फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग की सुरक्षा पर 83 करोड़ रुपये खर्च हुए

फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग की सुरक्षा पर इतने पैसे खर्च होते हैं जितनी बहुत सारे बड़े लोगों की सेलरी नहीं होगी. फेसबुक इंक ने बताया है कि उसने जकरबर्ग की सुरक्षा में बीते साल 4.26 मिलियन डॉलर यानी करीब 28 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च किए हैं, जबकि तीन बीते वर्षों में यह राशि‍ 12.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 83 करोड़ रुपए है.

न्यूज वर्ल्ड इंडिया चैनल के मालिक नवीन जिंदल के खिलाफ कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला मामले में आरोप निर्धारण का आदेश

नई दिल्ली : कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले के एक मामले में एक विशेष अदालत ने न्यूज वर्ल्ड इंडिया चैनल के मालिक और उद्योगपति नवीन जिंदल, पूर्व कोयला राज्यमंत्री दसारी नारायण राव तथा 13 अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश में आरोप निर्धारण का आदेश दिया है। विशेष सीबीआई जज भरत पराशर ने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (आपराधिक साजिश) साथ में 409 और 420 और भ्रष्टाचार निवारक कानून की धारा 13(1)(सी), 13(1)(डी) के तहत आरोप तय किए जाएं। अदालत ने हालांकि कहा कि आरोपियों के खिलाफ औपचारिक तौर पर आरोप बाद में तय किए जाएंगे।

यूपी के खराब सूचना आयुक्तों के नाम का खुलासा : मुलायम के समधी अरविन्द बिष्ट टॉप पर, जावेद उस्मानी नंबर दो

लखनऊ : येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव और सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा, आरटीआई कार्यकर्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी, आरटीआई विधिक सलाहकार और उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ के अधिवक्ता रुवैद कमाल किदवई और आरटीआई एक्सपर्ट आर.एस. यादव ने आज लखनऊ में एक प्रेस वार्ता को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए सबसे खराब सूचना आयुक्त पता लगाने के वास्ते किए जा रहे सर्वे के परिणाम सार्वजनिक किये. सर्वे के आधार पर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के समधी सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट को सूबे का सबसे खराब सूचना आयुक्त बताया गया है तो वहीं जन सूचना अधिकारियों द्वारा आरटीआई आवेदनों के निस्तारण में की जा रही हीलाहवाली आरटीआई एक्ट के क्रियान्वयन की सबसे बड़ी बाधा के रूप में सामने आयी है.

मिशेल के 6 मिलियन यूरो के कमाल से भारतीय पत्रकारों का कलम और कैमरा दोनों बंद रहा!

भारतीय पत्रकारों को मैनेज करने पर अगस्‍ता ने खर्च किए 45 करोड़ रुपए!

वीवीआईपी हेलीकॉप्‍टर घोटाले में दुबई में बैठे जिस बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल का नाम बार-बार आ रहा है, उसे AgustaWestland की मूल कंपनी Finmeccanica ने भारतीय पत्रकारों को मैनेज करने के लिए साल 2010 से 2012 के बीच करीब 6 मिलियन यूरो (करीब 45 करोड़) रुपए दिए! दस्‍तावेजों से यह जाहिर होता है कि Finmeccanica ने मिशेल की दुबई स्थित कंपनी Global Services FZE के साथ करार किया। आपको ज्ञात होना चाहिए कि अगस्‍ता वेस्‍टलैंड का डील वर्ष 2009 में फाइनल हुआ था और डील के फाइनल होते ही इसमें ली गई घूस आदि की खबर को दबाए रखने के अर्थात मीडिया मैनेजमेंट के लिए सन् 2010 में Finmeccanica ने मिशेल की कंपनी Global Services FZE से करार किया।

अगस्ता वेस्टलैंड घूस कांड : अंग्रेजी के पत्रकारों ने 45 करोड़ की रिश्वत खाई, पेड न्यूज का घिनौना चेहरा सामने आया

Padampati Sharma : मीडिया की संलिप्तता से झुक गया पत्रकार बिरादरी का सिर… अगस्ता वेस्टलैंड घूस कांड में नेता, नौकरशाह और सैन्य अधिकारियों के साथ मीडिया की भी संलिप्तता ने पत्रकार बिरादरी का सिर शर्म से झुका दिया. पेड न्यूज का घिनौना चेहरा खुल कर सामने आया. मुख्य अभियुक्त ब्रिटिश दलाल मिशेल को 60 मिलियन यूरो दिए गए थे 22 महीने तक इस मामलों में मीडिया की जुबान बंद रखने के लिए. दो राय नहीं कि मीडिया में कई बदनाम चेहरे हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि सैकड़ों करोड़ की संपत्ति उनके पास है. उनमें भी कुछ पूछने लगें हैं कि वे कौन हैं जो इस लूट के हिस्सेदार बने?

My leader and guide Jayasheel Rao

The IFWJ mourns the death of its stalwart and founder S.V. Jayasheel Rao at 88 in Bengluru on 28 April 2016. Since his wife’s death some years ago, Jayasheel Rao felt lonely, melancholy gripping him. From IFWJ view point it must be said to Jayasheel Rao’s credit that he fought and got IFWJ posts on his own. He had no political support like most other office-bearers. He was not gifted the IFWJ secretary general’s post. The then President Attu Raghvan of the CPI had per force nominated Jayasheel Rao as the Secretary General because Raghvan had secured just decimal five percent vote margin in his victory over me in 1981. Raghvan did a wise act by nominating Jayasheel Rao as secretary-general which kept the organization united.

मैं भोजपुरी चैनल में एंकर हूँ, मुझे भोजपुरी तो नहीं आती लेकिन मालिक बहुत मानते हैं!

भोजपुरी भाषा -संस्कृति का तमाशा बनाने वालों के गाल पर जोरदार तमाचा मारती मनोज भावुक की तीन कविताएं… मनोज भावुक रूप-श्रृंगार और जीवन-दर्शन की बात करने वाले महज़ भावुक ग़ज़लकार ही नहीं, वरन समाज की विसंगतियों, विद्रूपताओं और भाषा-संस्कृति पर हो रहे अत्याचार पर तिलमिलाकर आग का राग भी सुनाने का काम करते हैं। पेश हैं भोजपुरी को हेय दृष्टि से देखने वालों और भोजपुरी भाषा-संस्कृति का तमाशा बनाने वालों के गाल पर जोरदार तमाचा रसीद करती मनोज भावुक की तीन कविताएँ…

अवैध खनन का कवरेज करने गए होशंगाबाद के दो मीडियाकर्मियों का हुआ अपहरण, माफियाओं ने की मारपीट

पुलिस अधीक्षक ने कहा- पैसों की मांग की थी मीडियाकर्मियों ने

होशंगाबाद । मुख्यालय से 8 किमी दूर अवैध रेत खनन का कवरेज करने गए सहारा समय के संवाददाता प्रशांत दुबे, दैनिक भास्कर के फोटोग्राफर आजाद सिरवैया व ड्राइवर नीलकंठ का 10 दिन पहले रेत माफियाओं ने अपहरण किया और तीनों के साथ जमकर मारपीट की। मीडियाकर्मियों को मौके पर पहुंची पुलिस ने छुड़ाया। आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी न होने पर जिले के सभी मीडियाकर्मी ने लगातार प्रदर्शन भी किया।

उपेंद्र राय ने सीईओ और एडिटर इन चीफ पद से इस्तीफा दिया

जब मालिक पैसे नहीं देगा तो सीईओ और एडिटर इन चीफ क्या कर लेगा. लंबे समय के जद्दोजहद के बाद उपेंद्र राय ने इस्तीफा दे दिया. बात वही थी. सुब्रत राय फंड रिलीज नहीं कर रहे थे और कर्मचारियों की सेलरी की डिमांड बढ़ती जा रही थी. ऐसे में रोज रोज के किच किच से तंग आकर उपेंद्र राय ने ग्रुप एडिटर इन चीफ और ग्रुप सीईओ के दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है. सहारा के उच्च पदों पर आसीन लोगों ने इस खबर को कनफर्म किया है. यह भी बताया जा रहा है कि अभिजीत सरकार को अब सहारा मीडियाा की भी पूरी जिम्मेदारी दे दी गई है.

सिंहस्थ में मप्र की थू-थू करवाने वाले अनुपम राजन प्रचार समितियों पर इतने मेहरबान क्यों?

हिंदी सम्मेलन ने अगर मध्यप्रदेश की शान बढ़ाई तो सिंहस्थ को विवादों अव्यवस्थाओं के लिये याद किया जायेगा और सिंहस्थ के कारण मध्यप्रदेश की अगर थू—थू होगी या हो रही है तो उसका श्रेय जायेगा मध्यप्रदेश जनसंपर्क के कमिश्नर अनुपम राजन को। इस सिंहस्थ में सरकार की जितनी छीछालेदर हो रही है उतनी होने की कभी नौबत नहीं आई। सिंहस्थ के प्रचार में हजारों करोड़ फूंकने वाले जनसंपर्क विभाग ने इस बार विज्ञापनों की सौगात से किसी को नवाजने में कोई कसर नहीं छोड़ी क्या अखबार, क्या चैनल क्या एफएम? हां जिन वेबसाईट्स पर जमाने भर की शर्तें लादकर महीनों प्रचार करवाया गया, सिंहस्थ आते ही उन्हें सिंहस्थ की विज्ञापन नीति से बाहर कर दिया गया।

यूपी के सबसे खराब सूचना आयुक्त के नाम की घोषणा लखनऊ में कल होगी

लखनऊ : यूपी के आरटीआई कार्यकर्ता लम्बे समय से यूपी के मुख्य सूचना आयुक्त और सभी 9 सूचना आयुक्तों की कार्यप्रणाली और व्यवहार पर उंगली उठाते रहे हैं. जहाँ एक तरफ आरटीआई कार्यकर्त्ता सूचना आयुक्तों पर उत्पीडन करने और सरकार की चाटुकारिता करने के चलते समय पर सूचना न दिलाने का आरोप लगाते रहे हैं तो वहीं सूचना आयुक्त भी आरटीआई कार्यकर्ताओं पर आरटीआई के नाम पर धन्धेबाजी करने और ब्लैकमेलिंग कर धन उगाही करने के चलते सूचना आयुक्तों पर बेजा दबाव बनाने का आरोप लगाते रहे हैं.

जेएनयू के साथियों को पत्र

प्रिय कामरेड,
लाल सलाम।

सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आप लोगों के संघर्ष के साथ हूं। जब आप लोग जेल में थे तो मैं भी उन रैलियों का हिस्सा था जो आप लोगों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ दिल्ली में निकाली गईं थी। बैनर और पोस्टर के साथ मैं भी मंडी हाउस और अम्बेडकर भवन से जंतर मंतर गया था। यकीनन आप लोग न्याय के पक्ष में खड़े है और हर संवेदनशील व्यक्ति को ऐसा ही करना चाहिए। आज की जरूरत यही है।

पिछलग्गू बने एमपी के प्रमुख हिंदी अखबारों ने इस मुद्दे पर कलम चलाने का दुस्साहस नहीं दिखाया

नए मंत्रालय की घोषणा कर खुशियों का दिवास्वप्न दिखाते मुख्यमंत्री शिवराज….मान गए.. क्या नायाब तरीका खोज निकाला है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी रिआया को खुशहाल बनाने का.. खुशियाँ बांटने के लिए हैप्पीनेस मंत्रालय खोलने की घोषणा कर डाली। इसे घोषणा वीरता के लिए बदनाम मुख्यमंत्री का गरीब जनता के साथ एक और क्रूर मज़ाक नहीं तो क्या कहें..? यह तो हो नहीं सकता कि मुख्यमंत्री को यह इल्म न हो कि महज मंत्रालय खोल देने से खुशहाली लाना मुमकिन नहीं..! यदि यही खुशहाली लाने का रामबाण होता तो उनसे ज्यादा सयाने नेता प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री रहते कम से कम गुजरात मे तो इसे आजमा ही चुके होते..!

इस प्रकार का महिमामंडन अफसरों का दिमाग खराब कर अहंकारी बनाने में भरपूर योगदान देता है

भोपाल नगर निगम में जबसे तेजस्वी नायक के बाद छवि भारद्वाज के आयुक्त बनने की खबर आई है भोपाल के मीडिया का फोकस उन पर आ गया है। उनकी तैनाती की खबर फोटो के साथ छपी और अगले दिन फोन पर लिया गया मिनी इंटरव्यू फोटो के साथ छपा। इसके अगले दिन उनके कार्यभार ग्रहण करने के दिन की सूचना देने वाली खबर फिर फोटो के साथ छपी और फिर कार्यभार संभालने की खबर भी फोटो.

सिंहस्थ के प्रचार में सरकारी खजाना लुटाती शिवराज सरकार

सिंहस्थ पर्व जैसे विशुद्ध धार्मिक आयोजन मे सरकार की भूमिका कानून व्यवस्था और यातायात प्रबंध के अलावा ज्यादा से ज्यादा साफ सफाई और पानी की आपूर्ति तक सीमित रहनी चाहिए।  इसके बरक्स उज्जैन मे सिंहस्थ सरकारी आयोजन बन कर रह गया है और साधु संत और अखाड़े अतिथि की भूमिका मे सिमट गए हैं। सब जानते हैं कि सिंहस्थ आस्था का पर्व है और धर्मप्रेमी जनता तथा अंधभक्ति और अंधविश्वास मे डूबे श्रद्धालु खुद ब खुद वहाँ पहुँचते हैं।उन्हे बुलाने के लिए प्रचार की कतई जरूरत नहीं होती है। पिछले तीन सिंहस्थ के समय मैं मध्यप्रदेश के सरकारी प्रचार विभाग में कार्यरत था और पर्व के समय वहाँ जाता भी रहा था। तब केवल नाम मात्र की सरकारी विज्ञापनबाजी होती थी.

मुजफ्फरनगर से वेब चैनल ‘समाचार TODAY’ लांच होगा

उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के लिए प्रादेशिक वेब चैनल समाचार टुडे जल्द ही मुजफ्फरनगर से लांच होगा। इस चैनल की खबरों में दिल्ली-NCR समेत देश के प्रमुख शहरों को भी स्थान दिया जाएगा। आरती मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले आने वाला ये चैनल फर्स्ट फेज में आनलाइन Web Channel रहेगा। बाद में इसे सेटेलाइट पर ले जाने की प्लानिंग है। इस चैनल को यूपी के क्राइम कैपिटल के नाम से बदनाम मुजफ्फरनगर जिले से लांच किया जाएगा। इस जिले से पहली बार इस तरह का कोई चैनल लांच किया जाएगा।

हरक सिंह रावत पर फर्जीवाड़ा कर 107 बीघा जमीन हड़पने का आरोप, राज्यपाल से जांच की मांग

देहरादून : जन संघर्ष मोर्चा ने पूर्व मंत्री डा. हरक सिंह रावत द्वारा सहसपुर क्षेत्र में फर्जीवाड़ा कर हड़पी गई 107 बीघा भूमि की जांच किए जाने की मांग की है। मोर्चे ने इस संबंध में राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा है। जनसंघर्ष मोर्चे के अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी का कहना है कि वर्ष 2002 में तत्कालीन राजस्व मन्त्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने अपने पद का दुरूपयोग कर शंकरपुर, सहसपुर में सुशीला रानी नामक महिला की लगभग 107 बीघा भूमि यानि 8.209 हे0 भूमि फर्जी पावर आफ एटार्नी के जरिये हड़पने का काम किया।

डीएम के तालिबानी फरमान से नई टिहरी के पत्रकार गुस्साए

नई टिहरी जिला मुख्यालय पर कार्यरत पत्रकारों को पूर्व में आंवटित आवासों को खाली करने के जिला अधिकारी ज्योति निरज खेरवाल के तालिबानी फरमान के खिलाफ जिला मुख्यालय के पत्रकारो ने प्रेस क्लब नई टिहरी में एक बैठक का आयोजन किया। इसमें जिला अधिकारी द्वारा दिये गये आवास खाली करने के नोटिस पर विरोध जताया गया। बैठक में जिला अधिकारी के तालिबानी बयान के खिलाफ जमकर नारे बाजी की गई।

कलर्स ने स्टार प्लस को पछाड़कर नंबर वन की कुर्सी पर कब्जा जमाया, सबसे बुरा हाल लाइफ ओके का

मनोरंजन चैनलों में स्टार प्लस चैनल की बादशाहत छिन गई है. कलर्स अब नंबर वन बन गया है. इस साल के सोलहवें हफ्ते के बार्क के टीआरपी डाटा के मुताबिक एंटरटेनमेंट चैनलों में पिछले सप्ताह दूसरे नंबर पर रहने वाला चैनल कलर्स एक बार फिर नंबर एक चैनल बन गया है. सबसे ज्यादा नुकसान लाइफ ओके को हुआ है जो नंबर चार से फिसल कर नंबर छह पर पहुंच गया है. कलर्स की खास बात ये है कि रेटिंग में गिरावट के बावजूद वह नंबर वन बन गया.

डिजिटल, अखबार और मैग्जीन बंद कराने पहुंचे लाइव इंडिया के एचआर हेड को करारा जवाब दिया मीडियाकर्मियों ने

इन दिनों लाइव इंडिया समूह की हालत बेहद खराब है. चिटफंड घोटाले समेत सैकड़ों केसों में फंसे लाइव इंडिया की मूल कंपनी समृद्धि जीवन के मालिक महेश मोतेवार और उनका पूरा परिवार सीबीआई के शिकंजे में है. महेश मोतेवार को सीबीआई ने रिमांड पर ले रखा है. हजारों करोड़ के घोटाले के मामले में फंसा यह चिटफंड समूह अपने मीडिया वेंचर को बचाने की सारी कोशिशें कर रहा है लेकिन पैसा न दिए जाने से इंप्लाई परेशान हैं. दो महीने की सेलरी बकाया है.

दैनिक जागरण झारखंड के स्टेट हेड कमलेश रघुवंशी का नोएडा तबादला, रांची के संपादक और सिटी इंचार्ज का भी ट्रांसफर

दैनिक जागरण झारखंड के संपादक कमलेश रघुवंशी, रांची के संपादक अश्वनी सिंह और रांची के सिटी इंचार्ज राजेश पटेल का तबादला कर दिया गया है। अश्वनी व राजेश को पटना भेजा गया है। दोनों लोगों को मई प्रथम सप्ताह के पहले पटना ज्वाइन करने को कहा गया है। उधर, स्टेट एडीटर कमलेश रघुवंशी को नोएडा भेजा गया है। नोएडा में अभी उनका पद तय नहीं किया गया है लेकिन चर्चा है कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी।

मीडियाकर्मियों का वेतन देखेंगे तो शर्म आ जाएगी सांसद महोदय

गिने चुने संपादकों से तुलना मत कीजिए, खुद को सेवक कब मानेंगे प्रभु!

गरीब सांसदों को वेतन में बढो़त्तरी चाहिए. लाखों रुपए जो बतौर वेतन भत्ते मिलते हैं, वे कम हैं. राज्य सभा में सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि मीडिया ट्रायल की वजह से संसद डरती है. उन्होंने  हवाला यह दिया कि संपादकों के वेतन का चौथाई भी मिल जाए, वही बहुत है. सही कहा नरेशजी ने. टीवी चैनल के गिने चुने पांच-सात संपादकों का पैकेज जरूर करोड़ों में है. परंतु जिस मीडिया से वह डरते हैं वहां के पत्रकारों का वेतन पांच-सात हजार मासिक तक का है. पत्रकार इस कदर जीवन यापन कर रहा है कि विपन्नता उसे गलत कामों की ओर मोड़ देती है, सांसदों को यह पता नहीं है क्या कि प्रिंट मीडिया के पत्रकारों की स्थिति कितनी शोचनीय है?

टॉप तीन चैनलों में शुमार इंडिया न्यूज़ ने RedInk अवॉर्ड के तीन categories पर भी क़ब्ज़ा जमाया

Rana Yashwant : तीन साल के फ़ासले में इंडिया न्यूज़ ने देश के टॉप तीन चैनल में ना सिर्फ़ अपनी मज़बूत जगह बनायी है बल्कि पत्रकारिता के लिए देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान RedInk अवॉर्ड पर तीन categories में क़ब्ज़ा कर ये भी जता दिया है देश में इंडिया न्यूज़ ने पत्रकारिता का मान बहुत बढ़ाया है. बुंदेलखंड के किसानों पर अर्धसत्य के एपिसोड को मानवाधिकार के लिए बेहतरीन शो का पुरस्कार मिला.

लग रहा है इंडिया टीवी तो परमानेंट नंबर वन हो गया, आजतक गहरे संकट में

मोदी राज में कुछ हुआ हो या न हुआ हो, इंडिया टीवी के परमानेंट अच्छे दिन जरूर आ गए हैं. टीआरपी में यह चैनल न सिर्फ लगातार नंबर वन पर है बल्कि आजतक से फासला भी बढ़ाता जा रहा है. आजतक टीआरपी की इस मार से परेशान होकर अपने अंदरखाने कई किस्म के बदलाव भी कर रहा है. सुप्रिय प्रसाद और राहुल कंवल की जिम्मेदारियां बढ़ाई गई हैं. संजीव पालीवाल को लाया गया है. एसआईटी टीम में कई बड़े नामों को जोड़ कर इसे मजबूत बनाया गया है.

एसएमबीसी इनसाइट- चैनल एक, दावेदार अनेक… सो रहे हैं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अफसर

नई दिल्ली । अक्सर ऐसी खबरें सुनने और पढ़ने में आती रहती है जब कोई दलाल या जमीन मालिक एक ही प्लॉट कई लोगों को धोखे में रखकर बेच डालता है और फिर जब उनमें से कोई एक प्लॉट की चारदीवारी कराना शुरू करता है तो प्लॉट के दूसरे मालिक भी अपने अपने कागज लेकर सामने आ खड़े होते हैं। लेकिन तब तक जमीन मालिक या दलाल उनका पैसा लेकर रफूचक्कर हो चुका होता है। लेकिन क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि टीवी चैनलों की दुनिया में भी इन दिनों ऐसा खेल खूब चल रहा है। सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। कहने को सरकार ने न्यूज चैनलों का लाइसेंस देने के लिए कड़े नियम कानून बना रखे हैं लेकिन मंत्रालय में सक्रिय दलालों और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से कुछ न्यूज चैनलों का लाइसेंस ऐसे लोगों के हाथों में चला आया है, जिनके ऊपर कई संगीन आरोप हैं। आश्चर्य नहीं, अगर कभी यह खबर सामने आये कि किसी चैनल का संचालन कोई अंडरवर्ल्ड का डॉन कर रहा है।

कलहंस, हेमंत और परमानन्द पाण्डेय जी इतना गिर जायेंगे, उम्मीद न थी….

भाई सिद्दार्थ कलहंस,

अपनी लेखनी से परोक्ष तौर पर ही सही आप (भास्कर) दुबे को चौबे बनने में जुटे है| वह (भास्कर) कभी पत्रकार रहा ही नहीं तो अब क्या ख़ाक लिख पायेगा? भास्कर दुबे के बारे में जानकारी करने पर मालूम चला की ये फैजाबाद लखनऊ नॉएडा एवं अन्य जगह के पुलिस थानों में काफ़ी चर्चित व्यक्ति है| इनके ऊपर हत्या, लूट, अपहरण जैसे गंभीर आरोप लगे है| फैजाबाद जिले से तो ये तड़ीपार तक किये जा चुके हैं| बड़ा आश्चर्य हुआ, आप जैसे वरिष्ठ पत्रकार को ऐसे अपराधियों के नाम से जवाब दिलवाना पड़ रहा है| शायद आपके परम मित्र हेमंत तिवारी का असर आप पर प्रभावी है|

NDTV के पांच पत्रकारों को रेड इंक अवार्ड, रवीश कुमार ‘जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’

एनडीटीवी के पांच पत्रकारों को प्रतिष्ठित रेड इंक अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। रवीश कुमार को जर्नलिस्ट ऑफ़ द ईयर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। मुकेश सिंह सेंगर को क्राइम कैटेगरी में रेड इंक अवॉर्ड मिला है। पल्लव बागला को विज्ञान और इनोवेशन के लिए और सुनेत्रा चौधरी को स्वास्थ्य के कार्यक्रमों …

वरिष्ठ पत्रकार सैयद सलमान का स्वर्णजयंती समारोह मनाया गया, व्यंग्यकार राजेश विक्रांत की पुस्तक ‘बतरस’ का विमोचन

सामाजिक पत्रकार हैं सलमान – डॉ रामजी तिवारी
पत्रकारिता के अजातशत्रु हैं सलमान – प्रेम शुक्ल
गंगा जमुनी तहजीब के प्रतीक – मौलाना जहीर अब्बास

मुम्बई : सैयद सलमान ने सामाजिक पत्रकारिता को नई उंचाइयां प्रदान की हैं। उन्हें मैं पहले पत्रकारिता के छात्र फिर टी वी पत्रकार और अब अध्यापक के रूप में देख रहा हूँ। हर भूमिका में वे अतुलनीय हैं। यह उदगार मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजी तिवारी सोमवार की शाम हिंदी साप्ताहिक विकलांग की पुकार द्वारा आयोजित वरिष्ट पत्रकार सैयद सलमान के 50 वे जन्मदिन समारोह के अध्यक्ष के रूप में सांताक्रुज पूर्व के मौलाना आजाद हाल में व्यक्त किये।

गलत खबर छपने से नाराज गाजीपुर के वकीलों ने दैनिक जागरण अखबार फूंका (देखें तस्वीरें)

गाजीपुर : जिले में आज सुबह से वकीलों ने दैनिक जागरण अखबार के खिलाफ भांति भांति तरीके से गुस्सा निकाला. कल 26 अप्रैल को पेशी पर आये एक अपराधी के उपर गोली मारने की घटना के बाद अधिवक्ताओं ने गोली मारने वाले अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों की निष्क्रियता पर पुलिस व अधिवक्ताओं में झड़प भी हो गयी. कहा जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम और खबर को निष्पक्षता से न प्रकाशित कर दैनिक जागरण ने एकतरफा ट्रीटमेंट दिया. दैनिक जागरण की खबर में कहा गया है कि अधिवक्ताओं ने अपराधी को पकड़ने की कोई कोशिश नहीं बल्कि अपराधियों को भागने में मदद किया.

हे विक्रम राव, फ्रांस की बातें बाद में कर लेना, पहले आत्महत्या करने वाले बुजुर्ग पत्रकार त्रिपाठी जी की सुध तो ले लो

पता चला है कि मई दिवस पर IFWJ की रैली में जुटेंगे 1200 श्रमजीवी पत्रकार और के. विक्रम राव होंगे मुख्य वक्ता…. इनसे मेरा कहना है कि पहले मलिहाबाद तो जाओ, फिर कर लेना फ्रांस की बातें… लखनऊ में नाका थाना क्षेत्र में आर्थिक तंगी के चलते वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर त्रिपाठी (74) ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. श्री त्रिपाठी नव जीवन अख़बार में काम करते थे उसके बंद होने के बाद से इनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. लेकिन इन पत्रकार नेताओं को कभी फुर्सत नहीं मिली कि वे ऐसे पीड़ित और गरीब पत्रकारों की सुध लेते.

हत्यारोपी सहारा का पत्रकार जेल गया, दैनिक जागरण का ब्यूरो चीफ फरार (देखें तस्वीर)

ये जो तस्वीर है, उसमें जेल जाते राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार दिख रहे हैं. मामला बिहार के औरंगाबाद का है. 15 अप्रैल को औरंगाबाद शहर के अहरी मोहल्ला में सुबह के वक्त एक चर्चित ठेकेदार संजय शर्मा की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर कर दी. हत्या के बाद मृतक के पिता सह चर्चित अधिवक्ता राम किशोर शर्मा ने 3 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई. इसमें कहा गया था कि औरंगाबाद दैनिक जागरण अखबार के ब्यूरो चीफ सनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय सहारा हिंदी दैनिक के औरंगाबाद संवाददाता मनोज शर्मा एवं खुदवा पैक्स के अध्यक्ष मनीष शर्मा तीनो ने मिलकर संजय शर्मा की हत्या कर दी.

यूपी में जंगलराज : गरीबी, कर्ज और भूख से त्रस्त किसान झिनकू पेड़ से लटक मरा

(उपरोक्त तस्वीर पर क्लिक कर संबंधित वीडियो देखें)


-रामजी मिश्र ‘मित्र’-

सीतापुर : कैसे कोई गरीब किसान झिनकू पेड़ पर लटक कर मर जाने में ही मुक्ति देख पाता है, इसे जानना हो तो आपको उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में आना पड़ेगा। यहां झिनकू की मौत अफसरों, नेताओं, सिस्टम से ढेर सारे सवालों का जवाब मांग रही है लेकिन सब भ्रष्टाचारी चुप्पी साधे मामले को दबाने में लगे हैं। किसान अन्नदाता होता है। झिनकू भी अन्नदाता था। लेकिन गरीबी, कर्ज और भूख ने उसे ऐसे बेबस किया कि पूरा सिस्टम उसे आत्महत्या की ओर ले जाने लगा।

खाड़ी देशों की मजबूरी थी औरतों को ढंकना, गलती से बिना ढंकी स्त्री दिख जाती तो वो कामोत्तेजक हो जाते

Tabish Siddiqui : पहले हमारे यहाँ ब्लैक एंड वाइट टीवी होता था “बेलटेक” कंपनी का जिसमे लकड़ी का शटर लगा होता था जिसे टीवी देखने के बाद बंद कर दिया जाता था.. चार फ़ीट के लकड़ी के बक्से में होता था वो छोटा टीवी.. शटर बंद करने के बाद उसके ऊपर से एक पर्दा और डाला जाता था क्रोशिया से बुना हुवा.. लोगों के यहाँ फ्रिज टीवी और हर उस क़ीमती चीज़ पर पर्दा डाल के रखा जाता था जो उन्हें लगता था कि धूल और गर्मी से खराब हो जाएगा.. बाद में जब बिना शटर के टीवी आया तो वो मुझे बहुत अजीब सा नंगा नंगा दिखता था.. क्यूंकि मुझे उसी शटर में बंद टीवी की आदात थी.. फ्रीज़ से कपड़ा हट जाता तो वो भी नंगा दिखने लगता था…

बिहार में शराब बंदी के साइड इफेक्ट पर पत्रकार उमाशंकर सिंह की एक शानदार पठनीय पोस्ट

Umashankar Singh : बिहार में शराब बंद होने के बाद लगातार ह्दय विदारक घटनाएं हो रही हैं। पर करेजा चीड़ देने वाला वाकया सुनाया बीरेन्दर भैय्या ने। बोलते-बोलते उनकी आंखें भर गई। हमने समझा बिहारी आदमी साला बिना ड्रामा किए एक लाइन भी नहीं बोल सकता! पर कुछ ही देर में समझ आ गया वे सचमुच में उदास हैं। उनने कहा, क्या कहें भईवा! शराब बंदी के बाद आधा दर्जन शादी अटेंड कर चुके हैं। लगता ही नहीं है कि ब्याह हो रहा है।

एक बार कमला पति त्रिपाठी के कहने पर हेमवती नंदन बहुगुणा भांग खा कर चित भी हुए थे

Rajiv Nayan Bahuguna : दरअसल इंदिरा गांधी और हेमवती नन्दन बहुगुणा में सन्देह के अंकुर 10 साल पहले ही पनप चुके थे, जिन्हें उनके उद्दंड, दबंग और अशिष्ट पुत्र संजय गांघी ने बाद में खाद पानी दिया। 1971 में कांग्रेस की शानदार जीत के उपरान्त बहुगुणा को उम्मीद थी कि पार्टी विभाजन और फिर राष्ट्र पति के विकट चुनाव में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के चलते इंदिरा गांधी उन्हें केंद्र में ताक़तवर मंत्री बनाएंगी। लेकिन उन्हें मात्र संचार राज्य मंत्री बनाया गया, वह भी अधीनस्थ। क्योंकि वह पहली बार सांसद बने थे। इससे रूठ कर बहुगुणा कोप भवन में चले गए और 15 दिन तक चार्ज नहीं लिया। हार कर और कुढ़ कर इंदिरा गांधी ने उन्हें मंत्रालय का स्वतन्त्र चार्ज तो दे दिया पर मन में गाँठ पड़ गयी। इधर बहुगुणा भी अपनी बड़ी भूमिका की तलाश में थे, जो नियति ने उन्हें प्रदान कर दी।

मैं मूलत: रचनाकार हूं लेकिन आलोचकों की हरामजदगी के खिलाफ आलोचना के क्षेत्र में आया : प्रो. गणेश तिवारी

Ganesh Pandey : मौन साधना के पीछे का हाहाकार… जमाना कितना खराब है? आज की तारीख में कर्ण सिंह चौहान जैसे स्वाभिमानी और साहसी आलोचक कितने हैं? आज कौन आलोचक साहित्य के मठों में मत्था नहीं टेकता है, मठाधीशों के चरणरज अपने ललाट पर नहीं पोतता है? मैं तो डरे हुए आलोचकों की जमात देखता हूं. मैं इन डरे हुए आलोचकों को अपनी कविताओं पर लिखने के लिए कैसे कह सकता हूं? रिव्यू के लिए इन्हें या किसी को भी किताबें कैसे भेज सकता हूं? अच्छा लिखूं और बेईमान आलोचकों को खुश करूं, ऐसा कैसे हो सकता है?

क्या कला केंद्र वाला ‘ईनाम’ लेकर राम बहादुर राय ने खुद को छोटा कर लिया है?

Akhilesh Pratap Singh : ‎कला केंद्र को राम बहादुर राय‬ के हवाले किए जाने के बात सुन रहा हूं कि वह बहुत भले आदमी हैं…. पत्रकारिता में तो हीरा कह लीजिए उन्हें…. उनकी ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता…. आप तो यह समझ लीजिए कि आरएसएस में वह सोशलिस्ट हैं… मने कह लीजिए कि संघ में होकर भी वह… मने समझिए कि वहां होकर भी… मने….. पहले भी सुनता था, पर अब समूह गान के रूप में सुन रहा हूं…….चंपू ब्रिगेड से सिर्फ एक सवाल है मेरा… अगर आपकी बताई हर बात के बावजूद किसी को संघ के विचारों का ही समर्थन करना है तो ऐसी कथित विद्वत्ता, ऐसी कथित ईमानदारी अंतत: समाज के लिए फायदेमंद है या आपके निजी हितों के लिए?

बीएचयू के प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने दी खुली धमकी- ‘जेएनयू के लोग इधर आए तो देख लेंगे’

Mithilesh Priyadarshy : बीएचयू के राजनीतिशास्त्र विभाग का एक प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा, जो घोर दलित विरोधी भी रहा है, उसने चेतावनी दी है कि बीएचयू कैम्पस में यदि जेएनयू के लोग आएं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. मतलब ये आदमी प्रोफेसर है, गुंडा है, मवाली है, क्या है. देखिए कि संघी मानसिकता वाली सरकार के सत्ता में आते ही ऐसे ‘नफरती कनखजूरे’ कैसे अपने बिलों से एक-एक कर बाहर आने लगे हैं. अबे दीवाने, बीएचयू को भारत के नक्शे से बाहर कर उसके चौधरी बन चुके हो क्या, जो आने से मना कर रहे हो?

संजीव पालीवाल, जमशेद खान और सुशांत पाठक पहुंचे ‘आजतक’

आईबीएन7 से कार्यमुक्त होने के बाद कई चैनलों से होते हुए संजीव पालीवाल को अब जाकर सही ठिकाना मिला है. उन्होंने ‘आजतक’ में बतौर एग्जीक्यूटिव एडिटर ज्वाइन कर लिया है. वे आजतक की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं. अभी वो लाइव इंडिया चैनल में थे जो काफी मुश्किलों से गुजर रहा है. बरेली निवासी संजीव पालीवाल दो दशक से टीवी में हैं. वे बीआईटीवी, आजतक, डीडी न्यूज और आईबीएन7 में लंबे समय तक रहे. आजतक में यह उनकी दूसरी पारी है. करियर की शुरुआत उन्होंने बीआईटीवी से की थी. संजीव पालीवाल को टीवी की दुनिया का विनम्र और सहज व्यक्तित्व माना जाता है.

अखबारों-मैग्जीनों में काम कर रहे / काम कर चुके मीडियाकर्मियों के लिए जरूरी संदेश

Yashwant Singh : दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, पंजाब केसरी, अमर उजाला, प्रभात खबर, हिंदुस्तान, नवभारत टाइम्स, लोकमत, टाइम्स आफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, राष्ट्रीय सहारा… जैसे दर्जनों छोटे बड़े अखबारों-पत्रिकाओं में कार्यरत / पूर्व कार्यरत मीडियाकर्मियों के ध्यानार्थ…

लगभग सारे चैनल झूठी खबर परोसते रहे, भला हो अखबारों का जिनने ये झूठ नहीं छापा

: इलेक्ट्रानिक मीडिया को शर्म क्यों नहीं आती? :  जल्द खबर देने और ब्रेकिंग न्यूज चलाने की अंधी होड मीडिया को सच से दूर कर रही है। ये बात छोटे और नये चैनलों की नहीं है। देश के प्रमुख टी.वी. चैनल भी झूठी और बेसिर-पैर की खबरें चलाने लगे हैं। इलेक्ट्रानिक मीडिया के सच से दूर होने और झूठी खबरें प्रसारित करने का एक बड़ा प्रमाण 21 अप्रैल को मिला। उत्तराखंड हाई कोर्ट की डिवीजन बैंच के आदेश के हवाले से देश के लगभग सभी न्यूज चैनल बड़े जोर शोर के साथ झूठी खबर चलाते रहे।

पश्चिम बंगाल चुनाव : लेफ्ट फ्रंट वापस सत्ता में आ जाए तो हैरत नहीं

बंगाल में लेफ्ट फ्रंट का नारा है- तृणमूल हटाओ, बंगाल बचाओ… मोदी हटाओ, देश बचाओ….

पश्चिम बंगाल में तकरीबन 34 साल तक सत्ता पर काबिज रहनेवाली लेफ्ट फ्रंट इसी नारे के सहारे फिर सत्ता पर काबिज होना चाहती है। इस नारे में बड़ा सवाल भी है। सवाल ये कि तृणमूल सरकार के दौर में लेफ्ट फ्रंट ने ऐसा क्या चमत्कार किया कि वो वापसी की आस लगा बैठी है? क्या, महज कांग्रेस के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष चुनावी गठबंधन लेफ्ट को खोया राज वापिस दिला सकती है? या फिर लेफ्ट फ्रंट को सत्ता से बेदखल करने के लिए मोटे तौर पर जिम्मेदार नंदीग्राम और सिंगूर में हालात बदल गए हैं, जहां पांचवें और छठे दौर में मतदान होने हैं।

सुप्रिय प्रसाद और राहुल कंवल का कद बढ़ा, विनय तिवारी कहेंगे अलविदा, हिमांशु ने अमर उजाला छोड़ा

टीवी टुडे नेटवर्क में सुप्रिय प्रसाद और राहुल कंवल का कद बढ़ा दिया गया है. दोनों को ही टीवी टुडे नेटवर्क का मैनेजिंग एडिटर बना दिया गया है. सुप्रिय बतौर मैनेजिंग एडिटर टीवी टुडे नेटवर्क के चारों चैनलों आजतक, इंडिया टुडे, दिल्ली आजतक और तेज की आउटपुट टीमों को लीड करेंगे. वहीं राहुल कंवल बतौर मैनेजिंग एडिटर इन्हीं चारों चैनलों के इनपुट की कमान संभालेंगे. अभी तक टीवी टुडे नेटवर्क के मैनेजिंग एडिटर के रूप में काम देख रहे विनय तिवारी ग्रुप को अलविदा कह देंगे. इन सारे बदलावों को लेकर आंतरिक मेल जारी कर दिया गया है.

पांच साल बाद हर पत्रकार अंबानी की मुट्ठी में… सुनिये सम्मानित पत्रकार पी. साइनाथ के आशंकित मन की आवाज़

लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ यानी मीडिया के साथ एक समस्या यह है कि चारों स्तंभों के बीच यही इकलौता है जो मुनाफा खोजता है। भारत का समाज बहुत विविध, जटिल और विशिष्ट है लेकिन उसके बारे में जो मीडिया हमें खबरें दे रहा है, उस पर नियंत्रण और ज्यादा संकुचित होता जा रहा है। आपका समाज जितना विविध है, उतना ही ज्यादा एकरूप आपका मीडिया है। यह विरोधाभास खतरनाक है। बीते दो दशकों में हमने पत्रकारिता को कमाई के धंधे में बदल डाला है। यह सब मीडिया के निगमीकरण के चलते हुआ है। आज मीडिया पर जिनका भी नियंत्रण है, वे निगम पहले से ज्यादा विशाल और ताकतवर हो चुके हैं।

चीन के दबाव में झुकी 56 इंच के सीने वाली सरकार!

Priyabhanshu Ranjan : तो क्या वाकई चीन के दबाव में झुक गई 56 इंच के सीने वाली मोदी सरकार? पिछले दिनों खबर आई कि UN में आतंकवादी मसूद अजहर पर पाबंदी लगाने के भारत के प्रस्ताव पर चीन की ओर से अड़ंगा (Veto) लगाए जाने के जवाब में मोदी सरकार ने चीन के विद्रोही उइगुर नेता Dolkun Isa को भारत आने का वीजा दिया है ताकि वो यहां चीन के विद्रोही नेताओं (Dissident Leaders) की बैठक में शिरकत कर सके।

बीबीसी को मिला तीन हजार करोड़ का पैकेज, भारत में चार नई भाषाओं में शुरू होगा काम

खबर है कि बीबीसी को ब्रिटिश सरकार ने लगभग चार हजार करोड़ का पैकेज दिया है. इसके जरिए अगले चार साल में दुनिया भर में 11 नई भाषाओं में बीबीसी का कामकाज शुरू होगा. इनमें चार भाषाएं भारत की हैं. माना जा रहा है कि सिर्फ भारत में ही बीबीसी की तरफ से एक्सपेंशन के लिए आठ सौ से बारह सौ करोड़ के बीच में इनवेस्टमेंट होगा और सौ सवा सौ से ज्यादा पत्रकार नियुक्त किए जाएंगे. भारत में फिलहाल हिंदी में बीबीसी का कामकाज होता है.

पैगम्बर के घर पर बुलडोजर क्यों चला?

अभी हाल में सऊदी अरब का दौरा करके लौटे हैं। सुना है उन्होंने अरब के बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज को एक गजब का तोहफा दिया। वह केरल में दुनिया में अरब के बाहर बनी दुनिया की पहली मस्जिद की प्रतिकृति थी। इस मस्जिद को केरल के एक हिंदू राजा ने मुहम्मद साहेब के जीवनकाल में ही 629 ईसवी में बनवाया था। 14वीं सदी में मशहूर यात्री इब्नाबतूता वहां गया था और उसने लिखा कि मुसलमान वहां कितने सम्मानित हैं।

पीएम ने की महाराष्‍ट्र के इस गरीब कि‍सान से मुलाकात जिसका वजन 70 किलो गिर चुका है :)

नई दि‍ल्‍ली : सोमवार को देश की शुरुआत एक खुशनुमा दोपहर से तब हुई, जब चुनाव प्रचार के अपनी अति‍व्‍यस्‍त कार्यक्रम से मौका नि‍कालकर प्रधानमंत्री ने महाराष्‍ट्र के इस गरीब कि‍सान से मुलाकात की। इस कि‍सान की गुरबत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गरीबी में इसका वजन 70 कि‍लो गि‍र चुका है।

हस्तक्षेप डाट काम के संपादक अमलेंदु की चोटें गंभीर, हाथ में क्रैक और कंधे पर जख्म

-पलाश विश्वास-

हमारे लिए बुरी खबर है कि हस्तक्षेप के संपादक अमलेंदु को सड़क दुर्घटना में चोट कुछ ज्यादा आयी है। आटो के उलट जाने से उनके दाएं हाथ में क्रैक आ गया है और इसके अलावा उन्हें कंधे पर भी चोटें आयी है। भड़ास के दबंग यशवंत सिंह ने यह खबर लगाकर साबित किया है कि वे भी वैकल्पिक मीडिया के मोर्चे पर हमारे साथ हैं। हम तमाम दूसरे साथियों से भी साझा मोर्चे की उम्मीद है ताकि हम वक्त की चुनौतियों के मुकाबले डटकर खडे हो और हालात के खिलाप जीत भी हमारी हो। हमारी लड़ाई जीतने की लड़ाई है। हारने की नहीं।

मातृश्री पुरस्कार पाने वाले 23 पत्रकारों की लिस्ट देखिए

दिल्ली : यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) की हिन्दी सेवा यूनीवार्ता के वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार विश्वकर्मा, यूएनआई के निखिल व्यास और यूएनआई उर्दू के सैयद अंजुम तथा राष्ट्रीय सहारा के हिन्दी के समूह संपादक विजय राय समेत 23 पत्रकारों को 41वें मातृश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चांदनी चौक स्थित अभिषेक सिनेप्लेक्स में आयोजित पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पत्रकारों को इस पुरस्कार से नवाजा। इस मौके पर पुरस्कार समिति के अध्यक्ष सुखवीर शरण अग्रवाल व संयोजक दिनेश शर्मा समेत तमाम बुद्धिजीवी मौजूद थे।

सृजन पक्ष की वर्षगांठ पर साहित्यकारों ने किया विमर्श

भोपाल। साहित्यकारों की प्रतिनिधि डेली आन लाइन मैगजीन “सृजन पक्ष” का एक वर्ष पूर्ण हो जाने पर भोपाल के हिंदी भवन में समारोह का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मध्य प्रदेश के अतिरिक्त अन्य राज्यों से आये साहित्यकारों ने भी शामिल होकर साहित्य के विविध पक्षों पर चर्चा और रचना पाठ किया। उद्घाटन सत्र में अध्यक्ष मंडल के प्रतिनिधियों में सर्व श्री सूरज प्रकाश, राम किशोर मेहता, ए. असफल की अध्यक्षता में मणि मोहन जी के संचालन में सृजन पक्ष के एडमिन सुरेन्द्र रघुवंशी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह एक ऐसी दैनिक ऑन लाइन पत्रिका है जिससे व्हाट्सएप्प तथा फेसबुक पर बड़ी संख्या में देशभर के साहित्यकार जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमें ख़ुशी है कि सृजन पक्ष की प्रथम वर्षगाँठ पर आभासी दुनिया के लोग आज वास्तविक दुनिया में प्रकट होकर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।

आर्थिक तंगी से जूझ रहे लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी

एक दुखद सूचना लखनऊ से है. ढेर सारे पत्रकारों और अनेकों पत्रकार संगठनों की जन्म-कर्म भूमि लखनऊ में ही एक वरिष्ठ पत्रकार ने आर्थिक तंगी से दुखी होकर जान दे दी. पत्रकारों के बीच आपसी संवाद और सरोकार की पोल खोलने वाली इस घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद हर कोई स्तब्ध है. लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर त्रिपाठी रहते थे. उनकी उम्र 74 साल थी.

लोकसभा टीवी में संपादक पद पर चयनित श्याम किशोर के बारे में जानिए

लोकसभा टीवी के एडिटर पद के लिए चयनित श्याम किशोर सहाय भले ही टीवी पत्रकारिता का चर्चित चेहरा न रहे हों लेकिन पत्रकारिता में लगभग 18 वर्ष का अनुभव रखने वाले संजीदा, सौम्य और सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े सृजनशील पत्रकार रहे हैं. स्वभाव से वो लो प्रोफाइल रहना पसंद करते हैं. उन्होंने 1993-96 में दिल्ली विवि से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. पढाई के दौरान जॉकिर हुसैन कॉलेज की हिन्दी पत्रिका के संपादक रहे और साहित्य अकादमी, दिल्ली ने पत्रिका को सम्मानित भी किया.

पश्चिम बंगाल चुनाव : ममता की हालत पतली, रही सही कसर शारदा चिटफंड घोटाला और ‘नारदा’ स्टिंग ऑपरेशन ने पूरी कर दी

त्रिकोणीय मुकाबले में घिरीं ममता बनर्जी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के ताजा हमले से बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आहत हैं। मोदी का कहना है कि बंगाल में परिवर्तन के नाम पर सिर्फ ममता बनर्जी में परिवर्तन हुआ है। अब वो शहंशाह बन गई हैं। बंगाल में उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। जगह-जगह बम बनाने की फैक्ट्री लगी हुई है। 34 साल में लेफ्ट ने बंगाल को बरबाद किया। ममता ने 5 सालों में ही बंगाल को तबाह कर दिया है। लेफ्ट और कांग्रेस से अपने दम पर लड़ रही ममता बनर्जी को उम्मीद नहीं थी कि बीजेपी की ओर से भी उसे कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ेगा।

विवाद के बाद बंद हुए ‘उर्दू टाइम्स मुंबई’ अखबार को ‘मुम्बई उर्दू न्यूज़’ नाम से लाने की तैयारी!

मुम्बई । उर्दू टाइम्स मुंबई का पिछले 3 महीने से प्रकाशन बन्द हो गया है। इसकी वजह चाचा भतीजे के बीच पारिवारिक सम्पत्ति का बटवारा बताया जा रहा है। सईद अहमद और इम्तेयाज के बीच चल रहे विवाद में मुम्बई का एक पुराना उर्दू अखबार लगभग 3 महीना पहले से पूरी तरह बन्द हो गया है। अभी तक दोनों फरीक किसी नतीजे पर नही पहुँचे है। अब उर्दू टाइम्स के पार्टनर सईद अहमद के भतीजे इम्तेयाज मुम्बई उर्दू न्यूज़ नामक अखबार लाने की जुगत में हैं।

उर्दू के नॉवेल में डॉ राकेश पाठक की कविता

उर्दू के मशहूर अफसानानिगार सैयद मौहम्मद अशरफ़ का नया नॉवेल “आखिरी सवारियां” हाल ही में “ऑक्सफ़ोर्ड बुक स्टोर” ने साया किया है। अशरफ़ साहब ने इस नॉवेल में  डेटलाइन इंडिया के प्रधान संपादक और कवि डॉ राकेश पाठक की कविता “उसने प्रेम किया” को शामिल किया है। अपने ‘एतराफ़’ में अशरफ़ भाई ने डॉ पाठक और कविता का ज़िक्र कुछ इस तरह किया है–

फर्जी तरीके से नियुक्ति करने वाले बीएसए फंस गए डीएम की जाँच रिपोर्ट में

लोकसभा के एंकर अनुराग दीक्षित के भाई सुनील दीक्षित की फर्जी नियुक्ति के मामले में बुलंदशहर के बीएसए वेदराम फंस गए हैं। घूस लेकर उलटी सीधी रिपोर्ट देने वाले बीएसए की रिपोर्ट की एसडीएम स्याना की रिपोर्ट के आगे पोल खुल गयी है।

PCI और IWPC को LEFT बनाम RIGHT का रंग देने वाले इसे सियासी अखाड़ा बनाने पर क्यों उतारू हैं?

दिल्ली के दो बड़े पत्रकार क्लब (प्रेस क्लब ऑफ इंडिया P.C.I और इंडियन वूमैन प्रेस कोर I.W.P.C) पिछले दो तीन वर्ष से पूरी तरह सियासी रंग में रंग गए हैं। ये दोनों क्लब दो धड़ों में बंटे हैं- वामपंथ और दक्षिण पंथ। दिल्ली का मीडिया अपने हितों की कम और अपनी अपनी विचारधारा की पार्टियों की ज्यादा चिंता करता है। चाहे फिर वो पत्रकारों की हत्याएं हों या फिर महिला पत्रकारों के शोषण या फिर वेतन का मामला हो या मीडिया संस्थानों से बड़े पैमाने पर छंटनी। लाखों की सैलरी पाने वाले वो सभी दिग्गज चुप्पी साध जाते हैं जो हर छोटे से मुद्दे पर बवाल खड़ा कर देते हैं और धरने प्रदर्शनों का आयोजन करते हैं।

अपनी नाकामी छिपाने के लिए गांधी-जगजीवन की निंदा करते हैं दलित!

-इं राजेन्द्र प्रसाद-

आज गाँधी की निंदा और उनके विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग करने वाले दलित नेताओं और उनके युवा अनुयायियों की संख्या बढ़ रही है। वे अपनी सभी समस्याओं के निदान में बाधक पूना-पैक्ट को मानते हैं। कुछ लोग जोर-शोर से ऐसा ही दुष्प्रचारित भी करते हैं। ऐसे लोगों में से अधिकतर पूना-पैक्ट की धाराओं को न तो जानते हैं और न जानने-समझने की चेष्टा करते हैं। उनका एकमात्र काम दलितों के बीच गाँधी की निन्दा करना होता है। आज गाँधी की निन्दा की बजाय गाँधी के समग्र कार्यों की समीक्षा की जानी चाहिए। साथ ही दलित अपने कथनी-करनी का भी आकलन करें। तभी हम गाँधी का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन कर सकते हैं। अन्यथा यह एकतरफा गैर-जिम्मेदाराना वक्तब्यों के अलावा और कुछ नहीं है।

राजीव गुप्ता और दयानंद पांडेय के बारे में सूचनाएं

बाल अधिकारों एवं बाल संरक्षण पर आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय मीडिया वर्कशॉप के लिए सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकार एवं दैनिक जागरण के रिपोर्टर राजीव गुप्ता का चयन हुआ है. वह आगामी 1 व 2 मई 2016 को नैनीताल में आयोजित इस वर्कशॉप में शामिल होंगे. राजीव इससे पूर्व कन्या भ्रूण हत्या पर केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 में आयोजित नेशनल लेबिल की वर्कशॉप के लिए चयनित हो चुके हैं. वर्ष 2012 में इन्हें अमर उजाला की मीडिया फेलोशिप भी मिली है.

छोटे और मंझोले अखबारों के साथ भेदभाव के खिलाफ लड़ाई तेज करेगा एनयूजे

श्रावस्ती (उत्तर प्रदेश) । नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने मध्यम और लघु समाचार पत्रों को विज्ञापन देने में सरकारी भेदभाव के खिलाफ नाराजगी जताई है। एनयूजे ने कहा है कि इन अखबारों को विज्ञापन न मिलने के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण इन अखबारों में कार्यरत पत्रकारों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ गई है। बड़ी संख्या में अखबार बन्द होने से हजारों श्रमजीवी पत्रकार बेरोजगार हो गए हैं।

झूठी खबर दिखाने वाले जी न्यूज, टाइम्स नाऊ व न्यूज एक्स चैनलों को अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में घसीटा

दिल्ली सरकार ने डॉक्टर्ड फुटेज दिखाने के मामले में 3 चैनलों को कोर्ट में घसीटा. इस मामले में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और जेडीयू नेता केसी त्यागी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर ऐसे न्यूज चैनलों पर कार्रवाई की मांग की थी. जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 9 फरवरी को हुई कथित देशविरोधी नारेबाजी के वीडियो को प्रसारित करने के मामले में दिल्ली सरकार ने तीन टीवी चैनलों को कोर्ट में घसीटा है. आम आदमी पार्टी की सरकार ने शुक्रवार को जी न्‍यूज, न्‍यूज एक्‍स और टाइम्स नाऊ के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्‍ट्रेट के पास शिकायत दर्ज कराई. इन चैनलों पर 9 फरवरी को हुई कथित नारेबाजी का डॉक्‍टर्ड वीडियो फुटेज प्रसारित करने का आरोप लगाया गया है.

‘लाल रंग’ में हुड्डा का अभिनय अपनी मिट्टी और भाषा में खिलकर जवान हो गया है

Abhishek Shrivastava : पहली झलक Randeep Hooda की मुझे आज तक याद है. रीगल में ‘D’ लगी थी. अपनी-अपनी बिसलेरी लेकर मैं और Vyalok शाम 7 बजे के शो में घुसे. संजोग से मैंने उसी वक्‍त ‘सीनियर इंडिया’ पत्रिका ज्वाइन की थी. ‘D’ का विशेष आग्रह इसलिए भी था क्‍योंकि Alok जी ने पहला अंक धमाकेदार निकालने को कहा था। प्‍लान था कि छोटा राजन का इंटरव्‍यू किया जाए। ‘D’ की रिलीज़ का संदर्भ लेते हुए स्‍टोरी और इंटरव्‍यू जाना था। पहले अंक के आवरण पर छोटा राजन की आदमकद तस्‍वीर के साथ एक्‍सक्‍लूसिव इंटरव्‍यू छपा, लेकिन मेरे लिए खबर ये नहीं थी।

मीडिया मालिकों ने मुख्यमंत्री से लगायत अदालत तक को ख़रीद रखा है, सुप्रीम कोर्ट तक इससे बरी नहीं है

Dayanand Pandey : आज की तारीख़ में लगभग सभी मीडिया संस्थानों में ज़्यादातर पत्रकार या तो अनुबंध पर हैं या बाऊचर पेमेंट पर। कोई दस लाख, बीस लाख महीना पा रहा है तो कोई तीन हज़ार, पांच हज़ार, बीस हज़ार, पचास हज़ार भी। जैसा जो बार्गेन कर ले। बिना किसी पारिश्रमिक के भी काम करने वालों की लंबी कतार है। लेकिन बाकायदा नियुक्ति पत्र अब लगभग नदारद है, जिस पर मजीठिया सिफ़ारिश की वैधानिक दावेदारी बने। फिर भी कुछ भाई लोग सोशल साईट से लगायत सुप्रीम कोर्ट में मजीठिया की लड़ाई लड़ रहे हैं। जाने किसके लिए।

आनंद मिश्रा दैनिक जागरण, फरुर्खाबाद के ब्यूरो चीफ पद पर पदोन्नत किए गए

हरदोई दैनिक जागरण के सीनियर रिपोर्टर आनंद मिश्रा अब दैनिक जागरण फर्रुखाबाद के ब्यूरो चीफ के पद पर पदोन्नत हो गए हैं. दैनिक जागरण के पत्रकार पंकज मिश्रा ने भी इस बारे में कुछ लिखा है….

देश के मुसलमानों को दलितों से सीखना चाहिए राजनीति का सबक

इमामुद्दीन अलीग

इतिहास के अनुसार देश के दलित वर्ग ने सांप्रदायिक शोषक शक्तियों के अत्याचार और दमन को लगभग 5000 वर्षों झेला है और इस इतिहासिक शोषण और भीषण हिंसा को झेलने के बाद अनपढ़, गरीब और दबे कुचले दलितों को यह बात समझ में आ गई कि अत्याचार, शोषण,सांप्रदायिक पूर्वाग्रह और भेदभाव से छुटकारा पाने का एकमात्र तरीका यही है कि राजनीतिक रूप से सशक्त बना जाए। देश की स्वतन्त्रता के बाद जब भारत में लोकतांत्रिक शासन की स्थापना की गई तो दलितों ने इसे  अपने लिए एक बहुत बड़ी नेमत समझा। इस शुभ अवसर का लाभ उठाते  हुए पूरे के पूरे दलित वर्ग ने सांप्रदायिक ताकतों के डर अपने दिल व दिमाग से उतारकर और परिणाम बेपरवाह होकर अपने नेतृत्व का साथ दिया, जिसका नतीजा यह निकला कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में जनसंख्या के आधार 18-20% यानी अल्पसंख्यक में होने के बावजूद भी उन्होंने कई बार सरकार बनाई और एक समय तो ऐसा भी आया कि जब दलितों के चिर प्रतिद्वंद्वी मानी जाने वाली पार्टी भाजपा को भी दलित नेतृत्व के सामने गठबंधन के लिए सिर झुकाना पड़ा।

सहारा प्रबंधन ने 28 तक सेलरी देने को कहा, कर्मी बोले- तब तक मास्टर एडिशन ही छपेगा

राष्ट्रीय सहारा अखबार में हड़ताल के कारण केवल मास्टर एडिशन का प्रकाशन हो रहा है. इस मास्टर एडिशन में स्थानीय खबरें नहीं होतीं. केवल सेंट्रलाइज पेज बनाकर उसे आल एडिशन छपवा दिया जा रहा है, मास्टर एडिशन के रूप में. हड़ताल के कारण लखनऊ में भी मास्टर एडिशन का प्रकाशन चल रहा है जिसमें लखनऊ की एक भी खबर नहीं है. हड़ताल को लेकर मैनेजमेंट सक्रिय हो गया है.

पत्रकार युसूफ अंसारी ने ‘सन स्टार’ में राजनीतिक संपादक के रूप में ज्वाइन किया

Yusuf Ansari : दोस्तों, एक ज़रूरी सूचना। इसी हफ़्ते मैंने बतौर राजनीतिक संपादक “सनस्टार” अख़बार ज्वाइन किया है। आज मेरी पहली ख़बर छपी है। नई ज़िम्मेदारी निभाने के लिए आप सभी की शुभकामनाओं और सहयोग की अपेक्षा है। ख़बरों पर आपकी प्रतिक्रिया का इंतेज़ार रहेगा। अगर ख़बर पढ़ने में दिक़्क़त है तो आप www.dailysunstar.com पर …

हस्तक्षेप डाट काम के संपादक अमलेंदु उपाध्याय सड़क दुर्घटना में घायल

कल शाम दिल्ली में हस्तक्षेप के संपादक अमलेंदु उपाध्याय एक भयंकर दुर्घटना में बाल बल बच गये हैं। वे जिस आटो से घर लौट रहे थे, वह एक बस से टकरा गया। आटो उलट जाने से अमलेंदु और दो साथियों को चोटें आयीं। अमलेंदु के दाएं हाथ में काफी चोटे आयी हैं। उनके दुर्घटनाग्रस्त होने से हस्तक्षेप डाट काम के संचालन पर असर पड़ रहा है और साइट अपडेट नहीं हो पा रही है क्योंकि हस्तक्षेप अपडेट करने के लिए कोई दूसरा नहीं है। ऐसे समय में यह हमारे लिए भारी झटका है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द वे काम पर लौटने की हालत में होंगे।

दैनिक भास्कर को गुमराह करने की सजा, सुरजीत दादा का इंदौर ट्रांसफर

पिछले दिनों दैनिक भास्कर लुधियाना के खिलाफ और यहां कार्यरत कर्मचारी प्रीतपाल सिंह संधू के पक्ष में ट्रिब्यूनल कोर्ट द्वारा दिए फैसले में नया मोड़ आया है। सूत्रों के अनुसार जिस सुरजीत दादा के कारण कंपनी को इतनी फजीहत सहनी पड़ी है, उसे मैनेजमेंट ने इंदौर ऑफिस ट्रांसफर कर दिया है। वहां सुरजीत दादा को फिलहाल कोई बड़ा काम नहीं दिया गया। इससे पहले वह अपने आप को पंजाब का क्रिएटिव हेड मानकर लगभग दस साल से अपनी मनमानी चलाता रहा है। अपने भाईयों और रिश्तेदारों को दैनिक भास्कर में भर्ती करवाकर उन्हें मोटी तनख्वाहें दिलाईं।

उबर कैब कंपनी से 150 करोड़ रुपए लेने वाले टीओआई पर केजरीवाल ने साधा निशाना

टाइम्स आफ इंडिया ने मनमाने किराए का समर्थन किया है. दरअसल टाइम्स आफ इंडिया के मालिकान ने उबर कैब कंपनी से 150 करोड़ रुपए का निवेश कराया हुआ है. केजरीवाल ने किसी मीडिया घराने का नाम नहीं लिया लेकिन ट्वीट कर मीडिया घराने पर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया- मनमाना किराया, डीजल कार, बिना लाइसेंस या बैज वाले चालकों और कंपनियों द्वारा ब्लैकमेलिंग को मंजूरी नहीं मिलेगी. उन्होंने बिना नाम लिए टाइम्स आफ इंडिया पर आरोप लगाया कि एक मीडिया घराने ने मनमाने किराए का समर्थन किया है, जिसने एक कैब कंपनी में 150 करोड़ रुपए का निवेश किया है.

बेचारी विजय-हरक कम्पनी!

उत्तराखण्ड में हरीश रावत सरकार को ‘ढेर’ कर चुके उन्हीं की पार्टी के (तब) नौ विधायकों को अब ऐसी दोहरी वेदना से गुजरना पड़ेगा, जिसका अनुमान केवल वे ही लगा सकते हैं। एक तो भविष्य फ़िलहाल चौपट और उस पर रावत का सरकार बनाना इन लोगों के लिए ऐसी स्थिति होगी, जैसे किसी गरीब आदमी की उधार लायी भैंस मर गई और ऊपर से कर्जदार ने भैंस के पैसे न चुकाने पर मुकदमा दर्ज कर दिया।

महाराष्ट्र के श्रम मंत्री के पास पत्रकारों से मीटिंग का टाइम नहीं, मजीठिया मामले में दूसरी बैठक भी स्थगित

भड़ास के जरिये क्लेम फाइल करना ही एकमात्र विकल्प

मजीठिया मामले में महाराष्ट्र में लगता है पत्रकारों के अच्छे दिन नहीं आने वाले हैं। महाराष्ट्र के श्रम मंत्री प्रकाश मेहता को अपने ही राज्य के पत्रकारों से गुरेज हो गया है। राज्य के श्रम मंत्री प्रकाश मेहता ने पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन और सुविधाओ से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड को अमल में लाने के मामले में चुप्पी साध ली थी। विपक्ष ने जब इस मामले को विधान सभा में उठाया तो मंत्री महोदय ने आनन फानन में पत्रकारों और प्रबंधन तथा कामगार विभाग की 20 अप्रैल को बैठक बुलाने का एलान किया।

राष्ट्रीय सहारा में हड़ताल के कारण मास्टर एडिशन छपा

राष्ट्रीय सहारा में कल हड़ताल होने के कारण प्रबंधन किसी तरह मास्टर एडिशन छापने में कामयाब रहा. बताया जा रहा है कि नोएडा में मास्टर पेज तैयार कर उसे लखनऊ व अन्य सेंटरों को भेज दिया गया. लखनऊ से सूचना है कि वहां हड़ताल के कारण राष्ट्रीय सहारा की फाइल कापी यानि मास्टर एडिशन ही प्रकाशित करना पड़ा. इस फाइल कापी में लखनऊ की एक भी खबर नही हैं. ऐसा ही अन्य सेंटर्स पर भी हुआ.

आजतक, एबीपी न्यूज़ और ज़ी न्यूज़ के बुरे दिन कट नहीं रहे

15वें हफ्ते की टीआरपी की कहानी चौदहवें हफ्ते से अलग नहीं है। आजतक को इंडिया टीवी ने नंबर एक से भगा रखा है। इंडिया न्यूज़ ने एबीपी न्यूज़ को नंबर तीन से खदेड़ रखा है। न्यूज़ नेशन ने ज़ी न्यूज़ को नंबर चार से विस्थापित किया हुआ है। देखें 15वें हफ्ते की टीआरपी…

‘खेल टुडे’ के विमोचन पर कालकाजी मंदिर में जुटे नामी कोच और खिलाड़ी

नई दिल्ली। ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली देश की धुरंधर टेबल टेनिस
खिलाड़ी मनिका बत्रा ने बुधवार को एक नई खेल पत्रिका खेल ‘खेल टुडे’ के
विमोचन के अवसर पर रियो में बेहतर प्रदर्शन का भरोसा जताया।

अगर सपा ने अपना चुनावी वादा निभाया होता तो गुलजार के 4 साल बच जाते

लखनऊ । रिहाई मंच ने आगरा की एक निचली अदालत द्वारा गुलजार अहमद वानी को बेकसूर करार देते हुए कैद के 15 साल बाद बरी किए जाने को खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की मुस्लिम विरोधी मानसिकता को उजागर करने वाला निणर्य बताया है। मंच ने आरोप लगाया है कि अगर सपा ने आतंकवाद के नाम पर फंसाए गए बेगुनाह मुसमलानों को छोड़ने का वादा पूरा किया होता तो गुलजार वानी की जिंदगी के चार साल बर्बाद होने से बच जाते।

‘विक्रम राव को मजीठिया का मामला उठाना तक नहीं पच रहा!’

लखनऊ : मजीठिया वेज बोर्ड के मुताबिक अखबार कर्मियों को वेतनमान न दिए जाने को लेकर कारवाई पर उत्तर प्रदेश सरकार की हीला-हवाली के संदर्भ में इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) ने सोमवार को मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा था। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने आईएफडब्लूजे के उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी और सचिव सिद्धार्त कलहंस के नेतृत्व में ज्ञापन देने गए प्रतिनिधिमंडल को इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा है कि अखबार कर्मियों के हितों का पूरा संरक्षण किया जाएगा। आईएफडब्लूजे की मजीठिया को लेकर की गयी यह कवायद हाल ही में संगठन से बाहर निकाले गए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव व उनके गिरोह को इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने इस पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिया।

पत्रकारों की आज़ादी के मामले में दुनिया में भारत 133वें स्थान पर

भारत को ताजा वार्षिक विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों में 133 वां स्थान मिला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पत्रकारों को खतरे के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘उदासीन’ लगते हैं। वर्ष 2016 का ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने जारी किया है। फिनलैंड को इस सूचकांक में लगातार छठे साल शीर्ष स्थान पर रखा गया है। उसके बाद नीदरलैंड और नॉर्वे की बारी आती है।

सवाल उठाने वाले पत्रकारों से नाराज हो जाते हैं केजरीवाल

दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन योजना पर सवाल उठाने वाले दैनिक जागरण के पत्रकार राजकिशोर को दिल्ली सरकार के उस व्हाट्‍स एप ग्रुप से हटा दिया गया है जिससे सरकार मीडिया को जानकारी उपलब्ध कराती है. केजरीवाल सरकार की आलोचना करने वाले कुछ अन्य पत्रकारों को भी इस ग्रुप से हटाया गए है. ये सभी वो पत्रकार हैं जिन्होंने अरविन्द केजरीवाल और उनकी सरकार की आलोचना की थी.

सेलरी न मिलने पर राष्ट्रीय सहारा अखबार की कई यूनिटों में हड़ताल

सहारा मीडिया से बड़ी खबर आ रही है कि साल भर से सेलरी न मिलने से नाराज राष्ट्रीय सहारा अखबार के कर्मियों ने हड़ताल कर दिया है. हड़ताल से नोएडा, लखनऊ, बनारस, कानपुर यूनिटें प्रभावित हैं. बताया जा रहा है कि गोरखपुर और पटना की यूनिटों में हड़ताल नहीं हुआ है. कार्य बहिष्कार के कारण सहारा मीडिया के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भागदौड़ तेज कर दी है. किसी तरह हड़ताल खत्म कराने की कोशिशें हो रही हैं.

यूपी में जंगलराज : भ्रष्ट नौकरशाहों पर ‘सरकारी मेहरबानी’

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश के तमाम नौकरशाह भ्रष्टाचार मे लिप्त हैं, लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुईं सरकारें इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाये उन्हें संरक्षण देती हैं। यह सिलसिला लम्बे समय से चलता आ रहा है और कहीं कोई सुबुगाहट नहीं सुनाई दी। जनता,  नेताओं-नौकरशाहों के गठजोड़ से भले ही .त्रस्त हो,  लेकिन सरकारों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। कई दशकों के बाद हाल ही में हाईकोर्ट ने इस गठजोड़ पर सवाल खड़ा करके जनता की उम्मीदों को पंख लगा दिये हैं। मामला सीबीआई की कोर्ट में होने के बाद भी भ्रष्टाचार के आरोपी आईएएस अधिकारी राजीव कुमार के प्रति अखिलेश सरकार जिस तरह ‘प्रेम’ का इजहार कर रही थी,  वह हाईकोर्ट को कतई रास नहीं आया। नाराज कोर्ट ने सरकार से ही इस मेहरबानी कारण पूछ लिया।

मजीठिया वेज बोर्ड से जुड़े प्रमोशन मामले की मुंबई में २५ को सुनवाई

मजीठिया वेज बोर्ड की अनुशंसा में गड़बड़ झाला कर माननीय सुप्रीम कोर्ट की आंखों में धूल झोकते हुये फर्जी रिपोर्ट भेजे जाने के मामले से जुड़े मुंबई के श्रम आयुक्त के यहां दायर एक आरटीआई का गोलमोल जवाब देना खुद श्रम आयुक्त मुंबई को भारी पड़ने वाला है। मुंबई के निर्भीक पत्रकार और आरटीआई एक्टीविस्ट शशिकांत सिंह ने आरटीआई से प्राप्त प्रमोशन मामले से जुड़े एक सूचना पर असंतुष्ट होकर श्रम आयुक्त कार्यालय में अपील दायर कर पूछा है कि अगर आपके पास मजीठिया मामले के लिये महत्वपूर्ण प्रमोशन लिस्ट नहीं है तो आपके विभाग द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट को किस आधार पर मजिठिया वेज बोर्ड के क्रियान्यवयन की रिपोर्ट भेजी गयी है। इस अपील को स्वीकार कर लिया गया है और इस पर २५ अप्रैल को दोपहर मेंश्रम आयुक्त कार्यालय मुंबई शहर के प्रथम अपील अधिकारी के समक्ष सुनवाई होनी है।

पटना के दो पत्रकारों वीरेंद्र यादव व नवल किशोर के बारे में

मेरे दो मित्र… बहुत समय से मन है कि पटना के दो पत्रकार मित्रों की अद्वितीय प्रतिभा और भयंकर जीवन संघर्ष और बारे में विस्‍तार से लिखूं। हिंदी में इस तरह के लेखन की समृद्ध परंपरा रही है। लेखकों के अपनी साथियों पर अनेक प्रशंसात्‍मक संस्‍मरण, रेखाचित्र आदि लिखें हैं, जिनसे आज हमें उन्‍हें समझने में मदद मिलती है। राजेंद्र यादव, कमलेश्‍वर और मोहन राकेश द्वारा एक दूसरे पर लिखे संस्‍मरण भी इसके बेहतरीन उदाहरण हैं। लेकिन राजेंद्र जी ने हंस के पन्‍नों पर बाद के बर्षों में जो संस्‍मरण लिखे और लिखवाये वे किसी न किसी को ध्‍वस्‍त करने के लिए थे। उनहें साबित करना था कि ‘वे देवता नहीं है’।

हेमंत तिवारी और सिद्धार्थ कलहंस UPWJU के प्राथमिक सदस्य नहीं, ये लोग IFWJ के बारे में भ्रम फैला रहे

लखनऊ : ​उत्तर प्रदेश वर्किंग जर्नालिस्ट यूनियन के अध्यक्ष श्री हसीब सिद्दीकी ने अपने लिखित व्यक्तव्य में आज स्पष्ट किया है की उसके राष्ट्रीय संगठन इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स में यू.पी. से केवल तीन ही सदस्य है, श्री के विक्रम राव गत वर्ष सीधे मतदान में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे, जबकि मार्च 2016 में बेंगलुरू के राष्ट्रीय अधिवेशन में श्री श्यामबाबू को कोषाध्यक्ष और संतोष चतुर्वेदी को मंत्री बनाया गया था|

वाराणसी संकट मोचन संगीत समारोह 26 से एक मई तक, देखें कलाकारों की लिस्ट

वाराणसी में होने वाला संकट मोचन संगीत समारोह इस वर्ष 26 अप्रैल से 1 मई तक होगा। इस संगीत समारोह में देश के विख्यात कलाकार भाग लेंगे जिसमें प्रमुख रूप से ये हैं…

इंडियन वोमेन प्रेस कार्प्स का चुनाव संपन्न, देखें विजेताओं की पूरी लिस्ट

Delhi : The Elections to the Managing Committee of the Indian Women’s Press Corps 2016-17 were held on April 16, 2016.The following have been elected as Office-Bearers and Executive Committee members of the Indian Women’s Press Corps.

राष्ट्रपति ने बालेन्दु शर्मा दाधीच को ‘आत्माराम पुरस्कार’ से सम्मानित किया

नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट में कार्यरत वरिष्ठ तकनीकविद और पूर्व संपादक बालेन्दु शर्मा दाधीच को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मंगलवार को एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित ‘आत्माराम पुरस्कार’ से सम्मानित किया। श्री दाधीच को यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जरिए हिंदी भाषा को समृद्ध बनाने के लिए दिया गया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और अनेक गणमान्य हस्तियाँ मौजूद थीं। पुरस्कार के तहत मानपत्र और एक लाख रुपए की राशि दी जाती है।

जानिए, ये मृत्यु का प्रोग्राम काम कैसे करता है…

आपकी मौत का प्रोग्राम! The Program Of Death… आज इसी पर बात करते हैं… मृत्यु जीवन का शाश्वत सत्य है… पर… किसी दुर्घटना में जान गवा देना या किसी के द्वारा आघात करने से मर जाना समझ आता है… मैं बात कर रहा हूँ आज… “वृद्ध हो के मरने की”… ऐसा क्या है जिसकी वजह से लोग बूढ़े होने लगते है और अंत में सुबह पता चलता है कि… “शरीर है… पर वो अब नहीं रहे”… ये मृत्यु का प्रोग्राम काम कैसे करता है?

एबीपी न्यूज, ‘VIRAL सच’ और सत्ता से लगाव

Sushil Upadhyay : मीडिया जिस सच को परोसता है, वह प्रायः सापेक्षिक होता है, ऐसा अक्सर लगता है और दिखता भी है। किसी भी अखबार, चैनल या मीडिया माध्यम को गौर से देख लीजिए तो पता चलेगा कि जिस बात को सच बताया जा रहा है, वह कुछ खास परिस्थितियों और संदर्भों में ही सच है। जबकि, मीडिया का दावा होता है कि वो सार्वभौमिक, सार्वकालिक और सार्वदेशिक सत्य को प्रस्तुत कर रहा है। चूंकि, मीडिया की बुनियाद के लिए सच जरूरी है इसलिए पाठकों-दर्शकों के पास ऐसा कोई जरिया या तरीका नहीं होता जिससे वे मीडिया के सच को मानने से मना कर दें। उपर्युक्त संदर्भ में एबीपी न्यूज का एक शो ध्यान खींचता है।

चुनाव लड़ने के कारण कई लोगों को दैनिक जागरण ने कार्यमुक्त किया, पुष्कर नेगी को बड़ी जिम्मेदारी

दैनिक जागरण देवरिया से खबर है कि प्रबंधन ने अपने कई संवाददाताओं को इसलिए कार्यमुक्त कर दिया क्योंकि उन्होंने ग्राम प्रधान से लेकर अन्य स्थानीय प्रतिनिधि के चुनाव के लिए नामांकन कर दिया था. देवरिया जिला के सलेमपुर क्षेत्र के दैनिक जागरण के गामीण पत्रकार रामकुमार सिह, अरुण पांडेय, दिलीप कुमार मल्ल और विवेकधर दिवेदी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इन सभी लोगों का बस इतना कसूर था कि इन लोगों ने अपने इलाके में पंचायती राज के चुनाव में नामांकन कर दिया था.

पत्रिका रायपुर में कई बदलाव

पत्रिका रायपुर के स्थानीय संपादक श्याम तोमर के अखबार छोड़ने के साथ ही तत्काल प्रभाव से बिलासपुर के संपादक को रायपुर जॉइनिंग दी गई है। रायपुर के ब्यूरो चीफ बरुण सखाजी को बिलासपुर संपादक प्रमोट किया गया है। भोपाल से बतौर प्रधान संपादक रायपुर भेजे गये जिनेश जैन पत्रिका को उबार नहीं पा रहे। इसके …

पंजाब के अखबार दैनिक सवेरा की पूरी टीम ने दिया इस्तीफा

दैनिक सवेरा अखबार की जालंधर यूनिट से खबर है कि वहां की पूरी टीम ने इस्तीफा दे दिया है. इन लोगों का कहना था कि दैनिक सवेरा में सिर्फ पंजाब केसरी के लोगों को तरजीह दिया जाता है. इसी से नाराज होकर दैनिक सवेरा के लोगों ने इस्तीफा दे दिया. दैनिक सवेरा में 14 पद …

एसएमबीसी इनसाइट चैनल का लाइसेंस रद्द करने के लिए मंत्रालय के सचिव को भेजा पत्र

सेवा में,
सचिव
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
ए विंग, शास्त्री भवन
नई दिल्ली

विषय : एसएमबीसी इनसाइट चैनल द्वारा अपलिंकिंग/डाउनलिंकिंग दिशानिर्देशों के उल्लंघन के संदर्भ में

महाशय,

उपरोक्त विषय के संदर्भ में सूचित करना है कि सी मीडिया सर्विस प्रा. लि. द्वारा संचालित न्यूज चैनल एसएमबीसी इनसाइट लगातार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के अपलिंकिंग/ डाउनलिंकिंग के लिए तय दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर रहा है। इस संदर्भ में मैं आपका ध्यान निम्न बिन्दुओं की तरफ दिलाना चाहता हूं…

‘फोकस टीवी’ समेत ग्रुप के पांच चैनलों के लाइसेंस रद्द, ‘सीएनएन-आईबीएन’ का नया नाम हुआ ‘सीएनन न्यूज18’

फोकस टीवी का लाइसेंस रद्द हो गया है. मतंग सिंह वाली मीडिया कंपनी पाजिटिव मीडिया के कुल पांच चैनल लाइसेंस रद्द के जद में आए हैं. फोकस न्यूज, फोकस हरियाणा, फोकस बांग्ला और फोकस ओडिशा सहित पांच चैनलों का संचालन करने वाली पाजिटिव मीडिया कंपनी ने लाइसेंस रद्द किए जाने के खिलाफ टीडी सैट (दूरसंचार विवाद निपटान और अपीलीय ट्रिब्यूनल) में अपील किया है और सूचना व प्रसारण मंत्रालय के निर्णय को चैलेंज किया है. लाइसेंस रद्द होने से इन सभी पांच चैनलों का प्रसारण बंद है. असल में लाइसेंस रद्द इसलिए किया गयाय क्योंकि गृह मंत्रालय ने ब्रॉडकास्टर की सुरक्षा मंजूरी वापस ले ली थी. इसके बाद सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने उसके टीवी चैनलों के लाइसेंस को रद्द कर दिया. पिछले साल कंपनी ने अपने दो चैनल फोकस एनई और फोकस हाईफाई को खुद ही बंद कर दिया था. अब पांच चैनल सरकार ने बंद करा दिए.

जयपुर के पत्रकार दुष्यंत का लिखा गीत ‘बावलीबूच’ इन दिनों धूम मचा रहा है

रणदीप हुड्डा की 22 अप्रैल को रिलीज हो रही फिल्म ‘लाल रंग’ का गीत ‘बावलीबूच’ 2 अप्रैल को यूट्यूब पर आया, एक हफ्ते में ही 2 लाख से अधिक बार देखा गया. हरियाणा केंद्रित फिल्म का यह गीत भी हरियाणवी अंदाज का देसी रोमांटिक गीत है.

संपादक अब न्यूजरूम का मैनेजर है : निधीश त्यागी

आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में एडिटर्स कॉन्क्लेव का आयोजन… बाज़ार में जकड़े मीडिया के सामने साख का संकट….

ग्वालियर। आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में आयोजित एडिटर्स कॉन्क्लेव (संपादक समागम) में शनिवार को पत्रकारिता की दशा और दिशा पर देशभर से आए दिग्गज संपादकों और पत्रकारों के बीच विचारोत्तेजक बहस हुई। इस दौरान संपादकों की यह चिंता उभरकर आई कि आज मीडिया बाजार की जकड़ में आ गया है, जिससे वह मिशन से व्यापार बन गया है। ऐसी स्थिति में मीडिया के सामने साख का, उसके अस्तित्व को बचाए रखने का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। वक्ताओं ने कहा कि अखबार में, न्यूज चैनलों में सब कुछ बाजार के हिसाब से तय होना पत्रकारिता के भविष्य के लिए चिंता का विषय है।

डॉ हरि जोशी को मिलेगा अट्टहास सम्मान

प्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ हरि जोशी (भोपाल) को लखनऊ की साहित्यिक संस्था माध्यम ने अट्टहास सम्मान प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह सम्मान 22 अप्रैल को शाम 4 बजे हिंदी भवन के यशपाल सभागृह में प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली के व्यंग्यकार नीरज बधवार को अट्टहास युवा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। डॉ जोशी का जन्म 17 नवंबर, 1943, को जिला –हरदा (मध्य प्रदेश) के छोटे से गांव खूदिया(सिराली) में हुआ था। पेशे से मेकेनिकल इन्जीनियरिंग डॉ जोशी के अब तक कुल २४ कविता संग्रह और 15 व्यंग्य संग्रह प्रकाशित हुए हैं।

इंदौर संभागीय जनसम्पर्क विभाग की मनमानी जारी : अंधा बांटे रेवड़ी, अपने अपनों को देय

इंदौर संभागीय जनसम्पर्क विभाग में मनमानी का खेल जारी है. मामला है उज्जैन सिंहस्थ 2016 के कवरेज में शामिल होने वाले पत्रकारों के पास बनने का. जनसम्पर्क विभाग द्वारा जारी आवेदन फार्म में स्पष्ट तौर पर प्रिंट मिडिया, इलेक्ट्रानिक मिडिया, न्यूज एजेंसी एवं वेब मीडिया के पत्रकारों को अघोषित आमंत्रण के रूप में पास हेतु बुलाया जा रहा है. इसमे पत्रकारों से कई तरह के दस्तावेजों की प्रतियाँ ली भी जा रही हैं. किन्तु जब कोई अदना सा पत्रकार विभाग में पहुँचता है तो वहां बैठे जिम्मेदार अफसरान कई तरह से रुकावटें पैदा करने से बाज नहीं आते. जैसे कि वेब मीडिया को नहीं मिलेंगे पास, साप्ताहिक अख़बार वालों का सिंहस्थ में क्या काम, उनके पास जारी नहीं होंगे, फलां संस्थान से 2 पास होंगे, फलां का सर्कुलेशन ज्यादा हैं उसे ज्यादा होंगे, और भी ना जाने कितनी रुकावटें, कितनी बातें।

मजीठिया वेज बोर्ड पर बोले सीएम अखिलेश- जल्द फाइल होगी मजीठिया को लेकर स्टेट्स रिपोर्ट

लखनऊ : मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू किए जाने के संबंध उत्तर प्रदेश के समाचार पत्रों की स्थिति और अब तक हुयी प्रगति को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अब तक सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट न पेश किए जाने पर इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) का एक प्रतिनिमंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी के नेतृत्व में सोमवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार सुबह इस मामले को लेकर मुख्य सचिव आलोक रंजन से भी मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

मजीठिया मामले में क्लेम फाइल तैयार कराने के लिए इस वर्कशाप में शिरकत करें पत्रकार और गैर-पत्रकार

पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन सुविधाये तथा एरियर से जुड़े मामले में सभी मीडियाकर्मियों से निवेदन है कि अपना क्लेम फाइल तैयार कराने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में पत्रकारों की लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता उमेश शर्मा से संपर्क करने हेतु 30 अप्रैल को आयोजित होने वाले वर्कशाप में शिरकत करें। दोस्तों आपको बता दूं ये आखिरी मौका है। अभी नहीं तो कभी नहीं।

फारवर्ड प्रेस के संपादक प्रमोद रंजन से हरि नारायण की बातचीत

फारवर्ड प्रेस ने दिया वंचित बहुसंख्यकों को स्वर

अप्रैल का महीना देश के दलित बहुजन समाज के लिए मायने रखता है क्योंकि इस महीने दो महापुरुषों की जयंती पड़ती है। पहले ज्योतिबा फुले और दूसरे डॉ. बी आर आंबेडकर। बहरहाल अप्रैल 2016 हिंदी प्रदेश में रहने वाले तमाम वंचित बहुजनों के लिए निराशा का सबब बनकर आया है। फुले और आंबेडकर की विचारधारा के विभिन्न आयामों को सामने लाने वाली देश की पहले द्विभाषी पत्रिका फॉरवर्ड प्रेस जून से अपना प्रिंट संस्करण बंद करने जा रही है। अब यह प्रकाशन केवल वेब पर उपलब्ध होगा।

नेशनल दुनिया ने नहीं किया बकाया वेतन का भुगतान

पीड़ित कर्मचारी करेंगे शैलेन्द्र भदौरिया और कुमार समीर के घर का घेराव, एनसीआर ब्यूरो के अलावा दूसरे विभागों के कर्मचारी भी आन्दोलन में करेंगे शिरकत, मकान मालिक भी बकाया किराये को लेकर घेराव के मूड में, पीएफ आयुक्त और आयकर विभाग में भी शिकायत

May Day call for newspaper and news agency employees in Maharashtra

LEADING organisations of Journalist and non-Journalist newspaper and news agency employees as well as prominent institutions of media persons in Maharashtra have formed a Joint Action Committee (JAC) to press for the implementation of the Justice Majithia Wage Boards Awards, as mandated by the Supreme Court of India. The JAC has decided to hold a May Day open interactive session on Sunday, 1st of May 2016 at either the Mumbai Press Club Hall or the Mumbai Marathi Patrakar Sangh Hall from 12 noon onwards. Efforts are underway to invite Maharashtra Government representatives to address the session.

इस किताब में बेचैनी से भरा हुआ भारत अपने हर रंग-रूप और हर माहौल-मूड में दिखाई देगा

मित्रों,

यह लिंक http://www.amazon.in/dp/9384056022 अमेजन की है। इसे देख लीजिएगा। जैसा कि आप जानते हैं कि 2010 से 2015 के बीच दैनिक भास्कर के नेशनल न्यूजरूम में रहते हुए मैंने स्पेशल स्टोरी कवरेज के लिए भारत की करीब 8 यात्राएं की हैं। शायद ही कोई विषय हो, जो देश के किसी न किसी कोने से कवर न हुआ हो। अखबार के संडे जैकेट पर तीन भाषाओं में देशव्यापी कवरेज की एक झलक आप सबने देखी-पढ़ी।

मजीठिया वेज बोर्ड के वेतन, भत्ता और प्रमोशन के लिये अपने कार्मिक प्रबंधन को पत्र लिखकर ये दस्तावेज जरूर मांगें

मजीठिया वेज बोर्ड के वेतन, भत्ता और प्रमोशन के लिये कार्मिक प्रबंधन को पत्र लिखकर ये दस्तावेज जरूर मांगें। देखें सारा राज खुल जायेगा। प्रबंधन की धोखाधड़ी जानने के लिए यह पत्र रजिस्टर्ड डाक से भेजें तो बेहतर होगा।

तो क्या दो सप्ताह पहले ही अप्रैल फूल बना गये उप्पी बाबू!

सहारा मीडिया में कब क्या जो हो जाये, इसके बारे में कोई कुछ नहीं कहा जा सकता। सब चीजें समय से ही होंगी, इसकी भी कोई गांरटी नहीं है। कुछ चीजें देर से तो कुछ चीजें पहले भी हो सकती हैं। जैसे वेतन। एक तो वेतन मिल ही नहीं रहा है और मिल भी रहा है तो देर से मिल रहा है। लेकिन सहारा के बिग बास उपेन्द्र राय ने इस बार अपने कर्तव्ययोगियों को समय से पहले ही ‘अप्रैल फूल’ का गिफ्ट देकर प्रसन्न कर दिया। मौका था, राष्ट्रीय सहारा की देहरादून यूनिट से जुड़े लोगों को प्रेरणा देने के लिये बुलाये गये ‘प्रेरणा सम्मेलन’ का।

समाजवादी राज का सच : मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट नवीन सचिवालय भवन में उडाई जा रही है श्रम कानूनों की धज्जियां

निर्माण मजदूरों की जिदंगी लगी है दांव पर निर्माण मजदूर मोर्चा की जांच टीम की रिपोर्ट

लखनऊ :  ‘अरे साहब आप डाक्टर की बात करते है यहां तो हालत यह है कि यदि कोई मजदूर मर जाए तो लाश का भी पता न चले ठेकेदार उसे अपना मजदूर मानने से ही इंकार कर दे‘ यह बातें शटरिंग का काम करने वाले बाराबंकी के एक निर्माण मजदूर ने आज उ0 प्र0 निर्माण मजदूर मोर्चा की जांच टीम से कहीं। जांच टीम उ0 प्र0 के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट और विधानसभा के ठीक सामने बन रहे नवीन सचिवालय भवन में निर्माण मजदूरों की कार्यस्थितियों की जांच करने के लिए वहां गयी थी। इस टीम में यू0 पी0 वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर, निर्माण मजदूर मोर्चा के जिलाध्यक्ष बाबूराम कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष राम सुदंर निषाद और केश चंद मिश्रा शामिल थे। जांच टीम ने देखा कि उ0 प्र0 निर्माण निगम द्वारा बनवाए जा रहे नवीन सचिवालय में भवन व अन्य सन्निर्माण कर्मकार (नियोजन तथा सेवा शर्त विनियमन) अधिनियम 1996, उ0 प्र0 भवन एवं सन्निर्माण (नियोजन तथा सेवा शर्त विनियमन) नियम 2009 के प्रावधानों की खुलेआम धज्जियां उडाई जा रही है।

बनारस के दो पत्रकारों विनय मौर्य और विजय विद्रोही ने देहदान कर मीडियाकर्मियों का सिर उंचा किया

बनारस के दो पत्रकारों ने देहदान कर युवाओं को प्रेरणा दी है. खबर विजन दैनिक समाचार पत्र के कार्यकारिणी संपादक विनय कुमार मौर्य और अमर उजाला में कार्यरत विजय शंकर विद्रोही ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मेडिकल कालेज जाकर शरीर संरचना विभाग में अपना देहदान कर दिया. दुर्भाग्य देखिए कि कंबल और फल वितरण की खबर छापने वाली वाराणसी मीडिया ने इस नेक खबर को प्रकाशित नहीं किया. इससे बनारसी मीडिया का दोगलपन एक बार पुन: सामने आ गया है.

स्टार इंडिया में उदय शंकर चेयरमैन और सीईओ बने, संजय गुप्ता और के. माधवन को एमडी बनाया गया

स्टार इंडिया में कई लोगों को नई जिम्मेदारी दी गई है. उदय शंकर को चेयरमैन और सीईओ बना दिया गया है. सीओओ संजय गुप्ता को स्टार इंडिया का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया गया है। के. माधवन साउथ के मैनेजिंग डायरेक्टर होंगे. माधवन और गुप्ता दोनों ही उदय शंकर को रिपोर्ट करेंगे. केविन वज को साउथ का सीईओ नियुक्त किया गया है और वह के. माधवन को रिपोर्ट करेंगे. गौरव बनर्जी के नेतृत्व में पूरा इंडिया कंटेंट स्टूडियो होगा, जो प्रोग्रामों में नए तरह से बदलाव करेगा.

बीएसए ने जांच रिपोर्ट में पत्रकार के भाई की शिक्षक पद पर नियुक्ति को वैध बताया

लोकसभा टीवी के एंकर अनुराग दीक्षित के भाई को बुलंदशहर में शिक्षक बनाने के मामले में नया मोड़ तब आ गया जब बीएसए ने अपनी जांच रिपोर्ट में नियुक्ति को वैध बताया. पत्रकार अनुराग दीक्षित से जुड़े लोगों का कहना है कि उनके भाई की शिक्षक के पद पर नियुक्ति के मामले में पत्रकार का …

रघुबर-सरयू के झंझट में पिट गए जमशेदपुर के पत्रकार

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाने में ११ अप्रैल को एक मामले की रिपोर्टिंग करने गए पत्रकारों और प्रेस छायाकारों की सीतारामडेरा थाना पुलिस ने जमकर पिटाई की जिससे कई पत्रकार घायल हो गए और उन्हें इलाज हेतु अस्पताल ले जाना पड़ा. घटना के सन्दर्भ में बिहार झारखंड न्यूज़ के रवि झा ने बताया कि मंत्री सरयू राय के करीबी बिल्डर निखर सबलोक ने मुख्यमंत्री रघुबर दास के नजदीकी पवन अग्रवाल के खिलाफ ५ लाख रूपया रंगदारी मांगने का मामला थाना में दर्ज करवाया. लेकिन पुलिस ने सबलोक को ही गिरफ्तार कर लिया.

‘अंगूरी भाभी’ यानि शिल्पा शिंदे पर सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन ने लगाया आजीवन प्रतिबंध

नई दिल्ली: टीवी सीरियल ‘भाबीजी घर पर हैं’ में अंगूरी भाभी का किरदार निभाने वाली शिल्पा शिंदे पर सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन शिल्पा ने आजीवन प्रतिबंध लगा सकता है। ‘भाबीजी घर पर हैं’ सीरियल बीच में छोड़ने और गैर-पेशेवर रवैया अपनाने के खिलाफ प्रोड्यूसर बिनेफर कोहली ने शिल्पा के खिलाफ शिकायत की थी। सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन ने नॉन को-ऑपरेटिव डायरेक्टिव जारी कर दिया है। इसके मुताबिक शिल्पा शिंदे किसी भी टीवी सीरियल में काम नहीं कर पाएंगी।

मोदी सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र भंग कर वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को इसका चीफ बनाया

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के बोर्ड को भंग कर दिया है। केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा ने गुरुवार को एक 20 सदस्यों के नए बोर्ड का गठन किया। इसके प्रुमख के तौर पर पद्मश्री और वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को नियुक्त किया गया है। राम बहादुर राय बोर्ड के पुराने प्रमुख चिनमय खान की जगह लेंगे।

श्रवण गर्ग की फ्री प्रेस से विदाई पर पत्रकार अनिल जैन ने फेसबुक पर लिखा एक विवादित पोस्ट

Anil Jain : श्रवण गर्ग की हकीकत… किसी भी व्यक्ति के नौकरी गंवाने की खबर से शायद ही किसी को सुकून मिलता हो! लेकिन श्रवण गर्ग की फ्री प्रेस से बिदाई की खबर जब परसों तीन मित्रों से एक के बाद एक करके मिली तो अपन को न तो जरा भी आश्चर्य हुआ और न ही कोई अफसोस। जिस बदमिजाज, बदजुबान, भ्रष्ट-निकृष्ट, न्यूनतम मानवीय गुणों से रहित और परम परपीडक व्यक्ति ने अपने पूरे करिअर के दौरान कई काबिल और ईमानदार लोगों की नौकरी खाई हो, दलालों-बेईमानों को प्रमोट किया हो, अपने सहकर्मियों के स्वाभिमान से खिलवाड करना जिसका प्रिय शगल रहा हो, जो महिला सहकर्मियों को बेहूदा टिप्पणियों से जलील करना अपनी शान समझता हो और जो अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी को भी नुकसान पहुंचाने में किसी भी हद तक गिरने को तत्पर रहता हो, ऐसे व्यक्ति की नौकरी जाने पर किसी को अफसोस होना भी क्यों चाहिए?

मजीठिया मामले में महाराष्ट्र के श्रम मंत्रालय, समाचार पत्र प्रबंधन और पत्रकार यूनियनों की संयुक्त बैठक २० को मंत्रालय में

मुंबई : पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन, सुविधाओं तथा भत्ते से जुड़े मामले पर महाराष्ट्र सरकार के कामगार मंत्री प्रकाश मेहता ने २० अप्रैल को दोपहर दो बजे से मंत्रालय के दलान क्रमांक ६०७ में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है।

यूपी में आईपीएस अफसर ने सिपाही को दी गालियां और सरेआम पीटा (सुनें टेप)

लख़नऊ में तैनात आईपीएस अभिषेक सिंह द्वारा अम्बेडकरनगर के एक सिपाही वसीम हाशमी को कल पीटा गया था. आईपीएस अभिषेक के बाबा की बोलेरो के टक्कर से मौत हो गई थी. यह बोलेरो अम्बेडकरनगर में तैनात सिपाही वसीम हाशमी के रिश्तेदार की थी. आईपीएस द्वारा सिपाही को दी गई धमकी की वॉयस रिकॉर्डिंग सुनिए. नीचे दिए लिंक पर क्लिक करिए…

https://www.youtube.com/watch?v=KSij2ss6PXQ

दैनिक जागरण झारखंड में तीन संपादकों के बदले जाने की चर्चा

दैनिक जागरण से खबर है कि झारखंड में तीन संपादकों का ट्रांसफर कर दिया गया है. प्रभावित यूनिटें हैं भागलपुर, रांची और पटना. चर्चा के मुताबिक दैनिक जागरण रांची के संपादकीय प्रभारी अश्वनी का ट्रांसफर पटना किया गया है. वहीं भागलपुर के संपादकीय प्रभारी किशोर झा के बारे में बताया जा रहा है कि उन्हें …

इंडिया टीवी ने नंबर एक की कुर्सी कब्जाई, आजतक के साथ-साथ एबीपी न्यूज और जी न्यूज का भी बुरा हाल

इस साल के 14वें हफ्ते की टीआरपी ने काफी उछलकूद मचाई है. इंडिया टीवी ने आजतक को नंबर दो कर दिया, इंडिया न्यूज ने एबीपी न्यूज को नंबर चार कर दिया और न्यूज नेशन ने जी न्यूज को नंबर छह कर दिया. लंबे समय से नंबर एकस दो और तीन की कुर्सी पर काबिज क्रमश: आजतक, इंडिया टीवी और एबीपी न्यूज को अपना अपना स्थान छोड़ना पड़ रहा है. इन्हें रिप्लेस किया क्रमश: इंडिया टीवी, इंडिया न्यूज और न्यूज नेशन ने. पुराने और स्थापित चैनलों के लिए खतरे की बहुत बड़ी घंटी है. अगर इन्होंने अपने माइंडसेट चेंज नहीं किए और नए जमाने के तौर तरीके नहीं अपनाए तो कहीं इन्हें अपनी कुर्सी से परमानेंट न हाथ धोना पड़ जाए.

मेरठ में इंसानों के बीच बार-बार क्यों घुस आ रहा तेंदुआ (देखें वीडियो)

मेरठ में करीब 25 महीने पहले 10 दिन तक तेंदुए का खौफ रहा था. बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया था और दुकानदारों ने दुकान समेट ली थी. मेरठ के छावनी क्षेत्र में 25 महीने पहले आए तेंदुए के कारण जो दहशत का माहौल बना था, वह कल से फिर शुरू हो गया. असल में कल मिलिट्री हास्पिटल में तेंदुआ देखा गया. हास्पिटल के सी ब्लाक के सघन पेड़ों के बीच तेंदुआ बैठा रहा. वन विभाग के स्टाफ और एक्सपर्ट के सामने समस्या यह थी कि पेड़ पर बैठे तेंदुए की सिर्फ बैक बोन दिख रही थी. ट्रंकुलाइज केवल शोल्डर और हिप पर किया जाता है. बैक बोन पर शूट किया गया तो पैरालाइसिस हो सकता है. पेड़ पर बैठने के बाद तेंदुए ने अपना पोश्चर नहीं बदला.

धन्यवाद अमर उजाला, आपने लखपत के दुनिया छोड़ देने के बाद उसे पत्रकार तो माना

रुदप्रयाग में अमर उजाला के युवा पत्रकार लखपत की 11 अप्रैल को हार्टअटैक से असमय मृत्यु हो गई। मौत की खबर में अमर उजाला ने लखपत को पत्रकार तो लिखा लेकिन अपना पत्रकार नहीं बताया। मौत के बाद पत्रकार से संस्थान के पल्ला झाड़ने और उनके परिवार की पीड़ा को श्रीनगर की वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती गंगा असनोड़ा (Ganga Asnora) ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है। उनका पूरा लेख आप नीचे देख सकते हैं। उनकी फेसबुक वॉल से साभार।

महाराष्ट्र विधानसभा में गूंजी पत्रकार हित की आवाज, अखबार मालिकों को मजीठिया देने के लिए किया जाएगा मजबूर

मुंबई : सालों से चल रहे मीडिया समूहों के पत्रकारों के अधिकार और उनके वेतन तथा भत्ते को लेकर आज महाराष्ट्र विधानसभा से जोर-शोर से आवाज बुलंद की गई। पत्रकारों को मजीठिया आयोग के तहत वेतन और भत्ते दिये जायें इसके लिए सभी दलों के नेताओं ने अपनी सहमति दर्ज कराई। करीब आधा घंटे चले विचार-विमर्श के बाद राज्य के श्रम मंत्री प्रकाश मेहता ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही एक बड़ी बैठक बुलाएंगे और उसमें पत्रकारों के हितों को लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा।

DD Bharati to telecast live celebrations on Ram Navmi occasion from Kanak Bhavan Ayodhya

New Delhi, 13 April 2016: On the ninth day of the ongoing Navratra season, Ram Navmi, DD Bharati channel will telecast a special one hour live program. This 15th April, the channel will air live celebrations from ‘Kanak Bhawan’ at 11:30 am. This mandir is one of the most important, religious, architecturally and aesthetically well-built temple; dedicated to Lord Ram and his divine consort Sita.

जगदीश चंद्रा के नेतृत्व में तीन नए रीजनल न्यूज चैनलों की होगी लांचिंग

प्रशासनिक अधिकारी की नौकरी छोड़कर मीडिया में आए और अब लगभग छा गए जगदीश चंद्रा के नेतृत्व में तीन नए रीजनल न्यूज चैनल लांच होने जा रहे हैं. इनके नाम हैं- News18 Assam / NE, News18 Kerala और News18 Tamil Nadu. इन चैनलों की साफ्ट लांचिंग 14th April यानि कल के दिन होगी. चैनलों के मुखिया जगदीश चंद्रा होंगे जो पूरे ईटीवी हिंदी-उर्दू नेटवर्क के सीईओ हैं.