अभिषेक शांडिल्य का इस्तीफा, HNN को बड़ा झटका

उत्तराखण्ड केंद्रित न्यूज़ चैनल HNN 24X7 (हिन्दुस्तान न्यूज़ नेटवर्क ) को एक बड़ा झटका लगा है। HNN से के प्राइम टाइम एंकर अभिषेक शांडिल्य ने चैनल के एमडी अमित शर्मा को  इस्तीफा सौंप दिया है। ख़बर है कि उनपर किसी प्रकार का ख़ास दबाव डाला जा रहा था। अपनी ईमानदारी के लिए कम समय में अपनी पहचना बनाने वाले अभिषेक शांडिल्य का इस्तीफा चैनल के लिए बुरी ख़बर है।

नियति को नियंत्रित करने वाली शक्तियों में राजनीति सबसे प्रमुख है

वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह की पुस्तक राज-रंग का भव्य लोकार्पण

गोरखपुर। जब से मनुष्य है तभी से राजकाज चल रहा है। राजनीति मनुष्य के साथ अभिन्न रूप से जुड़ी हुई है। नियति को नियंत्रित करने वाली शक्तियों में राजनीति सबसे प्रमुख है। यह बातें रविवार को गोरखपुर क्लब के विशाल सभागार में वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘राज-रंग’ का विमोचन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. विशवनाथ प्रसाद तिवारी ने कही। पुस्तक के विमोचन का कार्यक्रम गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब ने किया था।

राहुल गांधी में नेतृत्व क्षमता है?

संदीप ठाकुर

राहुल गांधी का नाम सुनते ही आपके जहन में सबसे पहले उनकी कौन सी छवि
उभरती है…पप्पू वाली या गंभीऱ। पप्पू वाली न। आप बिल्कुल सही हैं। इसके
बाद  उनकी कौन सी बात याद आती है। यदि में गलत नहीं हूं तो आपको याद आती
हाेगी, आलू की फैक्ट्री या नारियल जूस वाली कहानी। या फिर याद आती होगी
उनके ऊपर चल रहे सोशल मीडिया के जोक्स और भाजपा नेताओं द्वारा समय समय
पर किए गए कटाक्ष। जरा सोचिए, क्या इन बातों के आधार पर राहुल को जज
किया जा सकता है? सही मायने में राहुल गांधी पप्पू हैं? क्या राहुल
गांधी पॉलिटिकल मैटीरियल नहीं हैं? क्या राहुल गांधी में नेतृत्व क्षमता
नहीं है?

पत्रकारों पर हमले होते रहना लोकतंत्र के खतरे में पड़ने का संकेत!

पत्रकारों पर आये दिन हो रहे हमले इस देश को शायद गर्त की तरफ धकेलने का काम कर रहे हैं. इस बात को हम झुठला नहीं सकते कि अगर ऐसे ही पत्रकारों पर हमले होते रहे तो एक दिन लोकतंत्र खतरे में होगा. साथ ही अत्याचार और भ्रष्टाचार बहुत आसानी से फल फूल रहा होगा और ये देश उस वक्त मूक दर्शक बन के सब कुछ चुप चाप देख रहा होगा. आखिर ये लोग कौन हैं इनके हौसले इतने बुलंद कैसे हैं कि ये लोग हर आवाज उठाने वाले लोगों को मार देते हैं. सवाल यह भी उठता है कि बिना किसी सह के ये लोग ऐसा अंजाम कभी नही दे सकते. दरअसल पत्रकारों पर हमले वही लोग करते या करवाते हैं जो इन बुराइयों में डूबे हुये हैं. ऐसे लोग दोहरा चरित्र जीते है वजह साफ होती है कि ऐसे लोग मीडिया पर हमला क्यों करते हैं, वजह है अपना फायदा या अपनी भड़ास निकालने के लिए..

31 वर्षों की सेवा के बाद पीटीआई-भाषा से रिटायर हुईं मीना सिंह

देश की सबसे बड़ी न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) की हिंदी सेवा ‘भाषा’ में न्यूज एडिटर के पद पर रहीं मीना सिंह 29 सितंबर को सेवानिवृत हो गईं। पत्रकारिता में 38 साल और पीटीआई-भाषा में 31 साल की सेवा के बाद मीना रिटायर हुईं। कलकत्ता यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में एमए करने के बाद 1979 में न्यूज एजेंसी ‘समाचार भारती’ से अपना करियर शुरू करने वाली मीना ने शुरुआत में ‘डिफेंस’ बीट कवर किया था। उस वक्त शायद ही किसी महिला पत्रकार को ‘डिफेंस’ बीट कवर करने की जिम्मेदारी दी जाती थी।

टीवी100 के मालिक कुलीन गुप्ता उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सदस्य बनाए गए

मैं कई बार अपनी पोस्टों में कह चूका हूँ कि उत्तराखंड के नेता ही नहीं चाहते उत्तराखंड का विकास हो.. आज पता चला कि टीवी100 चैनल के मालिक कुलीन गुप्ता को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद का सदस्य बनाया गया है.. इनका क्या योगदान है राज्य में… ये कहाँ रहते हैं…

…जब रामदेव को उल्टे पांव भागना पड़ा! (देखें वीडियो)

बाबा रामदेव बीते मंगलवार को जोधपुर हवाई अड्डे पर पहुंचे. उन्हें जोधपुर के चौपासनी इलाके के एक होटल में पतंजलि उत्पादों पर एक निजी कार्यक्रम में शामिल होना था. बाबा रामदेव जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचे तो स्वागत करने वालों की भीड़ में काफी संख्या में कांग्रेसी आ गए थे. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बाबा का भारी विरोध किया. नारे लगाए. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बाबा रामदेव को देखकर काले धन को वापस लाने सहित कुछ मुद्दों पर सवाल भी उठाए.

Zee Hindustan की एंकर्स अब सभी प्रांतों के परिधान में दिखेंगी (देखें वीडियो)

State make the nation की थ्योरी के आधार पर Zee Hindustan की एंकर्स अब देश के सभी प्रान्तों के परिधान में खबरें पढ़कर लोगों को जोड़ने का प्रयास करेगी। इस बाबत चैनल के सीईओ और एडिटर इन चीफ जगदीश चंद्रा ने एक आदेश जारी किया है। हिंदुस्तानी होने के गौरव को समाहित किए हुए इस आदेश में एंकर्स के लिए भारत के विभिन्न प्रांतों के परिधानों को पहन कर खबर पढ़ने की बात कही गई है।

महिला पत्रकार के शोषण मामले में आरोपी बनाए गए पत्रकार कृष्ण कांत ने तोड़ी अपनी चुप्पी

Krishna Kant : मुझ पर बहुत संगीन आरोप लगाए गए हैं. सोचा था कि हमारा अपना प्रेम संबंध था, इस पर कुछ नहीं कहना. लेकिन मामला अब हाथ से निकल गया है. अब फेसबुक ही सर्वोच्च अदालत है, और हर व्यक्ति मुख्य न्यायाधीश. शर्मिंदगी के साथ इस कीचड़ में उतरने को मजबूर हूं. कहा जा रहा है कि अलग होना बड़ी बात नहीं है, लेकिन धोखा दिया गया. इस ‘धोखे’ में उसका जिक्र कहां है कि हमारे आसपास के लोग पिछले डेढ़ साल से मध्यस्थता कर रहे थे. वे लोग कहां हैं इस पूरी बहस में जो बार बार समझा रहे थे कि तुम दोनों साथ नहीं रह सकते? यह जिक्र कहां हैं कि हमें जब कहा गया कि हम साथ नहीं सकते तो तीन बार आत्महत्या करने कोशिश/धमकी दी गई? यह जिक्र कहां है कि आत्महत्या की धमकी पर दो बार ऐसा हुआ कि दोस्तों को दौड़कर आना पड़ा? यह जिक्र कहां है कि आप आत्महत्या की धमकी देकर दरवाजा बंद करके सीपी घूम रही थीं और हम दोस्तों के साथ तुमको ढूंढ रहे थे?

लखनऊ के हिमांशु ने टीवी100 के साथ नई पारी शुरू की

लखनऊ की प्रिंट मीडिया में लम्बा समय बिता चुके पत्रकार हिमांशु त्रिपाठी ने अब प्रिंट मीडिया को टाटा बाय बाय करते हुए अपनी नयी पारी की शुरुवात क्षेत्रीय चैनल टीवी100 के साथ की है. तक़रीबन चार साल से हिमांशु त्रिपाठी स्वतंत्र भारत अखबार में क्राइम रिपोर्टर के पद पर काम कर रहे थे. हिमांशु ने टीवी100 न्यूज़ चैनल में अपराध संवाददाता के तौर पर चैनल का दमन थामा है.

नया नहीं है प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी का मनमाना और तानाशाहीपूर्ण रवैया

प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी और आईआईटी बीएचयू,  वाराणसी के बोर्ड आफ गवर्नर की चौथी बैठक के मिनट्स का विवाद

शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ ही साथ बनारस के आम लोगों का यह मानना है कि प्रो त्रिपाठी का अपने पद पर बने रहना ; कुलपति होने के नाते बीएचयू के कार्यपरिषद और साथ ही आईआईटी.बीएचयू के बीओजी का चेयरमैन बने रहना न सिर्फ़ इन दोनो प्रतिष्ठित संस्थाओं के हित में नहीं है बल्कि इन पदों की गरिमा का अवमूल्यन है। ऐसे में यह आवश्यक है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय राष्ट्रीय महत्व के इन दो संस्थानो के हितों की सुरक्षा के लिए तत्काल आवश्यक क़दम उठाये…

ये Joke फिलहाल किस ‘महान’ नेता के लिए हो रहा है वायरल? पढ़ें और बताएं

कृपया खाली स्थान में सही नेता का नाम भरें…. सही नाम गेस करने के लिए पूरा प्रसंग ध्यान से पढ़िए…

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मृणाल पाण्डे की कथाकृति ‘हिमुली हीरामणि कथा’ का लोकार्पण

नई दिल्ली। हिमुली हीरामणि कथा की रचना युवाओं के लिए हुई है यदि इसे हज़ारी प्रसाद द्विवेदी की परंपरा को आगे ले जाने वाली कृति समझा जाता है तो यह मेरे लेखन का सम्मान है। सुप्रसिद्ध कथाकार और पत्रकार मृणाल पाण्डे ने मिरांडा हाऊस में अपनी सद्य प्रकाशित कथा कृति ‘हिमुली हीरामणि कथा’ के लोकार्पण एवं परिचर्चा के अवसर पर कहा कि यह नानी के घर और छठी के दूध के बीच की कथा है। पाण्डे ने परिहास भाव के लगातार विरल होते जाने को चिन्ताजनक बताते हुए कहा कि ऐसे दौर में मैंने बोलियों के बाल्यावस्था के साहित्य को पढ़ा और उस विरल होते परिहास भाव को इस कृति में समेटा है। उन्होंने कहा यह कहानी यथार्थ की कहानी है जिसकी भाषा दादी- नी की कहानियों वाली है।

पत्रकारों की हत्याओं-हमलों से गुस्सा हैं तो गांधी जयंती के दिन प्रेस क्लब आफ इंडिया पहुंचिए

2 अक्टूबर को प्रेस क्लब आफ इंडिया पर पत्रकारों की हत्याओं और हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

मीडियाकर्मियों की हत्याओं और उन पर हो रहे हमलों को लेकर आपके मन में गुस्सा है तो दो अक्टूबर के दिन दिल्ली के प्रेस क्लब आफ इंडिया पहुंचिए. गांधी जयंती 2 अक्टूबर के दिन प्रेस क्लब आफ इंडिया की तरफ से एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है.

38वें हफ्ते की टीआरपी : एनडीटीवी वाले इतनी कम टीआरपी पाते हैं, लेकिन ‘भक्तगण’ इससे ही क्यों घबराते हैं?

टीआरपी यानि बाजार का वह ‘यंत्र’ जिससे सबसे ज्यादा देखे जाने वाले चैनलों का पता चल पाता है.. यह ‘यंत्र’ हमेशा एनडीटीवी तो नौवें या दसवें नंबर पर बताता है. इस साल के 38वें हफ्ते की टीआरपी में भी एनडीटीवी 10वें नंबर पर लुढ़का पड़ा है. लेकिन ऐसा क्या है इस चैनल में, जिसके कारण दसवें नंबर पर होने के बावजूद इसकी चर्चा सोशल मीडिया पर हर ओर होती रहती है. खासकर इस चैनल के एंकर रवीश कुमार तो ट्विटर से लेकर फेसबुक तक पर छाए रहते हैं, दुश्मनों और दोस्तों के कारण.

जब ओशो को बेड़ियों, हथकड़ियों और ज़ंजीरों से जकड़ कर विभिन्न जेलों मे घुमाया गया था…

अभिनेता आशुतोष राणा Ashutosh Rana : ओशो और आदर्श अनुयायी.. आपको शायद याद हो अमेरिका में ओशो को बिना किसी गिरफ़्तारी वारंट के, बिना किसी प्राथमिकी के अमरीकी पुलिस ने अचानक गिरफ़्तार कर लिया था। और १२ दिनों तक एक निर्दोष, निहत्थे व्यक्ति को बेड़ियों, हथकड़ियों और ज़ंजीरों से जकड़ कर विभिन्न जेलों मे घुमाते …

ये भाजपा जिलाध्यक्ष तो किशोर से कुकर्म का प्रयास करने वाले अपराधियों को बचाने में जुट गया! (देखें वीडियो)

बलिया में नाबालिग छात्र को अगवाकर दुष्कर्म करने की कोशिश के मामले में पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने आरोपियों से समझौता करने के लिये दबाव डाला है. पीड़ित बच्चे के चाचा ने भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दूबे पर आरोपियों से भाजपा कार्यालय में दबाव डालकर सुलह करवाने का आरोप लगा दिया.. पीड़ित के चाचा का आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा कार्यालय में बुलाकर आरोपियों से सुलह करने का दबाव बनाते हुए कहा कि सुलह कर लो नहीं तो कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, सरकार मेरी है..

एक कामरेड पत्रकार के शोषण से तंग आकर महिला पत्रकार ने सुसाइड की कोशिश की!

‘दी वायर हिंदी’ में काम करते हैं आरोपी पत्रकार कृष्णकांत… एक साथ कई लड़कियों को प्रेम के जाल में फांसने और उन्हें धोखा देने का आरोप…

उपासना झा : प्रियंका ने आत्महत्या का प्रयास किया था.. बहुत अवसाद में चल रही थी.. उसके माता-पिता पहुँच चुके हैं… अब ख़तरे से बाहर तो है लेकिन उसे इस हाल में पहुंचाने वाले कृष्णकांत पर जिस तरह उसके खेमे वाले (वामपंथी) चुप हैं वह बहुत लज्जास्पद है.. नीचे वो पोस्ट दे रही हूं जिसे प्रियंका ने खुद लिखकर अपनी वॉल पर पोस्ट किया है…

‘भक्तों’ से जान का खतरा बताते हुए पीएम को लिखा गया रवीश कुमार का पत्र फेसबुक पर हुआ वायरल, आप भी पढ़ें

Ravish Kumar : भारत के प्रधानमंत्री को मेरा पत्र…

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी,

आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि आप सकुशल होंगे। मैं हमेशा आपके स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं। आप असीम ऊर्जा के धनी बने रहें, इसकी दुआ करता हूं। पत्र का प्रयोजन सीमित है। विदित है कि सोशल मीडिया के मंचों पर भाषाई शालीनता कुचली जा रही है। इसमें आपके नेतृत्व में चलने वाले संगठन के सदस्यों, समर्थकों के अलावा विरोधियों के संगठन और सदस्य भी शामिल हैं। इस विचलन और पतन में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।

कवि और पत्रकार निलय उपाध्याय को जिंदगी ये किस मोड़ पर ले आई!

Hareprakash Upadhyay : कल निलय उपाध्याय से मुलाकात हुई। लखनऊ आये थे। करीब दिन भर साथ रहा। अरसे बाद उनके फेसबुक वाल पर जाना हुआ था। पता नहीं कैसे। मैंने या उन्होंने, पता नहीं किसने और किस कारणवश एक-दूसरे को अरसे से अनफ्रेंड किया हुआ है। मैंने ही किया होगा, तुनकमिजाजी बेहद भरी है मेरे भीतर। खैर, फेसबुक पर उनका स्टेटस था कि वे लखनऊ पहुँचने वाले हैं तो मैंने कमेंट कर दिया, लखनऊ आइएगा तो मिलिएगा। मुझे खुशी हुई कि मेरे अनुरोध का उन्होंने मान रखा।

निलय उपाध्याय

बाबा बेच निकल ली हनी! अब तुम काहे राष्ट्रीय चिंता बनाए दे रहे हो, सल्लू कम थे क्या!

आशीष कुमार ‘ऋषि’
अले ले ले ले ले! बलिहारी आपकी जो चिर यौवन पाए ऊपर वाले के अजीम ओ शान मुजस्समे सलमान खान की शादी को छोड़ आपने बाबा की हनी को राष्ट्रीय चिंता बना दिया। कसम से! इतना तो हमें अपनी शेरनी के बारे में नहीं पता था जिसे हम 7 फेरे-7 वचन और 7 जन्मों का एग्रीमेंट कर 500 बारातियों की कस्टडी में घर लाये थे। ससुरा 13 साल बीत गए लेकिन नहीं पता चला कि वो होठों पर लाली किस कंपनी की लगाती है।

मीडिया केंद्रित फिल्म ‘JD’ में कई पत्रकारों ने किया काम, गिना रहे हैं डायरेक्टर शैलेंद्र पांडेय सबके नाम (देखें वीडियो)

मीडिया पर जोरदार फ़िल्म ‘जेडी’ बनाने वाले शैलेन्द्र पांडेय ने निकाली अपनी भड़ास। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को कठघरे में खड़ा किया। कई असली पत्रकारों ने फिल्म में पत्रकार का किरदार निभाया है। तो, फ़िल्म में किन-किन असली पत्रकारों ने रोल किया, उन सबके नामों का किया खुलासा किया। शैलेंद्र पांडेय से बातचीत की भड़ास के संपादक यशवंत सिंह ने।

मजीठिया मामला : बीमार जागरणकर्मी के जम्मू तबादला के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 13 अक्टूबर को सुनवाई

पंकज कुमार वर्सेज यूनियन आफ इंडिया रिट याचिका की सुनवाई जस्टिस रंजन गोगई व जस्टिस नवीन सिन्हा की बेंच करेगी… बिहार के गया जिले से जम्मू तबादला किये गए दैनिक जागरण के पत्रकार पंकज कुमार के रिट याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 13 अक्टूबर की टेनटेटिव तिथि निर्धारित की है. जस्टिस रंजन गोगई व जस्टिस नवीन सिन्हा की बेंच सुनवाई करेगी. बिहार के पूर्व कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश नागेन्द्र राय सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता पंकज कुमार की ओर से अदालत में पक्ष रखेंगे.

इन दो शानदार लोक गीतों और एक जानदार लोक कविता को अब तक नहीं सुना तो फिर क्या सुना… (देखें वीडियो)

जनता के बीच से जो गीत-संगीत निकल कर आता है, उसका आनंद ही कुछ और होता है. अवधी हो या भोजपुरी. इन देसज बोलियों की लोक रंग से डूबी रचनाओं में जो मस्ती-मजा है, वह अन्यत्र नहीं मिलता. नीचे तीन वीडियोज हैं. सबसे आखिर में जाने माने कवि स्व. कैलाश गौतम की रचना है, उन्हीं की जुबानी- ‘अमउवसा का मेला’. जो लोग इलाहाबाद में कुंभ-महाकुंभ के मेलों में जाते रहे हैं, उन्हें इस कविता में खूब आनंद आएगा.

क्या वाकई नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है?

Dilip Khan : हार्ड वर्क वाले अर्थशास्त्री मोदी जी जब सत्ता में आए तो इन्होंने आर्थिक सलाह परिषद को ख़त्म कर दिया। जब अर्थव्यवस्था की बैंड बजने लगी तो दो दिन पहले यूटर्न लेते हुए परिषद को फिर से बहाल कर दिया। अर्थशास्त्री नरेन्द्र मोदी ने आंकड़ों को ‘खुशनुमा’ बनाने के लिए GDP गणना के पुराने नियम ही ख़त्म कर दिए। लेकिन गणना के नए नियमों के मुताबिक़ भी GDP दर तीन साल के न्यूनतम पर आ गई है। पुराना नियम लागू करे तो 3% का आंकड़ा रह जाता है।

आपको डायबिटीज है या नहीं, यह दवा कम्पनियां तय करती हैं!

Priyabhanshu Ranjan : साल 1997 से पहले फास्टिंग ब्लड सुगर की ऊपरी लिमिट 140 होती थी। फिर WHO ने एक पैनल बिठाया और उसने यह लिमिट 126 कर दी और रातों रात दुनिया की 14 प्रतिशत जनसंख्या डायबिटीज की मरीज हो गई।

क्या ‘न्यूज़ वेब पोर्टल’ विश्वसनीयता हासिल नहीं कर पा रहे हैं?

Abhishek Ranjan Singh :  न्यूज़ चैनल ‘लाइव प्रसारण’ की क्षमता से ज़िंदा हैं। बाकी मौजूदा ‘न्यूज़ वेब पोर्टल’ भ्रामक, अधूरी और एकपक्षीय ख़बरों की वजह से देश की जनता के बीच अपनी पकड़ नहीं बना पा रहे हैं। इसकी वजह विश्वसनीयता हासिल न कर पाना है। न्यूज़ चैनलों और डिजीटल मीडिया की मेहरबानी से भारत में अख़बारों और पत्रिकाओं का भविष्य पहले अधिक उज्जवल हो गया है।

‘भडास4मीडिया’ के बाद ‘कैफे भड़ास’ शुरू, देखें यहां कैसे निकालते हैं ‘भड़ास’! (वीडियो)

Kunal Verma : सुना है आपने ‘कैफे भड़ास’ के बारे में? मुझे पता है आप लोगों में अधिकतर ने भड़ास का नाम सुना होगा। हां वही भड़ास जो फ्रस्ट्रेशन के नाम से हमारे मन के भीतर होता है। मीडिया के लिए चर्चित तब हुआ जब वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह ने मीडिया के लोगों को अपना फ्रस्ट्रेशन निकालने के लिए एक मंच प्रदान किया। इसे नाम दिया ‘भड़ास फॉर मीडिया’। तमाम झंझावतों को झेलते हुए भड़ास फॉर मीडिया आज भी हिंदी का सबसे लोकप्रिय साइट बना हुआ है। लोकप्रिय क्यों है, यह एक रिसर्च का विषय है। पर साधारण शब्दों में कहा जाए तो सभी के अंदर कुछ न कुछ भड़ास है जिसे वह पढ़कर, लिखकर, सुनकर, बोलकर निकाल लेना चाहता है। भड़ास ने वह प्लेटफॉर्म सभी को दिया।

मुलायम ने तो शिवपाल की सियासत पर ग्रहण लगा दिया!

अजय कुमार, लखनऊ


सियासत भी अबूझ पहेली जैसी है। यहां रिश्तों की अहमियत नहीं होती है ओर दोस्ती-दुश्मनी की परिभाषा बदलती रहती है। सियासत के बाजार जो दिखता है वह बिकता नहीं है और जो बिकता है वह दिखता नहीं है। इसी लिये समाजवादी पार्टी में बाप-बेटे के बीच के  झगड़ों को कोई गंभीरता से ले रहा है। तमाम लोंगो को तो लगता है कि दिग्गज मुलायम अपने बेटे अखिलेश के सियासी सफर को आसान बनाने के लिये एक तय स्क्रिप्ट पर काम कर रहे है, जिसमें भाई शिवपाल यादव की ‘सियासी आहूति’ दी जा रही है।

पत्रकारिता फील्ड में आने वालों, इस किताब को पढ़ लो… फिर न कहना- ‘ये कहां फंस गए हम!’

पत्रकारिता की दुनिया को ‘संजय’ की नजर से देखने-समझने के लिए ‘पत्रकारिता – जो मैंने देखा, जाना, समझा’ को पढें…

वरिष्ठ पत्रकार और उद्यमी संजय कुमार सिंह की पुस्तक “पत्रकारिता – जो मैंने देखा, जाना, समझा“ उन तमाम लोगों के लिए आंख खोलने वाली है, जो आज भी पत्रकारों में बाबूराव विष्णु पड़ारकर या गणेश शंकर विद्यार्थी देखते हैं और जो ग्लैमर से प्रभावित होकर पत्रकारिता को पेशा बनाना चाहते हैं। यह सच है कि चीजें जैसी दिखाई पड़ती हैं, उनको वैसी ही वही मान ले सकता है जिसके पास अंतर्दृष्टि नहीं होगी। पर जिसके पास अंतर्दृष्टि है वह चीजों को उसके अंतिम छोर तक देखता है। चीजें जैसी दिखती हैं, वह उसे उसी रूप में कदापि स्वीकार नहीं करता। चिंतन-मनन करता है और अपनी अंतर्दृष्टि से सत्य की तलाश करता है।

अमर उजाला में चंदन को मिली उधमसिंह नगर की कमान, आरडी खान बने काशीपुर में क्राइम रिपोर्टर

हल्द्वानी। अमर उजाला की हल्द्वानी यूनिट में फेरबदल हुआ है। 3 साल से ऊधमसिंह नगर में बतौर ब्यूरो चीफ कार्यरत भास्कर पोखरियाल का प्रबंधन ने बनारस ट्रांसफर कर दिया है। बताया जा रहा है कि भास्कर ने बनारस ज्वाइन नहीं किया है। इधर भास्कर की जगह चंदन बंगारी को जिला इंचार्ज की कमान दी गयी …

ना ना… ईमानदार न बनिए… वरना पिटाएंगे.. देखिए इन गुरुजी की हालत!

गजब है अपना देश. ईमानदार होना तो जैसे गुनाह है. फील्ड चाहे कोई हो. ठगी, लालच, धूर्तई, धोखेबाजी, बेईमानी, छल, अवसरवादिता, निहित स्वार्थीपना .. ये सब हम भारतीयों के खून में है. हजारों सालों से हो रहे हमलों और हमारी हारों ने अपन लोगों को जिंदा रहने की खातिर इन सब हथियारों का सहारा लेने को मजबूर किया और इतने दिनों तक इसका सहारा लेते रहे कि अब इसकी आदत पड़ गई है. यह हमारे खून, दिल, दिमाग का हिस्सा हो गया है. सदियों से चलने वाले ठगी प्रथा को साफ करने में अंग्रेजों को दशकों लग गए.

यह संजय, शराब और शेरो शायरी का दौर था…. कह सकते हैं डिप्रेसन की इंतिहा थी…

स्वर्गीय संजय त्रिपाठी होते हैं कुछ लोग जो सिर्फ़ संघर्ष के लिए ही पैदा होते हैं। हमारे छोटे भाई और फ़ोटोग्राफ़र मित्र संजय त्रिपाठी ऐसे ही लोगों में शुमार रहे हैं। आज जब संजय त्रिपाठी के विदा हो जाने की ख़बर सुनी तो दिल धक से रह गया। फ़रवरी, 1985 से हमारा उन का साथ …

पढ़ाकू अमर भइया जब लड़कियों को देखते तो बिना कमेंट कसे रह नहीं पाते थे!

Ashwini Sharma : बीएचयू में पढ़ाई के दौरान मेरी अमर भइया से पहचान हुई ..अकसर वो बीएचयू की लाइब्रेरी में पढ़ाई करते मुझे मिल जाते थे..आमतौर पर वो बेहद शांत दिखते थे लेकिन जब वो महिला हॉस्टल के पास से निकलते थे या फिर किसी छात्रा को आते जाते देखते थे तो उनका असली चेहरा सामने आ जाता था..वो लड़कियों पर बिना कमेंट कसे नहीं रह पाते थे..

न्यूज24 के एसोसिएट प्रोड्यूसर कामता सिंह को जहर देकर और गला घोंटकर मारा गया था!

इसी साल मार्च महीने में न्यूज24 के एसोसिएट प्रोड्यूसर कामता सिंह की रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी. जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है उसमें बताया गया है कि उन्हें जहर देकर और गला घोंटकर मारा गया. कामता चैनल से ड्यूटी करके रात 12 बजे सोने चले गए थे. साथ में पत्नी भी सो रही थीं. सुबह छह बजे वे नहीं उठे और न हलचल कर रहे थे. तब पत्नी उन्हें अस्पताल ले गईं. वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. फिलहाल बिसरा रिपोर्ट का आना अभी बाकी है.

अमर उजाला के गौरव जैन का रोहतक और नितिन यादव का नोएडा हुआ तबादला

अमर उजाला हिसार में न्यूज़ एडिटर रहे गौरव जैन का तबादला अमर उजाला रोहतक यूनिट में कर दिया गया है. रोहतक में गौरव जैन को पुल आउट एडिशन निकलने की जिम्मेदारी दी गई. रोहतक यूनिट में पहले से ही एक न्यूज़ एडिटर हैं सुधीर राघव जो अमर उजाला चंडीगढ़ से ट्रांसफर होकर आये हैं. खबर …

नीमच का एक पत्रकार बता रहा है आजकल की पत्रकारिता की सच्चाई, जरूर पढ़ें

बात दिल की है. कहानी लंबी है. पढ़ेंगे तो जानेंगे ‘मेरी’ हकीकत क्या है… इन दिनों मीडिया का बोलबाला है. मीडियाकर्मी होना बड़ा चार्मिंग लगता है. लेकिन इस व्यवस्था के भीतर यदि झांक कर देखा जाए तो पता चलेगा, जो पत्रकार जमाने के दुःख दर्द को उठाता है, वो खुद बहुत मुश्किल में फंसा है. पत्रकारों को समाज अब बुरे का प्रतीक मानने लगा है. हम कहीं दिख जाएं तो लोग देखते ही पहला सवाल करते हैं- मुस्तफा भाई, खैरियत तो है… आज यहाँ कैसे? यानि यहाँ ज़रूर कुछ झंझट है, इसलिए आये हैं.

‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ अखबार ने अपने कर्मचारियों में मजीठिया वेज बोर्ड का का बकाया एरियर वितरित किया

देश के प्रमुख बिजनेस समाचार पत्र ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ से खबर आ रही है कि इस अखबार ने अपने कर्मचारियों को मजीठिया वेज बोर्ड के अनुसार बकाया लाखों रुपये का एरियर दे दिया है। कर्मचारियों को पांच से आठ लाख रुपये तक उनका बकाया एरियर देकर वेतन वृद्धि का भी काम प्रबंधन ने किया है। हालांकि ये लाखों रुपये का एरियर सिर्फ उन्हीं मीडिया कर्मियों को दिया गया है जिनका वेतन कम था।

पत्रकारों की तुलना कुत्ते से की तो अर्पण जैन ‘अविचल’ ने विधायक को भेजा 25 लाख का नोटिस

इंदौर : सरदारपुर के भाजपा विधायक वैलसिंग भूरिया को इंदौर हाई कोर्ट के वकील के माध्यम से इंदौर के पत्रकार अर्पण जैन ‘अविचल’ ने 25 लाख का नोटिस भेजा है। ज्ञात हो कि 20 सितम्बर को भूरिया ने सरदारपुर में आयोजित खंड स्तरीय कृषक सम्मेलन में मंच से पत्रकारों को अपशब्द कहे थे। उन्होंने पत्रकारों की तुलना कुत्ते से की थी। इससे आहत होकर पत्रकार अर्पण जैन ‘अविचल’ ने 25 लाख का नोटिस भेजा है.

दूसरी बार भी मजीठिया सुनवाई में नहीं आया एचटी मैनेजमेंट

पटना : मजीठिया मामले में एक बार फिर हिन्दुस्तान टाइम्स मैनेजमेंट भाग खड़ा हुआ। कल 25 सितम्बर को श्रम विभाग के उप सचिव अमरेंद्र मिश्र के यहां सुनवाई आरंभ हुई। एचटी मैनेजमेंट की ओर से कोई नहीं आया। एक एडवोकेट आए मगर न तो उसके पास कंपनी की तरफ से दिया हुआ कोई वकालतनामा था और न ही कोई मांगी गई सूचना का कंपलायन्स। दूसरी बार लगातार प्रबंधन की अनुपस्थिति को उप सचिव अमरेंद्र मिश्र ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यहां कानून से बढ़कर कोई नहीं है।

दैनिक जागरण चंपावत के ब्यूरो चीफ दिनेश अवस्थी का इस्तीफा, विनय शर्मा बने जिला प्रभारी

दैनिक जागरण की हल्द्वानी यूनिट से खबर है कि चंपावत के नव नियुक्त ब्यूरो चीफ दिनेश अवस्थी ने भी इस्तीफा दे दिया है। उनके स्थान पर विनय शर्मा को जिला प्रभारी बनाकर भेजा गया है। दैनिक जागरण के लिए चंपावत जिला सिरदर्द साबित हो रहा है। नवीन सिंह देउपा के इस्तीफा तथा दिनेश पांडेय की संस्थान द्वारा उपेक्षा के बाद से चंपावत जिला संभले नहीं संभल रहा है। नवीन देउपा ने परेशान होकर इस्तीफा दिया तो उनकी जगह चंद्रशेखर द्विवेदी को जिम्मेदारी दी गई।

दैनिक जागरण से पीड़ित पत्रकार रंजीत यादव ने की प्रेस परिषद में शिकायत

गोरखपुर। दैनिक जागरण ने एक पत्रकार को ही प्रेस काउंसिल में शिकायत करने के लिए मजबूर कर दिया. गोरखपुर में ‘पत्रकार न्यूज’ के संपादक रंजीत यादव की पहल के कारण एक होटल में अनैतिक कार्यों में लिप्त 27 लोगों पर कार्यवाही हुई. लेकिन दैनिक जागरण ने रंजीत यादव को खबर छापकर ब्लैकमेलर साबित करने का प्रयास किया.

आयुष पंडित द्वारा किए गए स्टिंग ‘आपरेशन अर्जुन’ से उजागर गड़बड़ियों की जांच सीबीआई करेगी

खोजी पत्रकार आयुष पंडित ने पिछले दिनों ‘ऑपरेशन अर्जुन’ नाम से एक स्टिंग किया था. ऑपरेशन अर्जुन के जरिए खेल जगत में भारतीय खिलाड़ियों के साथ हो रही ज्यादती और अन्याय का खुलासा किया था. इस स्टिंग आपरेशन में स्पोर्ट्स अथॉरिटी के डायरेक्टर शिव दत बख्शी पैसों के बदले अवैध रूप से विदेशी हथियार बिना वेपन लाइसेन्स के प्रैक्टिस के लिए मुहैया करवा रहे थे. साथ ही लाखों रुपय में सौदा कर इसकी ख़रीद फ़रोख़्त में भी शामिल थे.

अबकी न्यूज24 चैनल के रिपोर्टर यूसुफ सैफी पर स्कूल में हुआ जानलेवा हमला

पत्रकरों पर हमले का दौर जारी है. नोएडा के सेक्टर-22 स्थित एक स्कूल में न्यूज24 के पत्रकार युसूफ सैफी पर जानलेवा हमला हुआ है. यूसुफ को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. न्यूज24 के रिपोर्टर मोहम्मद यूसुफ सैफी के दो बच्चे सेक्टर-22 के जे ब्लॉक स्थित आरडी पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं. बच्चे टिफिन ले जाना भूल गए थे इसलिए वह नौ बजे स्कूल में बच्चों को टिफिन देने गए.

दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर यूएनआई प्रबंधन को 23 लाख रुपए जमा कराना पड़ा

नई दिल्ली : आखिरकार दिल्ली हाई कोर्ट के कड़े आदेश पर देश की प्रतिष्ठित समाचार एजेन्सी यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ इंडिया (यूएनआई) के प्रबंधन को एक वरिष्ठ पत्रकार सहित दो कर्मियों के लम्बित वेतन भुगतान के मद में लगभग 23 लाख रुपए कोर्ट में जमा कराना पड़ा. इसके साथ ही अदालत की तरफ़ से जारी कुर्की की कार्रवाई से प्रबंधन को मुक्ति मिल गयी. हालाँकि हाई कोर्ट ने जुर्माने की 20 प्रतिशत रक़म तत्काल नहीं जमा कराने की प्रबंधन को छूट दे दी.

संजय शेखर पायोनियर छत्तीसगढ़ के प्रबंध संपादक बने

वरिष्ठ पत्रकार संजय शेखर ने इंडिया न्यूज़ मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ को अलविदा कहकर पायोनियर हिन्दी के छत्तीसगढ़ संस्करण की कमान संभाल ली है। संजय शेखर को पायोनियर में प्रबंध संपादक की जिम्मेदारी दी गई है। पिछले दिनों पायोनियर प्रबंधन ने सभी विभागों की मीटिंग बुलाकर संजय शेखर को पायोनियर की जिम्मेदारी देने की घोषणा कर दी और संपादकीय सहित सभी विभाग प्रमुखों को कह दिया गया कि वे अब संजय शेखर को रिपोर्ट करें।

ग्रेच्युटी के बारे में सबकुछ जानिए

किसी कंपनी में काम करने के दौरान कर्मचारी के वेतन का एक भाग ग्रेच्युटी (gratuity) के रूप में काटा जाता है। ग्रेच्युटी सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में काम करने वाले या संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलती है। श्रम मंत्रालय ने कर मुक्त ग्रेच्युटी की राशि को 10 लाख से बढाकर 20 लाख कर दिया है और इसे 1 जनवरी 2016 से सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए लागू भी कर दिया गया है।

…चिक्कन भारत क बापू के सपना पुरावल जाई हो… (सुनें)

पूर्वी उत्तर प्रदेश के जाने-माने गीतकार डा. एमडी सिंह ने स्वच्छता अभियान को लेकर भोजपुरी में एक गीत की रचना की है. गाजीपुर के जाने माने होम्यो चिकित्सक डा. एमडी सिंह की इस भोजपुरी रचना को स्वर दिया है डा. अरविंद पांडेय ने.

पत्रकारों पर हमले के खिलाफ और सुरक्षा की मांग को लेकर लखनऊ व मऊ में मीडियाकर्मियों ने किया प्रदर्शन

पत्रकारों की लगातार हो रही हत्याओं व हमलों को लेकर राजधानी लखनऊ के पत्रकारों ने एकजुट होना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कल दर्जनों पत्रकारों ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर सामूहिक प्रदर्शन किया। महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित करते हुए पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों की जाँच हेतु विशेष प्रकोष्ठ बनाये जाने की मांग उठाई गई। इस अवसर पर न्यूज़ पेपर एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार राजेंद्र प्रसाद द्वेदी पर हाल ही में परिवहन कार्यालय लखनऊ में हुए हमले में की जा रही विवेचना में हीलाहवाली बरते जाने पर भी पत्रकारों ने नाराजगी व्यक्त की। साथ ही लापरवाह व दोषी अधिकारयों के विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही किये जाने की मांग महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन देकर की।

…तब सपा का राज था और अब भाजपा का है!

अवनिन्द्र कुमार सिंह ‘अमन’


वाराणसी : क्या संयोग है कि 23 सितंबर 2015 को संतों के ऊपर पुलिस ने लाठी चलाया और अब 23 सितंबर को ही पुलिसकर्मियों ने बीएचयू छात्राओं के ऊपर लाठियां भांजी। फर्क इतना है कि तब अखिलेश की सरकार थी और अब योगी आदित्यनाथ की। संतों का स्वाभव शांत का और लड़कियों को फूल कहा जाता है। जिला प्रशासन का हाथ उस वक्त भी नहीं कापा जब वह संतों की पीठ पर लाठी बरसाई और उस वक्त भी शर्म नहीं आई जब महिला महाविद्यालय में घुसकर पुलिसकर्मियों ने छात्राओं पर लाठियां तोड़ी।

क्या सीएम आवास के सामने धरना रोकने के लिए कुछ पत्रकार जोर लगा रहे थे?

लखनऊ : बनारस में पत्रकारों पर हुए हमले ने लखनऊ के पत्रकारों के अन्दर वो जोश पैदा कर दिया जो लंबे समय से गायब था। कल सुबह यू.पी. के प्रमुख सचिव गृह द्वारा बनाये गए ग्रुप पर 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने लिखकर डाला कि ”बस बहुत हो गया अत्याचार, चलिये सीधे एक बजे सीएम के घर के बाहर जमीन पर बैठते है, या तो इंसाफ मिलेगा या लाठी!” यह एक बड़े बदलाव की बात थी, क्योंकि लखनऊ की मीडिया का जोश अपने स्वार्थोंं के चलते गायब हो जाता है।

बनारस में घायल पत्रकार साथियों से मिले हेमन्त तिवारी

वाराणसी :  बनारस में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम और बीएचयू में छात्राओं के धरने की कवरेज कर रहे पत्रकारों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की सूचना पर रविवार की दोपहर राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमन्त तिवारी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घायल पत्रकारों से मुलाकात की और घटना स्थल के अंतर्गत आने वाले बनारस के थाना लंका में जाकर प्राथमिकी संख्या 1180/17 दर्ज कराई. घटना के संदर्भ में दोषी पुलिसवालों के खिलाफ धारा 323, 325, 352 और 393 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है.

रायसेन की 13 हजार मीटर लंबी चुनरी यात्रा के नजारे देखिए (देखें वीडियो)

रायसेन ज़िला मुख्यालय स्थित माता मंदिर से आज 13 हजार मीटर लंबी चुनरी यात्रा निकाली गई. इस चुनरी यात्रा में नासिक के ढोल, पंजाब का अखाड़ा भूत पार्टी, घोड़े ऊँट एवं डीजे मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे. यह चुनरी यात्रा रायसेन से खंडेरा मंदिर माता छोला बाली मैया तक कुल 18 किमी के लिए निकाली जा रही है.

मीडिया का नेशनल इश्यू… हनीप्रीत! हनीप्रीत!! हनीप्रीत!!!

गोविंद गोयल
श्रीगंगानगर। हनीप्रीत इस देश के मीडिया के लिए बड़ा मुद्दा है। उस मुद्दे से भी बड़ा जो जन जन से जुड़ा हो सकता है। इसीलिए तो तमाम मीडिया केवल और केवल हनीप्रीत की खबर दिखा और छाप रहा है। हनीप्रीत मिल भी जाए तो इससे जनता का क्या भला होने वाला है। वह मिल जाए तो बाद पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो जाएंगे क्या! ना मिले तो नोट बंदी फिर से लागू होने वाली नहीं। सीधी बात सीधे शब्दों मेँ कि उसका मिलना ना मिलना देश हित मेँ कोई महत्व नहीं रखता।

वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के पिताजी लालता प्रसाद सिंह का निधन

स्वर्गीय लालता प्रसाद सिंह

अमर उजाला, इंडिया टुडे, चौथी दुनिया समेत कई अखबारों मैग्जीनों में वरिष्ठ पद पर काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के पिता जी लालता प्रसाद सिंह का मास्को में निधन हो गया. वे 92 वर्ष के थे. उनका काफी समय से इलाज चल रहा था और हर बार वह स्वस्थ होकर घर लौट आते थे. इस बार वह अस्वस्थ हुए तो अस्पताल से वापस नहीं लौट पाए. वह अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री समेत नाती-पोतों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. इन दिनों वह मास्को में अपने छोटे बेटे के यहां रह रहे थे.

पत्रकारों को मिल रही गौरी लंकेश जैसा हश्र होने की धमकियां

Anil Jain : गौरी लंकेश की हत्या के बाद जैसी आशंका जताई गई थी, वैसा ही हो रहा है। त्रिपुरा में शांतनु भौमिक की हत्या इसकी पहली मिसाल है। पत्रकारों और लेखकों को धमकाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। नीचे दिया गया स्क्रीन शॉट मेरे मित्र और पुराने सहकर्मी अनिल सिन्हा को मिले वाट्सएप मैसेज का है।

लखनऊ के फोटो जर्नलिस्ट संजय त्रिपाठी का निधन

लखनऊ के वरिष्ठ छायाकार संजय त्रिपाठी का आज भोर में दिल का दौरा पड़ने से असामयिक निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार आज दिन में दो बजे बैकुंठ धाम में किया गया. संजय के पुत्र शुभम 4PM अखबार में छायाकार हैं. 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट संजय त्रिपाठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि संजय जी बहुत अच्छे छायाकार थे. परमपिता परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को दुख सहने की क्षमता दे.

Legendary journalist, author and novelist Arun Sadhu passes away

We are very sad to inform you that a legendary journalist, author and novelist Arun Sadhu passed away on Monday morning due to illness at a city hospital. He was 76. Known for his expansive work in journalism, commentary on current affairs and politics, Sadhu has authored award winning political novel like Simhasan which was later made into a film that is still relevant and treated as a cult classic. His social novel Mukhavata, and his first novel Mumbai Dinank are considered top class.

आज के समय में व्यंग्य लिखना जोख़िम भरा काम है और मुकेश कुमार ने ये दुस्साहस किया है : उदय प्रकाश

नई दिल्ली। कोई भी सर्व सत्तावादी जिस चीज़ से सबसे ज़्यादा डरता है वह है व्यंग्य। वह व्यंग्य को बर्दाश्त नहीं कर पाता यहां तक कि कार्टून को बर्दाश्त नहीं कर पाता। ऐसे में व्यंग्य लिखना भारी जोखिम का काम है और वह मुकेश कुमार ने किया है। ये उनका दुस्साहस है कि उन्होंने फेक एनकाउंटर लिखा। ये विचार जाने-माने कथाकार एवं कवि उदयप्रकाश ने डॉ. मुकेश कुमार की किताब फेक एनकाउंटर के लोकार्पण के अवसर पर कही। शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का ​लोकार्पण दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सभागार में हुआ।

सहरानपुर के पत्रकार सड़क पर उतरे, सुरक्षा के सवाल पर किया प्रदर्शन

सहारनपुर में पत्रकारों ने देश भर में हो रहे पत्रकारों के उत्पीड़न, हत्या और लाठीचार्ज पर गहरा असंतोष प्रकट करते हुए आज जोरदार प्रदर्शन किया. पत्रकारों की सुरक्षा की मांग को लेकर ढेर सारे मीडियाकर्मी आज सड़कों पर उतरे और नारेबाजी की. इन लोगों ने सहारनपुर में प्रेस क्लब की मांग की. पत्रकारों ने देश भर में मारे गए और घायल हुए पत्रकारों को समुचित मुआवजा देने की मांग की. सहारनपुर में पत्रकार कॉलोनी बनाये की आवाज भी पत्रकारों ने उठाई. साथ ही साथ साठ साल के बाद पत्रकारों को पेंशन देने की मांग की.

इन खबरों के कारण भड़ास संपादक यशवंत पर हमला किया भुप्पी और अनुराग त्रिपाठी ने!

साढ़े छह साल पुरानी ये वो खबरें है जिसको छापे जाने की पुरानी खुन्नस में शराब के नशे में डूबे आपराधिक मानसिकता वाले भूपेंद्र नारायण सिंह भुप्पी ने किया था भड़ास संपादक यशवंत सिंह पर प्रेस क्लब आफ इंडिया में हमला… इसमें सबसे आखिरी खबर में दूसरे हमलावर अनुराग त्रिपाठी द्वारा स्ट्रिंगरों को भेजे गए पत्र का स्क्रीनशाट है जिसके आखिर में उसका खुद का हस्ताक्षर है… ये दोनों महुआ में साथ-साथ थे और इनकी कारस्तानियों की खबरें भड़ास में छपा करती थीं… बाद में दोनों को निकाल दिया गया था…

लखनऊ के पत्रकारों के धरने का असर, सीएम ने किया ट्वीट, कार्रवाई का आश्वासन

लखनऊ के पत्रकारों के सीएम आवास पर धरने से शासन-प्रशासन में हड़कंप. सीएम से लेकर डिप्टी सीएम और डीएम से लेकर सचिवों तक ने लिया संज्ञान… सौ से ज्यादा पत्रकारों के तेवर देख सीएम को भी करना पड़ा ट्वीट. बनारस के कमिश्नर से जांच रिपोर्ट मांगी. कार्रवाई का दिया आश्वासन. पहले डीएम फिर सूचना निदेशक …

बीएचयू में मीडियाकर्मियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ लखनऊ के पत्रकार सीएम आवास पर धरने पर बैठे

बीएचयू की आंच लखनऊ से लेकर दिल्ली तक पहुंचने लगी है. अभी अभी खबर मिली है कि बीएचयू में मीडियाकर्मियों पर लाठीचार्ज से नाराज लखनऊ के पत्रकारों ने सीएम योगी के आवास के सामने धरना देना शुरू कर दिया है. धरने पर बैठे 4पीएम के संपादक और मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठन के उपाध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि उन लोगों ने सुबह ही सभी अधिकारियों को सूचित कर दिया था कि आज एक बजे दिन में वे लोग मीडियाकर्मियों के उत्पीड़न के खिलाफ सीएम से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे. अगर सीएम नहीं मिलेंगे तो उनके आवास के सामने धरना दिया जाएगा.

बीएचयू में फिर लाठीचार्ज से तनाव बढ़ा, आगजनी और पथराव की भी घटनाएं

Avanindr Singh Aman : बीएचयू में फिर लाठीचार्ज, आगजनी पथराव… बीएचयू में बीती रात की हिंसक घटनाओं के बाद विश्वविद्यालय परिसर को छावनी में तब्दील करके शांति बहाली की ओर बढ़ाया ही जा रहा था कि अचानक परिसर का माहौल एकाएक गर्म हो गया। दोपहर 12 बजे ब्रोचा छात्रावास के सामने से गुजर रहे ट्रैक्टर में आग लगा दी गई… वहीं एलडी गेस्ट हाउस चौराहे पर शांति मार्च निकाल रहीं छात्राओं पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में आधा दर्जन छात्राओं के घायल होने की सूचना है। इसके बाद त्रिवेणी छात्रावास के पास आन्दोलनकारियों ने जमकर पथराव किया। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने लाठी पटककर आन्दोलनकारियों को तितर-बितर किया।

बीएचयू में कर्फ्यू जैसी स्थिति, प्रशासन ने आंदोलनकारी छात्राओं को ‘राष्ट्रविरोधी’ करार दिया!

Gurdeep Singh Sappal : ये विरोध भी ‘एंटी नेशनल’ निकला। ज़रा कोई गिनती तो करे कि सरकार के हिसाब से अब कितनी यूनिवर्सिटीयों में ‘एंटी नेशनल’ पसरे हैं। अब सरकार है, सब जानती है। लेकिन ये तो बता दो सरकार कि पूरे देश में जो इतने देश-विरोधी आपने अब तक पहचान लिए हैं तो उनका आज तक आख़िर किया क्या है। क्या ‘एंटी नेशनल’ लोगों को सिर्फ़ लाठी चार्ज करके, टीवी पर गरिया के और बदनाम करके छोड़ दोगे? क्या देश के ख़िलाफ़ ग़द्दारी की बस इतनी सी सज़ा है? BHU में लड़कियों की माँग शायद सुरक्षा की थी। नारे भी ठीक ही थे। लेकिन फिर भी देश विरोधी निकले! अब तो सरकार एक लिस्ट जारी कर ही दो, कि देश में क्या क्या करना एंटी नेशनल है। वैसे भी आज ही के indian Express में ख़बर है कि गृह मंत्रालय ने पुलिस को लिखा है कि वह लोगों को कैशलेस लेनदेन करने के लिए बढ़ावा दें । तो एक नोटिस और भी निकाल दें कि क्या क्या माँग करना, क्या क्या नारे लगाना, कैसे कैसे विरोध प्रदर्शन देश विरोधी माने जाएँगे। बेचारे बच्चे और लोग अनजाने में तो ‘एंटी नेशनल’ न बन जाएँ।

राज्यसभा टीवी के संस्थापक और सीईओ रहे गुरदीप सिंह सप्पल की एफबी वॉल से.

बीएचयू में पुलिस ने मीडियाकर्मियों पर भी किया लाठीचार्ज, दर्जन भर से ज्यादा मीडियाकर्मी घायल

Rajendra Tripathi :  पुलिस ने मीडिया पर किया बर्बर लाठी चार्ज.. अभी कल ही मैने अपने फ़ेसबुक वॉल पर एक पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की बात आम की थी। एक बार फिर याद दिला देता हूँ। इस अधिकारी का कहना था कि पुलिस चौराहों पर दो काम करती है। पहला उगाही। दूसरा कुंठा में होने के कारण जनता से बदसलूकी। आज बीएचयू में हुई हिंसा में हमारे दो साथियों के साथ पुलिस की कुंठा ही सामने आई है। अमर उजाला के रिपोर्टर आलोक त्रिपाठी के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने परिचय देने के बाद भी उन पर बर्बरतापूर्वक लाठियाँ बरसाईं। इसी तरह फोटो जर्नलिस्ट धीरेंद्र कुमार जायसवाल भी शिकार हुए। सामने से आ रहे पत्थरों की तरफ़ इशारा कर के कहा – जाओ ….उधर जाकर फोटो लो, यहाँ हमारे पीछे क्यों खड़े हो। धीरेंद्र ने परिचय दिया, हाथ में कैमरा था पर उनके हाथ रुके नहीं। दोनों साथियों को रात में ही भेलूपुर के एक अस्पताल में ट्रीटमेंट कराया गया। पथराव में अमर उजाला के ही पुष्पेंद्र त्रिपाठी और फोटो जर्नलिस्ट जावेद अली और नरेंद्र यादव को पत्थर लगे हैं। अभी हाल ही में जस्टिस काटजू के हवाले एक मेसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था कि बीएचयू जैसे हालातों की कवरेज करने वाले पत्रकारों के साथ सुरक्षा बल बदत्तमीजी ना करे। जस्टिस काटजू प्रेस कौंसिल ऑफ़ इंडिया के चैयरमैन रह चुके हैं। पुलिस ने बर्बरता का व्यवहार किया है। बताने के बावजूद दोनों के साथ हद दर्जे की बदसलूकी की….बर्बरता की है।

‘ज़ी हिंदुस्तान’ न्यूज चैनल को आठ करोड़ से ज्यादा लोग देखते हैं!

तेजी से टीआरपी के शिखर की ओर बढ़ते हुए ‘ज़ी हिंदुस्तान’ न्यूज चैनल लगतार दर्शकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। सैंतीसवें हफ्ते में आई टीआरपी रिपोर्ट के मुताबिक चैनल को तकरीबन आठ करोड़ लोग देख रहे है और लगातार इसकी तादाद में इज़ाफा हो रहा है। स्टेट्स मेक द नेशन की थीम पर चल रहे है चैनल की बड़ी सफलता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि चैनल को न सिर्फ शहरों में पसंद किया जा रहा है बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी चैनल को दर्शकों का खासा प्यार मिल रहा है।

मजीठिया मामला : प्रभात खबर के खिलाफ मिथलेश कुमार के रिव्यू पिटीशन पर सुप्रीमकोर्ट में 5 को सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट से एक बड़ी खबर आ रही है। जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की मांग को लेकर प्रबंधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे प्रभात खबर के आरा (बिहार) के ब्यूरो चीफ मिथिलेश कुमार बनाम प्रभात खबर मामले में दायर रिव्यू पिटीशन पर 5 अक्टूबर को सुनवाई होगी। यह सुनवाई विद्वान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायाधीश नवीन सिन्हा द्वारा की जाएगी।

ईटीवी सहारनपुर के प्रभारी रजनीश दीक्षित के पिता सतीश चंद्र दीक्षित का निधन

ईटीवी सहारनपुर के प्रभारी रजनीश दीक्षित के पिता सतीश चंद्र दीक्षित का 68 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. सांस की बामारी का इलाज लंबे समय से चल रहा था. सांस की दिक्कत बढ़ने से उन्हें सीतापुर से लखनऊ में भर्ती कराने के लिए ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में उनका निधन हो गया. सतीश चंद्र दीक्षित सामाजिक कार्यकर्ता के साथ राजनीति में भी अच्छा रसूख रखते थे.

बीएचयू में आंदोलनकारी छात्राओं पर बर्बर लाठीचार्ज, पूरा देश सकते में (देखें वीडियोज)

अमित सिंह रघुवंशी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के इतिहास का काला अध्याय. 24 सितम्बर का दिन बीएचयू के 100 वर्षों के इतिहास में सबसे काला दिन के नाम से जाना जायेगा. तानाशाह कुलपति जी सी त्रिपाठी के दिशा निर्देश पर सबसे पहले त्रिवेणी संकुल में महिला वार्डेन द्वारा लड़कियों के साथ धक्का मुक्की की गई, उन्हें रोका गया. लड़कियां तथा कुछ लड़के जब कुलपति आवास पर गयी तो उन पर लाठी चार्ज किया गया, जिससे दो लड़कियों को गम्भीर चोट लगी तथा एक छात्र का हाँथ टूटा, उसके बाद लंका पर प्रोटेस्ट कर रही लड़कियों के ऊपर पुलिस प्रशासन और पीएसी द्वारा बिना महिला पुलिस के लाठी चार्ज की गई तथा एमएमवी गेट के अंदर खड़ी लड़कियों के ऊपर लाठी चार्ज किया गया, उसके बाद बिरला छात्रावास पर छात्रों के ऊपर पेट्रोल बम, रबर की गोली मारी गयी. महामना के बगिया का इतना शर्मनाक दिन आज से पहले कभी नही देखा गया, और लड़कियों के ऊपर हुये लाठीचार्ज का जिम्मेदार कुलपति है!

न्याय के लिए भटक रहा बांदा का एक पत्रकार, हमलावर दबंग आज भी दे रहे धमकी

बांदा। बांदा शहर के छोटी बाजार निवासी पत्रकार मनोज गुप्ता लखनऊ से प्रकाशित दैनिक ‘स्पष्ट आवाज’ से मान्यता प्राप्त पत्रकार (जिला संवाददाता) हैं। 8 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन उनके पडोस मे रहने वाले दबंग बल्लू गुप्ता ने एक दर्जन परिजनों के साथ दिनदहाड़े उनके घर में घुसकर श्री गुप्ता और उनके पुत्रों की पिटाई की, तोड़फोड़ की। घर में मौजूद महिलाओं ने हमलावरों से जान बचाई। हमलावर उनके घर से सैम्संग का मोबाइल और 1226 रूपये भी लूट ले गए। पीड़ित पत्रकार मनोज ने हमलावरों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज किए जाने के लिए कोतवाल डीपी तिवारी को तहरीर दी।

त्रिनाथ त्रिपाठी ने छोड़ा अमर उजाला का साथ, अब थामा ज़ी मीडिया का हाथ

11 अगस्त को बतौर सीनियर सब एडिटर अमर उजाला के डिजिटल विंग का दामन थामने वाले युवा पत्रकार त्रिनाथ त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। अमर उजाला को अलविदा कहने के बाद त्रिनाथ ज़ी मीडिया के साथ जुड़ गए हैं। इससे पहले त्रिनाथ एबीपी न्यूज़ में तक़रीबन 41 महीनों तक अपनी सेवा दे चुके हैं। यहां वे वेब टीम में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत थे। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें एक साल तक यूपी सेक्शन का इंचार्ज भी बनाया गया था। इस दौरान त्रिनाथ को बेस्ट डिजिटल स्टोरी के अवॉर्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है।

बॉबी घोष के जाने के बाद सुकुमार रंगनाथन बनाए गए एचटी के नए एडिटर इन चीफ

बॉबी घोष के हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार से अलग हो जाने के बाद सुकुमार रंगनाथन को नया एडिटर इन चीफ बनाया गया है. एस रंगनाथन अब तक इसी समूह के बिजनेस अखबार ‘मिंट’ के एडिटर के रूप में कार्य कर रहे थे. चेयरपर्सन शोभना भरतिया ने एक मेल के जरिए इसकी जानकारी सभी एचटी कर्मियों को दी. मेल में कहा गया है कि हिन्दुस्तान टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ के रूप में 48 वर्षीय सुकुमार रंगनाथन की नियुक्ति की गई है और वह एचटी के सभी प्रिंट व डिजिटल ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभालेंगे. मिंट से पहले रंगनाथन बिज़नेस टुडे मैग्जीन के मैनेजिंग एडिटर थे.

भारत समाचार से जुड़े प्रशांत शुक्ल ने लगाई लंबी छलांग

इंडिया टीवी, समाचार प्लस, ज़ी मीडिया जैसे बड़े संस्थानों में काम करके वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा के साथ ‘भारत समाचार’ चैनल में काम करने वाले प्रशांत शुक्ल जल्द ही अपनी नई पारी रिपब्लिक टीवी से शुरू करेंगे. भारत समाचार में प्रशांत बतौर एसोसिएट प्रोड्यूसर और एंकर के तौर पर काम कर रहे थे. रिपब्लिक टीवी में प्रशांत करेस्पॉन्डेंट के रूप में ज्वाइन करेंगे.

क्या एनडीटीवी पर नियंत्रण के लिए कॉरपोरेट तख्तापलट की कोशिश की जा रही है?

Sanjaya Kumar Singh : क्या एनडीटीवी पर नियंत्रण के लिए क्या कॉरपोरेट तख्ता पलट की कोशिश की जा रही है? शुक्रवार की सुबह एनडीटीवी के बिक जाने की खबर पढ़कर मुझे याद आया कि प्रणय राय को अगर कंपनी बेचनी ही होती तो वे आईसीआईसीआई बैंक के 48 करोड़ रुपए के लिए पड़े सीबीआई के छापे के बाद प्रेस कांफ्रेंस क्यों करते। क्यों कहते कि झुकेंगे नहीं। मुझे इंडियन एक्सप्रेस की खबर पर यकीन नहीं हुआ।

पंजाब केसरी जयपुर के दो मीडियाकर्मियों ने मजीठिया वेज बोर्ड के लिए क्लेम लगाया

मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से सेलरी और एरियर आदि की मांग को लेकर पंजाब केसरी जयपुर में कार्यरत दो मीडियाकर्मियों ने श्रम विभाग में क्लेम लगाया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में मीडिया वाले वेज बोर्ड पाने के लिए जोरशोर से क्लेम लगा रहे हैं.

चोरी की प्रिंटिंग मशीन खरीदने के मामले में किशोर वाधवानी से हुई पूछताछ

रायपुर से खबर है कि पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने चोरी की प्रिंटिंग प्रेस मशीन के मामले में पूछताछ के लिए दबंग दुनिया समाचार पत्र के मालिक किशोर वाधवानी को 11 सितम्बर को इंदौर से रायपुर तलब किया था.

ये हैं मोहम्मद हुसैन, ये हैं हनुमानजी के भक्त (देखें वीडियो)

सुलहकुल की नगरी आगरा के रहने वाले मुहम्मद हुसैन लगभग 15 साल से पांच वक्त की नमाज के साथ बजरंगबली यानि हनुमान जी की खिदमत कर देश और दुनिया में अमन चैन का पैगाम दे रहे है. उनका कहना है कि हिन्दू मुस्लिम सभी भाई हैं और इन्हें आपस में भाई की तरह ही रहना चाहिए.  मोहम्मद हुसैन पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं और थाना ताजगंज क्षेत्र के विभव नगर में रहते हैं. मोहम्मद हुसैन लगभग पंद्रह सालों से विभव नगर पुलिस चौकी के पास बने हनुमान मंदिर की देख रेख कर रहे हैं.

इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व न्यूज एडिटर केजे सिंह और उनकी मां की गला रेतकर हत्या

पत्रकारों के लिए बेहद बुरे दिन चल रहे हैं. आए दिन पत्रकारों की हत्या हो रही है, हमले हो रहे हैं. पंजाब के मोहाली से खबर है कि वरिष्ठ पत्रकार केजे सिंह और उनकी मां की हत्या कर दी गई है. मां का नाम गुरुचरन कौर है. दोनों का शव उनके आवास मोहाली स्थित फेज-3, बी-2 से मिला है.

बिना पैसेंजर वाली आगरा-ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन उतरी पटरी से (देखें वीडियो)

भारतीय रेलवे का हाल इन दिनों बहुत खराब है. रेलें आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं जिसके कारण लोग ट्रेनों पर चढ़ने से डर रहे हैं. कई ट्रेनें इन दिनों हादसों के दौर से गुजरी हैं जिसमें बहुत सारे लोग हताहत भी हुए हैं. आज आगरा में आगरा-ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन की बोगी पटरी से उतर गई. इस घटना के बाद उत्तर मध्य रेलवे के आगरा डिवीजन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. हालांकि ट्रेन में कोई पैसेंजर सवार नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था.

महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त ने जारी किया मजीठिया मामले में प्रेस रिलीज

जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय  द्वारा 19 जून 2017 को जारी आदेश को अनुपालन कराने के लिए महाराष्ट्र के कामगार आयुक्त ने महाराष्ट्र के  सभी अखबारों को एक प्रेस रिलीज जारी किया है। इस प्रेस रिलीज की प्रति नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की महाराष्ट्र की जनरल सेक्रेटरी शीतल करंनदेकर और नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट महाराष्ट्र के मजीठिया सेल समन्यवक शशिकांत सिंह को भी कामगार आयुक्त कार्यालय ने 22 सितंबर को उपलब्ध कराया। मराठी में लिखे इस प्रेस रिलीज का हिंदी अनुवाद इस तरह है…

क्या 2019 में कांग्रेस दे पाएगी भाजपा को टक्कर?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जो खबरें अमेरिका से आ रही है, वे ऐसी हैं, जैसे किसी रेगिस्तान में झमाझम बारिश हो। भारत में जिसे लोग नेता मानने को तैयार नहीं हों, जिसे अखबारों में कभी-कभी अंदर के कोनों में कुछ जगह मिल जाती हो और जिसे लोगों ने तरह-तरह के मज़ाकिया नाम दे रखे हों, वह युवा नेता अमेरिका के बर्कले और प्रिंसटन जैसे विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों और छात्रों को सीधे संबोधित कर रहा हो, यह असाधारण घटनाक्रम है। खास बात यह है कि राहुल की ये खबरें भारतीय अखबारों के मुखपृष्ठों पर चमक रही हैं। जाहिर है कांग्रेस के हताश-निराश कार्यकर्ताओं में इन खबरों ने उत्साह का संचार कर दिया है। राहुल के जिन सहयोगियों ने इस अमेरिका-दौरे की योजना बनाई है, वे बधाई के पात्र हैं। राहुल के भाषणों और उन पर हुई चर्चाओं की जैसी रिपोर्टें छप रही हैं, उनसे जाहिर है कि इस बार कांग्रेस का खबर-प्रबंध सफल रहा है।

JD फिल्म में मजीठिया वेज बोर्ड का मुद्दा भी है, पढ़िए यशवंत का रिव्यू (देखें वीडियो)

Yashwant Singh : जबरदस्त है JD फ़िल्म। मीडिया का नंगापन देखना हो तो इसे ज़रूर देखें। Shailendra Pandey ने अपनी पहली ही फ़िल्म में कमाल कर दिया है। फिल्म की पब्लिसिटी न हो पाने से दर्शक कम आए पहले दिन लेकिन जो भी गया, पूरा देख कर ही निकला। फ़िल्म का डिजिटल पार्टनर भड़ास4मीडिया है। ऐसी पोलखोल वाली फिल्म से भड़ास का जुड़ना सबको अच्छा लगा। एनसीआर समेत कई शहरों में फ़िल्म को थियेटर में रिलीज करा ले जाना एक नए और कम बजट वाले फिल्मकार शैलेन्द्र के लिए उपलब्धि है। फिल्म में मजीठिया वेज बोर्ड का भी जिक्र है, जो एक साहस भरा काम है।

किस शहर में और किस टाइम पर देख सकते हैं फिल्म JD, उसका विववरण…

होशंगाबाद के वितरकों ने दैनिक भास्कर के शोषण से परेशन होकर कर दिया हड़ताल

होशंगाबाद से खबर आ रही है कि अखबार वितरकों ने दैनिक भास्कर का बहिष्कार करते हुए हड़ताल कर दिया है. इस बाबत एक पर्चा छपवाकर पाठकों में वितरित किया जा रहा है. इस पर्चे में वितरकों ने दैनिक भास्कर द्वारा खुद के शोषण किए जाने की बात का जिक्र किया है. एजेंटों और वितरकों की हड़ताल से दैनिक भास्कर का बंडल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर पर ही पड़ा रह गया.

बीएचयू में सुरक्षाकर्मी से लेकर वीसी तक छात्राओं के बारे में गलत बोलते-सोचते हैं!

पहली नहीं है बीएचयू में छेड़खानी की घटना… भारत के नामचीन बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्राओं से छेड़खानी की घटना पहली बार नही है। आये दिन कोई न कोई लड़की ऐसी वारदात का शिकार होती ही रहती है। इसके पीछे कारण साफ है कि बीएचयू प्रशासन द्वारा इन मामलों को गंभीरता से नहीं लिया जाता। और तो और, बीएचयू वीसी की छात्राओं के बारे में यदा-कदा अपत्तिजनक बयानों के लिए आलोचनाएं भी होती रहती हैं। कभी वे शोधार्थी छात्राओं के बारे में कहते हैं कि ये अपनी दहेज का पैसा जुटा रही हैं तो कभी वो बयान देते हैं कि लड़कियों को अपने भाइयों के लिए पढ़ना छोड़ देना चाहिये। कुछ दिन पहले ही बीएचयू के महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने भेदभाव का आरोप बीएचयू प्रशासन पर लगाया था जिसमें फीस से लेकर कपड़े पहनने, भोजन आदि से जुड़ी भेदभावपूर्ण विसंगतियों का जिक्र छात्राओं ने किया था।

नए एनडीटीवी में भी यही होगा, बस तरीक़ा बदल जाएगा!

Harsh Vardhan Tripathi : लिखा जा रहा है कि मोदी-शाह के क़रीबी अजय सिंह ने NDTV ख़रीद लिया। तो पूरा लिखिए कि सीपीएम नेता प्रकाश करात के रिश्तेदार प्रणय-राधिका रॉय को 100 करोड़ रुपए इस बिक्री से मिलेंगे। 400 करोड़ रुपये का क़र्ज़ भी अजय सिंह चुकाएँगे। मेरा मानना है कि कारोबारी बेवक़ूफ़ नहीं होता कि सिर्फ ख़रीदकर बन्द करने के लिए चैनल ले रहा होगा। हाँ, यह जरूर है कि चैनल चलाना और हवाई जहाज़ चलाना एकदम अलग बात है।

एनडीटीवी ने मुंह खोला- ‘नहीं बिके हैं हम!’

सुबह इंडियन एक्सप्रेस ने एनडीटीवी के बिकने की खबर छापकर तहलका मचाया तो दोपहर आते आते द हिंदू की वेबसाइट पर खबर आ गई कि एनडीटीवी ने बिकने से इनकार कर दिया है. दो बड़े अखबारों की इन दो अलग अलग विरोधाभासी खबरों से पूरे देश का मीडिया जगत हलकान रहा. फिलहाल द हिंदू की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर पढ़ें और इसके ठीक बाद इस खबर को लेकर आईं नई प्रतिक्रियाओं को देखें…

BEA condemns the murder of journalist Shantanu Bhowmik

Broadcast Editors’ Association (BEA) condemns the murder of journalist Shantanu Bhowmik in the state of Tripura, while covering an agitation.  It is very unfortunate that a journalist lost his life while discharging his duty. Such attacks, just days after a senior journalist Gauri Lankesh was killed in Bangalore, prove that disruptive forces are out to curb the freedom of press.

नेशनल वायस चैनल के उन्नाव संवाददाता और कैमरामैन की दुर्घटना में मौत

एक बुरी खबर लखनऊ से आ रही है… नेशनल वॉयस चैनल के उन्नाव संवाददाता और कैमरामैन की एक्सीडेंट में मौत हो गई है… इन दोनों ने लखनऊ में हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा… उन्नाव से नेशनल वॉयस के संवाददाता आशू तिवारी थे. युवा आशू काफी मेहनती थे. उन्नाव की हर छोटी बड़ी खबर आशू सबसे पहले ब्रेक किया करते थे. 6 महीने न्यूज़ रूम में बैठकर कुछ ही रिपोर्टर के नाम जेहन में अटके रह गए थे, आशू भी उन्हीं में से एक थे.

आज रिलीज हुई फिल्म ‘जेडी’ की कहानी तरुण तेजपाल की आपबीती है!

फोटो जर्नलिस्ट शैलेंद्र पांडेय की यह फिल्म मीडिया की एक कहानी पर आधारित है… अमर सिंह ने भी किया है अभिनय… भड़ास4मीडिया डॉट काम डिजिटल पार्टनर है….

Pankaj Shukla : बहुत ख़ास है ‘जेडी’… फोटो जर्नलिस्ट शैलेन्द्र पांडे की फिल्म ‘जेडी’ आज रिलीज़ हो रही है। शैलेन्द्र से मेरा नाता लगभग दो दशक पुराना है। दैनिक जागरण में कई वर्ष मेरे सहयोगी रहे। यह हमेशा से तय था कि शैलेन्द्र भीड़ का हिस्सा नहीं रहने वाले। कैमरे के पीछे से जो एंगल शैलेन्द्र को दिखता था वो साबित करता था कि उन्नाव के बीघापुर से निकला यह चेहरा किसी हादसे के तहत पत्रकारिता में नहीं आया है।

मजीठिया मामला : प्रभात खबर प्रबंधन के झूठ की होगी जांच

जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड की मांग को लेकर प्रबंधन के खिलाफ माननीय सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे प्रभात खबर के आरा (बिहार) के ब्यूरो चीफ मिथिलेश कुमार बनाम प्रभात खबर मामले में सुनवाई के दौरान माननीय उप-श्रमायुक्त पटना के न्यायालय में प्रभात खबर प्रबंधन के प्रतिनिधि के रूप में शामिल महाप्रबंधक (फाइनेंस) कौशल कुमार अग्रवाल ने कहा कि प्रभात खबर द्वारा मजीठिया वेज बोर्ड द्वारा निर्धारित वेतनमान सहित सारी सुविधाएं अपने शत प्रतिशत कर्मचारियों को दिया जा रहा है। अखबार प्रबंधन के इस तर्क का प्रभात खबर के आरा ब्यूरोचीफ मिथलेश कुमार ने कड़ा विरोध किया और कहा कि प्रबंधन झूठ बोल रहा है। इस अखबार के एक भी कर्मी को जस्टिस मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ नहीं मिला है। इस पर उप-श्रमायुक्त वीरेंद्र कुमार ने कहा कि कर्मचारियों के पेमेंट से संबंधित बैंक स्टेटमेंट अगली तिथि को लेकर उप श्रमायुक्त कार्यालय में जमा करें।

बिकने के बाद भी एनडीटीवी में काम करेंगे रवीश कुमार?

Ashwini Kumar Srivastava :  ”अब तेरा क्या होगा रवीश कुमार…” एनडीटीवी पर भी कब्जा कर चुके मोदी-अमित शाह और उनके समर्थक शायद ऐसा ही कुछ डॉयलाग बोलने की तैयारी में होंगे। जाहिर है, रवीश हों या एनडी टीवी के वे सभी पत्रकार, उनके लिए यह ऐसा मंच था, जहां वे बिना किसी भय के सरकार की आलोचना या खामियों की डुगडुगी पीट लेते थे। उनकी इसी डुगडुगी को अपने लिये खतरा मानकर संघ और भाजपा के समर्थकों की नजर में ये पत्रकार और एनडीटीवी सबसे बड़े शत्रु बने हुए थे।

जीएसटी का सच (पार्ट 25 से 36 तक) : छोटे अखबारों पर डीएवीपी के जरिए जीएसटी की मार

जीएसटी से बेरोजगारी की कगार पर खड़े एक पत्रकार की डायरी

जीएसटी का सच (25) सरकार की डीएवीपी पॉलिसी 2016 और जीएसटी के कारण 90 फीसदी अखबार बंद होने की कगार पर हैं

संजय कुमार सिंह
sanjaya_singh@hotmail.com

जीएसटी से छोटे अखबार भी परेशान हैं। सरकारी विज्ञापनों पर आश्रित इन अखबारों को डीएवीपी (विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय) के जरिए विज्ञापन दिए जाते हैं। केंद्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद डीएवीपी ने विज्ञापन जारी करने के नियमों में सख्ती लाई है और इससे कई प्रकाशन पहले से मुश्किल में हैं। अब उनपर जीएसटी का डंडा भी चल रहा है। खास बात यह है कि डीएवीपी 20 लाख से कम टर्नओवर वाले प्रकाशकों पर भी जीएसटी पंजीकरण कराने के लिए दबाव डाल रहा है। डीएवीपी का कहना है कि बिना जीएसटी में पंजीकृत हुए सरकारी विज्ञापन उपलब्ध नहीं कराया जा सकता है। दूसरी ओर, एक छोटी पत्रिका के संपादक के मुताबिक जनवरी 2017 से अब तक मात्र 250 सेंटीमीटर विज्ञापन दिया गया है, जिसकी कीमत सर्कुलेशन के आधार पर 1500 सौ से 5000 रुपये है। ऐसे में डीएवीपी जीएसटी को लेकर छोटे अखबारों से क्यों जबरदस्ती कर रहा है यह प्रकाशकों की समझ से बाहर है। वो भी तब जब उनका टर्नओवर ही ढाई-तीन लाख से दस-बारह लाख तक ही है, और इसकी सीए ऑडिट, वार्षिक विवरणी हर साल ऑनलाइन और फिजिकली डीएवीपी को भेजी जाती है।

एनडीटीवी बिक गया, स्पाइस-जेट वाले अजय सिंह ने खरीदा

Om Thanvi : आख़िर NDTV भी क़ब्ज़े कर लिया गया। मसालों के नाम पर स्पाइस-जेट हवाई कम्पनी चलाने वाले अजय सिंह अब यह तय करेंगे कि एनडीटीवी के चैनलों पर क्या दिखाया जाए, क्या नहीं। इसका मुँह-चाहा फ़ायदा उन्हें सरकार से मिलेगा। इस हाथ दे, उस हाथ ले। एक मसाला-छाप व्यापारी को और क्या चाहिए? इस ख़रीदफ़रोख़्त के बीच कुछ पत्रकार तो पहले ही एनडीटीवी छोड़कर जा चुके हैं। कुछ चले जाएँगे। कुछ को चलता कर दिया जाएगा। फिर एक संजीदा सच दिखाने वाले चैनल में बचा क्या रह जाएगा? हींग-जीरा, लौंग-इलायची?

केरल में न्यूज चैनल के आफिस पर हमला

भारत अब पाकिस्तान की राह पर है। केरल में भूमि अतिक्रमण मामले में एक राज्य मंत्री के कथित रूप से शामिल होने की खबर प्रसारित किए जाने के बाद गुरुवार को टीवी चैनल एशियानेट के अलाप्पुझा स्थित कार्यालय पर हमला किया गया है। हमलावरों ने कार्यालय के बाहर खड़ी एक कार को भी नुकसान पहुंचाया है। चैनल पर कथित भूमि अतिक्रमण को लेकर राज्‍य परिवहन मंत्री थॉमस चांडी के खिलाफ लगातार खबरें प्रसारित की जा रही थीं। उन पर अपने एक रिजॉर्ट के पास में भूमि अतिक्रमण का आरोप लगा है।

लगता है ‘भास्कर’ के सम्पादक और प्रबंधक पाठकों को मूर्ख समझते हैं!

Krishna Kalpit : ‘भास्कर’ ख़ुद को सबसे विश्वसनीय और नम्बर 1 अख़बार बताता है। आज ‘भास्कर’ के जयपुर संस्करण में जाति-प्रथा के विरोध में एक ख़बर छपी है, जिसमें प्रदेश की सरकारी स्कूलों के रजिस्टर में छात्रों के लिये बने जाति के कॉलम का विरोध किया गया है और जाति-प्रथा को समाज और देश के लिये कलंक बताया गया है। ‘भास्कर’ के इसी अंक में श्री अग्रवाल समाज समिति, जयपुर द्वारा आयोजित श्री अग्रसेन जयंती महोत्सव का पूरे पेज का विज्ञापन छपा है।

मृणाल पांडेय को मैंने सार्वजिनक तौर पर संयम खोकर बोलते, लिखते देखा-सुना है!

मृणाल पांडे का बचाव जरूर कीजिए साहब लेकिन…

Vineet Kumar : मृणाल पांडे के बारे में मैं इतना और वो भी कई मौके पर मिले व्यक्तिगत अनुभव से जितना जानता हूं, जरूर कह सकता हूं कि वो खुद अपने लेखन और अभिव्यक्ति के लिए जितनी उदारता की उम्मीद रखती हैं, सामनेवालों के लिए उतनी ही अनुदार, जकडबंदी की शिकार और अलोकतांत्रिक भी है. वो वक्त- बेवक्त अपनी प्रांजल हिन्दी और ठसकदार अंग्रेजी के बूते न केवल उनका उपहास उड़ाती रहीं हैं बल्कि आहत करने से लेकर सत्ता का इस्तेमाल करते हुए दंडित भी करती रहीं हैं.

घर चलाने को परचून की दुकान खोल लो पर पत्रकार मत बनना!

शांतनु भौमिक

Om Thanvi : शान्तनु भौमिक की हत्या ने यही साबित किया है कि जुझारू पत्रकार न कम्युनिस्ट शासन में सुरक्षित हैं, न कांग्रेस या भाजपा राज में। हिंसा से क़लम को कुचलने का अजीबोग़रीब दौर है।

सहाफत अखबार में काम करने गए मोहम्मद इरफान के साथ क्या हुआ, जानिए उनके पत्र से

Media friends, aaj mai aap sabhi newspaper ke friends aur social media ke logo ko apna dard batana chahta hu ki maine print media ke circulation deptt. me taqreeban 15 saal diye jisme The hindu, Janmadhyam aur Inquilab jaise newspaper shamil hai. Maine ek august ko sahafat urdu daily join kiya tha. Aman abbas sb ne mujhe kai baar call karke bulaya tha aur kaha ki mere sahafat ka circulation incharge ban jaiye.

त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या के खिलाफ मथुरा के पत्रकारों ने निकाला मार्च

त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या एवं मथुरा में पत्रकारों पर हमले के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन एडीएम कानून व्यवस्था रमेश चन्द्र को ज्ञापन सौंपते ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एनयूजेआई सदस्य कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट एवं अन्य पत्रकारगण।

मथुरा। त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या एवं देश भर मे पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों के विरोध में ब्रज प्रेस क्लब, उपजा एवं एनयूजेआई के पत्रकारों के पत्रकारों ने आज एडीएम कानून व्यवस्था रमेश चन्द्र को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एनयूजेआई सदस्य कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट के नेतृत्व में कलैक्ट्रेट पहुंचे पत्रकारों ने इस मौके पर कहा कि यह हमला पत्रकार पर ही नहीं बल्कि लोकतंत्र के समूचे चौथे स्तंभ पर हमला है। उन्होंने केन्द्र व प्रांत सरकारों से पत्रकार सुरक्षा कानून अधिनियम अति शीघ्र बनाने की मांग करते हुए कहा है कि पत्रकारों पर हमला कहीं भी नहीं होना चाहिए। जहां भी ऐसी घटनाएं हों वहां पुलिस एवं प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए।

मैथिली एवं भोजपुरी नाट्य समारोह : ’एकादशी’ और ‘बबुआ गोबरधन’ नाटकों का मंचन

नई दिल्ली : मैथिली-भोजपुरी अकादमी, दिल्ली ने दिनांक 19 एवं 20 सितम्बर, 2017 को मुक्तधारा सभागार, गोल मार्केट, नई दिल्ली में दो दिवसीय ’मैथिली एवं भोजपुरी नाट्य समारोह’ का आयोजन किया। अकादमी के उपाध्यक्ष कुमार संजॉय सिंह के सान्निध्य में हुए इस आयोजन में पहले दिन बारहमासा के कलाकारों ने श्री मुकेश झा के निर्देशन में श्री हरिमोहन झा कृत ’एकादशी’ नाटक की प्रस्तुति की। दूसरे दिन रंगश्री के कलाकारों ने श्री महेन्द्र प्रसाद सिंह कृत एवं निर्देशित ’बबुआ गोबरधन’ नाटक का मंच किया।  समारोह के पहले दिन बतौर मुख्य अतिथि पधारे श्री सुमन कुमार, उप-सचिव (ड्रामा), संगीत नाटक अकादमी ने कहा कि अकादमी पूरब की भाषाओं, साहित्य, संस्कति और कला के प्रचार-प्रसार के लिए प्रशंसनीय कार्य कर रही है और उम्मीद है इसके बहुत ही सार्थक परिणाम सामने आएंगे।

आम्रपाली वाले बेइमान बिल्डर अनिल शर्मा के खिलाफ 100 निवेशकों ने लिखाई एफआईआर

नोएडा : बेईमान बिल्डर अनिल शर्मा पर 100 निवेशकों ने मिलकर लिखाई एफआईआर… चारों एफआईआर में 100 निवेशकों के नाम… धोखाधड़ी, अमानत में खयानत की धारा में केस… बिसरख थाने में दर्ज हुई आम्रपाली के मालिक अनिल शर्मा पर एफआईआर… अब हो सकता है आम्रपाली बिल्डर अनिल शर्मा गिरफ्तार…

न्यूज24 सबसे ज्यादा फायदे में, एबीपी न्यूज को भारी नुकसान

37वें हफ्ते की टीआरपी में न्यूज24 को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. इस चैनल की टीआरपी सबसे ज्यादा बढ़ी है. वहीं नुकसान के मामले में एबीपी न्यूज को पूरे 1.2 का झटका लगा है. देखें आंकड़े…

नवोदय टाइम्स दिल्ली के साथ फिर से जुड़ गए कुमार गजेंद्र

दिल्ली क्राइम रिपोर्टिंग की रीढ़ माने जाने वाले कुमार गजेंद्र ने नवोदय टाइम्स के साथ एक बार फिर से अपनी पारी की शुरुआत की है। इस बार भी कुमार गजेंद्र की पुरानी टीम उनके साथ ही नवोदय टाइम्स जा रही है। टीम में कमलेश मिश्रा, महेश चौहान और कृष्ण कुनाल सिंह जैसे आधा दर्जन रिपोर्टर शामिल हैं। उनके नवोदय टाइम्स ज्वाइन करने से पंजाब केसरी दिल्ली के लिए एक झटका माना जा रहा है। इनमें से कई लोगों को तो पहले ही ज्वाइन करवा दिया गया है।

‘खामोशी’ और ‘मोदिज़्म के मायने’ का लोकार्पण

खामोशी

नई दिल्ली। कवि और सुपरिचित फिल्मकार गौहर रज़ा की सद्य प्रकाशित नज़्म पुस्तक ‘खामोशी’ का लोकार्पण इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में हुआ। पुस्तक के प्रकाशक राजपाल एंड संज द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि देश की जानी मानी अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने इस पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर हिंदी की प्रसिद्ध कवि अनामिका और प्रसिद्ध लेखक और  कवि अशोक वाजपेयी जी ने पुस्तक के सम्बन्ध में चर्चा की। अशोक वाजपेयी ने कहा कि कविता एक तरह की ज़िद है उम्मीद के लिए और हमें कृतज्ञ होना चाहिए की ऐसी कविता हमारे बीच और साथ में है । उन्होंने कहा कि कविता और राजनीति की कुंडली नहीं मिलती लेकिन गौहर रज़ा अपनी कविता में जीवन के छोटे-बड़े सभी पहलुओं को जगह देते हैं। . अनामिका जी ने गौहर रज़ा की शायरी पर टिपण्णी करते हुए कहा की गौहर रज़ा की कवितायेँ दिल और सोच को छूने वाली है. सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में होने वाली घटनाओं पर भी उनकी कड़ी नज़र है।

गोरखपुर से ‘योगी के बाद कौन’ की चर्चा गरम

अजय कुमार, लखनऊ
उत्तराखंड के एक युवा अजय सिंह बिष्ट के योगी आदित्यनाथ बनने तक का सफर अगर करीब से किसी ने देखा है तो उसमें पहला नाम गोरखपुर का आता है। यहीं से उनके पहले सन्यासी और उसके बाद सियासी जीवन की शुरूआत हुई थी। 1993 में पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर शोध करने गोरखपुर पहुंचे अजय बिष्ट यहां अपने प्रवास के दौरान महंत अवैद्यनाथ के संपर्क में आए और कुछ समय के भीतर ह ीवह महंत अवैद्यनाथ की शरण में ही चले गए। महंत अवैद्यनाथ से  दीक्षा लेने के बाद 1994 में अजय बिष्ट पूर्ण संन्यासी बन गए, जिसके बाद इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गया।

‘अपना सफर दूसरी रोशनी तक है’ कहने वाले शायर तश्ना आलमी नहीं रहे

लखनऊ । ‘हमें दुश्मन मिटाना चाहते हैं/ उनकी हिमाकत तो देखिए/सूरज को बुझाना चाहते हैं।’ जैसी शायरी के लिए मशहूर उर्दू के जाने-माने शायर तश्ना आलमी नहीं रहे। आज सुबह 9 बजे उनका इंतकाल उनके निवास बशीरतगंज में हो गया। कुछ महीने पहले उन्हें लकवा का आघात हुआ था। तभी से वे अस्वस्थ चल रहे थे। वे अपनी इंकलाबी शायरी के लिए मशहूर थे। हिन्दी में उनकी शायरी की एक किताब ‘बतकही’ नाम से छपी थी। मुशायरों में भी वे अपने खास अन्दाज तथा तल्ख तेवर के लिए जाने जाते थे।

प्रभात खबर पटना में संजीत मिश्रा को मिली लाइफ@पटना की जिम्मेदारी

पटना : प्रभात खबर में नये संपादक के आने के बाद चेंजेज जारी हैं. चार पेजों के महत्वपूर्ण सप्लीमेंट लाइफ@पटना की जिम्मेवारी संजीत नारायण मिश्रा को दी गयी है. संजीत का प्रभात खबर में लगभग दो साल हो गया है. संजीत इससे पहले पटना आईनेक्स्ट में बतौर डेस्क हेड काम कर रहे थे.

दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ समेत तीन मीडियाकर्मियों पर हुआ हमला, ब्रज प्रेस क्लब ने दी आंदोलन की चेतावनी

मथुरा। स्वच्छता अभियान के दौरान दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ  योगेश जादौन क्राइम रिपोर्टर मनोज चौधरी एवं फोटोग्राफर कासिम खान पर असामाजिक तत्वों द्वारा किए गये जानलेवा हमले का ब्रज प्रेस क्लब, उपजा एवं एनयूजेआई से जुड़े पत्रकार साथियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हमले को चौथे स्तंभ पर हमला करार देते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया। 

त्रिपुरा में युवा टीवी पत्रकार की जघन्य हत्या से मीडिया जगत स्तब्ध

IFWJ Deplores the Murder of Journalist of Tripura

Indian Federation of Working Journalists (IFWJ) has deplored the murder of Shantanu Bhowmik, a T.V. journalist of Tripura by the goons of a political party in Agartala. He was killed by sharp cutting weapons while performing his duty of covering a road blockade agitation of ‘Indigenous People’s Front of Tripura’ (IPFT). It is alleged that IPFT and ‘Communist Party of India (Marxist)’, which is ruling party in the state, have been at loggerheads. It is believed that he was the victim of the attacks of the political hoodlums and was declared brought dead by the doctors in the hospital.

अदभुत देश है भारत! हम नवरात्र के बहाने नौ दिन महिला दिवस मनाते हैं (देखें वीडियो)

वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह बता रहे हैं नवरात्र की आधुनिक महिमा. दुनिया वाले महिला दिवस के लिए एक दिन मुकर्रर किए हैं लेकिन अपन लोग तो पूरे नौ दिन महिला दिवस मनाते हैं. सुनिए यशवंत की बात. देखें वीडियो… https://www.youtube.com/watch?v=UdGtBhd6fVg

JD फिल्म का डिजिटल पार्टनर है भड़ास4मीडिया डॉट कॉम (देखें वीडियो)

22 सितंबर 2017 को रिलीज हो रही फिल्म JD का डिजिटल पार्टनर भड़ास4मीडिया डाट काम है. भड़ास के संस्थापक और संपादक यशवंत बता रहे हैं वो तीन वजह जिसके चलते हम सभी को ये फिल्म देखने के लिए थिएटर जाना चाहिए. देखें संबंधित वीडियो… https://www.youtube.com/watch?v=_izRF4GD-Hc

नवरात्र में अगर ये काम न किया तो त्योहार हो जाएगा बेकार (देखें वीडियो)

नवरात्र के निहितार्थ क्या हैं. बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह. देखें वीडियो… https://www.youtube.com/watch?v=1uI37SU-yIM

कांग्रेस के दिग्गी राजा संघ के करीबी शंकराचार्य की शरण में पहुंचे! (देखें वीडियो)

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह उर्फ दिग्गी राजा पहुंचे हरिद्वार. उनके साथ संत प्रमोद कृष्णम भी थे जो कांग्रेस के करीबी माने जाते हैं. ये दोनों कनखल स्थित जगतगुरु आश्रम पहुंचे. इन लोगों ने जगतगुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज से मुलाकात की. जगतगुरु शंकराचार्य को आरएसएस का बेहद करीबी बताया जाता …

जिस पत्रकार ने देह व्यापार का खुलासा किया, दैनिक जागरण ने उसे ब्लैकमेलर बता दिया… पीड़ित ने भेजा लीगल नोटिस

Ranjeet Yadav : मित्रों दैनिक जागरण के प्रधान संपादक / स्थानीय संपादक को मैंने लीगल नोटिस भेज दिया है. 15 दिनों के अंदर गलत ख़बर पर खेद प्रकाशित नही करेंगे तो मानहानि का मामला कोर्ट में किया जाएगा. गोरखपुर में बीते दिनों मैंने एक देह व्यापार को लेकर पोस्ट डाली थी. उस प्रकरण को मैंने बड़ी गंभीरता से उठाया था जिसे गोरखपुर पुलिस ने संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की और सभी अखबारों ने इस प्रकरण पर खबर लिखी. किन्तु दैनिक जागरण ने अपने खबर में मुझे ही ब्लैकमेलर बना दिया. उनकी खबर में क्या लिखा गया है, मैं बताता हूँ. साथ ही, मेरे मन मे उठे सवालों को भी आप जानिए.

हाल-ए-दूरदर्शन : पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात का सीएम बना डाला! (देखें वीडियो)

नवनीत मिश्र
लगता है दूरदर्शन वाले आजकल भांग खाकर काम कर रहे हैं। खासकर एंकर और प्रोड्यूसर। सरकार कांग्रेस की हो या भाजपा की। जब योग्यता नहीं जोड़-जुगाड़ से भर्तियां होती हैं तब यही हाल होता है। यूं तो मैं दूरदर्शन देखता नहीं। मगर, मंगलवार को दिल ने कहा-चलो, खैर खबर लेते हैं। तीन बजे का बुलेटिन चल रहा था। अचानक एंकर साहिबा के मुंह से निकली गुजरात की एक खबर ने चौंका दिया। पुरुषोत्तम रुपाला को कई बार गुजरात का सीएम बता डाला। दिमाग ठनक गया कि जुलाई में केंद्रीय मंत्री बने रूपाला कब सीएम बने। हमें लगा कि शायद हमीं अज्ञानी हैं। कई बार गूगल चेक किया। जब आश्वस्त हो गए तो खबर लिखना बनता था।  

पंजाब केसरी के ब्यूरो चीफ नवदीप सेतिया को धमकाने वाले दो डेरा समर्थक गिरफ्तार

सिरसा। साध्वियों के यौन शोषण के इल्जाम में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल के लिये सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के समर्थकों द्वारा गुरमीत की फोटो को घर से और लॉकेट को अपने गले से निकाल फेंकने की खबरें आ रहीं हैं। लेकिन अभी भी कुछ ऐसे डेरा प्रेमी हैं जिन्हें सच सुनना रास नही आ रहा। इन लोगों ने 24 घण्टे खबरियां चैनलों और अखबारों में बाबा के नए नए कारनामों से खीज खाकर पत्रकारों को धमकियां देनी शुरू कर दी है।

नौकरशाही ने खूब कराई योगी सरकार की किरकिरी

अजय कुमार, लखनऊ

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का छह माह का कार्यकाल पूरा हो चुका है। प्रदेश की जनता पहली बार एक संत की सत्ता का अनुभव प्राप्त हासिल रही हैं। संत की सत्ता के कई अच्छे पहलू हैं तो कुछ खामियां भी नजर आ रही है। पिछली सरकारों के मुकाबले इस सरकार के कामकाज का तरीका काफी बदला-बदला है। विकास का प्राथमिकता दी जा रही है। भयमुक्त प्रदेश बनाने के लिये अपराधियों से सख्ती से निपटा जा रहा है।

दैनिक जागरण के कथित अवैध मुंगेर संस्करण की जांच एक माह में करने का आदेश जारी

मुंगेर (बिहार) : बिहार सरकार के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव सह द्वितीय अपीलीय प्राधिकार आतीश चन्द्रा ने मुकदमा संख्या- 424110108021700412 । 2 ए में मुंगेर के लोक प्राधिकार सह जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी केके उपाध्याय को दैनिक जागरण अखबार के मुंगेर के लिए प्रकाशित कथित अवैध ”मुंगेर संस्करण” के मामले में एक माह में जांच रिपोर्ट राज्य सचिव को प्रेषित करने का आदेश जारी किया है।

जांच करने पहुंचे श्रम अधीक्षक को दैनिक जागरण के मैनेजर ने गेट के अंदर ही नहीं घुसने दिया

कानून और नियम को ठेंगे पर रखता है दैनिक जागरण प्रबन्धक… गया के श्रम अधीक्षक के साथ दैनिक जागरण प्रबंधक ने की गुंडागर्दी… नहीं करने दिया प्रेस की जांच… पंकज कुमार दैनिक जागरण गया के वरिष्ठ पत्रकार रहे हैं. इन्होंने मजीठिया वेज बोर्ड मांगा तो प्रबंधन ने इन्हें परेशान करना शुरू कर दिया… पंकज ने बिहार के श्रम आयुक्त गोपाल मीणा के यहां एक आवेदन दिनांक 26.07.2017 को दिया था.. इसमें पंकज कुमार ने आरोप लगाया था कि गया सहित दैनिक जागरण बिहार के सभी चार प्रकाशन केंद्र में श्रम कानून के तहत मीडियाकर्मियों और गैर मीडियाकर्मियों को लाभ नहीं दिया जा रहा है. 90 प्रतिशत से अधिक पत्रकारों एवं गैर-पत्रकारों का प्राविडेंट फंड, स्वास्थ्य बीमा, सर्विस बुक समेत कई सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है. साथ ही माननीय सर्वोच्च्य न्यायालय द्वारा मजीठिया वेज बोर्ड के तहत ग्रेड की घोषणा भी नहीं की गई है.

लो जी, सुदर्शन न्यूज वाले सुरेश चह्वाणके भी कर आए योगीजी का इंटरव्यू!

Ashwini Sharma : योगी जी आपसे ये उम्मीद नहीं थी… आप इस बात का तो ख्याल रखें कि आपका साक्षात्कार कौन कर रहा है… क्या आप नहीं जानते कि सुदर्शन न्यूज चैनल के मालिक सुरेश चव्हाण पर रेप का आरोप है… महिलाओं को जाल में फांसने वाले और खुद को देशभक्त बताने वाले सुरेश ने …

मनीष कुमार, विनय पांडेय, रोहित सक्सेना, शमशेर चंदेल, रणदीप वशिष्ट के बारे में सूचनाएं

आईनेक्स्ट को मनीष कुमार ने कहा अलविदा… आईनेक्स्ट पटना की हालत दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. पुरानी टीम के दो साल पहले धराशायी होने के बाद किसी तरह चल रही नयी टीम भी अब लगभग खत्म होने के कगार पर है. कुछ दिन पहले शशि सागर, प्रणय प्रियंवद, केके के बाद अब डेस्क पर सेकेंड मैन का काम देख रहे मनीष कुमार ने भी संस्थान को बाय बोल दिया है. मनीष ने अपनी नयी पारी प्रभात खबर पटना से ही शुरू की है. मनीष अब प्रभात खबर के सप्लीमेंट लाइफ@पटना से जुड़ गये हैं. आरोप है कि आईनेक्स्ट में संपादकीय प्रभारी अश्विनी पांडेय के रूढ व खराब रवैये के कारण कोई भी वहीं टिकना नहीं चाह रहा है. जो भी ज्वाइन करता है, वह दो-चार दिन में ही छोड़ जाता है.

वसूली के आरोप में ईटीवी का स्ट्रिंगर हुआ बर्खास्त! (सुनें टेप)

आगरा : कई सालों से ईटीवी के स्ट्रिंगर के रूप में काम कर रहे रंजीत गुप्ता पर आखिरकार गाज गिर ही गयी। रंजीत गुप्ता पहले कासगंज में स्ट्रिंगर थे। उसके बाद आगरा ट्रांसफर करवा लिया। आरोप है कि आगरा के एक नेता के इशारे पर स्थानीय ठेकेदार विनोद यादव के खिलाफ खनन को लेकर खबरें चलाई। इस खबर में विनोद यादव को खनन माफिया घोषित कर दिया गया। ईटीवी पर खबर चलने के बाद विनोद यादव ने ईटीवी और रंजीत गुप्ता को मानहानि का नोटिस दे दिया।

प्रसून जोशी की हरकत से एक नया फिल्म निर्माता-निर्देशक रो पड़ा!

प्रसून जोशी के सेंसर कार्यकाल में पहला विवाद, जेडी के निर्माता-निर्देशक ने लिखी खुली चिट्ठी… शुक्रवार को रिलीज होने जा रही फिल्म जेडी के निर्माता-निर्देशक शैलेन्द्र पाण्डेय ने सेंसर बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष प्रसून जोशी को खुला पत्र लिख कर कहा है कि सीबीएफसी की कार्यपद्धति में सुधार करें। उसे नए निर्देशक-निर्माताओं के लिए आसान बनाएं। प्रसून को लिखे एक मार्मिक पत्र में पाण्डेय ने कहा कि बीती छह सितंबर को उन्होंने फिल्म के प्रोमो-ट्रेलर के सेंसर के लिए आवेदन भेजा था, मगर अभी तक यह काम नहीं हुआ है।

ऋषिकेश के वरिष्ठ पत्रकार राजीव गोयल का 44 वर्ष की उम्र में निधन

इंडिया न्यूज़ के पत्रकार राजीव गोयल का निधन हो गया. राजीव गोयल ऋषिकेश के वरिष्ठ पत्रकार थे. वर्तमान में वह इण्डिया न्यूज चैनल के पत्रकार थे. वह मात्र 44 साल की उम्र में चले गए.  उनके जाने से ऋषिकेश के पत्रकारों में शोक व्याप्त है. बताया जाता है कि राजीव काफी समय से किडनी की …