A lecture on ‘Role of Media in Intellectual Growth of the Nation’ was organised by Journalism University

Bhopal, January 30: Every nation has its own nature and behaviour. And development could b achieved only when the policies are made according to the nature otherwise there will be deformation. The first intellectual development of the human beings occur at the home and then in the society. Today, media has to play a great role in the intellectual growth of the human beings. Therefore, media should first understand the cultural India then transfer the knowledge to the people.

सादुन डे का भास्कर और संदीप राठौड़ का पत्रिका से इस्तीफा, चंडीगढ़ भास्कर में बदलाव, अनुज ईटीवी से जुड़े

दैनिक भास्कर सागर में इन दिनों पनप रहे भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. कथित भ्रष्टाचार को लेकर बिलिंग इंचार्ज सादुन डे से इस्तीफा ले लिया गया है. बताया जाता है कि बिलिंग और इंटी में काफी हेरफेर किया जा रहा था. दूसरी और सादुन डे का कहना है कि उसे साजिश का शिकार बनाया गया है. बकौल सादुन इस साजिश में एचआर सुशील दुबे, विज्ञापन विभाग के विनोद सेन और कपिल बरसैंया शामिल हैं.

यूपी में जंगल राज : प्रदेश सरकार से लोकायुक्त को डर लगता है! प्रदेश की जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं

खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ शिकायत करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने आज राज्यपाल राम नाइक को पत्र लिख कर लोकायुक्त जस्टिस एन के मल्होत्रा द्वारा उन्हें बतायी कई गंभीर बातों को प्रकट करते हुए उन पर अपने स्तर से कार्यवाही करने का निवेदन किया है. डॉ ठाकुर ने अपने पत्र में कहा है कि जस्टिस मल्होत्रा ने उन्हें पिछली तारीख को साक्ष्य प्रस्तुत करने के दौरान बताया कि उन्होंने बहुत सारी जांचें की हैं पर ऐसी स्थिति कभी नहीं आई जैसी श्री प्रजापति मामले में आई है. उन्होंने कहा कि वे एक लोकायुक्त के रूप में मात्र संस्तुति ही कर सकते हैं, सरकार उनकी ही है, फिर भी न जाने वे क्यों जांच का विरोध कर रहे हैं.

आसाराम केस के गवाह के पिता को हत्या में आसाराम की बेटी पर शक

आसाराम बापू मामले के गवाह अखिल कुमार गुप्ता की हत्या में उनके पिता नरेश गुप्ता को आसाराम की बेटी भारती पर शक है. श्री नरेश ने आज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फोन कर विस्तार से बताया कि उनके लड़के का केस किसी रंजिश का परिणाम नहीं है और यह हत्या 05 जनवरी 2015 को गुजरात हाई कोर्ट द्वारा आसाराम की जमानत याचिका ख़ारिज होने से सीधा जुड़ा है. श्री नरेश ने कहा कि आसाराम के परिवार में उनके अरबों की संपत्ति के लिए आपसी झगड़े की स्थिति है और उनकी बेटी भारती, जो जेल से बाहर हैं, द्वारा यह कांड कराये जाने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता.

BEA Finds Hissar Lathi-charge on Media Persons Unprovoked and Pre-meditated

: Recommends probe by a Supreme Court judge Calls for a more sensitive political executive : New Delhi, January 30, 2015 : A three-member committee of the Broadcast Editors’ Association (BEA) conducted an enquiry into the allegations of lathi-charge by the police on media persons on November 18, 2014 to ascertain the reasons and culpability, and suggest methods to ensure that such incidents do not take place in future.  The committee recorded statements of dozens of the victims of the police lathi-charge. It also met the senior police officers as also some constables besides the Chief Minister of Haryana to apprise itself of their versions. The committee also visited the spot and talked to the local villagers.

चैनल वन से बकाया सेलरी के लिए लड़ रहे एक मीडियाकर्मी का खुला पत्र

संपादक, भड़ास4मीडिया, सादर प्रणाम, मैं भड़ास4 मीडिया का एक नियमित पाठक हूं. आप लोगों ने ना जाने कितनी बार हम पत्रकार लोगों के साथ जो अन्याय कभी हुआ है उसके खिलाफ कदम से कदम मिला कर साथ दिया है, उसके लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. मैं आपको अपने साथ जो अन्याय हुआ है उसके बारे में अवगत कराना चाहूंगा. आशा करता हूं कि आप इसे प्रमुखता से छापकर मेरे जैसे ना जाने कितने लोगों को फर्जी स्टिंग, ब्लैकमेलिंग और कर्मचारियों का शोषण करने वाले इस बदनाम प्रवृति के न्यूज चैनल ‘चैनल वन’ से सावधान कर उनका सही दिशा में मार्ग दर्शन कर सकते हैं. 

समाचार संकलन करने गये पत्रकारों को पीटने वाले पुलिसकर्मियों को कब मिलेगा दंड

नववर्ष की खुशियां मनाने तोपचांची वाटर बोर्ड डैम पहुंचे कई पर्यटकों के लिए वह दिन अच्छा नहीं रहा. रंग में भंग डालते हुए तोपचांची पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पुलिस ने महिला, बच्चा, पत्रकार किसी को नहीं छोड़ा. पिकनिक करने डैम के मेन पुल पर बरवाअड्डा निवासी ललन राम का परिवार टेंपो से जा रहा था. विपरीत दिशा से आ रही पुलिस जीप टेंपो से सट गयी. इसके बाद जीप में सवार पुलिसवाले बिगड़ गये.

विनोबा आश्रम की छात्रा के साथ रेप हुआ था लेकिन ताकतवर शख्स ने दुर्घटना का रूप दे दिया!

शाहजहांपुर। चार वर्ष पूर्व बंडा थाना इलाके में मिली लडकी की अर्धनग्‍न लाश की शिनाख्‍त शाहजहांपुर के विनोबा आश्रम में रहकर पढाई करने वाली रन्‍जना के रूप में हुई थी। उस वक्‍त पीएम रिपोर्ट में रन्‍जना की मौत का कारण दुर्घटना आया था। लेकिन अब मामले में कुछ और ही निकलकर सामने आ रहा है। यह दुर्घटना नहीं बलात्‍कार था। यह खुलासा किसी और का नहीं बल्कि विनोबा आश्रम में काम करने वाले एक कर्मचारी का है।

हिंदुस्तान टाइम्स् ने आरटीआई एक्टिविस्ट की इज्जत उछाल दी

हेलो सर, नमस्‍कार, मेरा नाम सुमेर लाल शर्मा है. मेरा मोबाइल नंबर 09983148394 है. मैं एक आरटीआई एक्‍टीविस्‍ट हूं. हिन्‍दुस्‍तान टाईम्‍स ने दिनांक 18 दिसम्‍बर 2014 को जयपुर एडिशन में मुख्‍य पेज पर मेरे खिलाफ अपुष्‍ट, मुझ से बिना किसी व‍िषय पर बात किये, निराधार, झूठी व मेरी इज्‍जत तार तार करने वाली खबर छाप दी. इस अंग्रेजी अखबार ने मेरी व उन सभी लोगों की जो आरटीआई एक्‍टीविस्‍ट एवं व्हिसल ब्लोअर्स हैं, की इज्‍जत सरेआम नीलाम कर दी.

अब विज्ञापन के कूपन बेचेंगे नईदुनिया के ब्यूरो चीफ!

भले यह बात हैरत करने वाली लगे लेकिन यह भी सच है कि जागरण के आंचल में पलने वाली नई दुनिया अब ऐसे ऐसे हथकंडे अपना रही है कि माथा फोड़ने को जी चाहता है। नौ जनवरी को जबलपुर में ग्रांड समदड़िया होटल में आयोजित एक बैठक में बिजनेस बढ़ाने का एक नया हथकंडा सिखाया गया। इस बैठक में मनीष शर्मा इंदौर से खास तौर पर आए हुए थे। सारे ब्यूरो चीफ की इस बैठक में कमाल की बात यह थी कि एक भी एडीटोरियल का बंदा मौजूद नहीं था। दिन भर चली इस बैठक में मेरा चीज किसने उठाया… से प्रेरित एक कहानी सारे ब्यूरो चीफ को सुनाई गई और उन्हें प्रेरित किया गया कि हमें बिजनेस पर ज्यादा ध्यान देना है। कहानी कुछ यूं थी कि मिठाई की एक दुकान में रहने वाले दो चूहों को काफी मेहनत के बाद एक नई लड्डू की दुकान मिली। इसी तरह हमें काम कर ज्यादा बिजनेस देना है।

1500 करोड़ के चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी कमल सिंह का सबसे खास एजेंट मिहिर मौलिक जेल गया

जादूगोड़ा : झारखंड के राजकॉम 1500 करोड़ के चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी कमल सिंह के सबसे मुख्य एजेंट मिहिर मौलिक को जादूगोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद निवेशकों मे भारी खुशी का माहौल है. अब निवेशक जल्द से जल्द कमल सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. मिहिर मौलिक पर जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले कुशों मुखी ने ठगी, जातिसूचक गालीगलोच करने, चेक बाउंस होने एवं नौकरी के नाम पर 15 लाख रुपया ठगी का आरोप लगाकर जादूगोड़ा थाना मे मामला दर्ज़ करवाया. इसके बाद कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी अरविंद प्रसाद यादव ने मिहिर मौलिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उस पर चारसौबीसी एवं एसटीएससी समेत अन्य धाराओ में मामला दर्ज़ किया गया है.

जेधपुर प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण, प्रेस क्लब भवन की उठी मांग

जोधपुर। जोधपुर प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार की सुबह सूचना केंद्र के मिनी ऑडिटोरियम में हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास एवं शहर विधायक कैलाश भंसाली विशिष्ट अतिथि और धर्मगुरूओं के सानिध्य में नवनिर्वाचित जोधपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंद्रमोहन कल्ला, वरिष्ट उपाध्यक्ष डॉ0 मोईनुल हक, महासचिव राजेंद्र सिंह सांजू, कोषाध्यक्ष सुनील दत्त, उपाध्यक्ष रामचंद्र गौड़, प्रलंयकर जोषी, अरूण हर्ष, नवीन दत्त, सचिव गरिमा गौड़ एवं संयुक्त सचिव सुभाष कुमार सिंह, डॉ0 संतोष दवे कार्यकारिणी के नवीन दत्त, राजेश पुरोहित, सतीश हेडाऊ, करण पुरी, भवानी सिंह भाटी, मुकेशदत्त शर्मा सहित सभी ने शपथ ग्रहण की।

‘आप’ ने ढूंढ़ा बिकाऊ मीडिया पर खर्च का पूरा लाभ पाने का तरीका

 

Sanjaya Kumar Singh : आम आदमी पार्टी ने ढूंढ़ा बिकाऊ मीडिया पर खर्च का पूरा लाभ पाने का तरीका। फर्जी सर्वेक्षणों का बाप है यह तरीका। इसे कहते हैं आईडिया। यह विज्ञापन इस तरह आ रहा है जैसे रेडियो चैनल खुद सर्वेक्षण कर रहा हो। इसमें किसी व्यक्ति से पूछा जाता है पिछली बार आपने किसे वोट दिया था। वह चाहे जो कहे दूसरा सवाल होता है इस बार किसे देंगे– आम आदमी पार्टी को। और क्यों में, आम आदमी के पक्ष में कारण बताया जाता है।

जानिए, उन वजहों को जिसके कारण दिल्ली में किरण बेदी फैक्टर अरविंद केजरीवाल को बहुमत दिला रहा है

Yashwant Singh : भाजपाई दिल्ली में गड़बड़ा गए हैं. जैसे भांग खाए लोगों की हालत होती है, वही हो चुकी है. समझ नहीं पा रहे कि ऐसा करें क्या जिससे केजरीवाल का टेंपो पंचर हो जाए, हवा निकल जाए… रही सही कसर किरण बेदी को लाकर पूरा कर दिया.. बेचारी बेदी जितना बोल कह रही हैं, उतना भाजपा के उलटे जा रहा है… आखिरकार आलाकमान ने कह दिया है कि बेदी जी, गला खराब का बहाना करके चुनाव भर तक चुप्पी साध लो वरना आप तो नाश कर दोगी…

जशोदा बेन की खबर दिखाने वाले डीडी अफसर को मिली ‘कालापानी’ की सजा, अंडमान द्वीप हुआ तबादला

इस देश में प्रेस आजाद है, शर्त बस यह है कि आप दूरदर्शन में काम न करते हों. और हां, खबर जशोदा बेन के बारे में न हो. अगर ये दोनों संयोग मिल जाएं तो फिर कोई गारंटी नहीं है. आपको पलक झपकते ‘कालापानी’ भेज दिया जाए तो भी कोई बड़ी बात नहीं. अहमदाबाद में तैनात दूरदर्शन अधिकारियों ने यही बात समझने में थोड़ी देर कर दी. जशोदा बेन की खबर दिखाने का नतीजा एक डीडी अधिकारी के तत्काल तबादले के रूप में सामने आ गया. बाकी अधिकारी भी सफाई देने में जुटे हैं.

IN THE MATTER OF SURESH KHENDELWAL COMPLAINANT VERSUS KIRAN BEDI ACCUSED…

IN THE HON’BLE COURT OF CHIEF METROPOLITAN MAGISTRATE,(EAST) KARKARDOOMA COURTS, NEW DELHI

COMPLAINT NO. OF 2015

IN THE MATTER OF :

SH. SURESH KHENDELWAL               
COMPLAINANT
VERSUS
MS. KIRAN BEDI                           
ACCUSED

THROUGH
LEGUM LAW FIRM
HIMAL AKHTAR
ADVOCATE
O-24-A, JUNG PURA EXTENSION,
NEW DEHI.
himalakhtarg@gmail.com

P.S. KRISHNA NAGAR

COMPLAINT AGAINST MS. KIRAN BEDI FOR PROMOTING ENIMITY THROUGH ILLEGAL VISIBLE REPRESENTATIONS

DATED:- 23/01/2015

To,

COMMISSIONER OF POLICE,
POLICE HEAD QUARTER,
I.T.O.
NEW DELHI.

D.C.P. OFFICE (EAST)
P.S. MANDAWALI
DELHI

S.H.O.,
P.S. KRISHNA NAGAR,
NEW DELHI.

OFFICE OF THE CHIEF ELECTORAL OFFICER
OLD ST. STEPHEN COLLEGE BUILDING
KASHMERE GATE
DELHI-110006

SUBJECT: –  COMPLAINT AGAINST MS. KIRAN BEDI R/O 56, UDAI PARK, NEW DELHI, FOR PROMOTING ENIMITY AMONG THE RESIDENTS OF KRISHNA NAGAR THROUGH ILLEGAL VISIBLE REPRESENTATIONS.           

वेद प्रकाश ओझा पंचतत्व विलीन, पत्रकार कल्याण कोष बनाने पर मंथन शुरू

प्रभात खबर धनबाद के मुख्य संवाददाता वेद प्रकाश ओझा गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. कोलकाता के कालीघाट शमशान घाट पर अंतिम संस्कार हुआ. छोटे पुत्र कुमार अनिकेत ने मुख्गानि दी. इस दौरान कई परिजन व शुभचिंतक मौजूद थे. देर शाम परिजन कोलकाता से वापस धनबाद लौटे. सनद हो कि श्री ओझा की मृत्यु बुधवार शाम कोलकाता में एक लंबी बीमारी के बाद हो गयी थी.

थोक के भाव आईएएस और आईपीएस अफसरों के तबादलों पर अवमानना याचिका दाखिल

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश में आईएएस और आईपीएस अफसरों के  ताबड़तोड़ तबादले के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में अवमानना याचिका दायर किया है. याचिका के अनुसार हाई कोर्ट ने 18 फ़रवरी 2014 को लोक प्रहरी की एक पीआईएल में कहा था कि आईएएस और आईपीएस कैडर संशोधन नियमावली 2014 के आने के बाद भविष्य में इन अफसरों के दो वर्षों से कम समय में तबादला सिविल सेवा बोर्ड द्वारा सम्बंधित अफसर से टिप्पणी प्राप्त करने के उपरांत लिखित रूप से कारण बताये जाने पर ही किये जाएँगे.

‘आजतक’ की मुजफ्फरनगर दंगा स्टिंग सीडी से कोई छेड़छाड़ नहीं : फोरेंसिक लैब

मुजफ्फरनगर दंगे के बाद आजतक न्यूज चैनल द्वारा कराए गए स्टिंग की सीडी को गांधीनगर की फोरेंसिक लैब ने सही पाया है. लैब का कहना है कि सीडी के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई. यह सीडी पूरी तरह से अनएडिटेड है. इस मामले की जांच कर रही संसदीय समिति ने इस सीडी को जांच के लिए गुजरात की फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) भेजा था.

अवसरवादी होना अच्छा है, सिद्धांतहीन अवसरवादी ठीक नहीं हैं : रवीश कुमार

एनडीटीवी इंडिया ने गुरुवार को अपनी विशेष पेशकश में, अपने फेसबुक पेज पर एक लाइव चैट आयोजित की। इस लाइव चैट में हमने,विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यमों जैसे ट्विटर, फेसबुक और गूगल प्लस पर जुड़े हमारे पाठकों और टेलीविज़न के दर्शकों की बातचीत करायी सीधे-सीधे रवीश कुमार से। ये बातचीत रवीश कुमार के किरण बेदी के इंटरव्यू के बाद लोगों के माँग पर की गई। बातचीत इतनी अच्छी रही कि ये तयशुदा आधे घंटे के समय से बढ़कर 45 मिनट तक चली। इस पूरे दरमयान रवीश कुमार खुद अपने पाठकों और दर्शकों के सवालों का जवाब देते रहे। यहाँ पेश है उसी लाईव चैट के कुछ प्रमुख अंश-

टीआरपी चौथा हफ्ता : इंडिया न्यूज ने आखिरकार न्यूज नेशन को परास्त कर दिया

चौथे हफ्ते की टीआरपी में एक बड़ा उलटफेर पांचवें और छठें पायदान पर देखने को मिल रहा है. इंडिया न्यूज ने छलांग लगाते हुए न्यूज नेशन चैनल को लुढ़का दिया है और खुद नंबर पांच की पोजीशन पर पहुंच गया है. एनडीटीवी को इस हफ्ते लाभ हुआ है लेकिन आईबीएन7 का पतन जारी है. नंबर एक और नंबर दो पर तैनात न्यूज चैनलों आजतक व इंडिया टीवी के बीच फासला काफी कम रह गया है. यह आजतक के लिए खतरे की घंटी है. टीआरपी के आंकड़े इस प्रकार हैं….

प्रेस क्लब का पीलीभीत में गठन, तारिक बने अध्यक्ष

पीलीभीत। जिले के पत्रकारों ने बैठक कर प्रेस क्लब की जिला कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से गठन किया। तारिक कुरैशी को अध्यक्ष और पंकज सक्सेना को जिला मंत्री बनाया गया। वरिष्ठ पत्रकार मोहन कुमार को संस्थापक सदस्य, समीउद्दीनन नीलू, प्रसून शुक्ला, पंकज मिश्रा को संरक्षक का पद दिया गया। सचिव पद के लिए शलभ सक्सेना, तारिक …

लिखकर दो मजीठिया वेज वोर्ड के अनुसार वेतन मिल रहा वरना अखबार बंद कर दूंगा!

महाराष्ट्र के सबसे बड़े समाचार पत्र समूह श्री अंबिका प्रिटर्स एंड पब्लिकेशन ने मजीठिया वेज बोर्ड के मामले में अपने लेटर हेड पर एक फार्मेट तैयार किया है और यशोभूमि के कर्मचारियों को 10 जनवरी को यह फार्मेट देकर धमकी देते हुये कहा है कि अगर इस फार्मेट पर हस्ताक्षर नहीं करोगे तो यशोभूमि समाचार पत्र के कार्यालय पर ताला मारकर अखबार का प्रकाशन बंद कर दिया जायेगा. श्री अंबिका प्रिंटर्स एंड पब्लिकेशन की तरफ से महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय हिन्दी दैनिक यशोभूमि के साथ-साथ मराठी समाचार पत्र पुण्यनगरी, मुंबई चौफेर, वार्ताहर के साथ साथ कर्नाटक मल्ला समाचार पत्र का प्रकाशन किया जाता है.

चलो पिण्ड छूटा, धन्यवाद विजय त्रिपाठी!

3 जनवरी को फेसबुक पोस्ट और 6 जनवरी को भड़ास में लिखी अमर उजाला के नवोन्मेषक भाई साहब स्व. अतुल माहेश्वरी को दी गयी श्रद्धांजलि व व्यक्त की गयी भावनायें लगता है हमारे स्थानीय संपादक विजय त्रिपाठी को नहीं भायी है. 13 जनवरी से हमारा गैरसैंण हैड बन्द कर हमारे द्वारा पेषित समाचारों को कर्णप्रयाग हैड से लगाया जा रहा है. ये कहना उचित होगा कि उनकी ओर से हमें अमर उजाला से हटा दिया गया है. अर्थात भाई सहब के प्रति व्यक्त उद्गार को तो वे विषय नही बना पायेंगे, वे कोई मनगडंत कारण ढूंढें.

जोधपुर में प्रेस क्लब की गैर-कानूनी कार्यकारिणी गठित हो गई!

पांच साल पूर्व जोधपुर भास्कर के एक पत्रकार राजेश त्रिवेदी को जोधपुर प्रेस क्लब का अध्यक्ष चुना गया था और पत्रिका के अचलसिंह मेडतिया महासचिव बने। अब मेडतिया पत्रिका छोड चुके हैं और विश्वविद्यालय के ईएमआरसी में कार्यरत हैं। इधर त्रिवेदी की कार्यकारिणी ने पांच साल कोई काम नहीं करवाया। यहां तक कि चुनाव के बाद शपथ तक नहीं ली गई। त्रिवेदी ने जोधपुर प्रेस क्लब के लेटरपेड पर जरूर 2009 नवंबर में हुए निगम चुनाव में भाजपा से अपनी पत्नी अमिता को पार्षद का टिकट मांगा था। उस आधार उन्हें टिकट भी मिला और चुनाव भी जीतीं।

अंगोला से निःशुल्क दिल्ली आ जाएगा देवरिया के मृतक सूर्य देव यादव का शव

देवरिया । अंगोला गणराज्य के लुआण्डा में स्थित एक कम्पनी में बीते 01 दिसम्बर 14 को काम करते हुए एक भारतीय कर्मचारी के दुघर्टना में जलने से हुई मौत के मामले में 16 लाख रूपए की मांग करने वाली विदेशी कम्पनी के दावों को खारिज करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय एवं वहां स्थित भारतीय दूतावास के प्रयास ने अपना असर दिखाया है और इथोपियन एयरलाईन से रविवार को मृतक का शव निःशुल्क दिल्ली एयर पोर्ट पर पहुंच सकता है। इसके लिए मृतक के परिजनों को किराए के रूप में कुछ भी खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।

लाला लाजपत राय को भाजपाई पटका पहनाने के मामले में कोर्ट ने किरण बेदी के खिलाफ कार्रवाई का ब्योरा मांगा

किरण बेदी अपनी मूर्खताओं, झूठ, बड़बोलापन और अवसरवाद के कारण बुरी तरह घिरती फंसती जा रही है. पिछले दिनों नामांकन से पहले किरण बेदी ने स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की प्रतिमा को भगवा-भाजपाई पटका पहना दिया. इस घटनाक्रम की तस्वीरों के साथ एक कारोबारी सुरेश खंडेलवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट के जाने-माने वकील हिमाल अख्तर के माध्यम से किरण बेदी को कानूनी नोटिस भिजवाया फिर कोर्ट में मुकदमा कर दिया. इनका कहना है कि लाला लाजपत राय किसी पार्टी के प्रापर्टी नहीं बल्कि पूरे देश के नेता रहे हैं. ऐसे में किसी एक पार्टी का बैनर उनके गले में टांग देना उनका अपमान है.

उपेक्षा का शिकार हो रहा है गांधी का सत्याग्रह आश्रम

गुजरात के पाटनगर गांधीनगर के महात्मा मंदिर में महात्मा गांधी के हिंद आगमन की शताब्दी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के रुप में मनाई जा रही है, लेकिन देश में सत्तारुढ़ पार्टी हो या विपक्षी दल गांधी के नाम पर पिछले कई सालों से राजनीति करने वालों को शायद यह भी नहीं मालूम कि जब महात्मा गांधी अफ्रीका से गुजरात आए थे और 20 मई 1915 को अहमदाबाद में सत्याग्रह आश्रम की स्थापना कर देश की आजादी का शंखनाद किया था, वह सत्याग्रह आश्रम उपेक्षा का शिकार हो रहा है. देश में साबरमती आश्रम के बारे में तो सबको मालूम है लेकिन सत्याग्रह की शुरुआत करने वाले गांधीजी के आश्रम को ना केवल कांग्रेस बल्कि देश की सत्तारुढ़ भाजपा सरकार ने भी भुला दिया है यही कारण है कि महात्मा गांधी के हिंद आगमन शताब्दी के आरंभ में और ना ही इन 100 सालों में इस सत्याग्रह आश्रम में अब तक कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ.

कानपुर के पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुक़दमों में हाईकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से दी राहत

कानपुर में आपसी राजनैतिक विवाद में पत्रकारों पर थाना कोतवाली में दर्ज कराया (जाली एवं फर्जी ) गया आपराधिक मुकदमा, कई संगीन धाराओं  (452, 448, 511, 504, 506, 420, 467, 468, 471, 147 i p) में। अवनीश दीक्षित (पत्रकार, ईटीवी) चैनल का दबाव डालकर कई गतिविधियां करते रहते हैं। इनके खिलाफ आवाज उठाने वालों के साथ ये मार-पीट और गाली गलौच करने के बाद दबाव ना डाल पाने की स्थिति में गलत तरीकों से फर्जी मुकदमो में फँसा देते हैं। 

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के उपाध्क्ष सीके खन्ना के खिलाफ ये पुलिस कंप्लेंट

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के उपाध्क्ष सीके खन्ना के खिलाफ ये पुलिस कंप्लेंट दी गयी है, जो करीब 30 साल से दिल्ली क्रिकेट को घुन की तरह अन्दर से खोखला किये है। दिल्ली क्रिकेट में भ्रष्टाचार की असल जड़ ही यही है। पहली बार इसके खिलाफ किसी ने मोर्चा खोलने की कोशिश की है, वरना डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली तक को ये अपनी चुगलखोर चतुराई से साधने में सफल रहता था।

सुदर्शन न्यूज़ ने सैकड़ों कर्मचारियों का हक मार रखा है

खुद को संघियों का आशीर्वाद प्राप्त होने का दावा करने वाले चैनल सुदर्शन न्यूज़ ने सैकड़ों कर्मचारियों का हक मार रखा है। इस चैनल में किसी भी कर्मचारी का न पीएफ कटता है और न कभी किसी को सैलरी स्लिप मिलती है। पिछले सात-आठ साल से चल रहे इस चैनल ने करोड़ों रुपये लोन लेकर नोएडा में शानदार बिल्डिंग भी खड़ी कर ली, लेकिन कर्मचारियों का हक मारने का सिलसिला जारी है।

लखनऊ में पत्रकारों को पीटने वाले वकीलों का कुछ नहीं बिगड़ा

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में इन दिनों पत्रकारों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। हफ्ते भर पहले पत्रकारों की खुलेआम पिटाई हो रही है। मगर मीडिया और शासन-प्रशासन की निरंकुशता के चलते अराजकतत्वों पर कार्यवाई नहीं की जा रही है। पत्रकार अक्सर जनहित की रक्षा करने वाले राजनीतिक दलों और सामजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनों के अराजकतावादी तत्वों का शिकार हो रहे है। मगर उनकी पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है। गौरतलब हो कि लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के वृन्दावन कालोनी सेक्टर 5 ई 76 अम्मा कालोनी में रहने वाले 35 वर्षीय वकील निखिलेन्द्र कुमार गुप्ता जो पत्रकार परिषद के अध्यक्ष थे।

दैनिक भास्कर रांची में संपादक के चहेते ने गाली-गलौज और गुंडागर्दी की

दैनिक भास्कर रांची में स्थिति विस्फोटक होती जा रही है। अब यहां बात-बात पर गाली-गलौज और गुंडागर्दी की बातें हो रही हैं। बुधवार 21 जनवरी को यहां दो लोगों के बीच सार्वजनिक तौर पर जमकर गाली गलौज हुआ। इसका कारण है कि स्थानीय संपादक अमरकांत के खास लोग लोग अब चढ़कर बातें कर रहे हैं। बात हफ्ते भर पहले की है। डीबी स्टार एक पेज का प्रूफ पढ़ने के लिए कॉपी डेस्क के राजीव मिश्रा के पास भेजा गया।

लखनऊ में भास्कर डिजिटल ने दिन भर चलाई गलत खबर, अज्ञानी भास्कर वालों ने ट्वीट को कोहली का बता दिया

लखनऊ।। भास्कर डिजिटल में हर दिन गलत खबर चलाने का नया कीर्तिमान बना रहा है। यहां खबर क्या होती है, यह तय करने वाले मुकेश कुमार उर्फ गजेंद्र अहम के शिकार हो गए हैं। वह अन्य छोटे पोर्टलों को दो कौड़ी का पोर्टल बताते हैं। भड़ास पर खबर देखकर भी नाक सिकोड़ने लगते हैं, लेकिन आजकल क्या हो रहा है, यह उनको दिखाई नहीं दे रहा है।

मजीठिया वेतन बोर्ड : सरकार को भी बनाओ पार्टी

भड़ास द्वारा मजीठिया वेतन बोर्ड मुहिम की खबर पढ़ते ही मुझे विश्वास नहीं हुए कि इतनी बड़ी मुहिम छिड़ेगी। जिस मामले को लेकर सरकार कुछ नहीं कर पाई, मोदी सरकार सबकुछ जानते हुए भी खामोश है, श्रम अधिकारी प्रेस का नाम सुनते ही कांपने लगते है, हजारों विरोध के बाद भी जाने-माने हिन्दी समाचार पत्र के मालिक टस से मस नहीं हो रहे है, ऐसे में इन्हें कोर्ट की राह दिखाना चुनौती भरा काम है। यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो पत्रकारों को न्याय मिलने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।

एक दूसरे के लिए “सरकार” हैं मोदी और भागवत!

संघ परिवार से जो गलती वाजपेयी सरकार के दौर में हुई, वह गलती मोदी सरकार के दौर में नहीं होगी। जिन आर्थिक नीतियो को लेकर वाजपेयी सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया, उनसे कई कदम आगे मोदी सरकार बढ़ रही है लेकिन उसे कठघरे में खड़ा नहीं किया जायेगा। लेकिन मोदी सरकार का विरोध होगा। नीतियां राष्ट्रीय स्तर पर नहीं राज्य दर राज्य के तौर पर लागू होंगी। यानी सरकार और संघ परिवार के विरोधाभास को नियंत्रण करना ही आरएसएस का काम होगा। तो क्या मोदी सरकार के लिये संघ परिवार खुद को बदल रहा है। यह सवाल संघ के भीतर ही नहीं बीजेपी के भीतर के उन कार्यकर्ताओ का भी है, जिन्हें अभी तक लगता रहा कि आगे बढने का नियम सभी के लिये एक सरीखा होता है। एक तरफ संघ की विचारधारा दूसरी तरफ बीजेपी की राजनीतिक जीत और दोनों के बीच खड़े प्रधानमंत्री मोदी। और सवाल सिर्फ इतना कि राजनीतिक जीत जहां थमी वहां बीजेपी के भीतर के उबाल को थामेगा कौन। और जहां आर्थिक नीतियों ने संघ के संगठनों का जनाधार खत्म करना शुरु किया, वहां संघ की फिलासफी यानी “रबर को इतना मत खींचो की वह टूट जाये”, यह समझेगा कौन।

देवरिया में आपसी खींच-तान की वजह से 26 जनवरी को नहीं सम्मानित हो सके पत्रकार

देवरिया। देवरिया में पत्रकारों की आपसी मनमुटाव की वजह से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पत्रकार सम्मानित होने से वंचित हो गए। पत्रकार भाईयों की आपसी खींच तान के कारण पुलिस अधीक्षक ने इस दलदल में पड़ने से दूर रहना ही बेहतर ही समझा। इसका एक तरफ जहां कुछ पत्रकारों को दर्द हैं तो वहीं तो वहीं कुछ पत्रकार बेहद प्रसन्न हैं कि चलो अच्छा हुआ, कोई सम्मानित नहीं हुआ, वरना जो सम्मानित हो जाता वह दूसरे को हीन भावना से देखता। 

उत्तरकाशी में पत्रकारों को लगी ठंड, जिला पंचायत ने बांटे कंबल

उत्तरकाशी में हर वर्ष मकर सक्रांति के पर्व पर जिला पंचायत द्वारा सात दिवसीय मांघ मेले का भव्य आयोजन होता है जिसमे स्टाल, चरखी के किराये से लाखों की कमाई भी जिला पंचायत को होती है। जिला पंचायत पत्रकारों को खुश करने के लिए हर साल कुछ पैसा पत्रकार गोष्ठी के लिए देती है। गोष्ठी में किसी टॉपिक को लेकर पत्रकार अपने विचार रखते हैं। दिन के भोज का आयोजन होता है जिसमें बाकायदा जिलाधिकारी व जिला पंचायत अध्यक्ष भी मौजूद रहते हैं। पर इस बार जो हुआ उसने उत्तरकाशी के पत्रकारों को शर्मशार कर दिया।

बीकानेर प्रेस क्लब चुनाव : जयनारायण बिस्सा, अपर्णेश गोस्वामी और विक्रम जागरवाल जीते

बीकानेर प्रेस क्लब समिति के सोमवार को हुए चुनावें अध्यक्ष पद पर पत्रकार जयनारायण बिस्सा निर्वाचित घोषित किए गए. चुनाव अधिकारी एडवोकेट अजय कुमार पुरोहित ने बताया कि बिस्सा को 40 मत मिले और अनुराग हर्ष को 22. बिस्सा 18 वोट से विजयी घोषित किए गए. महासचिव पद पर पत्रकार अपर्णेश गोस्वामी को चुना गया. …

भोपाल में क्राइम रिपोटर्रों और काव्य जगत कि चार विभूतियों को सम्मानित किया गया

भोपाल : पत्रकार अनिल साधक स्मृति मंच द्वारा अनिल साधक की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर काव्योत्सव एवं सम्मान समारोह का आयोजन पत्रकार भवन मालवीय नगर में किया गया। इस अवसर पर क्राइम रिपोटर्रों एवं काव्य जगत कि चार विभूतियो को सम्मानित किया गया। दैनिक स्वेदश के प्रधान संपादक राजेन्द्र शर्मा ने राष्ट्रीय हिन्दी मेल के प्रधान संपादक विजय दास कि अध्यक्षता में क्राइम रिपोर्टर राजेश चंचल दैनिक भास्कर, नीरज गौर दैनिक जागरण, आदेश भदौरिया पीपुल्स समाचार, एवं निलेश पटेल पत्रिका को क्राइम रिपोटिंग के लिए शाल श्रीफल, प्रशस्ती पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। प्रेस फोटोग्राफर अनिल टेवरे को भी सम्मानित किया गया।

बजट के महीने में देश का वित्त मंत्री दिल्ली चुनाव के लिये बीजेपी हेडक्वार्टर में बैठने को क्यों है मजबूर

: दिल्ली फतह की इतनी बेताबी क्यों है? : बजट के महीने में देश के वित्त मंत्री को अगर दिल्ली चुनाव के लिये दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर में बैठना पड़े… केन्द्र के दर्जन भर कैबिनेट मंत्रियों को दिल्ली की सड़कों पर चुनावी प्रचार की खाक छाननी पड़े… सरकार की नीतियां चकाचौंध भारत के सपनों को उड़ान देने लगे… और चुनावी प्रचार की जमीन, पानी सड़क बिजली से आगे बढ़ नहीं पा रही हो तो संकेत साफ हैं, उपभोक्ताओं का भारत दुनिया को ललचा रहा है और न्यूनतम की जरूरत का संघर्ष सत्ता को चुनाव में बहका रहा है।

कला को उत्पाद होने से बचाना कलाकारों से सामने बड़ी चुनौती

कोलकाता : भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद (आईसीसीआर) की नंदलाल बोस गैलरी में सिटी आर्ट फैक्ट्री की ओर से आयोजित कला प्रदर्शनी शुरू हुई जिसमें 31 कलाकारों की कृतियों की प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन प्रख्यात चित्रकार सुब्रत गंगोपाध्याय, रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट्स विभाग के पूर्व डीन एवं वरिष्ठ चित्रकार पार्थ प्रतिम देव तथा लेखक-चित्रकार डॉ.हृदय नारायण सिंह (अभिज्ञात) ने किया। संचालन सिटी आर्ट फैक्र्टी के क्यूरेटर शांतनु राय ने किया।

किरन बेदी का झूठ बोलना सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा, भाजपा को तगड़ा झटका

किरन बेदी ने करीब साल भर पहले तक अपने ट्विटर प्रोफाइल पर लिख रखा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री की कार उठवाई थी. अब यह लाइन उन्होंने हटा दिया है. लेकिन पहले लिखे गए झूठ को लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया है और पूछ रहे हैं कि आखिर किरन बेदी इतने दिनों तक झूठ क्यों बोलती रहीं. दिल्ली में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी किरन बेदी के बारे में एक किस्सा प्रचलित रहा है कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार को क्रेन से उठवाया था.

शार्ली एब्दो का कवर छापने पर उर्दू अख़बार की संपादक शिरीन दलवी पर मुक़दमा

महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले में एक उर्दू अख़बार की संपादक शिरीन दलवी पर फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली एब्दो के कवर को छापने के लिए मुक़दमा दर्ज किया गया है। बुधवार को गिरफ़्तार की गई शिरीन को अदालत से जमानत मिल गई है। वरिष्ठ इंस्पेक्टर एसएम मुंढे ने बीबीसी को बताया कि शिरीन दलवी के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए के तहत मामला दर्ज किया गया। हमें 15 दिन पहले शिकायत मिली थी। हमने तफ्तीश करने के बाद दलवी को बुधवार सुबह गिरफ्तार किया।

किरण बेदी का पुलिसिया अंदाज़ देखकर मैं हैरान था : रवीश कुमार

सुबह के 5 बज रहे थे तभी सुशील का फोन आया कि बैकअप प्लान किया है आपने। सुशील मेरे शो के इंचार्ज हैं। बैक अप प्लान? हो सकता है कि आधा घंटा न मिले। इंटरव्यू के लिए तैयार होकर चाय पी ही रहा था कि सुशील के इस सवाल ने डरा दिया। प्राइम टाइम एक घंटे का होता है और अगर पूरा वक्त न मिला तो बाकी के हिस्से में क्या चलाऊंगा। हल्की धुंध और सर्द भरी हवाओं के बीच मेरी कार इन आशंकाओं को लिए दफ्तर की तरफ दौड़ने लगी।

Why Government is misguiding masses- Online Selling of Intimate products

New Delhi: 29th January, 2015 : When I planned to enter in this vertical I did thorough research on this subject and realized the potential of the trade in this sector. I also knew why I should get into selling of Romantic products which are now quirks as Adult products by say Rajiv Ghosh, CEO, Privatelyurs.com. It’s not about spreading vulgar information or products to the people; it’s about spreading awareness of safe sex and relevant information about the products to enjoy a healthy and a safe sex life. After making “sex education” mandatory in high schools, the government has contradicted their own rules by banning sites who sells intimate products. The government needs to show a reason for blocking a website.

आज़म खान का शिया मुसलमानों के खिलाफ जिहाद, शिया धर्मस्थल गिरवाया!

उत्तर प्रदेश के वक्फ मंत्री आज़म खान ने इन दिनों शिया वर्ग के खिलाफ जिहाद छेड़ दिया है। जब से आज़म खान ने यूपी की सत्ता में भागीदार हुए हैं, उन्होंने शिया वर्ग का जीना दुशवार कर दिया है। कल उन्होंने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए रामपुर में हुसैनी सराय नाम के एक शिया धर्म स्थल को ध्वस्त करा दिया।  इस धर्म स्थल को गिराए जाने का मक़सद तो यह था कि रामपुर के शिया नवाबों के परिवार से अपनी राजनीतिक खुन्नस निकाली जाए लेकिन साथ ही साथ समस्त शियों को भी बताना था कि तुम्हारी कोई हैसियत नहीं है।

आईआईएमसी में प्रशासन ने नहीं फहराया राष्ट्रीय ध्वज

नई दिल्ली । 26 जनवरी को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की स्वायत्तशासी संस्था भारतीय जन संचार संस्थान में तिरंगा नहीं फहराया गया। प्रशासन की तरफ़ से कोई भी अधिकारी या उसका प्रतिनिधि तक संस्थान में बारह बजे भी मौजूद नहीं था। तब ऐसे में आईआईएमसी के छात्रावास में रह रहे कुछ जागरुक प्रशिक्षुओं ने इस मामले को संज्ञान में लिया और अपने ही खर्च में बाज़ार से तिरंगा झण्डा और कुछ फूल ख़रीद कर संस्थान में वापस आए और तिंगा फहराया।

प्रभात खबर, धनबाद में रिपोर्टिंग टीम के मुखिया रहे वेद प्रकाश ओझा का निधन

: हमेशा के लिए हमसे रूठ गये वेद भइया : प्रभात खबर, धनबाद में रिपोर्टिग टीम के मुखिया रहे वेद प्रकाश ओझा हमारे बीच नहीं रहे. वह लंबे समय से बीमार थे. लगभग एक माह से कोमा में चल रहे थे. उनका निधन बुधवार की शाम चार बजे कोलकाता में हो गया. वह अपने पीछे पत्नी अंजु प्रकाश, दो पुत्र ज्योति प्रकाश व कुमार अभिषेक समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. उनके निधन से कोयलांचल में शोक की लहर है.

IIMC में महत्वहीन भारतीय गणतंत्र

ये है भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) जहां कि भारत के साथ ही विश्व के सुदूर कोनों से भी लोग पत्रकारिता पढ़ने आते हैं। और ये तस्वीर है 26-01-2015 सुबह 11:20 बजे की जहां भारत के हर कोने में गणतंत्र दिवस की धूम थी। हर तरफ झंडारोहण हो चुका था और मिष्ठान्न वितरण के बाद लोग विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द उठा रहे थे। हम आईआईएमसी में पढ़ने वाले बच्चे जो कि छात्रावास में रहते हैं। रोज की तरह नाश्ते पर इकट्ठा हुये। आमतौर पर मैं नाश्ता नहीं करता महीनों में कहीं एक बार कर लिया तो कर लिया, लेकिन आज मैं सुबह बहुत जल्दी उठ गया था क्योंकि आज गर्व का दिन था, जश्न मनाने का दिन था।

प्रताप सोमवंशी ने रिपोर्टरों को बुलाकर कहा- जिन्हें विचार की राजनीति करनी है वे मीडिया छोड़ दें (किस्से अखबारों के : पार्ट-चार)

(सुशील उपाध्याय)


 

मीडिया में विचार की कद्र रही है, ऐसा हमेशा से माना जाता रहा है। इस धंधे में विचार कोई बुरी चीज नहीं रही। एक दौर रहा है जब पूंजीवादी मालिक अपनी दुनिया में रहते थे और अखबारों में वामपंथी रुझान के पत्रकार, संपादक अपना काम करते रहते थे। नई आर्थिक नीतियों के अमल में आने के बाद संभवतः पहली बार मालिकों का ध्यान विचार की तरफ गया। ये दक्षिणपंथ के उभार का दौर था। मालिकों और दक्षिणपंथ के बीच के गठजोड़ ने प्रारंभिक स्तर पर विचार के खिलाफ माहौल बनाना शुरु किया। इसके बाद धीरे-धीरे उन लोगों को दूर किया जाने लगा जो किसी विचार, खासतौर से प्रगतिशील विचार के साथ जुड़े थे। उन्हें सिस्टम के लिए खतरे के तौर पर चिह्नित किया जाने लगा। ढके-छिपे तौर पर पत्रकारों की पृष्ठभूमि की पड़ताल होने लगी। जो कभी जवानी के दिनों में किसी वामपंथी या प्रगतिशील छात्र संगठन से जुड़े रहे थे, उनकी पहचान होने लगी।

रमेश मिश्रा, मनोज त्यागी, मयंक, सतीश, मनीष के बारे में सूचनाएं

दैनिक जागरण नोएडा के ब्यूरो चीफ रमेश मिश्रा के बारे में सूचना है कि उन्हें नोएडा मुख्याल में जनरल डेस्क पर भेज दिया गया है. उनकी जगह पर नया ब्यूरो चीफ मनोज त्यागी को बनाया गया है. रमेश मिश्रा पर कई तरह के आरोप लगने के कारण उनका तबादला किए जाने की चर्चा है.

Sebi seeks clarification on Zee Media’s Rs 200 cr rights issue

The Securities and Exchange Board of India (Sebi) has sought clarification from the merchant banker of Zee Media Corp on the firm’s proposed Rs 200-crore rights issue. Without disclosing the details, Sebi has said “clarifications (are) awaited from lead manager” for the proposed rights issue. In a rights issue, shares are issued to existing investors in line with their holding at pre-determined price and ratio.

दिल का दौरा पड़ने से लखीमपुर खीरी के पत्रकार दिलीप तिवारी का निधन

लखीमपुर खीरी : लखनऊ से प्रकाशित अवधनामा अखबार के नगर संवाददाता संदीप तिवारी का दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया इससे पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। श्री तिवारी के निधन पर अवधनामा के ब्यूरो चीफ अनिल कनौजिया ने कार्यालय पर शोक सभा का आयोजन किया इस शोक सभा में …

सहरसा में पत्रकारों के साथ डॉक्टर का अभद्र व्यवहार, पत्रकार हुए गोलबंद

बिहार के कोसी क्षेत्र के जिला सहरसा में बीती रात खबर कवर करने सदर अस्पताल गए पत्रकारों के साथ डॉ एसके आजाद ने बदसलूकी कर दी। पत्रकारों पर आरोप लगाया की प्रेस वाले जबरन खबर बनाते हैं, इनकी खबर का कोई औचित्य नहीं होता है। ये सारा वाक्य सांसद पप्पू यादव के सामने हुआ। डॉक्टर पत्रकारों के बारे में उंच-नीच की बात कहते रहे लेकिन माननीय सांसद चुप्पी साधे बैठे रहे। सहरसा के पत्रकारों ने आज डीएम से मिल कर एक आवेदन दिया और डॉक्टर आजाद को हटाने की बात कही।

मीडिया में असहमति जताने के खतरे और सीएनएन के मशहूर पत्रकार Jim Clancy

Abhishek Srivastava : किसी पत्रकार के लिए अपने संस्‍थान के भीतर या बाहर सत्‍ता-समर्थक विचार से ”असहमति” जताना कितना घातक हो सकता है, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है। ऐसे ”असहमत” पत्रकार चाहे कितने ही पुराने क्‍यों न हों, हर संस्‍थान के लिए सनातन ख़तरा होते हैं। ताज़ा उदाहरण सीएनएन के मशहूर पत्रकार Jim Clancy का है जिनसे बीते दिनों इसलिए जबरन इस्‍तीफा ले लिया गया क्‍योंकि शार्ली एब्‍डो के मामले पर उन्‍होंने कुछ ऐसे ट्वीट किए जो इज़रायल समर्थकों को (इज़रायली स्‍वामित्‍व वाले अमेरिकी मीडिया को भी) रास नहीं आए।

स्वप्न दासगुप्ता, रजत शर्मा और रामबहादुर राय को पद्म पत्रकारिता के नाम पर मिलता तो खुशी होती

Shambhunath Shukla : जिन तीन पत्रकारों को पद्म पुरस्कार मिला है उनका योगदान साहित्य व शिक्षा क्षेत्र में बताया गया है। मगर तीनों में से किसी ने भी जवानी से बुढ़ापे तक कोई चार लाइन की कविता तक नहीं लिखी। यहां तक कि नारे भी नहीं। ये तीन पत्रकार हैं स्वप्न दासगुप्ता, रजत शर्मा (दोनों को पद्म भूषण) और रामबहादुर राय को पद्म श्री। पत्रकारों को पद्म पत्रकारिता के नाम पर मिलता तो खुशी होती।

वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ल के फेसबुक वॉल से.

Wanted Delhi Press Council… Wanted Delhi Press Commission… For Safety & Security of Media Personnel

The Delhi Union of Journalists  has castigated the central and the state governments for taking no concrete measures to get the Wage Board for Journalists and press workers implemented. It has called upon all contesting political parties in the fray in Delhi to come out with a clear commitment to immediately set up a department against unfair labour practices and to save the wage board which though upheld by the apex court was being scuttled through a variety of machinations and subterfuges.

‘फरिश्‍ता’ के लेखक ने फिल्‍म ‘पीके’ पर किया साहित्‍य चोरी का मुकदमा

‘‘मैंने 1 जनवरी, 2015 को पीके फिल्‍म देखी तो मैं हैरान हो गया। पीके फिल्‍म मेरे उपन्‍यास फरिश्‍ता की कट /कॉपी /पेस्‍ट है।’’ –कपिल ईसापुरी

अपने इन शब्‍दों में लेखक कपिल ईसापुरी काफी मर्माहत दिखते हैं। प्रेस कॉन्‍फेरेंस कर अपना दर्द बयान करते हैं। लेकिन मीडिया में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है- लिखता कोई है, दिखता कोई और है, बिकता कोई और है। इस कहावत का व्‍यावहारिक रूप प्रसिद्ध लेखक निर्देशक बी आर इसारा विविध भारती को दिए एक साक्षात्‍कार में इस प्रकार समझाते हैं- ‘‘कम चर्चित साहित्‍यकारों के साहित्‍य की चोरी फिल्‍मी दुनिया में खूब होती है। जब मैं फिल्‍मी दुनिया में आया था। मुझसे कम चर्चित उर्दू साहित्‍यकारों का साहित्‍य पढ़वाया जाता और उसको तोड-मरोड़ कर इस्‍तेमाल कर कर लिया जाता।’’

Tribute to the legendary cartoonist Mr. R.K.Laxman

The dexterous hand that held the brush that moved and captured the soul of India on the paper has stopped moving forever. 2015 is a year which will be marked for two major blows to the world of cartoons and the cartoonists. First the Charlie Hebdo massacre then the sad demise of our Legendry cartoonist Mr. R.K. Laxman whose  infallible strokes were instantly identifiable and his common man holding the iconic stature in the mindset of readers is the most familiar figure. Mr. Laxman stirred the world of politics by his brilliance and brought forth its stark realities lacing it with a pinch of humour here and a dash of satire there His common man is the ubiquitous silent observer who remains apathetic towards the vagaries of political upheavals, rampant corruption or financial crises.

 

पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने बताई पंकज श्रीवास्तव टाइप क्रांतिकारियों की असलियत, आप भी पढ़ें….

(अभिषेक उपाध्याय)


Abhishek Upadhyay : बहुत शानदार काम किया। Well done Sumit Awasthi! Well done! सालों से सत्ता की चाटुकारिता करके नौकरी बचाने वाले नाकाबिल, अकर्मण्यों को आखिर रास्ता दिखा ही दिया। उस दिन की दोपहर मैं आईबीएन 7 के दफ्तर के बाहर ही था जब एक एक करके करीब 365 या उससे भी अधिक लोगों को आईबीएन नेटवर्क से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। चैनल के अंबानी के हाथों में चले जाने के बावजूद बेहद ही मोटी सैलरी लेकर चैनल का खूंटा पकड़कर जमे हुए उस वक्त के क्रांतिकारी मैनेजिंग एडिटर खुद अपने कर कमलों से इस काम को अंजाम दे रहे थे। एक एक को लिफाफे पकड़ाए जा रहे थे।

पति पीआर रमेश ने जो स्टोरी ओपेन में की, उसी को घुमा-फिरा कर पत्नी भारती जैन ने टीओआई में छाप दिया!

Abhishek Srivastava : सिर्फ हिंदी पत्रकारिता में सड़ांध की बात कर के अंग्रेज़ी मीडिया की ओर टिटिहरी की तरह देखने वालों के लिए एक ताज़ा उदाहरण। टाइम्‍स ऑफ इंडिया में 22 और 23 जनवरी को लीड और सेकंड लीड के तौर पर मुसलमानों की बढ़ती आबादी के संबंध में जनगणना के आंकड़े पर स्‍टोरी करने वाली रिपोर्टर का नाम है ‘भारती जैन’। लोकसभा चुनाव से पहले बिलकुल ऐसी ही एक रिपोर्ट 15 मार्च 2014 को ‘पी.आर.रमेश’ ने ‘ओपेन’ पत्रिका में की थी।

PACL कंपनी दिवालिया, निवेशकों का धावा, मालिक भंगू फरार, सीबीआई टीमें कर रही तलाश

चिटफंड कंपनी पीएसीएल से एक बड़ी खबर आ रही है. इस कंपनी में पैसे लगाने वाले निवेशक इन दिनों बेचैन हैं. चर्चा आम है कि पीएसीएल कंपनी दिवालिया हो गई है. जो भी निवेशक परिपक्वता अवधि पूरे होने के बाद पैसे मांगने जाता है उसे कोई न कोई बहाना बनाकर बिना पैसे दिए लौटा दिया जाता है. इससे नाराज पीएसीएल के सैकड़ों निवेशकों ने पिछले दिनों पीएसीएल कंपनी के मालिक निर्मल सिंह भूंग के गुड़गांव स्थित घर के बाहर प्रदर्शन किया.

न्यूज नेशन नंबर चार तक पहुंच गया, जी न्यूज रसातल की ओर

इस साल के तीसरे हफ्ते की टीआरपी में सबसे बड़ा उलटफेर जी न्यूज और न्यूज नेशन के बीच हुआ है. जी न्यूज जो लगातार चौथे नंबर का चैनल बना हुआ था, अब पांचवें नंबर पर खिसका कर भगा दिया गया है. न्यूज नेशन ने चार नंबर की कुर्सी अपने नाम कर ली है. इस तरह जी न्यूज रसातल की ओर चल पड़ा है. मोदी और सरकार का चौबीसों घंटे गुणगान करने का खामियाजा चैनल को भुगतना पड़ रहा है. आईबीएन7 की स्थिति थोड़ी सुधरी है और यह एनडीटीवी से उपर निकल गया है. टीआरपी के आंकड़े इस प्रकार हैं….

कल्पतरु एक्सप्रेस, हर शाख पर उल्लू बैठा है….

एक समय था जब वरिष्ठ पत्रकार पंकज सिंह के समय में कल्पतरु एक्सप्रेस अखबार ने नई उंचाइयां प्राप्त की थीं। उस समय अखबार द्वारा चलाए गए मीडिया विमर्शों में जिस तरह मीडिया की नामी गिरामी हस्त‍ियां शामिल हुई थीं उसे देख तमाम स्थानीय मीडिया इकाइयों में हलचल-सी मचने लगी थीं। पर अरुण त्रिपाठी का प्रयोग …

आईबीएन7 और ईटीवी वालों ने स्ट्रिंगरों को वेंडर बना डाला! (देखें फार्म)

अंबानी ने चैनल खरीद लिया तो जाहिर है वह एक तीर से कई निशाने साधेंगे. साध भी रहे हैं. मीडिया हाउस को मुनाफे की फैक्ट्री में तब्दील करेंगे. मीडिया हाउस के जरिए सत्ता की दलाली कर अपने दूसरे धंधों को चमकाएंगे. मीडिया हाउस के जरिए पूरे देश में रिलायंस विरोधी माहौल खत्म कराने और रिलायंस पक्षधर दलाली को तेज कराने का काम कराएंगे. इस कड़ी में वे नहीं चाहते कि जिले से लेकर ब्लाक स्तर के पत्रकार कभी कोई आवाज उठा दें या रिलायंस की पोल खोल दें या बागी बन जाएं. इसलिए रिलायंस वाले खूब विचार विमर्श करने के बाद स्ट्रिंगरों को वेंडर में तब्दील कर रहे हैं. यानि जिले स्तर का आईबीएन7 और ईटीवी का स्ट्रिंगर अब वेंडर कहलाएगा और इस बाबत दिए गए फार्मेट पर हस्ताक्षर कर अपने डिटेल कंपनी को सौंप देगा.

लाजवाब! राहत इंदौरी को सुनें : …किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है… (देखें वीडियो)

जाने-माने शायर राहत इंदौरी का अंदाज-ए-बयां देखिए सुनिए. इस वीडियो में राहत इंदौरी बड़ी बारीकी, हिम्मत और स्वाभिमान के साथ सच्चे दिलों की बात को प्रकट कर रहे हैं. उनकी आखिरी लाइनें तो लाजवाब कर देने वाली है जिसमें वो कहते हैं….

दूरदर्शन की नजर में अब भी प्रधानमंत्री के पद पर मनमोहन सिंह हैं (देखें वीडियो)

दूरदर्शन न्यूज वाले सुधरने का नाम नहीं ले रहे. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय दौरे के दौरान लाइव प्रसारण में दूरदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोल दिया गया. यह काम किसी और ने नहीं बल्कि यहां के वरिष्ठ एंकर अशोक श्रीवास्तव ने किया. सोशल मीडिया पर डीडी न्यूज की इस गलती का वीडियो वायरल हो चुका है.

भगवान करें ऐसा किसी महिला एंकर के साथ न हो जो इस बिचारी के साथ हुआ (देखें वीडियो)

कोई एंकर खबर पढ़ रही हो और अचानक उसके सिर के पीछे वो बोर्ड गिर जाए जिस पर चैनल व शो का लोगो नाम आदि लिपा पुता लगा हो. इस गैर हिंदी-भाषी न्यूज चैनल के महिला एंकर को देखिए. बेचारी कितनी बढ़िया ढंग से खबर पढ़ रही थी कि अचानक जब खोपड़ी पर पीछे से बोर्ड गिरा तो माताजी को याद करने लगी.

मैंने पहली बार अमर उजाला का कंपनी रूप देखा था (किस्से अखबारों के : पार्ट-तीन)

(सुशील उपाध्याय)


भुवनेश जखमोला एक सामान्य परिवार से आया हुआ आम लड़का था। वैसा ही, जैसे कि हम बाकी लोग थे। वो भी उन्हीं सपनों के साथ मीडिया में आया था, जिनके पूरा होने पर सारी दुनिया बदल जाती। कहीं कोई शोषण, उत्पीड़न, गैरबराबरी न रहती। लेकिन, न ऐसा हुआ और न होना था। भुवनेश ने नोएडा में अमर उजाला ज्वाइन किया था। 2005 में उसे देहरादून भेज दिया गया, कुछ महीने बाद भुवनेश को ऋषिकेश जाकर काम करने को कहा गया। उस वक्त भुवनेश की शादी हो चुकी थी। अमर उजाला में काम करते हुए उसे लगभग पांच साल हो गए थे, उसे तब तक पे-रोल पर नहीं लिया गया था। पांच हजार रुपये के मानदेय में वो अपनी नई गृहस्थी को जमाने और चलाने की कोशिश कर रहा था। उसे उम्मीद थी कि एक दिन वह अपने संघर्षाें से पार पा लेगा और जिंदगी की गाड़ी पटरी पर आ जाएगा, लेकिन होना कुछ और था।

आम आदमी के सच्चे प्रतीक आरके लक्ष्मण नहीं रहे

मशहूर कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण नहीं रहे. उनका 94 साल की उम्र में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. आरके लक्ष्मण का पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में इलाज चल रहा था. वहां आज सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. पिछले कई दिनों से उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी. डॉक्टर लगातार उनकी सेहत में सुधार लाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन लक्ष्मण को आराम नहीं मिल पा रहा था. वर्ष 2010 में लक्ष्मण को स्ट्रोक हुआ था.

मालिनी पार्थसारथी, आलोक पराड़कर, बासु, विशाल, प्रेम, प्रियंका के बारे में सूचनाएं

अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ की नई एडिटर बनी हैं मालिनी पार्थसारथी. वे इस प्रतिष्ठित अखबार की पहली महिला एडिटर होंगी. वे पहली फरवरी, 2015 से दायित्व संभालेंगी. बतौर एडिटोरियल इंचार्ज मालिनी पार्थसारथी प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक्स (PRB) एक्ट के तहत न्यूज के चयन के लिए जिम्मेदारी होंगी. अखबार के पूर्णकालिक निदेशक एन रवि 31 जनवरी को हिंदू के एडिटर-इन-चीफ पद से अपना इस्तीफा देंगे.

भड़ास के साथ मजीठिया वेज बोर्ड के लिए खुलकर लड़ने वालों के लिए सूचना, 31 जनवरी को दिल्ली पहुंचें

भड़ास के साथ मिलकर मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों के अनुसार एरियर और वेतन पाने की लड़ाई लड़ने वाले उन सभी मीडियाकर्मियों के लिए एक सूचना है जो यह लड़ाई खुलकर अपने नाम पहचान के साथ लड़ना चाहते हैं. ऐसे सभी साथियों को 31 जनवरी को दिल्ली पहुंचना है. 31 जनवरी को दिल्ली में आईटीओ के पास दीनदयाल रोड स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में 12 बजे से 2 बजे तक बैठक होगी. इसमें वकालतनामा और याचिका पर हस्ताक्षर कराए जाएंगे.

राजस्थान पत्रिका के दस मीडियाकर्मियों ने सभी निदेशकों को भेजा लीगल नोटिस

राजस्थान पत्रिका से खबर है कि यहां के दस मीडियाकर्मियों ने सुप्रीम कोर्ट के एक वकील से संपर्क साधकर मालिकों को लीगल नोटिस भिजवाया है. लीगल नोटिस भिजवाने की पहल की है राजस्थान पत्रिका, उदयपुर के ललित जैन ने. ललित जैन 13 वर्षों से पत्रिका में जूनियर मेंटनेंस आफिसर के पद पर कार्यरत हैं. जैन के नेतृत्व में दस मीडियाकर्मियों ने पत्रिका जो लीगल नोटिस भिजवाया, उसे पत्रिका समूह मुख्यालय की तरफ से रिसीव भी कर लिया गया है.

सुलतानपुर के पत्रकार राज खन्ना को भारत भारती ने किया सम्मानित

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती के मौके पर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान रखने वाली सुलतानपुर की संस्था भारत भारती ने वरिष्ठ पत्रकार राज खन्ना समेत विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगो को उनके विशिष्ट कार्यों को लिए सम्मानित किया। श्री खन्ना को ‘सुलतानपुर रत्न’ के सम्मान से नवाजा गया। सुलतानपुर की जिलाधिकारी अदिति सिंह को लोकभूषण, एशियाड 2014 में कांस्य पदक विजेता मोहम्मद आजाद को सुलतानपुर रत्न, हवा से चलने वाले इंजन के आविष्कारक बंदायू के देवेन्द्र कुमार को लोकमणि, छह लोगो को लोकरत्न तथा दो लोगो को लोकदीप रत्न से संस्था द्वारा सम्मनित किया गया।

रवीश कुमार का ब्लॉग हैक

गाजियाबाद से खबर है कि वैशाली सेक्टर-5 में रहने वाले एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार का ब्लॉग हैक कर लिया गया। आरोप है कि हैकर्स ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है। इसके अलावा ब्लॉग पर कुछ आपत्तिजनक धार्मिक तस्वीरें भी पोस्ट की गई हैं। इस संबंध में रवीश ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत की। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी है। एसपी क्राइम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

‘जाट हीरोज’ समाचार पत्र का विमोचन

रोहतक। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रहबरे-ए-आजम दीनबंधु छोटूराम के 134वें जन्मोत्सव समोराह के दौरान अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से प्रकाशित किए गए समाचार पत्र ‘जाट हीरोज’ का विमोचन किया। यह समाचार पत्र जाट शिक्षण संस्थाओं में होने वाले कार्यक्रमों व उपलब्धियां का प्रकाशन करेगा, साथ ही चौधरी छोटूराम की सोच व नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा।

मित्ररंजन भाई, आपने पागुरप्रेमी पंकज परवेज का पुख्ता बचाव किया है

: पंकज परवेज का विलाप और किसी की जीत के जश्न का सवाल : किसी मित्ररंजन भाई ने अपने मित्र पंकज परवेज मामले पर जोरदार बचाव किया है। बचाव में घिसे हुए वामपंथी रेटॉरिक और शाप देने वाले अंदाज में परवेज भाई के चेहरे से नकाब खींचने वालों की लानत मलामत की गई है। लेकिन परवेज भाई की पवित्र और पाक क्षवि पर सवाल उठाने वाले लोगों को भाजपाई और संघी कहने का उनका अंदाज उस लिथड़ी हुई रजाई की तरह हो गया है जिसकी रुई की कई सालों से धुनाई नही की गई है। पार्टी और संगठन में असहमति और आलोचना पर संघी होने का ठप्पा लगा देने की रवायत बहुत पुरानी रही है। लेकिन दुर्वासा शैली में कोसने और गरियाने के बावजूद इस संगठन और पीछे की पार्टी का स्वास्थ्य दिनोंदिन खराब होता जा रहा है। लेकिन कॉमरेड लोग हैं कि मुट्ठी तानने / मारने में मशगूल हैं।

‘आप’ को जिताने में जुटा है ‘आजतक’ : अमित शाह

अब तक आरोप यह लगता रहा है कि 90 फीसदी न्यूज चैनल भाजपा के पैरोल पर चल रहे हैं लेकिन अमित शाह ने ‘आजतक’ पर आरोप लगाया है कि वह ‘आप’ को जिताने में मदद कर रहा है. इस आरोप से संबंधित खबर प्रभात खबर और टाइम्स आफ इंडिया में छपी है. पटना डेटलाइन से प्रभात खबर और टीओआई की खबर यूं है….

रवीश की किताब ‘इश्क़ में शहर होना’ का हुआ लोकार्पण

जयपुर साहित्य महोत्सव में लप्रेक-फ़ेसबुक श्रृंखला की पहली पुस्तक इश्क में शहर होना का लोकार्पण अनूठे अंदाज में संपन्न हुआ। चारबाग मंडप में आयोजित ‘कहानी की नई करवट’ सत्र में इस पुस्तक का लोकार्पण जयपुर के युवा विद्यार्थियों ने किया। इस सत्र में लप्रेककार रवीश कुमार से कथाकार अनु सिंह चौधरी ने बातचीत की। रवीश कुमार ने अपनी किताब ‘इश्क़ में शहर होना’ से कई लघु कथाओं का पाठ किया।

दैनिक भास्कर के विजय सिंह कौशिक को अभियान पुरस्कार

मुंबई। महानगर की जानीमानी सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था अभियान द्वारा आयोजित 27 वे उत्तरप्रदेश स्थापना दिवस समारोह में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने दैनिक भास्कर (मुंबई) के प्रमुख संवाददाता विजय सिंह कौशिक को राजेश मिश्र युवा पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष अमरजीत मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शुक्ल, सुप्रसिद्ध गायक व भाजपा सांसद मनोज तिवारी, भाजपा के राष्ट्रिय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी व महाराष्ट्र भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश ठाकुर आदि मौजूद थे। इस मौके पर सुप्रसिद्ध टीवी अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ल को उत्तर कला श्री पुरस्कार प्रदान किया गया। पिछले 27 सालो से मुंबई में यह कार्यक्रम आयोजित करने वाली संस्था अभियान हर साल उत्तरप्रदेश स्थापना दिवस पर विभिन्न क्षेत्रो में उल्लेखनीय उपलब्धी हासिल करने वाले उत्तरप्रदेश मूल की हस्तियों को सम्मानित करती है।

महिला विरोधी मानसिकता के प्रदर्शन के लिए आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ कार्यवाही की मांग

सामाजिक संगठन तहरीर ने यूपी आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा कार्यालय में ”अकेली महिलाओं का प्रवेश रोकने” सम्बन्धी नोटिस लगाने को लोकसेवकों के आचरण के विरुद्ध बताते हुए मामले की जांच कर आईजी को दण्डित करने की मांग करने का मांग-पत्र सूबे के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी और महिला आयोग की अध्यक्ष को भेजा है. मांग-पत्र की प्रति लखनऊ के जिलाधिकारी, डीआईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी गयी है.

अर्जेंटीना में मौत के डर से पत्रकार देश छोड़कर भागा

अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में 1994 में यहूदी समुदायिक केन्द्र में हुए बम हमला मामले की जांच कर रहे सरकारी वकील की हत्या की रिपोर्ट देने वाला पत्रकार डामिएन पैचर जान पर खतरे के डर से देश छोडकर भाग गया है। डामिएन पैचर ने वेबसाइट इनफोबी में कहा, “मैं देश छोड रहा हूं यहां मेरी जान को खतरा है। फोन टेप किए जा रहे हैं। मैं तभी वापस लौटूंगा जब मेरे सूत्र यह बताएंगे कि यहां स्थितियां बदल गई हैं।” वेबसाइट में पैचर की एक फोटो पोस्ट की गई है, जिसमें उन्होंने सनग्लास  लगाए हुए थे और कैप पहनी हुई है।

पत्रकार अमरेश मिश्र की मौत बोलेरो की टक्कर से हुई थी : पुलिस

प्रतापगढ़ : महीने भर बाद पुलिस ने पत्रकार अमरेश मिश्र की सड़क दुर्घटना में हुई मौत का खुलासा करते हुए चालक को बोलेरो समेत गिरफ्तार कर किया। सर्विलांस के जरिए पुलिस घटना का खुलासा कर सकी। बीते 22 दिसंबर को शाम लगभग सवा सात बजे लालगंज के अझारा गांव के पास सड़क हादसे में पत्रकार अमरेश मिश्र की मौत हो गई थी। उनकी मौत को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। घटना की विवेचना सीओ सिटी एमपी सलोनिया को सौंपी गई थी।

तीन साल पुरानी फोटो को कांट-छांट के बाद नया बताकर छाप रहा है अमर उजाला

अमर उजाला के गढ़वाल संस्करण में तीन साल पुरानी फोटो को काट कर पिछले दो सालों से लगातार नया फोटो बता कर छापा जा रहा है जबकि यह फोटो पूर्व में अमर उजाला में कार्यरत संवाददाता की भेजी हुई है जो कि अब संस्थान में नहीं है. इस बारे में उक्त संवाददाता द्वारा अपने फेसबुक पेज पर अपडेट भी किया गया है. इस संबंध में सूरज का फेसबुक स्टेटस इस प्रकार है…

किसान और मज़दूर विरोधी भू-अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में आंदोलन, ट्रेड यूनियन और राजनीतिक दल एकजुट

दिनांक 23-24 जनवरी 2015 को केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 के आखरी हफ्ते में लाये गए भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में जनान्दोलनों के राष्ट्रीय समन्वय (NAPM), अखिल भारतीय वन-जन श्रमजीवी यूनियन (AIUFWP), जनसंघर्ष समन्वय समिति, छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन, इंसाफ, दिल्ली समर्थक समूह एवं अन्य संगठनों ने मिलकर दिल्ली के दीन दयाल मार्ग स्थित नेहरु युवा केंद्र में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया. सभा में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखण्ड, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा के किसान और मज़दूर संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए.  इस अधिवेशन के पहले दिन केंद्र सरकार द्वारा लाये गए अध्यादेशों पर विस्तारित चर्चा हुई और भू-अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में देश व्यापी प्रतिवाद खड़ा करने की योजना बनायी गयी, जबकि दूसरे दिन जन सभा आयोजित की गयी जिसमे विभिन्न राजनितिक दलों के नेताओं ने भू-अधिग्रहण के सम्बन्ध में अपने विचार रखे.

लोनी के फरार हत्यारोपी सपा नेता फेसबुक पर दिखते करते उद्घाटन

आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने ग्राम निठौरा, थाना-लोनी गाजियाबाद निवासी ओमप्रकाश के भाई मनोज की 2006 में हुई हत्या में सीजेएम गाजियाबाद के बार-बार निर्देशों के बाद भी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी नहीं होने के सम्बन्ध में डीजीपी यूपी को पत्र लिख कर कार्यवाही की मांग की है. श्री ठाकुर ने कहा है कि हाल में 15 अक्टूबर 2014 को लोनी थाने के उपनिरीक्षक प्रीतम सिंह ने ग्राम प्रधान फतियाबाद, निठौरा की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि अभियुक्तगण अब गांव में नहीं रह रहे हैं ग्राम प्रधान सत्तो देवी बैसोया ने अपने पत्र दिनांक 25 नवम्बर में साफ़ कहा है कि किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर और मुहर लगा कर यह फर्जी प्रमाणपत्र दाखिल करवाया है.

आईआईएमसी में छात्रों ने खुद किया ध्वजारोहण, प्रशासन को चेताया

नयी दिल्ली। राष्ट्र का पर्व हो और राष्ट्र ध्वज न फहराया जाये, ये बात सभी को अखरती है। खुद को पत्रकारिता का सर्वश्रेष्ठ संस्थान कहने वाले भारतीय जनसंचार संस्थान में भी कुछ ऐसा ही हुआ। 26 जनवरी की सुबह परिसर में कोई हलचल नहीं थी, न किसी प्रकार के  आयोजन की सुगबुगाहट। परिसर के सुरक्षाकर्मियों से पूंछा गया तो बताया गया  कि संस्थान में 26 जनवरी को किसी भी प्रकार का आयोजन नहीं होता।

पंकज श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी के जरिए भड़ास के खिलाफ मोर्चा खुलवाया

Manisha Srivastava : यशवंत और उसकी भड़ास ! बरदाश्त की भी एक सीमा होती है। भड़ास का मॉडरेटर यशवंतसिंह जिस तरह मेरे पति पंकज श्रीवास्तव के खिलाफ घृणित अभियान चला रहा है, उसके बाद मेरे लिए चुप रहना मुश्किल है। हाँलाकि पंकज उसके ख़िलाफ एक शब्द न बोल रहे हैं और न ही लिख रहे हैं, पर चूंकि यशवंत ने उन्हें परेशान न करने का अपना वादा तोड़ दिया है, इसलिए उसे आईना दिखाना ज़रूरी है। खासतौर पर जब पंकज पूंजी की पत्रकारिता पर पड़े नकाब को नोचने में जुटे हैं और इसकी कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं।

“सूत न कपास जुलाहे में लट्ठम-लट्ठा”

“सूत न कपास जुलाहे में लट्ठम-लट्ठा” ये बात जाहिर होती है पत्रकारिता बचाने के नाम पर लड़ाई करने वालों के सोशल मीडिया स्वांग से| अभी हाल का ही मामला ले लीजिये एक भड़ास4मीडिया के यशवंत सिंह हैं ने आईबीएन 7 के पंकज श्रीवास्तव मामले में जिस बचपने का परिचय दिया है उससे तो यही लगता है कि चैनलों और दूसरे मीडिया संस्थानों के भीतर की खबरों को भड़ास पर दिखा के यशवंत मीडिया के नामचीन मठाधीशों में शामिल तो हो गए लेकिन भड़ास से सिर्फ उनके व्यक्तिगत संबंधों और संपर्कों के सिवा और कुछ नहीं निकला| लेकिन अगर ये अनुमान लगाया जाए कि इससे देश दुनिया समाज और खुद पत्रकारिता पर फर्क क्या पड़ा तो नतीजा ढ़ाक के तीन पात ही नज़र आता है|

दिल्ली में इन दिनों तीन-चार चैनल सुपारी जर्नलिज्म चला रहे हैं : राजदीप सरदेसाई


: चैनलों में रात में नौटंकी चलती है : पत्रकार राजदीप सरदेसाई का कहना है कि दिल्ली में इन दिनों तीन-चार चैनल सुपारी जर्नलिज्म चला रहे हैं। वहां मालिकों के इशारे पर, जो कि सरकार की तरफ देख रहे हैं, आम आदमी पार्टी को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने खुलकर कहा कि रात को चैनलों पर जो नौटंकी हो रही है, उसमें आम आदमी पार्टी पर तो चर्चा होती है, लेकिन उनके प्रतिनिधि को नहीं बुलाया जाता। दिल्ली में आखिर हो क्या रहा है?

सुनंदा हत्याकांड : एंकर राहुल कंवल और पत्रकार नलिनी सिंह से विशेष जांच दल ने की पूछताछ

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह से पूछताछ की। सिंह को सुनंदा मौत मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख पुलिस उपायुक्त प्रेम नाथ ने सरोजिनी नगर पुलिस थाने पूछताछ के लिए बुलाया था। आईपीएल के दृष्टिकोण से पूछताछ की गई। सुनंदा आईपीएल के संदर्भ में सिंह से बातचीत करना चाहती थी। सिंह से पुलिस ने करीब 80 मिनट तक पूछताछ की। सुनंदा पुष्कर मामले में सिंह से पुलिस की यह पहली पूछताछ थी।

पंकज जी की बर्खास्तगी का उत्सव मनाने वाले भाइयों, गुजारिश है कि साथ में भाजपाई एजेंडों की जीत का जश्न भी मनाते जाइए!

: आईबीएन सेवन से पंकज श्रीवास्तव की बर्खास्तगी को लेकर मीडिया में चल रही बतकही के बीच :  ”बंद हैं तो और भी खोजेंगे हम, रास्ते हैं कम नहीं तादाद में” …ये पंक्तियाँ ही कहीं गूँज रही थीं पंकज भाई की बर्खास्तगी की खबर के बाद। … बनारस आने के बाद न जाने कितनी बार उनके साथ इन पंक्तियों को दुहराया होगा। …”हम लोग कोरस वाले थे दरअसल” .… इरफ़ान भाई के ब्लॉग पर आज उसी आवाज को फिर से सुनना बढ़िया लगा. कल प्रेस क्लब में थोड़ी देर के लिए मुलाकात भी हुई कई लोगों से.…

संदर्भ- आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर की सरकारी घेराबंदी : …नहीं तो शेर खा जाएगा!

बचपन में एक कहानी सुनी थी। हांलाकि कहानी तो कहानी ही यानि मनघड़ंत होती है…मगर उससे कुछ सीख मिल जाए तो क्या बुराई है! कहानी कुछ यूं थी कि एक जंगल में चार भैंसे रहते थे। आपस में बेहद प्यार और मिलजुल कर रहते थे। वहीं एक शेर भी रहता था। जिसका मन उनका शिकार करने को हमेशा बना रहता था। लेकिन उनकी एकता के आगे उसकी कभी न चली। जब भी शेर हमला करता चारों मिलकर उसको खदड़े देते। तभी एक लोमड़ी से शेर की वार्तालाप हुई। लोमड़ी को भी शेर के शिकार में अपने पेट भरने के आसार नज़र आए और उसने शेर से कुछ वादा किया।

नईदुनिया में इन दिनों पौरस के हाथी की भूमिका कौन निभा रहा है?

नईदुनिया, इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद तिवारी ने नईदुनिया को अलविदा कहने के बाद अपने त्यागपत्र के साथ उन्होंने जो पत्र अपने साथियों को वाट्सएप के माध्यम से भेजा है, वह नीचे दिया जा रहा है. अरविंद दो साल से वरिष्ठ विशेष संवाददाता थे. एक साल से सिटी हेड की भूमिका निभा रहे थे.

आनंद पांडे ने कहा सेल्फी मेरी जिद तो रिपोर्टर ने कहा- यह पकड़ो मेरा इस्तीफा

नईदुनिया के एमपी स्टेट हेट आनंद पांडे को एक रिपोर्टर ने आईना दिखा दिया। पांडे ने कुछ दिन पहले रिपोर्टरो को फरमान सुनाया कि वे जहां भी रिपोर्टिंग के लिए जाएं वहां से अपना सेल्फी नईदुनिया के संपादकीय टीम के आफिशियल वाट्सएप ग्रुप पर डालें। उनका यह फरमान सुनकर रिपोर्टर भौचक रह गए थे। पहले दो तीन दिन को कुछ रिपोर्टरों ने इसका पालन किया पर जब मीडिया जगत में इसकी खबर फैलने के बाद उनकी हंसी उड़ने लगी और यह कहा जाने लगा कि क्या आप लोगों पर संपादक को भरोसा नहीं है तो रिपोर्टरों ने सामूहिक रूप से फैसला लेकर सेल्फी डालना बंद कर दिया।

पाठकों से खुलेआम चीटिंग : सीबीएसई का नाम लेकर एक निजी इंस्टीट्यूट की वेबसाइट को प्रमोट कर रहा है दैनिक जागरण

आदरणीय यशवंत जी, एक ओर दैनिक जागरण खुद को देश का नंबर एक अखबार होने का दावा करता है दूसरी ओर जागरण के संपादक व कार्यकारी अधिकारी समाचार पत्र को उतनी गंभीरता से नही लेते। इसकी बानगी 20 जनवरी 2015 के जागरण के बागपत संस्करण में देखने को मिली। हालाकि दी गई खबर मेरठ के एक पत्रकार ने लिखी है तो जाहिर है कि खबर मेरठ यूनिट के अन्य संस्करणों में भी गई होगी।

सहारा मीडिया में सेलरी संकट से मीडियाकर्मी परेशान, कब रुकेगा यह सिलसिला

: आधी सेलरी से कब तक काम चलाएं : महोदय, सहारा मीडिया मे काम करने वालों को लगभग एक साल से नियमित वेतन नहीं मिल रहा है. अक्टूबर का मिला दिसंबर में वो भी आधा. जनवरी 2015 में अक्टूबर का बकाया वेतन प्रबंधन ने 20 तारीख के बाद दिया. वेतन सबको एक साथ नहीं दिया जा रहा है. कैटेगरी वाईज दिया जा रहा है. वेतन न मिलने से बड़ी संख्या में कर्मचारी दूसरे संस्थानों का रुख कर रहे हैं. अब तक बड़ी संख्या में लोग सहारा को छोड़ चुके हैं. कई लोग लम्बे समय से आफिस नहीं आ रहे हैं.

अनुराग मुस्कान ‘न्यूज नेशन’ में एक बुलेटिन पढ़कर ‘इंडिया न्यूज’ वापस लौट आए, देवेंद्र देवा का ट्रांसफर, वरुण चौहान की नई पारी

खबर है कि ‘इंडिया न्यूज’ चैनल के एंकर अनुराग मुस्कान पिछले दिनों अचानक ‘न्यूज नेशन’ चैनल के हिस्से बन गए. उन्होंने बतौर एंकर नए चैनल न्यूज नेशन में एक बुलेटिन भी पढ़ा. लेकिन जाने क्या हुआ कि वह फिर वापस इंडिया न्यूज लौट आए. सूत्रों के मुताबिक अनुराग मुस्कान को इंडिया न्यूज प्रबंधन की तरफ से मनमाफिक पैसा देने की बात कही गई तो अनुराग मुस्कराते हुए पुराने घर वापस लौट आए.

एसएमएस, इस्तीफा, सोशल मीडिया, प्रेस कांफ्रेंस और प्रेस रिलीज… हिप्पोक्रेसी जारी आहे….

आईबीएन7 में एसोसिएट एडिटर रहे पंकज श्रीवास्तव वर्षों से इस चैनल में काम करते हुए चुप रहे. सैकड़ों लोग निकाले गए. चुप रहे. कई बार फिल्म सिटी में जुलूस निकले. चुप रहे. फिल्म सिटी में लोग अपने हक के लिए लड़ रहे, न्यूज रूम में कब्जा करके. चुप रहे. दर्जनों कार्यक्रमों, सेमिनारों, संगोष्ठियों में बुलाया गया. चुप रहे. पर जब छंटनी की लाठी उनके सिर पर पड़ने ही वाली थी कि बोल पड़े. यूं ही नहीं, अचानक नहीं, प्लानिंग के साथ बोल पड़े. समझदार क्रांतिकारी प्लानिंग के साथ बोलता है, या फिर लगातार चुप रहता है. लाभ जिस तरीके से मिलता हो लो, ये फंडा होता है ऐसे क्रांतिकारियों का.

मजीठिया के लिए भड़ास की जंग : दैनिक भास्कर, हिसार के महावीर ने सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए हस्ताक्षर किया

भड़ास ने मजीठिया वेज बोर्ड दिलाने के लिए जो अखिल भारतीय पहल की है, उससे देश भर के प्रिंट मीडिया कर्मियों में उत्साह है. सैकड़ों लोगों ने इस लड़ाई में शिरकत का ऐलान किया है. एक नए घटनाक्रम के तहत दैनिक भास्कर, हिसार से जुड़े रहे महावीर ने दिल्ली आकर भड़ास की पहल पर सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए तैयार याचिका और वकालतनामा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. हालांकि जो भी लोग खुलेआम अपने नाम पहचान के साथ मजीठिया के लिए मीडिया मालिकों से लड़ना चाहते हैं, उनके लिए दिल्ली आकर याचिका व वकालतनामा पर साइन करने की तारीख 27 जनवरी और 31 जनवरी रखी गई है लेकिन महावीर का मामला इसलिए अपवाद है क्योंकि इनको मजीठिया मांगने पर भास्कर प्रबंधन ने न सिर्फ उत्पीड़ित व परेशान किया बल्कि इन्हें टर्मिनेट भी कर दिया था. सात आठ महीनों से कर्ज लेकर परिवार पाल रहे महावीर दिल्ली सिर्फ यह देखने समझने आए थे कि भड़ास की लड़ाई कितनी सार्थक और सटीक है.

((सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील उमेश शर्मा के साथ दैनिक भास्कर, हिसार यूनिट के मीडियाकर्मी महावीर और भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह.))


 

Section 66A of the IT Act has been repeatedly misused in recent years

The Delhi Union of Journalists expresses its disappointment at the NDA government’s stance on the issue of revising the draconian Section 66A of the Information Technology Act. The Section, which provides for upto three years’ imprisonment for sending ‘offensive’ or ‘annoying’ messages on the Internet has been challenged by civil society activists through several PILs in the Supreme Court. The Government, which many had hoped would take a stand different from the UPA, has taken the same conservative position in its affidavits to the Supreme Court.

यूपी में महिला आयोग और मंत्री की सांठगांठ से आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर एक और बलात्कार का आरोप!

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने राज्य महिला आयोग को उनके और उनके पति आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ षडयंत्र करने का आरोप लगाते हुए इसकी गन्दी भूमिका की उच्चस्तरीय जांच कराने हेतु आज राज्यपाल की प्रमुख सचिव जुथिका पाटनकर से मुलाकात की. सुश्री पाटनकर ने इसमें न्यायसंगत कार्यवाही की बात कही. सुश्री ठाकुर के अनुसार एक ही दिन (14 जनवरी) को लगातार क्रम संख्या 1501 और 1502 पर दो शिकायतें राज्य महिला आयोग को मिलीं, एक में गाजियाबाद की एक महिला का आरोप है कि उन्होंने उसे नौकरी के बहाने लखनऊ बुला कर पति से रेप कराया, दूसरे में एटा की लड़की का कहना है कि डॉ ठाकुर एनजीओ के नाम पर लड़की सप्लाई करती हैं और उस औरत को जबरदस्ती अपने पति के पास तेल मालिश और दुराचार के लिए भेजा.

खबर हटवाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने TwoCircles.Net को जारी किया नोटिस

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2011 में प्रकाशित एक खबर को हटवाने के लिए द्विभाषीय खबरी वेबसाईट TwoCircles.Net यानि TCN को कानूनी नोटिस भेजा है. 2011 में वेबसाईट पर छपी इस खबर में महाराष्ट्र पुलिस में महिला कॉन्स्टेबल प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण के दौरान गर्भवती हो जाने का ज़िक्र है. 20 जनवरी 2014 को जारी इस नोटिस में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा है कि उन्हें किसी से शिक़ायत मिली कि कोई पुलिस विभाग के सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहा है और वेबसाईट पर विभाग के सन्दर्भ में तथ्यहीन, आधारहीन, झूठी और अपमानजनक खबर छापी गयी हैं.

दिल्ली विस चुनाव में न्यूज चैनल खुल्लमखुल्ला ‘आप’ और ‘भाजपा’ के बीच बंट गए हैं

Dayanand Pandey : दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार टीवी चैनल खुल्लमखुल्ला अरविंद केजरीवाल की आप और भाजपा के बीच बंट गए हैं। एनडीटीवी पूरी ताकत से भाजपा की जड़ खोदने और नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकने में लग गया है। न्यूज 24 है ही कांग्रेसी। उसका कहना ही क्या! इंडिया टीवी तो है ही भगवा चैनल सो वह पूरी ताकत से भाजपा के नरेंद्र मोदी का विजय रथ आगे बढ़ा रहा है। ज़ी न्यूज, आईबीएन सेवेन, एबीपी न्यूज वगैरह दिखा तो रहे हैं निष्पक्ष अपने को लेकिन मोदी के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाने में एक दूसरे से आगे हुए जाते हैं। सो दिल्ली चुनाव की सही तस्वीर इन के सहारे जानना टेढ़ी खीर है। जाने दिल्ली की जनता क्या रुख अख्तियार करती है।

अफॉर्डेबल कीमत पर दो-तीन महीनों में मिलेगी हेपेटाइटिस सी की नई दवा सॉवैल्डी!

(स्वामी मुकेश यादव)


Mukesh Yadav : सॉवैल्डी (Sovaldi) यानी Sofosbuvir (केमिकल नाम) को क्रोनिक हेपेटाइटिस सी (एचसीवी) के उपचार में चमत्कारिक दवा बताया जा रहा है। अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी जिलैड साइंसेज ने यह दवा तैयार की है। इस दवा से एचसीवी (जेनोटाइप 1, 2, 3 और 4) पूरी तरह क्योरेबल बताया जा रहा है। एचसीवी का यह पहला, ऑरल ट्रीटमेंट रेजीम (सिर्फ खाने की दावा से इलाज) है; इंजेक्शन की ज़रूरत नहीं होगी! इसके तहत अमूमन रोगी को 12 सप्ताह (उपचार की अवधि इन्फेक्शन की इंटेंसिटी पर निर्भर करती है) तक बस एक टेबलेट रोज खानी होती है। अमेरिका में यह दवा पिछले साल ही बाजार में उपलब्ध हो गई थी। हालांकि दवा की कीमत वहां आश्चर्य जनक रूप से महंगी है। सॉवैल्डी की सिर्फ एक गोली $1000 यानी करीब 62 हजार की है! 12 सप्ताह का कोर्स $84000 है!

यूपी में राज्य सूचना आयुक्त की कुर्सी की दौड़ में कौन-कौन पत्रकार और अफसर शामिल थे, पढ़ें उनका नाम

लखनऊ : जनसूचना अधिकार अधिनिमय (आरटीआई) ने जहां आम आदमी को राहत दी है,वहीं कई लोग सरकार से जानकारी हासिल करने के लिये इसे मजबूत हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। आरटीआई का पालन हो।जनता को मांगी गई सूचनाएं समय पर मिलें इसकी जिममेदारी तमाम सरकारी और अर्धसरकारी विभागों में  जनसूचना अधिकारियों के कंधों पर है। अगर कोई अधिकारी सूचना देने में आनाकानी करता है तो राज्य सूचना आयुक्तों का दरवाजा खटखटाया जा सकता है। सूचना आयुक्त जानकारी न देने वाले अधिकारी को तलब कर सकता है और जरूरत पड़े तो जुर्माना भी लगा सकता है। यही वजह है सूचना आयुक्तों का पद काफी महत्वपूर्ण हो गया है।

पंकज श्रीवास्तव की प्रेस कांफ्रेंस के लिए केजरीवाल ने जुटा दी मीडिया वालों की भीड़!

अगर फिक्सिंग होती है तो हर कदम पर दिखने लगती है. नाकारापन और अकर्मण्यता के आरोपों में आईबीएन7 से निकाले गए पंकज श्रीवास्तव ने तयशुदा रणनीति के तहत अपने संपादक को एक मैसेज भेजा. उस मैसेज का स्क्रीनशाट लिया. उसे क्रांतिकारी भाषण के साथ फेसबुक पर लगा दिया. ‘आप’ वालों ने फेसबुक और ट्विटर पर पंकज को शहीद बताते हुए उनके मसले को वायरल करना शुरू किया. ‘आप’ नेता आशुतोष, जो कभी आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर रह चुके हैं, ने पंकज के मसले को जोरशोर से सोशल मीडिया पर उठाया.

‘इंडिया टीवी’ की गाड़ी पर ‘कमल’ का फूल खिला!

ट्वीटर पर आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने इस तस्वीर को ट्वीट किया है. उन्होंने Bhagwant Mann ‏@bhagwantmann ट्वीट करके लिखा है: गौर से देखिए.. समझिए… मीडिया की गाड़ी में कमल का फूल खिलेगा… तो टीवी पर देखने को क्या मिलेगा??

नेशनल दुनिया अखबार को जारी नोटिस पर हुई सुनवाई, प्रबंधन की तरफ से कोई नहीं आया

EPFO नोएडा में दिनांक 20 जनवरी को भविष्य निधि अधिनियम का पालन न करने पर नेशनल दुनिया अखबार को प्रकाशित करने वाली कंपनी EssBee Media Pvt Ltd. को जारी नोटिस पर सुनवाई हुई। कंपनी की तरफ से कोई उपस्थित नहीं हुआ। पीड़ित कर्मचारियों ने अपने रिप्रजेंटेशन में कंपनी पर जान बूझ कर कर्मचारियों के हक़ को मारने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सिस्टम को तोड़ना कंपनी की आदत हो गयी है और पोलिटिकल बैकिंग के चलते सब कुछ मैनेज किया जा सकता है।

तब पंकज श्रीवास्तव की तनी हुई मुट्ठियां लाखों के पैकेज में विश्राम कर रही थीं!

(दयानंद पांडेय)


Dayanand Pandey : पत्रकारिता में गीदड़ों और रंगे सियारों की जैसे भरमार है। एक ढूंढो हज़ार मिलते हैं। जब लोगों की नौकरियां जाती हैं या ये खा जाते हैं तब तक तो ठीक रहता है। लोगों के पेट पर लात पड़ती रहती है और इन की कामरेडशिप जैसे रजाई में सो रही होती है। लेकिन प्रबंधन जब इन की ही पिछाड़ी पर जूता मारता है तो इन का राणा प्रताप जैसे जाग जाता है।

अंग्रेजी दैनिक के संपादक ने शुरू की सचिवालय में हंगर स्ट्राइक

: अखबारों में छपे सरकारी विज्ञापनों का भुगतान न जताने पर अपनाया गांधीवादी तरीका : देहरादून । नौकरशाहों की मनमौजी और लापरवाही के कारण आये दिन मंत्री और विधायक ही परेशान नहीं है, मीडिया भी इससे अछूता नहीं है। स्थिति अब यहां तक जा पहुंची है कि बकाया भुगतान के लिए उन्हें भूख हड़ताल करने के मजबूर होना पड़ रहा है।  मंगलवार को राज्य की नौकरशाह से आजिज आकर अंग्रेजी दैनिक गढ़वाल पोस्ट के संपादक सतीश शर्मा ने मुख्य सचिव के कार्यालय पर भूख हड़ताल शुरू कर दी। शर्मा ने बताया कि छोटे अखबारों को सरकार वैसे ही विज्ञापन देती नहीं, है। जो विज्ञापन मिलते हैं, उनका भुगतान नहीं किया जाता।

पेंदी रहित पंकज परवेज उर्फ पंकज श्रीवास्तव के विलाप के पीछे की कुछ कहानियां

साथ मिलेगा…भरपूर मिलेगा पंकज श्रीवास्तव उर्फ ‘पंकज परवेज’। आप बस जाकर मुट्ठी ताने रहिए मुट्ठीगंज में….सॉरी कर्नलगंज में। सुना है आप सीपीआई-एमएल (लिबरेशन) में होल टाइमर थे। कब थे ये तो नहीं पता लेकिन “लाल फरेरे तेरी कसम, इस जुल्म का बदला हम लेंगे”…। लेकिन परवेज भाई अभी तो कुछ ही महीनों पहले आपने फेसबुक पर अपना नाम बदल लिया था, पंकज श्रीवास्तव से ‘श्रीवास्तव’ हटाकर ‘परवेज’ रख लिया था। आज देख रहा हूं कि बर्खास्तगी विलाप में आप ‘परवेज’ नाम को हटाकर दोबारा ‘वास्तव में श्री’ हो गए हैं। खैर मजाक छोड़िए अब तो हम आपको परवेज भाई ही कहेंगे।

अखबारों के मालिकों का नाम, पता, मेल आईडी भड़ास को बताएं ताकि नोटिस भेजा जा सके

दोस्तों, मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर आर-पार के जंग की तैयारी तेजी से चल रही है. दर्जनों साथियों ने बतौर फीस छह छह हजार रुपये जमा करा दिए हैं और सैकड़ों लोग इस काम में लगे हुए हैं. आप सभी को कई सूचनाएं देनी और लेनी हैं. सबसे पहली सूचना तो ये कि जिन-जिन साथियों ने खुली लड़ाई का ऐलान किया है, यानि अपने नाम पहचान के साथ मालिकों से लड़ने की ठानी है, वे 27 जनवरी या 31 जनवरी को दिल्ली में रहें. जो लोग 27 को नहीं आ पाएं वो 31 को जरूर आ जाएं.

आशुतोष से फिक्सिंग के बाद ‘बागी’ बने पंकज श्रीवास्तव, 2017 में ‘आप’ के टिकट से यूपी में लड़ेंगे चुनाव!

एसोसिएट एडिटर पंकज श्रीवास्तव को नान-परफारमेंस में खुद की बर्खास्तगी का एहसास पहले से था. इसी कारण उन्होंने कभी आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर रहे और आजकल ‘आप’ के खास नेता बने घूम रहे आशुतोष से संपर्क साधा. आशुतोष के जमाने में ही पंकज श्रीवास्तव की भर्ती हुई थी. आशुतोष और पंकज की डील हुई. इसी डील के तहत यह तय हुआ कि ऐन चरम चुनावी प्रक्रिया के बीच पंकज श्रीवास्तव अपने नए मैनेजिंग एडिटर सुमित अवस्थी को ‘आप’ और केजरीवाल को लेकर एक मैसेज करेंगे. सबको पता है कि टीवी में इस तरह के आंतरिक मैसेज का अंजाम क्या होता है. पंकज श्रीवास्तव को समय से पहले यानि चुनाव बाद तय बर्खास्तगी से पहले ही बर्खास्त कर दिया गया.

आईबीएन7 में कचरा हटाओ अभियान जारी, अबकी पंकज श्रीवास्तव हुए बर्खास्त

आईबीएन7 न्यूज चैनल में कचरा हटाओ अभियान जोरों से जारी है. कई सालों से लाखों रुपये की सेलरी लेकर कुंडली मारे बैठे पत्रकार पंकज श्रीवास्तव को प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया है. पंकज श्रीवास्तव को संजीव पालीवाल की टीम का प्रमुख सदस्य बताया जाता है. चैनल का प्रबंधन नए हाथों में आने के बाद पुरानी टीम के लोगों को परफार्म करने के लिए छह महीने का वक्त दिया गया लेकिन पुराने लोगों ने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिससे चैनल की साख छवि रेटिंग सुधर सके. इस कारण सबसे पहले संजीव पालीवाल पर गाज गिराई गई. उसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा था कि पंकज श्रीवास्तव भी जल्द नपेंगे. इस बारे में भड़ास ने पहले ही इशारों इशारों में संभावना जता दी थी.

फॉक्स न्यूज पर मुकदमा दायर करेगा फ्रांस

फ्रांस ने मंगलवार को कहा कि वह अमेरिकी टीवी चैनल फॉक्स न्यूज पर मुकदमा दायर करेगा। फॉक्स न्यूज ने एक रिपोर्ट पेश की थी जिसमें कहा गया था कि फ्रांस की राजधानी पैरिस में कुछ नो गो जोन हैं जहां सिर्फ मुस्लिम रहते हैं। पुलिस और दूसरे धर्मों के लोग वहां जाने से बचते हैं।

डॉ. कायनात काज़ी के ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ श्रृंखला के द्वितीय संस्करण का ग्रेटर नोएडा में हुआ आगाज़

ग्रेटर नोएडा में स्थित विश्व विख्यात शिव नाडार विश्वविद्यालय परिसर में 27 जनवरी तक चलने वाली ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन जाने-माने एयरोस्पेस वैज्ञानिक डॉ. एस एन बालाकृष्णन ने किया। फोटोग्राफर व ट्रेवल राइटर डॉ. कायनात काज़ी अपने भारत भ्रमण के दौरान संजोई हुई यादों को फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से कला प्रेमियों के समक्ष रखा है। काजी इससे पूर्व कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की फोटो प्रदर्शनियों में शिरकत कर चुकी हैं। इसके अलावा वह दिल्ली फोटोग्राफी क्लब की सदस्य भी हैं। काजी का ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ श्रृंखला का यह द्वितीय संस्करण है। इससे पूर्व पिछले वर्ष नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ श्रृंखला का पहला संस्करण आयोजित किया जा चुका है।

कोयलांचल के पत्रकार वेद प्रकाश जिंदगी-मौत से जूझ रहे, मदद की जरूरत

कोयलांचल के जुझारू पत्रकार वेद प्रकाश आज जिंदगी और मौत से जब जूझ रहे हैं तो कोयलांचल के बहुत कम साथी हैं जिन्हें वह याद आते हैं. करीब दो दशक पहले भारतीय खनि विद्यापीठ की निबंध प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने के बाद धनबाद के एक स्थानीय दैनिक ने अपने यहां काम करने का अवसर दिया. और यहीं से शुरू हुई उसकी पत्रकारिता. दस साल पहले ‘प्रभात खबर’ के धनबाद संस्करण में काम करते हुए गिरिडीह राइफल लूट कांड, महेंद्र सिंह हत्याकांड और भेलवाघाटी उग्रवादी घटना की रिपोर्टिग के लिए काम निबटाकर रात तीन बजे धनबाद से गिरिडीह जाना हम साथी भूल नहीं सकते.

नितिन गडकरी ने कहा- पत्रकारों को टोल प्लाजा पर नहीं मिलेगी छूट

लखनऊ।  केंद्रीय सडक परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों को टोल प्लाजा और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने पक्के पुलों पर अपना परिचय पत्र दिखा कर छूट देने का उत्तर प्रदेश सरकार का अनुरोध ठुकरा दिया है। उन्होने यह जरूर कहा कि यदि राज्य सरकार चाहे तो राज्य के राजमार्गो पर बने टोल प्लाजा पर पत्रकारों को छूट दे सकती है।

Doordarshan’s website relaunched to increase accessibility

New Delhi, 21st Jan: The public broadcaster of India, Doordarshan’s website, www.ddindia.gov.in was launched with a new look on 14th January 2015. The new look of the website is very fresh, vibrant, contemporary and colorful. The emphasis is as much on aesthetic appeal as it is on content and administration related details. The new website also offers ease of navigation as it has dedicated pages of each national channel including one for DD Kisan channel which is yet to be launched.

दिल्ली में रेप, उत्पीड़न और उपेक्षा की शिकार मेडिकल छात्रा ने खुद की कहानी फेसबुक पर विस्तार से बयान की

my story… I am working in a reputed medical institute in Delhi and a victim of the attrocities and crime committed against me by Mr Manoj Kumar S/O Raghaw Pandey resident of village: Adapur, Shyampur, Motihari, Champaner, Bihar. He is a Phd scholar in Dept of Microbiology, Dept of lab medicine, AIIMS under the supervision of Dr Sarman Singh. What has happened with is the rememberence of the time when the women were downtrodden by the powerfull persons in the past. With malafide intentions this Manoj Kumar befriended with me through common friends and then contacted me through social media, he started showing interets in me through common friends.

दिल्ली में रेप की शिकार और सिस्टम से उत्पीड़ित इस मेडिकल छात्रा को कैसे मिले न्याय?

(रेपिस्ट, धोखेबाज और चीटर मनोज कुमार की तस्वीर दिखाती पीड़ित मेडिकल छात्रा)


वे दोनों नेटवर्किंग साइट्स के जरिए मिले. फ्रेंड बने. लड़का ध्यान, योग, मोक्ष के नाम पर चलाए जा रहे एक एलीट किस्म की आध्यात्मिक संस्था से जुड़ा था. वह लड़की को भी इस संस्था के बैनर तले जोड़कर उसके करीब आने लगा. लड़की बड़े पवित्र भाव से इस संस्था से जुड़ी. धीरे धीरे दोनों की दोस्ती प्रगाढ़ होने लगी. लड़का और लड़की दोनों मेडिकल बैकग्राउंड के हैं. शायद इसलिए दोस्ती जल्दी हुई. दोनों में आध्यात्मिक बातें होती रहीं. लड़का और लड़की दोनों अलग-अलग प्रदेशों से हैं. दोनों दिल्ली में मेडिकल फील्ड में पढ़ाई और ट्रेनिंग कर रहे हैं. लड़के का नाम है मनोज कुमार जो बिहार का रहने वाला है. लड़की ने दोस्ती को दोस्ती समझा लेकिन मनोज कुमार के मन में कुछ दूसरा पक रहा था.