अवसरवादी एमजे अकबर और शेखर गुप्ता को हरिशंकर व्यास ने धो डाला

बड़ा अच्छा लगा देख कर कि मोदी सरकार के दो साला उपलब्धियों का ब्योरा देने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली के अशोका होटल में मीडिया मीट का जो पहला कार्यक्रम रखा तो नीचे पत्रकारों का स्वागत करते हुए एक वक्त के दिग्गज संपादक, सेकुलर मशाल के रक्षक एमजे अकबर खड़े थे। कितनी गजब बात है यह। ये वे ही अकबर साहब हैं जिन्होंने संघ परिवार को न जाने कैसी-कैसी अंग्रेजी में पूरी उम्र गालियां दी। 2002 में नरेंद्र मोदी पर क्या-कुछ नहीं लिखा। अकबर साहब उस सेकुलर मीडिया ब्रिगेड के नेता थे जिसमें एक छोर पर एनडीटीवी चैनल के छाते के नीचे राजदीप, बरखादत्त, अरनब गोस्वामी गुजरात के दंगों का सच, नरेंद्र मोदी का सच दिखलाते थे तो दूसरे प्रिंट के छोर में एशियन एज, इंडियन एक्सप्रेस की ब्रिगेड में शेखर गुप्ता, आशीष नंदी आदि न जाने क्या-क्या लिखते थे।

मोदी सरकार पहली ऐसी सरकार है जो विपक्ष के विरोध की दशा-दिशा तय कर देती है!

Ajay Prakash : भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर खूब आकलन हो रहा है। होना भी चाहिए। पर लोकतंत्र में बिना विपक्ष के क्या आकलन। इसलिए देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की भी इन दो वर्षों में बनी भूमिका का विश्लेषण होना चाहिए। मैं पहले भी कहता रहा हूं और फिर कह रहा हूं कि संसद में भारी बहुमत वाली मोदी सरकार देश की पहली सरकार है जो विपक्ष के विरोध को तय करती है। लगभग डिक्टेट करती है। विपक्षी क्या विरोध करेंगे, कैसा विरोध करेंगे और कितना करेंगे, इसकी दिशा संघ और सरकार तय करती है। समझने के लिए लव जेहाद से लेकर देशद्रोह तक के मसले को आप याद कर सकते हैं।

सहरसा से मुकेश सिंह ने जी मीडिया और रायपुर से संदीप ने पत्रिका से इस्तीफा दिया

सहरसा जिले में जी मीडिया के लिए कार्यरत मुकेश सिंह ने चैनल से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने फेसबुक पर लिखकर इसकी जानकारी दी है. मुकेश ने लिखा है- ”मैंने जी मीडिया समूह से रिजाइन कर दिया है। अब आप मुझे जी मीडिया के किसी चैनल पर खबरों के साथ नहीं देख सकेंगे। करीब ढाई साल का सफर रहा हमारा। कई अनुभव हासिल हुए और कई अपने मिले। जी मीडिया छोड़ने का मलाल और पीड़ा दोनों है मुझे लेकिन मैनेजमेंट और हमारे बीच कुछ ऐसा हुआ जिससे मुझे रिजाइन करना पड़ा। वजह क्या रही, इसको हम आपसे साझा नहीं कर सकते। जी मीडिया समूह आसमान की बुलंदी पर काबिज हो, इसकी हम दिल से दुआ करते हैं। जिंदगी के इस सफर में हम पत्रकारिता के नैसर्गिक संस्कारों से लैस होकर, नए और साबूत अंदाज में, जल्द आपके सामने होंगे। मुकेश सिंह, मो० -8292885600 ”

भास्कर में छपा ये विज्ञापन और अंधविश्वास-पाखंड बढ़ाते मीडिया घराने

दैनिक भास्कर अखबार के front page पर ये विज्ञापन छपा हैl एक ही एडिशन
की कीमत कम से कम डेढ़-दो लाख रूपये तो होगी, और ऐसे ना जाने कितने एडिशन
में ये विज्ञापन छपा हैl मेरी समझ में ये नहीं आ रहा कि इतने महान
बाबाओं के समागमों और प्रवचनों के बाबजूद भी देश में असमानता, हिंसक
वारदातें, अपराध, गरीबी लगातार बढ़ते ही जा रहे हैंl धर्म के नाम पर
लोगों को उल्लू बनाते रहो और अपनी दुकान चलाते रहोl

महाराष्ट्र में मजीठिया वेतन आयोग पर अमल के सन्दर्भ में श्रम विभाग का सर्वे शुरू

ज्वाइंट एक्शन कमेटी की मांग के मुताबिक राज्य सरकार का श्रम विभाग सभी अखबारों, पत्रिकाओं और न्यूज़ एजेंसियों का सर्वे कर रहा है। अगले दो हफ्ते में सभी पत्रकारों, गैर पत्रकारों को दिए गए interim relief, आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन और कम्पनियों की बैलेंस शीट की जानकारी जमा की जाएगी।

पीठ से चिपक कर सूख रहा है पेट, मजीठिया बोर्ड का लाभ 6 वर्ष लेट…. और कितना होगा लेट?

मजीठिया वेज बोर्ड नवंबर 2011 से, न्यूज़ एजेंसियों पर लागू। सोने की चाबी रखने वाली न्यूज़ एजेंसियां, अपने कर्मचारीओ को करीब 6 वर्ष से, इस मजीठिया वेज बोर्ड के तहत दिए जाने वाले वेतन, ग्रेड, प्रमोशन से महरूम रखे हुए हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय की महानता देखिये कि इन कानून के अपराधियों को एक मौका और 07/02/2014 को दे दिया कि वे 4 किश्तों में 8 नवम्बर 2011 से सभी कर्मचारीओ को मजीठिया वेज बोर्ड के अनुसार वेतन राशि व लाभ एक वर्ष में दे दें। परन्तु कहावत है – सांप केंचुली तो छोड़ देता है , मगर विष नहीं छोड़ता। यही हुआ अभी तक भी मजीठिया आयोग के तहत लाभ पाने से कर्मचारी महरूम हैं।

पत्रकारिता दिवस पर हिंदी की दुर्दशा के बारे में अंग्रेजी में विस्तार से समझा रहे हैं जस्टिस मार्कंडेय काटजू

Today is Hindi Patrikarita Diwas. In this connection I wish to say that the language of the common man in large parts of India is khariboli or Hindustani, not Hindi. Hindi is an artificially created language, created by some bigots. To illustrate the difference between Hindi and Hindustani ( or khariboli ), let me give an example. In Khariboli we say ‘ udhar dekhiye ‘. In Hindi we will say ‘ udhar avlokan keejiye ‘, or ‘udhar drishtipaat keejiye ‘.

Note on the recommendations made by Delhi High Court Collegium

The meeting of the collegiums in Delhi High Court was held on urgent basis to accommodate sponsored candicates of the judges as well as of some political bosess. This meeting was not scheduled and was convened on urgent basis due to reason that a senior judge of Calcutta High Court Ms Indrani Banerjee was to join Delhi High Court as one of the senior most judges and as such the senior judges of the High Court of Delhi particularly Justice BD Ahmed and Justice Pradeep Nandagoj would not have been in position to dictate their terms or favour their candicates as in the eventuality of Justice Indrani Banerjee coming in the colligium, neither Justice BD Ahmed nor Justice  Pradeep Nandrajog would have been in a postion to influence the decisiuon as the Chief Justice Ms Rohini and Justice Indrani Banerjee would have been from outside Delhi and Justice Pradeep Nandrajog would have been excluded from the collegium.

दस टकिया और बारह टकिया रिपोर्टर बिहार में कहलाते हैं पत्रकार!

आज 30 मई को हिन्दी पत्रकारिता दिवस है। पत्रकार होने पर गर्व का अनुभव हम सभी पत्रकार गण करते है और करते रहेंगे। लेकिन क्या सचमुच बिहार में पत्रकारिता है? जबाब सुनकर आप  और हम भी वर्षो से दंग है। कहानी अचरज भरी है। वर्ष 2005 में दैनिक जागरण के प्रखंड रिपोर्टर के तौर पर कार्य का आरम्भ किया था। जब कार्य आरम्भ किया तो अपने को काफी बलवान मानता था, कारण कि बिहार में पत्रकारों की तूती बोलती थी। लेकिन एक दिन की बात है जब किसी पुलिस वाले ने वाहन चेकिंग के दौरान रोक दिया और परिचय पत्र की मांग शायद इसलिए कर दी कारण था कि वाहन पर प्रेस लिखा हुआ था।

देश भर में मना पत्रकारिता दिवस : कार्पोरेट के हाथों गिरवी है आज की पत्रकारिता

जौनपुर। आज पत्रकारिता कार्पोरेट जगत के हाथों गिरवी हो गयी है तथा जनहित पीछे कर दिया गया है। स्वतंत्रचेता सम्पादक की हैसियत एक कर्मचारी की रह गयी है। प्रबन्ध तंत्र जो चाहता है, समाचार पत्र में वही छपता है। समाचार पत्र अर्थ का साधन बन गया है। 60-40 प्रतिशत की आचार संहिता कूड़ेदान में फेंक दी गयी है। उक्त बातें डा. तुलसी दास मिश्र विभागाध्यक्ष जनसंचार विभाग सम्पूर्णानन्द संस्कृति विश्वविद्यालय वाराणसी ने कही। वे यहां हिन्दी पत्रकारिता दिवस 190वीं वर्षगांठ पर गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन एवं उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन (पं.) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में बतौर अतिथि थे।

सपा परिवार के बिगड़े सुर, कई गुट बने, एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश का समाजवादी परिवार अब एक सुर में नहीं बोलता है। पार्टी के भीतर होने वाले सभी छोटे-बडंे फैसलों पर परिवार के लोंगो द्वारा ही जब उंगली उठार्ह जाती हो तो पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को कैसे रोका जा सकता है। स्थिति यह है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह के निर्णयों को भी चुनौती दी जा रही है। पार्टी के भीतर यह सिलसिला नेताजी द्वारा अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनाये जाने की घोषणा के बाद शुरू हुआ था जो राष्ट्रीय लोकदल और सपा के गठजोड़ की खबरों के आने तक बदस्तूर जारी है।

सहाराकर्मियों ने 2 जून तक मांगा वेतन और बकाये के लिये पीडीसी चेक, अन्यथा 3 जून से हड़ताल

सहारा मीडिया (राष्ट्रीय सहारा हिन्दी, उर्दू और सहारा टीवी) के कर्मचारियों ने उच्च प्रबंध तंत्र और समूह संपादक विजय राय के अलावा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उप श्रमायुक्त नोयडा, जिलाधिकारी और एसएसपी नोयडा को पत्रक भेजकर 2 जून तक मई माह का नकद वेतन और बकाया वेतन के लिये पीडीसी चेक की मांग की है जिससे समय आने पर वह अपने बकाया धनराशि का भुगतान ले सकें अन्यथा 3 जून को वह हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे.

राष्ट्रीय सहारा से निकाले गए एक पत्रकार की पत्रकारिता दिवस पर छलकी पीड़ा : कब तक भीख मांगेंगे पत्रकार?

फलां पत्रकार ने फलां अखबार ज्वाइन किया तो फलां ने फलां चैनल। फलाने खबरनवीस ने नए मीडिया हाउस से अपनी नई पारी शुरू की। ऐसे समाचार भडास4मीडिया के माध्यम से आयेदिन पढने को मिलते हैं। फलाने अखबार में वेतन के लाले। आज ही चौथी दुनिया के दुर्दिन की जानकारी मिली। यह अखबार उद्योगपति कमल मोरारका का है। नए वेजबोर्ड को लेकर बडे से लेकर मध्यम दर्जे तक के अखबारों में उठापटक भी देखने को मिल रही है। इस उठापटक में दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका, दैनिक जागरण ही नहीं कभी के शीर्ष उद्योगपति रहे बिडला घराने का हिंदुस्तान अखबार भी शामिल है। इस अखबार की नौकरी को हाल-फिलहाल तक सरकारी नौकरी कहा जाता था।

उत्तराखण्ड सरकार ने पत्रकारिता में बेहतर योगदान के लिए दयाशंकर टम्टा को स्व. राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति पुरस्कार दिया

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उत्तराखण्ड सरकार ने पत्रकारिता में बेहतर योगदान के लिए स्व. राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति पुरस्कार की शुरुआत की। पहला पुरस्कार अल्मोडा के पत्रकार व समता समाचार के संपादक दयाशंकर टम्टा को दिया गया। समारोह में उन्हें 51000 का चैक स्मृति चिह्न व अंग वस्त्र भेंट किया गया। अपने आवास पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कालेश्वर पालिटेक्निक का नाम उनके नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने इस राशि को 51 हजार से बढाकर एक लाख एक हजार रुपए करने की घोषणा की तथा इसकी संख्या भी बढाने को कहा, यानी अगले साल से यह एक नहीं कई पत्रकारों को दिया जाएगा।

दो साल में इस राष्ट्रवादी सरकार ने क्या काम किए हैं, बताना मुश्किल हो रहा है

Sanjaya Kumar Singh : काम करने वाली राष्ट्रवादी सरकार ने पिछले दो साल में क्या काम किए हैं बताना मुश्किल हो रहा है। तरह-तरह के काम तो बताए ही जा रहे हैं महंगाई और मंदी के पक्ष में कारण भी गिनाए जा रहे हैं और इसमें अच्छे दिनों का सपना दिखाने में कोई कमी नहीं आई है। एनडीटीवी पर रवीश के कार्यक्रम में एक अंग्रेजी पत्रकार ने कुछ दिलचस्प तथ्य दिए –

Anupam Kher narrated Award Winning biographical documentary on Paramahansa Yogananda ‘Awake’

‘Awake : The Life of Yogananda’ to release in India on June 17, marking the ‘International Yoga Day’ on June 21

Mumbai, May 31, 2016: After wowing the audience across the world, the award-winning documentary, Awake: The Life of Yogananda, an unconventional biography on the life of an eminent Indian Yogi, Paramahansa Yogananda is slated for a Pan India release on June 17. Narrated by veteran actor Anupam Kher, the docu-feature is releasing a week ahead of the International Yoga Day, which is celebrated on June 21.

विंध्य प्रेस क्लब ने कार्यक्रम में शरीक छायाकार को कुर्सी से उठाकर बाहर किया

मिर्जापुर : हिंदुस्तान अखबार के वरिष्ठ छायाकार का विंध्य प्रेस क्लब ने किया बेइज्जती… कुर्सी से उठाकर किया बाहर… पत्रकारिता दिवस पर छायाकार का किया अपमान… विंध्य प्रेस क्लब द्वारा अपमानित किए गए हिंदुस्तान के वरिष्ठ फोटोग्राफर का नाम है इंद्र कुमार श्रीवास्तव…

बड़ी खबर : एचटी के 400 लोगों ने मुकदमा जीता, होंगे बहाल, मिलेगा बकाया

मीडिया इंडस्ट्री की बहुत बड़ी खबर आ रही है. हिंदुस्तान टाइम्स समूह के मैनेजमेंट से 400 मीडियाकर्मियों ने मुकदमा जीत लिया है. ये चार सौ लोग वर्ष 2004 में हिंदुस्तान टाइम्स मीडिया लिमिटेड से निकाल दिए गए थे. इन्हें एक झटके में प्रबंधन ने निकाल बाहर किया था. श्रम कानूनों से लेकर संविधान की मूल भावना तक की धज्जियां एचटी वालों ने उड़ाई. मजेदार ये कि एचटी मैनेजमेंट की तरफ से अरुण जेटली मुकदमा लड़ रहे थे. साथ ही दर्जनों बड़े वकीलों की फौज भी थी.

सीपीएम के मुखपत्र ‘गणशक्ति’ में मोदी सरकार की दो वर्ष की उपलब्धि का फुल पेज विज्ञापन

Shikha : सीपीएम के दैनिक मुखपत्र अखबार “गणशक्ति” के प्रथम पृष्ठ पर मोदी सरकार की दो वर्ष की “उपलब्धि” का फुल पेज विज्ञापनl क्या अब सीपीएम के “इमानदार” कार्यकर्ताओं को (यदि कोई बचे हैं तो) अपने पार्टी मुख्यालयों पर धावा बोलकर अपने गद्दार नेत्रित्व के हाथ से लाल झंडा छीनकर उनसे किनारा नहीं कर लेना चाहिए? और कितना कलंकित करेगी यह पार्टी महान लाल झंडे को?

सत्ता के आगे लोट जाता है अमिताभ बच्चन

Vineet Kumar : जो बोरोप्लस के लिए आपकी परंपरा का रंग बदल सकता है, वो कुछ भी कर सकता है… बहुमत की सरकार के दो साल पूरे होने पर अमिताभ बच्चन ने जिस तरह के कसीदे पढ़े, सत्ता के आगे लोटते नजर आए, आप आहत हो सकते हैं क्योंकि अभी भी आप उनके लिए इस्तेमाल किए जानेवाले मेटाफर सदी का महानायक से बाहर नहीं निकल पाए हैं. लेकिन उदारवादी अर्थव्यवस्था के शुरुआती दौर से ही जो आदमी बीपीएल इलेक्ट्रॉनिक्स का विज्ञापन ये कहते हुए कर रहा है कि देश की कंपनी है, इसमे भारतीयता है और दूसरी तरफ आगे चलकर आइसीआइसीआई जैसे बैंक का तो मुझे समझने में रत्तीभर परेशानी नहीं हुई कि एलपीजी प्रोजेक्ट (लिबरलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन और ग्लोबलाइजेशन) के तहत आपको जितना ग्लोबल होना होता है, उतना ही नेशनल और लोकल भी.

‘सुधीर चौधरी ने पहली बार दिल से ट्वीट किया पर नमक का कर्ज याद आते ही डिलीट कर दिया’

Sunil Kumar Singh : @sudhirchaudhary deleted this tweet? because first time he tweeted from his heart instead of wallet. शायद पहली बार इन्होंने ट्वीट में दिल से बात कही थी लेकिन फिर नमक का कर्ज याद गया होगा इसलिए डिलीट करना पड़ा।

जब ‘राष्ट्रवादी’ संपादक सुधीर चौधरी अपने प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बदज़ुबानी कर गए!

Vineet Kumar : दाग़दार संपादक सुधीर चौधरी ने प्रधानमंत्री की गरिमा को पहुँचायी चोट… जिस दाग़दार संपादक सुधीर चौधरी को प्रधानमंत्री के साथ पहली सेल्फी लेने का गौरव प्राप्त हो, वो प्रधानमंत्री किसी भारतीय मीडिया को इंटरव्यू न देकर विदेशी अख़बार को इंटरव्यू दे, ये पीड़ा आप और हम नहीं समझ सकते.

दो युवा पत्रकारों मुकेश महतो और राहुल सिवाच की अदभुत दोस्ती कथा

Mukesh Mahto : दो साल पहले। यही मई का महीना था। उधर चाय बेचने वाले मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे और इधर आईआईएमसी से निकलते ही एक फकीर मुकेश महतो की पहली नौकरी लगी रोहतक में। मेरी नौकरी के दो साल पूरे होने का ढिंढोरा हम भी जरूर पीटेंगे लेकिन बाद में। फिलहाल ये बात। पहली बार आया रोहतक। अंजान शहर। नये लोग। नया माहौल। डराने वाली थोड़ी नई हरियाणवीं भाषा। जल्दी किसी से घुलमिल नहीं पाता, ये कमजोरी रही है हमारी।

नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार आनन्द राज सिंह

Ramendra Jenwar : हमारे बहुत पुराने मित्र, हास्टल’मेट और पूर्व पत्रकार आनन्दराज सिंह के निधन की खबर अभी अभी एक और पत्रकार मित्र रवि दत्ता जी से प्राप्त हुई.. गहरा आघात लगा… लखनऊ के मित्रोँ को फ़ोन करके जानकारी दी है…. आनन्दराज सिंह ने पत्रकारिता में अपना करियर नेशनल हेराल्ड मेँ कापी होल्डर की पोस्ट से शुरू किया था..फिर प्रूफ रीडर हुए.. फिर हेराल्ड मेँ ही उप संपादक हुए और उसके बाद उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा… टाइम्स आफ इंडिया से लोकमत टाइम्स होते हुए ओमान डेली आब्जर्वर फिर दुबई मेँ खलीज टाइम्स आदि जाने कितने अंग्रेजी अखबारोँ मेँ काम किया…

भारत का एक ऐसा गाँव जहाँ भीमराव का संविधान नहीं, मनुस्मृति का विधान चलता है!

किसी नरक से कम नहीं है बरजांगसर जहाँ अभी तक दलितों से जबरन मृत पशु डलवाये जा रहे हैं…. राजस्थान के बीकानेर जिले की डूंगरगढ़ तहसील का गाँव है बरजांगसर. यूँ तो देश ने काफी तरक्की कर ली है, तेज रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है, कानून का शासन स्थापित है, दलित लोग दासता से मुक्त कर दिए गए हैं, भेदभाव ओर छुआछुत को अपराध घोषित किया जा चुका है और किसी भी दलित को जबरन किसी भी अस्वच्छ पेशे में नहीं धकेला जा सकता है, विशेषकर मृत पशु को निस्तारित करने जैसे काम में तो कतई नहीं. यह सब अच्छी अच्छी बातें भारत के संविधान में लिखी हुई हैं, मगर बीकानेर जिले के बरजांगसर में भारत के कानून अभी लागू नहीं होते हैं. अभी वहां संविधान का राज नहीं स्थापित हो पाया है, भीमराव का विधान नहीं, अभी भी वहां पर मनु नामक शैतान का विधान लागू है, इसीलिए तो आज भी बरजांगसर के दलितों को जबरन मरे हुए जानवर डालने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

चौथी दुनिया की हालत खराब, छंटनी के बाद आफिस मुंबई शिफ्ट करने की तैयारी

फिल्म ‘हो गया दिमाग का दही’ के बाद ‘चौथी दुनिया’ का निकला ‘दही’

जिस ‘चौथी दुनिया’ साप्ताहिक समाचार पत्र को लेकर संतोष भारतीय देश का सबसे निर्भीक पत्रकार कहलाते थे, उस ‘चौथी दुनिया’ में ये आजकल क्या हो रहा है? फिल्म ‘हो गया दिमाग का दही’ की लॉन्चिंग के बाद से मुंबई से फौजिया अरसी पूरे ‘चौथी दुनिया’ के लिए नई रणनीति बना रही हैं। दरअसल, कुछ महीने पहले प्रभात रंजन दीन (जो एक समय पहले ‘चौथी दुनिया’ को अलविदा कह चुके थे और संतोष भारतीय को ई-मेल द्वारा अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर चुके थे) ने फिर से ‘चौथी दुनिया’ ज्वाइन किया।

भारत में अभी तक भारतीय दृष्टिकोण से भारत के हित देखने वाली मीडिया का अभाव है

मैं मीडिया को प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ नहीं मानता. वस्तुतः मीडिया प्रजातंत्र के तीनों स्तंभ, न्याय पालिका, कार्य पालिका व विधायिका की आत्मा है. उक्त विचार व्यक्त किये सामना के पूर्व सम्पादक श्री प्रेम शुक्ला ने जो भोपाल विश्व संवाद केंद्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में “वर्तमान परिद्रश्य में मीडिया की भूमिका” विषय पर बोल रहे थे! श्री प्रेम शुक्ला ने कहा कि जिस प्रकार लोक कल्याण के प्रतीक नारद को कलह प्रिय घोषित कर दिया गया, कुछ कुछ उसी प्रकार का काम आजका अंग्रजीदां मीडिया करता दिखाई दे रहा है.

राजस्थान में भास्कर के खिलाफ मजीठिया से संबंधित 300 केस, पत्रिका के खिलाफ 170

राजस्थान में भास्कर समूह के 25 कर्मचारियों ने मजीठिया वेज बोर्ड के तहत मिलने वाली राशि को मय दण्डात्मक ब्याज के राशि दिलाये जाने के लिए लेबर कमिश्नर जयपुर के यहाँ केस लगाए हैं। जयपुर लेबर कमिश्नर के यहाँ से प्राप्त जानकारी के अनुसार भास्कर के विरूद्ध करीबन 300 केसेज, राजस्थान पत्रिका के विरूद्ध 170 केसेज, पंजाब केसरी के विरूद्ध 2 केसेज वसूली के 15 मई 2016 तक हो चुके हैं।

प्रबल प्रताप सिंह, मनोज चंद, रजनीकांत सिंह, रूपेश तिवारी, संजय उपाध्याय, टीकू, अली अब्बास नकवी, शादाब वारसी के बारे में सूचनाएं

नोएडा से मिली खबर के मुताबिक प्रबल प्रताप सिंह फिर आईबीएन7 चैनल से जुड़ गए हैं. यहां वे सलाहकार संपादक बनाए गए हैं. वे एडिटर-इन-चीफ और सीईओ (न्यूज) राहुल जोशो को रिपोर्ट करेंगे. प्रबल पहले भी इस चैनल में काम कर चुके हैं.

पढ़िए वो ट्वीट जिसके चक्कर में दैनिक जागरण से गई राजकिशोर की नौकरी

17 अप्रैल को प्रसार भारती की सलाहकार स्मिता मिश्रा ने दिल्ली में सम-विषम पर एक ट्वीट किया. ‘Yaad dila dein Mohammad bin tughlaq bhi dilli me hi huye the!!’. इस ट्वीट में केजरीवाल, राजकिशोर समेत कइयों को टैग किया. राजकिशोर ने इसी ट्वीट के जवाब में एक नया ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- ‘‘तो @ArvindKejriwal भी चमड़े के सिक्के चलाएंगे. वह भी जनता की खाल उतारकर!’

मजीठिया : लेबर कोर्ट न जाएं, उप श्रमायुक्‍त कार्यालय से जारी करवाएं RC

नई‍ दिल्‍ली। रिकवरी को लेबर कोर्ट में भिजवाने से ज्‍यादा फायदेमंद उसकी आरसी कटवाना होगा। विभिन्‍न उप श्रमायुक्‍तों के यहां मजीठिया के अनुसार रिकवरी डालने वाले साथियों के मामले में प्रबंधन 20जे की आड़ में व्‍यर्थ का विवाद पैदा कर बिना फ‍टिमैन-प्रमोशन जमा करवाए उसे लेबर कोर्ट में भिजवाने की फिराक में लगा हुआ है। 20जे आपकी आरसी कटवाने में आड़े नहीं आती क्‍योंकि वर्किंग जर्नलिस्‍ट एक्‍ट की धारा 13 आपके वेजबोर्ड के अनुसार न्‍यूनतम वेतनमान पाने के अधिकार की रक्षा करती है। 20जे असल में क्‍या है धारा 16 और रुल 38 पढ़ने से समझ में आ जाएगा। यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट के वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता और भड़ास की तरफ से कर्मचारियों के लिए मजीठिया का केस लड़ रहे उमेश शर्मा ने दी।

मजीठिया की लड़ाई लड़ रहे पत्रकार शशिकांत को उनके संपादक ने घेरना शुरू किया

मजीठिया उत्पीड़न शिकायतकर्ता शशिकांत को उनके संपादक आनंद राज्यवर्धन ने लिखा पत्र, कहा खबर टाइप करके देना अहवेलना

मुंबई : मजीठिया वेज बोर्ड मामले में माननीय सुप्रीमकोर्ट में एक हलफनामा दायर कर अपने उत्पीड़न की शिकायत करने वाले मुम्बई के निर्भीक पत्रकार और आर टी आई एक्टिविस्ट शशिकांत सिंह को दैनिक यशोभूमि के संपादक आनन्द राज्यवर्धन ने 27 मई 2016 को एक लिखित पत्र देकर आरोप लगाया है कि वे अनुशासनहीनता कर रहे हैं। यशोभूमि के जेरॉक्स लेटरहेड पर लिखे गए इस पत्र में संपादक ने लिखा है…

एमपी में जंगलराज : शराब माफिया ने मीडियाकर्मियों और पुलिसवालों को दौड़ा-दौड़ कर पीटा

मध्य प्रदेश के सतना जिले में शराब माफिया ने पत्रकारों पर लाठी व तलवारों से हमला कर उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारा. हमले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी माफिया ने हमला कर दिया. इस हमले में सात पुलिसकर्मियों सहित मीडियाकर्मियों को भी गंभीर चोट आई हैं. शुक्रवार देर रात सतना के टुकरिया क्षेत्र में शराब माफियाओं ने एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी जमकर पिटाई कर दी. इस घटना की जानकारी मिलने पर मीडियाकर्मी कवरेज करने के लिए मौके पर पहुंच गए.

मुबारक बेगम की तबीयत बिगड़ी, मुंबई के अस्पताल में भर्ती, सरकारी मदद का कर रहीं इंतजार

विजय सिंह ‘कौशिक’, मुंबई

कभी तन्हाईयों में यूं हमारी याद आएगी, अंधेरा छा रहे होंगे कि बिजली कौध जाएगी। 1961 में आई फिल्म ‘हमारी याद आएगी’ के इस गीत को स्वर देने वाली मुबारक बेगम इन दिनों तन्हा अस्पताल के बिस्तर पर पड़ी हैं। चार दिनों पहले उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। मुंबई के पश्चिमी उपनगर अंधेरी रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बीएसईएस अस्पताल में हमारी मुलाकात उनसे होती है। देख कर विश्वास नहीं होता कि बिस्तर पर पड़ी यह महिला 115 फिल्मों में 175 गीत गाने वाली मशहूर गायिका मुबारक बेगम हैं। उनका परिवार फिलहाल इलाज के लिए सरकारी मदद का इंतजार कर रहा है।

महाराष्ट्र में मजीठिया वेज बोर्ड मामले में नया क्लेम लेटर जारी होगा

पत्रकारों और गैर पत्रकारों को अब मजीठिया वेज बोर्ड मामले में अपना क्लेम फ़ाइल करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। महाराष्ट्र के पत्रकारों के लिए कामगार आयुक्त द्वारा एक नया फार्मेट जारी किया जा रहा है जो संभवतः सोमवार की शाम जारी हो जायेगा। साथ ही महाराष्ट्र के सभी कामगार उपायुक्त, सहायक आयुक्त की सूची भी जारी की गयी है और उनका फोन नंबर तथा पता भी जारी किया गया है जो पत्रकारो और गैर पत्रकारों की मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मदद करेंगे।

मोदी सरकार ने वेबसाइट को विज्ञापन देने के लिए नीति तैयार की

नई दिल्‍ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वेबसाइटों पर विज्ञापन के लिए एजेंसियों को सूचीबद्ध करने एवं दर तय करने की खातिर दिशानिर्देश और मानदंड तैयार किए हैं ताकि सरकार की ऑनलाइन पहुंच को कारगर बनाया जा सके। एक बयान में यहां कहा गया कि दिशानिर्देशों का उद्देश्य सरकारी विज्ञापनों को रणनीतिक रूप से हर महीने सर्वाधिक विशिष्ट उपयोगकर्ताओं वाले वेबसाइटों पर डालकर उनकी दृश्यता बढ़ाना है। नियमों के अनुसार, विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) सूचीबद्ध करने के लिए भारत में निगमित कंपनियों के स्वामित्व एवं संचालन वाले वेबसाइटों के नाम पर विचार करेगा।

बिहार में द टेलीग्राफ के मीडियाकर्मी की बुरी तरह पिटाई

पटना। बिहार में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि हाल ही में हुई एक पत्रकार की हत्या के बाद अब एक मीडियाकर्मी पर हमला किया गया है। मीडियाकर्मी को जमकर पीटा गया है जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गया है। घटना पटना के बेली रोड की है जहां द टेलीग्राफ के डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजर राकेश कुमार सिंह को शुक्रवार देर रात गाड़ी ओवरटेक कर रोका गया और जमकर पिटाई की गई।

एबीपी न्यूज ज्वाइन करेंगे राजकिशोर, दैनिक जागरण से दिया इस्तीफा

फेसबुक पर राजकिशोर तिवारी को लेकर चल रही चर्चाओं के बारे में कुछ आथेंटिक सूचनाएं मिली हैं. पहली तो ये कि यह सच है कि राजकिशोर ने जो ट्वीट सम-विषम को लेकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ किया था, उसे अरविंद केजरीवाल ने न सिर्फ दिल पर ले लिया बल्कि जागरण प्रबंधन पर इसको लेकर दबाव बनाया. साथ ही उन्होंने दैनिक जागरण को मिलने वाला दिल्ली सरकार का विज्ञापन भी रोक दिया. इससे रेवेन्यू का प्यासा जागरण प्रबंधन घुटने के बल पर बैठ गया.

सम-विषम के खिलाफ ट्वीट करने वाले दैनिक जागरण के राजकिशोर की नौकरी अरविंद केजरीवाल के चलते गई?

फेसबुक पर सुगबुगाहट है कि अरविंद केजरीवाल की सम विषम योजना के खिलाफ दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो चीफ राजकिशोर को ट्वीट करना महंगा पड़ा है और अरविंद केजरीवाल की जिद के कारण राजकिशोर को दैनिक जागरण प्रबंधन ने नौकरी से हटा दिया है. फेसबुक पर लोग अरविंद केजरीवाल को कोसने में लगे हैं लेकिन असल अपराधी तो दैनिक जागरण प्रबंधन है जो दिल्ली सरकार के विज्ञापन के लालच में राजकिशोर को बलि का बकरा बनाने को तैयार हो गया. दैनिक जागरण हमेशा ऐसा करता रहा है. पटना हो या लखनऊ हो या दिल्ली, वह सत्ता के आगे घुटने टेक कर अपने पत्रकारों की बलि देते हुए रेवेन्यू का रास्ता साफ करने की परंपरा कायम रखता है. नीचे एफबी के दो वो पोस्ट हैं जिससे पता चलता है कि राजकिशोर, दैनिक जागरण और केजरीवाल के बीच कुछ न कुछ तो हुआ है….

गुज़रे ज़माने के समाचार चैनल टीवीआई के 60 साथियों का केस : कोर्ट ने चैनल मालिक अशोक आडवाणी को सख़्त आदेश दिए

गुज़रे ज़माने के समाचार चैनल टीवीआई के संघर्षशील 60 साथियों ने अपने हक़ और सम्मान की ख़ातिर 17 साल से एक अलख़ जला रखी है। 25 मई को अदालत ने चैनल के मालिक अशोक आडवाणी के लिए सख़्त आदेश दिया है। नीचे एक मेल है जो सभी साठ लोगों को एक साथी की तरफ से जानकारी के लिए भेजा गया है और उसके बाद कोर्ट का आदेश है…

आई-नेक्स्ट : डा. रवींद्र पाठक का बनारस तबादला, दीपक मिश्रा बनाए गए गोरखपुर के प्रभारी

आई-नेक्स्ट गोरखपुर के चीफ सब एडिटर दीपक मिश्रा को तरक्की देकर उन्होंने आई-नेक्स्ट गोरखपुर का प्रभारी बनाया गया है. एडिटोरियल इंचार्ज डा. रवींद्र पाठक को वाराणसी आईनेक्स्ट ट्रांसफर कर दिया गया है. पाठक जी के पिता की तबीयत काफी गंभीर बनी हुई है. कई लोग दीपक मिश्रा को आई-नेक्स्ट गोरखपुर का प्रभारी बनाए जाने का …

सुमंत भट्टाचार्य जी, आपने तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लंपटों का भी कान काट लिया

Mahendra Mishra : सुमंत भट्टाचार्य जी आपने तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लंपटों का भी कान काट लिया। उन पर लड़कियों का दुपट्टा खींचने का आरोप लगता था। लेकिन आप ने तो सीधे इंडिया गेट पर बलात्कार की ही दावत दे डाली। इलाहाबाद विश्वविद्याल से पत्रकारिता के रास्ते यहां तक का आपका यह सफर सचमुच काबिलेगौर है। हमारे मित्र रवि पटवाल ने इसे नर से बानर बनने की संज्ञा दी है। लेकिन मुझे लगता है कि यह जानवरों का भी अपमान है। पशु और पक्षियों में नर और मादा के बीच एक दूसरे की इच्छा का सम्मान यौनिक रिश्ते की प्राथमिक शर्त होती है। फ्री सेक्स शब्द सुनते ही आप उतावले हो गए। और बगैर कुछ सोचे समझे मैदान में कूद पड़े।

ऐसे मीडिया सलाहकारों और इनकी फर्जी बातों के बहकावे में न आएं

टीवी टुडे नेटवर्क का मीडिया स्कूल टीवीटीएमआइ आपसे दो लाख से ज्यादा रूपये लेगा. इसी तरह देश के दर्जनों अखबार और चैनल के अपने मीडिया स्कूल हैं. आप इनके विज्ञापनों से गुजरेंगे तो लगेगा कि कोर्स खत्म होने के साथ ही एंकर श्वेता सिंह, राहुल कंवर, पुण्य प्रसून वाजपेयी की छुट्टी कर दी जाएगी और प्राइम टाइम पर आप होंगे. शुरु के दो-चार दस दिन आपको ऐसा एहसास भी कराया जाएगा.

बीजेपी, सीपीएम और आप : जनता के पैसे से विज्ञापनबाजी में कोई किसी से कम नहीं

Ravish Kumar : बुधवार के रोज़ अख़बारों पर केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन छाये हुए थे। गुरुवार के दिन प्रधानमंत्री मोदी छाये हुए हैं। देश के अलग-अलग राज्यों से निकलने वाले तमाम भाषाओं के अखबारों में ये विज्ञापन छपे हैं। मीडिया के अनेक माध्यमों में कई दिनों से विज्ञापन छपते आ रहे हैं। अखबारों की संख्या और खर्चे का पता लगाना संभव नहीं हो सका, लेकिन 26 मई के दिन मोदी सरकार के दो साल पूरे करने पर ये विज्ञापन छपे हैं। आप से उम्मीद की जाती है कि आप ही के दिए गए पैसे से आपकी ही चुनी हुई सरकार के कामकाज का हिसाब आप ही तक पहुंचाने के इस प्रयास को ख़ाली न जाने दें। सुबह अगर नहीं पढ़ सके तो घर लौटकर पलट कर ज़रूर पढ़ें कि सरकार ने क्या-क्या काम करने का वादा किया है। अगर आप इन विज्ञापनों को ठीक से नहीं पढ़ेंगे तो अपने ही हाथों अपना ही पैसा बर्बाद करेंगे।

इंदौर के तीन पत्रकार बाइक से लेह लद्दाख कारगिल की यात्रा पर निकले

इंदौर के तीन युवा पत्रकार इंदौर से कारगिल लेह लद्दाख की रोमांचक यात्रा पर गये हैं. करीब १५ दिनों की अपनी रोमांचकारी यात्रा पर जाने वाले नई दुनिया के पत्रकार नवीन यादव, दैनिक भास्कर के विकास राठौर और अनुराग शर्मा हैं. तीनों ही पत्रकार ३२ वर्ष के हैं.

पीएमओ को लेटर लिखने पर ‘जनसंदेश टाइम्स’ पत्रकार विनायक राजहंस को पीएफ राशि देने को मजबूर हुआ

Vinayak Rajhans : पिछले करीब दो साल से अपने पीएफ की राशि को पाने के लिए मेरा संघर्ष रंग लाया. मेरे पूर्व नियोक्ता ‘जनसंदेश टाइम्स’ और पीएफ ऑफिस लखनऊ की उदासीनता के चलते इनके खूब चक्कर लगाने पड़े. मेरे पीएफ खाते में पैसे ही नहीं जमा किए गए थे जबकि वेतन से काटा गया था.

पाब्लो सीज़र और सूरज कुमार को ‘थिंकिंग ऑफ़ हिम’ के लिए शुभकामनाएं

‘हॉट बेब और कूल ड्यूड’ के वर्तमान कल्चर में नि:संदेह प्लेटोनिक प्यार की बात बेमानी सी लगती है. क्योंकि वास्तविकता ये है कि आज की पीढ़ी ये मानने को राज़ी ही नहीं है कि प्लेटोनिक प्यार जैसा कोई जज़्बा होता भी है. कोई मानेगा ही नहीं कि बग़ैर रिश्ते के भी कोई खूबसूरत रिश्ता हो सकता है, जिसे किसी रिश्ते की आड़ लेकर फिजूल का कवरअप देना जरूरी हो. मसलन आज भी ऐसे लोग हैं जो चोरी छिपे प्रेम करते हैं और जमाने के सामने रिश्ते को भाई बहन का नाम देने से गुरेज नहीं करते. खैर..

JNU विवाद : मुख्य संपादक की कार्रवाई पर रोक संबंधी याचिका नामंजूर, चैनलों पर कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट मांगी

जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामले में टीवी चैनलों की भूमिका को लेकर कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। अदालत का आदेश तब अया जब दिल्ली सरकार की तरफ से तीन टीवी चैनलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग संबंधी अर्जी पर सुनवाई की। सरकार का कहना है कि इन टीवी चैनलों ने कन्हैया के जेएनयू परिसर में दिए गए विवादित भाषण वाली वीडियो के साथ छेड़छाड़ की। साथ ही एक न्यूज चैनल के मुख्य संपादक द्वारा कार्रवाई रोक संबंधी याचिका को नामंजूर कर दिया।

तहलका समूह जल्द लांच करेगा तहलका बांग्ला न्यूज चैनल

तहलका समूह ने एक प्रेस रिलीज जारी कर सूचित किया है कि वह जल्द बांग्ला भाषा में न्यूज चैनल लांच करेगा जिसका नाम तहलका बांग्ला न्यूज चैनल होगा. नीचे वो प्रेस रिलीज है जिसे तहलका की तरफ से जारी किया गया है….

आदित्य दुबे मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के अध्यक्ष बने

मुंबई। वरिष्ठ पत्रकार आदित्य दुबे को मुंबई हिंदी पत्रकार संघ का नया अध्यक्ष चुना गया है। सांताक्रुज पूर्व स्थित मौलाना आज़ाद सभागृह में हुई संस्था की कार्यकारिणी बैठक में श्री दुबे को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। संघ के महासचिव विजय सिंह कौशिक ने बताया कि अब तक संघ के उपाघ्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे आदित्य को अध्यक्ष चुना गया।

SUPREME COURT DISMISSES SLP OF LOKMAT GROUP OF NEWSPAPERS

Inspiring story of non journalist employee who succeeds finally after a long battle of 17 years… Gets benefit of regularization and permanency as Teleprinter Operator, Planner with retrospective effect… Held entitled to all the benefits of Palekar, Bachawat Awards…

शीघ्र शुरू होगा ‘न्यूज फर्स्ट टुडे’ अखबार का प्रकाशन, श्रीकांत अस्थाना बने समूह संपादक

मेरठ। न्यूज फर्स्ट मीडिया समूह के प्रबंध सम्पादक डा. ललित भारद्वाज ने समूह के कार्यक्षेत्र में विस्तार की घोषणा की है। डा. भारद्वाज ने भड़ास4मीडिया को बताया कि समूह शीघ्र ही प्रातःकालीन राष्ट्रीय दैनिक न्यूज फर्स्ट टुडे का प्रकाशन प्रारंभ करेगा। उन्होंने दावा किया न्यूज फर्स्ट टुडे प्रातःकालीन समाचार पत्र होते हुए भी पाठकों को अब तक उपलब्ध समाचार-पत्रों से अलग अपनी तरह का अकेला समाचार पत्र होगा। उन्होंने यह भी कहा कि न्यूज फर्स्ट टुडे युवाओं तथा उन पाठकों की पहली पसंद बनेगा जो मौजूदा समाचार-पत्रों से संतुष्ट नहीं हैं।

प्रचार के रथ पर सवार मोदी सरकार…. अच्छे दिन आ गए… किसके…किसी को नहीं पता

मोदी सरकार ने दो साल पूरे कर लिए हैं। इसे लेकर सरकारी स्तर पर जिसकदर हंगामा और हवाबाजी की जा रही है उसे देख तो ऐसा लगता है कि पतानहीं क्या हो गया? प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में विज्ञापनों कीबाढ़ आ गई है। चैनलों पर मोदी सरकार पर हो रही बहस में अधिकांश वक्तायह साबित …

जी वाले सुभाष चंद्रा, न्यूज वर्ल्ड इंडिया वाले शैलेष और टाइम्स नाऊ वाले प्रांशु मिश्रा ने इस्तीफा दिया

जी वाले सुभाष चंद्रा चूंकि मालिक हैं इसलिए जी मीडिया के डायरेक्टर पद से इस्तीफा देने के बावजूद वो जी के मालिक बने रहेंगे लेकिन शैलेश और प्रांशु मिश्रा के साथ ऐसा नहीं है. ये दोनों अपने अपने संस्थानों से इस्तीफा देकर अलग हो चुके हैं. शैलेष ने न्यूज वर्ल्ड इंडिया के एडिटर इन चीफ पद से और प्रांशु मिश्रा ने टाइम्स नाऊ के यूपी ब्यूरो चीफ पद से इस्तीफा दिया है.

छत्तीसगढ़ में समरेंद्र शर्मा और मनोज के नेतृत्व में लांच होगा पायनियर

रायपुर : छत्तीसगढ़ में ऩई दुनिया को तगड़ा झटका लगा है. अखबार के संपादकीय टीम के आधार स्तंभ रहे समरेंद्र शर्मा ने नई दुनिया छोड़ दी है. अब वे अपनी नई पारी रायपुर से शुरू हो रहे पायनियर अख़बार से कर रहे हैं. समरेंद्र बतौर संपादक काम करेंगे.

आजतक ने नंबर एक की कुर्सी इंडिया टीवी से वापस छीनी, जी न्यूज और न्यूज24 में सुधार

इस साल के बीसवें हफ्ते की बार्क की टीआरपी में आजतक नंबर एक पर फिर काबिज हुआ दिख रहा है. कई हफ्तों से नंबर एक इंडिया टीवी को नंबर दो पर गिरा कर आजतक ने अपनी नंबर एक की पुरानी कुर्सी हथिया ली है. जी न्यूज और न्यूज24 ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इंडिया न्यूज और न्यूज नेशन भी डटे हुए हैं. देखें 20वें हफ्ते के टीआरपी के आंकड़े….

हो गया नया नामकरण… ‘कुमंत कुंठाचार्य’!

(सुमंत भट्टाचार्या द्विअर्थी संवाद भी लिखता है… अपनी वॉल पर उसने एक महिला पत्रकार के प्रतिरोध के जवाब में सबसे लास्ट में क्या टिप्पणी लिखा है, आप पढ़ सकते हैं, साथ ही वह भक्तों को कैसी कैसी टिप्पणियां लिखने की छूट देता है, यह भी समझ सकते हैं.)


Shikha : संघी लफंगे “कुमंत कुंठाचार्य को एक वर्ष पहले ही “संघी सफाई अभियान” के तहत फेसबुक मित्रसूची से purge कर चुकी हूँ l आज पता चला कि उसकी फेसबुक मित्र सूची में सौ से ज्यादा साझे मित्र (mutual friend) फेसबुक पर मौजूद हैं जिनमें कई समझदार चिन्तक, गंभीर और इमानदार साथी, कॉमरेड भी हैं, जिनका बहुत सम्मान करती हूँ l बस सवाल उनसे है कि कॉमरेड कविता कृष्णन के बारे में ऐसी घटिया और कुंठित टिपण्णी करने वाला यह “कुमंत कुंठाचार्य” जो खुद को पत्रकार बुलाता है , अबतक आपलोगों की मित्रसूची में क्या कर रहा है ? क्या ऐसे मानसिक रोगी का मनोवैज्ञानिक उपचार करने हेतु आपलोग इसे अपनी मित्र सूची में अबतक जगह दिए हुए हैं, या फिर ऐसे दरिन्दे जानवर के “ह्रदय परिवर्तन” का गांधीवादी रास्ता अपनाने हेतु अबतक आपलोगों ने इसे इस प्लेटफ़ॉर्म पर जगह दे रखी है?

आलोक तोमर की याद में यूनिवर्सिटी की तरफ से स्वर्ण पदक की शुरुआत

वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर की याद में लखनऊ की डॉ. शकुंतला मिश्रा नेशनल रिहेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी स्वर्ण पदक शुरू करने जा रही है जो कि एम.ए. टॉपर को दिया जाएगा। दीक्षांत समारोह 28 मई को सुबह 10:45 पर यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में होगा। समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के …

कौन होगा यूपी भाजपा में सीएम पद का चेहरा, कई नाम खारिज तो कई नाम चर्चा में

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश फिर से चुनावी मुहाने पर खड़ा है। राजनीति के गलियारों से लेकर गॉव की चौपालों , शहरों के नुक्कड़ों तक पर हर कोई यही सवाल  पूछ रहा है कि कौन होगा यूपी का अगला सीएम। सीएम की दौड़ में कुछ पुराने चेहरे हैं तो कुछ नये चेहरों को भी सीएम पद का संभावित दावेदार समझा जा रहा है। सपा की तरफ से अखिलेश यादव और बसपा की ओर से मायावती की दावेदारी तो पक्की है ही। इसलिये सपा और बसपा में कहीं कोई उतावलापन नहीं है। चुनौती है तो भाजपा और कांग्रेस के सामने। इसमें भी बीजेपी की स्थिति काफी सोचनीय है। सीएम की कुर्सी के लिये भाजपा के संभावित दावेदारों में कई नाम शामिल हैं। दोंनो ही दलों ने अभी तक सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

‘फ्री सेक्स’ का सही हिंदी शब्द ‘संभोग’ है यानि जो समान रूप से भोगा जाए

Sanjaya Kumar Singh : फ्रीसेक्स को हिन्दी में गलत समझकर उसपर हल्ला मचाने वालों को नहीं पता है कि क्रिया रूप में सेक्स के लिए हिन्दी में सही शब्द संभोग है। मोटे तौर पर इसका मतलब समान रूप से भोगना हुआ। जिसे गैर हिन्दी भाषी (आप कहना चाहें तो कह लीजिए अंग्रेजी की कम ज्ञानी) ने फ्री सेक्स लिख दिया और हिन्दी के ज्ञानियों ने उसका मतलब लगाया मुफ्त यौन संबंध या उन्मुक्त संबंध। बाकी लोग पूरी बात पढ़े जाने समझे बिना लगे हिन्दी से बलात्कार करने जो नहीं कर सकते थे वे बलात्कार का मजा लेने के लिए पूछते रहे फ्रीसेक्स का मतलब क्या होता है।

जिन्हें ‘फ्री’ का मतलब ‘मुफ्त’ समझ में आता है वो कभी ‘फ्री सेक्स’ का मतलब नहीं समझ सकते

जिन्हें ‘फ्री’ का मतलब मुफ्त समझ में आता है वो कभी ‘फ्री सेक्स’ का मतलब नहीं समझ सकते. जो लोग ‘एक के साथ एक फ्री’ साबुन, कंघी, टॉफी ही आजतक सुनते आये हैं उनके लिए “फ्री सेक्स” का सुनना बावरे गाँव में ऊंट जैसा है. इसलिए हे कूपमंडूकों अपने गड्ढ़े से बाहर निकलो. शर्म मत करो..पूछ लो, जान लो और तब विचार करो. अफ़सोस कुछ मेंडक गड्ढ़े से निकलना ही नहीं चाहते तो बहसियाते हैं. -प्रियंका सिंह के एफबी वॉल से.

वामपंथी बुढ़ऊ

Ajay Prakash : एक हैं अच्यूतानंदन। उम्र है 92 साल। कम्युनिस्ट पार्टी के हैं और कांग्रेस सरकार से पहले केरल के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अबकी फिर वहां सीपीएम गठबंधन जीत गयी है। पता है आपको बुढ़ऊ की आखिरी ख्वाहिश क्या है। वह फिर से एक बार केरल के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। सोचिए, जिस देश की आधी से अधिक आबादी 25 से 40 वर्ष की हो वहां ये वामपंथी बुढ़ऊ मुख्यमंत्री बनेंगे। मतलब नारा—पोस्टर—बैनर—चंदा—जेल जाने के लिए लौंडे—लफाड़ी और राज्य को संभालने का जिम्मा उनपर जो अपना नाजुक बदन भी न संभाल सकें। ऊपर से तुर्रम यह कि ई कम्युनिस्ट पार्टी वाले देश को दिशा देंगे। चंपक कहीं के!

भास्कर कर्मियों की शिकायत पर हाइकोर्ट ने लेबर कोर्ट के जज अशोक जैन का तबादला किया

Sanjay Saini : भास्कर के कर्मचारियों की शिकायत पर हाइकोर्ट ने लेबर कोर्ट के जज अशोक जैन का तबादला किया। नए जज को लगाया। भास्कर प्रंबधन को नहीं मिली राहत। जज साहब ने आदेश से पहले ही बता दिया था। वो एम्पलाईज के केस करेंगे खारिज। भास्कर के एम्पलाईज में खुशी की लहर।

फ्रीसेक्स का हिंदी अनुवाद और सुमंत भट्टाचार्य जैसे अधकचरे हिन्दी वाले

Sanjaya Kumar Singh : हंड्रेड ऑड मेम्बर्स ऑफ पार्लियामेंट और फ्री सेक्स… फ्री सेक्स पर कविता कृष्णन के विचार को लेकर उठे विवाद पर मुझे एक पुराना मामला याद आया। कल ही लिखना चाह रहा था पर ना रिकार्ड मिला ना विस्तार। सोचा आज जो याद है वही लिख दूं। पीवी नरसिंहराव प्रधानमंत्री थे। उन्हीं दिनों (उससे पहले) रूसी मोदी टाटा समूह की नौकरी से रिटायर होकर बुरी विदाई के बाद कोलकाता में रह रहे थे तो उन्हें इंडियन एयरलाइंस और एअर इंडिया का चेयरमैन बनने की पेशकश की गई जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। जीवन भर निजी क्षेत्र में काम करने के बाद सरकारी ‘नौकरी’ उन्हें भारी पड़ी।

‘सरबजीत’: एक अच्छे विषय पर बुरी फिल्म

Sushil Upadhyay : ज्यादातर अखबारों ने फिल्म ‘सरबजीत’ को पांच में से तीन स्टार दिए हैं। कल मेरे पास खाली वक्त था, फिल्म देख आया। इस फिल्म के बारे में कुछ बातों को लेकर जजमेंटल होने का मन कर रहा है। आखिर इस फिल्म को क्यों देखा जाए? खराब पंजाबी के लिए! बुरी उर्दू जबान के लिए! जो लोग पंजाबी नहीं जानते, उन्हें भी पता है कि ‘न’ को ‘ण’ में तब्दील करने से पंजाबी नहीं बन जाती। पाकिस्ताण, हिन्दुस्ताण, हमणे….जैसे शब्दों को बोलते हुए ऐश्वर्या राय निहायत नकली लगती हैं। उनकी तुलना में रणदीप और ऋचा के संवाद ज्यादा सधे हुए और भाषा का टोन पंजाबियों वाला हैं। ऐश्वर्या के ज्यादातर संवाद उपदेश की तरह लगते हैं। वे सरबजीत की बहन दलबीर के तौर पर किसी भी रूप में प्रभावी नहीं हैं।

लखनऊ के पत्रकार राजेन्द्र गौतम सम्मानित

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और ईटीवी यूपी के संपादक ब्रजेश मिश्र ने उत्कृष्ट पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये निष्पक्ष दिव्य सन्देश के विशेष संवाददाता राजेन्द्र के.गौतम को देव ऋषि नारद सम्मान से सम्मानित किया।

बड़े चैनल के गुस्सैल मैनेजिंग एडिटर कहीं अजित अंजुम तो नहीं!

Vikas Mishra : एक नौजवान, जोशीला और अच्छे चैनल का पत्रकार एक रोज घर आया। बोला-सर, मैं इस्तीफा देना चाहता हूं। मैं चौंका, क्योंकि अपने चैनल में उसकी अच्छी मौजूदगी है, संपादक उससे खुश हैं, फिर इस्तीफा क्यों? उसने बताया कि बॉस ने कहा है इस्तीफा दे दो। ये वही बॉस थे, जो उसकी खबरों पर दर्जनों बार शाबाशी और पांच बार सर्टिफिकेट दे चुके थे। मैंने समझाया-गुस्से में होंगे, बोल दिए होंगे। गुस्से की बात के कोई मायने नहीं होते, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं, इस्तीफे पर आमादा। बोला- कुछ भी करूंगा, वहां नौकरी नहीं करूंगा, हर नया काम आपको बताकर करता हूं, इसी नाते बताने आया हूं। इसके बाद वो इस्तीफे का मजमून लिखवाने पर जोर देने लगा, क्योंकि इस्तीफे का उसका ये पहला अनुभव था। मैंने लिखवा दिया।

शैलेष अवस्थी, राकेश वाजपेयी, वेद प्रकाश, सावन जायसवाल के बारे में सूचनाएं

अमर उजाला कानपुर से खबर है कि वर्षों से रिपोर्टिंग चीफ के पद पर तैनात शैलेश अवस्थी का तबादला झांसी के लिए कर दिया गया है. शैलेष कानपुर के ही रहने वाले हैं और अमर उजाला की रिपोर्टिंग टीम के हिस्से रहते हुए रिपोर्टिंग चीफ के पद तक पहुंचे. शैलेश का दो बार तबादला हुआ लेकिन दोनों बार इन्होंने इसे रुकवा लेने में सफलता पा ली. पर अब उन्हें झांसी के लिए रवाना कर दिया गया है.

पियक्कड़ का मुंह सूंघती बिहार पुलिस की तस्वीर वायरल, आप भी देखें

बिहार पुलिस की एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इस फोटो को देखने पर लगता है जैसे बिहार पुलिस किसी रिश्तेदार या किसी परिचित को गले लगा रही है लेकिन मामला दरअसल शराबबंदी से संबंधित है. पुलिस वाले मुंह सूंघकर पता लगा रहे हैं कि इनने पी रखी है या नहीं. बिहार में शराबबंदी के बाद सरकार ने ऐलान किया था कि शराब पीने वाले व्यक्ति की जांच ब्रेथ एनालाइजर से की जाएगी.

पंद्रह साल की छात्रा से बाथरूम में 25 छात्रों ने बारी बारी बनाया संबंध, सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर शेयर

अमेरिका के फ्लोरिडा शहर के एक स्‍कूल में 25 छात्रों पर एक 15 वर्षीय छात्रा के साथ यौन संबंध बनाने का मामला सामने आया है। घटना के बाद स्कूल ने ये दावा किया है कि स्‍कूल पूरी तरह से सुरक्षित है। स्कूल के हेडटीचर ने सफाई देते हुए कहा कि स्‍कूल में हजारों बच्‍चे पढ़ते हैं। कुछ बच्‍चों की गंदी हरकत की वजह से पूरे स्‍कूल पर उंगली नहीं उठानी चाहिए। बीते गुरुवार को सोशल नेटवर्किंग ऐप स्नैपचैट पर कुछ छात्रों को 15 वर्षीय छात्रा का सेक्‍स वीडियो मिला था।

राज्यों के विज्ञापनों और न्यूज चैनलों पर लगाम लगाने जा रही मोदी सरकार

केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार राज्यों के विज्ञापनों और क्षेत्रीय न्यूज चैनलों पर लगाम लगाने जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा गठित बी बी टंडन समिति सरकारी विज्ञापनों की भाषा की समीक्षा कर रही है। केंद्र सरकार पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त बी बी टंडन की की अगुवाई एक समिति का गठन किया है। समिति सरकारी विज्ञापनों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुपालन की समीक्षा कर रही है। इन सबके बीच दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष और तमिलनाडु सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले न्यूज चैनल के प्रस्ताव को ठुकराया जाने की संभावना जताई जा रही है।

चार न्यूज चैनलों के पांच पत्रकार पश्चिम बंगाल में किए गए गिरफ्तार

पांच पत्रकारों को पश्चिम बंगाल में स्थानीय लोगों के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पश्चिम मेदनीपुर की इस घटना में एक शख्स के गंभीर चोट भी लग गई। इन पत्रकारों को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया है। 20 मई को नतीजे घोषित होने के बाद ये सभी पत्रकार वहां एक चाय की दुकान पर बैठकर चाय पी रहे थे। तभी वहां खड़े लोगों ने चुनाव में उनके न्यूज चैनल की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए अभद्र टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं। इसके बाद दोनों गुटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई। इस मारपीट में देबराज राय नाम के एक शख्स की टांग टूट गई।

सोहैल खान महिला पत्रकारों को गंदी गंदी गालियां देता है

मुंबई। सलमान खान अभिनेत्री प्रीति जिंटा के वेडिंग रिसेप्शन में लूलिया के साथ पहुंचे तो यह चर्चा होने लगी कि सलमान जल्द ही लूलिया के साथ शादी के बंधन में बंध जाएंगे। लूलिया को सलमान की मां के साथ भी देखा गया। सलमान के भाई अरबाज खान से भी सलमान की शादी के बारे में सवाल पूछा गया तो वे उसे मजाक में टाल गए लेकिन जब दो महिला पत्रकारों ने सोहैल खान से इस बारे में सवाल पूछा तो वे महिला पत्रकारों पर भडक गए और उन्हें गंदी गंदी गालियां निकालने लगे।

क्रिस गेल ने महिला रिपोर्टर से द्विअर्थी संवाद कहा और सेक्स रिलेशनशिप्स के बारे में पूछा, हंगामा

नई दिल्ली। क्रिस गेल द्वारा द टाइम्स की महिला जर्नलिस्ट को दिए इंटरव्यू के दौरान विवादास्पद कमेंट करने के चलते बिग बैश लीग टीम मेलबर्न रेनेगेड्‍स ने इस कैरेबियाई खिलाड़ी को अगले सत्र में अनुबंधित नहीं करने का निर्णय लिया है। विवादास्पद व्यवहार के चलते इंग्लिश काउंटी समरसेट भी उन पर प्रतिबंध लगा सकती है, जिनकी तरफ से उन्हें खेलना है। गेल के महिला जर्नलिस्ट के खिलाफ इस तरह के अभद्र व्यवहार के चलते उन पर आईपीएल में भी प्रतिबंध लगने की आशंका उत्पन्न हो गई है।

वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ‘आप’ की तरफ से गोवा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे!

पिछले एक महीने से सोशल मीडिया में इस बात की चर्चा है कि वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई आम आदमी पार्टी की तरफ से गोवा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. पिछले महीने सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर ने एक ट्वीट करके कहा था कि कांग्रेस के खेमे में चर्चा है कि गोवा चुनावों के लिए राजदीप सरदेसाई को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है. रविवार को गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित आम आदमी पार्टी पार्टी की पहली चुनावी रैली में जाने-माने टीवी पत्रकार और फिलहाल इंडिया टुडे समूह में सलाहकार संपादक राजदीप सरदेसाई मौजूद थे.

लीवर की बीमारी से पीड़ित वरिष्ठ पत्रकार आदित्य अवस्थी का निधन

नई दिल्ली। लीवर की बीमारी से पीड़ित वरिष्ठ पत्रकार आदित्य अवस्थी का निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। 13 सितंबर 1954 को बिहार के भागलपुर में जन्में अवस्थी ने कानपुर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम. ए. करने के बाद अपनी पत्रकारिता की शुरुआत राष्ट्रीय संवाद समिति ‘समाचार’ के माध्यम से की और उसके बाद राजधानी से प्रकाशित होने वाले सांध्य टाइम्स के साथ 1979 में उसकी शुरुआत से ही जुड़े गये।

लाइव रिपोर्टिंग के दौरान महिला पत्रकार को थप्पड़ मारकर भाग निकला एक युवक (देखें वीडियो)

पेरिस में चल रहे जन आंदोलन की लाइव रिपोर्टिंग करने वाली महिला पत्रकार को अचानक पीछे से आए एक नकाब पोश शख्स ने जोरदार थप्पड़ जड़कर मौके से फरार हो गया। इस अप्रत्याशित घटना के बाद कुछ देर तक तो महिला पत्रकार को कुछ समझ में नहीं आया और जब तो वो खुद को संभाल पाती तभी एक दूसरा शख्स कैमरे के सामने आकर तालियां बजाकर भाग गया।

बिहार में खबर पसंद नहीं आई तो पत्रकार को उठा ले गया दबंग, हाथ-पांव बांध कमरे में बंद किया

बिहार में राजदेव रंजन की हत्या और नालंदा के राजेश सिंह को जान से मारने की धमकी के बाद अररिया के एक पत्रकार के अपहरण का मामला सामने आया है। मनमाफिक खबर न लिखने से भड़के दबंग ने एक स्‍थानीय दैनिक के लिए काम करने वाले पत्रकार हेमंत ठाकुर का घर से अपहरण कर लिया। कई घंटों की मशक्कत के बाद पत्रकार जैसे तैसे छूटकर घर पहुंचा। मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

पत्रकार वर्तिका नन्दा ने जेलों से जुड़ी एक वेबसाइट लांच की

महिला पत्रकार डॉ. वर्तिका नन्दा ने जेल जीवन और जेल सुधार से संबंधित एक वेबसाइट लांच की है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने वर्तिका की वेबसाइट की लॉन्चिंग की. वेबसाइट का नाम TinkaTinka.org है. इस वेबसाइट का मकसद देशभर की जेलों को आपस में जोड़कर जेलों में सकारात्मक काम के लिए एक मंच तैयार करना है. ‘तिनका तिनका तिहाड़’, ‘तिनका तिनका डासना’ और ‘तिनका तिनका आगरा’ के बाद यह साइट अब पूरे देश के बंदियों के सकारात्मक काम और बदलाव की पहचान बनेगी.

सीवान के पत्रकार की हत्या शहाबुद्दीन के खास आदमी लड्डन मियां ने कराई थी

पटना : सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में चौकाने वाली बात सामने आयी है. इस संबंध में पुलिस ने छापेमारी कर हत्याकांड में शामिल 5 शूटरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कुख्यात मुख्य शूटर रोहित कुमार, विजय कुमार गुप्ता, राजेश कुमार, ऋषि कुमार और सोनी कुमार को गिरफ्तार किया है. बिहार पुलिस के एडीजी सुनील कुमार ने इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की. एडीजी ने कहा है कि इस मामले में हम लड्डन मियां की गिरफ्तारी की कोशिश कर रहे हैं.

राष्ट्रगान बजने पर खड़े न होने पर दो पत्रकारों को सेना ने किया बाहर

श्रीनगर : ये बात सच है कि कहीं किसी संविधान में नहीं लिखा है कि हमें राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा होना चाहिए लेकिन हमें बचपन से ये बातें सिखाई जाती है, जो हम ताउम्र मानते है। सेना के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के वक्त खड़े न होने पर दो पत्रकारों को कार्यक्रम से बाहर कर दिया गया। ये दोनों पत्रकार इस कार्यक्रम की कवरेज के लिए आए थे। दोनों पत्रकार कश्मीर के अखबार में काम करते हैं।

मनोज तोमर फिर बने सहारा के हिस्से

राष्ट्रीय सहारा लखनऊ के पूर्व स्थानीय संपादक मनोज तोमर ने राष्ट्रीय सहारा दिल्ली में दोबारा ज्वाइन कर लिया है. उपेन्द्र राय ने अपने कार्यकाल में तोमर का तबादला लखनऊ से दिल्ली कर दिया था. इसके कारण तोमर ने संस्थान से रिजाइन कर दिया था. अब उपेंद्र राय की विदाई के बाद तोमर फिर से सहारा …

‘अत्यधिक और चुनिंदा’ सरकारी विज्ञापनों के मामलों पर अध्ययन कर सकता है टंडन आयोग

नयी दिल्ली, 23 मई  : सरकारी विज्ञापनों में विषयवस्तु नियमन से संबंधित मुद्दों को देखने के लिए केंद्र द्वारा गठित बी बी टंडन आयोग अत्यधिक और चुनिंदा विज्ञापनों के मामलों पर विचार कर सकता है।सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों से जब पूछा गया कि सरकार अत्यधिक और चुनिंदा सरकारी विज्ञापनों के मुद्दे पर कैसे ध्यान देगी तो उन्होंने कहा, ‘‘संभवत: टंडन समिति ऐसे मामलों को देख सकती है।’’

फर्जी वेबसाइटों से कमतर नहीं मध्यप्रदेश में बोगस दैनिकों का गोरखधंधा

मध्यप्रदेश में वेबसाइटों को मिलने वाले सरकारी विज्ञापनों के बारे मे विधानसभा मे सवाल के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। एक व्यक्ति कई-कई वेबसाइट चला कर सबके लिए विज्ञापन वसूलता रहा है. और तो और, मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मुखपत्र चरैवति की दो-दो वेबसाइटों का गोरखधंधा भी सामने आ चुका है जिनमे से एक फर्जी निकली थी. लगता यही है कि यह सरकारी विज्ञापनों की नोचखसोट की आपसी लड़ाई थी जिसे तब मिल बैठ कर सुल्टा लिया गया था। इंडियन एक्सप्रेस ने पहले पेज पर दूसरी बड़ी खबर छाप कर विस्तार से वेबसाइट फर्जीवाड़े के बारे मे चौंकाने वाली जानकारी दी है। वैसे बता दें की समाचार वेबसाइटों जैसा ही, बल्कि कई मायनों मे उससे भी बदतर है, सरकारी विज्ञापनों के लिए किया जाने वाला बोगस दैनिक अखबारों का गोरखधंधा, जिसकी तरफ भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है। 

भास्कर समूह की कंपनी डीबी कॉर्प का चौथे तिमाही में आय 6% बढ़कर 526 करोड़ हो गया

नई दिल्ली। डीबी कॉर्प की चौथे क्वार्टर में कंसोलिडेटेड आय पिछले साल के मुकाबले 6.3 फीसदी बढ़ कर 526 करोड़ रुपए रही है। पिछले साल इसी अवधि में कुल आय 495 करोड़ रुपए रही थी। वहीं पूरे साल के लिए कुल आय 2009 करोड़ रुपए से बढ़कर 2051 करोड़ रुपए रही है।

चैतन्य भट्ट को पंडित कुंजबिहारी पाठक वरिष्ठ पत्रकारिता सम्मान

जबलपुर – मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार चैतन्य भट्ट को पिछले दिनों  पंडित कुंजबिहारी पाठक वरिष्ठ पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया। चैतन्य भट्ट जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार हैं और पीपुल्स समाचार राज एक्सप्रेस हरिभूमि नवभारत में संपादक का दायित्व संभल चुके हैं।

Doordarshan& China’s CCTV to telecast mutual interest programs, ahead of Presidents’ visit to China

New Delhi, 23 May 2016: President Pranab Mukherjees’ scheduled visit to China, from May 24 – 27’ 2016, will lead to an interesting exchange of programs between the public broadcasters of two countries. Doordarshan, the public broadcaster of India and CCTV (China Central Television), the public broadcaster of China, will telecast series of program, fostering better people to people understanding between the two countries.

आलोक जोशी सीएनबीसी आवाज़ चैनल के मैनेजिंग एडिटर बने

Ambrish Kumar : बचपन के साथी और साथ साथ पत्रकारिता शुरू करने वाले आलोक जोशी सीएनबीसी आवाज़ चैनल के मैनेजिंग एडिटर बने। उन्हें बधाई। आलोक जोशी आजतक न्यूज़ चैनल में एसपी सिंह की शुरुवाती टीम का हिस्सा रहे हैं।

जनसत्ता के संपादकजी अपना चंडीगढ़ का सरकारी मकान बचाने के लिए क्या कुछ नहीं कर रहे हैं!

अपन एकदम सही थे। जो सलाह कभी भजनलाल को दी थी, इस पर अगर आज की सरकार भी अमल कर ले तो उसे पत्रकारों और पत्रकारिता की ओर से कभी कोई संकट पैदा नहीं होगा। अपना शुरू से मानना रहा है कि मकान ऐसी चीज है जिसे लेकर कोई भी इंसान कुछ भी कर गुजरने या कितना भी नीचा झुकने के लिए तैयार नजर आता है। उन दिनों भजनलाल पत्रकारों से बहुत परेशान थे। एक बार कहने लगे कि मैंने न जाने कितने पत्रकारों को अपने विवेकाधीन कोटे से प्लाट देकर उन्हें लखपति बनाया पर इन लोगों की आंख में तो सुअर का बाल है मतलब निकलते ही आंखें दिखाने लगते हैं। ऐसे लोगों का क्या क्या किया जाए?

संजय पुगलिया ने सीएनबीसी आवाज और आशुतोष नारायण ने आईबीएन7 को गुडबाय कहा

संजय पुगलिया ने हिंदी बिजनेल चैनल सीएनबीसी आवाज के एडिटर-इन-चीफ पद से इस्तीफा दे दिया है. इस बारे में इनटरनल मेल भी जारी किया जा चुका है. खुद संजय ने भड़ास से बातचीत में  इस्तीफे की पुष्टि की. संजय बिहार के रहने वाले हैं और 30 वर्षों से मीडिया फील्ड में सक्रिय हैं. वे आजतक, नवभारत टाइम्स, बिजनेस स्टैन्डर्ड, बीबीसी रेडियो में भी काम कर चुके हैं. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले संजय पुगलिया स्टार न्यूज के न्यूज डायरेक्टर थे.

नारद जयंती पर लखनऊ में ब्रजेश मिश्र, संजय शर्मा समेत कई पत्रकार सम्मानित (देखें तस्वीरें)

नारद जयंती पर लखनऊ में कई पत्रकारों को सम्मानित किया गया. इनमें ईटीवी यूपी के संपादक ब्रजेश मिश्र, 4पीएम के संपादक संजय शर्मा, पीटीआई के अभिनव पांडे, सहारा की शिल्पी, एबीपी के प्रेम, नवभारत टाइम्स के मनीष आदि प्रमुख थे. कार्यक्रम में दिल्ली से आये भूपेन्द्र ने दमदार भाषण दिया. बाद में राजनाथ सिंह सूर्य …

मीडियाकर्मियों के बकाया वसूली के लिए मध्य प्रदेश के श्रमायुक्त ने जारी किया आदेश

मध्य प्रदेश के श्रमायुक्त ने एक आदेश जारी किया है जो उपर दिया गया है. इसमें श्रम अधिकारियों को मीडियाकर्मियों के बकाया वसूली के संबंध में अधिकृत किया गया है. इस आदेश के आधार पर मध्य प्रदेश के मीडियाकर्मी मजीठिया वेज बोर्ड संबंधी अपना बकाया पाने के लिए श्रम विभाग में क्लेम कर सकते हैं.

K Vikram Rao : The Bluff Master

Dear Prakash Mishra,

We do not know whether you are a person in flesh and bones or a ghost created by Mr.Vikram Rao because he has the inherent nature of creating such imaginary persons as to cover his misdeeds. But if you are really a person in body and form then we must congratulate you for weaving such cock and bull stories. Sitting in the hinterland of Odisha in Behrampur if you had so much information (or figment of imagination) about what happened in Chennai then you are certainly a supernatural person. It is not your fault. In fact, your ‘creator’ Vikram Rao suffers from a disease called OCD (Obsessive Compulsive Disorder) and that is why Parmanand Pandey, Hemant Tiwari and K. Asudhulla haunt him even in his dreams (courtesy opening line of the Manifesto of the Communist Party). He must not forget that his depravity will turn out to be a nightmare for him.

भुखमरी के कगार पर कैनविज टाइम्स के पत्रकार

दुनिया की नंबर वन एमएलएम कंपनी बनने का दावा करने वाले ‘कैनविज समूह’ के अखबार ‘कैनविज टाइम्स’ के कर्मचारी भुखमरी के कगार पर आ खड़े हुए हैं। पत्रकारों के हालात ऐसे हो गए हैं कि किसी पास दफ्तर पहुंचने का किराया नहीं है तो कोई अपने घर का किराया देने में असमर्थ है। कैनविज प्रबंधन कान में तेल डाले बैठा है। उसका पत्रकारों के दयनीय हालातों से कोई वास्ता नहीं। चर्चा है सैलरी लटकाने का ‘खेल’ प्रबंधन छंटनी को अंजाम देने के लिए खेल रहा है।

‘पत्रिका’ के स्टेट एडिटर अरूण चौहान दुर्घटना में बाल बाल बचे

इंदौर । आज उज्जैन में क्षिप्रा स्नान व महाकाल दर्शन कर वापस इंदौर लौटते समय साँवेर के पास सड़क दुर्घटना मे “पत्रिका” MP-CG के “राज्य संपादक” श्री अरुण चौहान बाल बाल बच गए। खुद गाड़ी ड्राइव कर रहे श्री चौहान सड़क पर अचानक कार के सामने आ गये श्वान को बचाने के चक्कर मे संतुलन खो बैठे तथा कार डिवायडर से टकराते हुवे सड़क से नीचे उतरकर 3 से 4 पलटी खा गयी।

नईदुनिया के समूह संपादक आनंद पाण्डे को माधव राव सप्रे राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार के लिए चुना गया

शख्सियत ऐसी कि पुरस्कार नगण्य हो गए…. नईदुनिया के समूह संपादक आनंद पाण्डे को माधव राव सप्रे राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार के लिए चुना गया। पहले मन हुआ कि मोबाइल लगाऊं और बधाई दूं। फिर थोड़ा रुका और सोचा कि क्या यह पुरस्कार उनके पत्रकारिता के जुनून, ईमानदारी, समर्पण से ज्यादा है? क्या कोई भी पुरस्कार ऐसा है जो उनके समर्पण के बदले दिया जा सके? हाथ नंबर डायल करते-करते रुक गए। मैं राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार के कद की बात नहीं कर रहा हूं। बेशक ऐसा पुरस्कार पाना किसी भी पत्रकार के लिए गर्व की बात है। मैं तो बात कर रहा हूं कि आधुनिक दौर में पत्रकारिता की साख को जिंदा रखने वाले शख्स की, जिससे पुरस्कार खुद गौरान्वित हो जाता है।

अभिरंजन कुमार को प्रतिष्ठित नारद सम्मान

नई दिल्ली । कवि और पत्रकार अभिरंजन कुमार को पत्रकारिता जगत में उल्लेखनीय योगदान के लिए केंद्रीय वित्त और सूचना प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने प्रतिष्ठित नारद सम्मान से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें आदि पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती के मौके पर इन्द्रप्रस्थ विश्व संवाद केन्द्र द्वारा कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में दिया गया।

तीन करोड़ रुपये घूस लेने से इनकार करने वाले अधिकारी मोइन खान को सलाम

(स्व. मोइन खान)

नई दिल्ली की म्युनिसिपल कौंसिल के कानून अधिकारी मोइन खान की हत्या हो गई। कई अफसरों की हत्या की खबरें छपती रहती हैं। लेकिन इस खबर ने मुझे झकझोर दिया। इस अफसर की हत्या इसलिए करवाई गई कि इसने रिश्वत में 3 करोड़ रु. लेने से मना कर दिया था। मोइन खान को यह रिश्वत इसलिए दी जा रही थी कि वे दिल्ली के एक होटलवाले पर ‘कृपा’ नहीं कर रहे थे। कनाट प्लेस स्थित इस होटल के मालिक से म्युनिसिपाल्टी 150 करोड़ का शुल्क वसूल करना चाहती थी।

रामदेव की दवाएं और सामान न खरीदने के लिए तर्क दे रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा

Rajiv Nayan Bahuguna : क्यों न खाएं रामदेव की दवा… मैं कोई रसायन शास्त्री अथवा कीमियागर नहीं हूँ, अतः अपने सामान्य बुद्धि विवेक का प्रयोग कर मित्रों को सलाह देता हूँ कि रामदेव के किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल न करें, अपितु बहिष्कार करें।

दिल्ली हाईकोर्ट में जज गीता मित्तल की सीजेआई से शिकायत- ‘लेटलतीफ हैं और काम में रुचि नहीं लेती’

 

(खबर पढ़ने के लिए उपरोक्त न्यूज कटिंग पर क्लिक कर दें)

नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर से पीड़ित वादियों ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज की शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि जस्टिस गीता मित्तल मामलों की सुनवाई बहुत धीमी गति से कर रही हैं जिसकी वजह से उनके केस की सुनवाई में देरी हो रही है। पीड़ित वादियों ने दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति गीता मित्तल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अप्रैल माह में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों को एक पत्र पहुंचाया गया था जिसमें यह कहा गया था कि सैकड़ों लोगों के केस का न्यायमूर्ति गीता मित्तल की लेटलतीफी और उनके काम में रुचि न लेने की वजह से निस्तारण नहीं हो रहा है।

Pandey disgraces media fraternity in Tamilnadu

Dear Bhai Paramanand ji

You must be feeling ashamed after the Tamil Nadu election results. Any sense of remorse? You, with your two underlings, had gone to the Chennai Press Club on 2 April (last month) to release a costly book titled “Jayalalitha’s corruption worth Rs.1 Lakh crores.” You had even displayed the IFWJ banner and your bogus title of “secretary general.” The entire show of your Chennai wheeler-dealers (so-called Chennai Union of Journalists) was sponsored by the D.M.K. party.

अखबार बांटने वाले ने पत्रकार इंद्रदेव के परिजन को पांच हजार देने की घोषणा कर मिसाल कायम कर दी

चतरा में मारे गए पत्रकार इंद्रदेव यादव के परिजनों को गुमला के अखबार अभिकर्ता रमेश चीनी ने सहयोग राशि के रूप में पांच हजार रुपए देने की घोषणा की है. उनकी इस घोषणा ने पत्रकारों की आंख खोलने के साथ साथ एक मिसाल भी कायम किया है. आमतौर पर पत्रकार अपने ही साथियों की मदद करने में कतराते हैं लेकिन यहां अखबार बांटने वाले ने खुले दिल से मदद का ऐलान किया है. अखबार अभिकर्ता रमेश ने कहा कि पत्रकार समाज के दर्पण होते है इसलिए उन पर हमला लोकतंत्र पर हमला है. उन्होंने इंद्रदेव हत्याकांड का पूर्ण उदभेदन करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.. 

छत्तीसगढ़ में राज्य के गृहमंत्री ने पत्रकारों को दिया सूट का नज़राना

बाकी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ भी सूखे की चपेट में है. कई अन्य तरह की समस्याएं भी हैं. जल जंगल जमीन के मामले बहुत सारे हैं. पर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री साहब को इस दौरान भी मीडियाकर्मियों को नज़राना देने में गुरेज़ नहीं है. किसान बाहुल्य राज्य छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने शुक्रवार को अपने बंगले में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करने की सूचना जारी कराई, जिसके बाद राजधानी की मीडियाकर्मियों की फौज मंत्री जी के बंगले में निर्धारित समय में इकट्ठा भी हो गई.

उत्तराखंड में ऐक्टू नेता कामरेड के.के. बोरा पर भाड़े के गुंडों ने किया हमला, जान से मारने की कोशिश

ऐक्टू नेता के. के. बोरा को पुलिस द्वारा जबरन उठाने की कोशिश को अभी एक दिन भी नहीं बीता था कि मिंडा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंधन ने भाड़े के गुंडों से उन्हे पिटवाने और जान से मारने का प्रयास कर दिया। आज कॉमरेड के. के. बोरा टैम्पो द्वारा हल्द्वानी से रूद्रपुर जा रहे थे कि पंतनगर में डाबर फैक्ट्री के पास पीछे से आयी स्कॉर्पियो ने टैम्पो का रास्ता रोक लिया। स्कॉर्पियो में लाठी डंडों से लेस नकाबपोश बैठे थे जिन्होंने कॉमरेड के. के. बोरा को सड़्क पर ही पीटना शुरू कर दिया। लोगों के जमा हो जाने पर वे भाग खड़े हुए अन्यथा कॉमरेड के. के. बोरा की जान भी जा सकती थी। इस घटना में कॉमरेड के. के. बोरा को सिर, हाथ और पैरों में चोटेँ पहुंची हैं। गुंडों द्वारा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे ट्रेड यूनियन नेता पर इस तरह सरे-आम जानलेवा हमला गम्भीर चिंता का विषय है और बिगड़ती कानून-व्यवस्था का उदाहरण है।

दिल्ली में दिनेश गौतम, आशुतोष श्रीवास्तव, विवेक तिवारी समेत दर्जनों नए-पुराने मीडियाकर्मियों को मिला इम्वा एवार्ड (देखें लिस्ट)

दिल्ली में मावलंकर हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में केन्द्रीय मंत्री नज़मा हेपतुल्ला ने टीवी पत्रकार दिनेश गौतम को इम्वा (Indian media welfare association) बेस्ट मेल न्यूज एंकर अवॉर्ड दिया. कार्यक्रम का आयोजन इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसियेशन ने किया था.. आज तक की अंजना ओम कश्यप को बेस्ट फीमेल एंकर के तौर पर पुरस्कृत किया गया.. दिनेश गौतम फिलहाल लाइव इंडिया चैनल में कार्यरत हैं..इसके पहले सहारा और ज़ी न्यूज और डीडी में काम कर चुके दिनेश गौतम को पहले भी कई प्रतिष्ठित अवार्डस से सम्मानित किया जा चुका है..

पलाश दा जैसा विद्रोही और उन्मुक्त स्वभाव वाला इंसान 25 साल तक किसी अख़बार में कैसे टिक गया?

जनसत्ता कोलकाता से शैलेंद्र (दाएं) के रिटायरमेंट के दिन उन्हें विदाई देते और यादगार के बतौर तस्वीर खिंचाते पलाश विश्वास (बाएं)

पलाश विश्वास का संस्मरण पढ़ा कि वो एक सप्ताह के अंदर ही रिटायर हो रहे हैं. जनसत्ता में लम्बी अवधि गुजरने के बाद अब वो नौकरी वाली पत्रकारिता से निजात पा जायेंगे. दरअसल   नौकरी वाली पत्रकारिता आपको बाँध कर रखती है. आप अपनी मर्ज़ी से कुछ भी नहीं लिख सकते. आपका पूरा दिमाग और विचार अख़बार के प्रबंधन के पास गिरवी रखा होता है. मुझे तो इस बात पर आश्चर्य हुआ है कि पलाश दा जैसा विद्रोही और उन्मुक्त स्वभाव वाला इंसान 25 साल तक किसी अख़बार में कैसे टिक गया? 1991 में जब मैं अमर उजाला बरेली में उनके साथ काम करता था तब उन्हें अच्छी तरह समझने का अवसर मिला. वह मुझसे सीनियर थे और हम दोनों सेंट्रल डेस्क पर थे. न्यूज़ एडिटर थे इंदु भूषण रस्तोगी. एडिटर अख़बार के मालिक खुद होते थे.

K न्यूज़ के पोलिटिकल एडिटर बने प्रदीप विश्वकर्मा, नरेंद्र और लक्ष्मी ने संस्थान छोड़ा

लखनऊ से खबर है कि सीनियर जर्नलिस्ट प्रदीप विश्वकर्मा को K न्यूज़ में पोलिटिकल एडिटर की जिम्मेदारी दी गई है. वह इसके पहले आधा दर्जन न्यूज चैनलों में यूपी प्रमुख के रूप में काम कर चुके हैं. साथ ही साथ दूरदर्शन में एंकर भी कई साल तक रहे हैं. प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि वह न्यूज़ एक्सप्रेस, एटूजेड, एमएच-1 और एस-1 चैनल में बतौर यूपी प्रमुख काम कर चुके हैं. इन पांच न्यूज़ चैनलों की यूपी में लांचिग के सदस्य भी वह थे. बाद में वह जिया न्यूज में चले गए थे.

DD Bharati to live telecast the last chapter of Simhasth Kumbh Mahaparv-2016

New Delhi, 20.05.2016: The festivity around Simhasth Kumbh Mahaparv will conclude tomorrow, 21 May 2016 with Pramukh Shahi Snaan. This years’ ‘shahi snaan’ would be symbolic of ritual bathing at the banks of River Kshipra. DD Bharati will live telecast this event tomorrow, Saturday, 21 May 2016, from 4:30 am onwards till 7:30 pm (or till the end). Devotees can take holy dip at any ghat during Simhastha. The ghats include:  Ram Ghat, Triveni Ghat, Gau Ghat, Mangalnath Ghat, Sidhawat Ghat, Kabir Ghat, Rinmukteshwar Ghat, Bhukmata Ghat, Datta Akhada Ghat, Chintaman Ghat, Prashanti Dham Ghat, Sunehri Ghat, Narsingh Ghat.

जो पत्रकार वेज बोर्ड की सिफारिशें नहीं ले पाते वे किसी साथी को मरने पर मुआवजा क्या दिलवाएंगे

Sanjaya Kumar Singh : पत्रकारिता के जंगलराज का क्या होगा… झारखंड में एक पत्रकार की हत्या के बाद सीवान में दैनिक हिन्दुस्तान के संवाददाता की हत्या हुई तो बिहार में जंगलराज का आरोप लग गया और जनता की मांग पर मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने सीबाआई जांच की घोषणा कर दी। निश्चित रूप से सीबीआई से जांच कराने का मतलब यह नहीं है कि मामला सुलझ ही जाएगा और हत्यारों को सजा हो ही जाएगी। फिर भी मान लेता हूं, सीबीआई जांच करेगी और मामला साफ हो जाएगा। अभियुक्तों को सजा हो जाएगी। पर इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि पीड़ित परिवार का उचित मुआवजा मिले। आखिर पत्रकार की हत्या उसके काम के सिलसिले में काम के दौरान हुई है। उसका परिवार भी है।

हिंदुस्तान अखबार में ‘पेड एडिटोरियल’ : कथित अच्छे दिनों में पत्रकारिता के भयंकर बुरे दिन!

 

आज के दैनिक हिन्दुस्तान में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक लेख लिखा है। हिन्दी में उनके नाम के साथ छपा है। इस सूचना के साथ कि ये उनके अपने विचार हैं। एडिट पेज पर प्रकाशित इस लेख के साथ अमित शाह की जो फोटो लगी है वह छोटी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी फोटो लगाई गई है जो लेखक की फोटो से बड़ी है। वैसे ही जैसे मैं नैनीताल पर कुछ लिखूं तो मेरी फोटो रहे ना रहे, नैनी झील की फोटो बड़ी सी जरूर लगेगी। अगर मेरी तुलना गलत नहीं है तो फोटो छपना और उसका बड़ा छोटा होना भी गलत नहीं है।

बिहार में दैनिक जागरण के पत्रकार को जान से मारने की धमकी

दैनिक जागरण के बिहारशरीफ कार्यालय में घुसकर जदयू एमएलसी हीरा प्रसाद बिंद के गुर्गों ने पत्रकार राजेश सिंह से बदतमीजी की और एमएलसी से माफी नहीं मांगने पर सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन की तरह मौत के घाट उतारने की धमकी दी। मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पटना में पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रामनाथ कोविंद को भी इस घटना से अवगत कराते हुए पत्रकारों की सुरक्षा की मांग की है।

IAS Amit Kataria ने Journalist Kamal Shukla को धमकाया- ‘दो कौड़ी का आदमी, साले, कीड़े, चूजे, मच्छर, मक्खी… तुझे तो ऐसे ही मसल दूंगा’ (सुनें टेप)

अमित कटारिया, कलक्टर, बस्तर (फोटो सौजन्य : फेसबुक)

छत्तीसगढ़ में तैनात आईएएस और आईपीएस विवादों में रहते हैं. दमन करने से लेकर धमकाने तक के लिए. बस्तर जिले के कलक्टर अमित कटारिया काला चश्मा पहनकर पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के मामले में कुख्यात रहे तो अब यही आईएएस एक पत्रकार बुरी तरह और गंदी भाषा में धमकाने के लिए चर्चा में है. दरअसल जेएनयू से कई प्रोफेसर बस्तर के एक गांव में गरीबों से मिलने और सामाजिक अध्ययन करने गए थे. उन्होंने बातचीत में ग्रामीणों को नक्सलियों और राज्य की पुलिस दोनों से दूर रहकर खुद का जीवन बेहतर करने की सलाह दी थी. मौके की ताक में बैठे रहने वाली रमन सरकार के कारिंदों ने गांव वालों को चढ़ाया, भड़काया और उनसे इन प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत ले ली कि ये लोग ग्रामीणों को भड़का रहे थे.

संस्मरण : उस समय मैं जालंधर के एक अखबार में सब एडिटरी करता था…

बादशाहत सबकी सलामत रहे ! हालांकि अब बादशाहों, राजाओं का जमाना नहीं रहा, लेकिन मेरा दिल नहीं मानता। ये आज भी होते हैं और विभिन्न रूपों में हर जगह मौजूद हैं। मन के राजा, मन के बादशाह, मन के शेर…। वन टू का फोर करने वालों से लेकर कर्ज उठाकर अय्याशी करने वालों तक। बात कोई दो दशक पुरानी है। उस समय मैं जालंधर के एक अखबार में सब- एडिटरी करता था। रोज सहयोगी पत्रकार मित्र के साथ साइकिल पर पीछे बैठ कर कार्यालय जाता और रात को उसी तरह लौटता।

निर्भीक होकर कलम चलाने वाले पत्रकारों की हत्या के खिलाफ यूपी बिहार में जगह-जगह प्रदर्शन

पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के खिलाफ यूपी और बिहार के जिले जिले में धरना प्रदर्शन आयोजित हो रहे हैं… कुछ जगहों से आई रिपोर्ट्स यहां प्रकाशित की जा रही है….

बलिया। बिहार राज्य के सिवान जनपद के पत्रकार राजदेव रंजन व झारखण्ड के चतरा जिले के पत्रकार इंद्रदेव यादव की हत्या के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सोमवार को उप्र श्रमजीवी पत्रकार यूनियन बलिया ने डीएम को सौंपा। कहा कि पत्रकार राजदेव रंजन की 12 मई को सरेआम हत्या कर दी गई। इस घटना के 24 घंटे के अंदर झारखण्ड राज्य के चतरा जिले में इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े पत्रकार इन्द्रदेव यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। देश में पिछले वर्ष छह पत्रकारों की हत्या तथा पत्रकारों पर हमले की 120 से अधिक घटनाएं हो चुकी है। उप्र में पिछले चार माह में तीन पत्रकारों की हत्या की जा चुकी है। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि समाज में सजग प्रहरी के रूप में पत्रकार के उत्तरदायित्व निर्वहन में बाधा डालने का न सिर्फ प्रयास किया जा रहा है, बल्कि निर्भीक होकर कलम चलाने वाले पत्रकारों की हत्या की जा रही है।

मोदी राज में इंडिया टीवी परमानेंट नंबर वन, जी न्यूज आठवें स्थान पर लुढ़का, आईबीएन ने न्यूज24 को पीटा

अच्छे दिन किसी के आए हों या न आए हों, इंडिया टीवी के जरूर आ गए हैं. संघ और भाजपा के प्रिय पात्र रजत शर्मा को पदम मिला, उनके चैनल को टीआरपी में लगातार नंबर वन स्थान मिल रहा है. नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली का गुणगान करते रहने वाला चैनल इंडिया टीवी लगातार कई हफ्तों से नंबर वन बना हुआ है. 19वें हफ्ते की टीआरपी में भी यह चैनल नंबर वन है. आजतक जो कभी नंबर वन का पर्याय माना जाता था, अब लगातार दो नंबर पर संतोष कर रहा है और ऐसा भी संभव है कि उसकी नियति मोदी राज में नंबर दो बने रहने की हो गई हो.

पढ़िए, पत्रकारों ने जो ज्ञापन केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री को दिया उसमें क्या लिखा है….

जयपुर में पत्रकारों ने केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री बंडारू दत्तात्रेय को एक ज्ञापन दिया. इसमें मीडियाकर्मियों को मजीठिया वेज बोर्ड न दिए जाने को लेकर शिकायत किए जाने के साथ साथ पूरे हालात का विवरण दर्शाया गया है. केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री से प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर सवाल भी कर डाला. बंडारू दत्तात्रेय मीटिंग बुलाने वाली बात कहते रहे लेकिन हर कोई यह सोचता रहा कि आखिर ये मोदी सरकार मीडिया मालिकों के प्रति इतनी नरम क्यों है?

मजीठिया वेज बोर्ड पर पत्रकार ने पूछा सवाल तो बोले मंत्री- केंद्र सरकार लागू कराने के लिए त्रिस्तरीय बैठक बुलाएगी (देखें वीडियो)

जयपुर। मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों की पालना कराने के लिए केन्द्र सरकार जल्द त्रिस्तरीय बैठक बुलाएगी। यह जानकारी केन्द्रीय श्रम राज्य मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने जयपुर में प्रेस कान्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि मैंने मजीठिया वेज बोर्ड की पालना कराने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। जल्द ही त्रिस्तरीय बैठक बुलाऊंगा जिसमें समाचार पत्र मालिकों के साथ पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि सुप्रीमकोर्ट में सभी राज्य निर्धारित समय में रिपोर्ट पेश कर देंगे।

DD Bharati to live telecast the Investiture ceremony of Border Security Force

New Delhi, 19th May 2016: DD Bharati channel will live telecast the 14th Investiture ceremony of Border Security Force on 20th May 2016, from 10:00 am to 11:40 am. The BSF Investiture Ceremony is celebrated every year in remembrance of its founding father Khusro Faramurz Rustamji (K F Rustamji). The event will be taken live from Vigyan Bhawan, New Delhi. Hon’ble Union Home Minister, Shri Rajnath Singh will be the chief guest of this prestigious event.

पटना के पत्रकार मिले राज्यपाल रामनाथ कोविंद से, सुरक्षा और मुआवजे की मांग

पत्रकार हत्या मामले में राज्यपाल से मिला पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल…  सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या और बिहार में पत्रकारों पर हो रहे हमले को लेकर गुरुवार को पटना में पत्रकारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल रामनाथ कोविन्द से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। महामहिम से पत्रकारों ने बिहार में पत्रकारों को सुरक्षा देने, पीड़ित पत्रकार के परिजनों को 50 लाख रुपये की मुआवजा देने, राजदेव के हत्यारों को गिरफ्तार करने और बिहार में भी पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है।

पत्रकारों का उत्पीड़न व हत्या करने वालों पर लगे रासुका, काशी पत्रकार संघ के तत्वावधान में निकला जुलूस

-सुरेश गांधी-

वाराणसी। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए कलम की आजादी जरूरी है। परन्तु राजनीति के अपराधीकरण के चलते आये दिन पत्रकारों और मीडियाकर्मियों पर हमले हो रहे हैं, हत्याएं हो रही हैं। बिहार के सिवान में पत्रकार राजेदव रंजन और झारखण्ड के चतरा में टीवी पत्रकार इन्द्रदेव की हत्या के बाद भी सिलसिला थमा नहीं और अगले ही दिन मथुरा के रत्नेश चौहान की भी गोली मारकर हत्या कर दी गयी। सच का पक्ष लेने वाले पत्रकारों पर हमले जारी हैं।

यह ब्राह्मण समुदाय शिक्षा पर एकाधिकार रखना अपना दैविक अधिकार समझता है

रोहित वेमुला श्रृंखला का लेख…. शिक्षालयों में जरुरी है एजुकेशन डाइवर्सिटी…

-एच.एल.दुसाध

रोहित वेमुला की सांस्थानिक हत्या पर केन्द्रित एक पुस्तक को अंतिम रूप देने में विगत कुछ सप्ताहों से बुरी तरह व्यस्त हूँ. मेरे संपादन में तैयार हो रही ’शैक्षणिक परिसरों में पसरा भेदभाव : सवर्ण वर्चस्व का परिणाम’ नामक सवा दो सौ पृष्ठीय यह पुस्तक देश के शिक्षा जगत के 27 प्रतिष्ठित विद्वानों के लेखों और 13 विद्वानों के साक्षात्कार से समृद्ध है. गत 23 अप्रैल को इस किताब के दूसरे प्रूफ पर नजर दौड़ाते और लेखों को चार अध्यायों में सजाते–सजाते सुबह के पांच बज गए थे. देर रात तक काम करने के बाद रविवार 24 अप्रैल की सुबह 10 बजे के करीब नींद से जागा. आदत के अनुसार चाय की चुस्की लेते हुए अख़बारों पर नजर दौड़ाने लगा. अचानक एक बहुपठित अखबार के दूसरे पृष्ठ के एक खबर पर मेरी दृष्टि चिपक गयी. मैंने एकाधिक बार ध्यान से उस खबर को पढ़ा. ’डीयू के दलित शिक्षकों ने लगाया प्रताड़ना का आरोप’ शीर्षक से छपी निम्न खबर को मेरी ही तरह शायद और लोगों ने भी बहुत ध्यान से पढ़ा होगा-

हमारे चारों ओर उंची जाति के लोग रहते हैं, वे नहीं चाहते थे कि हम उनके बीच रहें

केरल में निर्भया जैसी दरिंदगी से उबाल, घटनास्थल से लौटी महिलाओं की टीम ने किया की खुलासा

-संदीप ठाकुर-

नई दिल्ली। दुराचार और जघन्य हत्या की रोंगटे खड़े कर देने वाली यह
वारदात दिल्ली के निर्भया कांड से भी कहीं ज्यादा वीभत्स और दिल दहला
देने वाली है। यह केवल एक गरीब मेहनती और महत्वाकांक्षी दलित लड़की की
कहानी नहीं है बल्कि समाज के दबे कुचले उन हजारों-लाखों लड़कियों के
अरमानों की भी दास्तान है जो तमाम मुश्किलों के बावजूद न सिर्फ कुछ कर
गुजरने की चाह रखतीं हैं, परंतु चाहतों के असली जामा पहनाने का हौसला
लेकर दिन रात मेहनत करतीं हैं। लेकिन समाज के दबंगों को उनकी यह तरक्की
हजम नहीं होती।

असम में भाजपा, केरल में लेफ्ट, तमिलनाडु में अम्मा और बंगाल में दीदी की जीत

राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों में अब सभी राज्यों की तस्वीर साफ हो गई है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तमिलनाडु में जयललिलता की वापसी हो रही है. असम में बीजेपी को ताज मिल रहा है.

सर्वे : अखबारों के लिए खतरे की घंटी, युवा सबसे ज्यादा वेबसाइट्स से हासिल करते हैं देश दुनिया के समाचार

आज के समय में यंगर्स्ट्स के लिए न्यूज जानने का सबसे बड़ा स्रोत न्यूज वेबसाइट्स है। एक सर्वे से ये पता चला है कि न्यूज के जरिए देश-विदेश की जानकारी रखने के लिए लोग सबसे अधिक न्यूज वेबसाइट्स का रुख करते हैं। इस मामले में न्यूज पेपर दूसरे और न्यूज एप तीसरे नंबर पर आते है। जबकि फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकलस चौथे व टीवी न्यूज चैनल पांचवे नंबर पर आते है।