मोदी सरकार के लिए मैंने सक्रिय तौर पर प्रचार किया लेकिन अब मैं निराशा में डूब गया हूं

Shahnawaz Malik : मुखर्जी नगर में भूख-हड़ताल से उठाए गए चारों स्टूडेंट्स के बयान इस प्रकार हैं…

1- मोदी सरकार के लिए मैंने सक्रिय तौर पर प्रचार किया लेकिन अब मैं निराशा में डूब गया हूं। हम पांच दिन से भूखे हैं। कोई मिलने तक नहीं आया। जो इमेज चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने बनाई थी, वह अब धूमिल हो रही है। मुकेश राय, मऊ यूपी।

हर रास्ता किसी न किसी चौराहे की तरफ जाता है, जहां से दिशा बदलनी होती है, तो मैं भी दिशा बदल रहा हूं : अजीत अंजुम

Ajit Anjum : यादों के अलबम को पलटने का वक्त आ गया है. जिस कंपनी में मैंने 19 साल गुजारे, अच्छे-बुरे वक्त देखे, हर सफर का साक्षी भी रहा और कई बार सारथी भी, उस कंपनी से विदा ले रहा हूं. इस कपनी में रहते हुए दर्जनों चर्चित प्रोग्राम बनाए. तारीफें भी मिली, अवार्ड भी मिले और आलोचनाएं भी. संघर्ष से भी सामना हुआ और थोड़ी-बहुत कामयाबी भी मिली. 19 साल कम नहीं होते किसी एक कंपनी में काम करते हुए. दिसंबर 2007 में न्यूज 24 हम सबने मिलकर लांच किया था. अच्छी टीम बनी थी. अच्छा काम भी हम सबने मिलकर किया लेकिन वक्त के साथ सभी बिछड़े. अलग अलग संस्थानों के हिस्सा बने और आज भी हैं.

अंग्रेजी अखबार दी हिंदू ने रुक्मिणी श्रीनिवासन को बनाया है ‘नेशनल डाटा एडिटर’, क्या ये पद हिंदी अखबारों में है?

एनडीटीवी पर प्राइम टाइम का रीटेलीकास्ट देख रहा था। इसमें रुक्मिणी श्रीनिवासन, जो कि अंग्रेजी दैनिक हिंदू में नेशनल डाटा एडिटर हैं, ने बताया कि बलात्कार की अधिकांश खबरें प्रायोजित और उन मां-बाप द्वारा दर्ज कराई जाती हैं जिनकी बेटियों ने घर से भागकर शादी कर ली है। वे अपनी बेटियों को वापस ले आते हैं और लड़के विरुद्घ रिपोर्ट दर्ज कराते हैं तथा फिर कुछ दिनों बाद उसकी पैरवी बंद कर देते हैं। रुक्मिणी ने छह महीने में अपनी यह रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट आँखें खोलने वाली है। खासकर उनके लिए जो बस टीवी में सुनकर और अखबारों में पढ़कर बायस्ड होकर निष्कर्ष निकालते हैं।

कल्पतरु ग्रुप की हेकड़ी : सेबी की पाबंदी के बाद अब नई कंपनी बनाकर जमीन देने के नाम पर जनता से की जा रही अवैध उगाही

‘कल्पतरू एक्सप्रेस’ नामक अखबार संचालित करने वाले कल्पतरू समूह भी बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर रहा है. सरकारी एजेंसियों की दिक्कत ये है कि जब जनता बड़े पैमाने पर लुट चुकी होती है तब कोर्ट आदि के आदेश पर सक्रिय होती हैं और दिखावे की कार्यवाही करती हैं. सहारा का प्रकरण सामने है. पीएसीएल का भी प्रकरण चल रहा है. इसी क्रम में कल्पतरू ग्रुप भी है. मथुरा के कल्पतरु ग्रुप की दो कंपनियों को सेबी ने निवेशकों से गैर-कानूनी रूप से पैसा इकट्टा करने से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके बाद भी यह ग्रुप मिलते-जुलते नाम की एक और कंपनी बना कर अपनी रियल एस्टेट स्कीम के नाम पर पैसा इकट्टा कर रहा है.

‘समाचार प्लस’ ने यूपी / उत्तराखंड में ‘ईटीवी’ को पछाड़ा!

‘समाचार प्लस’ की लगातार बढ़ती लोकप्रियता ने इस हफ्ते ‘ईटीवी’ के टीआरपी के किले को भी ध्वस्त कर दिया है। ताजा टीआरपी में समाचार प्लस उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ईटीवी को पछाड़ते हुए दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। नंबर एक पर है जी संगम, जो जी समूह का यूपी यूके का रीजनल न्यूज चैनल है.

एसजीपीजीआई लखनऊ के दो डाक्टरों ने ट्रायल ड्रग के जरिए महिला को मार डाला

: मेडिकल एथिक्स कोड का खुला उल्लंघन करने को लेकर आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने लिखा पत्र :  अलीगंज निवासी सुरेश चन्द्र शुक्ला की हेपेटाइटिस-सी से पीड़ित पत्नी ममता शुक्ला की एसजीपीजीआई, लखनऊ में हो रहे इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी. श्री शुक्ला ने इसके लिए गैस्ट्रोइंटेरोलोजी विभाग के डॉ विवेक आनंद सारस्वत और डॉ श्रीजीथ वेणुगोपाल को दोषी ठहराते हुए उनके विरुद्ध पीजीआई थाने पर मुक़दमा दर्ज कराया. एफआइआर के अनुसार इन डॉक्टरों ने उनकी पत्नी को प्रयोग के तौर पर जानबूझ कर ट्रायल ड्रग थाइमोसीन अल्फा-1 इंजेक्शन, जिससे हड्डी का कैंसर होने की काफी सम्भावना रहती है और जिसे सेंट्रल ड्रग स्टैण्डर्ड कण्ट्रोल आर्गेनाइजेशन मात्र हेपेटाइटिस बी रोगियों के लिए अनुमन्य करता है, दिया जो उनकी मौत का कारण बना.

अंशुमान जाएंगे इंडिया टुडे, सागरिका की चर्चा टाइम्स नाऊ के साथ, अमिताभ श्रीवास्तव और फैजल इस्लाम के कामकाज में बदलाव

खबर है कि दैनिक जागरण में लंबे समय तक काम कर चुके पत्रकार अंशुमान तिवारी को इंडिया टुडे हिंदी का संपादक बनाया गया है. अंशुमान एक अगस्त को कार्यभार संभालेंगे. अंशुमान दैनिक जागरण से हटने के बाद दैनिक भास्कर समूह की एक बिजनेस वेबसाइट के एडिटर के रूप में काम कर रहे हैं. 

‘भास्कर न्यूज’ में सेलरी संकट, मालकिन हेमलता अग्रवाल से मीडियाकर्मी होने लगे निराश

‘भास्कर न्यूज’ नामक नए आ रहे न्यूज चैनल से खबर आ रही है कि चैनल में काम कर रहे सैकड़ों लोगों को दो महीने से सेलरी नहीं मिली है. तीसरा महीना शुरू हो चुका है. कर्मचारियों द्वारा सेलरी मांगने पर चैनल के एमडी राहुल मित्तल द्वारा चार बार तारीख पर तारीख दी गई लेकिन जब सेलरी नहीं आई तो लोग आंदोलन पर आमादा हो गए. काम रोके जाने की धमकी दी गई. कार्यवाहक मैनेजिंग एडिटर समीर अब्बास ने लोगों को समझाने की कोशिश की. बाद में सभी मिल कर सीएमडी हेमलता अग्रवाल के पास गये.

हेमलता अग्रवाल और राहुल मित्तल

उप्र में ध्वस्त हुई कानून व्यवस्था, लोग अपने घरों में भी असुरक्षित

लूट, हत्या, डकैती, चोरी आदि की ताबड़तोड़ वारदातों के बाद गैंगरेप की घटनाएं अभी थमी भी नहीं कि अब हर रोज हो रहे दंगों ने उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। अब तो लोग इसे जुर्मी प्रदेश भी कहने लगे है। लेकिन इस राज्य के युवा मुख्यमंत्री अब भी ऐसा नहीं मानते। लॉ एंड आर्डर बेहतर होने की दुहाई दे रहे हैं। शायद इसीलिए अपराधियों के हौसले बुलंद है। उत्तर प्रदेश में लगातार सांप्रदायिक दंगों और फिर रेप जैसी शर्मनाक घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी है। इतना ही नहीं सच लिखने पर कहीं पत्रकारों पर दर्ज हो रहे मुकदमें तो कहीं हो रही गिरफ्तारी तो कही गुंडा एक्ट, जिलाबदर कर गृहस्थी लूटी जा रही है।

मानवाधिकार आयोग का ओडिशा सरकार को नोटिस, पीड़ित पत्रकार को दें मुआवज़ा

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कटक। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने ओडिशा सरकार को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न पुलिस द्वारा किए ग़ैर कानूनी हमले के शिकार पत्रकार को 25,000 हज़ार रुपए का मुआवज़ा दिया जाए।

राधावल्लभ शारदा फिर बने वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष

भोपाल। वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के शिवपुरी में हुए प्रांतीय सम्मेलन में यूनियन के त्रिवार्षिक चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष पद पर पुन: राधावल्लभ शारदा निर्वाचित हुये। जिसकी घोषणा चुनाव अधिकारी बालराजे शिन्दे ने की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने कहा कि पत्रकारों को संगठित कर उनके हक और अधिकारों की लड़ाई लडऩा ही उनके संगठन का कार्य है।

येश्वर्याज सेवा संस्थान ने की पुलिस और प्रशासन को जवाबदेह बनाने की मांग, मुख्यमंत्री के नाम तेरह सूत्री ज्ञापन

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लखनऊ, 30 जुलाई। आज ‘राष्ट्रीय सचेतक दिवस’ पर हज़रतगंज जीपीओ के निकट स्थित महात्मा गांधी पार्क में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने येश्वर्याज सेवा संस्थान के बैनर तले ‘मदारी और बन्दर’ के माध्यम से एवं ‘सीटी बजाकर’ सामूहिक प्रदर्शन किया। येश्वर्याज सेवा संस्थान लोकजीवन में पारदर्शिता, जबाबदेही लाने और मानवाधिकारों के संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत लखनऊ स्थित एक सामाजिक संगठन है।

भारत भ्रमण पर निकले कुमार सौवीर का जौनपुर में पत्रकारों ने किया स्वागत

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जौनपुर। सामाजिक व सांस्कृतिक समरसता की खोज के लिये भारत भ्रमण पर निकले प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार कुमार सौवीर बुधवार को जौनपुर पहुंचे जहां जनपद के पत्रकारों सहित तमाम गणमान्य नागरिकों ने माल्यार्पण कर उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर श्री सौवीर बताया कि 29 जुलाई से भ्रमण पर निकली उनकी यह यात्रा आगामी 26 जनवरी को लखनऊ में पहुंचकर समाप्त होगी।

किसके ताबूत में अंतिम कील साबित होगा बिहार का उपचुनाव?

बिहार में 21 अगस्त को होने वाले दस विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में भाजपा को अपनी ताकत के लय में होने का अहसास कराना है तो दूसरी ओर लालू-नीतीश जैसे दो क्षेत्रीय राजनीतिक धुर विरोधियों को अपने मिलन की सार्थकता के साथ अपने-अपने अस्तित्व भी बचाने हैं। इस चुनाव में लालू यादव को जहां अपनी जमीन को बढ़ाकर नीतीश की जमीन निगलने की भूख होगी तो नीतीश के लिए अपने कार्यकर्ताओं को बचाए रखने की गंभीर चुनौती होगी। यह चुनाव अपनी जमीन बचाओ-कार्यकर्ता बचाओ अभियान के बीच टिका ऐसा चुनाव होगा, जिसमें बिहार की जनता को जंगल राज-2 की कसौटी पर बिहार का भविष्य तय होगा। आखिर जिस जंगल राज का खात्मा कर सुशासन स्थापित करने का यश नीतीश कुमार अपने कृतित्व में सबसे ऊपर रखते रहे हैं। आखिर किस मुंह से लालू यादव के साथ मंच शेयर करके वह बिहार के विकास-सुशासन का कौन सा मॉडल पेश करते हैं, यह चुनाव का मुख्य मुद्दा बनेगा। बिहार के मतदाताओं के लिए यह कसौटी होगी जिस पर सभी दल कसे जाएंगे।

प्रेमचंद पर बोलना ही काफी नहीं, कुछ ऐसा करें कि उनका लिखा सार्थक हो

prem chand

हम लोग ईश्वर, अल्लाह, गुरूनानक और ईसा मसीह को खूब मानते हैं लेकिन उनका कहा कभी नहीं मानते हैं। बिलकुल वैसे ही जैसे हम प्रेमचंद को पढक़र उनकी तारीफ करते अघाते नहीं लेकिन कभी उनके पात्रों को मदद करने की तरफ हमारे हाथ नहीं उठते हैं। प्रेमचंद पर बोलकर, लिखकर हम वाहवाही तो पा लेते हैं लेकिन कभी ऐसा कुछ नहीं करते कि उनका लिखा सार्थक हो सके। प्रेमचंद की जयंती पर विशेष आयोजन हो रहे हैं, उनका स्मरण किया जा रहा है। लाजिमी है कि उनके जन्म तारीख के आसपास ही ईद का पाक उत्सव भी मनाया जाता है।

उपभोक्ताओं को मिलेगी बिना एसटीबी बदले डीटीएच ऑपरेटर बदलने की सुविधा

Dish tv

नई दिल्‍ली। केंद्र सरकार देश के मोबाइल उपभोक्ताओं को दी गई नंबर पोर्टेबिलिटी की तर्ज़ पर टेलीविजन उपभोक्ताओं को भी सेट टॉप बॉक्‍स (एसटीबी) बदले बगैर डीटीएच ऑपरेटर बदलने की सुविधा देने पर विचार कर रही है। यदि सरकार ऐसा करती है तो उपभोक्ता घटिया सेवाएं देने वाले डीटीएच ऑपरेटर से बिना किसी झंझट के छुटकारा पा सकेंगे।

सूचनाधिकार कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में मौन जुलूस 31 जुलाई को

आमंत्रण /  विज्ञप्ति / सूचना

महोदय,
         सूचना का अधिकार, भ्रष्टाचार से लड़ने और पारदर्शिता लाने के लिए एक प्रभावी शस्त्र के रूप में हमे आम जन को मिला, दुखद है कि पिछले 8 सालों में सैकड़ों सूचनाधिकार कार्यकर्त्ताओं पर  इस शस्त्र के प्रयोग करने कारण जानलेवा हमले हुए दर्जनों लोगों की मौत भी हो गयी.

शोषण के खिलाफ़ एकजुट हुए जिया न्यूज़ के स्ट्रिंगर, चैनल को भेजेंगे लीगल नोटिस

जिया न्यूज़ के खिलाफ स्ट्रिंगरों का गुस्सा आखिर फूट ही पड़ा। स्ट्रिंगरों ने चैनल द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ चैनल को लीगल नोटिस भेजने का मन बना लिया है। करीब दो दर्जन जिलों के स्ट्रिंगरों ने मिलकर एक मिंटिग की और उस मिंटिग में निर्णय लिया की जब चैनल पैसे नहीं दे रहा …

सजा के खौफ़ से रुकेंगे तेज़ाब हमले

acid attack

1979-80 में भगलपुर जेल में कैदियों की आंख में तेजाब डाल कर अंधा करने का आंखफोड़वा प्रकरण हुआ। जेल की चाहरदिवारी की यह क्रूर घटना मीडिया माध्यम से समाज के सामने पहुंची। देश में किसी महिला पर तेजाब फेंकने का पहला मामला 1982 में आया। तकनीक के युग में मीडिया मजबूत हुआ तो दूर दराज की तेजाब हमले की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। खबरों से अपराधी अपराध के तरीके जानने लगे हैं। बदायूं कांड़ के बाद कई महिलाओं के शव हत्या के बाद पेड़ से लटकाएं गये। शायद अपराधियों में सजा के खौफ का सामाजिक संक्रमण किसी पर तेजाब फेंकने के क्रूर कर्म से रोक सकें।

कानपुर के चर्चित विज्ञापन एजेंसी के मालिक ने कानपुर की मीडिया को सेट करने का किया प्रयास

कानपुर : साबुन के प्रमुख घराने के लिए करोड़ों रुपये का काम करने वाले एक विज्ञापन एजेंसी के मालिक ने मीडिया को कवरेज न करने के लिए सेट करने का प्रयास किया. इसके लिए उसने मोटा प्रलोभन भी दिया, जिसे मीडिया ने नकार दिया. मीडिया कर्मियों का कहना था कि गलत हुआ है ज्योति के साथ. ज्योति को न्याय किसी भी कीमत पर मिलना चाहिए. मीडिया कर्मियों के दुत्कारने के बाद भी वह लगातार पत्रकारों से सटने का प्रयास करता रहा.

‘लापतागंज’ कॉमेडी सीरियल में वाल्मीकि समाज की भावनाएं आहत करने के आरोप में प्रोड्यूसर अश्विनी वीर सिंह धीर गिरफ्तार

सब टीवी पर आने वाले लोकप्रिय टीवी सीरियल लापतागंज के प्रोड्यूसर अश्विनी वीर सिंह धीर को मुंबई के गोरेगांव स्थित फिल्म सिटी से गिरफ्तार करके पंजाब ले जाया गया है. उन पर वाल्मीकि समाज की भावनाएं आहत करने का आरोप है. प्रोड्यूसर अश्विनी और उनके कई साथियों पर आरोप है कि उन्होंने लापतागंज के एक एपिसोड में वाल्मीकि समाज की भावनाएं आहत की थीं. उस एपिसोड में वाल्मीकि समाज के भगवान के बारे में कुछ मजाक किए गए थे.

पीएसीएल के संकट से ध्वस्त होने लगा पर्ल ग्रुप, मैग्जीन बंद, चैनल बंद होने की आशंका

पीएसीएल नामक चिटफंड कंपनी के सीबीआई जांच के दायरे में आने और इसके ठिकानों पर छापेमारी के बाद सैकड़ों एकाउंट का परिचालन रोक दिए जाने से इस ग्रुप की दूसरी कंपनी पर्ल मीडिया पर संकट के बादल छा गए हैं. मनी मंत्र नामक मैग्जीन बंद होने की सूचना है. यह मैग्जीन हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशित होती थी और हाल-फिलहाल इसके संपादक उदय सिन्हा हुआ करते थे. ग्रुप की अन्य मैग्जीनों बिंदिया और शुक्रवार की भी हालत खराब है.

अमेरिका-कनाडा की यात्रा पर हैं कुमार विश्वास, दर्जन भर से ज्यादा एकल काव्य पाठ होंगे

हिंदी और हिंदुस्तान की स्वर-लहरी लेकर कवि डा. कुमार विश्वास आजकल अमेरिका-कनाडा की यात्रा पर हैं। लगभग ६ हफ़्तों की इस यात्रा में उनके दर्जन भर से भी ज्यादा एकल काव्य पाठ होंगे। “हम  हैं देसी कॉन्सर्ट” नाम से आयोजित इन कार्यक्रमों को लेकर अमेरिका और कनाडा में स्थित भारतीयों में बहुत उत्साह है।  उनकी यह यात्रा अमेरिकी मीडिया में भी सुर्ख़ियों में है। अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्र ‘द साउथ एशियन टाइम्स’ ने भी इस यात्रा का उल्लेख किया है।

‘न्यू देहली पोस्ट’ में कार्यरत युवा पत्रकार रहीसुद्दीन के गाजियाबाद स्थित घर में लाखों की चोरी, पढ़िए तहरीर

दिनांक- 30 जुलाई 2014

सेवा में,                                

श्रीमान थाना प्रभारी,

थाना लोनी, लोनी, गाजियाबाद- 201102.

विषय- अज्ञात चोरों के ख़िलाफ मुकदमा दर्ज कराने के संबंध में.

महोदय,

SUPERTECH LOST THE CASE, BUYERS WILL GET PUNISHED DUE TO MISTAKES DONE BY SUPERTECH

Today, Honorable Supreme Court of India has ordered against the Supertech group in the case of the Emerald Court Project. Supertech will have to return buyers money in 4 days. Honorable Allahabad High Court already ordered to demolition of two 40-storey towers of the Emerald Court Project of the Supertech Group in Sector 93 A, Noida. The court also directed Supertech to return the money to the investors at an interest rate of 14 per cent.

जो धरती पर खूब माल इकट्ठा कर पाएगा वही अंतरिक्ष होटल में रहने की योग्यता पाएगा

भारत जैसे देश में जो शासक है और जो एलीट है, वह खूब जानता है कि उसके जीवन का एक मकसद है, बस पैसे बनाना. पैसे हैं तो संसाधन खरीदे बनाए जा सकते हैं. तभी तो एक पैसे वाली कंपनी अंतरिक्ष होटल बना रही है. इस अंतरिक्ष होटल में हम आप जैसे गरीब नहीं बल्कि करोड़पति अरबपति ही जाकर रह सकेंगे. तो ऐसे में क्यों न माना जाए कि एक दिन धरती पर ऐसा आएगा जब बिना संसाधन और बिना पैसे वाले यहीं बेमौत मारे जाएंगे और संसाधन वाले व पैसे वाले दूसरी दुनिया के किसी ग्रह पर बस कर वहां के संसाधन व संपदा के जरिए जीवन जीना प्रारंभ कर देंगे. तो क्या आपको अभी से किसी भी तरीके से पैसा कमाना शुरू कर देना चाहिए? नहीं… ऐसा कतई नहीं कह रहा… लेकिन यह जरूर कह रहा कि जो ट्रेंड चल रहा है, उसे पर नजर रखने और भविष्य के मनुष्य की दशा दिशा समझने की जरूरत है. आइए वो खबर पढ़ें जिससे आप जान सकेंगे कि अगले पचास सौ साल में धरती पर कैसे और दूसरे ग्रहों पर कैसे लोग रहने लगेंगे. -यशवंत, एडिटर, भड़ास4मीडिया

हंस की वार्षिक संगोष्ठी 31 जुलाई को : विषय- ‘वैकल्पिक राजनीति की तलाश’

हर बार की तरह इस बार भी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर 31 जुलाई को हंस पत्रिका द्वारा वार्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है. इस बार का विषय है- ‘वैकल्पिक राजनीति की तलाश’. पिछले वर्षों के दौरान मुख्यधारा की राजनीति के प्रति आम लोगों में निराशा का एक व्यापक माहौल सहज ही देखा जाने लगा है. यहाँ तक कि अल्पसंख्यक-पिछड़ा-दलित एजेंडे पर एक समय में काफी मुखर रहे स्वर भी राजनीतिक जड़ता या अवसरवाद के घनचक्कर में शामिल दिखाई देने लगे हैं. ऐसे में वास्तविक मुद्दों और हाशिए पर छूटे समुदायों की बाबत परिदृश्य में वास्तविक बदलाव कैसे आए; विभिन्न विषयों पर सक्रिय अलग-अलग विचारधाराओं के लोग इस बारे में क्या अनुभव रखते हैं, इन्हीं सब पर इस बार की संगोष्ठी में बात की जाएगी. वक्ता होंगे- अरुणा राय, योगेन्द्र यादव, जगमती, डीपी त्रिपाठी, मुकुल केशवन.

सुप्रसिद्ध छायाकार नवल जायसवाल की पुस्तक ‘नवल-कमल’ का विमोचन

भोपाल । आजादी के पूर्व ज्यादातर मीडिया रचनाकारों के हाथ में था और जो मीडिया आज की तरह व्यावसायिक था, वह रचनाकार विहीन था। साहित्य और मीडिया को अलग करके देखने की जरूरत नहीं है। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। यह विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने ‘मीडिया और साहित्य के अंतरसम्बन्ध’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किए। विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध छायाकार और लेखक नवल जायसवाल की पुस्तक ‘नवल-कमल’ का विमोचन भी किया गया।

प्रमुख सचिव गृह पद पर ताबड़तोड़ तबादले के खिलाफ आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने दायर की याचिका

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) के लखनऊ बेंच में पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रमुख सचिव पद पर किये गए ताबड़तोड़ तबादलों के खिलाफ याचिका दायर किया है. याचिका के अनुसार 15 अक्टूबर 2013 से अब तक 4 अफसर इस पद पर तैनात हो चुके हैं और इनमे कुछ अफसरों के तबादले मात्र कुछ दिनों में कर दिए गए थे.

अमिताभ ठाकुर

‘हिंदुस्तान’ के मैनेजर अखबार को रद्दी के भाव बिकवा कर मालिकों को प्रसार बढ़ने की फर्जी रिपोर्ट भेजेंगे!

Rakesh Pandey : वाराणसी से खबर है कि पिछले दिनों यहां से प्रकाशित हिंदुस्तान ने शहर के कुछ गिने चुने वितरक नेताओं की मौजूदगी में केक काटकर अपने प्रकाशन की 13वीं वर्षगांठ मनाकर औपचारिकता पूरी कर ली. इसी के साथ अपने अख़बार की बिक्री बढ़ाने के लिए 10 प्रतियाँ लेने पर 1 कॉपी फ्री, 30 पैसा बोनस और बीमा कराने का झाँसा देकर वितरकों को लुभाने की पूरी कोशिश की. ‘वितरक आवाज’ को मिली जानकारी के अनुसार आम वितरकों में हिन्दुस्तान की इस स्कीम पर कतई विश्वास नहीं है.

बगिंग वाली खबर वाकई निराधार है तो संसद का समय खराब करने के लिए संबंधित खबरनवीस के खिलाफ कार्रवाई हो

Sanjaya Kumar Singh : नितिन गड़करी के शयन कक्ष में उच्च शक्ति वाले बगिंग डिवाइस या सुनने के उपकरण लगे होने की खबर अगर निराधार है तो सरकार को चाहिए कि यह खबर जिसने दी उसके खिलाफ कार्रवाई करे या शिकायत दर्ज कराए। मीडिया की खबरों पर विपक्ष में रहते हुए हंगामा करना और सत्ता में रहने पर उसे निराधार और बेबुनियाद कहकर मुक्त हो जाना – क्या दर्शाता है। मैं नहीं कहता कि गडकरी के घर में बगिंग डिवाइस होने की खबर सही ही है पर यह कैसे शुरू हुई इसका कोई आधार जरूर होगा।

जब भ्रम टूटा तो किरण अपने बच्चे के भविष्य के लिए उस दूसरी औरत शिल्पी झा उर्फ शिल्पी यादव की खिलाफत करने घर में घुस गई

Kuldeep Singh : डियर चन्दन जी, माना कि एक बार आपकी कॉलेज की फीस के. एम. (कृष्ण मोहन) ने दी थी, जिसका कर्ज आप उतारने की कोशिश कर रहे हैं और उतारना भी चाहिए, चाहे वो कर्ण (दुर्योधन) का ही क्यों न हो, आपके हर सवाल का जवाब मैं जितने महीन तरह से दे सकता हूं, उतना कोई नहीं… कृष्ण मोहन ने दूसरी औरत के चक्कर में पड़कर अपनी पत्नी किरण सिंह की पिटाई दो साल पहले की थी, जिससे दुखी होकर कुछ दिन के लिए वो मायके चली गई थी, उसके ब्रेस्ट में गांठ पड़ गई थी जिसका उसने कानपुर आकर होमियोपैथिक इलाज करवाया था.

यूपी में जंगलराज : पुलिस ने पत्रकारों को हवालात में बंद किया ताकि करप्शन में लिप्त ग्राम प्रधान की पोल न खुले

Devanand Yadav : उत्तर प्रदेश में सपा के शासन में पुलिसिया उत्पीड़न बढ़ता ही जा रहा है …पुलिसिया रोब आप कहीं भी चौक-चौराहे पर देख सकते हैं … अति तो तब हो गई जब कवरेज करने गये तीन पत्रकारों को एसओ ने ग्राम प्रधान की तहरीर पर हवालात में डाल दिया… एसओ ने पत्रकारों से पहले उनका मोबाइल छीना, फिर कैमरा, प्रेस कार्ड, माईक आईडी सबकुछ जमा करा लिया…. एसओ ने एक बार भी पत्रकारों की बात सुनना तक गंवारा नहीं समझा.  अनुरोध करने के बाद भी उसने चंदौली के एसपी मुनिराज से बात करने नहीं दिया और ना ही घर फोन करने दिया… वाह रे पुलिसिया रोब …

ओह! समूह संपादक सतीश के. सिंह ऐसा भी करते-कराते हैं, ये तो हद है भई!!!

Abhishek Srivastava : दिल्‍ली से एक ‘अद्भुत’ अख़बार पिछले कुछ दिनों से निकल रहा है। नाम है ‘प्रजातंत्र लाइव’। इसे निकालने वाला एक चिटफंड समूह है। इसका एक अद्भुत चैनल है ‘लाइव इंडिया’ और इसी नाम से एक अद्भुत पत्रिका भी है। ‘प्रजातंत्र लाइव’ नाम के जिस अख़बार में दुष्‍यंत, विमल झा और रासबिहारी जैसे पुराने परिचित पत्रकार खुद को दिन-रात खपाए हुए हैं, उसका ‘प्रधान संपादक’ कोई प्रवीण तिवारी है जिसकी सुदर्शन तस्‍वीर रोज़ संपादकीय पन्‍ने पर छपती है अलबत्‍ता उसके नाम का लेख किसी का भी लिखा हो सकता है। इस व्‍यक्ति को अपना नाम और तस्‍वीर छपवाने का ऐसा शौक़ है कि वह विशेष आग्रह कर के संपादकीय के लोगों से कहता है कि भाई कुछ भी छाप दो मेरे नाम से।

जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष अकबर चौधरी और संयुक्त सचिव सरफराज पर यौन शोषण का आरोप

दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष अकबर चौधरी और संयुक्त सचिव सरफराज पर जेएनयू की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। छात्रा भी ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) की पूर्व कार्यकर्ता बताई जा रही है। कुछ दिन पहले उसने नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) ज्वाइन किया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी छात्रा ने छात्रसंघ के पदाधिकारियों पर इस तरह का आरोप लगाया है।

मीडिया के योगी, गरीब विरोधी – नरेंद्र मोदी

सरकारी गुणा-गणित के मुताबिक़, भारत के गाँव और शहर में रहने वाला व्यक्ति अगर 30 व 40 रुपये रोज़ कमाता है तो वो गरीब नहीं है। अब इस तीस और चालीस रुपये का हिसाब देख लें। दाल 80 रुपये, आटा 30 रुपये, टमाटर 90, चावल 30, प्याज 70, आलू 30, दूध 40 रुपये और इन सबको आम आदमी तक पहुंचाने वाला डीज़ल-पेट्रोल-गैस अपने-अपने हिसाब से। 30-40 वाला नंगा, नहाये क्या और निचोड़े क्या? दूसरी तरफ अपनी दौलत में बेतहाशा इज़ाफ़ा, हर-साल, करने वाले अम्बानी-अडानी सहित दुसरे रईस लोग फिर से सरकारी मेहमान हैं। यानि मनमोहन सिंह, मोदी नाम के नए अवतार में आम आदमी के पेट पर लात मारते रहेंगें।

कहानीः यथातथ्य

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आकाश से टूटकर बिजली गिरी। ठीक उस वृक्ष के शीर्ष पर जिसके नीचे काफी देर से सिमटे खड़े थे वह। बारिश से भीगा हुआ उनका बूढ़ा और थका हुआ शरीर उस पीपल वृक्ष के मोटे तने से आत्मरक्षा के लिये ही तो चिपका हुआ था। शहर के एक कोने में स्थित अपने घर से टहलकर जब वे निकले थे तो काफी उद्विग्न थे। मन किया था कि घर ही नहीं इस बेरहम दुनिया को ही छोड़कर कहीं चल दिया जाय। घर…. जो उनका बनाया हुआ था आज जैसे पराया हो चला था। उनके बेटा-बहू ने ही उनके जीते-जी उस पर से उनका अधिकार छीन लिया था। वास्तव में छीन लेते तो भी चलता…. मगर घर में रहते हुए भी उन लोगों ने उस घर को उनके लिए बेगाना बना दिया था।

आम आदमी का वास्तविक एजेंडा पीछे छूटा, अब मीडिया कर रहा एजेंडा सेटिंग

मीडिया की साख और थ्योरी ऑफ एजेंडा सेटिंग पिछले तीन दिनों से अखबार और टीवी न्यूज चैनल लगातार केवल और केवल सचिन राग आलाप रहे हैं। ऐसा लग रहा है मानो देश में पिछले तीन दिनों से दूसरा कोई मसला ही नहीं है। आप सचिन तेंदुलकर को पढ़िये, उसे देखिये और उसी के बारे में …

आगामी विधानसभा चुनावों के ‘चक्रव्यूह’ ने बढ़ाई टीम मोदी की चुनौती

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‘अच्छे दिन’ आने का जुमला मोदी सरकार के लिए दोधारी तलवार बनता जा रहा है। सरकार के खिलाफ विपक्ष ने इसी जुमले को अपना सबसे कारगर हथियार बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। भाजपा के रणनीतिकारों को उम्मीद थी कि सत्ता में आने के 60 दिनों के बाद ही ऐसा कुछ जरूर हो जाएगा, जिससे कि जनता में यह भरोसा होने लगेगा कि मोदी के राज में ‘अच्छे दिन’ जरूर आने वाले हैं। लेकिन, मोदी सरकार के कार्यकाल में तो ‘सर मुंडाते ही ओले पड़ने’ वाली कहावत चरित्रार्थ होने लगी है। क्योंकि, मानसून का मुख्य सीजन निकलने को है। लेकिन, देश के ज्यादातर हिस्सों में बेहद कम बरसात हुई है। कई हिस्सों में तो धुर अकाल की स्थिति बन गई है। मानसून ने धोखा दिया, तो इसका नाजायज फायदा व्यापारी वर्ग उठाने लगा है। आलू-प्याज जैसी बेहद जरूरी सब्जियों के साथ खाद्यान्न की भी जमाखोरी शुरू हो गई है। इसी वजह से खाद्य वस्तुओं में पिछले एक महीने में ही महंगाई का एक और तड़का लगा है। इससे ‘अच्छे दिनों’ की जगह ‘महंगे दिनों’ का आगाज दिखाई पड़ रहा है। अगले महीने कई प्रदेशों में विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। दो-तीन महीने बाद ही कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव की चुनौती है। उत्तराखंड के उपचुनावों के बाद टीम मोदी की रणनीतिक चुनौती काफी बढ़ गई है।

कोठी-भट्ठे-कार वालों ने आपस में कर ली लोहिया आवासों की बंदरबांट, सरकार खामोश

इलाहाबाद। अंधेरगर्दी की भी हद है। सरकारी योजनाओं में पलीता लगाने को बेईमानों में होड़ मच गई। जिन पर बेहतरी की जिम्मेदारी थी वो ही लूटने में जुट गए। सत्ता से जुड़े नेता, अफसर दोनों ही बेईमान की भूमिका में आ गए।…और प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी लोहिया आवास योजना में करोड़ों रूपए का ‘खेल’ कर गए। बंगला, कोठी में रहने वाले हों या टवेरा, क्वालिस, फार्चूनर से चलने वाले करोड़पति, …ब्लाक-तहसील के कुछ बेईमान कर्मचारियों ने कागजों में फेरबदल कर इनको गरीब दिखा दिया और दे दिया लोहिया आवास। इतना ही नहीं, करीब बीस फीसदी मामले ऐसे हैं जहां खुद ग्रामप्रधानों ने अपने ही परिवार में लोहिया आवास रेवड़ी की तरह बांट लिए। जबकि वास्तविक हकदार टकटकी बांधे निहार रहे हैं। पूर्वांचल यूपी के किसी भी गांवों में चले जाइए, इस तरह के मामले तकरीबन हर गांव में मिल जाएंगे।

विज्ञापन बिलों का बकाया भुगतान नहीं कर रही पश्चिम बंगाल सरकार

mamata banerjee

कोलकाता। द इंडियन न्यूज़ पेपर सोसाईटी(आईएनएस) ने अपने सदस्यों से कहा है कि वे पश्चिम बंगाल सरकार से विज्ञापन लेते समय ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतें क्योंकि सरकार ने बकाया बिलों का भुगतान नहीं किया है।

डॉ. जिन्दल के निधन पर जौनपुर के पत्रकारों ने जताया शोक

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डॉ. रघुबीर चन्द जिंदल

जौनपुर। इलाहाबाद सहित तमाम जगहों से प्रकाशित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र ‘न्यायाधीश’ के संस्थापक-सम्पादक डॉ. रघुबीर चन्द जिन्दल का हृदय गति रूक जाने से 24 जुलाई को निधन हो गया था। इसी क्रम में जौनपुर के पत्रकारों ने शोकसभा आयोजित कर शोक जताते हुये उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व पर चर्चा की।

इक इनाम दे दे बाबा!

किसिम-किसिम के इनाम हैं दुनिया में। हर उम्र, हर क्षेत्र, हर विषय, हर काम, हर मौके, हर बहाने, हर फलाने-ढिकाने, चिरकुट-फटीचर, लल्लू-पंजू यहाँ तक कि किसी मरगिल्ले या मरे-बीते के लिए मरणोपरांत भी। इनाम-इकराम, खिताब-किताब, प्रमाण पत्र, पदवी, उपाधि, अलंकरण, गौरव, भूषण, रत्न, वृत्तिका, फैलोशिप, प्रोत्साहन, पुरस्कार और भी ना जाने कितनी और कैसी-कैसी शाबाशियाँ हैं किसी की पीठ थपथपाने या अपनी थपथपवाने को। मगर साहबो, जमाना आज हाइटेक हो गया है। आजकल यह सब पाने को किसिम-किसिम की जुगतें हैं, जुगाड़ हैं, लोभ है, लालच है, पहुँच है, एप्रोच है, लॉबीइंग है, प्रचार है, दुष्प्रचार भी है-अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ने के वास्ते। तू मेरी पीठ खुजा, मैं तेरी पीठ खुजाऊंगा- ऐसे गठबंधन वाला सहधार्मिक समायोजन है, और भी वैरायटी है इस समझदार और माल खेंचू दुनिया जहान में।

ब्रेन हैमरेज के शिकार पत्रकार सुनील छइयां अब पूरी तरह चैतन्य अवस्था में हैं

उन तमाम पुराने मित्रों के लिये संतोष और खुशी की खबर है, जिन्होंने एक जमाने में मेरठ में साथ-साथ पत्रकारिता की। कल मेरठ जाना हुआ। करीबी मित्र सुनील छइयां की कुशलक्षेम पूछने गया और यह देखकर बहुत खुशी हुई कि अब वह धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं। पूरी तरह चैतन्य अवस्था में हैं। सबसे मिल जुल रहे हैं। जल्दी ही उनका एक और आपरेशन होना है।

ओमकार चौधरी और सुनील छइयां

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति एके सिंह ने दिया इस्तीफा

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एके सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. खबर है कि परिसर में विरोध प्रदर्शन के बाद उन्‍होंने अपने पद से इस्‍तीफा दिया है. कुलपत‍ि ने अपना इस्‍तीफा राष्‍ट्रपति को भेज दी है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर बीपी सिंह ने बताया, प्रोफेसर सिंह ने फैक्स के जरिए अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया है, जो विश्वविद्यालय के विजिटर हैं. कुलपति का इस्तीफा ऐसे समय में सामने आया है जब विश्वविद्यालय के गैर शैक्षणिक कर्मचारी नौ जुलाई से दैनिक कर्मचारियों को नियमित करने और सफाई कर्मचारियों और मालियों के पद को समाप्त करने के अपने प्रस्ताव को वापस लेने सहित अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हडताल पर है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने दावा किया है कि ऐसा यूजीसी से निर्देश मिलने के बाद किया गया है.

बोलो सुतापा सान्याल, अब चुप क्यों हो…

Kumar Sauvir : क्‍यों सुतापा सान्‍याल? तुमने तो दावा किया था कि मोहनलालगंज में महिला की हुई हत्‍या के मामले में न तो दुराचार हुआ था और इस मामले में एक के अलावा किसी और का हाथ तक नहीं था। फिर यह सामूहिक दुराचार का मामला कैसे बन गया ? सवाल तो यह भी है कि शैतानी दरिन्‍दगी के साथ मारी गयी इस महिला के नाखूनों में कई लोगों का जैविक-अंश कैसे बरामद हो गये?

‘दबंग दुनिया’ में विवाद, हलचल और तरह-तरह की कानाफूसी

दैनिक दबंग दुनिया इंदौर के स्थानीय संपादक ललित उपमन्यु और उप संपादक विजय पाठक के बीच बीते दिनों एक खबर को लेकर विवाद हो गया. हुआ यूं कि पाठक ने उपमन्यु को कहा कि फलां खबर पहले पेज लायक नहीं है, तो उपमन्यु ने कहा कि यह तो पहले पेज पर ही जाएगी. इसी को लेकर विवाद बढ़ गया. बात तूतू मैंमैं तक आ गई. पाठक और उपमन्यु में बात इतनी बढ़ी कि कहने वाले कहते हैं कि एक ने दूसरे का कालर तक पकड़ लिया. फिर क्या था, दूसरे ने पहले को तमाचा जड़ दिया. फिर दोनों भरे संपादकीय कक्ष में कुछ मिनट तक एकदूसरे पर लात घूंसे चलाते रहे. इस घटना के दिन चेयरमैन किशोर वाधवानी नईदिल्ली में थे. वे इंदौर आए और जमकर लताड़ लगाई.

सलमान खान ने 25 साल बाद दूरदर्शन को दिया विशेष साक्षात्कार, दो अगस्त को होगा प्रसारण

हिन्दी फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता सलमान ख़ान ने दूरदर्शन को 25 साल बाद एक विशेष साक्षात्कार दिया है। साक्षात्कार में सलमान ख़ान ने इस बात का ख़ुलासा किया है कि वे जब भी कोई फ़िल्में करते हैं या फिर किसी को इंटरव्यू देते हैं तो पूरी तरह दूरदर्शन के गाइंडलाइंस का अनुसरण करते हैं। इस साक्षात्कार में सलमान ख़ान ने अपने जीवन के तमाम अनछुए पहलुओं के बारे में खुलकर बातचीत की है। दूरदर्शन न्यूज़, नई दिल्ली के वरिष्ठ संवाददाता मनोज टिबड़ेवाल आकाश को एक मुलाक़ात कार्यक्रम के लिए मुंबई में दिए इस विशेष साक्षात्कार में मेगा स्टार सलमान ख़ान ने कहा कि वे अपने साथ काम करने वाली अभिनेत्रियों को भी कहते हैं कि वे दूरदर्शन की गाइडलाइंस का अनुसरण करें।

ब्‍लैकमेलिंग के आरोप में पटियाला का एक पत्रकार अरेस्‍ट

पटियाला जिले की सीआईए स्टाफ पुलिस ने सोमवार को लोगों को ब्लैकमेल करने के आरोप में एक पत्रकार को अरेस्‍ट किया। उक्‍त पत्रकार पर आरोप है कि एक जमीन पर कब्‍जा करने वाले लोगों को धमकी देकर वह वसूली कर रहा था। पुलिस ने उसके पास मौजूद पहचान पत्रों को कब्‍जे में ले लिया है। पहचान पत्र की जांच कराकर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

क्राइम ब्रांच ने दर्ज किए दिवंगत पत्रकार मिलिता दत्‍ता मंडल के परिजनों के बयान

गाजियाबाद : टीवी पत्रकार मिलिता दत्ता मंडल की मौत मामले की जांच में जुटी गाजियाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को उनके पति और सास सहित परिवार के छह सदस्यों के बयान दर्ज किये। अपराध शाखा के निरीक्षक राजेश द्विवेदी ने सीओ इंदिरापुरम कार्यालय में ढाई घंटे तक मानव दत्ता (पिता), जयति दत्ता (मां), बापी दत्ता (चाचा), मनोज दत्ता (चाचा) और सूर्य ज्योति मंडल (पति) और सांत्वना मंडल (सास) के बयान दर्ज किये।

बिजनौर प्रेस क्लब रोज़ा अफ्तार पार्टी में सौहार्द कायम रखने का संकल्प लिया गया

bijnor roza aftar

बिजनौर। आसपास के जिलो में बिगड़ते सौहार्द को देखते हुए प्रेस क्लब ने रोज़ा अफ्तार का आयोजन किया। कार्यक्रम में पत्रकारों के साथ एस. पी. सुनील कुमार सक्सेना ने भी शिरकत की। ऐजाज़ अली हाल की लाइब्रेरी में आयोजित रोज़ा अफ्तारी के दौरान जिले में सौहार्द कायम रखने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष ज्योति लाल शर्मा ने भविष्य में सौहार्द बनाने वाले कार्यक्रम आयोजित किये जाने की बात कही।

गाज़ा में मौत के तांडव पर क्यों मौन है भारत सरकार?

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गाज़ा में हिंसा और मौत का तांडव जारी है. यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सैन्य अभियान में मृतकों की संख्या बढ़ गई है, वहीं घायल भी काफी संख्या में हैं. मानवीय मामलों का समन्वय करने वाले संयुक्त राष्ट्र के संगठन ओसीएचए की रिपोर्ट में 21 जुलाई की दोपहर तीन बजे से 22 जुलाई की दोपहर तीन बजे तक मारे गए बच्चों के आंकड़े दिए गए हैं. ओसीएचए के मुताबिक़ इस दौरान कुल 120 फिलिस्तीनी लोग मारे गए. इनमें 26 बच्चे और 15 महिलाएं थीं. संगठन के मुताबिक़ जुलाई के पहले हफ़्ते में गाज़ा में संघर्ष की शुरुआत होने के बाद से अब तक कुल 599 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इनमें से 443 आम लोग हैं. मरने वाले आम नागरिकों में 147 बच्चे और 74 महिलाएं शामिल हैं.

वोट बैंक के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुई सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की खेती

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पश्चिमी उत्तर को एक बार फिर सांप्रदायिकता की सियासत में झोंकने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। पिछले साल मुजफ्फरनगर और उसके आस-पास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा की आग जमकर भड़काई गई थी। इसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। करीब 50 हजार परिवार अपना घर-गांव छोड़ने के लिए मजबूर हुए थे। मुजफ्फरनगर की आग अब तक पूरी तौर पर ठंडी नहीं हुई है। इसकी खास वजह यही है कि सियासी दल अपने वोट बैंक के खातिर भड़काऊ माहौल बनाए रखने की कोशिशें करते रहते हैं। लोकसभा के चुनाव नतीजों के बाद भी इन सियासी ताकतों को चैन नहीं मिला है। कोई न कोई बहाना बनाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे मुद्दों को सांप्रदायिक रंग देने की कवायद की जाती है। इसी के चलते पिछले एक-डेढ़ महीने से मुरादाबाद के क्षेत्र में तनाव चला आ रहा है। शनिवार को सहारनपुर में एक गुरुद्वारे की जमीन को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इसको लेकर पूरे शहर को दंगे में झोंक देने की कोशिशें भी हुईं।

मप्र विधानसभा चुनाव- 2013 की सटीक जानकारी के लिए पढ़ें ‘चुनाव, राजनीति और रिपोर्टिंग’

chunav rajneeti

भोपाल। अगर कोई व्यक्ति विधानसभा चुनाव-2013 के समय मध्यप्रदेश से बाहर रहा हो और उसे चुनाव की पूरी सटीक जानकारी चाहिए तो वह ‘चुनाव, राजनीति और रिपोर्टिंग’ किताब को पढ़ ले। ऐसी ही अनेक बातें विद्वानों ने फ्रेंड्स ऑफ मीडिया के बैनर तले आयोजित Chunav, rajneeti aur reporting किताब पर चर्चा के दौरान साझा कीं। हाल ही में चर्चा में आयी यह बेहद पठनीय व हर वर्ग द्वारा सराहे जाने वाली पुस्तक बन गई है। एबीपी न्यूज चैनल के मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के ब्यूरो चीफ व लेखक ब्रजेश राजपूत द्वारा लिखित इस पुस्तक को हर वर्ग से सराहना मिली है।

सहारनपुर में हुआ संघर्ष स्थानीय प्रशासन के फेल होने का नतीजा-रिहाई मंच

कांठ में घटी सांप्रदायिक घटना भाजपा विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा को खुली छूट देने का नतीजा
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता फैला रहे भाजपा सांसदों और विधायकों की सदस्यता हो खारिज
रिहाई मंच द्वारा भाजपा विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा के खिलाफ की गई शिकायत पर कार्यवाही क्यों नही, सपा सरकार जवाब दे
 
लखनऊ, 27 जुलाई 2014। रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में अल्पसंख्यक समुदाय के दो गुटों के बीच हुए हिंसक संघर्ष की निंदा करते हुए कहा है कि गुरुद्वारे और मस्जिद के बीच जमीन के विवाद को लेकर जो संघर्ष हुआ वह पूरी तरह से स्थानीय पुलिस प्रशासन और खुफिया के फेल होने का परिणाम है। भाजपा और उसके सहयोगी संगठन पिछले एक साल से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने में लगे थे जिसका परिणाम मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा रही जिसमें लाखों लोग विस्थापित हुए, सैकड़ों हत्याएं हुईं और दर्जनों बलात्कार हुए। आज वही सांप्रदायिक ताकतें वही एक बार फिर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने में लगी हैं।

क्या ईद मिलन के लिये 7 रेसकोर्स का दरवाजा खुलेगा?

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इस बार 7 रेसकोर्स में ईद-मिलन होगा या नहीं। यह सवाल मुश्किल होना नहीं चाहिये, लेकिन रमजान के दौर में लुटियन्स की दिल्ली जिस तरह इफ्तार पार्टियों से महरुम रही और इसी दौर में सत्ताधारियों का विचार हिन्दुस्तान हिन्दुओं का है, का सवाल हवा में उछलने लगा उससे यह सवाल तो खड़ा हो ही गया है कि 7 रेसकोर्स में ईद मिलन होगा कि नहीं। जबकि पिछले बरस तो जो सत्ता में नहीं थे। उनके इफ्तार पार्टी से लुटियन्स की दिल्ली भी गुलजार रहती थी और इफ्तार में तमाम मंत्री और राजनेताओं से लेकर प्रधानमंत्री भी शिरकत करते। संयोग से उनमें से एक रामविलास पासवान मौजूदा वक्त में तो मोदी सरकार के नगीने हैं लेकिन पासवान ने भी इस बार लुटियन्स की दिल्ली में इफ्तार पार्टी दी नहीं। जबकि पासवान की इफ्तार पार्टी लुटियन्स की दिल्ली में उनके अल्पसंख्यक प्रेम की ताकत दिखाती। जिसमें इतनी बड़ी तादाद में लोग शरीक होते ही रात ढलते ढलते कबाब और सेवई खत्म हो जाती लेकिन खाने वाले कम नहीं होते।

यशवंत में कुछ न कहने, कुछ न करने और कुछ न लिखने की डेवलप होती मानसिकता

यशवंत


वह बोलता जा रहा था.. बिना रुके… अपनी बात लगातार कह रहा था… मैं सुने जा रहा था… उसकी बातें मन मोह रही थीं… जैसे कोई थपकी देकर सुला रहा हो और लोरी सुना रहा हो… जैसे कोई आखिरी ज्ञान कानों में डाल रहा हो और आखिरी सच का भान करा रहा हो…. मैंने बीच-बीच में आंखें बंद कीं क्योंकि मुझे वह कभी बुद्ध जैसा लग रहा था तो कभी ओशो सरीखा दिख रहा था…. कभी कभी वह नया अवतार लग रहा था…. पर जब-जब उसे उसके नाम, उसके चेहरे और उसकी औकात के हिसाब से तौला तो वह निहायत एक आम आदमी, थोड़ा पढ़ा लिखा और थोड़ा तार्किक सा मनुष्य भर लगा… यह भी लगा कि वह पिए हुए हैं… मुंह से भभका मार रहा है और बोल ऐसा रहा है जैसे कोई हकला रहा है, तुतला रहा है… गजब कांट्रास्ट था… पर उसको सुनना अच्छा लग रहा था…. सुनिए… आप भी सुनिए.. क्योंकि मैं सुनकर अकेला क्या कर पाउंगा… इतना सब याद नहीं रख सकता… बहुत कुछ भूल जाउंगा… इतना भूल जाउंगा कि कोई पूछेगा कि उसने क्या कहा तो बस यही कह पाउंगा कि वह बड़ा अच्छा अच्छा बोल रहा था.. बहुत ही अच्छा अच्छा बोल रहा था… तो सुनिए आप भी … सुनिए लीजिए प्लीज इसकी बात…

संजीव त्रिवेदी, सुनील कुमार पांडेय, मुनीश शर्मा, राजेश नेगी, साहिल गर्ग, पंकज अग्रवाल, नरेश मेहरा के बारे में सूचनाएं

सहारा मीडिया से डॉ.संजीव त्रिवेदी जल्द न्यूज 24 का हिस्सा बन जाएंगे. संजीव एक दशक से भी ज्यादा समय से सहारा से जुड़े हुए हैं. वे नेशनल ब्यूरो चीफ भी रह चुके हैं. वे पार्लियामेंट, पीएमओ और काग्रेस बीट कवर करते रहे हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन करने के बाद संजीव ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएचडी की है.

‘अंकल जजों’ से कैसे मिले छुटकारा ?

लेखक मदन तिवारी बिहार के गया जिले के जाने-माने वकील, पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट हैं.


जस्टिस काटजू के आरोपों की होनी चाहिए जांच…

उच्च न्यायालय के जजों की नियुक्ति में होता है पक्षपात …

18वें लॉ कमीशन की रिपोर्ट (संख्या 230) में लिखा है- अंकल जजों से ग्रसित उच्च न्यायपालिका….

क्या है इसका निदान …. ???

अभी जस्टिस मारकंडे काटजू ने एक उच्च न्यायालय के जज की नियुक्ति राजनीतिक पैरवी पर करने का आरोप पूर्व के मुख्य न्यायाधीश पर लगाया है. यह एक गंभीर आरोप है. उच्च न्यायालय के जजों की नियुक्ति में पक्षपात को ला कमीशन ने भी स्वीकार किया है  तथा उससे निअपताने के सुझाव भी दिए है परन्तु उन सुझावों पर अमल न करना  हमारी सरकारों और न्यायिक व्यवस्था की निष्पक्षता पर सवाल पैदा करता है. अभी तक कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है जिसके तहत उच्च न्यायालय के जजों के उपर आम आदमी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा सके. ऐसी स्थिति में यह प्रश्न खडा हो जाता है कि आखिर न्याय कैसे मिलेगा? 18वें लॉ कमीशन ने अपने रिपोर्ट में जो पाया है उसका उल्लेख हम नीचे कर रहे है.

एनडीटीवी ने अडानी के हाथों बिकने संबंधी चर्चाओं को निराधार बताया

एक अखबार में खबर क्या छपी, एनडीटीवी के बिकने की अफवाह सोशल मीडिया पर दौड़ पड़ी. लोगों ने खरीदारों के नाम तक बता दिए. ज्यादातर ने कहा अडानी. ऐसा इसलिए क्योंकि अंबानी तो नेटवर्क18 और ईटीवी समूह खरीद चुके हैं इसलिए अब बचे हैं पावरफुल अडानी. हो सकता है अडानी मीडिया बिजनेस में आएं और साखदार एनडीटीवी के सहारे धमाल मचाएं. लेकिन एनडीटीवी यानि न्यू दिल्ली टेलिविजन (एनडीटीवी) ने मीडिया में किसी भी संभावित अधिग्रहण के संदर्भ में उठ रही अफवाहों और अटकलाजी को खारिज कर दिया है.

मैं महज़ 33 साल की उम्र में देश के सबसे बड़े मीडिया समूह में सम्पादक बन गया

सवाल – पत्रकारिता के क्षेत्र में आपका आगमन कैसे हुआ? सम्वाददाता से सम्पादक तक का आपका सफ़र कैसा रहा? एलएन शीतल – मैंने कक्षा 10 में ही तय कर लिया था कि मुझे पत्रकार ही बनना है। करिअर के रूप में पत्रकारिता ही मेरा पहला और अन्तिम विकल्प रही। सन् 1974 में, जब हम दसवीं …

पाकिस्तान की बहू होने के बाद तवलीन सिंह कैसे भारत में रह रही हैं?

Saleem Akhter Siddiqui : भारत की पत्रकार तवलीन सिंह ने पाकिस्तान के एक नेता सलमान तासीर से शादी की थी। दोनों से एक बेटा है आतिश। 2011 में सलमान तासीर की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। भारतीय जनता पार्टी के नेता और उनके समर्थक, जो सवाल आज सानिया मिर्जा से कर रहे हैं, वैसे सवाल कभी तवलीन सिंह से क्यों नहीं पूछे गए? पाकिस्तान की बहू होने के बाद तवलीन सिंह कैसे भारत में रह रही हैं? अहम सवाल, उनका बेटा भारतीय है या पाकिस्तानी?

इन्स्पेक्टर ने आईपीएस को हड़काया, चोरियों का जिम्मेदार बताया

Nutan Thakur : पुलिस इन्स्पेक्टर गोमतीनगर, लखनऊ ने मेरे पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक नोटिस भेज कर उन्हें इलाकों में हो रही चोरियों के लिए जिम्मेदार बताया है. भेजी नोटिस में इन्स्पेक्टर ने कहा कि 26 जुलाई को उनके मकान को चेक किया गया तो पाया गया कि श्री ठाकुर “मकान को ताला बंद करके असुरक्षित छोड़ कर चले जाते हैं जिससे आये दिन अपराधियों द्वारा किसी भी समय मकान का ताला तोड़ कर चोरियां की जा रही हैं.”

स्व. दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी को निशानेबाजी में रजत पदक और पुराने दिनों की याद

Om Thanvi : श्रेयसी को डंडी (स्काटलैंड) में निशानेबाजी में रजत पदक मिला, हमारे घर में यह निजी उल्लास का मौका भी है। श्रेयसी को तब से देखा है, जब उसने तमंचा तक नहीं छुआ था। बाद में उसमें बन्दूक की गजब लगन जागी। श्रेयसी के पिता मेरे अजीज मित्र थे – दिग्विजय सिंहः समाजवादी धारा के नेता, जेएनयू के अध्येता, चंद्रशेखर और फिर अटलबिहारी वाजपेयी की गठबंधन सरकार में मंत्री।

जिस दिन अखबार लांच होना था, उसी दिन अखबार मालिक पत्रकार ग्रोवर जेल गया

पंजाब के बठिंडा में रहने वाले पत्रकार कुलविंदर ग्रोवर हमेशा सुर्खिया में रहते हैं. इन महोदय ने बठिंडा में एक लड़के की जबरदस्त पिटाई कर दी. जख्मी लड़का बठिंडा के सिविल हॉस्पिटल में भारती हुआ. वहा भी कुलविंदर ग्रोवर ने मीडिया का दबाव दिखा कर उसके साथ मारपीट की. मामला पुलिस के पास गया. पुलिस ने इस मीडिया वाले के खिलाफ मुकदमा नुम्बर  122  धारा  365, 23 , 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया. इसके बाद पुलिस ने पत्रकार कुलविंदर ग्रोवर को गिरफ्तार कर लिया.

प्लानमैन मीडिया ग्रुप के खिलाफ कंपनी के 200 कर्मचारी दर्ज कराएंगे थाने में सामूहिक एफआईआर

नई दिल्ली। प्लानमैन मीडिया ग्रुप आफ कंपनी के 200 कर्मचारियों ने कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस सिलसिले में कर्मियों की बैठक शनिवार को आयोजित की गई। बैठक में फैसला लिया गया कि कर्मचारियों का बकाया वेतन नहीं लौटाने पर कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके साथ ही यह भी तय किया गया कि कंपनी के खिलाफ नारायणा थाने में 200 कर्मचारी सामूहिक रूप से मुकदमा दर्ज कराएंगे।

भारतीय प्रेस परिषद ने भी मजीठिया मामले से पल्ला झाड़ा, पढ़ें लेटर

मजीठिया मंच की ओर से भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया गया था कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू कराने में पत्रकारों की मदद करे। मंच का मानना था कि पत्रकारों के हितों की रक्षा करने वाली एक मात्र संवैधानिक संस्था पीसीआई से इस मामले में कोई मदद मिलेगी। परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू पत्रकारों की स्वतंत्रता की काफी हिमायत करते रहे हैं।

भईया के पिताजी को पता चल गया है कि उनका बेटा दलाली के दंगल का बादशाह बन चुका है

भईया ने नई डस्टर कार ली है. पहले ऑल्टो कार थी… उसके पहले SX4पर ‘मांग’ कर चढ़ते थे… भईया ने दस लाख रुपये अपने पिताजी को घर बनाने के लिए दिया है… अभी हाल ही में भईया विदेश यात्रा से लौटे हैं.. फोटो भी लगाया है भईया ने अपनी पत्नी के साथ… भईया एक बड़े क्षेत्रीय चैनल के दिल्ली के ब्यूरो हेड हैं…

पत्रकार और लेखिका मधु किश्वर पर मानहानि का मामला दर्ज

अहमदाबाद : दिल्ली की पत्रकार और लेखिका मधु किश्वर के खिलाफ गुजरात में मानहानि का केस दर्ज हुआ है। अहमदाबाद के पूर्व महापौर कांग्रेस नेता हिम्मत सिंह पटेल ने यह मामला दायर किया है। जस्टिस जीएम ब्रह्मभट्ट की बेंच ने शिकायतकर्ता की पड़ताल के बाद दो गवाहों को समन जारी किया। पटेल अहमदाबाद-पूर्व से भाजपा के परेश रावल से लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। अप्रैल-2012 में मोदी मुस्लिम एवं मीडिया नामक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में किश्वर मौजूद थीं।

सुनिए जावड़ेकर के बोल, क्रास मीडिया स्वामित्व से खतरा नहीं, बड़ा अखबार छोटे अखबार वालों को नहीं दबा सकते

पुणे : सत्ता में आते ही नेताओं के होश और बोल दोनों बदल जाते हैं. क्रास मीडिया आनरशिप एक बड़ा मसला है और यह मसला लोकतंत्र की सेहत से जुड़ा हुआ है. जब कुछ लोग पूरे देश के मीडिया के मालिक हो जाते हैं और हर जगह उन्हीं का अखबार और चैनल दिखता बिकता है तो वह मिनटों में किसी भी नेता, अफसर से डील कर आम जन के मुद्दों को ब्लैकआउट कर डालते हैं. बड़ा अखबार वाला छोटे अखबार वालों को लगातार दबाता रहता है. दैनिक जागरण जैसे अखबार का उदाहरण दिया जा सकता है जो अपने से छोटे कई अखबारों को खरीद चुका है. इन सबके बावजूद केंद्र की भाजपा सरकार के सूचना एवं प्रसारण मत्री प्रकाश जावड़ेकर कहते हैं कि क्रास मीडिया स्वामित्व से खतरा नहीं है और बड़ा अखबार वाला छोटे अखबार वालों को नहीं दबा सकते.

सीतापुर का पत्रकार पुनीत अवस्थी अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का मास्टर माइंड निकला

लखनऊ। एक राज्य स्तरीय पत्रिका का ब्यूरो चीफ पुनीत अवस्थी अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का मास्टर माइंड है। विकलांग पत्रकार पुनीत अवस्थी के एक इशारे पर गिरोह के लोग कैंची की मदद से मिनटों में वाहन का ताला खोलकर उसको गायब कर देते थे। यह लोग ट्रैक्टर व कार के साथ बाइक गायब करते थे। लखनऊ की गुडंबा पुलिस ने छह ऐसे वाहन चोरों को गिरफ्तार किया। गिरोह का सदस्य वाहन स्वामी की रेकी करके साथियों को उसकी जानकारी देता था। दो सदस्य वाहन चोरी कर खाली प्लॉटों में छिपा देते थे और मौका मिलते ही उन्हें मास्टरमाइंड की मदद से बेच देते थे। अभियुक्तों के कब्जे से चार बाइक, एक ट्रैक्टर, हुंडई व बोलेरो समेत पांच चौपहिया वाहन बरामद मिले हैं। गिरोह के सदस्य पुलिस से बचने के लिए चोरी के वाहनों की नंबर प्लेट बदलकर उनका इस्तेमाल करते थे।

थूथू करवाने के बाद अखिलेश सरकार ने मोहनलालगंज कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश की

जनता के पैसे पर ऐश कर रही अखिलेश सरकार और सपा परस्त अफसरों के चेहरों पर तब एक बार फिर कालिख पुत गई जब फोरेंसिक रिपोर्ट में मोहनलालगंज की निर्भया के साथ गैंगरेप की पुष्टि हुई. इस तरह एक-एक कर कई खुलासे होते गए और साबित होता गया कि सपा सरकार की सपाई पुलिस किन्हीं बड़े बड़ों के इशारे पर कुछ बड़े बड़े रेपिस्टों मर्डररों को बचा रही है. फोरेंसिक जांच रिपोर्ट से गैंगरेप की पुष्टि होने के बाद आईपीएस अफसरों सुतापा सान्याल, नवनीत सिकेरा और प्रवीण कुमार की फर्जी कहानी की पोल दुनिया के सामने खुल गई. 

मोहनलालगंज की पीड़िता के परिजनों को दो कथित रिपोर्टरों ने धमकाया

लखनऊ : लगातार उलझती कड़ियों के बीच पुलिस, नेता, बिल्‍डर तथा मीडिया गठजोड़ ने मोहनलालगंज रेपकांड को और गहरा दिया है. पुलिस अब तक लगातार गलतबयानी करती नजर आ रही थी. फॉरेंसिक जांच के बाद उसके फर्जी खुलासे को लेकर भी सवाल उठे, लेकिन इसी बीच शनिवार की रात पीड़िता के परिजनों के साथ जो हुआ, वो और ज्‍यादा चौंकाने वाला है. सीबीआई जांच की मांग कर रहे पीड़िता के परिजनों को धमकाने दो कथित पत्रकार भी पहुंच गए और उनसे गाली गलौज भी की.

टोरंटो में आयोजित हिन्दी चेतना अन्तर्राष्ट्रीय समारोह में प्रो. हरिशंकर, महेश कटारे और सुदर्शन प्रियदर्शिनी को सम्मानित किया गया

TORONTO

ओण्टेरियो(कैनेडा) 26 जुलाई। ढींगरा फैमिली फ़ाउण्डेशन-हिन्दी चेतना अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह स्कारबरो सिविक सेण्टर, काउन्सिल चैम्बर्स में आयोजित किया गया। इस समारोह में, समग्र साहित्य अवदान हेतु वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. हरिशंकर आदेश कथा सम्मान( उपन्यास-कामिने काय कान्तारे) के लिए श्री महेश कटारे तथा कथा सम्मान(कहानी-संग्रह-उत्तरायण) हेतु सुदर्शन प्रियदर्शिनी को सम्मानित किया गया। इसी कार्यक्रम में डॉ. सुधा ओम ढींगरा के कविता संग्रह (सरकती परछाइयाँ), कौन सी ज़मीन अपनी(कहानी-संग्रह) के असमिया अनुवाद(कुनखन आपून भूमि) का विमोचन किया गया। इस अवसार पर हिन्दी चेतना के मुख्य सम्पादक श्री श्याम त्रिपाठी, ढींगरा फ़ाउण्डेशन की उपाध्यक्ष डॉ. सुधा ओम ढींगरा तथा हिन्दी चेतना के सह-सम्पादक सर्वश्री रामेश्वर काम्बोज’हिमांशु’, पंकज सुबीर और अभिनव शुक्ल उपस्थित थे।

अपने मालिक की करतूतों की पोल खुलते देख गुंडई पर उतर आए पूर्वांचल प्रहरी के पत्रकार

संपादक अखबार मालिकों के मुनीम होते हैं और पत्रकार उसके अरदली। लेकिन शनिवार को गुवाहाटी प्रेस क्लब में जो कुछ भी हुआ वह देख कर लगा कि आज के पत्रकार अपने मालिक के गुंडे होते हैं। मालिक का आदेश हो तो वे सामने वालों का सर काट लाएं।

श्री न्यूज़ः शिकायत करने वालों को फूटी कौड़ी नहीं देंगी अल्वीना, कर्मचारी सोनिया और अखिलेश से मिलेंगे

कहते हैं वक्त खराब हो तो ऊंट पर बैठे इन्सान को भी कुत्ता काट लेता है. इन दिनों कुछ ऐसा ही श्री न्यूज़ के मालिक मनोज द्विवेदी के साथ हो रहा है. चैनल के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि कर्मचारियों को तीन-चार महीने से सैलरी नहीं दिए जाने की खबर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कानों तक पहुंच चुकी है, उन्होंने इसके लिए मनोज द्विवेदी की डांट भी लगाई है.

साथी पारितोष! दैनिक जागरण को काबिल पत्रकारों की ज़रूरत नहीं है

इलाहाबाद। दैनिक जागरण को भलीभांति इसलिए जानता हूं कि वहां तकरीबन सात साल तक संपादकीय विभाग में नौकरी की। … और, लखनऊ के रिपोर्टर पारितोष को इसलिए भी तकरीबन भलीभांति जानता हूं कि कानपुर में दोनों लोगों ने अमर उजाला में साथ साथ रिपोर्टिंग और प्रादेशिक डेस्क, दोनों जगह कई साल कार्य किया है।

पत्रकार नेमीचंद की हत्‍या के मामले में दो और आरोपी गिरफ्तार

सुकमा। पिछले साल हुए पत्रकार नेमीचंद जैन की हत्या के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को अरेस्‍ट किया है। तोंगपाल पुलिस ने संतोष पिता सुदरू मंडावी (22), मंगड़ू पिता कला सोड़ी (30) को गोविंदपाल गांव से गिरफ्तार किया। पुलिस दोनों हत्‍यारोपियों को सुकमा की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस इसके पहले भी पत्रकार नेमीचंद हत्‍याकांड में दो आरोपियों को अरेस्‍ट कर चुकी है।

महिला बैंककर्मी से ठगी करने वाला फर्जी पत्रकार अरेस्‍ट

बिहार के पूर्णिया जिला में महिला बैंक अधिकारी से एक लाख 78 हजार की ठगी करने वाले एक फर्जी पत्रकार को पुलिस ने रविवार को दबोच लिया। फर्जी रिपोर्टर दीपांकर वर्मा को पुलिस ने पूर्णिया के एक होटल से गिरफ्तार किया। ठग की गिरफ्तारी में धमदाहा डीएसपी दिलनवाज अहमद ने अहम भूमिका निभाई। दीपांकर ने खुद को किशनगंज जिले के ठाकुरगंज निवासी बताया है। पूछताछ के बाद फर्जी पत्रकार को जेल भेज दिया गया।

मोहनलालगंज कांड की जांच में गड़बड़ी करने वाले पुलिस अधिकारी और डाक्‍टर भेजे जाएं जेल : स्‍वामी प्रसाद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में महिला की निर्मम हत्या मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों और जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों को जेल भेजने और सहारनपुर दंगों के दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की मांग बहुजन समाज पार्टी ने मांग की है। बसपा महासचिव और विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि मोहनलालगंज के बलसिंहखेडा गांव के प्राइमरी स्कूल परिसर में महिला की हुई जघन्य हत्या की जांच से जुडे पुलिस अधिकारियों और पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों ने पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की है।

लखनऊ निर्भया कांड : हत्‍या से पहले हुआ था सामूहिक बलात्कार, फोरेंसिक रिपोर्ट ने किया खुलासा

लखनऊ। करीब दस दिन पहले राजधानी के मोहनलालगंज में दरिंदगी के साथ हुई महिला की हत्या मामले में फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस की घटिया कहानी तार-तार हो गई है। लखनऊ की निर्भया की बर्बर हत्या की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे पुलिस की थ्योरी और उसकी मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एडीजी के अलावा लखनऊ के डीआईजी एवं एसएसपी ने दावा किया था कि महिला के साथ बलात्कार नहीं हुआ था। केवल रेप की कोशिश की गई थी, लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट ने उस दावे की पोल खोल दी है। सूत्रों के मुताबिक फॉरेंसिक रिपोर्ट से वारदात की जगह पर कई लोगों के होने का शक भी गहरा गया है।

रायपुर में सत्य प्रकाश ने इंडिया न्यूज छोड़कर न्यूज एक्सप्रेस का दामन थामा

सत्य प्रकाश का न्यूज एक्सप्रेस में स्वागत करते छत्तीसगढ़ के ब्यूरो चीफ सत्येंद्र कुमार सिंह. दूसरी तस्वीर में सत्य प्रकाश न्यूज एक्सप्रेस में आते ही रिपोर्टिंग का काम शुरू करते हुए दिख रहे हैं.


रायपुर से सूचना है कि सत्य प्रकाश ने इंडिया न्यूज से इस्तीफा दे दिया है. नई पारी न्यूज एक्सप्रेस के साथ शुरू की है. सत्य प्रकाश ने इंडिया न्यूज के रिपोर्टर पद से 08-07-14 को रिजाइन किया. 23-07-14 को उन्होंने न्यूज एक्सप्रेस बतौर रिपोर्टर ज्वाइन किया. सत्य प्रकाश ने 25 मई 2013 को हुई जीरम घाटी नक्सली वारदात का कवरेज में लीड किया. तब इंडिया न्यूज पहला ऐसा नेशनल न्यूज चैनल बना जिसने अपने रिपोर्टर के साथ ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट सबसे पहले दिखाई थी.

घायल आरटीआई एक्टिविस्ट से मिले अमिताभ और नतून ठाकुर, इंसाफ दिलाने का आश्वासन

उत्तर प्रदेश के जनपक्षधर पुलिस अधिकारी अमिताभ ठाकुर एवं सामाजिक संगठन पीपल्स फोरम की कर्ताधर्ता नूतन ठाकुर ने शनिवार को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के इमर्जेंसी वार्ड में पहुंचे। वहां दबंगों की गोली से घायल सूचना का अधिकार कार्यकर्ता राजकुमार सिंह से मिले। उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के बाद विस्तार से घटनाक्रम से भी अवगत हुए। इस दौरान घायल ने आपबीती बताई। बाद में श्री ठाकुर ने इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा बीएचयू अस्पताल के सीनियर डाक्टरों से संपर्क कर बेहतर इलाज की बात कही।

सदगुरु शरण भेजे गए पटना, प्रदीप बरेली एवं धर्मेंद्र मुरादाबाद पहुंचे

दैनिक जागरण, बरेली से खबर है कि सदगुरु शरण का तबादला पटना के लिए कर दिया गया है. उनकी जगह मुरादाबाद में संपादकीय प्रभारी की जिम्‍मेदारी निभा रहे प्रदीप शुक्‍ला को बरेली की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. प्रदीप सोमवार को बरेली में सहयोगियों से औपचारिक मुलाकात के बाद अपनी जिम्‍मेदारी संभालेंगे.

काटजू को दूसरा कार्यकाल देने के मूड में नहीं पीएमओ

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प्रेस काउन्सिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कण्डेय काटजू को दूसरा कार्यकाल मिलने की संभावना नहीं है। काटजू का कार्यकाल ख़त्म होने में तीन महीने से भी कम समय रह गया है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) काटजू को दूसरा कार्यकाल देने के पक्ष में नहीं है। हाल ही में काटजू ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात कर अपने लिए प्रेस काउंसिल चेयरमैन के रूप में दूसरे कार्यकाल की इच्छा जताई थी।

काटजू के आरोपों की जांच के लिए पीआईएल दायर

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इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस मार्कंडेय काटजू द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के सम्बन्ध में सामाजिक संगठन पीपल्स फोरम द्वारा एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गयी है. इसकी सुनवाई 29 जुलाई (मंगलवार) को होगी.

मऊ के आरटीआई कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला, यूपी सरकार से सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की मांग

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मैं और मेरे पति, आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर शनिवार को मऊ के आरटीआई कार्यकर्ता राजकुमार सिंह से वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में मिले. राजकुमार को मऊ अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गोली मार दी गयी थी.

पत्रकारों की समस्याएं सुलझाने में मदद करेगी समाजवादी सरकारः शिवपाल यादव

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मथुरा, 26 जुलाई,  उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, सहकारिता और राजस्व मंत्री शिवपाल यादव ने मीडिया की विश्वसनीयता बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि पहले के जमाने में लोग अखबारों को पढ़ते थे पर आज सिर्फ देखते हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार पत्रकारों की हर समस्या को सुलझाने में मदद करेगी और सकारात्मक भूमिका निभाएगी।

ग्वालियर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी घोषित, डॉ. सुरेन्द्र बने जिला अध्यक्ष

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ग्वालियर। मध्यप्रदेश पत्रकार संघ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक पाल एवं संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में ग्वायिलर के युवा पत्रकार डॉ. सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा को सर्वसम्मत्ति से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। योगेश सिंह धाकरे प्रकोष्ठ के सचिव चुने गये। नव निर्वाचन पर जिलाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा को शहर के विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हार्दिक बधाईयां और शुभकामनायें दी। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने बैठक में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से चर्चा कर संगठन में सभी को साथ लेकर चलने, साथ मिलकर काम करने और संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। संगठनात्मक शक्ति को बढ़ाने के लिये इस दौरान जिला अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रकोष्ठ की कार्यकारणी की घोषणा की।

मनीष सिसौदियाः भाजपा खुद बताए कि वो कितने में खरीद रही है विधायकों को

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राष्ट्रीय राजधानी की सियासत इन दिनों खासी चर्चा में है। यहां अभी राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव के आसार कभी भी बन सकते हैं। इसको लेकर भाजपा, ‘आप’ व कांग्रेस तीनों उलझन में फंसे हैं। दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर भाजपा के भीतर असमंजस का दौर जारी है। इस पार्टी के पास सबसे अधिक 29 विधायक हैं। भाजपा नेतृत्व यह फैसला कर पाने की स्थिति में नहीं है कि दिल्ली विधानसभा में जोड़-तोड़ कर सरकार बनाई जाए या नहीं? अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव होने हैं। ऐसे में, भाजपा के आला नेताओं का मानना है कि अगर दिल्ली में ‘जुगाड़ तंत्र’ से सरकार बना ली गई, तो इसका खराब असर अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों पर पड़ सकता है। दिल्ली के मौजूदा सियासी हाल को लेकर आम आदमी पार्टी के 24 विधायकों ने पिछले दिनों उपराज्यपाल (एलजी) नजीब जंग से मुलाकात की थी। पार्टी ने एलजी से दिल्ली विधानसभा भंग करने की अपील की। विधायकों ने एलजी को अवगत कराया कि सरकार बनाने के लिए बहुत बड़े स्तर पर खरीद-फरोख्त का घिनौना खेल चल रहा है। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसौदिया का कहना है कि भाजपा के दावे के मुताबिक जिस नरेंद्र मोदी की हवा पूरे देश में चली, उसका असर अब दिल्ली से गायब क्यों हो गया है? राजनीति में आने से पहले मनीष पत्रकार और समाजिक कार्यकर्ता की भूमिका में थे। दिल्ली सहित देश के हालिया सियासी माहौल पर हमारे संवाददाता सूरज सिंह ने मनीष सिसौदिया से खुलकर बातचीत की।

कर्मचारियों के बकाए वेतन को लेकर श्री न्यूज़ में कोहराम, मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा

श्री न्यूज प्रबंधन कर्मचारियों के तीन महीने से बकाए वेतन को लेकर चारों तरफ से घिर चुका है. नोएडा दफ्तर से लेकर लखनऊ दफ्तर तक कर्मचारियों ने कोहराम मचा दिया है. एक तरफ जहां नोएडा दफ्तर के पचास कर्मचारियों ने लेबर कमिश्नर के यहां शिकायत की है वहीं शुक्रवार को लखनऊ दफ्तर में वरिष्ठ पत्रकार गोविंद पंत राजू के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों हंगामा किया. बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने गोविंद पंत के साथ बदसलूकी की है, जिसको लेकर लखनऊ में हंगाम खड़ा हो गया. गोविंद पंत ने इसकी शिकायत मंत्री आजम खां से की. आजम खां ने सारी जानकारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दी. खबर है कि देर रात मुख्यमंत्री ने श्री न्यूज प्रबंधन से बात की है और सबका बकाया क्लीयर करने को कहा है.

गरीब कर्मचारियों के पेट पर लात मारने वाला भदौरिया खानदान मार्केट में ज्यादा समय तक नहीं टिक सकेगा

यशवंत भाई जी नमस्कार, गरीब पत्रकारों के दुख-दर्द में भागीदारी करने वाले आप धन्य हैं। पत्रकारिता में गरीब तबके के पत्रकारों का शोषण आज भी जारी है। नेशनल दुनिया में दर्जनों कर्मचारियों का वेतन अटका हुआ है। नेशनल दुनिया अखबार में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। वैसे तो अखबार बंद होने की कगार पर है। अखबार में लंबे समय से काम कर रहे करीब डेढ़ दर्जन कर्मचारियों का वेतन अभी तक नहीं मिला है जिन्हें अभी तक कैश से सेलरी दी जाती थी। हालांकि मोटी पगार पाने वाले सभी लोगों की सैलरी मिल चुकी है। लेकिन कई गरीब कर्मचारियों की सैलरी अभी तक नहीं मिली है। इससे कर्मचारियों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है।

वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा दैनिक नवज्योति से सेवानिवृत्त

अजमेर। दैनिक नवज्योति के वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र शर्मा अपना तीस साल का कार्यकाल पूरा कर सेवानिवृत्त हो गए। वे अपने किस्म और स्टाइल के इकलौते पत्रकार हैं, जिन्होंने एक साफ-सुथरे व्यक्तित्व की पहचान बनाई और कभी विवाद में नहीं रहे। लंबे समय तक डेस्क पर ही रहने के कारण भले ही आमजन उनसे बहुत अधिक परिचित नहीं रहा, मगर शहर का संभ्रांत वर्ग, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े नेता व कार्यकर्ता भलीभांति जानते हैं कि वे कितने संजीदा, हंसमुख, खुशमिजाज इंसान हैं।

क्या एनडीटीवी का भी अधिग्रहण होगा?

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एनडीटीवी के शेयरों में गुरुवार को 20 प्रतिशत तक का उछाल देखने को मिला। इस साल एनडीटीवी के स्टॉक में आई ये सबसे बड़ी तेज़ी है। जानकार कहते हैं कि अभी तक एनडीटीवी अंडरपर्फार्म ही कर रहा था। तो फिर अचानक स्टॉक में आए इतने बड़े उछाल के क्या कारण हो सकते हैं?

क्राइम ब्रांच करेगी महिला पत्रकार मिलिता की मौत की जांच

राज्यसभा टीवी की पत्रकार मिलिता दत्त मण्डल की रहस्यमय मौत की जांच गाज़ियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। पुलिस मिलिता की मौत को हत्या मान रही है और अब इसी एंगल से मामले की जांच की जाएगी। इस सिलसिले में इंदिरा पुरम पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को मिलिता के पति, सास और माता पिता को पूछ-ताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया था। पूछ-ताछ के बाद शाम को केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया।

राजनीति की गांठें खोलती ‘देश कठपुतलियों के हाथ में’

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जहां एक ओर दौड़-भाग भरी जिंदगी और तमाम इच्छाओं की त्वरित पूर्ति के लिए दिन-रात खपती युवा पीढ़ी के लिए साहित्य, समाज, देश और राजनीति के विषय में सोचना, लिखना, पढ़ना जैसे दूर की कौड़ी हो गया है। वहीं ग्वालियर-चंबल की धरती पर जन्मे लोकेन्द्र सिंह शैशवकाल से अपने हृदय में राष्ट्र प्रेम की लौ जलाए आ रहे हैं। इसी की तड़प है कि वे कम उम्र में ही आज देश के प्रख्यात-ख्यातिलब्ध साहित्यकारों, पत्रकारों, ब्लॉगर्स की कतार में खड़े हो गए हैं।

शोभना देशमुख को मिला आकाशवाणी की सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टर का पुरस्कार

Shobhna Deshmukh

आकाशवाणी की रायगढ़ रिपोर्टर शोभना देशमुख को सन 2012 का सर्वश्रेष्ठ स्ट्रिंगर रिपोर्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। आकाशवाणी की ओर से देशभर के रिपोर्टर्स में से अच्छे काम करनेवाले रिपोर्टर का प्रत्येक वर्ष इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार पाने वाली शोभना देशमुख महाराष्ट्र की एकमात्र रिपोर्टर है। पुरस्कार वितरण समारोह सितम्बर में होने की संभावना है।

अमर उजाला ने अपने कर्मचारियों को दिया धोखा, मजीठिया लागू करने बाद भी वेतन बढ़ोतरी सिर्फ हज़ार रुपया!

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सच के जोश के साथ 500 करोड़ रुपए सालाना रेवेन्यू कमाने वाले अमर उजाला ने मजीठिया वेज बोर्ड को लागू करने के लिए अपनी यूनिटों को अलग-अलग बांट कर दिखाया है। ऐसा करके उसने सुप्रीम कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की है। उसे लगता है कि इस प्रकार मजीठिया लागू करके वो किसी भी विधिक कार्यवाई से बच जाएगा। अमर उजाला ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश की भी धज्जियां उड़ाई हैं जिसमें वेज बोर्ड को अप्रैल माह से लागू करके बकाया एरियर का चार किश्तों में भुगतान करने के लिए कहा गया है।

सुभाष सिंह का जयपुर तबादला, नेशनल दुनिया को मकान मालिक ने बकाए का नोटिस भेजा

पिछले चार माह से नेशनल दुनिया मेरठ में चल रही उथल-पुथल के बाद अखबार के मालिक शैलेंद्र भादौरिया ने मेरठ यूनिट के संपादक सुभाष सिंह का तबादला जयपुर कर दिया है। भादौरिया ने यह निर्णय नोएड ऑफिस में मेरठ के कर्मचारियों के साथ बैठक के बाद लिया। इसके पीछे मुख्य कारण मेरठ लेबर कोर्ट में कर्मचारियों द्वार किए गए मुक़दमें है जिनके कारण भदौरिया की जान आफत में पड़ गई है। बैठक में सुभाष सिंह के जयपुर तबादले व विज्ञापन टीम के स्वेच्छानुसार नोयडा या जयपुर ज्वाइन करने की बात कही गयी।

पत्रकारों के लिए ज़रूरी है बिहार विधान मंडल के चार धामों की परिक्रमा करना

Bihar assembly

बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में खबरों के चार अलग-अलग केंद्र हैं। ये राजनीतिक सत्‍ता व चर्चा के भी केंद्र हैं। इसे सुविधा के लिए पत्रकारों ने नाम रख दिया है चार धाम। दोनों सदनों में दो-दो धाम हैं। इसके अलावा भी कुछ धाम हैं, लेकिन उनकी कोई खास अहमियत नहीं है।

महिला से छेड़खानी और अश्लील बातें करने वाले अधिशासी अभियंता की चप्पलों से पिटाई

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पूर्वी सिंघभूम(झारखंड)। घाटशिला विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता उमेश दास की गुरुवार 24-07-2014 को महिलाओं ने जमकर चप्पलों से पिटाई की और उनके कपड़े फाड़ दिए। विद्युत विभाग द्वारा एक ग्रामीण आदिवासी महिला का बिल अचानक बहुत अधिक भेज दिया गया। महिला ने स्थानीय विद्युत कार्यालय से लेकर हर जगह गुहार लगाई लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।

जनसंदेश इलाहाबाद से दो दर्जन मीडियाकर्मी निकाले गए, भुगतान न मिलने से परेशानी

जनसंदेश इलाहाबाद संस्करण के लगभग दो दर्जन कर्मचारी बदहाली के शिकार हैं. संस्थान ने पहले दो महीने का वेतन नहीं दिया और आश्वासन देकर काम लेता रहा. १५ जून को सभी को बिना किसी नोटिस के कार्यालय आने से मन कर दिया गया. संस्थान के इस बेतुके निर्णय से दो दर्जन लोग सड़क पर आ गए. संस्थान वेतन भुगतान के लिए अलग अलग तिथियां देता रहा. आपको बता दें कि आज लगभग एक माह से अधिक समय हो गया, किसी को भी भुगतान नहीं दिया जा सका है. सबसे बदतर स्थिति संस्थान में काम करने वाले कर्मचारियों की है.

भारत की प्रथम मीडिया डायरेक्टरी पत्रकारिता कोश-2014 तथा रीयल एस्टेट वेबसाइट का लोकार्पण पहली अगस्त को

म़्ंबई। आफताब आलम द्वारा संपादित तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज, भारत की प्रथम मीडिया डायरेक्टरी ‘पत्रकारिता कोश’ के 14वें अंक का विमोचन तथा रीयल एस्टेट के लिए समर्पित वेबसाइट www.buyrightmumbai.com का उद्घाटन शुक्रवार, 01 अगस्त, 2014 को शाम 6.00 बजे विलेपार्ले पश्चिम स्थित शुभम हॉल में होगा। ‘हम लोग’ संस्था द्वारा आयोजित इस समारोह में प्रमुख अतिथि महाराष्ट्र के पालक मंत्री श्री आरिफ (नसीम) खान तथा विधायक व मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री कृपाशंकर सिंह होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दोपहर का सामना के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल करेंगे।

हिमालयन प्रेस क्लब कोटद्वार की नई कार्यकारिणी गठित, देवेंद्र अध्यक्ष और अजय महासचिव बने

कोटद्वार। पत्रकारों के व्यापक हित और सामाजिक सरोकारों के लिये समर्पित भाव से सतत् संघर्ष जारी रखने के संकल्प के साथ हिमालयन प्रेस क्लब, कोटद्वार की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से गठित नई कार्यकारिणी में वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र सिंह को अध्यक्ष और अजय खंतवाल को महासचिव चुना गया।

बीईए से जुड़े संपादक सईद-वैदिक बातचीत पर हंगामा खड़ा कर अपनी पत्रकारिता ज़रूर करना चाहते हैं

PUNYA

अभी नरेन्द्र मोदी की बात कर रहा है, चौदह बरस पहले बालासाहेब ठाकरे की बात कर रहा था। अभी खुद को दहशतगर्दी से अलग बता रहा है, चौदह बरस पहले दहशतगर्दी को सही ठहरा रहा था। अभी भारत में किसी भी आतंकी हमले से अपना दामन पाक साफ बता रहा है, चौदह बरस पहले कश्मीर से लेकर लालकिले तक की हमले की जिम्मेदारी लेते हुये भारत के हर हिस्से में आतंकी हमले की धमकी दे रहा था। अभी मोदी के पाकिस्तान आने पर विरोध ना करने की बात कह रहा है, चौदह बरस पहले परवेज मुशर्रफ के आगरा सम्मिट में शामिल होने को भी पाकिस्तानी अवाम के खिलाफ उठाया गया कदम बता रहा था। चौदह बरस पहले भारत सरकार लश्कर चीफ हाफिज मोहम्मद सईद को लेकर पाकिस्तान से सवाल नहीं उठा पायी थी, और आज जमात-उल-दावा के चीफ हाफिज सईद को लेकर कोई सीधा सवाल सरकार नहीं उठा पा रही है। चौदह बरस पहले हाफिज सईद का चेहरा दुनिया ने नहीं देखा था।

Govt has initiated steps for implementation of Wage board: Jharkhand CM

Jamshedpur: Jharkhand Chief Minister Hemant Soren on Thursday said his government has initiated steps to ensure that the Majithia Wage Board for Journalists was implemented in the state. Inter-acting with the media persons of Kolhan division comprising East and West Singhbhum and Seraikela-Kharswan district soon after he launched accidental group insurance for the scribes of the state, Soren said the Labour department has already sent letters to all media houses seeking report whether the Wage Board was implemented or not.

मुंबई प्रेस क्लब चुनाव : गुरबीर सिंह पैनल की बात सुन लें

Dear Friends, In the years gone by the Progressive Democratic Alliance (PDA) has powered the makeover of the Press Club in 2008 and thereafter delivered 230 flats to our journalist members in the heart of the city in 2010. Over the last few years, we have taken the Club to new heights by promoting the RedInk Awards for Excellence in Journalism. The last 2 years’ awards ceremony at the NCPA has reached outstanding standards even putting better endowed corporate events in the shadow. The RedInk Awards today have not only enhanced the stature of the club on the national stage, but brought much-needed revenue too. Most important, the awards today have become a national platform for debate on freedom of the press and other ethical issues that concern our profession.

मुंबई प्रेस क्लब चुनाव : सुमंत मिश्रा पैनल की अपील पढ़ लें… Vote for PFPC

सुमंत मिश्र


 

: People for Fairness in Press Club. चहेरे बदलो, प्रेस क्लब बदलो…. : Dear All Members, Our panel named as People for Fairness in Press Club (PFPC) is contesting elections of the Press Club for the posts of President, Chairman, Secretary & managing committee members. Please spare some time to peruse our manifesto. Here is our 16 points program:

मुंबई प्रेस क्लब इलेक्शन : Independent Voice भी सुनिए

Hello, We are writing to you as independent candidates standing for the posts of Joint Secretary and Managing Committee Members for the forthcoming Press Club poll scheduled on July 26. Our intention to contest the poll as independent candidates is to lend voice to hundreds of neutral members who are associated with neither of the panels but think passionately about the Club and its development. The present committee has done its bit in terms of ambience, film club, lounge space, etc..however, we feel that there is tremendous potential in all these areas for enhancement and betterment. It would be good to have fresh and new voices in the management of the Club. We aim in bringing about those voices and ideas forward. Our agenda is essentially to bring about improvement in three major categories- Food, Technology, Fitness

अपनी स्कर्ट उठा दिल्ली पुलिस की लाठी का निशान दिखा रही लड़की….

Kashyap Kishor Mishra : दिल्ली-मुखर्जी नगर…  [यूपीएससी -भारतीय भाषा समर्थक आंदोलन] …. अपनी स्कर्ट उठा पुलिस की लाठी का निशान दिखा रही लड़की…! यह लड़की पिज्जा हट भी जाती है, राग भैरवी भी सुनती है, मोटी मोटी किताबें भी पढ़ती है, पौधों, जानवरों, बच्चों से प्रेम भी करती है । …आज जरूरत पड़ी, तो सड़क पर उतर आई। मेरी बेटी, तुम भी इसी की तरह बनना!

पत्रकारों को शीघ्र मिलेगा भूखंड या आवास : सीएम सोरेन

जमशेदपुर :  राज्य के पत्रकारों को भूखंड या आवास उपलब्ध कराने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है. इस संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जायेगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को एक्सएलआरआइ स्थित टाटा प्रेक्षागृह में मीडिया संवाद के दौरान कही. मौके पर मुख्यमंत्री ने कोल्हान प्रमंडल में मुख्यमंत्री सामूहिक पत्रकार बीमा योजना लांच किया. वहीं सांकेतिक रूप से तीनों जिलों (पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां व पूर्वी सिंहभूम) के पांच-पांच पत्रकारों को पॉलिसी का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. मीडिया संवाद में मुख्यमंत्री कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले के पत्रकारों से रूबरू हुए.

4रीयल न्यूज चैनल चल पड़ा, लेकिन तीन महीने के लिए

4रीयल न्यूज चैनल फिर से शुरू हो गया है. प्रबंधन ने जब अचानक इसके बंद किए जाने की घोषणा की तो सैकड़ों कर्मचारियों ने न्यूज रूम में धरना शुरू कर दिया. बाद में प्रबंधन से बातचीत शुरू हुई. मीडियाकर्मियों ने चैनल अचानक बंद करने पर ऐतराज जताया. कानूनी पचड़ों से दुखी 4रीयल न्यूज प्रबंधन फिर से कोई नया पचड़ा नहीं चाहता. इसलिए कर्मचारियों की बात मानते हुए चैनल शुरू कर दिया है.

‘ताई’ ने तार दिया अभिलाष खांडेकर, हरीश कश्यप, पंकज क्षीरसागर को

दैनिक भास्कर से जुड़े अभिलाष खांडेकर की लोकसभा टीवी से जुड़ने की ख़बरें हैं। दिव्य भास्कर (मराठी) को महाराष्ट्र में स्थापित करने के बाद पिछले दिनों अभिलाष को भास्कर प्रबंधन ने दिल्ली ऑफिस में तैनात कर दिया था! ये पोस्टिंग अभिलाष को रास नहीं आ रही थी, और वे भास्कर छोड़ने के रास्ते खोज रहे थे। इसी बीच इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन (ताई) के लोकसभा अध्यक्ष बनने से अभिलाष की परेशानी ख़त्म हो गई और उन्होंने ‘ताई’ से अपने पुराने संबंधों के तार जोड़कर लोकसभा टीवी में जाने की जुगाड़ बना ली!

29वें हफ्ते की टीआरपी : न्यूज24, आईबीएन और एनडीटीवी के बुरे दिन, जी न्यूज ने लगाई लंबी छलांग

29वें हफ्ते की टीआरपी देखकर पता चलता है कि तीन न्यूज चैनलों की स्थिति काफी खराब होती जा रही है. ये टीआरपी चार्ट में लगातार गिरते पिछड़ते जा रहे हैं. न्यूज24 सातवें स्थान पर चला गया है तो आईबीएन नंबर आठ पर लुढ़क चुका है. एनडीटीवी नौवें नंबर पर है.

कृष्णमोहन हिंसा के दोषी हैं, उन्हें सजा मिले, पर उनकी पत्नी का भी दोष कम नहीं

Samar Anarya : पोस्ट के पहले डिस्क्लेमर: बीएचयू प्रोफ़ेसर और आलोचक/लेखक कृष्ण मोहन से मेरा कभी कोई निजी रिश्ता नहीं रहा है, अब भी नहीं है. यह भी कि बीते कुछ समय में निजी अनुभवों के चलते पॉलिटिकल करेक्टनेस नाम की बीमारी से हमेशा के लिए रोगमुक्त हो गया हूँ.

इस महाभ्रष्ट, महापतित और घोटालेबाज अधिकारी राकेश शर्मा का क्या कोई इलाज हो सकता है?

Deepak Azad : दोस्तों, इस महाभ्रष्ट, महापतित, घोटालेबाज राकेश शर्मा का क्या कोई इलाज हो सकता है? यह उत्तराखंड के लिए नासूर बनता जा रहा है। भ्रष्ट नेताओं को गांठने में माहिर यह घोटालेबाज अपने अधीनिस्थों को डरा-धमकाकर घोटालों को अंजाम तक पहुंचाता है। मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि राज्य के बारे में ठीक-ठीक सोच रखने वाले अफसरों की एक बड़ी जमात इस शर्मा नाम के मगरमच्छ से बेहद परेशाान हैं। इसके घोटालों की, कारनामों की सूची बहुत लम्बी हैं, लेकिन यह मगरमच्छ पूर्व मुख्यमंमत्रियों की तरह अब हरीश रावत का भी खासमखास बना हुआ है।

राकेश शर्मा

हिंदी पत्रकारिता के ये दल्ले कैसे हो गए नायक?

‘मीडिया विमर्श’ का अंक कल शाम मिला। इस में हिंदी पत्रकारिता के 51 हीरो की चर्चा है। चर्चा क्या, पूजा है 51 लोगों की। और दुर्भाग्य देखिए कि इन 51 में से भी आधे से अधिक लोगों की कुख्याति दलाली, लायजनिंग आदि कामों के लिए है। अब अगर दलालों और भडुओं को हम मीडिया के हीरो या नायक कह कर उन की पूजा करेंगे तो इस मीडिया समाज का क्या होगा भला? ‘मीडिया विमर्श’ के कार्यकारी संपादक संजय द्विवेदी को कल फोन करके मैंने अपनी यह आपत्ति दर्ज भी की। मीडिया में दलाली के लिए कुख्यात लोगों के नाम ले-ले कर उनसे पूछा कि आखिर यह दल्ले नायक कैसे हो गए हिंदी पत्रकारिता के?

शुक्रिया मोदी जी, लड़कों को घरों से निकाल लठियाने लतियाने के लिए!

Samar Anarya : मुखर्जीनगर दिल्ली में अपना इलाहाबाद था, अपने अंडरग्राउंड हो जाने का अड्डा था. जेएनयू से मन भरा तो 1997 से दोस्त रहे ‘विनम्र दक्षिणपंथी’ Prashant, Ritesh, गुड्डू, और छोटे भाई शशि के आशियाने पर.. दिनों दिन और शामें बत्रा की. और Aradhana के घर न भाग गए तो Kamlesh नवाब, मनोज, प्रांजल भाई के साथ रात रात भर 29 (गजब खेल है, दीवाने ही समझ सकते हैं) खेलना. सबसे कमाल मगर बत्रा की शामें ही होतीं थीं.

ब्राह्मणवादी मर्द के लोकेशन से अपनी मूर्खता का विज्ञापन कर रहे हैं चंदन पांडेय

Rohini Gupte : बनारस हिंदू वि‍श्‍ववि‍द्यालय में पढ़ाने वाले प्रो.कृष्‍णमोहन सिंह ने अपनी पत्‍नी को जि‍स तरह से पीटते हुए घर से बाहर नि‍काला, चंदन पांडेय की नजर में गुनाह-ए-अजीम तो उनकी पत्‍नी ने घर जाकर कि‍या। क्‍या चंदन पांडेय मर्दवादी ब्राह्म्‍णवाद से बाहर आकर इन सवालों पर बात करने की जहमत उठाएंगे। उनके ब्‍लॉग पर भी मैनें यही सवाल पूछे हैं….

लखनऊ में पत्रकारों की मान्‍यता से जुड़ी 46 पत्रावलियां गायब, शक के दायरे में एक डिप्‍टी डायरेक्‍टर

लखनऊ : मुख्‍यमंत्री तक की सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं राज्‍य मुख्‍यालय से मान्‍यता प्राप्‍त लगभग चार दर्जन पत्रकार. पत्रकारों को राज्‍य मुख्‍यालय की मान्‍यता देने की जिम्‍मेदारी संभालने वाले एक सहायक सूचना निदेशक की गड़बड़ी व भ्रष्‍टाचार से और भी कई खतरे पैदा हो सकते हैं. खबर है कि राज्‍य मुख्‍यालय की मान्‍यता पाने वाले 46 पत्रकारों की पूरी पत्रावली ही विभाग से गायब है. इनके बारे में कोई जानकारी विभाग के पास उपलब्‍ध नहीं है कि इन लोगों ने किस आधार पर मान्‍यता प्राप्‍त की. ये लोग क्‍या करते हैं.

पत्रकारों के अध्‍यक्षजी की ऐसे भद्द पिटी राज्‍यपाल की पीसी में

लखनऊ। लखनऊ में पत्रकारों के एक अध्‍यक्ष की नवागत राज्यपाल के शपथ ग्रहण में भद्द पिट गई. अध्‍यक्ष जी की खूबी यह है कि ये कहीं लिखते पढ़ते नहीं हैं. हालांकि सेटिंग सही है तो कुछ टीवी चैनलों पर बोकरादी करते जरूर दिख जाते हैं. अभी हाल ही में इन्‍होंने लखनऊ में व्‍यस्‍त पत्रकारों के बीच अपने फुलटाइम फ्री होने का जलवा दिखाया था. खैर, आते हैं असली बात पर. जनाब अध्‍यक्ष हैं लिहाजा इन्‍हें तमाम जगह के न्‍योता मिल जाया करते हैं. राज्‍यपाल के शपथ ग्रहण समारोह का भी न्‍योता इन्‍हें मिल गया था.