मजीठिया वेज बोर्ड की त्रिपक्षीय समिति की पहली बैठक में मालिकों के कई प्रतिनिधि गायब रहे

मुंबई : मीडियाकर्मियों के लिये गठित जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश को सही तरीके से लागू कराने के लिये महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित त्रिपक्षीय समिति की पहली बैठक में मुंबई के अखबार मालिकों के प्रतिनिधि गायब रहे। कल हुयी बैठक में नवाकाल की रोहिणी खांडिलकर सहित कुछ और सदस्य गैर-हाजिर रहे। जो सदस्य आये भी वे इस बात पर ज्यादा जोर दे रहे थे कि उन्हें वो लिस्ट दी जाये जो कामगार विभाग ने तैयार किया है कि किन किन प्रतिष्ठानों में जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश पूरी तरह नहीं लागू है या आंशिक रूप से लागू है ताकि वे अखबार मालिकों से इसे नैतिक रुप से लागू करने का आग्रह करें।

आर्थिक संकट के कारण ‘समकालीन तीसरी दुनिया’ मैग्जीन का प्रकाशन स्थगित

Abhishek Srivastava : पिछले दो महीने से समकालीन तीसरी दुनिया का प्रकाशन नहीं हो पा रहा था। अब अक्‍टूबर-दिसंबर, 2016 का संयुक्‍तांक आपके सामने है। भारी मन से यह बताना पड़ रहा है कि पिछले 35 वर्षों से रुक-रुक कर निकल रही और पिछले करीब छह वर्ष से नियमित निकल रही यह पत्रिका इस अंक के बाद नहीं निकल पाएगी। ‘समकालीन तीसरी दुनिया’ दो साल पहले ही बंद हो जाती अगर कुछ सरोकारी पाठकों और शुभचिंतकों ने लगातार आर्थिक मदद नहीं की होती। करीब डेढ़ वर्ष पहले एक अपील जारी की गई थी और यह कहा गया था कि कोई समूह इसकी वैचारिकी के साथ छेड़छाड़ किए बगैर इसका प्रकाशन अपने हाथ में ले सके तो बेहतर हो, लेकिन यह भी मुमकिन नहीं हो सका।

गुरु घासीदास विवि की पत्रकारिता की छात्रा फांसी के फंदे पर झूली

बिलासपुर : गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में पढऩे वाली बीजेएमसी की एक छात्रा ने अपने रुम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले छात्रा ने एक पत्र अपने माता पिता के नाम लिखा है। पत्र में उसने खुद को सुसाइड के लिए जिम्मेदार मानकर यह कदम उठाने की बात लिखा है। मनेन्द्रगढ़ में रहने वाले जितेन्द्र जायसवाल की 20 वर्षीय पुत्री कुमारी प्रज्ञा जायसवाल जो गुरुघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पत्रकारिता की पढ़ाई करने आई थी।

पैसा नहीं तो एंबुलेंस नहीं, पिता का शव लाठी में बांध और कंधे पर टांग कर घर ले गए ग्रामीण (देखें तस्वीरें)

मध्य प्रदेश के सींधी से खबर है कि यहां ग्रामीण क्षेत्र के एक आदमी के पास पैसा नहीं था तो उसे एंबुलेंस की सुविधा नहीं मुहैया कराई गई. इसके कारण ग्रामीण युवक अपने पिता के शव को परिजनों के साथ कंधे पर टांग कर घर तक जाने को मजबूर हुआ. लाश को लाठी से बांध कर कंधे पर दो लोगों ने टांग लिया और चल पड़े. इस घटना की तस्वीरें होने के बावजूद मीडिया वालों ने कोई ध्यान नहीं दिया. मीडिया वालों ने सीधी के डीएम और अन्य किसी अधिकारी से इस बारे में कोई बात तक नहीं की. ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं पर कोई बोलने लिखने वाला नहीं है.

दैनिक भास्कर मैनेजमेंट बिजनेस पाने के लिए अख़बार का दुरूपयोग कर रहा…

भोपाल : जिस प्रकार बिजनेसमैन आजकल मीडिया का रुतबा और जलवा देख कर अख़बार और न्यूज़ चैनल में घुसपैठ कर रहे हैं ठीक उसी प्रकार मीडिया मालिक भी बिजनेसमैनों की अकूत दौलत देख कर उद्योग धंधो में कूद रहे हैं. इस प्रकार उनका पत्रकारिता से ज्यादा सरोकार नहीं रह गया है बल्कि इसके दम पर येन केन प्रकारेण अपने बिजनेस हितों को प्रमोट करना और दौलत बटोरना ही उनका मकसद रह गया लगता है. गले-गले तक विज्ञापनों के लिए वे आवास मेले, वाहन मेले और गरबा-डांडिया जैसे तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं और अख़बारों और चैनलों के मार्फ़त इनका प्रचार कर रहे हैं. जाहिर है इस सबके चलते पत्रकारिता और पाठक कहीं पीछे छूट गए हैं और देश प्रदेश की सत्ता विरोधी खबरें और उन पर संपादकीय अब गुजरे वक्त की बात होकर रह गई है.

नोटबंदी : एक भयावह सच्चाई यह भी!

नोटबंदी से नफा नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। लोग इस उम्मीद में खुश है कि दूसरों के घरों में आग लगी है। लेकिन कुछ भयावह सच्चाई और भी हैं जिसे हम स्वीकार करने से कतराएंगे। वह यह है कि बेरोजगारी बढऩे वाली है। इस कारण देश से सुख चैन छिन सकता है। दरअसल नोटबंदी से ढाई लाख करोड़ ब्लैक मनी और नकली नोटों का सरक्यूलेशन बंद हो गया है। इस पैसे के कारण लगभग 3 से 4 करोड़ लोग रोजगारधारी थे।

पत्रकार अफसर खां सागर को सैयद मसऊद गाजी सम्मान

गाजीपुर (उ.प्र.)। हजरत सैय्यद मसऊद गाजी वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में रविवार को सैय्यदवाड़ा स्थित शाह लगन पैलेस में ‘हिन्दी साहित्य में गाजीपुर का योगदान’ विषयक गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आगाज किसान लेखक डा0 विवेकी राय को श्रद्धांजलि दे कर किया गया। हिन्दी साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सोसायटी द्वारा पांच लोगों को ‘सैय्यद मसऊद गाजी सम्मान-2016’ से सम्मानित किया गया।

तहसील रिपोर्टर को गाली देने के चलते हटाए गए क्राइम रिपोर्टर को फिर कराया ज्वाइन

सुल्तानपुर : अमर उजाला के सुल्तानपुर कार्यालय में क्राइम रिपोर्टर मनीष तिवारी को अपने क्षेत्रीय पत्रकार नवनीत मिश्रा को गाली देना भारी पड़ गया। वायस रिकार्डिंग के साथ नवनीत मिश्रा की तरफ से लिखित शिकायत मिलने के बाद सुल्तानपुर अमर उजाला ब्यूरो कार्यालय के चीफ रमाकांत तिवारी ने आरोपी गालीबाज क्राइम पत्रकार मनीष तिवारी को आफिस आने से मना कर दिया। लेकिन 29 नवम्बर दिन मंगलवार को पुनः पत्रकार मनीष तिवारी को रमाकांत तिवारी ने न जाने क्यों ज्वाइन करा दिया।

रोडवेज वाले ब्लैक को ह्वाइट करने में जुटे

confidential and very important…

To                                                            
Editor  ,  
Bhadas4Media.com

Sub:- Corrupt practices by Government officers of Haryana Roadways by replacing black money into white money by unfair means and fraudulent ways.

मोदी जी, आप 8 नवम्बर को सही थे या अब 29 नवम्बर को?

कालेधन के रद्दी कागज को नोटों के रूप में फिर जिंदा क्यों किया… प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आपने कालेधन के खिलाफ जो सर्जिकल स्ट्राइक की उसे देश की अधिकांश जनता ने तमाम दिक्कतों के बावजूद सराहा। 8 नवम्बर को रात 8 बजे आपने देश के नाम अपने संदेश में नोटबंदी की घोषणा करते हुए कहा कि आज आधी रात यानि 12 बजे के बाद 1000 और 500 रुपए के चल रहे नोट अवैध हो जाएंगे। इससे ईमानदार जनता, कारोबारी, करदाता, गृहणियां कतई न घबराए और वे अपने पुराने नोट दो दिन बाद से 30 दिसम्बर तक बैंकों और डाक घरों में जाकर जमा कर दें और बदले में 500 और 2000 के नए नोट पा लें।

उत्तर प्रदेश : नोटबंदी से टिकट बंटवारे पर ग्रहण

अजय कुमार, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधान सभा का कार्यकाल खत्म होने को है। सबके दिलो-दिमाग में एक ही सवाल घूम रहा है। अखिलेश के बाद कौन? या फिर से अखिलेश? अगर अखिलेश पुनः सीएम बन गये तो ठीक, मगर नहीं बने तो इसके जवाब में बसपा सुप्रीमों मायावती के अलावा भी कई नाम हैं। कांगेस, सपा और बसपा ने तो अपने सीएम प्रत्याशी घोषित कर ही दिये हैं, लेकिन बीजेपी सीएम की जगह मोदी का चेहरा आगे करके चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। उक्त दलों में से किसी भी पार्टी को बहुमत मिला तो सीएम के नाम पर शायद ही कोई विवाद देखने को मिलेगा, लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसी पार्टिंयां हैं जिनका अपना तो कोई खास जनाधार नहीं है, मगर गठजोड़ की राजनीति के सहारे यह अपनी नैया पार करने में लगे हैं।

खबर से नाराज डीएम ने ब्यूरो चीफ को सरकारी आफिसों में न घुसने देने का फरमान जारी किया

बिहार के जिला बांका में हिन्दुस्तान अखबार के ब्यूरो प्रमुख सत्यप्रकाश के सरकारी कार्यालयों में घुसने पर रोक लगा दी गयी है। यही नहीं, आदेश यह भी दिया गया है कि अगर ब्यूरो चीफ किसी भी काम से सरकारी कार्यालयों में घुसें तो उनके खिलाफ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर लिया जाए। यह तुगलकी फरमान सुनाया है बांका के जिलाधिकारी ने। यह आदेश जिलाधिकारी ने लिखित रूप से सभी सरकारी विभाग को दिया है।

श्रम विभाग के प्रमुख सचिव और विशेष सचिव की गिरफ्तारी की सजा पर रोक

लखनऊ : इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने अपने एक आदेश में इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल दो के द्वारा श्रम विभाग के प्रमुख सचिव और विशेष सचिव को एक माह की सजा दिए जाने संबंधी आदेश पर रोक लगा दी है। इस मामले में सम्बंधित समस्त रिकॉर्ड तलब करते हुए अगली सुनवाई 15 दिसम्बर को नियत की है। न्यायमूर्ति डॉ देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अदालत ने प्रमुख सचिव श्रम राजेंद्र कुमार तिवारी एवं विशेष सचिव श्रम परसुराम प्रसाद को सुनाई गई सजा की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर आज यह आदेश दिए। प्रमुख सचिव और विशेष सचिव की ओर से राज्य सरकार के अपर मुख्य स्थाई अधिवक्ता संजय भसीन ने बहस की।

सुब्रत राय को जेल से बाहर रखना है तो 600 करोड़ जमा करो : सुप्रीम कोर्ट

उच्चतम न्यायालय ने सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय से कहा कि यदि उन्हें जेल से बाहर रहना है तो वह सेबी-सहारा रिफंड खाते में अगले साल 6 फरवरी तक 600 करोड रुपए जमा करायें। साथ ही न्यायालय ने उन्हें आगाह किया कि धनराशि जमा कराने में विफल रहने पर उन्हें फिर जेल में लौटना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रतो रॉय के पैरोल को 6 फरवरी 2017 तक बढ़ा दिया है।  प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति ए के सिकरी और न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि यदि सहारा समूह निवेशकों की बकाया राशि का भुगतान करने के लिये संपत्ति बेचने में असफल रहा तो वे इसके लिये ‘रिसीवर’ नियुक्त करने पर विचार कर सकते हैं।

प्रचार-प्रशंसा के भूखे मोदी ने ढाई साल में 1100 करोड़ रुपये विज्ञापनों पर फूंक डाला

केंद्र सरकार ने पिछले ढाई साल के कार्यकाल में पीएम मोदी पर केंद्रित विज्ञापनों पर 1100 करोड़ रुपए ख़र्च किए हैं. आरटीआई कार्यकर्ता रामवीर सिंह के सवालों पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. यह खर्च एक जून 2014 से 31 अगस्त 2016 के बीच किया गया. हिसाब लगाया जाए तो इसका मतलब है कि सिर्फ विज्ञापनों पर सरकार ने 1.4 करोड़ रूपए रोज़ाना खर्च किए हैं. देखा जाए तो यह भारत के मंगल अभियान मंगल यान के खर्च से दोगुना है. इसे दुनिया का सबसे कम खर्चीला अंतरग्रहीय अभियान माना जाता है, जिसकी कीमत सिर्फ 450 करोड़ रुपए है.

बिना अथॉरिटी लेटर सुनवाई में आने पर श्री अम्बिका प्रिंटर्स के पर्सनल आफिसरों को पड़ी फटकार

मुंबई : जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में कामगार आयुक्त कार्यालय में दाखिल 17 (1) के क्लेम मामले की सुनवाई के दौरान प्रबंधन की तरफ से अथारिटी लेटर लिए बगैर सुनवाई में आ रहे श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशंस के पर्सनल आफिसरों ज्ञानेश्वर रहाणे और अशरफ शेख को सहायक कामगार आयुक्त ने कड़ी फटकार लगाई। पिछले चार माह से ज्यादा समय से इस मामले की सुनवाई सहायक कामगार आयुक्त सीए राउत के यहाँ चल रही है। इस सुनवाई में कंपनी के अथारिटी लेटर के बगैर आने वाले लीगल एडवाइजर श्रीकांत गोसावी का कर्मचारियों ने विरोध किया था जिसके बाद सहायक कामगार आयुक्त ने उन्हें सुनवाई से बाहर कर दिया।

काले धन के खिलाफ मुहिम को झटका, काली कमाई वालों के सामने सरकार ने घुटने टेके

नरेंद्र मोदी ने 1000 और 500 के नोटों की बंदी कर कालेधन और भ्रष्टाचार पर जो चोट की थी उससे काले धन के खिलाफ एक उम्मीद जगी थी। बड़े काले धन के कुबेरों और उद्योगपतियों के दबाव में मोदी सरकार ने जो नया निर्णय लिया है वह घुटने टेकने वाला है। इस निर्णय के तहत 50 फीसदी टैक्स देकर अघोषित आय को जमा करने के बाद ब्लैक मनी को व्हाइट किया जा सकता है। यह निर्णय देश के उन करोड़ों गरीबों का अपमान है जिनके वाजिब हक़ पर डाका डालकर भ्रष्टाचार के जरिये ये काली कमाई की गयी थी। सरकार इस तरह से काली कमाई को सफ़ेद करने का एक मौका पहले भी दे चुकी है जो कि नहीं देना चाहिए था।

भाजपा के खिलाफ लिखने वाली महिला पत्रकार को कोर्ट ने दी जेल और जुर्माने की सजा

भाजपा नेताओं के खिलाफ लिखना एक महिला पत्रकार को भारी पड़ गया. मामला कर्नाटक के धारवाड़ जिले का हैं. यहां के सांसद प्रह्लाद जोशी और भाजपा नेता उमेश दुशी के खिलाफ 23 जनवरी 2008 को पत्रकार गौरी लंकेश ने अपने अखबार Lankesh Patrike में एक आर्टिकल छापा. इसके खिलाफ दोनों नेताओं ने मानहानि का केस दर्ज करा दिया. इसी मामले में अदालत ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश को छह माह की सजा सुना दी.

कपिलवस्तु के पत्रकार ध्रुव यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ एकजुट हुए सभी दल और संगठन

कलेक्ट्रेट पर दिया धरना, एसएसबी के खिलाफ नारेबाजी : सपा, भाजपा, कांग्रेस सहित कर्मचारी, शिक्षक, प्रधान, अधिवक्ता संगठन लामबंद : जिला प्रशासन के रवैए की आलोचना, कहा: कलम के सिपाहियों पर नहीं आने देंगे आंच

सिद्धार्थनगर। कपिलवस्तु के पत्रकार ध्रुव यादव की प्रायोजित गिरफ्तारी के विरोध में जिले के सभी राजनीतिक, सामाजिक व कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए हैं। पत्रकार संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन देते हुए सभी दलों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में धरना दिया। सात दिनों बाद भी घटना की जांच के लिए कोई कदम न उठाने पर जिला प्रशासन के रुख की कड़ी आलोचना की। निष्पक्ष न्यायिक जांच की आवाज बुलंद करते हुए चेतावनी दी कि अगर कलम के सिपाहियों के साथ अन्याय हुआ तो कोई भी दल-संगठन चुप नहीं बैठेगा।

तभी सोनम गुप्ता प्रकट होती है…

Anil Kumar Yadav : पहली बार किसी ने दस रूपए के नोट पर लिखा होगा, सोनम गुप्ता बेवफा है, तब क्या घटित हुआ होगा? क्या नियति से आशिक, मिजाज से आविष्कारक कोई लड़का ठुकराया गया होगा, उसने डंक से तिलमिलाते हुए सोनम को बदनाम करने की गरज से उसे सरेबाजार ला दिया होगा. या वह सिर्फ फरियाद करना चाहता था, किसी और से कर लेना लेकिन इस सोनम से दिल न लगाना.

देशभक्त यह दूसरा वाला रेलमंत्री है!

Madan Tiwary : एक रेल मंत्री थे। उन्होंने देखा स्लीपर में वेटिंग लिस्ट लंबी है और एसी की सीट खाली जा रही है। रेलमंत्री ने बिना कोई एक्स्ट्रा चार्ज लिए अपग्रेड सिस्टम लागू कर दिया। इससे हुआ ये कि अगर आपका टिकट वेटिंग है और एसी कोच में सीट खाली है तब आपका वेटिंग टिकट एसी में अपने आप अपग्रेड हो जाएगा।

सूक्ष्‍म शरीर ही कारण बनता है नए जन्‍मों का…

आत्‍मा तो वस्‍तुत: एक ही है। लेकिन शरीर दो प्रकार के है। एक शरीर जिसे हम स्‍थूल शरीर कहते है, जो हमें दिखाई देता है। एक शरीर जो सूक्ष्‍म शरीर है जो हमें दिखाई नहीं पड़ता है। एक शरीर की जब मृत्‍यु होती है, तो स्‍थूल शरीर तो गिर जाता है। लेकिन जो सूक्ष्‍म शरीर है वह जो सटल बॉडी है, वह नहीं मरती है। आत्‍मा दो शरीरों के भीतर वास कर रही है। एक सूक्ष्‍म और दूसरा स्‍थूल। मृत्‍यु के समय स्‍थूल शरीर गिर जाता है। यह जो मिट्टी पानी से बना हुआ शरीर है यह जो हड्डी मांस मज्‍जा की देह है। यह गिर जाती है। फिर अत्‍यंत सूक्ष्‍म विचारों का, सूक्ष्‍म संवेदनाओं का, सूक्ष्‍म वयब्रेशंस का शरीर शेष रह जाता है, सूक्ष्‍म तंतुओं का।

जिस नोट को कागज का टुकड़ा घोषित किया, अब वह आधे मूल्य का हो गया!

Sanjaya Kumar Singh : 8 नवंबर के बाद जो नोट “कागज का टुकड़ा” हो गया था वह आज की घोषणा के बाद फिर आधे मूल्य का हो गया। यू-टर्न सरकार ऐसे ही नहीं कहा जाता है। यह हाल “नीन्द खराब कर दूंगा” की घोषणा के बाद है। सुना है, अभी पुराने नोट नष्ट नहीं किए जा रहे हैं। इसलिए कागज का टुकड़ा हो गया है के झांसे में न आएं। बोलने और करने में बहुत अंतर होता है।

देश को लूटो और 50 प्रतिशत हिस्सा सरकार को देकर छूट जाओ!

वाह मोदी जी… वाह! क्या खूब तमाशा किया… जनता से मांगे 50 दिन और 20वें दिन ही काले कुबेरों की खोल दी लॉटरी…

मोदीजी, देश की जनता के साथ मैंने भी आपको सलाम ठोंका था… 8 नवम्बर को आपने देश की जनता को संबोधित करते हुए यह दृढ़ घोषणा की थी कि रात 12 बजे के बाद काले कुबेरों का कालाधन कागज यानि रद्दी हो जाएगा। आपने देश की ईमानदार जनता को कहा कि वे घबराए नहीं और अपना सफेद धन जो हजार और पांच सौ के नोट में है उसे 30 दिसम्बर तक बैंकों में जमा कर दें। आजाद भारत में नोटबंदी का यह अब तक का सबसे कठोर कदम आपने उठाया, जिसका जनता ने तमाम परेशानियों के बावजूद स्वागत ही किया और इस मामले में विपक्ष भी एक्सपोज हो गया। इसके अगले ही दिन गाजीपुर की सभा में आपने भावुक होते हुए नोटबंदी से परेशान हो रहे आम आदमी की पीड़ा को जाहिर करते हुए 50 दिन मांगे और उसके बाद एक साफ-सुथरा देश देने का वायदा भी किया।

शिवराज चौहान ने भोपाल के चर्चित वीडियो ब्लागर अभिषेक मिश्रा को गिरफ्तार कराया, देखें वीडियो

अभिषेक मिश्रा

भोपाल के अभिषेक मिश्रा नामक एक चर्चित वीडियो ब्लॉगर को ग्यारह नवम्बर को मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान के इशारे पर गिरफ्तार कर लिया गया. यह आरोप खुद अभिषेक मिश्रा ने लगाया है. बताया जा रहा है कि अभिषेक को सिर्फ इसीलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि इन्होंने शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एक खबर चला दी थी. इस खबर में कहा गया था कि शिवराज सिंह चौहान अपनी कार में करोड़ों रुपये ले जा रहे थे. अभिषेक ने व्यापम घोटाले के बारे में भी कई तथ्य शेयर किए. ये सारी खबरें रातों रात वायरल हो गईं.

…और इस तरह चली गई भाजपा मीडिया सेल से मनीष शुक्‍ला की कुर्सी!

यूपी भाजपा से बहुत जली-भुनी खबर आ रही है कि प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष शुक्‍ला को पार्टी के मीडिया सेक्‍शन से उजाड़ने में उनके अपने खास लोगों का ही हाथ है. उन्‍हीं अपनों का, जिन्‍होंने लंबे समय से इस पार्टी के इस कमाऊ पद पर अपनी नजरें गड़ाए रखी थी और पॉलिटिकल डिमोशन झेलने को भी तैयार बैठे थे. उन्‍होंने प्रदेश संगठन महामंत्री से महीनों से मनीष शुक्‍ला की चुगली करते आ रहे थे. दीपावली पर उन्‍हें मौका भी मिल गया और इसका पूरा लाभ उठाते हुए उन्‍होंने मनीष शुक्‍ला से गद्दी छीनकर खुद मुख्‍य मीडिया प्रभारी बन बैठे. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में मनीष शुक्‍ला के कमाई करने के सारे अरमान धूल-धूसरित हो गए.

काशी पत्रकार संघ का द्विवार्षिक चुनाव : सुभाष सिंह अध्यक्ष, अत्रि महामंत्री व दीनबन्धु कोषाध्यक्ष

वाराणसी । काशी पत्रकार संघ के द्विवार्षिक चुनाव में रविवार को सुभाष चन्द्र सिंह (138 मत) वर्तमान अध्यक्ष बी॰ बी॰ यादव (101 मत) को सीधे मुकाबले में पराजित कर निर्वाचित घोषित किये गये। इसके अलावा महामंत्री पद पर अत्रि भारद्वाज (88 मत) त्रिकोणीय मुकाबले में कड़ी चुनौती पेश करते हुए वर्तमान कोषाध्यक्ष पवन कुमार सिंह (74 मत) को परास्त कर विजयी घोषित किये गये। इस पद पर एक अन्य प्रत्याशी वर्तमान महामंत्री रामात्मा श्रीवास्तव को 67 मत मिले। कोषाध्यक्ष पद पर दीनबन्धु राय (127 मत) निर्वाचित घोषित किये गये। उन्होंने डा॰ जयप्रकाश श्रीवास्तव (104 मत) को परास्त किया। पत्रकार सुभाष सिंह आज अखबार, काशीवार्ता और जनवार्ता में सेवा दे चुके हैं. अत्रि भारद्वाज गांडीव अखबार में रह चुके हैं. वे पत्रकार के साथ साथ गीतकार और कवि भी हैं।

टीआरपी मीटर में छेड़छाड़ से टॉप थ्री चैनल बनने वाले ‘इंडिया न्यूज’ को मिली सजा

लोग इस बात से आश्चर्यचकित थे कि आखिरकार ऐसा कैसे हो गया कि इंडिया न्यूज चैनल टीआरपी में नंबर थ्री तक पहुंच गया. एकाध शो को छोड़ दें तो इस चैनल का कंटेंट आमतौर पर दूसरे चैनलों जैसा ही होता है. फिर वो फार्मूला क्या है जिसके कारण यह चैनल टीआरपी में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है. इसका भेद खुला है अब. पता चला है कि इंडिया न्यूज समेत कुल तीन न्यूज चैनल टीआरपी मीटर में छेड़छाड़ करके अपनी टीआरपी हाई करा ले रहे थे. इस का भंडाफोड़ होने के बाद टीआरपी मापने वाली कंपनी बार्क ने इंडिया न्यूज समेत तीनों न्यूज चैनलों की टीआरपी मापने का काम चार हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया है.

सीएनएन चैनल पर आधे घंटे तक पोर्न दिखाते रहे!

अमेरिका के न्यू जर्सी से खबर है कि सीएनएन चैनल पर आधे घंटे तक पोर्न मूवी चलती रही. इसे लेकर चैनल ने भीतर तूतू मैंमैं शुरू हो चुका है. चैनल के लोग इस गलती के लिए प्रोग्रामिंग डिपार्टमेंट को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं चैनल का आरोप है कि यह सिर्फ न्यू जर्सी के केबल टीवी प्रोवाइडर आरसीएन की गलती की वजह से हुआ.

कशिश न्यूज, पटना के पत्रकार संतोष सिंह की भाजपा जमीन सौदे वाली खबर ब्रेक करने के लिए चौतरफा हो रही तारीफ

रीजनल न्यूज चैनल कशिश न्यूज के एक पत्रकार ने पूरे देश में धमाका कर दिया. पटना के पत्रकार संतोष सिंह ने गुरुवार की शाम बिहार झारखंड के चैनल कशिश न्‍यूज़ पर शाम 6 बजे एक रिपोर्ट चलाई. इसमें दिखाया गया कि बिहार में भाजपा ने 8 नवंबर को हुई नोटबंदी की घोषणा से पहले भारी मात्रा में ज़मीनें खरीदी हैं. ये ज़मीनें पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम से खरीदी गई. कुछ सौदों में दिल्‍ली स्थित बीजेपी मुख्‍यालय का पता दर्ज है. संतोष सिंह की इस खबर को सबसे पहले प्रभात खबर ने उठाया. इसके बाद कैच न्‍यूज़ व फाइनेंशियल एक्‍सप्रेस ने अपने यहां छापा.

मजीठिया वेज बोर्ड मामले में डीबी कॉर्प सहित 7 मीडिया कंपनियों ने नहीं जमा कराया एफिडेविट

23 अखबार कंपनियों को दिया गया था आदेश…

मुंबई : मीडिया कर्मियों के वेतन, एरियर्स और प्रमोशन्स से जुड़े जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मुम्बई के कामगार उपायुक्त कार्यालय द्वारा 13 अक्टूबर 2016 को पत्र लिखकर एफिडेविट देने का निर्देश मुम्बई के 23 अखबार कंपनियों को दिया गया था। ये एफिडेविट 300 रुपये के स्टाम्प पेपर पर देना था जिसमें साफ़ तौर पर लिखना था कि आपने मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश पूरी तरह लागू कर दिया है। इस एफिडेविट को जमा करने की अंतिम तिथि थी 19 अक्टूबर 2016। मगर आज भी मुम्बई में डीबी कॉर्प सहित 7 अखबार मालिकों ने एफिडेविट नहीं जमा किया।

सादे कागज पर पर साइन करने वालों के लिए मजीठिया का लाभ पाना चुनौती भरा काम होगा!

श्री अम्बिका प्रिंटर्स के कर्मचारियों के गंभीर आरोप और पर्सनल आफिसर ज्ञानेश्वर रहाणे का बेतुका जवाब…

मुंबई : जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में महाराष्ट्र के लेबर कमिश्नर ऑफिस में चल रहे 17(1) के रिकवरी क्लेम मामले में श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशंस के पर्सनल आफिसर ज्ञानेश्वर रहाणे ने ऐसा बेतुका जवाब सुनवाई के दौरान लिखकर दिया है जो किसी को हजम नहीं होगा। इस सुनवाई के दौरान पिछली बार उन कर्मचारियों को जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड के अनुसार प्रमोशन देने की लिखित रूप से मांग की गयी थी जो 10 साल से या उससे ऊपर समय से काम कर रहे हैं। इस सवाल पर सुनवाई के दौरान ज्ञानेश्वर रहाणे ने साफ़ तौर पर लिख कर दिया है कि प्रमोशन के मामले में कार्य संतोषजनक होने पर ही प्रमोशन दिया जाता है, ऐसा वेज बोर्ड में लिखा है।

अवंतिका के उपन्यास ‘हमनवा’ का विमोचन : ये कहानी प्यार में आबाद होना सिखाएगी…

जो सच्चा प्यार करते है वो सदा प्यार की यादों में जीते हैं…

फैज़ाबाद। वो प्यार..जो दूर जाने के बाद भी दिल के पास रहता है..जुदा होने के बाद भी हर पल याद आता है,वही तो होता है सच्चा प्यार..! प्यार में अपनी जान देना तो बहुत आसान है,मुश्किल तो उस प्यार की यादों संग जिन्दा रहने में है। जो सच्चा प्यार करते है वो हमेशा अपने प्यार की यादों में जीते है और यकीन मानिये वो जान देने वालों से ज्यादा दर्द सहते है। ये कहानी है दो ऐसे प्यार करनेवालों की जिनको दूरी भी अलग नहीं कर पायी। फासलों ने इन्हें और करीब लाया,इन्होंने अपने प्यार की यादों को ही अपना हमनवा बनाया..आप भी पढ़िए इनकी कहानी..ये कहानी आपको प्यार में बर्बाद होना नहीं बल्कि प्यार में आबाद होना सिखाएगी। 

लो जी, नोटबंदी के फायदे पर किताब भी छप गई

मुंबई : नोटबंदी भारतीय अर्थ व्यवस्था की मजबूती के लिए एक ऐसा ऐतिहासिक कदम है, जिससे देश में विकास के नए मानक स्थापित होंगे। बड़ी संख्या में सड़कें बनेंगी, घर सस्ते होंगे, ब्याज दरें घटेंगी, उच्च शिक्षा सस्ती होगी, उद्योग जगत को ज्यादा आर्थिक सहयोग मिलेगा और  निवेश बढ़ेगा, जिससे ज्यादा रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी द्वारा आयोजित सेमिनार में यह बात देश के जाने माने वित्त विशेषज्ञों ने कही। इस अवसर पर नोट बंदी पर आम लोगों में पैदा किए जा रहे भ्रम को दूर करने एवं भविष्य की वित्तीय समझ बढ़ाने के लिए विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा द्वारा प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

नौसिखिया प्रधानमंत्रीजी बुरी तरह फंस गए हैं : वेद प्रताप वैदिक

नरेंद्र मोदी की नाव भंवर में हैं। 17 दिन बीत गए लेकिन कोई किनारा नहीं दीख पड़ रहा है। खुद मोदी को खतरे का अहसास हो गया है। यह नाव मझधार में ही डूब सकती है। वरना मोदी-जैसा आदमी, जो 2002 में सैकड़ों बेकसूर लोगों की हत्या होने पर भी नहीं हिला, वह सभाओं में आंसू क्यों बहाता? खुद के कुर्बान होने का डर जो है। संसद के सामने दो हफ्तों से घिग्घी क्यों बंधी हुई है? यह बताता है कि मोदी पत्थरदिल नहीं है, तानाशाह नहीं है। वह इंदिरा गांधी या हिटलर नहीं है। वह सख्त दिखने में है, बोलने में है लेकिन अंदर से काफी नरम है। क्या आपने कभी हिटलर, मुसोलिनी या इंदिरा गांधी को सार्वजनिक रुप से रोते हुए देखा है या सुना है?

इंदौर के कई अखबारों से गायब हुआ एचआर विभाग!

इंदौर के अखबार मालिकों में मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई ने इतना खौफ पैदा कर दिया है कि उन्होंने अपने प्रेस परिसर से एचआर विभाग ही गायब कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अग्निबाण अखबार में पिछले 3-4 माह से एचआर विभाग बंद है। एचआर विभाग के कम्प्यूटरों को किसी दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। इस कारण एचआर विभाग में काम करने वालों को किसी अन्य स्थान पर अपनी नौकरी बजानी पड़ रही है। सूत्रों के मुताबिक इस सांध्य दैनिक में जिस रजिस्टर में हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं उसे छुपाकर रखा जाता है। यहां के कर्मी भविष्य निधि और एसआईसीई से कवर नहीं है।

मजीठिया की लड़ाई लड़ रहे पत्रकार के लिए 21 लाख 46 हजार रुपये रिकवरी आदेश जारी

मध्य प्रदेश के लेबर डिपार्टमेंट ने मान है लिया कि मजीठिया वेजबोर्ड में अनुशंसित वेतनमान से जिस कर्मचारी को कम वेतन मिल रहा है, उसके संबंध में 20-जे का कोई मतलब नहीं है। एमपी में पहली रिकवरी जारी करते हुए प्राधिकृत श्रमउपायुक्त ने अपने आदेश में इसकी स्पष्ट व्याख्या की है और प्रबंधन का तर्क खारिज कर दिया है। श्रमउपायुक्त ने पत्रकार साथी के लिए संबंधित जिला कलक्टर को राशि 21,46,948/- (इक्कीस लाख छियालीस हजार नौ सौ पेतालिस) रुपए का वसूली प्रमाण पत्र जारी किया है। श्रम उपायुक्त ने अपने आदेश में ये लिखा है:-

न नियुक्ति पत्र न सेलरी स्लिप… यह है हिंदी पायनियर का हाल

एक ओर जहां तकरीबन हर अखबार में मजीठिया को लेकर उठापटक तेज है वहीं भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा जी के अखबार पायनियर में अब भी प्रबंधन धूर्तता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। दरअसल मजीठिया फार्म भरने के लिए जिन कागजातों की जरूरत होती है उनमें से एक भी दस्तावेज यहां काम करने वालों के पास नहीं है। छह साल से निकल रहे हिंदी पायनियर में न तो किसी को सैलरी स्लिप दी जाती है और न किसी प्रकार का नियुक्ति पत्र। लिहाजा कोई भी मजीठिया क्लेम नहीं कर सकता है।

हे भगवान, बिल्डरों ने ‘राम’ और ‘लक्ष्मण’ को भी ठगा!

मुंबई। बिल्डरों की ठगी के शिकार आम आदमी के साथ साथ ऐसे लोग भी हो रहे हैं जिनका नाम सुनकर शायद आप अचरज में पड़ जायें। घोर कलयुग की महिमा देखिए। बिल्डरों द्वारा टेलीविजन के मयार्दा पुरुषोत्तम राम और उनके भ्राता लक्ष्मण को भी यहां चूना लगा दिया जाता है। रामानंद सागर सृजित रामायण के राम यानि अरुण गोविल और लक्ष्मण यानि सुनील लहरी सहित कई जाने माने लोगों ने पेमेंट करने के सात साल बाद भी ओशिवरा में अपार्टमेंट ना मिलने की शिकायत ओशिवरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।

‘हिंदुस्तान’ के पत्रकार ने दूसरे पत्रकार को दी हाथ तोड़ने की धमकी (सुनें टेप)

चंदौली (यूपी) में हिंदुस्तान के एक पत्रकार की दबंगई का मामला सामने आया है. इसका शिकार एक पत्रकार ही है. इस आडियो में एक पत्रकार दूसरे पत्रकार को धमकी दे रहा. हाथ तोड़ने की बात कह रहा. धमकी देने वाले पत्रकार का नाम दीपक सिंह है. यह हिंदुस्तान अखबार के संवाददाता व चंदौली में उपजा के जिलाध्य्क्ष भी हैं. वहीं भुक्तभोगी पत्रकार का नाम मुकेश तिवारी है.

सैल्यूट सत्येन्द्र मुरली

अरनब, सुधीर और रजत जैसे अपना जमीर और अरबों-खरबो का झूठ बेचकर भी जो नाम नही कमा सके उससे ज्यादा नाम तुमने अपनी हिम्मत से एक सच बयाँ करके कमा लिया। इतने बड़े नाम वाले पत्रकार…इतने बड़े नाम वाले मीडिया समूह… इतनी बड़ी बोली मे बिकने वाले न्यूज चैनल.. इतने बड़े वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इतना बड़ा झूठ कैसे दिखाते! अगर आप जैसे सच्चे और हिम्मत वाले ये हिम्मत न करते..ये सच बयाँ न करते तो झूठ के महल के नीचे दबा रहता सच का अमृत।

बैलेंसशीट मांगने पर डीबी कॉर्प के अधिकारी सुनवाई में ही नहीं आये

सहायक महाप्रबंधक को भी होना था हाजिर, होगी कारवाई

मुंबई : डी.बी. कार्प की रिसेप्शनिस्ट लतिका आत्माराम चव्हाण और आलिया शेख द्वारा लगाए गए 17(1) के मजीठिया वेज बोर्ड रिकवरी क्लेम मामले में प्रबंधन को अपनी कम्पनी का वर्ष 2007 से 10 तक की बैलेंसशीट देनी थी मगर गुरुवार को आयोजित सुनवाई में ना ही डी बी कॉर्प की तरफ से कोई आया ना ही इस सुनवाई में डी बी कॉर्प का कोई वकील ही आया। इसी सुनवाई में डीबी कॉर्प की सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक) श्रीमती अक्षता करनगुटकर को भी मुम्बई की सहायक कामगार आयुक्त नीलांबरी भोषले ने उपस्थित होने का निर्देश दिया था मगर इस सुनवाई में वे भी नहीं आईं।

पत्रकार दिलीप पडगांवकर नहीं बच पाए, पुणे में ली अंतिम सांस

अंग्रेजी के जाने माने पत्रकार दिलीप पडगांवकर का 72 साल में पुणे में निधन हो गया. वो लंबे समय तक अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया के संपादक रहे. हार्ट अटैक के बाद उन्हें पुणे के रूबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें किडनी की भी बीमारी थी. वे मूल रूप से पुणे के रहने वाले थे. 1944 में पैदा दिलीप ने फ्रांस के सॉरबॉन विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट किया था और उनकी पहली नियुक्ति टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पेरिस संवाददाता के तौर पर हुई थी. भारत वापस लौटने के बाद उन्हें टाइम्स ऑफ़ इंडिया के दिल्ली और मुंबई संस्करण का सहायक संपादक बनाया गया.

सन स्‍टार लखनऊ में सैलरी को लेकर घमासान, तालाबंदी के आसार

लखनऊ से कुछ महीने पहले शुरू हुए दैनिक अखबार सन स्‍टार के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं. यह अखबार बंद होने के कगार पर जा पहुंचा है. बताया जा रहा है कि सैलरी संकट के चलते यहां दो-तीन दिन के लिए तालाबंदी कर दी गई. अखबार का प्रकाशन भी नहीं हुआ. पैसे को लेकर यहां मारपीट और हाथापाई की नौबत कई बार उत्‍पन्‍न हो गई. अभी भी सभी लोगों की सैलरी नहीं मिल पाई है.

कलराज मिश्र के खास पत्रकार साथी यूपी में बिगाड़ेंगे भाजपा का खेल!

चुनाव से पहले यूपी भाजपा में खलबली मचनी शुरू हो गई है. प्रमुख दावेदारों ने अब अपने विरोधियों को शह-मात देने के लिए पत्रकारों की सेवा लेनी शुरू कर दी है. सभी क्षत्रपों ने अपने-अपने खेमे के पत्रकारों को चोरी-चुपके बुलाकर अपना काम शुरू कर दिया है. लंबे समय से यूपी का मुख्‍यमंत्री बनने का सपना संजोए कलराज मिश्र ने उत्‍तर प्रदेश में राजनाथ सिंह के समर्थकों को महत्‍व मिलता देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ही अभियान को हवा देनी शुरू कर दी है. नोटबंदी को लेकर चुनिंदा पत्रकारों से मिलकर श्री मिश्रा लघु उद्योगों एवं छोटे व्‍यापारियों को होने वाली परेशानी को आधार बनाकर खबरें प्रकाशित करवाने की गुजारिश कर ही रहे थे कि कुछ बाहरी पत्रकार भी पहुंच गए, जिसके बाद उन्‍होंने अपना लाइन बदल दिया.

रेल हादसे से ठीक पहले सीट बदलने से बची पत्रकार संतोष उपाध्याय की जान

इलाहाबाद के पत्रकार संतोष उपाध्याय उसी ट्रेन पर सवार थे, जो कानपुर के पास हादसे का शिकार हुई। संतोष पहले इस ट्रेन के एस-2 कोच में सवार थे, लेकिन हादसे से सिर्फ तीन घंटे पहले दो महिलाओं की गुजारिश पर उन्होंने अपना कोच बदल दिया था। कोच बदलने से संतोष बच गए जबकि उनसे सीट बदलने वाली दोनों महिलाएं हादसे में मर चुकी हैं। इलाहाबाद के शाहगंज इलाके में रहने वाले पत्रकार संतोष उपाध्याय तकरीबन साथ घंटे बाद भी हादसे का वह मंजर याद कर सिहर उठते हैं। उन्हें कोई चोट तो नहीं आई, लेकिन खुद के सही सलामत होने पर उन्हें आज भी पूरी तरह यकीन नहीं होता।

पीएम का नोटबंदी ऐलान लाइव नहीं बल्कि रिकार्डेड था!

दिल्ली के रायसीना रोड स्थित भारतीय प्रेस क्लब में पत्रकार एवं रिसर्चर सत्येन्द्र मुरली ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर विस्तार से पूरे मामले की जानकारी दी.

दूरदर्शन के पत्रकार और रिसर्चर सत्येन्द्र मुरली का आरोप है कि नोटबंदी का एकतरफा निर्णय लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को बरगलाने के लिए अचानक 8 नवंबर को रात 8 बजे घोषणा वाला नाटक किया. पत्रकार की मानें तो 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘राष्ट्र के नाम संदेश’ लाइव नहीं था, बल्कि पूर्व रिकॉर्डेड और एडिट किया हुआ था. इस भाषण को लाइव कहकर चलाया जाना न सिर्फ अनैतिक था, बल्कि देश की जनता के साथ धोखा भी था.

लोकसभा टीवी के सीईओ और चीफ एडिटर पद से सीमा गुप्ता की नौकरी गई, पढ़िए ये आदेश

लोकसभा टीवी की सीईओ और एडिटर इन चीफ सीमा गुप्ता की नौकरी जा चुकी है. इस बाबत लिखित सरकारी आदेश निकाल दिया गया है. इस आदेश से सीमा गुप्ता के कार्यकाल में उत्पीड़ित हुए लोगों में खुशी है. असल में सीमा गुप्ता ने अपना कांट्रैक्ट बढ़वाने के लिए भरपूर कोशिश की. प्रधानमंत्री से भी मिलने के लिए लाइन में लगीं लेकिन मुलाकात नहीं हुई. पीएमओ में खूब हाथ पांव मारे लेकिन दाल न गली.

रंजन राजन प्रभात खबर पटना के संपादक बने

रंजन राजन ‘प्रभात खबर’ पटना के नए संपादक बनाये गए है. पहले वे प्रभात खबर के दिल्ली कार्यालय में कायर्रत थे. उनका नाम प्रिंट लाइन में कल से छपने लगा है. इस नियुक्ति को लेकर प्रभात खबर के कई वरिष्ठ लोगों में असंतोष है जो संपादक बनने की होड़ में शामिल थे. अजय कुमार, मिथिलेश और प्रभात खबर से हिन्दुस्तानी बने एक सज्जन बड़ी उम्मीद लगाये बैठे थे.

46वें हफ्ते की टीआरपी : बार्क ने इंडिया न्यूज को सस्पेंड किया, आजतक को बंपर फायदा

टीआरपी आंकने वाली संस्था बार्क ने इंडिया न्यूज को 46वें हफ्ते से लेकर 49वें हफ्ते तक के लिए टीआरपी लिस्ट से सस्पेंड कर दिया है. कहा जा रहा है कि इंडिया न्यूज ने मेनुपुलेशन किया है जिसको संज्ञान में लेकर बार्क ने चैनल को चार हफ्तों के लिए टीआरपी लिस्टिंग से बाहर निकाल फेंका है. इंडिया न्यूज को हटाए जाने से बाकी चैनलों में से आजतक, जी न्यूज, एबीपी न्यूज, इंडिया टीवी और न्यूज18 इंडिया की बल्ले हो गई है.

इलाहाबाद के फोटो जर्नलिस्ट वसीमुल हक़ को मदद की जरूरत

इलाहाबाद में अस्सी साल के बुजुर्ग पत्रकार / प्रेस फोटोग्राफर वसीमुल हक़ इन दिनों काफी परेशान हैं। वह पिछले कई महीनों से गंभीर रूप से बीमार हैं। उन्हें दो महीने तक नली लगी हुई थी और दस दिन पहले उनके दो आपरेशन हुए हैं। उनका एक आपरेशन और होना है। वह पिछले दो हफ्ते से एक प्राइवेट अस्पताल (आलम हास्पिटल, नूरउल्ला रोड बैरियर तिराहा) में भर्ती हैं। उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और पास में अब फूटी कौड़ी भी नहीं बची है।

सहायक कामगार आयुक्त ने श्री अंबिका प्रिंटर्स एंड पब्लिकेशंस के लीगल एडवाइजर को दिखाया बाहर का रास्ता

मुंबई : जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मुम्बई के श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशंस के कर्मचारियों द्वारा कामगार आयुक्त कार्यालय में दायर 17 (1) के रिकवरी मामले की सुनवाई के दौरान आज कंपनी प्रबंधन की तरफ से आये लीगल एडवाइजर श्री गोसावी को कर्मचारियो के कड़े विरोध के कारण सुनवाई कक्ष से सहायक कामगार आयुक्त ने बाहर निकाल दिया। दरअसल श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशन्स की तरफ से सुनवाई के दौरान आये श्री गोसाई को कम्पनी प्रबंधन ने इस सुनवाई के लिए किसी भी तरह का अधिकृत पत्र नहीं दिया था और ये लीगल एडवाइजर बिना किसी अधिकृत पत्र के इस सुनवाई में आये थे।

मोदी समर्थक टीवी पत्रकार हरीश चन्द्र बर्णवाल भारत बंद वाले 28 नवंबर के दिन क्या-क्या करेंगे, जानिए

आज देश एक ऐसे मुहाने पर खड़ा है, जहां आर्थिक क्रांति धीरे-धीरे करवट ले रही है। हिन्दुस्तान धीरे-धीरे नया आकार ग्रहण करता जा रहा है। पहली बार ऐसी तस्वीर सामने आई है जहां सरकार के फैसले से आम जनता तो बेहद खुश है, लेकिन नेता बिलबिला रहे हैं। हालत ये है कि सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने से देश की सवा सौ करोड़ जनता पर असर हुआ है। पूरा देश लाइन में खड़ा है, लेकिन किसी ने उफ तक नहीं की। कहीं कोई झगड़ा-फसाद नहीं।

अनिल अंबानी के ‘बिग गंगा’ और ‘बिग मैजिक’ टीवी चैनलों को जी ग्रुप खरीदेगा

अनिल अंबानी वाले रिलायंस समूह के जो एंटरटेनमेंट टीवी चैनल हैं, उनका अधिग्रहण करने का ऐलान जी ग्रुप ने किया है. जी ग्रुप के निदेशक मंडल ने अनिल अंबानी के टीवी चैनल्स ‘बिग मैजिक’ और ‘बिग गंगा’ के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी है. ‘बिग मैजिक’ हिंदी कॉमेडी चैनल है. ‘बिग गंगा’ एक भोजपुरी एंटरटनेमेंट चैनल है. अनिल अंबानी वाले रिलायंस समूह के पास 4 टीवी चैनलों के लाइसेंस भी हैं जिसे जी ग्रुप ने खरीद लिया है.

अजित उज्जैनकर फिर जुड़े ‘जीफाइल्स’ से

मुंबई के खोजी पत्रकार अजित उज्जैनकर ने एक बार फिर जीफाइल्स के साथ जुड़ गए हैं. अबकी वह चीफ आफ ब्यूरो, मुंबई के पद पर आए हैं. इससे पहले वह इस संस्थान में एडिटर इवेस्टीगेशन के पद पर थे. अजित उज्जैनकर ईटीवी, जी न्यूज, जी 24 तास, टाइम्स नाऊ, न्यूज24, टीवी9, ताजा खबर डाट काम आदि समूहों के साथ काम कर चुके हैं. अजित अपने करियर में कई बड़ी खोजी खबरें ब्रेक कर चुके हैं.

नोटबंदी से टीवी चैनलों को एड रेवेन्यू में 500 से 600 करोड़ रुपये का नुकसान

नोटबंदी के चलते ग्राहकों द्वारा उपभोक्ता सामानों की खरीद कम कर देने से कंपनियों ने नवंबर-दिसंबर वाले अपने विज्ञापन कंपेन को स्थगित कर दिया है. इस बारे में लाइव मिंट डॉट कॉम में विधि चौधरी की एक विश्लेषणात्मक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है जो इस प्रकार है :

मुंबई में इंडियन एक्सप्रेस, फ्री प्रेस, मुंबई मराठी पत्रकार संघ और प्रेस क्लब को मिली हुई है सरकारी जमीन

मुंबई : अखबार मालिक अपने कर्मचारियों को मजीठिया वेज बोर्ड देने के लिये पैसा ना होने का भले ही बहाना करें मगर सरकार से सस्ते दर पर जमीन पाने के लिए ये लार टपकाए रहते हैं. ये अखबार मालिक सारा मुनाफा लाभ खुद दबाए रखना चाहते हैं और सरकार से उम्मीद करते हैं कि उन्हें सब कुछ मुफ्त में मिल जाए. पत्रकार संगठनों को इन मालिकों ने अपना पिछलग्गू बना लिया है जिसके कारण ये पत्रकार नेता भी मालिकों और सरकार से कई किस्म के लाभ पाकर चुप्पी साध जाते हैं. ये पत्रकार संगठन भी मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई नहीं लड़ रहे. पत्रकार संगठनों के नेताओं को खुलकर सामने आना चाहिये पर ये पदाधिकारी चुप हैं. पत्रकार संगठनों और प्रेस क्लबों को भी सरकार की तरफ से सस्ते दर पर जमीन दी गयी है. यह खुलासा किया है मुंबई के निर्भीक पत्रकार और आरटीआई एक्सपर्ट शशिकांत सिंह ने.

दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोग ‘पूर्वांचल गौरव’ से जुड़े, बस एक मिस कॉल करें…

दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोगों को अब एक मंच मिला है। नाम है ‘पूर्वांचल गौरव’। ‘पूर्वांचल गौरव’ का गठन पूर्वांचल वासियों के सामाजिक, राजनीतिक एवं धार्मिक उत्थान के लिए किया गया है। दिल्ली में रहने वाले सभी भाइयों बहनों ध्यान दें कि ये संस्था आपकी है और हम सबकी है। इसके जरिये सभी पूर्वांचल के लोग जो दिल्ली में रह रहे हैं अपनी-अपनी समस्या एक दूसरे को बता कर उसका निदान खोज सकते हैं।

ऐ India न्यूज़ वालों! reality test करना है तो ज़रा सैदपुर से जखनिया तक जाओ न…

Ajit Singh : घनघोर चूतियापा दिखाया जा रहा है India News पे। आगरा लखनऊ express way पे पहले water test दिखाया गया अब सब्जी टेस्ट दिखाया जा रहा है। बता रहे हैं कि नाश्ता दिल्ली में और लंच लखनऊ में। इतनी चिकनी सड़क है कि dashboard पे रखी प्याज तक नहीं हिलती। 5 साल मायावती और 5 साल अखिलेश यादव….. और उपलब्धि के नाम पे UP में दो express way?

यूपी में अब मेरा काम कर पाना संभव नहीं : आईपीएस अमिताभ ठाकुर

यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को दुबारा पत्र लिख कर अपना कैडर यूपी के बाहर किसी अन्य राज्य में किये जाने की मांग की है. अमिताभ ने मुलयम सिंह धमकी मामले के बाद से उन्हें नौकरी में कई प्रकार से प्रताड़ित किये जाने और कई अत्यंत ताकतवर लोगों द्वारा …

नोट पर रोक : जानिए, आखिर जनता की खुशी का क्या है राज…

500-1000 के नोट पर रोक के आदेश से जहां 16 दिन बाद भी पूरे देश में सड़क से लेकर संसद तक संग्राम छिड़ा है तो बैंक एवं एटीएम जनता की कसौटी पर खरे साबित नहीं हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णय से एक-दो दिन तो गरीबों एवं आम जनता में हर्ष की लहर नजर आ रही थी और वह मोदी की वाह-वाह करते नजर आ रहे थे। जब इसकी तहकीकात की तो उनका कहना था कि अब बनियों का कालाधन निकलकर आयेगा और उसका लाभ गरीबों को मिलेगा। जिधर भी मैं निकला और जिस गरीब एवं आम जनता से जहां भी मिला वह इसलिये खुश नजर आ रहा था कि चलो हमें तो परेशानी हो रही है लेकिन अब बनियों की शामत आ जायेगी क्योंकि सबसे ज्यादा धन तो बनियों के ही पास है।

Justice Bhachawat, a well-wisher of newspaper employees, passes away

In the death of Justice (Rtd.) U.N. Bhachawat yesterday morning, the newspaper employees have lost their true well-wisher. It was he who laid the foundation stone of the wage structures, allowances of the newspaper employees and the classification of the newspapers. Before Justice Bhachawat all other wage boards- Divatia, Shinde and Palekar- had run into rough weathers because of the objections and legal impediments created by the proprietors, led by notorious blackmailer Ram Nath Goenka. Recommendations of the first wage board were struck down by the constitution bench in the Indian Express case. Thereafter the Shinde wage committee was formed through an ordinance but, that too, could not do justice to employees. The Palekar wage board was constituted in 1975 but it could not function due to non-cooperation of the employers. Later on, it was converted into one man Tribunal. Therefore, the wage board under the chairmanship of Justice Bhachawat was the first of its kind, which prepared the ground for all other subsequent wage boards.

पत्रकार रविंदर बावा की सस्ती कार चुराकर महंगी कार छोड़ गए चोर!

Friends

My car Silver Wagon R DL7CD 9507 (2006 Make) was stolen from New Rajinder Nagar on the night of 16-17 Nov 2016. The strangest part is that the thieves left behind a Honda City stolen from New Friends Colony on 24th october 2016 and took my ten year old Wagon R. Since 17th November when the FIR 033841 was registered I have no one has come to investigate.

वित्त मंत्री को ठेंगा दिखाते हुए मेदांता हास्पिटल चेक से पेमेंट नहीं ले रहा (सुनें टेप)

अरुण जेटली हैं देश के फायनांस मिनिस्टर। वे रजत शर्मा के एक शो में कहते हैं कि देश के सभी निजी मेडिकल हॉस्पिटल चेक लेने के लिए बाध्य हैं। लेकिन मेदांता अस्पताल वाला कहता है कि चेक नहीं लेंगे। अपोलो वाला कहता है कि जब तक चेक क्लीयर नहीं हो जाता, आपका पेशेंट भर्ती रखना होगा.

…तो इसलिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के भीतर एस्ट्रोनाट्स सेक्स नहीं करते!

विजय सिंह ठकुराय

1998 में लॉन्च और 18 वर्षों से लगातार पृथ्वी के चक्कर लगा रहा 73 मीटर लंबा और 108 मीटर चौड़ा विशालकाय सैटलाइट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानि आईएसएस पृथ्वी के अलावा एक मात्र ऐसी जगह है जहां इंसान रहते और काम करते हैं. हर कार्यालय के कुछ रूल्स और रेगुलेशन होते है जो हमें मानते पड़ते हैं. कई ऐसी चीजे हैं जो आप पृथ्वी पर खुशी खुशी कर सकते हैं लेकिन जमीन के 400 km ऊपर स्पेस में नहीं कर सकते. You Must Follow Certain Rules. Here Are 4 Things You R Not Allowed To Do In Space.

मोदी राज में सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधीन कार्यरत सैकड़ों मीडियाकर्मियों का जमकर किया जा रहा शोषण

सेवा में,

यशवंत सिंह
संपादक
भड़ास4मीडिया डॉट कॉम

विषयः- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मॉनिटरिंग सेन्टर के कर्मचारियों की दयनीय स्थिति से अवगत कराने के संबंध में प्रार्थना पत्र

मान्यवर,

हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मॉनिटरिंग सेन्टर में, अनुबंधित कर्मचारी है। गत कई वर्षों से हमारी स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है जिसकी ओर हम आपका ध्यान निम्न बिन्दुओं के माध्यम से आकर्षित कराना चाहते है। हमारे कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मियों को तीन माह के अनुबंध पर रखा जाता है जबकि अन्य समतुल्य मीडिया संस्थानों (दूरदर्शन, राज्यसभा टी.वी. लोकसभा टी.वी. पीआईबी, डीएवीपी, आकाशवाणी) में, सभी अनुबंधित कर्मियों को कम से कम एक वर्ष से दो वर्ष के अनुबंध पर रखा जाता है। इसी तीन माह के छद्म अनुबंध की आड़ में, नियोक्ता की ओर से मिलने वाली अधिकांश आधारभूत सुविधाओं से हमें दूर रखा जाता है। 

दैनिक जागरण में विजय ठाकुर, विनय शोरी, पवन शर्मा, सोम प्रभाकर, सुधीर शर्मा का तबादला

दैनिक जागरण पटियाला से सीनियर रिपोर्टर विजय ठाकुर को अमृतसर भेज दिया गया है. सीनियर रिपोर्टर विनय शोरी का पटियाला से मोगा तबादला कर दिया गया है. फोटोग्राफर पवन शर्मा को पटियाला से जालंधर भेजा गया है. सोम प्रभाकर को भटिंढा से पटियाला रवाना किया गया है. अमृतसर से फोटोग्राफर सुधीर शर्मा को पटियाला भेजा गया है. खबर है कि पटियाला से मोगा भेजे गए विनय शोरी ने मोगा ज्वाइन करने के बाद 15 दिन का अवकाश ले लिया है.

मुंबई के बहादुर पत्रकार नागमणि पांडेय ने उगाही कर रहे चार युवकों को पकड़वाया

मुंबई से खबर है कि सायन अस्पताल में भर्ती एक युवक से मिलने पहुंचे मुंबई के पत्रकार नागमणि पाण्डेय ने अस्पताल के अंदर उगाही कर रहे चार युवकों को सुरक्षा अधिकारियों के हवाल कर दिया. नागमणि रेल से कट कर पैर गवा चुके एक युवक से मिलने इस अस्पताल गए हुए थे. वहां देखा कि क्लीन अप मार्शल के नाम पर गोरखधंधा हो रहा है. 10 नवंबर को लगभग 3 बजे के करीब वे अस्पताल में गए तो वहां पर कुछ क्लीन अप मार्शल द्वारा मरीजों और उनके रिश्तेदारो से जबरन वसूली किया जा रहा था.

लोकसभा टीवी को एडिटर इन चीफ और सीईओ की जरूरत, 28 नवंबर तक कर सकते हैं अप्लाई

सीमा गुप्ता लोकसभा टीवी की एडिटर इन चीफ और सीईओ हुआ करती थीं. उनका कांट्रैक्ट खत्म हो रहा है. दो साल के लिए कोई नया सीईओ और एडिटर इन चीफ लोकसभा टीवी को चाहिए. इसके लिए विज्ञापन निकाला गया है. आखिरी डेट 28 नवंबर 2016 है. राहुल देव, अभिलाष खांडेकर समेत कई बड़े नाम इन दिनों चर्चा में हैं जो नए एडिटर इन चीफ और सीईओ पद के लिए दावेदार हैं. पिछली बार सीमा गुप्ता ने कई वरिष्ठों को दरकिनार कर सीईओ / एडिटर इन चीफ का पद हथियाया था. तब भड़ास ने पहले ही बता दिया था कि जबरदस्त सिफारिश के कारण सीमा गुप्ता ही सेलेक्ट की जाएंगी.

उमेश कुमार के बाद उनके भांजे प्रवीण साहनी को भी सिक्योरिटी मिलने का रास्ता साफ

समाचार प्लस न्यूज चैनल के डायरेक्टर उमेश कुमार किन्हीं न किन्हीं कारणों से सुर्खियों में रहते हैं. पिछले दिनों वो अस्पताल में भर्ती हो गए तो डाक्टरों ने दो महीने बेड रेस्ट की सलाह दे डाली. अब उन्हें धमकी भरा पत्र मिल गया है जिसमें उन्हें और उनके भांजे प्रवीण साहनी को उड़ाने की बात लिखी हुई है. इस बाबात पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया और नवभारत टाइम्स अखबार ने खबर छाप दिया है.

भारत की अधिकांश रेल पटरियों की लाइफ ख़त्म हो चुकी है, ट्रेन से चलना बेहद जोखिम भरा

Subhash Chandra Kushwaha : मेरे एक प्रिय रिश्तेदार रेलवे में ट्रैक मेंटीनेंस से सम्बंधित इंजीनियर हैं. विदेशों में भी ट्रैक का निर्माण करने का अनुभव है. वे विगत १० सालों से कहा करते थे कि भारत की रेल जिस तरह बेहद कमजोर ट्रैक पर दौड़ रही है, यह बेहद जोखिमभरा है. वह बताते थे कि देश की अधिकांश पटरियों की लाइफ ख़त्म हो चुकी है मगर वे बदली नहीं जातीं. ट्रैक के नीचे गिट्टी की मोटाई मानक की आधी ही रखी जाती है. गिट्टी की कसाई ठीक से नहीं होती. ऐसे में बुलेट ट्रेन की बात छोड़िये, 100 की स्पीड में ट्रेन चलाना जोखिम भरा है.

गाजीपुर वालों ने अपना एक महान अभिभावक खो दिया

Abhishek Prakash : विवेकी राय नहीं रहे। मैं उनके साहित्य पर चर्चा नहीं करूंगा लेकिन एक बात जिसका क्षोभ मुझे हमेशा रहा कि गाज़ीपुर से बाहर की दुनिया में इस ज़िले की पहचान यहाँ रहने वाले अपराधियों और माफियाओं से की जाती रही है तब इनके जैसे ही चंद लोग थे जो समाज में सिर उठाकर चलने का नैतिक साहस देते थे और जो हमे अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने की ताकत देते थे। आज हमने अपना एक महान अभिभावक, समाज ने एक ज़िम्मेदार नागरिक और साहित्य ने अपना एक सच्चा साधक खो दिया। नमन है।

सहारा-बिड़ला से मोदी द्वारा घूस लेने के मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार

नई दिल्ली : सहारा और बिड़ला से नरेन्द्र मोदी द्वारा घूस लिए जाने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को है. सहारा और बिड़ला ग्रुप की ओर से राजनेताओं को फंड देने के आरोप की याचिका सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट का तैयार हो जाना एक बड़ा घटनाक्रम है. दरअसल इन दो बड़ी कंपनियों पर पड़े छापों में बरामद दस्तावेजों की जांच के लिए गैर-सरकारी संगठन कॉमन कॉज ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.

सुधीर चौधरी जैसे पत्रकार पत्रकारिता के लिए बड़ा खतरा हैं!

Amit Chaturvedi : सुधीर चौधरी जैसे पत्रकार पत्रकारिता के लिए बड़ा खतरा हैं। सरकार की योजनाओं की सफलता या तारीफ़ के लिए सरकार के पास उनके प्रवक्ता होते हैं, एक पत्रकार का काम होता है, सरकार की उन कमियों और विफलताओं को जनता के सामने लाना जिससे सरकार दबाव में आये और अपनी कमियां दूर करे। लेकिन सरकारी ऑब्लिगेशन पाने के लालच में सुधीर और रजत शर्मा जैसे पत्रकार सरकार की स्तुति गान में जुटे रहते हैं। जनता भी सब जानते हुए सिर्फ इसीलिए खुश है क्योंकि ये उनके लोकप्रिय नेता के पक्ष में खड़े नज़र आते हैं, और बहुत हद तक ये बहुसंख्यक समाज के हित की बात करते नज़र आते हैं। हालाँकि इसकी जड़ में बरसों से सेक्युलर और लेफ्टिस्ट पत्रकारों द्वारा एक एजेंडे के तहत किया गया मुस्लिम तुष्टिकरण ही है। लेकिन अब समय आ गया है जब हम इन पर दबाव बनायें और एकतरफा समर्थन या विरोध की पत्रकारिता को सिरे से खारिज करें।

हिंदी और भोजपुरी के प्रसिद्ध लेखक विवेकी राय का निधन

वाराणसी : हिंदी और भोजपुरी के प्रसिद्ध लेखक विवेकी राय का आज वाराणसी में निधन हो गया. वे 93 वर्ष के थे. उन्होंने तड़के करीब 4.45 बजे अंतिम सांस ली. सांस लेने में दिक्कत की वजह से वाराणसी के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उन्होंने 19 नवंबर को ही अपना 93वां जन्मदिन मनाया था. वह मूल रूप से गाजीपुर के सोनवानी गांव के निवासी थे. 

ये दरोगा है या गली छाप गुंडा, देखें वीडियो

ताजनगरी आगरा में एक दबंग दरोगा की दादागिरी का वीडियो वायरल हुआ है। नोटबंदी के बाद बैंको और एटीएम के बाहर पैसा निकालने-बदलने के लिए लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है। ताजगंज इलाके में एचडीएफसी बैंक के बाहर भीड़ लगी हुई थी तभी एक दबंग दरोगा बैंक के गेट पर पहुँच कर जबरन लाइन में लग गया। इस पर वहां घंटों से लाइन में लग रहे लोगों ने विरोध किया तो दबंग दरोगा खाकी की हनक दिखाने लगा.

भास्कर भरतपुर में अजय रावत नए संपादक, फर्स्ट आई से मनहर निकाले गए

दैनिक भास्कर, भरतपुर में नए संपादक के रूप में अजय रावत की तैनाती की गई है. इसके पहले संपादक विजय मिश्रा थे जो फिलहाल मेडिकल लीव पर चल रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि विजय ने संस्थान छोड़ने का मन बना लिया है. वहीं कुछ अन्य लोगों का कहना है कि वे जल्द ही भास्कर प्रबंधन पर मजीठिया वेज बोर्ड मामले को लेकर केस दायर करेंगे.

पत्रकार दिलीप पडगांवकर को हार्ट अटैक, संजय श्रीवास्तव का दैनिक जागरण से इस्तीफा

जाने-माने पत्रकार और टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार के कंसल्टिंग एडिटर दिलीप पडगांवकर बुरी तरह बीमार हैं. उनकी हालत नाजुक है. उन्हें पहले तो हार्ट अटैक आया फिर उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया. उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. दिलीप पडगांवकर ने 24 साल की उम्र में पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी और वे टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक भी रह चुके हैं.

बृज बिहारी चौबे ने दैनिक जागरण नोएडा को अलविदा कहा, पढ़िए उनका ईमेल

दैनिक जागरण, नोएडा में दिल्ली-एनसीआर के संपादकीय प्रभारी पद से हटाए गए पत्रकार बृजबिहारी चौबे ने संस्थान से इस्तीफा दे दिया है. वे लंबे समय तक नोएडा में दैनिक जागरण सेंट्रल डेस्क पर भी कार्यरत रहे. चौबे की जगह दिल्ली एनसीआर का प्रभारी मनोज झा को बनाया गया है. ब्रज बिहारी चौबे ने अपने इस्तीफे के बाद अपने साथियों को एक मेल किया है, जिसे नीचे दिया जा रहा है…

राहुल शिवशंकर ने न्यूजएक्स छोड़ा, टाइम्स नाऊ के एडिटर इन चीफ बनने की चर्चा

अरनब गोस्वामी के इस्तीफे खाली जगह पर राहुल शिवशंकर बैठेंगे, ऐसी चर्चा है. न्यूजएक्स चैनल के एडिटर इन चीफ राहुल शिवशंकर के बारे में खबर है कि उन्होंने इस चैनल को अलविदा कह दिया है. उन्होंने प्रबंधन को इस्तीफे का नोटिस थमा दिया है. वे अरनब गोस्वामी की जगह लेने टाइम्स नाऊ जाएंगे, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है लेकिन इस बारे में खुद राहुल शिवशंकर ने कुछ नहीं कहा है.

पत्रकार ताराकांत द्विवेदी को मानहानि मामले में कोर्ट ने दी राहत

मुंबई : बंबई उच्च न्यायालय ने एक गैंगस्टर के घर नोटों की कथित तौर पर गिनती करते पाए गए दो पुलिसकर्मियों के बारे में एक खबर प्रकाशित करने के मामले में एक पत्रकार के खिलाफ दर्ज मानहानि के मामले को खारिज कर दिया है.

दीपक चौरसिया की ‘इंडिया न्यूज’ समाचार चैनल में हुई वापसी

लंबे सस्पेंस के बाद अंतत: दीपक चौरसिया की ‘इंडिया न्यूज’ समाचार चैनल में वापसी हो गई. कल शाम उन्होंने अपना शो ‘टूनाइट विथ दीपक चौरसिया’ खुद पेश किया. इंडिया न्यूज के बैनर तले छोटे परदे पर फिर अवतरित होने के बाद उनके ‘इंडिया न्यूज’ समाचार चैनल से चले जाने संबंधी खबरें, चर्चाएं, अफवाहें झूठी साबित हो गईं. वैसे सूत्रों का कहना है कि अंदरखाने कुछ तो गड़बड़ था.

एटीएम में पैसा है या नहीं, पता करने के लिए नया मोबाइल ऐप लांच

cash atm

मोदी सरकार द्वारा बड़े नोटों को अमान्य किये जाने से हर कोई मुशकिल में पड़ा है. लोगों को कई कई घंटे तक एटीएम और बैंकों की लाइन में लगना पड़ रहा है. कई बार हमको पता नहीं होता कि कौन से एटीएम में कैश मौजूद है. इस दिक्कत को सुलझाने के लिए एक नया मोबाइल ऐप लांच कर दिया गया है. नॉएडा की कंपनी Qtriangle Inoftech ( www.qtriangle.in ) ने एक ऐसा ऐप लांच किया है जिससे आप अपने आस पास के एटीएम को देख सकते हैं. साथ ही किस एटीएम में कैश है, ये उसकी जानकारी भी देती है.

…तो अब गिरने के बाद दारु छोड़ देंगे भड़ास वाले यशवंत!

पत्रकारिता की दुनिया में भड़ास4मीडिया के जरिये भूचाल ला देने वाले देश के चर्चित पत्रकार यशवंत सिंह बीती रात्रि बाथरूम में गिरकर घायल हो गए! ईश्वर की कृपा यह रही कि उन्हें ज्यादा गंभीर चोट नहीं आयी लेकिन इस घटना से पत्रकारिता की दुनिया में नई क्रान्ति आने की संभावनाएं जग गयी है। मैं दरअसल ऐसा इसलिए लिख रहा हूँ कि इस घटना से यशवंत सिंह से दारु पीने की बुरी लत छूट सकती है। यदि ऐसा होता है तो यशवंत सिंह की सबसे बड़ी बुराई दूर हो जाएगी और वह पहले से ज्यादा अपनी कलम को धार दे सकेंगे!

गोपाल सुब्रमण्यम ने मजीठिया लागू करवाने का आश्वासन दिया

देश भर से इस बात को लेकर पूछताछ की जा रही है कि 16 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में मजीठिया मामले में हुई सुनवाई के दौरान क्या हुआ। हालांकि सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में कई अखबार कर्मी मौजूद थे। उन्होंने बाकी साथियों को इस संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान भी किया है, फिर भी जिज्ञासा बनी हुई है। हालांकि इस दिन अखबार कर्मियों के पक्ष में कोई भी सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान विशेषतौर पर इनाडू अखबार के प्रकाशक उषोदया पब्लिकेशन्स की ओर से उस समय आशा की किरण दिखाई दी, जब सीनियर एडवोकेट गोपाल सुब्रामण्यम ने यह कहते हुए कोर्ट से समय की मांग की कि वह मजीठिया वेजबोर्ड कार्यान्वयन से जुड़े विवरण पर अपने मुवक्किल एवं अखबार के मालिक रामोजी राव से चर्चा करना चाहते हैं।

मजीठिया : यह है 16 नवंबर, 2016 की तारीख का कोर्ट आर्डर

जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से सीनियर काउंसिल श्री अनिल दीवान ने उपस्थित होकर मामले के प्रतिभागी द्वारा तैयार की गईं कानूनी प्रस्तुतियों पर विचार किए जाने को लेकर प्रारंभिक आपत्ति दर्ज करवाई गई कि यह नए सवाल उठाती हैं जो इस न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के दायरे से बाहर जा रही हैं, इस संबंध में अवज्ञा का आरोप लगाया गया। श्री दीवान ने आगे कहा कि अवमानना के अधिकार क्षेत्र की कसरत में इस तरह के सवालों पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है।

सुरेश चव्हाण साहब! भड़ास का पता तो आपके मोबाइल में है, पत्रकारों के दिल में है, आप अपने अधिवक्ता को बताते क्यों नहीं?

बड़े भाई यशवंत सिंह जी!

सादर प्रणाम,

इसमें कुछ हैरान करने वाला नहीं है कि आपको किसी मीडिया संस्थान द्वारा एक बार फिर से लीगल नोटिस भेजा गया है। कई लीगल नोटिस भेजे गए हैं आपको और कई मामले भी। कुछ ऐसा ही एक संपादक और उनकी …… द्वारा भी किया गया था। जेल यात्रा भी करनी पड़ी थी और जान-ए-मन जेल भी लोगों ने जमकर पढ़ी।

डीबी कॉर्प को एक सप्ताह में बैलेंसशीट देने का सख्त निर्देश

मुंबई : जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में कामगार आयुक्त कार्यालय के साथ लगातार असहयोग कर रहे दैनिक भास्कर की प्रबंधन कंपनी डीबी कॉर्प को अब अपना वर्ष 2007 से 2010 तक की बैलेंसशीट देनी ही पड़ेगी। जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में डी बी कॉर्प के धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, जो दैनिक भास्कर के मुम्बई यूनिट में प्रिंसिपल करेस्पॅान्डेंट हैं, के अलावा रिसेप्शनिस्ट लतिका आत्माराम चव्हाण और आलिया शेख ने 17 (1) का रिकवरी क्लेम और उत्पीड़न का मामला लगाया है। इन दोनों मामलो की सुनवाई कामगार आयुक्त कार्यालय में रखी गयी थी।

दुर्घटना में भड़ास संपादक यशवंत बुरी तरह घायल

(आपरेशन थिएटर से बाहर लाए जाते यशवंत)

नई दिल्ली : भड़ास4मीडिया डाट काम के संस्थापक और संपादक यशवंत सिंह बीती रात बुरी तरह जख्मी हो गए. उनके माथे में गहरी चोटें आई हैं. वे बाथरूम में गिर पड़े थे जिसके कारण नल की टोंटी उनके माथे में घुस गई. उन्हें दर्जनों टांके लगे हैं. चोट की स्थिति देखकर डाक्टर्स ने किसी प्लास्टिक सर्जन डाक्टर से आपरेशन कराने की सलाह दी. इसे ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक सर्जरी के विशेषज्ञ डाक्टर से संपर्क साधा गया.

मनोज राजन त्रिपाठी ETV UP के बने हेड

ब्रजेश मिश्रा के इस्तीफा देने के बाद मनोज राजन त्रिपाठी ने ETV UP के हेड के बतौर ज्वाइन किया है। अगले कुछ दिनों में वह etv के लखनऊ ऑफिस में बैठने लगेंगे। मनोज यूपी के वरिष्ठ और प्रतिभावान टीवी जर्नलिस्ट हैं। मनोज राजन त्रिपाठी मूलतः कानपुर के रहने वाले हैं।

इधर नोटबंदी, उधर 63 कंपनियों का 7000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ

Nitin Thakur : भला हो SBI का.. जो आज 63 कंपनियों के कर्ज़ माफ कर दिए. अब इस खबर के बाद आपको समझने में आसानी होगी कि क्यों नोटबंदी की व्यवस्था ही नहीं बल्कि उसके पीछे की नीयत में भी खोट है. बैंकों के पास कर्ज़ डुबो देनेवाले पूंजीपति मालिकों को फिर से देने को पैसा नहीं है. बस इसीलिए आपकी छोटी बचत को इकट्ठा करके उन्हें आसान ब्याज़ पर हजारों करोड़ देने की तैयारी है. जब तक इकट्ठा होते हैं आप कृपया व्रत करके घंटों लाइन में खड़े रहें. इत्मीनान से रहिए.. राष्ट्र निर्माण हो रहा है. और हां.. कर्ज माफी पानेवालों में वो भगौड़ा माल्या भी है.

पीएम मोदी ने सीएम रहते सहारा समूह और बिड़ला ग्रुप से रिश्वत लिया! (देखें दस्तावेज)

सहारा और बिड़ला द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को 55 करोड़ रिश्वत देने की संपूर्ण कथा

प्रधानमंत्री मोदी जब 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की देश को सूचना दे रहे थे, उससे बहुत पहले सु्प्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण देश की प्रमुख आधा दर्जन से अधिक सरकारी जांच एजेंसियों को लिखकर बता चुके थे कि न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ने ​बल्कि देश के अन्य तीन और मुख्यमंत्रियों ने करोड़ों का कैश उद्योगपतियों से वसूला है… प्रशांत भूषण ने जिन एजेंसियों को डाक्यूमेंट्स भेजे हैं, उनमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा कालेधन को लेकर बनाई गई दो सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम, निदेशक सीबीआई, निदेशक ईडी, निदेशक सीबीडीटी और निदेशक सीवीसी शामिल हैं…

पीएम को एक पत्रकार का खुला पत्र : मोदी जी, हालात अब बेकाबू हो रहे हैं

Abhishek Satya Vratam : प्रधानमंत्री जी, आपने 500, 1000 के नोट बंद करने के अपने फ़ैसले पर तालियाँ तो बजवा लीं लेकिन कुछ सवाल तो अब भी अनुत्तरित हैं ! जिनके घर में शादी है वे क्या करें? पैसे का इंतज़ाम कैसे होगा? इस सवाल पर आपके इकोनॉमिक अफ़ेयर्स सेक्रेटरी साहब बार-बार कन्नी काट जा रहे हैं। प्लीज़, थोड़ा उनसे मामले को समझिए और उन्हें कोई सॉलिड समाधान देकर ही प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने भेजिए।

गुंडों का रवीश कुमार को धमकाना… एबीपी न्यूज-आजतक जैसे चैनलों को पब्लिक का दुःख न दिखना

Virendra Yadav : तीन दिनों से लगातार देख रहा हूँ एनडीटीवी पर. रवीश कुमार अपनी टीम के साथ बैंकों के सामने लगी कतारों, नोटों को लेकर अफरा तफरी और आम जनता की तकलीफों को ग्राऊंड जीरो से प्राईम टाईम रिपोर्ट में पेश कर रहे हैं. हर कहीं दो चार लोग आकर उन्हें धमकाते हुए यह कहते दीखते हैं कि ‘जनता खुश है, सब ठीक है आप गलत रिपोर्ट पेश कर रहे हो’. आज बुलन्दशहर की रिपोर्टिंग के दौरान यही हुआ. उद्विग्न रवीश को एनडीटीवी के दर्शकों से यह कहना पड़ा कि ‘अगर यही सब चलता रहा तो जल्द ही टीवी पर आप सच्चाई नहीं देख पायेंगे’. सच का गला घोंटने की यह दबंगई हिटलर के दौर के उन ‘ब्राउन शर्ट’ दस्तों की याद दिलाती है जो फासीवाद के सफरमैना की भूमिका में थे. सचमुच हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं. इन पदचापों को न सुनने की भूल आत्मघाती होगी.

रवीश जैसे पत्रकार का ये हाल है तो बाकी रिपोर्टर्स और स्थानीय पत्रकारों का क्या होता होगा?

Rakesh Srivastava : रवीश को धमकाने का काम प्रायोजित है ऐसा मुझे नहीं लगता। बैंको के बाहर की हर लाईन में बहुत लोग प्रधानमंत्री के इस कदम की सराहना करने वाले भी मिलते हैं, इस सच्‍चाई को झुठलाया नहीं जा सकता। लेकिन, यह भी अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है कि मोदी जी के समर्थक टाईप अधिकांश लोग बुली करने टाईप ही क्‍यों होते हैं। दो चार बुली करने वाले दसियों साधारण लोग की आवाज़ को दबा देते हैं। ऐसा सब जगह हो रहा है। इस प्रवृति को एक्‍सपोज कर रवीश ने अच्‍छा किया।

साढ़े चार घंटे लाइन में लगे दिल्ली के इन पत्रकारों को नहीं मिला कैश

Shashi Bhooshan Dwivedi : करीब तीन सौ की लाइन थी। मैं और ‘हिंदुस्तान’ के ही अतुल कुमार भी लाइन में लगे थे, सुबह नौ – साढ़े नौ से ही। मैंने सुबह अरुण कुमार जेमिनी को भी फोन किया। वे भी आने वाले थे। जाने क्यों नहीं आए। अतुल ने बताया कि वे तो तीन दिन से ही लाइन में लग रहे हैं और जब तक गेट तक पहुँचते हैं या तो कैश खत्म हो जाता है या शटर डाउन। आज भी यही हुआ। साढ़े चार बजे तक हम दोनों गेट तक पहुँच गए और बैंक बंद।

आजतक वाली श्वेता सिंह की मूर्खता का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, आप भी देखें

टीवी जर्नलिस्ट कई बार ऐसी मूर्खता कर जाते हैं कि उसे देख गुस्सा के साथ साथ जोरदार हंसी भी आती है. ताजा मामला श्वेता सिंह का है जो आजतक न्यूज चैनल की एंकर और रिपोर्टर हैं. खुद को बेहद काबिल मानने वाली इस महिला एंकर ने ऐसी मूर्खता की है कि लोग खूब मजे ले लेकर वीडियो देख रहे हैं और हंस रहे हैं. कायदे से आजतक प्रबंधन को इस गल्ती के लिए श्वेता सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए, साथ ही उस रिपोर्टर को भी जिसने ये फर्जी सूचनाएं श्वेता तक पहुंचाईं.

रवीश और उनकी टीम को मुट्ठी भर मोदी भक्त नुमा असामाजिक तत्व धमकाने में जुटे!

Tarun Vyas : मैं रवीश के दीवानों वाली सूची में शामिल नहीं हूं और न होना चाहता हूं। लेकिन रवीश कुमार की पत्रकारिता के अंदाज़ से प्रभावित ज़रूर हूं। रवीश का गुरुवार और शुक्रवार का प्राइम टाइम जिस किसी ने भी देखा मैं उन से दो सवाल पूछना चाहता हूं। क्या बैंकों में लगी कतारें और कतारों में भूखे प्यासे आंसू बहाते लोग झूठे हैं? और क्या नरेंद्र मोदी का रुंधा गला ही देशभक्ति का अंतिम सत्य है ? मेरे सवाल आपको नकारात्मक लग सकते हैं क्योंकि जब दाल 170 रुपए ख़ामोशी के साथ ख़रीदी जा रही हो तो इस तरह के सवालों का कोई मोल नहीं होता।

‘दबंग दुनिया’ का मालिक किशोर वाधवानी नक्सलियों का मददगार, 90 लाख रुपए रायपुर में पकड़ाए

‘दबंग दुनिया’ अखबार का मालिक किशोर वाधवानी नशे का बड़ा करोबारी है. उसका अखबार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से निकलता है. इन तीनों प्रदेशों में नक्सली सक्रिय हैं. किशोर वाधवानी के दो गुर्गे कल रायपुर में नक्सलियों के 90 लाख रुपए बैंक में बदलवाते रंगे हाथों पकड़े गए। रायपुर की बैंक आफ इंडिया की देवेंद्र नगर शाखा में किशोर वाधवानी के ‘दबंग दुनिया’ अखबार में काम करने वाले 500 और 1000 के नोट जमा कराने पहुंचे थे.

यूपी के चर्चित आईएएस अफसर नवनीत सहगल सड़क हादसे में घायल

उत्तर प्रदेश के चर्चित आईएएस अफसर नवनीत सहगल सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गए हैं. प्रमुख सचिव सूचना के पद पर तैनात नवनीत सहगल लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन की लैंडिंग देखकर लखनऊ लौट रहे थे. लखनऊ से प्रकाशित 4पीएम अखबार के संपादक संजय शर्मा ने बताया कि रास्ते में सामने से आ रही महेन्द्रा कार ने सहगल की कार में जबरदस्त टक्कर मार दी. इससे सहगल की अंबेसडर गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.

सुरेश चह्वाणके ने भड़ास को भेजा लीगल नोटिस

सुदर्शन न्यूज चैनल जो मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलने के लिए कुख्यात है, भड़ास को भेजे लीगल नोटिस में लिखता है कि भड़ास पर उनके चेयरमैन सुरेश चह्वाणके के सेक्स स्कैंडल के बारे में जो खबर छापी गई है, दरअसल वह और कुछ नहीं बल्कि जहर समान है. चार पन्नों के लीगल नोटिस में सुदर्शन चैनल और इसके मालिक सुरेश चव्हाणके के वकील ने भड़ास पर छपी सुदर्शन सेक्स स्कैंडल की खबरों का हवाला देते हुए इसे बिलकुल गलत, बकवास, बेबुनियाद और चरित्र हनन करने वाला बताया है. इस नोटिस में भड़ास के बारे में कहा गया है कि इस पोर्टल का न तो कोई आफिस है और न ही कोई संपर्क नंबर, इसलिए मेल पर नोटिस भेजा जा रहा है.

उफ्फ!!! यूपी में इसलिए भी दे दिया जाता है अमिताभ ठाकुर को कारण बताओ नोटिस

उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक और कारण बताओ नोटिस भेजा है. यह नोटिस 13 जुलाई 2015 को उनके निलंबित होने के बाद जनता के लोगों द्वारा भेजे गए प्रत्यावेदनों के सम्बन्ध में है. नोटिस में 13 से 21 जुलाई 2015 बीच प्रधानमंत्री और गृह मंत्री, भारत सरकार को आये 09 प्रत्यावेदनों का उल्लेख किया गया है जिनमे अमिताभ के निलंबन के बाद लोगों द्वारा अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए उनकी सुरक्षा और न्याय की मांग की थी.

पत्रिका ग्रुप में कई संपादकों के तबादले, देखें लिस्ट

राजस्थान पत्रिका समूह से खबर है कि कई लोगों को इधर उधर कर दिया गया है. इंदौर के संपादक विजय चौधरी कोटा के संपादक बने। कोटा के संपादक प्रदीप पाण्डेय ग्वालियर के संपादक बने। ग्वालियर के संपादक अमित मंडलोई इंदौर के संपादक बने।

नए चैनल में ब्रजेश मिश्र चेयरमैन, श्रेय शुक्ला मैनेजिंग एडिटर और चीफ आपरेटिंग आफिसर होंगे

लखनऊ : खबर है कि जो नया न्यूज चैनल ब्रजेश मिश्र ला रहे हैं, उसमें वो खुद तो चेयरमैन होंगे. मैनेजिंग एडिटर और चीफ आपरेटिंग आफिसर पद का दायित्व श्रेय शुक्ला संभालेंगे. नए चैनल का नाम क्या होगा, इसको लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. कोई चैनल का नाम ‘यूपी टीवी’ बता रहा है तो कोई ‘यूपी लाइव टीवी’. किसी का कहना है कि चैनल का नाम ‘यूपी न्यूज लाइव’ है तो किसी के अनुसार ‘उत्तर प्रदेश न्यूज टीवी’ नाम से चैनल होगा. सूत्रों के मुताबिक नाम और लोगो आदि फाइनल होने के अंतिम चरण में है. जल्द ही आधिकारिक रूप से इसका ऐलान कर दिया जाएगा.

मानस श्रीवास्तव और धर्मेंद्र ठाकुर ने न्यूज24 छोड़ा, ब्रजेश के नए चैनल से जुड़ेंगे

लखनऊ से खबर है कि न्यूज24 के स्टेट ब्यूरो चीफ मानस श्रीवास्तव और उनके चीफ कैमरामैन धर्मेंद्र सिंह ठाकुर ने चैनल से इस्तीफा दे दिया है. ये लोग ब्रजेश मिश्र द्वारा लाए जा रहे नए न्यूज चैनल के हिस्से होंगे. कुछ लोगों का कहना है कि मानस श्रीवास्तव नए चैनल में एसोसिएट एडिटर बनाए जाएंगे. धर्मेंद्र ठाकुर भी उनके साथ सीनियर पोजीशन में ज्वाइन करेंगे.

किसानों के दुख-दर्द को तुम क्या जानो मोदी बाबू (देखें वीडियो)

पांच सौ तथा एक हज़ार रूपये के नोट बंद करने के सरकार के फैसले से देश का अन्नदाता किसान परेशान है। हाथरस जिले में भी किसानों को अपनी गेहूं-आलू-जौ आदि की फसलों की बुवाई के लिए बीज तथा खाद का इंतजाम करने में मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि फसलों की बुवाई के लिए बीज तथा खाद के लिए उनके पास पैसा नहीं है। पुराने नोटों से उन्हें बाजार में सामान नहीं मिल रहा है। ऐसे में फसलों की बुवाई पंद्रह से बीस दिन लेट हो गयी है। किसानों का ऐसे में कैसे काम चलेगा, अब तो यह भी उनकी समझ में नहीं आ रहा है।

Gopal Subramaniam Assures Implementation of Majithia

We have been getting inquiries from all over the country as to what had happened on 16th November in the Supreme Court during the hearing of the Majithia case. Many employees from the newspapers were present in the court room and they have communicated the information to other employees, yet the curiosity still persists. Although no hearing has taken place on that date yet for the employees, particularly of the Ushodaya Publications, the publishers of the multi edition Eenadu newspaper, there appeared to be the silver linings of hopes when, Senior Advocate Mr. Gopal Subramaniam sought time to from the Court to discuss the details of the implementation of the Majithia Wage Board from his client Mr. Ramoji Rao, the owner of the newspaper.

ग्रामीणों के दर्द को तुम क्या जानो मोदी बाबू (देखें वीडियो)

हाथरस : पांच सौ तथा एक हज़ार रुपये के नोट बंद करने के मोदी सरकार के फैसले से यूपी के हाथरस जिले में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण अपने पुराने नोट बदलने के लिए और उन्हें जमा करने के लिए छः-सात किलोमीटर चलकर बैंकों पर आ रहे है जहां पहले से ही लंबी लाइनें लगी है। इन लाइनों में धक्का मुक्की के बाद भी ग्रामीणों को अपने नोट बदलने तथा जमा करने में सफलता नहीं मिल पा रही है।

सुनिए टेप, यूूपी में दरोगा बेकसूर दलित को छोड़ने के लिए 50 हजार रिश्वत मांग रहा

यूपी के चित्रकूट जिले के राजापुर थाने के एक दरोगा ने कछिया गांव के एक दलित को छोड़ने के एवज में पचास हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इससे संबंधित ऑडियो इन दिनों वायरल हुआ है। कछिया गांव की महिला ने गुरुवार 10 नवम्बर को गांव थाने में हाजिर होकर दलित जयराम पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया तो गनीवां पुलिस चौकी के इंचार्ज दिनेश कुमार सिंह ने उस दलित से सात हजार रुपये लेकर उसका शांति भंग में चालान कर दिया।

प्रभाष जोशी पर हुई पहली पी-एच.डी.

किसी भी पत्रकार की शैली पर पहला शोध प्रबंध : स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात के हिंदी के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पत्रकार प्रभाष जोशी पर छत्तीसगढ़ के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा पी-एच.डी. प्रदान की गई है। ‘जनसत्ता’ में कार्य कर चुके दीपक कुमार पाचपोर को उनके शोध प्रबंध ‘प्रभाष जोशी की रचनाओं का शैली वैज्ञानिक अध्ययन (दैनिक जनसत्ता के स्तंभ ‘कागद कारे’ के विशेष संदर्भ में)’ हेतु यह पी-एच.डी. प्रदान की गई है। उन्होंने अपना शोध प्रबंध डॉ. राजेश दुबे (प्राचार्य, संत गहिरा गुरू रामेश्वर शासकीय महा.,लैलूंगा, जिला रायगढ़) के निर्देशन और डॉ. के.एल. वर्मा (अध्यक्ष, साहित्य एवं भाषा अध्ययनशाला, पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर) व डॉ. आभा तिवारी (प्राचार्य, शासकीय कालेज पिथौरा, जिला महासमुंद) के सह-निर्देशन में पूरा किया।

शहडोल उपचुनाव : क्यों नहीं कह रहा मतदाता अपने ‘मन की बात’?

-ऋतुपर्ण दवे-

शहडोल लोकसभा उपचुनाव की उल्टी गिनती शुरू है, चुनाव 19 नवंबर को है। लेकिन न कोई लहर, न उत्साह और न ही कोई उमंग है। खामोशी कुछ ऐसी और इतनी कि मतदाता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। मतदाता भी वही जिसने 2013 के विधानसभा और 2014 के लोकसभा चुनाव में पहले ही तस्वीर साफ कर दी थी। बावजूद इस सबके, शहडोल लोकसभा का उपचुनाव कई दृष्टिकोणों से बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक तो पूरे देश में कुल 4 लोकसभा क्षेत्रों में होने जा रहे उपचुनाव में तीन गैर हिन्दी भाषी हैं। असम में लखीमपुर तथा पश्चिम बंगाल में कूचबिहार और तमलुक के बाद अकेला शहडोल बचता है जो न केवल हिन्दी भाषी प्रान्त मध्यप्रदेश में है बल्कि कई उद्योगों, दर्जनों कोयला खदानों, कल कारखानों, 3 बड़े बिजली घरों, पहले जनजातीय विश्वविद्यालय के चलते एक तरह से लघु भारत का स्वरूप लिए हुए है। इनमें देश भर से लोग सेवारत हैं।

विमल सिंह टीवी जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने

मुंबई : टेलिविजन पत्रकारों के प्रमुख संगठन टीवी जर्नलिस्ट एसोसिएशन (टीवीजेए) के चुनाव में विमल सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया है। इंडिया टीवी चैनल से जुड़े सिंह निर्विरोध चुने गए। इसके अलावा अतुल कदम (ईटी नाऊ) को उपाध्यक्ष और टीवीजे के पूर्व अध्यक्ष विलास आठवले (जय महाराष्ट्र) को महासचिव नियुक्त किया गया है।

ब्रजेश मिश्रा के नये कदम से ईटीवी में जबरदस्त खलबली

ईटीवी के सीनियर एडिटर रहे ब्रजेश मिश्रा की तैयारियों ने ईटीवी के प्रबंधन की नींद उड़ा दी है। ब्रजेश नया चैनल लांच करने जा रहे हैं। यही बात ईटीवी प्रबंधन को सोने नहीं दे रही। ईटीवी से इस्तीफा देने के तुरंत बाद लखनऊ के चीफ रिपोर्टर वीरेंद्र सिंह ने इस्तीफा दे दिया। कंट्रोल रूम के दिग्गज मनीष ने भी ईटीवी को बाय बाय कर दिया। वही बनारस के प्रभारी रोहित सिंह ने भी ईटीवी से नाता तोड़ लिया। विज्ञापन और डिस्ट्रीब्यूशन विभागों के प्रमुखों ने भी इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक ब्रजेश मिश्रा के जाने के बाद अभी तक 39 कर्मचारी ईटीवी से नाता तोड़ चुके हैं।  इलाहाबाद, कानपुर, मेरठ, आगरा और गोरखपुर जैसे 2 एमबी और जिलों के रिपोर्टर में से कई और इस्तीफा दे सकते हैं।

मजीठिया मामले में सुप्रीम कोर्ट में इस वकील के पाला बदलने से हर कोई अचरज में

पहले मीडियाकर्मियों के पक्ष में खड़ा होता था, इस बार मीडिया मालिकों के पक्ष में खड़ा हो गया… कभी सुप्रीम कोर्ट में महाधिवक्ता रह चुके कांग्रेस के मोहन पराशरन के खिलाफ जल्द ही बार एसोसिएशन में शिकायत की जायेगी. शिकायत करेंगे मीडिया कर्मियों की तरफ से सुप्रीमकोर्ट में केस लड़ रहे वकील.

500, 1000 नोट पर अखिलेश यादव का आदेश अवैध और राष्ट्रविरोधी

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने आज प्रधानमंत्री से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 500 तथा 1000 रुपये के नोट को जमीन की रजिस्ट्री में 24 नवम्बर 2016 तक स्वीकार किये जाने के आदेश को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की. यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल इसकी घोषणा की थी. प्रधानमंत्री के साथ वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर को भेजे अपने ईमेल में डॉ ठाकुर ने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया एक्ट 1934 की धारा 26 के अनुसार केवल केंद्र सरकार को किसी करेंसी नोट को वैध या अवैध घोषित करने का अधिकार है. केंद्र सरकार ने 08 नवम्बर को ऐसी घोषणा कर दी है.

टीवी टुडे ग्रुप के पत्रकार संजय सिन्हा ने भी नोटबंदी के तौर-तरीके को कठघरे में खड़ा किया

Sanjay Sinha : मैं अगर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का सलाहकार होता तो जिस दिन पांच सौ और हज़ार रूपए के नोट बंद हुए उस दिन उन्हें सलाह देता कि आप भाषण में यह मत बोलिएगा कि रात बारह बजे के बाद पांच सौ और हज़ार के नोट रद्दी के टुकड़े हो जाएंगे। मैं उनसे कहता कि आप सिर्फ नोट बंद करने का ऐलान कीजिए और जनता को भरोसा दीजिए कि उनके पास जो नोट हैं, उन्हें आप इतने दिनों के भीतर बैंक में जमा करा दें। ये नोट रात 12 बजे के बाद बेशक आम प्रचलन में नहीं रहेंगे पर आप बिल्कुल परेशान न हों, इस नोट पर रिजर्व बैंक की ओर से धारक को इतने रूपए देने का वचन दिया गया है, उस वचन का पालन होगा। हां, इतना ध्यान रहे कि आपसे आयकर वाले जरूर पूछ सकते हैं कि आपके पास ये नकदी आई कहां से। इतना कहने भर से स्थिति काफी आसान हो जाती।

देवरिया के खरवनिया गांव में क्यों जुटते है बड़े-बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारी?

अफसरों को नतमस्तक करने वाली कौन सी जादू की छड़ी है नन्द लाल जायसवाल और रामजी जायसवाल के पास?  देवरिया 17 नवम्बर : एक तरफ प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव जहां प्रशासनिक अधिकारियों को ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता का पाठ पढ़ाने में सदैव आगे रहते है वहीं प्रशासनिक वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री के उक्त आदेश को ठेंगा दिखाने में पीछे नहीं रहते है। वे भूमाफिया और अनेकों आरोपों से घिरे विवादित धन्ना सेठों के यहां पहुंच कर उनका महिमा मंडन करते हैं तथा उपकृत होते है। यहीं नहीं, ये प्रशासनिक अधिकारी जहां आम जनता से बड़ी मुश्किल मिलते हैं वहीं धन कुबेरों के घरों पर जाकर घण्टों बैठकर आनन्दित होते रहते है तथा महफिल सजाते हैं। 

दैनिक प्रभात खबर : अमन तिवारी क्राईम रिपोर्टर है या क्राईम मैनजर!

रांची। रांची से प्रकाशित हिन्दी दैनिक प्रभात खबर का कोई सानी नहीं है। उसके क्रईम रिपोर्टर अमन तिवारी ने तो हद कर दी है। उसकी खबर देखने से लगता है कि या तो उसे पत्रकारिता का कोई बुनियादी ज्ञान नहीं है या फिर वह पुलिस-अपराधी के बीच लायजनिंग का काम करता है। मामला है कि विगत 22.08.2016 की सुबह करीब सवा आठ बजे ज्ञात-अज्ञात अपराधियों द्वारा बीआईटी ओपी के खालसा ढाबा के पास ऑटो से स्कूल जाने के क्रम में 14 वर्षीय आर्या कुमार का अपहरण करने का प्रयास किया गया था। अपनी मंशा में असफल रहने के बाद वे सब जान मारने समेत तरह-तरह की धमकियां देते हुये भागने में सफल रहे थे। आर्या कुमार राजनामा.कॉम के संचालक-संपादक मुकेश भारतीय का पुत्र है।

प्रवक्ता डॉट कॉम के 8 वर्ष पूरे होने पर 19 नवंबर को कांस्टीट्यूशन क्लब में संगोष्ठी

दिल्ली :  प्रवक्ता डॉट कॉम के सफलतम आठ साल पूरे होने पर नई दिल्ली के स्पीकर हॉल, कांस्टिट्यूशन क्लब में 19 नवंबर को एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। मीडिया एवं राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर होने वाली इस संगोष्ठी की अध्यक्षता आईआईएमसी के महानिदेशक श्री के.जी.सुरेश करेंगे।

मजीठिया वेज बोर्ड : सुप्रीम कोर्ट में मीडिया मालिकों की चाल होने लगी कामयाब, अगली डेट 10 जनवरी को

लीगल इश्यू के दावपेंच में पूरे मामले को लंबा खींचने की रणनीति में सफल दोते दिख रहे मीडिया मालिकों के वकील : जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में बुधवार को लीगल इश्यू पर माननीय सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुयी। इस सुनवाई में पहले से ही घोषित एक रणनीति के तहत तय किया गया कि मीडियाकर्मियों …

बस्तर की बूटी से जर्मन कंपनी बनाएगी अल्जाइमर की दवा

बस्तर की रहस्यमयी बूटी से जर्मनी की कंपनी ऐसी दवा बनाएगी जिसे खाने के बाद आपका दिमाग आइंस्टाइन जैसा हो जाएगा। यानि, इसके बाद आप कभी कुछ भी जरूरी जानकारी नहीं भूलेंगे। हम जिन बूटियों की बात कर रहे हैं, इसका उपयोग लाइलाज बीमारी अल्जाइमर की दवा बनाने के लिए किया जाएगा। यह ऐसी बीमारी है, जिसमें इंसान उम्र बढऩे के साथ याददाश्त खोने लगता है। जर्मनी के वैज्ञानिकों को इस बीमारी के निरोधक तत्व की खोज जिन जड़ी-बूटियों में की वह उन्हें बस्तर में मिली है।

ईटीवी यूपी से राहुल सौमित्र और रोहित सिंह का इस्तीफा, मोहम्मद शबाब का हैदराबाद से लखनऊ ट्रांसफर

बृजेश मिश्रा के ईटीवी यूपी के संपादक पद से इस्तीफा देने के बाद इस्तीफों की लाइन लग गई है. मिली जानकारी के अनुसार ईटीवी यूपी / उत्तराखंड के एंकर राहुल सौमित्र ने दिया इस्तीफ़ा. राहुल इससे पहले सहारा समय, इंडिया न्यूज़ जैसे चैनलों में काम कर चुके हैं. राहुल अपने शुरुआती दिनों में सांसदों के लिए स्पीच और संसदीय सवाल लिखा करते थे.

मनोझ झा बने दैनिक जागरण दिल्ली-एनसीआर के संपादक

मनोज झा

नोएडा स्थित दैनिक जागरण आफिस से एक बड़े बदलाव की सूचना है. अखबार के दिल्ली-एनसीआर एडिशन का संपादक अब मनोज झा को बना दिया गया है. इसके पहले संपादक बृज बिहारी चौबे हुआ करते थे जो करीब हफ्ते भर से आफिस नहीं आ रहे हैं. चर्चा है कि चौबे को या तो अखबार प्रबंधन ने हटा दिया है. सूचना के मुताबिक नोटबंदी के ऐलान वाले दिन इससे संबंधित खबर एनसीआर के एडिशंस में नहीं छपी जिससे नाराज संजय गुप्ता ने चौबे को नौकरी से निकाल दिया.