लेकिन मेरे लिए रोमांच और पुर्नजीवन का मौसम. खड़ी दुपहरिया से रोमांस का तजुर्बा जिन्हें हो वे जानते होंगे कि धधकते सूर्य महाराज दरअसल दोस्त ज्यादा लगते हैं, किसी दुख-दुर्दशा की वजह कम. दुनियादार लोग छिपने, पड़े रहने, सो जाने को बाध्य हुए पड़े हों और हम दिल हूम हूम करे गाते हुए भांय भांय बोलते सन्नाटे वाले रास्ते को उपलब्ध हों. फिर नौजवान धूप के कड़क तेवर संग कदमताल करते बाग बगीचा लांघते किसी पेड़ के नीचे किसी उपन्यास के पात्रों संग जीते मरते कई घंटों तक खुद की देह से निर्वासित रहें.
मुबारक बेगम की तबीयत बिगड़ी, मुंबई के अस्पताल में भर्ती, सरकारी मदद का कर रहीं इंतजार
विजय सिंह ‘कौशिक’, मुंबई
कभी तन्हाईयों में यूं हमारी याद आएगी, अंधेरा छा रहे होंगे कि बिजली कौध जाएगी। 1961 में आई फिल्म ‘हमारी याद आएगी’ के इस गीत को स्वर देने वाली मुबारक बेगम इन दिनों तन्हा अस्पताल के बिस्तर पर पड़ी हैं। चार दिनों पहले उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। मुंबई के पश्चिमी उपनगर अंधेरी रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बीएसईएस अस्पताल में हमारी मुलाकात उनसे होती है। देख कर विश्वास नहीं होता कि बिस्तर पर पड़ी यह महिला 115 फिल्मों में 175 गीत गाने वाली मशहूर गायिका मुबारक बेगम हैं। उनका परिवार फिलहाल इलाज के लिए सरकारी मदद का इंतजार कर रहा है।
वाराणसी संकट मोचन संगीत समारोह 26 से एक मई तक, देखें कलाकारों की लिस्ट
वाराणसी में होने वाला संकट मोचन संगीत समारोह इस वर्ष 26 अप्रैल से 1 मई तक होगा। इस संगीत समारोह में देश के विख्यात कलाकार भाग लेंगे जिसमें प्रमुख रूप से ये हैं…
जयपुर के पत्रकार दुष्यंत का लिखा गीत ‘बावलीबूच’ इन दिनों धूम मचा रहा है
रणदीप हुड्डा की 22 अप्रैल को रिलीज हो रही फिल्म ‘लाल रंग’ का गीत ‘बावलीबूच’ 2 अप्रैल को यूट्यूब पर आया, एक हफ्ते में ही 2 लाख से अधिक बार देखा गया. हरियाणा केंद्रित फिल्म का यह गीत भी हरियाणवी अंदाज का देसी रोमांटिक गीत है.
इंडिया टीवी, पटना के पत्रकार नीतीश चंद्रा ने सलमान की शादी के लिए गाया गाना (सुनें)
इंडिया टीवी के लिए पटना में कार्यरत टीवी जर्नलिस्ट नीतीश चंद्रा अच्छे खासे सिंगर भी हैं. उनकी इस प्रतिभा का पता तब लगा जब उन्होंने सलमान खान की शादी के लिए एक गाना रिकार्ड किया. इस गाने की शत्रुघ्न सिन्हा से लेकर मनोज तिवारी, शेखर सुमन आदि सबने तारीफ की. गाने के बोल हैं- ”’मेरे भइया की शादी है झूमेंगे नाचेंहे, प्यार के बंधन में बांध भाभी को ले आएंगे”.
कहां तक ये मन को, अंधेरे छलेंगे, उदासी भरे दिन, कभी तो ढलेंगे… (सुनें)
कई फिल्मी गीत ऐसे हैं जो ढेर सारी आध्यात्मिक उपदेशात्मक बातों से बड़ी बातें कह समझा जाते हैं, वह भी बहुत थोड़े वक्त में और बहुत प्यार से. ऐसा ही एक गीत है किशोर कुमार की आवाज में. गीतकार योगेश हैं. संगीतकार राजेश रोशन. फिल्म है ‘बातों बातों में’ जो वर्ष 1979 में रिलीज हुई थी. इसका ये गाना आज भी बहुत पापुलर है: ”कहां तक ये मन को, अंधेरे छलेंगे…”. ये ऐसा गीत है जब कई किस्म के मन-मिजाज के वक्त सुना जा सकता है. जब ध्यान में जाने का दिल हो रहा हो तो इसे सुनें. जब अकेले चाय पीते हुए सिगरेट के छल्ले बनाने का मन कर रहा हो तो इसे सुनें.
मेहदी हसन की वापसी
गुरबत के दिनों में किसी घिसी हुई पतलून की जेब से कभी लापरवाही से रख छोड़े पैसे हाथ लग जायें तो कैसा महसूस होगा? मेहदी हसन की इन अनसुनी ग़ज़लों का खजाना हाथ लग जाने के बाद मुझे कुछ ऐसा ही लग रहा है। सदा-ए-इश्क मेरी जानकारी में मेहदी हसन साहब का अंतिम एल्बम था जो म्यूजिक टूडे वालों ने वर्ष 2000 के आस-पास निकाला था। इसके बाद केवल एक ग़ज़ल “तेरा मिलना बहुत अच्छा लगे है, मुझे तू मेरे दुःख जैसा लगे है” सुनने में आयी थी जो उन्होंने लता मंगेशकर के साथ गायी थी। इस ग़ज़ल में दोनों गायकों ने अपना-अपना हिस्सा भारत और पाकिस्तान में रेकार्ड किया था और बाद में इसकी मिक्सिंग भारत में हुई। एक साथ इन दो बड़े कलाकारों की यह संभवतः इकलौती और ऐतिहासिक प्रस्तुति थी। ग़ज़ल उन्हीं दिनों में सुनने में आयी जब मेहदी हसन साहब बीमार चल रहे थे और अपन ने भी मान लिया था कि इस खूबसूरत ग़ज़ल को खाँ साहब की अंतिम सौगात समझ लेना चाहिये।
मस्तमौला पत्रकार रजनीश रोहिल्ला का साथ और गीत-संगीत भरी शाम… आप भी आनंद लीजिए
रजनीश रोहिल्ला अजमेर के पत्रकार हैं. दैनिक भास्कर में काम करते हुए एक रोज जब सभी से कहा गया कि इस कागज पर साइन कर दीजिए तो सबने चुपचाप साइन कर दिया लेकिन रजनीश रोहिल्ला ने साइन करने से न सिर्फ मना किया बल्कि जो कागज उन्हें साइन करने के लिए दिया गया था, उसकी फोटोकापी कराकर अपने पास रख लिया. इस कागज पर लिखा हुआ था कि हमें मजीठिया वेज बोर्ड नहीं चाहिए और हम लोग अपनी सेलरी से संतुष्ट हैं. कुछ इसी टाइप की बातें थी जिसके जरिए प्रबंधन मीडियाकर्मियों का हक मारकर अपने को कागजी व कानूनी रूप से सुरक्षित बनाना चाह रहा था.
पी7 के आंदोलनकारी पत्रकारों की इस छिपी प्रतिभा को देखिए
Yashwant Singh : आंदोलन अपने आप में एक बड़ा स्कूल होता है. इसमें शरीक होने वाले विभिन्न किस्म की ट्रेनिंग लर्निंग पाते हैं. सामूहिकता का एक महोत्सव-सा लगने लगता है आंदोलन. अलग-अलग घरों के लोग, अलग-अलग परिवेश के लोग कामन कॉज के तहत एकजुट एकसाथ होकर दिन-रात साथ-साथ गुजारते हैं और इस प्रक्रिया में बहुत कुछ नया सीखते सिखाते हैं. पी7 न्यूज चैनल के आफिस पर कब्जा जमाए युवा और प्रतिभावान मीडियाकर्मियों के धड़कते दिलों को देखना हो तो किसी दिन रात को बारह बजे के आसपास वहां पहुंच जाइए. संगीत का अखिल भारतीय कार्यक्रम शुरू मिलेगा.
यूट्यूब पर ‘संतोष आनंद’ टाइप किया तो वही एपिसोड फिर से आँखों को नम कर गया
याद है मुझे जब पहली बार ‘शोर’ फिल्म का गाना ‘एक प्यार का नगमा’ सुना था तो बरबस ही आँखों में आँसू आ गए थे। उसके बाद यह मेरे पसंदीदा गानों की सूची में आज भी मेरे मोबाइल में है। बुधवार की सुबह मथुरा से अपने न्यूज चैनल के माध्यम से पता चला कि कोसीकलां में एक दम्पति ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। कई अन्य ख़बरों की तरह ये भी आई गयी हो गयी। लेकिन जब थोड़ी देर बाद तस्वीर सामने आयी, तो उस ४ साल की बच्ची को देखकर बड़ा दुःख हुआ जो बच गयी थी, कितनी प्यारी है… बस यही शब्द निकले मेरे जेहन से, और कुछ देर बाद सामान्य हो गया।