यूपी के संभल जिले से खबर है कि दैनिक भास्कर अख़बार यहां से भी शुरू होने जा रहा है. अख़बार की शुरुआत 1 जून से होगी. जिला कार्यालय की तैयारी जोर शोर से चल रही है. संभल में दैनिक भास्कर डाट कॉम में कार्य कर रहे पत्रकार अंकित गोस्वामी अपनी टीम के साथ इस अख़बार …
Month: May 2017
पत्रकारिता दिवस मनाने प्रेस क्लब जा रहे उत्तराखंड के सीएम को देहरादून के पत्रकारों की एक पाती
सीएम साहब के नाम पत्रकारों की पाती
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, सुना है आप पत्रकारिता दिवस मनाने प्रेस क्लब जा रहे हैं। महोदय जाना न जाना आपका विवेकपूर्ण निर्णय होना चाहिए। कुछ तथ्य आपके ध्यानार्थ हैं।
कोई मीडिया वाला अगर पत्रकारिता न कर रहा हो और गाड़ी पर प्रेस लिखवाए हो तो क्या वो भी जेल जाएगा?
Dinesh Choudhary : इलाहाबाद हाईकोर्ट का यह फैसला गौरतलब है। आप प्रेसवाले नहीं हैं और प्रेस लिखते हैं तो चारसौबीसी के मामले में जेल जा सकते हैं। पर आप प्रेस वाले हैं और पत्रकारिता न कर कुछ और करते हैं, तब कौन-सा मामला बनता है? थिएटर एक्टिविस्ट और जर्नलिस्ट दिनेश चौधरी की एफबी वॉल से.
‘निवेश मंथन’ ने दिया मुफ्त सब्सक्रिप्शन का तोहफा
हिंदी की चर्चित आर्थिक पत्रिका ‘निवेश मंथन’ ने अपने विस्तार के लिए एक आक्रामक रणनीति अपना ली है। इस प्रिंट पत्रिका ने इस रणनीति के तहत डिजिटल में भी पैठ जमाने के लिए छह महीने तक निःशुल्क डिजिटल सब्सक्रिप्शन देने की योजना शुरू की है। कोई भी व्यक्ति केवल एक ईमेल या व्हाट्सऐप्प से संदेश भेज कर या निवेश मंथन वेबसाइट ( www.niveshmanthan.in ) पर एक छोटा फॉर्म भर कर इस पत्रिका का छह महीने का डिजिटल सब्सक्रिप्शन मुफ्त पा सकता है, जो उसके लिए एक तरह से 180 रुपये का मुफ्त उपहार होगा।
वास्तु विहार घोटाला (5) : भाजपा सांसद मनोज तिवारी के अलावा शशिकांत चौधरी और विनय तिवारी पर भी गबन का मुकदमा
आज कई अखबारों और वेबसाइटों पर वास्तु विहार घोटाले को लेकर मुकदमा दर्ज किए जाने की खबर है. दरभंगा में भाजपा सांसद और दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के अलावा इस घोटाले में जिन दो अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है, उनके नाम हैं- शशिकांत चौधरी (कार्यपालक निदेशक बिल्डर वास्तु बिहार मेसर्स दरभंगा) और विनय कुमार तिवारी उर्फ विजय कुमार तिवारी (महाप्रबंधक, वास्तु विहार बी2, ग्रेंड चंद्रा अपार्टमेंट, फ्रेजर रोड, पटना)। इनके विरुद्ध आपराधिक षडयंत्र, ठगी, धोखाधड़ी कर राशि गबन का मामला मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दर्ज कराया गया.
थाने में एसएसआई पैर पसार कर सो रहा, परिजन हवालात के पास जाकर आरोपियों से मुलाकात कर रहे (देखें वीडियो)
आगरा पुलिस की सजगता का एक नमूना कैमरे में कैद किया गया है. मीडिया की एक टीम ने जब हरीपर्वत थाने में रात एक बजे प्रवेश किया तो पाया कि एसएसआई पैर पसार कर सो रहे हैं और हवालात के पास जाकर परिजन आरोपियों से मुलाक़ात कर रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि थाने चौकियों में किस तरह की सतर्कता बरती जा रही है. थाने राम भरोसे चल रहे हैं.
अखबार में फर्जी विज्ञापन देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले हुए गिरफ्तार (देखें वीडियो)
अखबारों में लुभावने विज्ञापन देकर लोन कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का आगरा की पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह का खुलासा करते हुए आगरा पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया। इन आरोपियों के पास एक 99 लाख का फर्जी डीडी और एसबीआई का फर्जी आई कार्ड भी बरामद हुआ। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
75 साल इप्टा के
‘जो पुल बनाएंगे
वे अनिवार्यतः पीछे रह जाएंगे
सेनाएं हो जाएंगी पार
मारे जायेंगे रावण
जयी होंगे राम
जो निर्माता रहे
इतिहास में बंदर कहलायेंगे’।
-‘अज्ञेय’
हे जागरण वालों! फर्जी विज्ञापन के जरिये मीडियाकर्मियों का माखौल उड़ाना बंद करो
अक्टूबर 2015, अगस्त 2016, जनवरी 2017 और अभी मई 2017… इतने लम्बे समय से दैनिक जागरण विज्ञापन जारी करके मीडिया कर्मी ही ढूंढ रहा है। अरे भई साफ लिखो न कि हमको पत्रकार नहीं, मजदूर चाहिए जो न तनख़्वाह मांगे और न ही मजीठिया वेज बोर्ड। नौकरी के लिए जारी विज्ञापनों में दैनिक जागरण ने बायोडाटा भेजने के लिए पहले तो मेल आईडी hr@nda.jagran.com देता रहा, अब career@jagran.com पर रिज्यूम मांग रहा। लेकिन career@jagran.com पर कोई भी मेल सेंड नहीं कर पा रहा।
जागरण में प्रकाशित वो विज्ञापन जिसमें बायोडाटा भेजने के लिए जिस मेल आईडी का उल्लेख किया गया है, वह काम नहीं कर रहा.
मजीठिया से डर गया किशोर वाधवानी, एक कर्मी का किया ट्रांसफर
जबलपुर। इन दिनों दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी मजीठिया आयोग की सिफारिशों से इतने डरे हुए हैं कि वे अपने कर्मचारियों को परेशान करने पर तुल गए हैं। दबंग दुनिया जबलपुर से एक ऐसी ही खबर है।
‘नेशनल वायस’ के पत्रकार से भिड़े दरोगा को एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्र ने सिखाया तगड़ा सबक
अपने पत्रकारों के लिए हमेशा ढाल की तरह अड़ने-लड़ने वाले नेशनल वायस चैनल के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्र ने एक ताजा मामले में अपने पत्रकार से बदतमीजी व मारपीट करने वाले दरोगा को तगड़ा सबक सिखाया है. दरोगा को न सिर्फ लाइन हाजिर कराया बल्कि सस्पेंड भी करा दिया. दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच अलग से बैठा दी गई है. घटना मऊ जिले की है.
Vastu Vihar Scam (4) : पटना में भी भाजपा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ दर्ज हो चुकी है एफआईआर
वास्तु विहार घोटाले में अलग-अलग जगहों पर मुकदमों का क्रम साल भर पहले से शुरू हो गया लेकिन इस घोटाले पर मीडिया वाले रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं. इस स्कैम का सबसे पहले भड़ास ने खुलासा किया. किसी भी मुख्यधारा के अखबार और चैनल ने वास्तु विहार घाटाले पर एक लाइन नहीं छापा न दिखाया. ऐसा माना जा रहा है कि मीडिया वाले भाजपा के शीर्ष नेताओं और केंद्र-राज्य की सरकारों के दबाव / प्रलोभन के कारण मनोज तिवारी के खिलाफ कुछ नहीं छाप रहे हैं. मनोज तिवारी की जगह अगर यही आरोप आम आदमी पार्टी के किसी नेता पर लगा होता तो सारे चैनल पूरे दिन इसी घोटाले के गड़े मुर्दे खोदते रहते. इसे ही कहते हैं मीडिया का नंगा और दोगला चेहरा.
Vastu Vihar Scam (3) : भाजपा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ फ्राड और चीटिंग का केस दर्ज
वाराणसी : जनता के अरबों रुपये लेकर चंपत होने वाली कंपनी वास्तु विहार के ब्रांड अंबेसडर रहे मनोज तिवारी, जो सांसद तो हैं ही, भाजपा दिल्ली के अध्यक्ष भी हैं, के खिलाफ फ्रॉड और चीटिंग का केस दर्ज कर लिया गया है. यह केस एक पीड़ित उपभोक्ता ने बिहार के दरभंगा जिले में दर्ज कराया है.
दैनिक जागरण आफिस में भड़ास4मीडिया डॉट कॉम पढ़ना मना है!
अभिव्यक्ति की आजादी का झूठा ढिंढोरा पीटता है दैनिक जागरण… मीडिया वालों की खबर देने वाले पोर्टल भड़ास4मीडिया पर लगा रखा है प्रतिबंध… बड़े-बड़े लेखों और मंचों के जरिए दैनिक जागरण के संपादक-मालिक लोग हमेशा से आवाज उठाते रहते हैं कि अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए. ये लोग अपने मीडिया कर्मचारियों को भी नसीहत देते हैं कि तथ्य के साथ बातों को रखा जाए, लोकतंत्र में हर खंभे को सम्मान दिया जाए. लेकिन वास्तविकता कुछ और भी है. आज उस समय बहुत बुरा फील हुआ जब पत्रकारिता जगत की खबर देने वाले पोर्टल भड़ास4मीडिया के बारे में पता चला कि इस पर दैनिक जागरण के राष्ट्रीय ऑफिस में पूर्णत प्रतिबंधित लगाया हुआ है.
पंचकूला में पत्रकार सम्मेलन के नाम पर हरियाणा सरकार ने लाखों लुटाए
प्रदेश भर से पत्रकारों को एसी बसों में भरकर पंचकूला लाया गया, पंजीकरण के दौरान बैगों के लिए पत्रकारों में रही मारा-मारी
दीपक खोखर
पंचकूला। हरियाणा सरकार ने शनिवार को पंचकूला में पत्रकार सम्मेलन के नाम पर लाखों रूपए लुटाए। प्रदेश भर से पत्रकारों को एसी बसों में भरकर पंचकूला लाया गया। यहां सिर्फ और सिर्फ सीएम मनोहर लाल खट्टर का उपलब्धियों के नाम पर भाषण रहा। एक ओर जहां सीएम ने पत्रकारों को अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाई, वहीं पत्रकारों से सहयोग भी मांगा। पत्रकार तो बड़ी उम्मीद के साथ सम्मेलन में पहुंचे थे, लेकिन यह पूरा कार्यक्रम सैर सपाटे के अलावा कुछ और नहीं रहा। यही नहीं, सम्मेलन में पंजीकरण के दौरान मिलने वाले बैगों के लिए पत्रकारों में मारा-मारी रही। हालांकि सीएम ने अपनी ओर से कुछ घोषणाएं कर पत्रकारों को खुश करने का प्रयास किया।
पत्रकार सम्मेलन में मौजूदगी दर्शाने के लिए सेल्फी लेना उचित समझा। फोटो : दीपक खोखर
बीस साल पत्रकारिता कर चुके हरियाणा के पत्रकारों को सीएम खट्टर देंगे दस हजार रुपये मासिक पेंशन!
पंचकूला : सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकार सम्मेलन के दौरान पत्रकारों के लिए अनेक घोषणाएं की। घोषणाओं में 20 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले मीडियाकर्मियों को 10 हजार रुपए मासिक पेंशन, सांझा आधार पर 10 लाख रुपए और 20 लाख रुपए का जीवन बीमा, 5 लाख रुपए तक की एक नई कैशलेस मैडिक्लेम योजना और उपमंडल स्तर पर इलैक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को मान्यता देने की सुविधा मुहैया करवाना शामिल है।
Central government passed bill just before Ramzan to cause problems to Muslims!
Supreme court, President of India do Justice to Save India… Bismillah ir Rahman ir Rahim. One Country, two slaughter laws, Based on Religion is Pakistani Mentality, not Indian. Central gov passed a law that Cows and Buffallo cannot be traded for slaughter or transportation. Ok, MS Maneka Gandhi, if Central gov passed law which forbids sale or transportation of Cows and Buffallos for slaughter, then why are the 10 big butcher houses of india, which are owned by hindus, are slaughtering Lakhs of Buffallo daily and sending the beef to foreign countries.
फैजाबाद में अमर उजाला के पत्रकार तीन दिन से कलम बंद हड़ताल पर, नहीं सुन रहा प्रबंधन
फैजाबाद। दूसरों की सहायता और समस्याओं को उठाने वाले अमर उजाला के फैजाबाद शहर के रिपोर्टरों की कोई नहीं सुन रहा है। पिछले तीन दिनों से सभी रिपोर्टर विभिन्न समस्याओं को लेकर कलम बंद हड़ताल पर हैं। इसकी सूचना लखनऊ और नोयडा तक बैठे बड़े अधिकारियों के पास पहुंची है। लेकिन फैजाबाद में कलम बंद हड़ताल करने वाले पत्रकारों से वार्ता या उनके दुख-सुख की जानकारी लेने कोई नही पहुंचा है।
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार राजू मिश्र ‘रेड इंक अवार्ड-2017’ से नवाजे जाएंगे
राजू मिश्र
पर्यावरण श्रेणी में बाजी मारी हिंदी ने… मुंबई प्रेस क्लब द्वारा हर साल दिए जाने वाले रेड इंक अवार्ड के लिए पहली बार हिंदी की किसी प्रविष्टि ने अपनी जगह पक्की की है। यह पुरस्कार बुंदेलखंड के सूखे की रिपोर्टिंग के लिए दैनिक जागरण – लखनऊ के वरिष्ठ समाचार संपादक राजू मिश्र को दिया जाएगा। पर्यावरण श्रेणी का यह सम्मान अंग्रेजी के फर्स्ट पोस्ट की टीम के साथ संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा। फर्स्ट पोस्ट की रिपोर्टिंग मराठवाड़ा के सूखे से संबंधित थी।
उद्यान के लिए आरक्षित जमीन पर न्यूज चैनल वालों ने कब्जा जमाया (देखें तस्वीरें)
भूमि माफिया के तर्ज पर लिखी गई यह चेतावनी देती इबारत साधारण इबारत नहीं है. छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर की पॉश कालोनी में उद्यान के लिए आरक्षित यह जमीन विवादित रही है… विगत 14 वर्षोँ से उद्यान तो था नहीं सो यूं ही खाली पड़ी थी जमीन. पिछले महीने रातोंरात इसे घेर कर गोलमाल भाषा में मीडिया से संबद्ध बताने का प्रयास किया जा रहा है… जमीन लगभग 2 दो एकड़ है… कीमत 15 से 20 करोड़ रुपये की है.
तीस मई को पत्रकारिता दिवस पर आजमगढ़ में सेमिनार, यशवंत होंगे मुख्य वक्ता
30 मई को आजमगढ़ में पत्रकारिता दिवस के मौके पर एक सेमिनार का आयोजन पत्रकार संगठनों की तरफ से किया जा रहा है. इस आयोजन में मुख्य वक्ता भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह होंगे. पत्रकारिता के सामने चुनौतियों को लेकर होने वाले इस विमर्श में मुख्य अतिथि प्रो. ओम प्रकाश सिंह होंगे जो महात्मा गांधी विद्यापीठ के मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान के निदेशक हैं. विषय प्रवर्तन करेंंगे वरिष्ठ समाजवादी विचारक विजय नारायण.
जो ब्यूरो की स्पेलिंग ठीक से नहीं लिख सकते, वो पत्रकार बने बैठे हैं (देखें आईकार्ड)
इस आईडी कार्ड को देखिए. साहब कितने बड़े पत्रकार हैं. कई चैनलों के लोगो लगे हुए हैं इनके कार्ड पर. लेकिन ब्यूरो की स्पेलिंग सही नहीं लिखवा पाए. सोचिए, जिसे ब्यूरो की स्पेलिंग सही नहीं लिखनी आती, वे पत्रकार बने बैठे हैं. ब्यूरो की स्पेलिंग एक जगह नहीं बल्कि तीन बार गलत दर्ज है जितने चैनल और संगठन, उतने ही ब्यूरो. एक पत्रकार के कंधे पर न जाने कितने ब्यूरो का बोझ है, सो गलती लाजमी है. 🙂
बागी विरासत को याद करने के लिए क्रांतितीर्थ पचनदा के तट पर लगी जनसंसद
जंग-ए-आजादी 1857 के 160 पूरे होने पर चंबल के क्रांतिवीरों को दी गयी सलामी
यह पहली बार हुआ है। चंबल की वादियों से जय हिंद का जयघोष गूंजा है। यह देश भर के लिए चंबल का संदेश कि अब वह अपने हक और हुकूक के लिए चुप नहीं बैठेंगे। बात अब गोली से नहीं उस झंडे से होगी जिसकी रक्षा के लिए चंबल के वीरों ने सबसे अधिक आहूति दी है।देश की आजादी के 160 साल पूरे होने पर पांच नदी, दो राज्य और चार जिलों के संगम पर स्थित क्रांति तीर्थराज पचनदा पर गुरुवार को जन संसद का आयोजन किया गया। जन संसद के शुभारंभ से पहले पांच नदियों के संगम तट पर 1857 के क्रांतिवीरों की याद में तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान किया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इसमें बीहड़ी क्षेत्र चंबल के लोगों ने अपनी जन समस्याओं को पटल पर रखा।
नवरात्र में मोदी जी 10 करोड़ रुपए का मिनरल पी गए… क्या यह घोटाला नहीं है?
Anil Singh : घोटाले की जुबान बंद तो बोलेगा कौन! मोदी सरकार का बड़ा दावा है कि अब तक उस पर भ्रष्टाचार का संगीन आरोप नहीं लगा है। लेकिन कौन खोजकर निकालेगा आपके भ्रष्टाचार! लोकपाल की नियुक्ति आपने अभी तक होने नहीं दी। सीएजी पहले रक्षा सचिव रह चुके हैं और संघी विचारधारा के करीबी बताए जाते हैं। सीवीसी का मामला भी इधर-उधर में लटका रहा।
अमित शाह की प्रेस कांफ्रेस में जूट बैग पाने के लिए भूखे नंगों की तरह टूट पड़े पत्रकार
Sandip Thakur : इन दिनों मोदी सरकार के तीन साल पूरे हाने के उपलक्ष्य पर जश्न का दौर चल रहा है। पीएमओ के निर्देश पर तमाम प्रमुख मंत्रालय के मंत्री और नेता अपन-अपने कामों के 3 साल का ब्यौरा देने के लिए संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। आज यानी 26 मई को भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की प्रेस कांफ्रेंस थी। वहां मोदी सरकार की उपलब्धियों के बखान वाले उपहार को लेने की पत्रकारों में मची मारामारी के दृश्य पत्रकारिता की गिरती साख के प्रत्यक्ष गवाह थे। जूट के एक बैग जिसमें सरकारी घोषणाओं से भरे कुछ कागज और एलईडी बल्ब थे को हासिल करने के लिए पत्रकारों का हुजूम जिस तरह से एक दूसरे को धकिया मुकिया रहे थे उसे देख कर ऐसा लगा कि मानों भूखे-नंगों को खाने का पैकेट बांटने के लिए कोई गाड़ी आई हो।
रिपब्लिक टीवी यानि मोदी और अमित शाह के राजनीतिक विरोधियों से निपटने वाला एक टीवी चैनल!
Prashant Tandon : क्या मोदी और अमित शाह अर्नब गोस्वामी को बचायेंगे…. अर्नब गोस्वामी मोदी के शार्प शूटर रहे हैं. उन्होंने हर उस नेता को निशाना बनाया है जो मोदी का राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहा है. इसी कड़ी में उन्होने लालू यादव और कांग्रेस के शशि थरूर पर जिन टेप के ज़रिये हमला बोला उसे “टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप” ने चोरी का बताया और उनपर आपराधिक मुकदमा भी कायम किया है. शशि थरूर ने भी पुष्टि कर दी है कि उन्होने भी अर्नब गोस्वामी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है.
इंदौर नगर निगम कर्मियों की गुंडई… बताते-बताते रोआंसा हो गया ठेला लगाने वाला वृद्ध
62 साल की उम्र में ठेला लगाने वाला वृद्ध सबसे ज्यादा किसी से डरता है तो वो है कमाई का जरिया बंद होने से। ऐसा ही डर अशोक बुनियां की आंखों में दिखा जो व्यथा बताते-बताते गला भरने तक पहुंच गया। और उठा गया वो सवाल जिसने मुझे मजबूर कर दिया उन जैसे तमाम गरीबों का डर और इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली या कहूँ गुंडागर्दी बताने पर।
लोकमत सम्मान का पांचवां संस्करण 10 जून को लखनऊ में
लखनऊ। हिंदी दैनिक लोकमत अपने लखनऊ संस्करण के 5वें स्थापना दिवस पर प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी “लोकमत सम्मान” का आयोजन आगामी 10 जून लखनऊ में करने जा रहा है। समाज के 15 क्षेत्रों में दिया जाने वाला “लोकमत सम्मान” ऐसे लोगों को सम्मानित करने का प्रयास है जिनका सम्बंध जन्म या कर्म से, उत्तर प्रदेश से है और जो अपने कार्यक्षेत्र में तृणमूल स्तर पर कार्य कर रहे हैं तथा जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से जनता को लाभान्वित किया है। यह श्रेणियाँ हैं- शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, दिव्यांग, हस्तशिल्प, कला एवं संस्कृति, क्रीड़ा, कृषि, महिला, व्यवसाय, साहित्य, प्रशासन, क़ानून, जनसंचार और सार्वजनिक जीवन। इसके अलावा दो ऐसे लोगों को ज्यूरी अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है जिन्होंने अपनी कला और कल्पनाशीलता से कुछ नया करने में सफलता पायी है।
मुम्बई के श्री अम्बिका प्रिंटर्स में लगी आग (देखें तस्वीरें)
कंपनी के बहादुर साथियों तथा फायर बिग्रेड की मदद से बड़ा हादसा टला… मुम्बई से एक बड़ी खबर आ रही है। यहाँ श्री अम्बिका प्रिंटर्स एन्ड पब्लिकेशंस के लालबाग स्थित कार्यालय और प्रिंटिंग प्रेस के पास बने सर्वर रूम में भीषण आग लग गयी। यह आग गुरुवार की रात उस समय लगी जब सभी कर्मचारी और मीडिया कर्मी अपने अपने काम में व्यस्त थे। आग लगने की खबर पाते ही हड़कंप मच गया।
रोजगार ना मिलने तक बेरोजगारी भत्ता पाना युवाओं का अधिकार है…
रोजगार या बेरोजगारी भत्ता की मांग कितनी गंभीर : देश में यदि कोई रोजगार या बेरोजगारी भत्ते की मांग करें तो उसे भिखारी से भी गिरी नजरों से देखा जाता है। खैर अब लोग थोड़े जागरूक हुए हैं और इसे सरकार की ही जिम्मेदारी मानते हैं लेकिन सरकार एक नया बहाना ढूढ़ रही है। संसद में कहती है कि हम बेरोजगारी भत्ता नहीं रोजगार देंगे। और सड़क पर कहती है कि हर व्यक्ति को रोजगार देना संभव नहीं। वे स्वरोजगार स्थापित करें बैंक लोन देगी। जब सत्ताधारी दल ये मान रहा है कि सबको रोजगार देना संभव नहीं तो सभी स्वरोजगार स्थापित कर लेंगे क्या ये संभव है? लेकिन जनता को 60 सालों से टोपी पहना रहे हैं तो आज भी सही।
काशी पत्रकार संघ को लेकर वरिष्ठ पत्रकार शुभाकर दुबे की एफबी पोस्ट से मचा है हड़कंप
जो काशी पत्रकार संघ कभी पत्रकारिता की दशा और दिशा तय करता था, उसमें इन दिनों कुछ न कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पत्रकारों के वेतन भत्ते और एरियर से जुड़े जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई से तो ये संघ हमेशा से दूर रहा है, अब वरिष्ठ पत्रकार शुभाकर दुबे जी ने एक मार्मिक एफबी पोस्ट किया है जिससे साफ़ पता चलता है कि काशी पत्रकार संघ में बहुत कुछ नष्ट होते जा रहा है।
बिहार के पत्रकार प्रवीण गोविंद को जान से मारने की धमकी मिली
प्रभात खबर सुपौल (बिहार) के प्रभारी प्रवीण गोविंद को जान से मारने की धमकी मिली है. प्रवीण पांच माह पहले तक दैनिक जागरण किशनगंज के प्रभारी हुआ करते थे. प्रवीण 1996 से पत्रकारिता कर रहे हैं और निर्भीक पत्रकारिता करने के कारण उन पर तीन-चार बार हमला भी हो चुका है. इस बाबत थाने में प्राथमिकी दर्ज है.
रिसर्च में करियर बनाने का अवसर, एम.एससी. (मीडिया रिसर्च) में पांच जून तक प्रवेश जारी
भोपाल| माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवम संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा चलाये जा रहे एम.एससी. (मीडिया रिसर्च) कोर्स में प्रवेश जारी है| जो विद्यार्थी मीडिया, संचार, विज्ञापन, मार्केट और मार्केटिंग रिसर्च में करियर बनाना चाहते है, वे 5 जून, 2017 तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mcu.ac.in या एमपीऑनलाइन के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं|
कन्फेशन ऑफ ए ठग
मेरे ऊपर अक्सर मित्रगण यह आरोप लगाकर हंसते हैं कि मैं हर घटना को इतिहास से जोड़ देता हूँ| लेकिन अब मै क्या करूं कि इतिहास में मिलती हुई घटनाएँ याद आ जाती हैं| बुलंदशहर के जेवर के नजदीक हुई हत्या, लूट और बलात्कार की घटना के बाद एकाएक कॉन्फेशन ऑफ ए ठग नामक किताब की याद आ गई| उन्नीसवीं सदी में भारत में कई तरह के ठग गिरोह सक्रिय थे| लूट-पाट और हत्या- बलात्कार उनका पेशा था| देश पर उस समय कई ताकतें काबिज़ थीं लेकिन कोई भी इतनी शक्तिशाली नहीं थी कि उन ठगों को ख़त्म कर सकें| साथ ही तमाम तरह के सामजिक बदलावों से ऐसे लोग सामने आ गए थे जो जीवित रहने को कुछ भी कर डालते थे| ठग ऐसे ही लोग होते थे|
कर्मचारी उत्पीड़न की शिकायत पर दैनिक भास्कर के हिसार कार्यालय में पहुंची पुलिस
मजीठिया की लड़ाई लड़ने वाले दैनिक भास्कर हिसार के उप सम्पादक व फतेहाबाद डेस्क प्रभारी जनक राज अटवाल को प्रताड़ित करने वाला तानाशाह और खुद को प्रबंधन का चमचा नम्बर वन बनाने के लिए जद्दोजहद करने वाला सम्पादक हिमांशु घिल्डियाल और एचआर प्रभारी अभिषेक की मुश्किलें काफी बढ़ गयी हैं। वीरवार को उत्पीड़न के एक मामले में हिसार के सिविल लाइन थाना पुलिस ने प्रबंधन का हिस्सा माने जाने वाले इन दोनों को थाने में बुलाया था। एचआर प्रभारी अभिषेक गर्ग तो थाने में अपने एक वकील के साथ पहुंचे जबकि सम्पादक हिमांशु डर के मारे थाने में जाने से बचते रहे और थाने में हाजिर नहीं हुए।
कारपोरेट घरानों के लाभ के लिए मोदी सरकार कर रही ईपीएफ अंशदान में कटौती
लखनऊ : मोदी सरकार द्वारा ईपीएफ के अंशदान में दो प्रतिशत की कटौती करने की कोशिश का यूपी वर्कर्स फ्रंट ने कड़ा विरोध किया है। वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर ने आज प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि कारपोरेट घरानों के लाभ के लिए केन्द्र सरकार यह कटौती कर रही है। सरकार का यह दावा कि इस कटौती से श्रमिकों की क्रयशक्ति बढ़ेगी भी झूठ के पुलिंदा के सिवाय और कुछ नहीं है। क्योंकि इस सरकार के तीन साल के कार्यकाल में लगातार बड़े पैमाने पर हुई श्रमिकों की छंटनी, श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि न होना और लगातार अनियंत्रित महंगाई ने श्रमिकों की क्रयशक्ति को बहेद गिरा दिया है और अब भविष्यनिधि के अंशदान में कमी उनके जीवन को और भी असुरक्षित करने का ही काम करेगा।
कमाई को लांग टर्म और खर्च को शॉर्ट टर्म बनाएं : आलोक पुराणिक
गाजियाबाद। दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर, आर्थिक मामलों के जाने-माने विशेषज्ञ एवं सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ. आलोक पुराणिक का मानना है कि उत्तर भारत में रहने वाले लोगों को आर्थिक रूप से साक्षर बनाना होगा, तभी उनका जीवन समृद्ध हो सकेगा। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित मासिक विचार संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता उन्होंने यह बात कही। ‘स्टॉक बाजार-हाल, सवाल और बवाल’ विषय पर वह अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
सहारनपुर में पीड़ित दलितों को सबक सिखाने पर उतारू है जोगी सरकार!
लखनऊ : सहारनपुर में पीड़ित दलितों को सबक सिखाने पर उतारू है जोगी सरकार… यह बात आज एस.आर. दारापुरी, पूर्व आई.जी. तथा संयोजक, उत्तर प्रदेश जनमंच ने प्रेस को जारी ब्यान में कही है. उन्होंने कहा है कि एक तरफ सरकार भीम आर्मी के नाम पर तीन दर्जन दलित युवकों को गिरफ्तार करती है जिनमें 80% छात्र हैं, दूसरी तरफ शब्बीरपुर में 5 मई को दलितों पर हमले के दोषियों में से केवल 9 लोगों को ही गिरफ्तार करती है. इसके साथ ही हमले के शिकार 9 दलितों को भी गिरफ्तार कर लेती है तथा उसके बाद कोई गिरफ्तारी नहीं करती है.
इंडिया टीवी को पीट कर जी न्यूज नंबर दो चैनल बन गया
इस साल के बीसवें हफ्ते की टीआरपी में एक बड़ा उलटफेर ये है कि जी न्यूज नंबर दो चैनल बन गया है. उसने इंडिया टीवी को मात देकर नंबर दो की कुर्सी हासिल की है. इंडिया टीवी को नंबर तीन पर संतोष करना पड़ रहा है. एबीपी न्यूज नंबर चार पर है. न्यूज18इंडिया लगातार पांचवें पायदान पर बना हुआ है. इंडिया न्यूज नंबर छह पर है.
प्रेमचंद को हिंदी का संस्कार आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सिखाया!
नयी दिल्ली। “प्रेमचंद मूल रूप से उर्दू के लेखक थे, उन्हें हिंदी के संस्कार सिखाने वाले आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ही थे। हिंदी भाषा को मानक रूप देने में आचार्य द्विवेदी का महत्वपूर्ण योगदान रहा और उन्होंने ही प्रेमचंद के बलिदान और पंच परमेश्वर का संशोधन किया था। आचार्य द्विवेदी ने एक-एक पंक्ति में बारह से चौदह तक संशोधन किए और कई वाक्यों में क्रिया समेत पूरा विशेषण ही बदल दिया। कहा जा सकता है कि आचार्य द्विवेदी ने उर्दू से हिंदी में आ रहे लेखक प्रेमचंद को हिंदी के संस्कार देने में बहुत बड़ा योगदान दिया। लेकिन आज का हिंदी समाज अपने मूर्धन्य लेखकों के प्रति उदासीन है जो बेहद दुखद स्थिति है।
पत्रकार विभूति रस्तोगी ने पत्रकारिता सिखाने की आड़ में नाबालिग से किया बलात्कार!
दैनिक जागरण समेत कई अखबारों में काम कर चुके और प्रेस क्लब आफ इंडिया के सदस्य विभूति रस्तोगी के बारे में खबर आ रही है कि पुलिस उन्हें जोरशोर से तलाश रही है. विभूति पर एक नाबालिग युवती से बलात्कार का आरोप है. युवती की उम्र 15 साल है. युवती ने जो घटनाक्रम पुलिस को लिखकर दिया है उससे पता चलता है कि उसके साथ अनेकों बार कई लोगों ने गैंगरेप और रेप किया.
ईटीवी एमपी सीजी के सेल्स हेड राजीव त्रिपाठी ने दिया इस्तीफा
ईटीवी से इस्तीफों का दौर जारी है. ताजी सूचना के मुताबिक ईटीवी मध्य प्रदेश – छत्तीसगढ़ चैनल के सेल्स हेड राजीव त्रिपाठी ने चैनल से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नई पारी की शुरुआत जी एमपी सीजी चैनल में बतौर रीजनल सेल्स हेड की है.
योगी आदित्यनाथ से यूपी नहीं संभल रहा : राणा यशवंत
यूपी में तेजी से पांव पसार रहा जंगलराज, सोशल मीडिया पर सीएम आदित्यनाथ योगी की सख्त आलोचना शुरू.. पढ़िए इंडिया न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत, वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ल और लखनऊ के पत्रकार चंदन श्रीवास्तव क्या लिखते हैं फेसबुक पर….
देखें सीसीटीवी फुटेज : सिपाही की एसएलआर साइकिल वाला टांग ले गया
आगरा में थाना सिकंदरा के नेशनल हाइवे स्थित पंछी पेठा के पास उत्तराखंड के हरिद्वार पुलिस लाइन से आए सिपाही की एसएलआर गायब हो गयी। हालांकि एसएलआर गायब होने की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी. हरिद्वार पुलिस लाइन के सिपाही अनिल अपने अन्य साथियों के साथ आगरा के थाना सिकन्दरा इलाके के पंजाब नेशनल बैंक से कैश लेकर हरिद्वार के लिए वापस जा रहे थे। तभी ये लोग गाड़ी रोक कर गुरुद्वारा के पास पंछी पेठा स्टोर से पेठा लेने गए थे।
जिस्म बेचने वाली ये लड़कियां! (देखें वीडियो)
ताजनगरी आगरा में मानव तस्करी का पर्दाफाश। पुलिस के रेस्क्यू अभियान में कई युवतियों की रिहाई। एएसपी अपर्णा गुप्ता को रेस्क्यू अभियान में मिली बड़ी सफलता। एएसपी अपर्णा गुप्ता ने कुल नौ युवतियों की रिहाई कराई है। इनमें से तीन युवतियां मानव तस्करी की शिकार थीं। छः युवतियां जिस्मरोशी के धंधे में लिप्त पाई गईं।
भास्कर को पूरे छत्तीसगढ़ में नहीं मिला काबिल वेब जर्नलिस्ट, राजस्थान से आये ब्रजेश उपाध्याय
अरे भई जब हजार किलोमीटर दूर से ही किसी को पटकना था तो लोकल स्तर पर पत्रकार ढूंढने का ड्रामा क्यों किया? या सीधे शब्दों में कहें कि भास्कर प्रबंधन को पूरे छत्तीसगढ़ में कोई काबिल वेब जर्नलिस्ट ही नहीं मिला जो ठप्प पड़े भास्कर डॉट कॉम के सेटअप को सुचारु रुप से चला सके? खैर जिस जगह का काम डिजाईनर टाईप हो वहां ऐसे नजारे ही मिलते हैं।
अंकित मिश्रा, हर्ष रंजन, ज्योत्सना बेदी और सनी सेन की नई पारी
खबर है कि कहानीकार और वरिष्ठ पत्रकार नीलेश मिश्र के अखबार ‘गांव कनेक्शन’ से डिप्टी कॉपी एडिटर अंकित मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है. अंकित मिश्र तेजतर्रार पत्रकार हैं और अपने काम की वजह से संस्थान में अच्छी पकड़ रखते थे. उनके अखबार से हटने को लेकर कई तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं.
‘हिंदी मीडियम’ देखते हुए आप पॉपकार्न चबाना तक भूल जाते हैं
Uday Prakash : अभी ‘हिंदी Medium’ देख के लौटा। जो भूमिका पहले प्रतिबद्ध साहित्य निभाता था, वह अब ऐसी फिल्म निभा रही है. बाहुबली जैसी मध्यकालीन चित्रकथा फिल्म देखने की जगह, हिंदी मीडियम जैसी फ़िल्में देखने की आदत डालनी चाहिए। इवान इलिच की मशहूर किताब ‘डिस्कूलिंग सोसायटी’ बार-बार याद आती रही. लेकिन यह फिल्म शिक्षा के धंधे में बदलने के विषय से बाहर भी जाती हुई, बहुत बड़ा और ज़रूरी सन्देश इस तरीके से देती है कि आप पॉपकार्न चबाना तक भूल जाते हैं. पूरा हाल भरा हुआ था और ऑडियंस लगातार फिल्म के साथ बोलता, हँसता, सोचता, तालियां बजाता, भावुक होता देखता जा रहा था। आज का दिन ही नहीं यह पूरा महीना हिंदी मीडियम के नाम. (वह महीना जिसमें बाहुबली और Guardians of Galaxie जैसी ब्लॉक बस्टर फ़िल्में भी शामिल है. 🙂
अरुंधती रॉय और दिलीप मंडल से लोग इतना नफरत क्यों करते हैं?
Abhishek Srivastava : अरुंधती रॉय तीन साल समाधि लगाकर एक उपन्यास लिखती रहती हैं, फिर भी लोग उन्हें रह-रह कर गरिया देते हैं। दिलीप मंडल फेसबुक स्टेटस से ही उत्पात मचाए रहते हैं। एक अंग्रेज़ी जगत का वासी और दूसरा हिंदी जगत का। दोनों से लोग बराबर नफ़रत करते हैं। आप नौकरीशुदा मीडियावालों के बीच जाइए और थोड़ा परिष्कृत हिंदी में बस दो वाक्य बोल दीजिए। फिर देखिए, कैसे ‘बुद्धिजीवियों’ के प्रति उनकी घृणा तुरंत जुबान पर आ जाएगी। मैं शाम से सोच रहा था कि क्या हमारे यहां ही बुद्धिजीवी इतना पोलराइजि़ंग यानी बांटने वाला जीव होता है या कहीं और भी? आखिर ‘बुद्धिजीवी’ शब्द समाज में इतना घृणित क्यों बना दिया गया है?
जनसंदेश टाइम्स अखबार में तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा
जनसंदेश टाइम्स सोनभद्र कार्यालय में तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है. पैसे न मिलने के कारण ब्यूरो चीफ़ राहुल श्रीवास्तव दो माह से आफिस नहीं आ रहे हैं. आर्थिक संकट से आफिस के कर्मचारी भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं.
वाईबीएन न्यूज चैनल पर ताला
वाईबीएन न्यूज़ चैनल पर लगा ताला… पिछले कई वर्षों से ऑफिस रेंट नहीं दे रहा था चैनल प्रबंधन… बार-बार बात करने पर सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा था… चैनल के नाम पर धमकाया और डराया भी जा रहा था… इससे नाराज होकर अमर गुप्ता ने इनके मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया… मौके पर पुलिस …
रजत शर्मा के सिर पर बालों की खेती अच्छी हो गई है!
Sanjaya Kumar Singh : इंडिया टीवी पर आप की अदालत में सोनू निगम थे। सोनू निगम के कारण आज मोदी वाले एपिसोड के बाद रजत शर्मा को देखा। बालों की खेती अच्छी हो गई है। पर फिलहाल मुद्दा यह है कि एक सवाल के जवाब में सोनू ने कहा कि मैं भिखारी बनकर यह देखना समझना चाहता था कि बिना प्रचार, ब्रांडिंग और माइक आदि के सिर्फ मेरी आवाज का क्या महत्व है। और सत्तर साल के एक भिखारी के रूप में मैंने महसूस किया कि मेरी आवाज वही कोई 12-14 रुपए की है जो उस दिन उसे मिले थे। जिसे सोनू निगम ने फ्रेम करवाकर ऑफिस में रखा है। सोनू ने स्पष्ट किया कि आदमी पर सिर्फ उसकी योग्यता का नहीं और भी बहुत सारी चीजों का असर होता है।
नमामि गंगे के लिए चीन के मोहताज हैं हम
सिपाही भीख ले रहा भिखारियों से, देखें वीडियो
भड़ास संपादक यशवंत जब पहली बार एफबी पर लाइव हुए
सपा में चमचागिरी की हद हो गई, शिवपाल की चरणवंदना का वीडियो देखें
27 मई को लांच होने वाले TRUE SPORTS TV के साथ सईद इरशाद हुसैन ने शुरू की नई पारी
सईद इरशाद हुसैन ने स्पोर्ट्स फ़्लैशेज़ से इस्तीफ़ा दे दिया है और नई पारी मुंबई से लॉन्च होने वाले एक नए चैनल TRUE SPORTS TV के साथ एंकर कम सीनियर प्रोड्यूसर के तौर पर शुरू की है. TRUE SPORTS TV एक कंपलीट स्पोर्ट्स चैनल होगा जो अपनी लीग TPL (True Premiere League) के साथ चैनल का आग़ाज़ 27 मई से सभी DTH प्लेटफ़ॉर्म पर एक साथ करेगा…
दैनिक जागरण प्रबंधन के खिलाफ एक्शन लेने / मुकदमा लिखने में यूपी के आईएएस-आईपीएस अफसरों के हाथ-पैर कांपते हैं!
कार्रवाई तो दूर, एसएसपी ऑफिस में गायब हो जाता है डीएम का पत्र!
नोएडा : डीएम ऑफिस से एसएसपी कैंप कार्यालय की दूरी कुल 10 कदम होगी। लेकिन इस दूरी तक डीएम की चिट्ठी पहुंचना तो दूर, दो बार गायब हो चुकी है। यह तो एक उदाहरण मात्र है। इसी प्रकार गौतमबुद्धनगर के न जाने कितने फरियादी आए दिन पुलिस से निराश हो रहे होंगे। इस उदाहरण से यह भी पता चलता है कि किस प्रकार पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फेल करने में लगे हैं।
मोदी राज में अखबार सरकारी तोता बन गए और न्यूज चैनल चमचा!
Priyabhanshu Ranjan : अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुटे अमित शाह 95 दिन का देशव्यापी दौरा कर रहे हैं। भाजपा नेतृत्व अगले 100 दिनों का एक्शन प्लान तैयार कर चुका है और सख्ती से उस पर अमल भी कर रहा है। केंद्रीय मंत्री मीडिया को लगातार इंटरव्यू देकर मोदी सरकार के तीन साल की अपनी झूठी-सच्ची “उपलब्धियां” गिना रहे हैं । देश का एक बड़ा तबका उनकी बातें सुन भी रहा है। लेकिन विपक्ष, मीडिया और सोशल मीडिया क्या कर रहा?
श्रवण शुक्ला ने न्यूज18 इंडिया को कहा बाय-बाय, अमर उजाला डिजिटल से जुड़े
युवा पत्रकार श्रवण शुक्ला ने न्यूज18इंडिया को बाय बाय बोल दिया है। वो पिछले ढ़ाई सालों से यहां खबरों के साथ ही न्यूज18इंडिया चैनल के प्रमोशन का भी काम देख रहे थे। उन्होंने अमर उजाला डिजिटल के साथ नई पारी की शुरूआत की है। न्यूज18इंडिया में रहते हुए उन्होंने जमकर प्रयोग किए। फील्ड रिपोर्टिंग के साथ ही ढेर सारे सेलेब्रिटियों के इंटरव्यू किए, फिल्मों की समीक्षा भी लिखी।
कोर्ट परिसर में पत्रकार पर जानलेना हमला, अधिवक्ता समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज
यूपी के मुरादाबाद जिले के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में शुक्रवार को एक स्थानीय चैनल के पत्रकार रजत शर्मा के ऊपर कोर्ट परिसर में जानलेना हमला किया गया। इस मामले में अधिवक्ता समेत पांच लोगों पर सिविल लाइन्स थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार दोपहर में पत्रकार रजत शर्मा पर उस समय हमला कर दिया गया था जब वो एसीएम-4 कोर्ट के बाहर खड़े थे।
भास्कर प्रबंधन अपने संपादक के सुसाइड को हादसा बनाने की कोशिश करता रहा!
दैनिक भास्कर की रोहतक यूनिट के संपादक जितेंद्र श्रीवास्तव की आत्महत्या संदेह के घेरे में है। भास्कर प्रबंधन ने पत्नी को सूचना दिए बगैर ही पोस्टमार्टम करा दिया। सिर्फ उनके भाई को दिल्ली सूचना दी गई। दिन भर आत्महत्या को हादसा बनाए जाने की कोशिश होती रही। सूचना मिलने के बाद रोहतक के ज्यादातर पत्रकार मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन सारी कार्रवाई भास्कर के स्टेट हेड बलदेव शर्मा के आने के बाद ही हुई। पोस्टमार्टम के बाद जितेंद्र श्रीवास्तव के शव को अंतिम संस्कार के लिए इलाहाबाद भेज दिया गया।
चाहे जितना तोड़ ले जाओ, अकेला सुनील शुक्ला निकाल लेगा पूरा अखबार!
”चाहे जितना तोड़ ले जाओ, अकेला सुनील शुक्ला निकाल लेगा पूरा अखबार!” ये चुनौती भरे शब्द उत्साह जगाने के बजाये बताते हैं कि हार से पहले की छटपटाहट किन शब्दों में जुबान पर आ जाती है। अपनी हरकतों के साथ ही कहीं भी कुछ भी बोल पड़ने के लिए कुख्यात सुनील शुक्ला के ये बोल भोपाल में मीडिया के साथियों के बीच खूब चटखारे के साथ कहे-सुने जा रहे हैं। दैनिक जागरण समूह के नईदुनिया अखबार के भोपाल संस्करण (नवदुनिया) के संपादक श्री शुक्ला को लेकर जो नया किस्सा चर्चा में है, वो कुछ इस प्रकार है।
बहुजनों का सहारा लेकर खुद की दुकान चमकाने वालों की नीयत पर शक करना जरूरी है!
Mohammad Faizan Tahir : दिलीप मंडल, बहुजन मीडिया और नेशनल दस्तक… ये पोस्ट पढ़ने का मन नहीं होगा लेकिन पढ़ने के बाद जो आपके मन मे होगा वो असली सवाल होगा कि क्या बहुजन की आवाज़ सच मे उठायी जा रही है या बहुजनों के नाम पर सिर्फ कमाई की जा रही है? दिलीप मंडल एक जानेमाने वरिष्ठ पत्रकार हैं और नेशनल दस्तक दलितों की आवाज़ बनकर उभरता पोर्टल न्यूज़ चैनल है दोनों ही के बारे में कुछ विवादित लिखना एक तबके से दुश्मनी करना है लिहाज़ा मेरा इरादा दोनों ही के बारे में कुछ गलत लिखने का नहीं है।
एनडीटीवी से क्यों गायब हो गए थे अभिज्ञान प्रकाश?
अभिज्ञान प्रकाश फिर एनडीटीवी पर लौट आए हैं. लेकिन वो अचानक क्यों गायब हो गए थे? इसको लेकर तरह तरह की चर्चाएं हैं. साप्ताहिक शो ‘मुकाबला’ होस्ट करने वाले अभिज्ञान फिर से दो हफ्तों से यह शो होस्ट करने लगे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें एनडीटीवी प्रबंधन ने जबरन लंबी छुट्टी पर भेज दिया था, वहीं कुछ का कहना है कि अभिज्ञान ने खुद लंबी छुट्टी लेकर विदेश घूमने निकले थे.
योगी जी को अखिलेश यादव के जमाने वाले मुख्य सचिव राहुल भटनागर उर्फ शुगर डैडी से इतना प्रेम क्यों?
Yashwant Singh : यूपी का मुख्य सचिव एक ऐसा दागी आदमी है जिसे खुलेआम लोग शुगर डैडी कहते और लिखते हैं. शुगर डैडी बोले तो शुगर लॉबी का दलाल. बोले तो शुगर मिल मालिकों का चहेता. बोले तो यूपी की चीनी मिलों के प्रबंधन का प्रतिनिधि. बोले तो यूपी के गन्ना किसानों का दुश्मन.
संपादक जितेंद्र श्रीवास्तव सुसाइड प्रकरण की निष्पक्ष जांच जरूरी, कई सवाल मुंह बाए खड़े हैं….
रोहतक में दैनिक भास्कर के संपादक जितेन्द्र श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से कटकर मौत हो जाने के मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जानी चाहिए. कई सारे सवाल मुंह बाए खड़े हैं. कुछ लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि जितेंद्र जैसा पत्रकार आत्महत्या कर ही नहीं सकता. उनकी हत्या की गई है और पूरे घटनाक्रम को दुर्घटना का रूप दे दिया गया है. मरने के तुरंत बाद दैनिक भास्कर ने लीपापोती कर केस को बदलवा दिया. 20 घंटे तक परिवार (पत्नी ) को सूचना नहीं दी गई. पत्नी ने जब फोन किया तो बताया गया कि जितेन्द्र जी मीटिंग में हैं. लगातार चार बार पत्नी के फोन पर गलत जानकारी दी गई.
हिंदी दैनिक ‘यशोभूमि’ मुंबई में अपने पाठकों के विश्वास का मजाक उड़ा रहा
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बहुत से हिंदी दैनिक प्रकाशित होते हैं। परन्तु इनमें से सर्वाधिक पढ़े जाने वाले समाचार पत्र की बात की जाती है तो आंकड़ों से इतर लोग निर्विवाद रूप से यशोभूमि का नाम लेते हैं। इस समाचार पत्र का एक मजबूत पाठक वर्ग है, जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड तथा राजस्थान सहित मुंबई में निवासरत अधिकांश हिंदी भाषियों का समावेश है। सबसे मजबूत पाठक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले इस समाचार पत्र के संपादकीय टीम के सदस्यों के गैर जिम्मेदराना रवैए से समाचार पत्र की छवि खराब हुई है। साथ ही साथ पाठकों के विश्वास को भी गहरा आघात पहुंचा है।
16/5/2017 को प्रकाशित समाचार
भव्य समारोह में सीईओ जगदीश चंद्रा ने लांच किया ‘जी हिंदुस्तान’ न्यूज चैनल
नोयडा में कल Zee मीडिया के नए नेशनल न्यूज़ चैनल ”जी हिंदुस्तान” की लॉन्चिंग हुई. “States make the Nation” की थीम पर आधारित ‘जी हिंदुस्तान’ को चैनल के सीईओ जगदीश चन्द्र ने केक काट कर लांच किया. नोएडा में आयोजित इस लॉन्चिंग सेरेमनी में जी चैनल्स के एडिटोरियल, सेल्स, फाइनेंस सहित सभी विभागों से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
फट्टू ‘इंडिया न्यूज’ और बहादुर जयपुरी पत्रकार : मारपीट के आरोपियों से विज्ञापन छपवा कर मंगवाई माफ़ी
जयपुर। जयपुर के पत्रकारों ने अपने साथियों के साथ मारपीट के एक मामले में आरोपी डॉक्टर से अख़बारों में विज्ञापन छपवा कर माफ़ी मंगवाई है। देश में यह पहला मामला है, जब पत्रकारों पर हमला करने वालों को इतना बड़ा झटका झेलना पड़ा। इस आंदोलन का नेतृत्व पिंकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष एलएल शर्मा ने किया था। इस आंदोलन को राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ, राजस्थान पत्रकार परिषद, जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान तथा आईएफडब्लूजे का पूरा समर्थन मिला।
भास्कर प्रबंधन ने सात दिन में 27 इस्तीफे लिखवाए, अब तक 63 हटाए गए
पत्रकारों के शोषण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर दैनिक भास्कर अखबार एक बार फिर बड़ी संख्या में पत्रकारों के साथ कुकृत्य कर रहा है। करीब 63 पत्रकार हटाये जा रहे हैं। इनको हटाने के लिए Md सुधीर अग्रवाल ने अपने pa कामेश और सम्पादक देवेंद्र भटनागर को जिम्मेदारी सौंपी है। पिछले 7 दिन में 27 इस्तीफे लिखवा लिए गए। शनिवार को रेवाड़ी में 13 इस्तीफे लिखवाये। इनमें न्यूज़ एडिटर, dne, sub एडिटर व अन्य पत्रकार शामिल हैं।
दैनिक भास्कर रोहतक के संपादकीय प्रभारी ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की
एक बड़ी और बुरी खबर रोहतक से आ रही है. दैनिक भास्कर के संपादकीय प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि उनका प्रबंधन से लेटरबाजी भी हुई थी और पिछले दिनों पानीपत में हुई मीटिंग में उनकी कुछ मुद्दों पर अपने वरिष्ठों से हाट टॉक हुई थी. पर आत्महत्या की असल वजह क्या है, इसका पता नहीं चल पाया है.
यूपी के दाग़ी मुख्य सचिव राहुल भटनागर को क्यों दिया गया बदनामी भरा ‘शुगर डैडी’ का Title, आइए जानें
Surya Pratap Singh : उ.प्र. में क्या निजी चीनी मिलों के ‘एजेंट’ हैं ‘शुगर डैडी’….. कब योगी जी की ‘वक्र’ दृष्टि पड़ेगी इन महाशय पर? दाग़ी मुख्य सचिव, राहुल भटनागर को क्यों दिया गया बदनामी भरा ‘शुगर डैडी’ का Title….क्या लम्बे समय से वित्त के साथ-२ गन्ना विभाग के प्रमुख सचिव की कुर्सी पर विराजमान रहे ‘शुगर डैडी’ सशक्त शुगर लॉबी का लाड़ला है….. हो भी क्यों न…इन्होंने गन्ना किसानों को रु. 2,016 करोड़ का जो चूना लगाकर चीनी मिलों को सीधा लाभ जो पहुँचाया है….किसानों को देय गन्ना मूल्य पर रु. 2,016 का ब्याज एक झटके में माफ़ कर दिया….. चीनी मिलों पर इस रहमत के लिए कितना माल ‘शुगर डैडी’ की जेब में गया और कितना अखिलेश यादव की, यह तो कहना मुश्किल है लेकिन इसे समझना काफ़ी आसान है। हाईकोर्ट ने ‘शुगर डैडी’ को न केवल कोर्ट में तलब कर फटकार लगाई अपितु ‘किसान विरोधी’ होने का तमग़ा देकर तीखी टिप्पणी भी की……
योगी सरकार में चोर उच्चके, जुगाड़ू और ढीलेढाले अफसरों की बल्लेबल्ले!
Surya Pratap Singh : योगी सरकार में एक तो इतने विलम्ब से, २ माह बाद प्रमुख सचिव स्तर के ट्रान्स्फ़र हुए, लेकिन सब ढाक-के-तीनपात …. सब गुड़गोबार …..चोर उच्चके, जुगाड़ू, ढीलेढाले लोग़ों की बल्लेबल्ले….! सरकार ने किए अनेक IAS के ‘उल्ज़लुल’ ट्रान्स्फ़र…. पता नहीं कौन ‘कटियाज्ञानी’ ऐसा परामर्श दे रहा है इस सरकार को कि संवेदनशील पदों पर ईमानदार कर्मशील अधिकारी पोस्ट नहीं कर पा रही। सम्भवतः कोई चांडाल-चौकड़ी योगी सरकार की ‘अनुभवहीनता’ का नाजायज़ फ़ायदा उठाकर इसे फ़ेल कराने की शाज़िश रच रही है!
चौथी बार रीलांच होगा जी ग्रुप का यूपी-उत्तराखंड केंद्रित न्यूज चैनल
सबसे पहले ‘जी यूपी उत्तराखंड’ नाम था. बाद में ‘जी संगम’ हुआ. उसके बाद चैनल को नेशनल बनाते हुए ‘इंडिया 24×7’ नाम किया गया. अब ‘जी हिंदुस्तान’ नाम होगा. इस नए नाम से कल रविवार को चौथी बार रीलांच होगा चैनल. चैनल नेशनल न्यूज के साथ साथ हर राज्य की खबरें भी दिखाएगा. चैनल के संपादक असित कुणाल हैं जो बाशिंद्र मिश्र के विकल्प के तौर पर लाए गए. चैनल जगदीश चंद्रा के नेतृत्व में संचालित होगा.
हरिशंकर तिवारी के यहां दबिश पर विधानसभा से वाकआउट करने वाली मायावती सहारनपुर के दलित कांड पर चुप क्यों हैं?
लखनऊ : “मायावती की सहारनपुर के दलित काण्ड पर चुप्पी क्यों?” यह बात आज एस.आर. दारापुरी, भूतपूर्व आई.जी. व प्रवक्ता उत्तर प्रदेश जनमंच एवं सस्यद, स्वराज अभियान ने प्रेस को जारी ब्यान में कही है. उनका कहना है कि एक तरफ जहाँ मायावती हरीशंकर तिवारी के घर पर दबिश को लेकर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष को गोरखपुर भेजती है और विधान सभा से वाक-आऊट कराती है वहीं मायावती सहारनपुर के शब्बीरपुर गाँव में दलितों पर जाति-सामंतों द्वारा किये गए हमले जिस में दलितों के 60 घर बुरी तरह से जला दिए गए, 14 दलित औरतें, बच्चे तथा बूढ़े लोग घायल हुए में न तो स्वयम जाती है और न ही अपने किसी प्रतिनिधि को ही भेजती है. वह केवल एक सामान्य ब्यान देकर रसम अदायगी करके बैठ जाती है.
असग़र वजाहत पर ‘बनास जन’ के विशेषांक का लोकार्पण
मनुष्यता के पक्ष में है वजाहत का लेखन – प्रो बेनिवाल
नई दिल्ली। लेखक का सम्मान करना अकादमिकी का प्राथमिक कर्तव्य है। बड़े लेखक भाषाओं के दायरे में नहीं देखे जाते। असग़र वजाहत का लेखन उन्हें भारत के संदर्भ में सचमुच बड़ा लेखक बनाता है। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘बनास जन’ के लोकार्पण समारोह में मीडिया संकाय के अधिष्ठाता प्रो अनूप बेनिवाल ने कहा कि बहुत कम लेखक होते हैं जिन्हें पढ़कर सचमुच जीवन भर प्रेरणा मिलती हो। असग़र वजाहत ऐसे बड़े लेखक हैं जिन्होंने भारत विभाजन पर ‘जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याइ नइ’ को मार्मिक कृति लिखकर मनुष्यता के पक्ष में एक महान कृति की रचना की है।
लाइव इंडिया चैनल के वाइस प्रेसीडेंट संदीप कात्याल और एक्स सीईओ राजेश शर्मा के खिलाफ एफआईआर
बंद हो चुके चैनल लाइव इंडिया के अंदरखाने की खबरें भड़ास के पास आने का क्रम अब भी जारी है. पता चला है कि चैनल के वाइस प्रेज़िडेंट संदीप कत्याल को चैनल के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी में बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. साथ ही उनके और एक्स सीईओ राजेश शर्मा के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी में दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी है. कहा जा रहा है कि दोनों की गिरफ़्तारी जल्द सम्भव है. बुरे दौर से गुज़र रहे इस चैनल के सामान को बिना किसी को बताए बाहर किराए पर देने और इससे मोटी रक़म बनाने का आरोप है.
अफगानिस्तान में शुरू हो रहा है पहला वूमन्स टीवी चैनल
प्रेजेंटर से लेकर प्रोड्यूसर तक पूरा स्टाफ भी महिलाएं होंगी… चैनल पर देश में होने वाली हिंसक घटनाओं के अलावा हेल्थ, म्यूजिक और महिलाओं के कार्यक्रम दिखाए जाएंगे..
काबुल : मीडिया में महिलाओं के काम करने के लिहाज से अफगानिस्तान का नाम दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में शुमार है, पर रविवार से देश में पहला महिला टीवी चैनल शुरू होने जा रहा है। चैनल में प्रेजेंटर से लेकर प्रोड्यूसर तक पूरा स्टाफ महिलाओं का ही है। चैनल का नाम वूमन्स टीवी है। अफगानिस्तान में वैसे तो कई ऐसे टीवी चैनल हैं, जहां रोजाना महिलाएं खबर पढ़ती हुई दिखाई देती हैं, लेकिन वूमन्स टीवी पर हर समय सिर्फ महिलाएं ही दिखाई देंगी।
दलित प्रोफेसर वाघमारे के जातीय उत्पीड़न की अंतहीन दास्तान
प्रोफेसर सुनील वाघमारे 34 साल के नौजवान हैं, जो महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खोपोली कस्बे के एमसी कॉलेज में कॉमर्स डिपार्टमेंट के हेड रहे हैं और इसी महाविद्यालय के वाईस प्रिंसीपल भी रहे हैं. उत्साही, ईमानदार और अपने काम के प्रति निष्ठावान वाघमारे मूलतः नांदेड के रहने वाले हैं. वाणिज्य परास्नातक और बीएड करने के बाद वाघमारे ने वर्ष 2009 में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर इस कॉलेज को ज्वाइन किया था. वर्ष 2012 तक तो सब कुछ ठीक चला. मगर जैसे ही वर्तमान प्राचार्य डॉ एनबी पवार ने प्रिंसिपल का दायित्व संभाला, प्रोफेसर वाघमारे के लिये मुश्किलों का दौर शुरू हो गया.
लखनऊ में जनमोर्चा के पत्रकार पर जानलेवा हमला
लखनऊ : बर्लिंगटन स्थित जनमोर्चा कार्यालय की गली में अवैध रूप से अतिक्रमण कर चाय की दुकान चला रहे टंडन चाय वाले का लड़का बाबू सड़क के बीच खड़ा बातचीत कर रहा था. जनमोर्चा संवाददाता मोहम्मद ज़ाहिद अख्तर ने जब उसको किनारे हटने के लिए कहा तो पहले तो उसने हटने से मना करते हुए कहा कि रुके रहो. इस पर जब मोहम्मद ज़ाहिद ने उसको कहा कि सड़क तुमने खरीद ली है क्या जो कह रहे हो रुके रहो. बस, बाबू भड़क गया और गाली देने लगा.
आपकी कमाई का 75 प्रतिशत हिस्सा सरकार के पास चला जाता है!
निश्चित आय योजना लागू करना जरूरी या सामाजिक जिम्मेदारी? सरकार की जिम्मेदारी है कि हर नागरिक को रोजगार उपलब्ध कराए। रोजगार ना मिलने तक बेरोजगारी भत्ता दे। गरीबों के लिए हर माह निश्चित आय योजना लागू की जाय। संविधान के अनुच्छेद 21 को 1985 में सुप्रीम कोर्ट ने व्यापक कर इसमें आजीविका का साधन उपलब्ध कराना भी जोड़ दिया है। अर्थात हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वे अपने हर नागरिक को रोजगार उपलब्ध कराए। रोजगार ना मिलने तक बेरोजगारी भत्ता दे। लेकिन उक्त मामले में केंद्र सरकार, राज्य सरकार का मुंह देखती है और राज्य सरकार, केंद्र का। ऐसे में बेचारे रह जाते हैं तो बेरोज़गार और गरीब।
टीवी यानि वो सर्कस जो बड़े तंबू से निकल कर आपके घर में आ गया है!
Arun Maheshwari : आज के ‘टेलिग्राफ़’ में वरिष्ठ पत्रकार सुनन्दा के दत्ता राय ने अपने लेख ‘टीवी सर्कस ही है, यह गंभीर अख़बार का विकल्प नहीं’ में ब्रिटिश अभिनेता राबर्ट मोर्ले के टीवी के बारे में इस कथन को याद किया है कि यह ‘बिग टेंट’, स्थानीय भाषा में सर्कस है। “अब सर्कस बड़े तंबू में नहीं, आपके घर में आ गया है।”
मिहिर मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, राकेश शर्मा, चंद्र प्रकाश शर्मा, आशीष बाजपेयी के बारे में सूचनाएं
मिहिर मिश्रा ने चंडीगढ़ से संचालित होने वाले चैनल खबरें अभी तक में ज्वाइन किया है. वे आजतक, सहारा, ओके इंडिया आदि चैनलों में काम कर चुके हैं. ज्ञात हो कि खबरें अभी तक चैनल कई दफे बंद और रिलांच हो चुका है.
‘जी कलिंगा’ चैनल को पत्रकार ने भेजा नोटिस
ओडिशा के पिछड़े इलाके के नाम से मशहूर बोलांगीर जिले के टिटला गड के रहने वाले पत्रकार तीर्थंकर पटेल ने ज़ी कलिंगा चैनल (ज़ी का रीजनल चैनल) को कोर्ट नोटिस भेजा है. तीर्थंकर एक लोकल अख़बार में काम करता है. पत्रकार का कहना है कि वहां पर असाइनमेन्ट में काम करने वाले एक व्यक्ति सव्यसाची अमिताभ ने उससे ज़ी कलिंगा में नौकरी दिलवाने का वादा कर पैसे ऐंठ लिए. बाद में न पैसे दिए न नौकरी दिलाई.
प्रॉपर पड़ताल करने के बाद ही वेब चैनलों में ज्वाइन करें
जगदीप चीमा द्वारा संचालित न्यूज़ नंबर डॉट कॉम से सूचना आ रही है कि यहां कार्यरत कई पत्रकार काफी परेशान हैं. जगदीप चीमा पत्रकारों से संपर्क कर मोटी सैलेरी देने का लालच देता है और 5 स्टार होटल में उनके साथ मीटिंग करता है. पंजाब के कई बड़े नामवर एंकर और रिपोर्टर्स के साथ ये मीटिंग्स भी कर चुका है. उसके बाद मौजूदा जॉब छोड़ कर न्यूज़ नंबर के साथ जुड़ने के लिए कहता है. ज्वाइन करने के बाद ये अपना असली चेहरा देखना शुरू कर देता है. हर काम में दखल देना और मानसिक तौर पर परेशान करना शुरू कर देता है.
देवकी नंदन मिश्रा बने राष्ट्रीय सहारा कानपुर के यूनिट हेड, अमर सिंह का लखनऊ तबादला
राष्ट्रीय सहारा लखनऊ से खबर मिल रही है कि देवकी नंदन मिश्रा का तबादला कानपुर कर दिया गया है. उन्हें राष्ट्रीय सहारा कानपुर यूनिट का हेड बनाया गया है. इस बाबत जारी सरकुलर में कहा गया है कि श्री मिश्रा रेवेन्यू जेनरेशन से लेकर प्रशासकीय और संपादकीय समेत सभी मामलों के लिए जिम्मेदार होंगे.
मुकेश यादव आउटलुक के हिस्से बने, चैती नरुला ने रिपब्लिक टीवी को अलविदा कहा
देहरादून से खबर है कि न्यूज18 डिजिटल से मुकेश यादव ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नई पारी की शुरुआत दिल्ली में आउटलुक डिजिटल के साथ की है. इस बाबत मुकेश यादव ने फेसबुक पर जो सूचना अपने परिचितों के लिए पोस्ट की है, वह इस प्रकार है :
बंद हो चुके लाइव इंडिया चैनल के प्रबंधन ने मीडियाकर्मियों की सेलरी हड़प ली
Arunesh Dwivedi : ‘जनमत’ नाम से लॉंच …लाइव इंडिया नाम से रीलॉंच ..चैनल बंद… Live India चैनल की हालत और वहां काम करने वाले पत्रकारों के हालात बेहतर नहीं हुए…बल्कि इतने बदतर हुए कि अब ये चैनल ऑफ एयर यानि बंद हो चुका है…हाल ही में सीनियर लेवल में काम करने वाले मेरे एक मित्र ने बताया कि एडवांस में एक महीने का चेक देना तो दूर..जिन महीनों में काम किया है..उसकी भी सैलरी नहीं दी..!! यानि ये चैनल भी अब P7, CNEB, News Express, Voice of India और महुआ जैसे कई बंद होने वाले चैनलों की लिस्ट में आ गया है..
डीडी न्यूज भोपाल से जुड़े कांट्रैक्चुअल इंप्लाइज को चार महीने से सेलरी नहीं
Complaint of Atrocities on Employees (Salary Not Paid for 4 Months) at DD News Bhopal… I want to highlight the sheer slackness of officials at Doordarshan Kendra, Bhopal. Grave atrocities are being committed on contractual employees of Regional News Unit of DD News, Bhopal. Due to indifferent attitude of officials the remuneration of contractual employees at Regional News Unit , Doordarshan Bhopal has not been paid since last 4 months.
मजीठिया वेज अवॉर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला अचंभित करने वाला होगा
एक बार फिर सन्नाटे का आलम है। हर कंठ ने चुप्पी-खामोशी का उपकरण धारण कर रखा है। यह म्यूट यंत्र उन आवाजों पर भी हावी है जो कभी सर्वोच्च अदालत, वकीलों, केस करने के अगुआ लोगों और उनके समर्थकों-संग चलने वालों के हर रुख, हर कदम, हर पहल, हर चर्चा की केवल और केवल आलोचना करते रहते थे। उन्हें केवल खराबी-बुराई ही नजर आती थी-आती रही है। मीन-मेख निकालना जिनका परम कर्त्तव्य रहा है। लेकिन अंदरखाते इन केसों की सकारात्मक उपलब्धियों पर दावा जताने, अपना हक जताने, उसे पाने की चाहत रखने की मरमर भी उनके कंठों से अविरल-अनवरत फूटती रही है।
जबरन वसूली करने वाले ऐसे पत्रकार नेताओं से रहें सावधान
चेन्नई : एक कथित पत्रकार वी. अंबलगन, जो चेन्नई पत्रकार यूनियन (सीयूजे) के अध्यक्ष होने का दावा करता है, को गिरफ्तार कर कोयंबटूर जेल २६ अप्रैल २०१७ के दिन भेज दिया गया है। उस पर आईपीसी के विभिन्न धाराओ के तहत इलज़ाम लगाया गया है। अंबलगन पर आरोप है कि वह अपनी पत्रिका “उल्लाच्चि अल्सल” में कुछ झूठे कई उन लोगों के खिलाफ प्रकाशित कर चुका हैं, क्योंकि उन लोगों ने उसकी पैसे की मांगों को पूरा नहीं किया। तमिलनाडु के श्रम आयुक्त ने चेन्नई यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स का पंजीकरण रद्द कर दिया है।
क्रांतिकारी कबीर को नमन!
“जो तूं ब्राम्हण, ब्राह्मणी का जाया!
आन बाट काहे नहीं आया !!”
– कबीर
(अर्थ- अपने आप को ब्राह्मण होने पर गर्व करने वाले ज़रा यह तो बताओ की जो तुम अपने आप की महान कहते हो..! तो फिर तुम किसी अन्य रास्ते से या अन्य तरीके से पैदा क्यों नहीं हुआ ? जिस रास्ते से हम सब पैदा हुए हैं, तुम भी उसी रास्ते से ही क्यों पैदा हुए ?)
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एचटी और नईदुनिया जैसे बड़े अखबार भोपाल की प्राइम लोकेशन पर बंगला कबाड़े हुए हैं!
मध्यप्रदेश की साहसिक महिला राजपत्रित अधिकारी ने बरसों धीरज रखने के बाद अपने दाम्पत्य जीवन के कृष्ण पक्ष को सकुचाते हुए सार्वजनिक किया है. इससे संबंधित पोस्ट में जहाँ साहित्यिक गतिविधियों से जुड़े पति के भटकने का सच है वहीं अनजाने ही पत्रकार कोटे के सरकारी मकानों का काला सच एक बार फिर सामने आ गया है. मैं इस काले सच को हाईकोर्ट में जनहित याचिका के मार्फ़त उजागर कर चुका हूं.
यूपी की इकलौती आईटी सिटी नोएडा अपराधियों के निशाने पर है
Rajendra Tripathi : आईटी सिटी नोएडा में ठक-ठक गैंग ….. सावधान- यूपी की इकलौती आईटी सिटी नोएडा अपराधियों के निशाने पर है। अपराधियों का दुसाहस और नौकरशाहों की लापरवाही का अगर यही हाल रहा तो आईटी इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग पलायन करने लगेगें। कम से कम प्रतीक तिवारी के साथ हुई घटना तो यही बताती है। साथ में यह भी बताती है कि पुलिस के कामकाज के रवैये में कोई फर्क नहीं आने वाला चाहे उनकों कितनी सुविधाएं दे दी जाएं।
NDTV India पर सुशील बहुगुणा की उत्तराखंड से पलायन पर शानदार रिपोर्ट
Ila Joshi : कल NDTV India पर Sushil Bahuguna की उत्तराखंड से पलायन पर रिपोर्ट देख रही थी और ये एक संयोग ही है कि पलायन की सबसे ज़्यादा मार झेलते दोनों ज़िले, पौड़ी और अल्मोड़ा, से मेरा सम्बन्ध है। एक माँ का घर और एक पिता का, कभी बचपन में छुट्टियों में गए थे अब तो वहां जाने का बहाना भी नहीं मिल पाता। मेरा एक सपना है कि अपना घर अगर कहीं बनाउंगी तो वो उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में ही होगा, लेकिन अभी उस सपने को पूरा करने के लिए पैसे जोड़ने बाकी हैं.
प्रयुक्ति जैसे दिशाहीन अखबार का एक साल से निकलना चौंकाने वाला सच है!
पत्रकारिता की दुर्दशा देख रोना आता है… खास तौर से हिंदी पत्रकारिता का हाल बेहद बुरा है। बात कर रहा हूं प्रिंट मीडिया की। इलेक्ट्रानिक पर बात करना तो समय जाया करना है। हाल बुरा है..कुछ सरकार के कारण, कुछ अखबार मालिकों के कारण, कुछ तथाकथित संपादकों के कारण और कुछ इस प्रोफेशन में घुस आए ऐसे लोगों के कारण जिन्हें इस पेशे के तय मानदंडों से कुछ लेना-देना नहीं है। उन्हें मतलब है तो सिर्फ नेताओं और अधिकारियों के साथ तस्वीरें खिंचाने, उन तस्वीरों को छापने और फिर उसे दिखा कर राजनीतिक गलियारों में घुस अपना स्वार्थ साधने व अपनी दुकानदारी चलाने से।
साइकिल से 2300 किमी यात्रा कर चुके एक्टिविस्ट शाह आलम अब चम्बल में जन संसद शुरू करेंगे
पचनद, जालौन : साइकिल से करीब 2300 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर चुके एक्टिविस्ट शाह आलम अब चम्बल के बीचो-बीच 25 मई से जन संसद शुरू करने जा रहे हैं। 25, मई 1857 में यहाँ से शुरू होने वाली जनक्रांति के 160 साल पूरे होने पर शुरू हो रही जनसंसद के दौरान चम्बल घाटी के अवाम, एक्टिविस्ट व जन प्रतिनिधि का जमावड़ा होगा। जन संसद के दौरान चम्बल की समस्याओं को उजागर किया जाएगा। जनसंसद में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान राज्यों के लोग शरीक होंगे। कई सत्रो तक चलने वाली जन संसद में लोगों के बीच से एक-एक सत्र के लिए अलग-अलग जन सांसद चुना जाएगा, जो अपने इलाके की समस्याएं रखेंगे। इन समस्याओं का दस्तावेजीकरण कर सरकार व प्रशासन के सामने रखा जायेगा।
Former CJI Justice TS Thakur committed two great mistakes in Triple Talaq matter
Former CJI Justice TS Thakur committed two great mistakes in Triple Talaq matter: (1) allowed Muslim Personal Law Board & Jamiat-Ulema-E-Hind as main respondents and (2) not issued notices to Ministry of Women & Child Development, Nation Women Commission, Ministry of Minority Affairs & National Minority Commission. Because Triple Talaq matter is related to Ministry …
सिब्बल साहब… 3 तलाक आस्था से कहीं ज्यादा अय्याशी का विषय होता जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में 3 तलाक को डिफेंड करते हुये कपिल सिब्बल ने इसे आस्था का विषय बता दिया। और तो और, इसे अयोध्या और भगवान राम से जोड़कर उदाहरण भी दे डाला। लेकिन माननीय नेताजी और बड़े वाले वकील साहब, यह भी बताइये कि श्री राम, अयोध्या में जन्में थे, इससे किसी स्त्री पर शादी टूटने का क्या खतरा? इससे किसी गृहस्थी के बर्बाद होने का क्या खतरा? इससे किसी औरत के जीवन से खिलवाड़ का क्या खतरा?
मुसहरों का दुख देखा न गया तो इस लड़की ने कैमरे को बनाया हथियार (देखें डाक्यूमेंट्री)
Abhishek Prakash : नागिन डांस करने वाली लड़की से मिले हैं आप! बोले तो ‘बाबा टाइप लड़की’! ऐसी एक लड़की मिली मुझे। बेपरवाह कान में ईयरफोन लगाए ,मन किया तो जोर-जोर से गाने वाली एक मस्तमौला फ़क़ीरी अंदाज़ वाली लड़की। सच कहूं तो खाप-पंचायत की खोज इन जैसों के भय से ही पूर्व में संस्कृति के ठेकेदारों ने की होगी! पर आप इससे बात करिए।
सहारनपुर कांड : आठ प्रदेशों के सामाजिक संगठनों की 28 प्रतिनिधियों वाली समिति ने जांच रिपोर्ट पेश की, आप भी पढ़ें
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में शब्बीरपुर गाँव के दलितों पर हमले, आगजनी तथा तोड़फोड़ की घटना 5 मई, 2017 को घटित हुयी जिस में 14 दलित बुरी तरह से घायल हुए थे, लगभग 60 घर जलाये गए तथा लूटपाट की गयी. इस घटना की जांच 8 राज्यों: दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु तथा उत्तर प्रदेश के सामाजिक संगठनों के 28 प्रतिनिधियों के जांच दल द्वारा दिनांक 14 व 15 मई को सहारनपुर जाकर की गयी. जाँच से निम्नलिखित तथ्य प्रकाश में आये :
भड़ास सर्वे : आपका पसंदीदा नेशनल हिंदी न्यूज चैनल कौन है?
Yashwant Singh : आपका पसंदीदा नेशनल हिंदी न्यूज चैनल कैटगरी में अभी जो शुरुआती सर्वे के नतीजे आए हैं, 200 लोगों के वोट करने के बाद, उसके टाप 4 परिणाम यूं हैं.
1- एनडीटीवी
2- जी न्यूज
3- कोई नहीं
4- आजतक
अनिल माधव दवे जी आरओ तकनीक के सख्त खिलाफ थे
पर्यावरण संत अनिल माधव दवे कर रहे थे एक बड़ी योजना पर काम, ये थी उनकी अंतिम इच्छा…
शांत चित्त चेहरा, हमेशा बनी रहने वाली मुस्कान और गंभीरता से सभी की बात को सुनने की कला ये वो बातें हैं जो मेरे जेहन में स्व. अनिल माधव दवे की स्मृतियों को हमेशा जिंदा रखेंगी। मितभाषी होने के साथ साथ वो समय के संपूर्ण उपयोग पर विशेष ध्यान देते थे। मेरा सौभाग्य है कि मुझे उन्हें नजदीक से जानने का मौका मिला। उनके एक प्रोजेक्ट के बारे में मैंने ब्लॉग लिखा था। जिसमें सिंगापुर युनिवर्सिटी के वॉटर रिसर्च डिपार्टमेंट के एक शोध के बारे में बताया गया था। दवे जी इस तकनीक से बहुत प्रभावित थे क्यूंकि वो मध्य प्रदेश के हर गांव में पीने का शुद्ध पानी देने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे थे। पर्यावरण विद् और वैज्ञानिक सोच का होने की वजह से वो जानते थे कि पानी को शुद्ध करने की उपलब्ध तकनीक पानी को बहुत बर्बाद करती हैं और पानी के पोषक तत्वों को भी खत्म कर देती हैं।
स्मृति शेष – अनिल माधव दवे : बौद्धिक तेज से दमकता था उनका व्यक्तित्व
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री अनिल माधव दवे, देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में थे, जिनमें एक बौद्धिक गुरूत्वाकर्षण मौजूद था। उन्हें देखने, सुनने और सुनते रहने का मन होता था। पानी, पर्यावरण, नदी और राष्ट्र के भविष्य से जुड़े सवालों पर उनमें गहरी अंर्तदृष्टि मौजूद थी। उनके साथ नदी महोत्सवों ,विश्व हिंदी सम्मेलन-भोपाल, अंतरराष्ट्रीय विचार महाकुंभ-उज्जैन सहित कई आयोजनों में काम करने का मौका मिला। उनकी विलक्षणता के आसपास होना कठिन था। वे एक ऐसे कठिन समय में हमें छोड़कर चले गए, जब देश को उनकी जरूरत सबसे ज्यादा थी। आज जब राजनीति में बौने कद के लोगों की बन आई तब वे एक आदमकद राजनेता-सामाजिक कार्यकर्ता के नाते हमारे बीच उन सवालों पर अलख जगा रहे थे, जो राजनीति के लिए वोट बैंक नहीं बनाते। वे ही ऐसे थे जो जिंदगी के, प्रकृति के सवालों को मुख्यधारा की राजनीति का हिस्सा बना सकते थे।
रिपोर्टरों की इनवेस्गेटिव स्टोरीज पर मीडिया मालिक कर लेते हैं डील… सुनिए एनडीटीवी की कथा
Abhishek Srivastava : एक और कहानी। एनडीटीवी में किसी ने पहाड़ पर लग रही एक परियोजना पर स्टोरी बड़ी मेहनत से की। स्टोरी लेकर वो आया। इनजेस्ट करवाया। जिस दिन उसे प्रसारित होना था, उस दिन उसके पास वरिष्ठ का फोन आया। कहा गया- तुम बोलो तो चला दें। अब ये भी कोई बात हुई भला? ख़बर की ही थी चलाने के लिए। न चलाने का विकल्प कहां है। रिपोर्टर ने भी स्वाभाविक जवाब दिया। ख़बर नहीं चली क्योंकि परियोजना और चैनल के बीच एक नाम कॉमन था- जिंदल। अब रिपोर्टर क्या करे? नौकरी छोड़ दे? आप उसका घर चलाएंगे? क्या वो किसी हथियार कारोबारी सांसद को खोजे अपनी स्टोरी पर पैसा लगाने के लिए? अगर उसकी नीयत और उसका विवेक सही है तो वह ऐसा कुछ नहीं करेगा, बल्कि बिना बिदके अगली बढि़या स्टोरी करेगा। क्यों? क्योंकि एक स्तर पर अपनी की हुई ख़बर से वह मुक्त हो चुका है और अपनी सीमाएं जानता है।
कपिल सिब्बल को तीन तलाक की वकालत करने की क्या जरूरत थी?
Nitin Thakur : कपिल सिब्बल ने तीन तलाक की पैरवी करते हुए कोर्ट में कहा कि ये चौदह सौ साल पुरानी परंपरा है इसलिए खत्म मत कीजिए.. इससे मुसलमानों की आस्था जुड़ी है. कसम से.. सिब्बल साहब ने कहीं सती प्रथा के मामले में जिरह की होती तो आस्था के नाम पर औरतें आज भी चिता में धकेली जा रही होतीं.
आते ही छाया अरनब का रिपब्लिक टीवी, टीआरपी में नंबर वन बना
टाइम्स नाऊ को नंबर वन बनाए रखने वाले अरनब गोस्वामी जब अपना चैनल रिपब्लिक टीवी लेकर आए तो आते ही छा गए. उनका अंग्रेजी न्यूज चैनल रिपब्लिक टीवी नंबर वन बन गया है टीआरपी में और टाइम्स नाऊ को नंबर दो पर संतोष करना पड़ रहा है. सुभाष चंद्रा का नया शुरू हुआ चैनल सबसे आखिरी पायदान पर है. नंबर तीन पर अंग्रेजी न्यूज चैनल एनडीटीवी है. सीएनएन नंबर चार पर है और इंडिया टुडे नंबर पांच पर.
रिपब्लिक टीवी पर प्रसारित कार्यक्रम के चलते अरनब गोस्वामी पर आपराधिक मुकदमा दर्ज
Former bosses of Arnab Goswami have filed a criminal case against the media tycoon for the “violation of intellectual property rights” when he was previously working with a big shot media house BCCL. After taking the Indian media by storm, Arnab Goswami has landed himself in a thick soup as even the News Broadcasters Association (NBA) goes forth in saying that “TRAI’s” broadcasting rules have been severely violated by the Republic TV’s founder Arnab Goswami.
रजत शर्मा, रोहित सरदाना, सुधीर चौधरी, अर्णब गोस्वामी, गौरव सावंत ने उस ‘एकपक्षीय’ मीडिया को ‘बहु-पक्षीय’ बनाया!
Abhinav Shankar : आज जब मोदी सरकार के तीन साल पूरे हुए हैं तो इन तीन सालों में हुए बदलावों पर स्वाभाविक रूप से पूरे देश में चर्चाओं का एक दौर चला है। जाहिर है कई विषयों पर चर्चा होगी। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सामरिक, रणनीतिक। मैं आज इन विषयों पर बात नहीं करना चाहता। इसके कई कारण हैं। पहला तो ये कि मैं अक्सर इन क्षेत्रों में हो रहे बदलावों पर ब्लॉग वगैरह पर लिखता रहा हूँ। दूसरा, आज इन चीजों पर पहले ही टनों स्याही बहाई जा चुकी होगी और तीसरा जिस विषय पर में बात करना चाहता हूं वो आज शर्तिया नहीं हुई होगी या हुई भी होगी तो उस परिप्रेक्ष्य में नहीं हुई होंगी जिस परिपेक्ष्य में होनी चाहिए।
टाइम्स नाऊ वालों ने टेप न चलाने के वास्ते लालू यादव और शशि थरूर से कौन-सी डील की थी!
Saurabh Bhaarat : टाइम्स नाउ चैनल ने अपने पुराने सम्पादक अर्नब गोस्वामी और रिपब्लिक चैनल पर FIR कर दी है। टाइम्स नाउ का आरोप है कि चाराचोर लालू और माफिया शहाबुद्दीन के बीच बातचीत और सुनन्दा पुष्कर हत्या केस में शशि थरूर से जुड़े जो टेप अर्नब ने अपने चैनल पर दिखाकर टीआरपी बटोरी, वो दरअसल टाइम्स नाउ के पास बहुत पहले से थे और अर्नब ने बिना टाइम्स नाउ की अनुज्ञा के ये टेप अपने चैनल पर चला दिये।
नवभारत टाइम्स प्रबंधन, मधुसूदन आनंद और दिलबर गोठी बताएं अभिषेक श्रीवास्तव की वो स्टोरी कहां गई?
Abhishek Srivastava : ग़ाजि़याबाद-दिल्ली की सीमा से सटी एक भूषण स्टील कंपनी है। अगर सामूहिक याददाश्त शेष है, तो बताना चाहूंगा कि बरसों पहले वहां लोहे के स्क्रेप में रॉकेट लॉन्चर का विस्फोट हुआ था जिसमें कुछ मज़दूर मौके पर मारे गए थे। कुछ गायब हो गए थे। मैं उस वक्त नवभारत टाइम्स में था। मैंने संपादक मधुसूदन आनंद की अनुमति से छानबीन की तो पाया कि कुछ घायल मज़दूरों को पुलिस के आने से पहले मौके पर ही ब्वायलर में डालकर दफ़न कर दिया गया था। ऐसे लापता मज़दूरों के परिजनों के हलफ़नामे समेत कई सबूतों के साथ मैंने स्टोरी फाइल की।
पत्रकारों के लिये आजकल सबसे बड़ी चुनौती है खालिस पत्रकार के रूप में बचे रहना !
Pushya Mitra : आजकल पत्रकारों के लिये सबसे बड़ी चुनौती है, खालिस पत्रकार के रूप में बचे रहना। एक तो सैलरी कम है, दूसरा बुढ़ापे में बेरोजगारी का खतरा रहता है, सबसे इनसिक्योर जॉब है। फिर प्रलोभन भी कई हैं। राजनीतिक दल में जा सकते हैं, प्रवक्ता बन सकते हैं, किसी के जनसंपर्क अधिकारी बन सकते हैं, एक्टिविज्म के फील्ड में भी अब सातवां वेतन आयोग टाइप सैलरी मिलती है, किसी आयोग या संस्थान के सचिव-अध्यक्ष हो सकते हैं, किसी बड़े मंत्री या अधिकारी के लाइजनर बन सकते हैं, सरकारी तंत्र का सहयोग लेकर खुद का ही बड़ा धंधा शुरू कर सकते हैं, पत्रकार रहते हुए भी ट्रांसफर पोस्टिंग और ठेके दिलाने का साइड धंधा शुरू कर सकते हैं।
मोदी के तीन साल पूरे होने पर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया यह संदेश!
बीजेपी को बहुमत मिलने पर एक मोदीभक्त 16 मई 2014 को ख़ुशी के मारे बेहोश हुआ और सीधा कोमा में चला गया था। लगभग 36 महीने कोमा में रहने के बाद कल ही उसे होश आया। होश में आते ही उसने अपने डाक्टर दोस्त से निम्न प्रश्न पूछे ….
19वें सप्ताह की टीआरपी : ‘न्यूज नेशन’ को पीछे कर आगे बढ़ चला ‘इंडिया न्यूज’
इस साल के 19वें सप्ताह के टीआरपी के आंकड़े कोई बड़ा फेरबदल नहीं दिखा रहे हैं. सब अपनी अपनी जगह पर हैं. इंडिया न्यूज को टीआरपी में सबसे ज्यादा (0.5) बढ़त मिली है और न्यूज नेशन को इतना ही नुकसान हुआ है. इसके चलते इंडिया न्यूज अब न्यूज नेशन से आगे हो गया है. आजतक नंबर एक. इंडिया टीवी नंबर दो. जी न्यूज नंबर तीन, एबीपी न्यूज नंबर चार, न्यूज18इंडिया नंबर पांच और इंडिया न्यूज नंबर छह पर है.
लोअर बर्थ महंगा करने को तत्पर प्रभुजी इन उपायों से भी कराएं रेलवे को भरपूर कमाई :)
रेल मंत्री को सोशल मीडिया पर मिल रहे कुछ नायाब सुझाव, देखें-जानें….
रेल मंत्री सुरेश प्रभु अब लोअर बर्थ / विंडो सीट बेचकर रेलवे की आय बढ़ाएंगे. इस लोअर बर्थ और विंडो सीट को पाने के लिए किराया बढ़ाये जाने की तैयारी है. सुरेश प्रभु के राज में रेलवे को कई अन्य तरीकों से भी आय हो सकता है. इस बारे में सोशल मीडिया पर तरह तरह के सुझाव प्रभु को मिल रहे हैं. कुछ सुझाव यहां संकलित करके प्रकाशित किए जा रहे हैं…
मजीठिया वेज बोर्ड मामले में ‘हिंदुस्तान’ अखबार को क्लीनचिट देने वाली शालिनी प्रसाद की झूठी रिपोर्ट देखें
यूपी में अखिलेश यादव सरकार के दौरान श्रम विभाग ने झूठी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि एचटी मीडिया और एचएमवीएल कंपनी यूपी में अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ की सभी यूनिटों में मजीठिया वेज बोर्ड को लागू करके सभी कर्मचारियों को इसका लाभ देकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तरह अनुपालन कर रही है. श्रम विभाग की यह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश की तत्कालीन श्रमायुक्त शालिनी प्रसाद ने 06 जून 2016 को सुप्रीम कोर्ट में मजीठिया वेज बोर्ड के मामले में अखबार मालिकों के विरुद्ध विचाराधीन अवमानना याचिका संख्या- 411/2014 में सुनवाई के दौरान शपथपत्र के साथ दाखिल की है.
न्यूज नेशन के एंकर रमेश भट्ट बन गए उत्तराखंड के सीएम के सलाहकार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने अपना नया मीडिया सलाहाकर नियुक्त किया है. ये हैं हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज नेशन’ में डिप्टी एडिटर के तौर पर कार्यरत एंकर / पत्रकार रमेश भट्ट. यह आदेश उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस. रामास्वामी ने जारी किए हैं.
राज्यसभा की मीडिया एडवाइजरी समिति में जयशंकर गुप्त नामित
Jaishankar Gupta : उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी साहेब एवं राज्यसभा सचिवालय का तहे दिल से शुक्रिया। मुझे उन्होंने अगले कार्यकाल यानी 2017-18 के लिए राज्यसभा की मीडिया एडवाइजरी समिति का सदस्य मनोनीत किया है। हमारी कोशिश उन अपेक्षाओं पर खरा उतरने की होगी जिन्हें सामने रखकर मेरा चयन किया गया है।
आज 17 मई, आज अनुराग तिवारी का जन्मदिन… लेकिन यह युवा आईएएस नहीं रहा… अलविदा दोस्त
Abhishek Upadhyay : आज अनुराग का जन्मदिन है। सुबह से सोच रहा था, कि अब फोन मिलाऊं। अच्छा नहा लूं। फिर मिलाता हूं। पूजा रह गई है। वो करके तफ्सील से बात करूंगा। जब तक मोबाइल हाथ में उठाया, 9.45 हो चुके थे। टीवी चल रही थी। अब तक लखनऊ में एक आईएएस की मौत की खबर ब्रेकिंग न्यूज बनकर चलना शुरू हो चुकी थी। मैं पागलों की तरह चैनल बदल रहा था। गलत खबरें भी चल जाती हैं, कभी-कभी। मगर हर चैनल पर वही खबर। कर्नाटक काडर का आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी।
‘नेशनल दस्तक’ वालों के छिछोरेपन से आहत ‘दलित दस्तक’ के संस्थापक और संपादक अशोक दास ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति
अशोक दास (संपादक, दलित दस्तक)
मैं सार्वजनिक तौर पर कुछ कहना या लिखना नहीं चाहता था। मैं सोचता था कि एक काम हो रहा है, चलो अच्छा है। तमाम मंचों से बात होनी चाहिए, प्रसार ज्यादा होगा, लेकिन अब कुछ ज्यादा हो गया है। मैं सार्वजनिक तौर पर कहने को मजबूर हो गया हूं, क्योंकि अब “वो” मुझसे जुड़े लोगों को ही बरगलाने लगे हैं।
महाभ्रष्टाचारी अरुण मिश्रा ने हिंदुस्तान टाइम्स की मालकिन शोभना भरतिया को भेज दिया लीगल नोटिस!
उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन (यूपीएसआईडीसी) के विवादित चीफ इंजीनियर अरुण मिश्रा ने हिंदुस्तान टाइम्स अखबार को लीगल नोटिस भेज दिया है. हिंदुस्तान टाइम्स में कानपुर डेटलाइन से रिपोर्टर हैदर नकवी ने एक रिपोर्ट छापी कि कैसे एक लाख रुपये महीने तनख्वाह पाने वाला एक बाबू (यानि अरुण मिश्रा) देश के शीर्षस्थ वकीलों को अपना मुकदमा लड़ने के लिए हायर करने की क्षमता रखता है. ये शीर्षस्थ वकील हैं सोली सोराबजी, हरीश साल्वे, मुकुल रोहतगी और अन्य.
नवभारत टाइम्स ने सांसद पप्पू यादव की हत्या करा दी!
हत्या हुई आरजेडी नेता पप्पू यादव की लेकिन फोटो लगा कर छाप दिया सांसद पप्पू यादव की… धन्य है नवभारत टाइम्स के डिजिटल सेक्शन वाले बालकों… जब इतने बड़े ब्रांड में इस लेवल की गलती हो जा रही है तो दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर के डिजिटल वाले तो यकीनन गलती करने के लिए ही पैदा हुए होंगे…
चौथी दुनिया से बाहर निकाले गए पत्रकार ने पुलिस थाने में दी लिखित शिकायत
नोएडा : 12 मई को हर रोज की तरह वह चौथी दुनिया के कार्यालय गया। उसने अपना काम शुरू किया। उसे नहीं पता था कि उसके खिलाफ साजिशें हो चुकी हैं। दोपहर करीब 1 बजे तक वह अपना काम करता रहा। उसके बाद खाने के लिए बाहर गया। उसके बाहर होने रहने के दौरान पहले उसके कंप्यूटर का पासवर्ड बदला गया। वह वापस आया तो रिसेप्शन पर बताया गया कि जाकर रामपाल जी से बात कर लें, कुछ खास काम है। उस समय तक भी उसे पता नहीं था कि आज इस कार्यालय में उसका आखिरी दिन होगा।
महिला पत्रकारों का राष्ट्रीय सम्मेलन मुंबई में 24 जून से
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट महाराष्ट्र ने आगामी 24 जून को महिला पत्रकारों का 2 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया है। देश भर के सभी स्थानों से लगभग 500 से अधिक महिलाएं सम्मेलन में भाग लेंगी। सम्मेलन 24 व 25 जून को वासुदेव बलवंत फडके नाट्यगृह, पनवेल (मुंबई) में आयोजित होगा। एनयूजे महाराष्ट्र के अध्यक्ष डॉ. उदय जोशी ने बताया कि सम्मेलन में तीन परिसंवाद होंगे। सभी क्षेत्रों से आने वाली वरिष्ठ महिला पत्रकार विचार विमर्श करेंगी। इसमें कार्यस्थल पर आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा होगी।