हे सड़े हुए दिमाग वाले भक्तों, कन्हैया के साथ तस्वीर में लड़की कोई प्रोफ़ेसर नहीं, एमफिल स्टूडेंट सौम्या हैं

Samar Anarya : कल 15 साल की बच्ची के सहारे कन्हैया को घेरने की कोशिश करने वाले भक्त आज इस तस्वीर के सहारे यह कोशिश कर रहे हैं। बावजूद इसके कि मुझे समझ ही नहीं आया कि इस तस्वीर में भक्तों के दिमाग़ में भरी यौन कुंठा के सिवा आपत्तिजनक क्या है- कुछ झूठ साफ़ करने की ज़रूरत है। पहला यह कि तस्वीर में मौजूद लड़की कोई प्रोफ़ेसर नहीं बल्कि एक छात्रा हैं, कन्हैया की बहुत अच्छी दोस्त होने के साथ साथ मेरे एक बहुत प्यारे छोटे भाई Shishir Kumar Yadav की भी अच्छी दोस्त हैं। दूसरा यह कि अगर प्रोफ़ेसर भी होतीं तो भी क्या बदल जाता, आपत्तिजनक हो जाता?

लड़की सेक्स करने से मना कर दे तो बदनाम कर देते हैं…

पत्रकार रमेश ठाकुर ने जिस लड़की पर कालगर्ल होने का आरोप लगाते हुए उसके बारे में ढेर सारे लोगों को ह्वाट्स एप मैसेज भेजा, उसकी फोटो भेजी, मेल भेजा, अपने फेसबुक पेज पर उस लड़की के प्रोफाइल को टैग कर चीटर व कालगर्ल कहा, उस लड़की ने भड़ास के सामने अपना पक्ष रखा और रमेश ठाकुर से हुए कई चैट सार्वजनिक कर दिए. इन चैट्स में रमेश ठाकुर ने न सिर्फ अश्लील बातें की हैं बल्कि यह दिख रहा है कि वह लड़की के मदद मांगने के मौके को अपने दैहिक सुख में तब्दील करने को बेताब हैं. लड़की ने जो कुछ भड़ास से कहा है, वह इस प्रकार है:

‘क्योंकि वह लड़की मुझे आज भी नहीं भूलती’

मैं उसे भुला नहीं पा रहा हूँ। साल भर पहले तक टीवी, इंटरनेट, अखबार सभी उसकी कहानी से भरे पड़े थे। पहले वह सफदरजंग अस्पताल में भर्ती रही। फिर सिंगापुर उसे भेजा गया और अब वह हमेशा के लिए यह दुनिया छोड़ गई। पल-पल उसकी बिगड़ती हालत के बारे में बताया जा रहा था और मेरे दिमाग में वह वीभत्स रात गहराती जा रही थी। उसे कैसे भूल सकता हूँ। शायद इसलिए नहीं भूल सकता, क्योंकि मैं दिल्ली में रह रही अपनी बहन को याद करता हूँ तो महसुस होता है कि वो सड़क पर अकेले खड़ी होकर बस या ऑटो का इंतजार करते हुए उन परिस्थितियों का सामना करती होगी जब लोग उसे घूरते होंगे। मैंने महसूस किया है उसे। मैं उसे इसलिए नहीं भूल सकता क्योंकि उसके लिए मैने पहले भी अखबारों में लिखा था। नहीं भूल सकता मैं उसे क्योंकि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए भी नहीं भुला पा रहा हूं, क्योंकि यह डर कहीं न कहीं मेरे मन में भी बैठा हुआ है कि यह मेरी दोस्त या रिश्तेदार के साथ भी हो सकता था या हो सकता है। कारण भले ही कुछ भी हो, मगर मैं उस बहादुर लड़की और उसके साथ हुई पाशविकता को भुला नहीं पा रहा हूँ। मैं क्या करूं? हममें से कोई कर भी क्या सकता है?