देखो भई तुम उसे फाँसी देना चाहते थे, ३० को ही सुबह सुबह देना चाहते थे तुमने दे दी । जो रोकना चाहते थे वे हार गये तुम जीत गये ।
Month: July 2015
ओम थानवीजी, अंबरीष कुमारजी, ये सब आप दोनो की गरिमा के खिलाफ
फेसबुक पर वरिष्ठ पत्रकार Om Thanvi जी और वरिष्ठ पत्रकार Ambrish Kumar जी ने कभी इशारों में और कभी नाम लेकर कुछ लिखा है. मैंने दोनों की पोस्ट पढ़ी है और पढ़कर अच्छा नहीं लगा. बहुत बुरा लगा.
जनसत्ता के 26 साल : अब दफ्तर से घर को निकल रहा- ओम थानवी
जनसत्ता के संपादक एवं लेखक ओम थानवी न संस्थान में लंबी पारी खेलते हुए अपने कार्यकाल के आखिरी दिन अपने फेसबुक वाल पर लिखा – ”अब दफ्तर से घर को निकल रहा हूं। बरसों के पिटारे में से अपने निजी कागजात और असबाब लेकर। मेरी खुशनसीबी थी कि जनसत्ता में 26 साल (दस साल चंडीगढ़, सोलह बरस दिल्ली) काम किया। एक ही अखबार में इतनी लंबी संपादकी पता नहीं कितनों को नसीब हुई होगी। जनसत्ता में अगर कहीं कुछ सार्थक कर पाया तो अपने सहयोगियों, लेखकों, स्तंभकारों, व्यंग्यचित्रकार और चित्रकारों की बदौलत। जो नहीं कर सका, उसका जिम्मेदार मैं हूं। इतना ही है कि काश कुछ साधन और मिल पाते। पर, ‘जो नहीं है उसका गम क्या’!
होशियार ! साजिश का शिकार हो सकता है मजीठिया मामला
भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि मजीठिया मामले में गंभीर साजिश रची जा रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि किस पर भरोसा किया जाए और किस पर नहीं। कुछ लोग व्यक्तिगत लाभ के लिए अखबार मालिकों के हाथों की कठपुतली बने हैं। वे सुप्रीम कोर्ट में भ्रम पैदा कर सकते हैं और मजीठिया का केस खराब कर सकते हैं।
यूपी के कन्नौज जिले में पेट्रोल डालने के बाद पत्रकार को गोली मारी
कन्नौज । उत्तर प्रदेश में बदमाश बेखौफ हो एक के बाद एक वारदात को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला यूपी के कन्नौज जिले की छिबरामऊ तहसील में सामने आया है। जहां एक पत्रकार की पैट्रोल डालकर गोलीमार हत्या कर दी गई। वारदात को शहर के बाहरी इलाके में एक सूनसान गली में अंजाम दिया गया, जिस वजह से हत्यारे अपने मनसूबों को अंजाम देकर फरार हो गए। मृतक पत्रकार का नाम राजा चतुर्वेदी है।
‘समाचार प्लस’ पर डिबेट में पते की बात कम, भाषण ज्यादा करते हैं पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री
मैं किसी भी पत्रकार के बारे में लिखने से बचता हूँ लेकिन कई पत्रकारों की हरकतों की वजह से आज यह पोस्ट लिखनी पड़ रही है. वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ‘समाचार प्लस’ पर जब डिबेट में बैठते हैं तो खुद ही बोलते रहते हैं, गेस्ट को बोलने का मौका ही नहीं देते हैं. सवाल पूछने की जगह भाषण देते हैं.
I TV नेटवर्क सात और न्यूज़ चैनल लाने की जोरदार तैयारी में
मुंबई : कार्तिकेय शर्मा प्रवर्तित आईटीवी नेटवर्क धमाकेदार विस्तार अभियान चलाने की पूरी तैयारी में हैं। यह नेटवर्क अभी अंग्रेज़ी में न्यूज़एक्स और हिंदी में इंडिया न्यूज़ समेत सात न्यूज़ चैनल चलाता है। अब यह मौजूदा न्यूज़ चैनलों के बेड़े को बढ़ाने के साथ ही क्षेत्रीय व तथ्यात्मक मनोरंजन में भी कदम रखने जा रहा है। फिलहाल सात नए चैनल लॉन्च करने की योजना है। इनमें से तीन न्यूज़ चैनल (एक एचडी में), दो क्षेत्रीय मनोरंजन चैनल और दो तथ्यात्मक मनोरंजन चैनल (एक अल्ट्रा एचडी में) हैं।
मजीठिया वेज बोर्ड मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की तारीख आगे खिसकी
चर्चा ये थी कि तीन या चार अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में मजीठिया मामले पर सुनवाई होगी. लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट की आई ताजा लिस्ट में इस मामले के लिए कोई तारीख तय नहीं हुई है. अब अगले हफ्ते जो लिस्ट आएगी, उसमें संभावना है कि सुनवाई की तारीख तय मिले. ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट में वीकली एक लिस्ट आती है जिसमें हफ्ते भर में मुकदमों की तारीखें तय होती हैं.
Lok Sabha TV को किसने बना दिया ‘जोक सभा’ टीवी?
लोकसभा टीवी अब पूरी तरह से ‘जोकसभा’ टीवी का रूप ले चुका है। ये चैनल अब काम के लिए कम और विवादों के लिए ज्यादा जाना जाता है। चाहे लोकसभा टीवी के पत्रकारों का शिकायती पत्र लोकसभा के महासचिव तक पहुँचने का मामला हो, या फिर पूर्व राष्ट्रपति कलाम के असामयिक निधन पर लोकसभा टीवी के सोये रहने का मामला हो। इन दिनों सोशल मीडिया और वेब मीडिया पर आलोचकों की टीआरपी में ये चैनल नंबर वन बना हुआ है।
मजीठिया को लेकर वन-टू-वन चर्चा करेगा मध्य प्रदेश श्रम विभाग
भोपाल : सुप्रीम कोर्ट के 28 अप्रैल के आदेश के बाद मध्यप्रदेश श्रम विभाग मजीठिया को लेकर रिपोर्ट तैयार करने में लगा हुआ है।
प्रशांत भूषण को फटा हुआ जूता मारूंगा- गायक अभिजीत
सोशल मीडिया साइट पर गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने वकील प्रशांत भूषण पर हमला किया है। अभिजीत ने सोशल मीडिया साइट पर एक पत्रकार के ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा कि प्रशांत भूषण को फटा हुआ जूता मारूंगा, मेरा जूता महंगा है। उसकी डेड बॉडी पर कैमरा रेडी रखना। इसी क्रम में लगातर दो और ट्वीट करते हुए अभिजीत ने कहा कि प्रशांत भूषण को जूता मारने के लिए भी क्या अप्वाइटमेंट लेना पड़ेगा। उन्हें जूता मारने के लिए पूरा देश कतार में है।
इंडिया टीवी का नंबर वन की कुर्सी पर कब्जा बरकरार, इंडिया न्यूज से फिर पीछे हुआ जी न्यूज, न्यूज नेशन लुढ़कने लगा
पिछले कई हफ्तों से इंडिया टीवी नंबर वन बना हुआ है और यह क्रम जारी है. टीआरपी के ताजा आंकड़े बताते हैं कि आजतक की टीआरपी अच्छी खासी बढ़ने के बावजूद इंडिया टीवी की बढ़त के मुकाबले कमतर होने से आजतक नंबर नंबर दो पर पड़े रहने को मजबूर है. वहीं इंडिया न्यूज ने जी न्यूज को पांचवें नंबर पर ढकेल कर खुद को नंबर चार क्रम का चैनल बना लिया है. न्यूज नेशन लुढ़क कर छठें नंबर पर चला आया है. बुरा हाल आईबीएन7 का है. उमेश उपाध्याय एंड कंपनी के लाख जतन के बावजूद चैनल धूल चाटने को मजबूर है. टीआरपी के आंकड़ें यूं हैं:
सम्पादकजी क्या वाकई इतनी महिलाओं के साथ सोए भी होंगे या सिर्फ बहबही में झूठ बोले!
परसों पूरे देश में राष्ट्रीय शोक था। संयोग से परसों ही साहित्य के राष्ट्रीय धरोहर नामवर सिंह जी का जन्मदिन भी था। राजकमल प्रकाशन द्वारा इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में डॉ नामवर सिंह के जन्मदिन को डॉ कलाम के शोक से बड़ा साबित करते हुए एक रंगीन और तरल-गरल पार्टी रख दिया गया। कई पहुंचे, क्या पत्रकार एवं क्या साहित्यकार। शायद नामवर जी नहीं पहुंचे या पहुंचे भी हों तो थोड़े समय के लिए ही पहुचे हों।
रवीन्द्र भवन : कलाओं का ध्वंस जारी, बर्बाद करने के लिए आधारभूत ढाँचों पर चोट
जयपुर : सरकार ने जब पुणे के फिल्म संस्थान को बर्बाद करने के लिये अपने महान योद्धा को मोर्चे पर भेज रखा है तो वह रंगमंच को बख्श देने की दरियादिली की जेहमत भला क्यों उठाने लगी? फर्क सिर्फ इतना है कि फिल्म के मोर्चे पर जहाँ ‘धर्मराज युधिष्ठिर’ को तैनात किया गया है, वहीं रंगमंच पर प्रहार करने के लिये कौरवों की सेना तैयार की गयी है जो ठेकेदार के भेस में आकर रवीन्द्र-मंच पर प्रहार करने में लगे हैं।
रजनीगंधा गुटखा वालों का चैनल ‘समाचार प्लस’ डूबते हुए चार पर अटका, जी संगम नंबर एक और ईटीवी नंबर दो पर
ताजा टीआरपी आ गई है। टैम के 30वें सप्ताह के आंकड़ों में यूपी उत्तराखंड के रीजनल चैनलों में जी संगम फिर से नंबर वन रहा है। उसे पिछले सप्ताह के मुकाबले 356 अंकों का फायदा हुआ है। पिछले कई दिनों से लगातार अपनी पोजिशन सुधार रहे ईटीवी न्यूज18 ने एक स्थान की छलांग लगाई है और वो दूसरे नंबर पर आ गया है। सबसे बुरा प्रदर्शन NN न्यूज स्टेट चैनल का रहा है जिसने पिछले सप्ताह के मुकाबले 363 प्वाइंट्स का नुकसान झेला है।
जागरण के बरेली संस्करण को बसपा विधायक और उनके ब्लाक प्रमुख भाई ने खरीद लिया है?
दैनिक जागरण में जो न हो जाए वो कम है। दैनिक जागरण ने आजकल सभी संस्करण में आपदा प्रबंधन को लेकर मुहिम चला रखी है। बरेली में भी इस पर लिखा जा रहा है। सिविल डिफेंस के साथ ही कुछ छपास रोगी इसमें शामिल किए गए हैं जो जागरण की टीम के साथ रोज किसी स्कूल या फैक्ट्री में जाते हैं और फोटो के साथ कवरेज छापी जाती है। इस मुहिम की कमान संपादक के सबसे खास अंकित कुमार के हाथ में है।
केंद्र सरकार बताए, सामग्री अपलोड करने का अधिकार फेसबुक, ट्विटर को है या नहीं – दिल्ली हाई कोर्ट
दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह उस अनुबंध को अदालत के समक्ष पेश करे जिससे यह पता लगाया जा सके कि फेसबुक (एफबी) व ट्विटर के पास सामग्री अपलोड करने का बौद्धिक संपदा अधिकार (आइपीआर) है। न्यायमूर्ति बीडी अहमद व संजीव सचदेव की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सरकारी वकील संजय जैन ने इस बारे में जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा। अगली सुनवाई 19 अगस्त को है। पेश मामले में भाजपा नेता केएन गोविंदाचार्य ने याचिका दायर की थी। याचिका में प्रधानमंत्री कार्यालय समेत अन्य मंत्रालयों के सोशल मीडिया का उपयोग करने पर आपत्ति जताई गई थी।
अमिताभ ठाकुर के चैलेंज पर कैट ने भेजा यूपी सरकार को नोटिस
आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा अपने खिलाफ जांच करने के लिए अध्यक्ष पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड वी के गुप्ता को जांच अधिकारी नामित किये जाने को चुनौती देने पर केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) ने भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी करते हुए तीन सप्ताह में विस्तृत प्रति-शपथपत्र दायर करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जांच अधिकारी वी के गुप्ता को भी नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा है। मामले में अगली सुनवाई 2 सितम्बर को होगी।
अफवाहें उड़ाने वालो, देख लेंगे, तुम्हारे दुष्प्रचार में ताकत है या हमारे सच में : ओम थानवी
कुछ समय पहले बदमाशों ने, न सुहाने वाले एक आलोचक – जो टीवी पर भी बेबाक रहते हैं – के बारे में अफवाह उड़ाई कि उनकी पत्नी भाग गई हैं। अफवाह ऐसी कि कोई उनसे पुष्टि भी करना चाहे तो कैसे करे लेकिन कल मेरे बारे में उन लोगों ने थोड़ी रियायत बरती, सो मित्रों ने मुझे फोन कर बता भी दिया। उन कुछ के श्रीमुख से देशद्रोही, गद्दार, विदेशी एजेंट आदि जुमले तो रोज सुनते हैं; सो इसमें भी हैरानी नहीं हुई कि अब वे शराबी-कबाबी-व्यभिचारी कहें; कौन जाने कल बलात्कारी-हत्यारा या तस्कर भी कहने लगें। ऐसे गलीज तत्त्वों से कोई गिला नहीं।
वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार देसी हिन्दू उग्रवाद के निशाने पर
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार को धमकाया जा रहा है। वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह लिखते हैं – ”रवीश “रवीश” होने के नाते देसी हिन्दू उग्रवाद के निशाने पर हैं । अब तो बाक़ायदा ए के ४७ लगाकर उनको धमकाने के यत्न हो रहे हैं । हम असहमति के मुक़ाबले में हिंसा पेश करने के दौर दौरे की ओर हैं जैसा पाकिस्तान और बांग्लादेश में पहले से ही चल रहा है !”
हवाला माफिया और महाघोटालेबाज विवेक नागपाल के ‘एजेंडे’ पर काम करते हैं कई पेड पत्रकार!
देश का एक खरबपति जो सबसे बड़ा हवाला आपरेटर माना जाता है, नाम है विवेक नागपाल, के टुकड़ों पर देश के दर्जनों मीडिया दिग्गज पलते हैं. यही नहीं, ये लोग विवेक नागपाल के इशारे पर नागपाल विरोधियों के खिलाफ खबरें भी छापते हैं. भड़ास4मीडिया को मिले दस्तावेजों के मुताबिक विवेक नागपाल उस मास्टरमाइंड शख्स का नाम है जो अपना काम निकालने के लिए शासन प्रशासन नेता अफसर जज सबको पटा लिया करता था. यही कारण है कि बड़े से बड़ा अपराध घोटाला करने के बाद भी पुलिस विवेक नागपाल पर हाथ नहीं डाल पाती.
ऋषिकेश जागरण के पत्रकार हरीश तिवारी को मातृ-शोक
ऋषिकेश : दैनिक जागरण के पत्रकार हरीश तिवारी की मां भगवती देवी का देहावसान हो गया। कुछ समय से बीमार भगवती देवी (89) अपने पीछे तीन पुत्र, पुत्री का भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. देवीदत्त तिवारी की धर्मपत्नी भगवती देवी के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत अनेक पत्रकारों, सामाजिक-राजनीतिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया है।
हर ख़बर को दूसरी ख़बर से जोड़कर बुलेटिन बनाने के आदती हैं पुण्य प्रसून बाजपेयी
टीवी चैनलों में लिंक न्यूज़ का प्रयोग Punya Prasun Bajpai ने किया था। उनकी आदत है कि हर ख़बर को दूसरी ख़बर के साथ जोड़कर बुलेटिन बनाते हैं ताकि एक परिप्रेक्ष्य निर्मित हो सके। इसीलिए आज सुबह जब वे रामेश्वरम और मुंबई को अलग-अलग दिखा रहे थे, तब मैंने उन्हें एक एसएमएस किया कि क्यों न दो विंडो में रामेश्वरम और मुंबई को एक साथ दिखाया जाए और याकूब व कलाम की मौत को लिंक कर के बात की जाए।
उत्तराखंड : सीएम ने झूठ बोला, आरोपी आईएएस पर कोई कार्रवाई नहीं, दूसरे दागदार आइएएस को सौंप दी जांच
वाह रे उत्तराखंड सरकार और यहां के मुख्यमंत्री हरीश रावत! शराब और खनन माफिया के साथ सीएम रावत व उनकी चंडाल चौकड़ी के मायाजाल के स्टिंग में शर्मनाक आचरण के आरोपी, उनके निजी सचिव मोहम्मद शाहिद (आईएएस) का अब तक बाल भी बांका नहीं हुआ। मात्र 10 दिन पहले कांग्रेस आलाकमान को रावत ने आश्वस्त किया था कि स्टिंग आपरेशन के कुछ ही घंटों में उन्होंने अपने निजी सचिव को सस्पेंड कर दिया है लेकिन उनका यह ऐलान झूठा निकला। शाहिद का सिर्फ विभाग बदला है। अब सीएम रावत स्टिंग की जांच के नाम पर उत्तराखंड की जनता को ही नहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी की आंखों में धूल झोंकने की शर्मनाक कोशिशों में जुट गए हैं।
याकूब मेमन: ”विस्थापित आक्रोश” का ताज़ा शिकार
1993 के मुंबई बम धमाकों में उसकी भूमिका के लिए याकूब मेमन को अगर फांसी पर चढ़ाया जाता है, तो यह एक बहुत भारी नाइंसाफी होगी और इससे बड़ी राष्ट्रीय त्रासदी और कुछ नहीं होगी। फिलहाल, मेमन की दया याचिका पर महाराष्ट्र के राज्यपाल का फैसला और सुप्रीम कोर्ट में तीसरी अपील ही उसकी गरदन और जल्लाद के फंदे के बीच खड़ी दिखती है।
(लेख प्रकाशित होने के वक्त यही स्थिति थी। याकूब को आज सुबह 7 बजे फांसी दे दी गई- मॉडरेटर)
आज अचानक उभर कर सामने आ रहे (या दोबारा सार्वजनिक हो रहे) तमाम तथ्य यह दिखा रहे हैं कि मेमन के मामले में हमारी कानून प्रणाली किस कदर नाकाम रही है। मेमन की वापसी से जुड़े रहे गुप्तचर विभाग के एक पूर्व अधिकारी बी. रमन का लिखा और अब रीडिफ डाॅट कॉम द्वारा प्रकाशित एक पत्र तथा बम धमाकों के बाद याकूब की भारत वापसी पर मसीह रहमान नाम के पत्रकार द्वारा 2007 में लिखी गई एक रिपोर्ट साफ तौर पर बताती है कि बम धमाकों में मेमन परिवार का सक्रिय हाथ नहीं था।
लखनऊ के डीएम की चमचागिरी में खबर चुराने की खुल गई पोल
कभी-कभी अफसरों की चमचागिरी भी भारी पड़ जाती है. ऐसा तब देखने को मिला, जब ‘समाचार प्लस’ के पत्रकार आलोक पाण्डेय ने लखनऊ के डीएम की चमचागिरी में अपने अखबार ‘द मिड डे एक्टिविस्ट’ में एक खबर लिखी और ग्रुप में डाल दी. पलक झपकते ही एक अन्य पत्रकार ने अपनी खबर लगाते हुए कहा कि यह खबर तो उसकी है. आलोक ने चमचागिरी के लिए उसकी खबर हूबहू कॉपी करके छाप दी है. इस पोस्ट के बाद तो आलोक को साप सूंघ गया.
याकूब मेमन गिरफ्तारी कांड पर खोजी पत्रकार पुष्प रंजन की 21 साल पहले संडे मेल में छपी खबर पढ़ें
(अगर उपरोक्त खबर के पढ़ने में दिक्कत हो रही हो तो खबर के उपर ही क्लिक कर दें)
खोजी पत्रकार पुष्प रंजन ने 21 साल पहले याकूब मेमन की गिरफ्तारी के उपर एक खबर फाइल की थी जिसका प्रकाशन संडे मेल साप्ताहिक अखबार में हुआ. काठमांडू में याकूब मेमन की गिरफ्तारी पर पुष्प रंजन की रिपोर्ट का प्रकाशन 14 अगस्त सन 1994 को हुआ जबकि रॉ अधिकारी रमन ने याकूब को लेकर यही खुलासा वर्ष 2007 में किया था. यानि रॉ के अधिकारी बी रमन से 13 साल पहले पुष्प रंजन ने याकूब गिरफ्तारी प्रकरण का सच रख दिया था.
वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह को चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय कृषि पत्रकारिता पुरस्कार
दिल्ली : राज्यसभा टीवी के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह को कृषि पत्रकारिता के शिखर सम्मान ‘चौधरी चरण सिह राष्ट्रीय कृषि पत्रकारिता पुरस्कार 2014’ से सम्मानित किया गया है। इलेक्ट्रानिक मीडिया श्रेणी में यह पुरस्कार पटना में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 87वें स्थापना दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया। इस समारोह में कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, बिहार के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के अनेक शीर्ष कृषि वैज्ञानिक मौजूद थे।
वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह का सम्मान करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मजीठिया वेतनमान : कौन देता है जानकारी?
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर श्रम विभाग हर समाचार पत्र संस्थान से मजीठिया वेतनमान लागू करने के संबंध में जानकारी मांग रहा है लेकिन जानकारी कौन देता है? जब सुप्रीम कोर्ट को जानकारी नहीं दी तो श्रम विभाग किस चिडिया का नाम है? नतीजन खिसियाए श्रम विभाग ने लेबर कोर्ट में प्रकरण डाल दिया. ये वाकया है मध्यप्रदेश का. झारखंड सरकार प्रपत्र सी भरने का एड निकाली; उतराखंड सरकार ने कमेटी बनाई. दिल्ली सरकार की जांच मंथर गति से चल रही है. मतलब साफ है कि श्रम विभाग के वश में नहीं कि वह मजीठिया वेतनमान लागू करा सके. अब पत्रकारों की एकता पर ही भरोसा है.
न्यूज चैनलों में चल रहा है फीड चोरी का संगठित खेल…
: टीवी चैनलों के ऑफिसों में फीड चोरों की चांदी… : बाहर बैठे लोग चुरा रहे हैं फीड… : कुछ चैनलों के अंदर बैठे लोग साथ में गोपनीय रूप से चला रहे है न्यूज़ एजेंसी : आजकल कई चैनलों की FTP कभी भी अनलॉक हो जाती है .. इस FTP से आप वर्ल्ड में कहीं भी नेट चलाकर विसुअल कॉपी कर सकते है .. पर बीच बीच में लॉक भी हो जाती है .. इस लॉक और अनलॉक में ही बड़ा खेल छिपा है. और ये खेल लम्बे वक्त से जारी है. दरअसल कुछ लोगों को जब उस चैनल की ftp से किसी विसुअल की जरूरत होती है तो एक फोन या मैसेज पर उस चैनल की ftp अनलॉक हो जाती है और एक दो घंटे में फिर लॉक. तब तक चोर उस ftp से वीडियो फीड चुरा लेते हैं.
न्यूज चैनल पर बहस के दौरान दूसरे की मानहानि करना स्वामी चक्रपाणि को महंगा पड़ेगा
: अदालत का आध्यात्मिक नेता के खिलाफ नोटिस खारिज करने से इंकार : दिल्ली की एक अदालत ने एक न्यूज चैनल पर बहस के दौरान एक पुजारी की कथित तौर पर मानहानि करने के मामले में हिंदू महासभा के एक नेता के खिलाफ समन खारिज करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि पहली नजर में साफ है कि उन्होंने शिकायतकर्ता की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के मकसद से इलजाम लगाया।
इंगलिश न्यूज चैनल सासों का सम्मान नहीं करते… इसीलिए सास आधारित कोई कार्यक्रम नहीं दिखाते
: अब देखेंगे सास, बहू और वारदात! : नक्कालों से सावधान जैसी चेतावनियां सिर्फ साबुन और सौंफ की दुकानों में ही नहीं होतीं, सीरियलों में भी होने लगी हैं. दोपहर दो-ढाई के आसपास तमाम न्यूज टीवी चैनलों पर भी नक्कालों से सावधान जैसी चेतावनियां गूंजने लगती हैं. एक न्यूज चैनल लाता है- सास, बहू और साजिश, फिर दूसरा चैनल लाया- सास, बहू और बेटियां और फिर तीसरा चैनल आया- सास, बहू और सस्पेंस. रिश्ते ही रिश्ते मिल तो लें- नारे का नया वर्जन है- सासें ही सासें, मिल तो लें.
‘यूएसए टुडे’ की वो खबर, जिससे पूरे देश की धड़कनें तेज
‘यूएसए टुडे’ की वो खबर, जिसने पूरे भारत की धड़कनें तेज कर दी हैं। दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवाद संगठन इस्लामी स्टेट (आईएस) भारत पर हमले की साजिश रच रहा है। संगठन के एक दस्तावेज के मुताबिक अमेरिका को आर-पार की जंग के लिए उकसाने के मकसद से वह ऐसा कर रहा है। आईएस पाकिस्तान और अफगान तालिबान के दर्जनों धड़ों को मिलाकर एक नई सेना बनाने में जुटा है। उसके 32 पेज के दस्तावेज के आधार पर यूएसए टुडे अखबार में मंगलवार को प्रकाशित खबर इस समय दुनिया भर के मीडिया में तैर रही है। दस्तावेज से पता चला है कि अगर अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर हमला करने की कोशिश करता है तो उससे मुसलमान एकजुट होंगे।
‘यूएसए टुडे’ में ‘Islamic State recruitment document seeks to provoke ‘end of the world’ शीर्षक से प्रकाशित खबर की फोटो साभार
मीडिया को नींद नहीं आई रात भर, चलता रहा ‘फांसी’ लाइव
ऐसा शायद पहली बार रहा, या कह सकते हैं मुंबई अटैक जैसा ही कमोबेश। याकूब मेमन की फांसी की रात। जो सो चुके थे, उन्हें सुबह पता चला होगा लेकिन पूरी रात मीडिया का ‘फांसी’ लाइव चलता रहा देश की राजधानी से नागपुर जेल तक। सुप्रीम कोर्ट भी शायद पहली बार इस तरह जागा और एक मनहूस सुबह याकूब के आखिरी दम की खबरें ले उड़ी देश-दुनिया भर में…।
अमिताभ ने गृह सचिव से पूछा – एनआरएचएम, खनन के आरोपी बहाल हो सकते हैं तो वह क्यों नहीं !
लखनऊ : नौकरी से निलंबित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार से उनका निलंबन समाप्त कर उन्हें बहाल किये जाने की मांग की है. प्रमुख सचिव गृह को भेजे पत्र में उन्होंने कहा है कि 13 जुलाई का आरोप पत्र मिलने के बाद उन्होंने 16 जुलाई को अपना जवाब भेज दिया था जिसमे उन्होंने सभी आरोपों को आधारहीन बताया था.
टीवी पत्रकार ने जागरण और हिंदुस्तान को थमाया तीन करोड़ की मानहानि का नोटिस
आगरा के मून टीवी चैनल के पत्रकार शशिकांत गुप्ता ने एक खबर से अपनी मानहानि होने पर दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान को तीन करोड़ रुपए अदा करने का नोटिस दिया है। शशिकांत गुप्ता के खिलाफ बीते अप्रैल माह में जागरण और हिन्दुस्तान ने एक खबर प्रकाशित की थी। एक खबर, जो 24 अप्रैल को छपी थी, उसमें एक शराबी युवक द्वारा बिजली घर पर तोड़फोड़ का उल्लेख किया गया था। अगले दिन 25 अप्रैल को फिर खबर छपी कि बिजली घर पर तोड़फोड़ करने वाला युवक शशिकांत गुप्ता है, जिसके विरुद्ध थाने में मुकदमा लिखाया गया है।
जान लेने के इरादे से जनसंदेश टाइम्स के रिपोर्टर पर हमला
लखनऊ : जनसंदेश टाइम्स के रिपोर्टर सलाहउद्दीन शेख पर पिछले दिनो जान लेने की नीयत से हमला किया गया। स्थानीय लोगों के जमा हो जाने से उनकी जान बच गई। उन्होंने घटना के संबंध में हजरतगंज कोतवाली पुलिस को लिखित रूप से अवगत करा दिया है।
सहारा समूह को एक और झटका : म्युच्युअल फंड बिजनेस का लाइसेंस रद्द
मुंबई। सहारा समूह के खिलाफ ताजा कार्रवाई के तहत बाजार नियामक सेबी ने सहारा म्युच्युअल फंड का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया। सेबी का कहना है कि कंपनी यह कारोबार करने के लिए सक्षम और उपयुक्त नहीं है और उसने कंपनी को अपना कारोबार किसी और फर्म (फंड हाउस) को हस्तांतरित करने का आदेश दिया है। सेबी ने अपने ताजा आदेश में कहा है कि आज से छह महीने में सहारा म्युच्युअल फंड का रजिस्ट्रेशन खत्म हो जाएगा।
जयप्रकाश मानस को मुंशी प्रेमचंद सम्मान
भिलाई । सुप्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री जे. एम. नेल्सन द्वारा स्थापित नेल्सन कला सोसायटी की ओर से प्रतिवर्ष दिया जानेवाला प्रतिष्ठित मुंशी प्रेमचंद सम्मान-2015 हिंदी के सुपरिचित कवि, निबंधकार जयप्रकाश मानस को दिया जायेगा। यह सम्मान पिछले 20 वर्षों से लगातार भारतीय ग्राम्य समाज के यथार्थ और लोक-जीवन पर केंद्रित रचनात्मक लेखन और अबाध क्रियाशालता के लिए दिया जा रहा है। श्री मानस की अब तक 15 से अधिक कृतियाँ प्रकाशित, पुरस्कृत हो चुकी हैं जिनमें कविता, ललित निबंध, समीक्षा और लोक आधारित प्रमुख हैं।
दुबई की यात्रा पर गए हुए हैं अमर उजाला के 10 संपादक
अमर उजाला ने अपने दस संपादकों को दुबई की यात्रा पर भेजा है. ये संपादक हैं- इंदु शेखर पंचोली (लखनऊ), प्रभात सिंह (गोरखपुर), अजित वडरनेकर (वाराणसी), विजय त्रिपाठी (कानपुर), राजीव सिंह (मेरठ), भूपेंद्र (दिल्ली), संजय अभिज्ञान (चंडीगढ़), वीरेंद्र आर्य (रोहतक) और नीरजकांत राही (मुरादाबाद). अमर उजाला ने संपादकों को विदेश टूर पर भेजने का काम पहली बार किया है.
के. विक्रम राव आईएफडब्ल्यूजे के निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित
नई दिल्ली : इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्टस (आईएफडब्ल्यूजे) की शीर्ष कमेटी ने कामरेड के. विक्रम राव को निर्विरोध अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है। सत्र का कार्यकाल 2016-18 तक का है।
DD News recruitment fixed!
Prasar Bharati has shown an amazing capacity to remain in news rather than producing news. After massive blame game for delay in launch of its prestigious DD Kisan channel followed by recent controversy over Rs.6.5 crore endorsement fee to Amitabh Bachchan and fixing in recruitment process it is now the turn of DD News to attract eyeballs over recruitment issues.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुश्किलें बढ़ीं, लोकायुक्त जांच की पहल
लखनऊ : आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उन पर उन्ही के पुराने साथी और आरटीआई कार्यर्ता संजय शर्मा ने आय से अधिक संपत्ति रखने समेत काले धन को सफ़ेद करने के आरोप लगाए हैं. संजय शर्मा द्वारा साक्ष्यों के साथ शिकायत के बाद लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा ने अमिताभ ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू किए जाने की सूचना मुख्य सचिव आलोक रंजन को भेज दी है. लोकायुक्त ने ठाकुर को भी नोटिस भेजकर 6 अगस्त तक आरोपों पर सफाई मांगी है.
ई-नीलामी के दूसरे दिन 79 चैनल बने अस्थायी विजेता, बोलियों की कुल कीमत 479 करोड़ रुपये
निजी एफएम रेडियो चरण तीन के विस्तार के तहत 69 शहरों में पहले बैच के 135 एफएम चैनलों की ई-नीलामी के दूसरे दिन बोलियों के चार और दौर हुए. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि बोलियों के चार दौर हुए. आधिकारिक बयान के अनुसार अभी तक बोलियों के कुल आठ दौर हो चुके हैं.
अभिनेता गोविंदा लखनऊ में खोलेंगे अपना एक्टिंग स्कूल
लखनऊ : राज्य सरकार द्वारा फिल्मों के निर्माण के लिए प्रोत्साहन दिए जाने की उम्मीदों के साथ अभिनेता गोविंदा राजधानी क्षेत्र में अपना एक्टिंग स्कूल खोलने जा रहे हैं। उन्होंने लखनऊ के देवा रोड पर इसके लिए एक लाख वर्ग फीट जमीन भी देख ली है। तीन महीने के भीतर जमीन की रजिस्ट्री हो जाने के संकेत हैं। एक्टिंग स्कूल के साथ वह अन्य तरह की गतिविधियों को भी आयाम दे सकते हैं।
कंपनियों के हवाले बीमार स्वास्थ्य सेवा : 86 फीसदी ग्रामीण और 82 फीसदी शहरी आबादी के पास इलाज का कोई इंतजाम नहीं
सस्ती दवाएँ बनने के बाद भारत को ‘गरीब देशों की दवा की दुकान’ कहा जाने लगा क्योंकि यहाँ से एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिकी देशों में सस्ती दवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। सबसे बड़ी त्रासदी है कि देश का 60 फीसदी तबका दवाओं से वंचित है। बदले हालातों में भारतीय कम्पनियाँ दवाओं के निर्माण की बजाय सिर्फ व्यापार में लिप्त हैं जिससे चीन का दवा बाजार पर कब्जा बढ़ा है। हाल में आयी एनएसओ की रिपोर्ट के मुताबिक गाँवों की 86 फीसदी तथा 82 फीसदी शहरी आबादी के पास इलाज का कोई इन्तज़ाम नहीं होता है। इनके लिए न तो सरकारी योजना है और न ही कोई निजी स्वास्थ्य बीमा। पूरा जीवन भगवान भरोसे गुजरता है।
‘रंग राची’ के लोकार्पण पर बोले विश्वनाथ त्रिपाठी- एक ऐसा उपन्यास, जैसे घी का लड्डू
नई दिल्ली : मीरा बाई की संघर्ष-यात्रा को केन्द्र में रखकर लिखे गए उपन्यास ‘रंग राची’ का लोकार्पण साहित्य अकादमी सभागार, मंडी हाउस में किया गया। यह उपन्यास लोकभारती प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है। इस मौके पर वरिष्ठ आलोचक नामवर सिंह ने कहा कि, ‘हिन्दी में बहुत कवियत्रियां हुई हैं लेकिन जो स्थान मीरा ने बनाया, वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरा स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं। इस बेहतरीन उपन्यास के लिए मैं राजकमल प्रकाशन समूह व लेखक सुधाकर अदीब को शुभकामनाएं देता हूं।
मजीठिया वेतनमान की गणना जरा संभल के, अखबार मालिक और श्रम विभाग एकजुट!
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर श्रम विभाग हर समाचार पत्र संस्थान से मजीठिया वेतनमान लागू करने के संबंध में जानकारी मांग रहा है लेकिन जानकारी कौन देता है? जब सुप्रीम कोर्ट को जानकारी नहीं दी तो श्रम विभाग किस चिड़िया का नाम है? नतीजन खिसियाए श्रम विभाग ने लेबर कोर्ट में प्रकरण डाल दिया. ये वकया है मध्यप्रदेश का. झारखंड सरकार ने प्रपत्र-सी भरने का एड निकाला; उत्तराखंड सरकार ने कमेटी बनाई. दिल्ली सरकार की जांच मंथर गति से चल रही है. मतलब साफ है कि श्रम विभाग के वश में नहीं कि वह मजीठिया वेतनमान लागू करा सके. अब पत्रकारों की एकता पर ही भरोसा है.
कटनी में न्यूज कवरेज करने गया पत्रकार लापता
कटनी। अपने घर से न्यूज की कवरेज के लिए निकले एक पत्रकार के लापता होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पत्रकार अपने घर से 22 जुलाई की सुबह करीब 6 बजे निकला था लेकिन अब तक लौट कर नहीं आया। पत्रकार के परिजन की सूचना पर मंगलवार को पुलिस ने गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज किया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
दैनिक जागरण नोएडा के प्रबंधकों ने गायब कराया डेढ़ लाख रुपये का सामान!
मजीठिया मंच : दैनिक जागरण में चमचागीरी का आसान सा तरीका है मजीठिया वेतनमान का विरोध करो। इसी तरीके को अपना कर कई चमचे प्रबंधन के खास बन गए हैं और दैनिक जागरण को दोनों हाथों से लूट रहे हैं। प्रबंधन उन्हें ऐसा करने के लिए मौन सहमति दे रहा है। ताजा मामले की बात करें, तो हाल ही में प्रसार व्यवस्थापक कप्तान ने अखबार वेंडरों को बांटने के लिए डेढ़ लाख रुपये का सामान एक वाहन में लोड करके सोनीपत भेज दिया।
लोकसभा टीवी में काम करने वाली महिला पत्रकार ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पत्र लिखा तो बर्खास्त कर दी गई
नीचे वो पत्र दिया जा रहा है जिसे लोकसभा के सेक्रेट्री जनरल को लिखने के कारण लोकसभा टीवी की प्रस्तोता यानि एंकर अर्चना शर्मा चैनल से बर्खास्त कर दी गई. बर्खास्त किया चैनल की सीईओ सीमा गुप्ता ने जो पहले से ही अर्चना को टारगेट की हुईं थी. सीईओ की दबंगई और अनैतिकता की हर कोई निंदा कर रहा है. सीईओ सीमा गुप्ता आए दिन न्यूज रूम में मीडियाकर्मियों को धमकाती रहती हैं. पढ़िए वो पत्र जिसे लिखने के कारण एंकर अर्चना को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. ज्ञात हो कि लोकसभा टीवी में सीईओ के उपर सेक्रेट्री जनरल होता है और उसके उपर लोकसभा अध्यक्ष. अर्चना ने ये पत्र सीईओ से निराश होने के बाद सेक्रेट्री जनरल को लिखा था.
वाह रे लोकसभा टीवी के शेखचिल्ली, ‘डायरिया स्पेशल’ से उड़ाई कलाम की मर्यादा की खिल्ली
लोकसभा टीवी ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ कर एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि यहां काम करने वाले लोग बेहद अनप्रोफेशनल तो हैं ही, उसके साथ ही असंवेदनशील भी हैं। कलाम के अचानक हुए निधन के बाद लोकसभा टीवी ने जो लाइन ली है उससे सारा देश शर्मिंदा है। सोशल मीडिया पर लोकसभा टीवी के उन कार्यक्रमों की तस्वीरें वाइरल हो रही हैं, जो कार्यक्रम लोकसभा टीवी भारत रत्न और पीपुल्स प्रेजिडेंट कलाम के निधन के बाद दिखा रहा था। हद तो तब हो गयी जब देर रात तक लोकसभा टीवी पर कलाम के निधन की खबर तक नहीं चली। देश के तमाम बड़े सम्पादकों ने लोकसभा टीवी की इस बेशर्म हरकत पर हैरानी जताई है। फेसबुक पर इण्डिया टीवी के संपादक अजीत अंजुम सहित कईं अखबारों और न्यूज़ चैनलों के अन्य संपादकों ने भी कलाम के दिल्ली में अंतिम दर्शन के कार्यक्रम के दौरान लोकसभा टीवी के ‘डायरिया स्पेशल’ प्रोग्राम दिखाए जाने की तस्वीरें पोस्ट की हैं।
खौफनाक : डर-डर कर दिन बसर कर रहे पाकिस्तान के मशहूर टीवी पत्रकार हामिद मीर
सवाल बनता है कि क्या कोई पत्रकार हमारे देश भी हमीद मीर की तरह अपनी हिफाजत को लेकर इस कदर अपनी जिंदगी में दो चार हो रहा है।, शायद नहीं। तो फिर क्यों नहीं? क्यों कि हमारे देश में जनपक्षधरता के मसले पर अपनी अलोकतांत्रिक हरकतों के लिए कुख्यात नेताओं वाली सरकारों और सिर्फ पैसे के भूखे मीडिया घरानों को चला रहे पत्रकारों में कोई फर्क नहीं दिखता है। हमीद मीर इन दिनो डरे हुए हैं। वह अपना डर ‘वाशिंगटन पोस्ट’ से साझा करते हैं। वह अपनी हिम्मत और बेबाकी के नाते पाकिस्तान के टीवी मीडिया में शीर्ष हैसियत रखते हैं। उन पर एक बार आतंकवादी अटैक हो चुका है। वह आईएसआई की चेतावनी के बावजूद पीछे नहीं हटे। अब उन्हें अपनी जिंदगी की हिफाजत सता रही है। हमारे देश के मीडिया पर तो बड़ा सीधा सा फार्मूला लागू होता है कि जब कर नहीं, तो डर किस बात का। यानी जब कोई हिम्मत का काम कर गुजरे, तभी तो….हमारे यहां तो पत्रकारों का एक बहुसंख्यक धड़ा मंत्रियों, अफसरों की दलाली में जुटा रहता है।
मरीज के इलाज में वाराणसी का मैक्सवेल हास्पिटल दोषी करार
वाराणसी : अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की जांच में पता चला है कि बक्सर निवासी मरीज ओंकारनाथ तिवारी के इलाज में मैक्सवेल अस्पताल के डॉक्टर ने लापरवाही बरती थी। इसकी शिकायत सोशल फाउंडेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष ने चिकित्सा प्रशासन से गंभीर शिकायत की थी। उल्लेखनीय है मैक्सवेल के डॉक्टरों ने ज्यादा पैसे वसूलने के चक्कर में ओंकारनाथ का पैर काट दिया था।
राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर ने चारागाह की जमीन को पत्नी के नाम आवंटित करा लिया
अजमेर (राजस्थान) : जिले के सावर क्षेत्र में राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर सत्यनारायण कहार पर लाखों रूपयों की बेशकीमती चारागाह भूमि को अपने नाम आवंटित करवाने का आरोप लगा है। सत्यनारायण पूर्व में ग्राम पंचायत सदारा का उपसरपंच रह चुका है। तब भी यह पत्रिका का ही रिपोर्टर था।
इंदौर में बारिश न होने पर सुमित्रा महाजन ने जपी माला
हमारे भारतीय समाज खासकर सवर्ण जातियों में अंध विश्वास की खाई दिन ब दिन गहराती जा रही है। जिस तरह से समाज में अंध विश्वास अपनी जड़ें जमा रहा है, उसे देखते हुए तो कह सकते हैं कि देश में वैज्ञानिक चेतना के विकास या प्रचार-प्रसार के लिए अब तक की गई तमाम कोशिशें लगभग बेमानी ही साबित हो रही हैं। जब राजनेता व नौकरशाही से जुड़े जागरूक समझे जाने वाले लोग भी अंध-मान्यताओं के हिसाब से अपनी दिनचर्या और कार्य व्यवहार तय करते दिखते हैं तो समझना और भी मुश्किल हो जाता है कि अभी तक विज्ञान के क्षेत्र में हमारी सभी उपलब्धियों का हासिल क्या रहा है।
दलित अधिकारियों, कर्मचारियों की पदावनति के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जायेगा आइपीएफ – दारापुरी
लखनऊ : पूर्व आईजी एवं आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एस. आर. दारापुरी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आरक्षण और परिणामी ज्येष्ठता के आधार पर सभी विभागों में पदोन्नति पाए दलित अधिकारियों और कर्मचारियों को पदावनत करने के फैसले पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि इससे प्रदेश में …
हमीरपुर के बिंवार गांव में जो घटित हुआ, जान लीजिए
12वीं क्लास में पढ़ रही एक बेटी सुबह 7 बजे गावं में ही कोचिंग जा रही थी। उ. प्र. सरकार के दो रिश्तेदारों ने उसे सरेराह रोककर छींटाकसी की। कपड़े खीचे। बाल पकड़ कर खींचा। बेटी को तरह-तरह से बेइज्जत किया। पास में रहने वाली एक मुस्लिम महिला ने अपनी जान जोखिम में डाल कर बेटी को बचाया। वहां से छूट कर वो किसी तरह घर भागी। पिता और चाचा ने उसकी दुर्दशा देखी और उन गुंडों का पता करने निकल पड़े। उनके पीछे माँ भी उलाहना देने चल दी। इधर भीषण अपमान से आहत बेटी को कोई रास्ता न सूझा। उसने अपने ऊपर किरोसिन डाल कर आग लगा ली। पड़ोसी चिल्लाये, दौड़े तो आग बुझाई। माँ-बाप-चाचा उलटे पांव लौटे और बेटी को लेकर थाने भागे। थानेदार ने वाकया और अभियुक्तों का नाम सुनते ही वहां से भगाया तो वो कोई साधन लेकर मौदहा तहसील और फिर हमीरपुर जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल के गेट पर पहुंचते पहुंचते बेटी ने दम तोड़ दिया।
सोशल मीडिया में भी जातिवाद का जहर
शुक्र है कि सोशल मीडिया का सरकारीकरण नहीं हुआ है। इस कारण वहां आरक्षण भी नहीं है और जातिवाद भी लगभग नहीं के बराबर है। अगर सोशल मीडिया सरकारी होता तो कुछ नेता अवश्य मांग करते कि फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन आदि में आरक्षण किया जाए। ऐसी व्यवस्था हो कि निश्चित प्रतिशत लाइक आरक्षित कोटे के हो ही। यह भी होता कि अकाउंट शुरू करने के पहले किसी राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित प्रमाण-पत्र की प्रतिलिपि नत्थी करनी पड़ती कि आप किस जाति के हो।
‘न्यूज नेशन’ उगाही कथा (8) : पहले स्टिंग फिर वसूली का ये रहा सबसे बड़ा प्रमाण… (देखें वीडियो)
‘आपरेशन जोंक’ के नाम पर उगाही करने वाले न्यूज नेशन चैनल की पूरी कथा सात पार्ट में आप पहले ही पढ़ चुके हैं. जाने माने खेल पत्रकार पदमपति शर्मा उगाही के खेल के सारे दांव-पेंच का रहस्य एक-एक कर उदघाटित करने का कार्यक्रम संपन्न कर चुके हैं. चूंकि पदमपति शर्मा न्यूज नेशन चैनल में कार्यरत रहे हैं, इसलिए उन्हें इस चैनल के अंदरखाने के चाल-ढाल रंग-रूप सोच-समझ के बारे में सब कुछ अच्छे-से पता था. इसलिए उन्होंने जब उगाही कथा का वर्णन शुरू किया तो लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली कि क्या सरोकारी होने का दावा करने वाला यह न्यूज चैनल इतने बड़े गंदे खेल में पूरी तन्मयता से लिप्त है!
चार दिनों बाद यानी 31 जुलाई से ओम थानवी जनसत्ता के संपादक पद से अवकाश ले लेंगे
इंडियन एक्सप्रेस इसलिए नहीं पढ़ा जाता रहा है कि उसमें ढूंढ़-ढूंढ़ कर स्टोरी लाई जाती थीं बल्कि उसकी प्रतिष्ठा इसलिए थी क्योंकि उसका चरित्र व्यवस्था विरोधी (एंटी इस्टैबलिशमेंट) रहा है। बाद में एक्सप्रेस ने तो खैर अपना चरित्र बदला भी मगर जनसत्ता दृढ़ रहा। प्रभाष जी के बाद भी जनसत्ता का यह चरित्र यथावत बना रहा तो यकीनन इसका श्रेय ओम थानवी को जाता है। प्रभाष जोशी बड़ा नाम था इसलिए उनके वक्त तक जनसत्ता में काम कर रहे दक्षिणपंथी पत्रकार खुलकर सामने नहीं आए थे मगर ओम थानवी के समय ऐसे तत्व खुलकर अपने दांव चलने लगे थे इसके बावजूद जनसत्ता का चरित्र नहीं बदला। ऊपर से प्रबंधन ने ओम थानवी को वह स्वायत्तता भी नहीं दी जैसी कि प्रभाष जी के वक्त तक संपादक को प्राप्त थी।
छात्र के करियर से खिलवाड़ करने वाले राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी और आर्यभट्ट इंजीनियरिंग कॉलेज को हाईकोर्ट ने कारण बताओ नोटिस जारी किया
राजस्थान हाइकोर्ट की जयपुर पीठ ने छात्र के भविष्य से खिलवाड़ करने पर राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी कोटा और आर्यभट्ट इंजीनियरिंग कॉलेज चाचियावास अजमेर को कारण बताओ नोटिस जारी किया। छात्र गिरीश मीणा के जीवन से कॉलेज और यूनिवर्सटी ने किया खिलवाड़। माननीय उच्च न्यायलय ने प्रथम दृष्टया कॉलेज व यूनिवर्सिटी की लापरवाही मानते हुए दोनों के खिलाफ नोटिस जारी कर कोर्ट 29 जुलाई 2015 को हाईकोर्ट जयपुर में तलब किया।
आओ गांधीगिरी करें : डाक्टर से गुंडागर्दी करने वाले गाजीपुर के सीओ सिटी को फोन करें
Yashwant Singh : हमारे गाजीपुर जिले के डाक्टर Avinash Singh Gautam बेहद उर्जावान और क्रांतिकारी डाक्टर हैं. फिजियोथिरेपिस्ट हैं. गर्दन से लेकर शरीर के किसी हिस्से के दर्द को छूमंतर कर देते हैं, अपने जादुई इलाज व मसाज के जरिए. इनका इलाज और मसाज गाजीपुर के एक पुलिस अफसर को ऐसा भाया कि इन्हें रात दिन कभी भी आदेश देकर बुलाने लगा. गर्दन के दर्द से पीड़ित इस रीढ़ विहीन पुलिस अफसर ने डाक्टर को अपना बंधुआ गुलाम सरीखा समझने लगा और आदेश देकर इलाज कराने लगा. डाक्टर अविनाश ने जब इनकार किया तो सबक सिखाने के लिए आधी रात को इनके घर धावा बोल दिया.
पंजाब में आतंकी अटैक के लाइव टीवी प्रसारण पर सूचना मंत्रालय ने दी कार्रवाई की चेतावनी
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने न्यूज और करेंट अफेयर्स चैनलों को आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन की कवरेज के संबंध में जारी एक तात्कालिक हिदायत में कहा है कि आज पंजाब के गुरदासपुर में आतंकवाद विरोधी अभियान का कुछ न्यूज और करेंट अफेयर्स चैनलों ने प्रसारण किया। यह प्रसारण वहां नियुक्त अधिकारी के अनुमति के बिना उस समय प्रसारित किया गया, जब ऑपरेशन उस समय चल रहा था।
शावकों की मौत की खबर मीडिया में लीक करने पर लॉयन सफारी के चौकीदार को डंडों से पीटा
इटावा (उ.प्र.) : पहले शेर-शेरनी की मौत के बाद अब चार शावकों की जन्म के बाद ही मौत से खिसियाए लॉयन सफारी प्रशासन को लोगों ने मुख्यमंत्री से शिकायत और यहां की खबरें लीक करने का आरोप लगा चौकीदार को जमकर पीट दिया।
न्यूज चैनल में काम करने वाली डिंपल बन गई लुटेरों की सरगना
नई दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने लूट, डकैती व कार चोरी की कई वारदात को अंजाम देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह को एक शातिर महिला चलाती थी। वह एक न्यूज चैनल में भी काम कर चुकी है। पुलिस ने गिरोह की सरगना समेत दो महिलाओं व तीन अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि इस गिरफ्तारी से विभिन्न थानों में लूट से जुड़े 11 मामले सुलझे हैं। गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्यों में सरगना डिंपल, रोहित, अमित, पलक, वसीम और सोहेल शामिल हैं।
प्रेस काउंसिल अध्यक्ष ने कहा – पत्रकारों पर हमला संज्ञेय अपराध, पांच साल सजा होनी चाहिए
दिल्ली : प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन न्यायमूर्ति सीके प्रसाद ने कहा है कि आंकड़ों के हिसाब से पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ी नहीं हैं। पीसीआई की एक उप समिति ने इस तरह की धममियों से निपटने के लिए कानून संबंधी अपनी सिफारिशें दे दी हैं। पत्रकार पर उसके काम को लेकर किया गया हमला काफी गंभीर मामला है। इसे संज्ञेय अपराध की श्रेणी में लाया जाना चाहिए। हमने इस अपराध के लिए पांच साल की सजा की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी पीसीआई के तहत लाया जाना चाहिए।
गाजीपुर में डाक्टर ने गर्दन का मसाज करने से इनकार किया तो सीओ सिटी ने दलबल के साथ आधी रात को घर में घुसकर की गुंडई
पुलिसिया गुंडई के शिकार गाजीपुर के सोशल एक्टिविस्ट और फिजियोथिरेपिस्ट डा. अविनाश सिंह गौतम
पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में डा. अविनाश सिंह गौतम बतौर फिजियोथिरेपिस्ट कार्यरत हैं. डाक्टर साहब सोशल एक्टिविस्ट भी हैं, इसलिए वह जनसरोकार के मुद्दों पर सक्रिय रहते हैं. अन्याय और जुल्म के खिलाफ लड़ने वाले लोगों के मोर्चा में शामिल रहते हैं. पिछले दिनों शहर के सीओ कमल किशोर ने अपने गर्दन के दर्द और स्पेंडलाइटिस के इलाज के लिए डाक्टर अविनाश सिंह गौतम से संपर्क किया. डाक्टर साहब ने उनके गर्दन की मसाज के साथ-साथ उचित दवा और निर्देश दिया. सीओ साहब को गर्दन के मसाज से इस कदर राहत मिली कि वह डाक्टर अविनाश सिंह गौतम को गाहे बगाहे फिजियोथिरेपी और गर्दन के मसाज के लिए बुलाने लगे.
एबीपी के अनोखे शो ‘प्रेस कांफ्रेस’ में गूंजा केजरीवाल का ‘ठुल्ला’
एबीपी न्यूज ने नया शो प्रेस कांफ्रेंस ने शुरू किया है जो हर शनिवार रात 8 बजे, रविवार सुबह 10 बजे और रात में 8 बजे प्रसारित किया जाता है. एबीपी न्यूज के पहले शो में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिरकत की और खुलकर सारे सवालों का जवाब दिया. ये देश का इकलौता पहला शो है जिसमें 12 वरिष्ठ पत्रकार शामिल हैं जो हर गेस्ट से ये सवाल करेंगे. प्रेस कांफ्रेंस शो के एंकर वरिष्ठ पत्रकार दिबांग हैं.
एफएम रेडियो की नीलामी में रेड एफएम को भाग लेने की हाईकोर्ट से मंजूरी
रेड एफएम को दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक बड़ी राहत दी और केंद्र सरकार के 15 जुलाई के उस आदेश को रद्द कर दिया जिसमें इस रेडियो चैनल को सुरक्षा संबंधी मंजूरी देने से इनकार कर दिया गया था और एफएम नीलामी के तीसरे चरण में रेड एफएम के भाग लेने के आवेदन को भी रद्द कर दिया गया था।
सीकुराज भारद्वाज को इंसाफ दिलाने के लिए पटना में कैंडिल मार्च
पटना: जस्टिस फॉर सीकुराज भारद्वाज फोरम ने गत दिवस शहीद सीकुराज भारद्वाज के इन्साफ की मांग को लेकर पटना के कारगिल चौक से डाक बंगला चौराहे तक पद यात्रा, कैंडल मार्च निकाला।
क्या राजनीति का अर्थ केवल भूमाफिया, चोर- उच्चकों और फर्जी डिग्री धारकों से है!
आज जब मैं अपनी स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति पर आये मित्रों के मत पर अपनी सफाई पेश कर रहा हूँ, तो कबीर की याद आ रही है और ” झीनी चादर ” अपने जीवन में ओढ़ने वाले सभी मित्रों को नमन कर सफाई देने का मन है। मैंने ३४ साल की नौकरी की है तथा इस का मतलब यह नहीं कि मैंने इतनी लम्बी सेवा घुटन या विवशता के साथ की। यथा शक्ति, मनोयोग से जिन पदों पर रहा, काम किया।
‘नवभारत’ के ‘मुंबई प्लस’ ने आज खूब जग हंसाई कराई
मुंबई : यहां से प्रकाशित ‘नवभारत’ समाचार पत्र में शहर की खबरें अलग से चार पेज ‘मुंबई प्लस’ के नाम से प्रकाशित होती हैं। आज 27 जुलाई के ‘मुंबई प्लस’ पूल आउट के पहले पेज की खबरों को ही पेज नं. 3 पर रिपीट कर छाप दिया। माना जा रहा है कि अखबार प्रबंधन और संपादकीय विभाग की किसी बहुत बड़ी चूक के कारण ऐसा हुआ है। इससे अखबार की खूब जगहंसाई हुई है। पेज इस प्रकार हैं –
नवभारत के मुंबई प्लस का पेज-1
मौजू मीडिया : ‘बसंती इन कुत्तों के आगे मत नाचना ! ‘
‘शोले’ के इस कालजयी डायलॉग से शायद ही कोई अंजान हो! फ़िल्म में नायक धर्मेन्द्र का ये संवाद सम्बोधित तो था नायिका हेमामालिनी के लिए लेकिन इंगित था खलनायक गब्बर यानी अमज़द ख़ान और उसके गुर्गों के लिए…! ये संवाद आज भी बेहद मौजू है क्योंकि इसमें नायिका की जिस सुचिता (purity) का वास्ता दिया गया है वो सामाजिक बुराइयों के आगे घुटने नहीं टेकने का है!
अमिताभ को घेरने में डीजीपी, डीआईजी, एसएसपी का हाथ
लखनऊ : सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने अपने पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर के खिलाफ गाजियाबाद की एक महिला द्वारा बलात्कार का एफआईआर लिखवाने में बड़े पुलिस अफसरों की साफ़ मिलीभगत का आरोप लगाया है। कहा है कि डीजीपी, डीआईजी और एसएसपी की यह असामान्य तत्परता और पुलिस द्वारा इस तरह फूहड़ तरीके से धारा 420 लगाना इस मामले में भारी ऊपरी दवाब को पूरी तरह स्थापित करता है।
घायल राष्ट्रीय पक्षी को सारनाथ पक्षी विहार में मिला आसरा
वाराणसी : चौबेपुर क्षेत्र के भंदहा कला (कैथी) गाँव स्थित टेलीफ़ोन एक्सचेंज के पास एक बगीचे में एक माह पूर्व एक मोरनी की चोंच के पास घाव हो गया था। मोरनी को स्थानीय निवासियों ने इलाज कराने के बाद छोड़ दिया। घाव के कारण उसकी एक आँख जाती रही , एक तरफ से न दिखाई देने के कारण कुछ दिन बाद मोरनी सड़क पार करते समय किसी वाहन की चपेट में आ गयी।
घायल मोरनी का इलाज कराते स्थानी पक्षीप्रेमी
म.प्र. : एक बार फिर सुर्खियों में सिविल सेवा परीक्षा विवाद
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्बारा आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाएं बिना किसी विवाद के संचालित हो जाएं, यह कई वर्षों से सम्भव नहीं हो पा रहा है। ताजा मामला प्रदेश की सिविल सेवा परीक्षा-2०14 की प्रारम्भिक परीक्षा का है। यह परीक्षा 9 मई 2०15 को सम्पन्न हुई जिसके परिणाम जुलाई माह में जारी हुए हैं। आयोग ने अपनी बेवसाइट पर विभिन्न कटेगरी के लिए ‘कटऑफ’ मार्क्स जारी किए हैं, जिसको लेकर प्रतियोगी परीक्षार्थियों में असंतोष है और उनका दावा है कि उन्होंने आयोग द्बारा घोषित ‘कटऑफ ’ मार्क्स से अधिक अंक हासिल किए हैं, लेकिन आयोग को इससे कोई लेना-देना नहीं है।
समाचार पत्र वितरकों को मिलेगा दुर्घटना सहायता, पेंशन, स्वास्थ्य बीमा सेवाओं का लाभ
कानपुर : श्रमायुक्त शालिनी प्रसाद ने गत दिनो समाचार पत्र वितरकों को एक मीटिंग में बताया कि अब उनको भी केंद्र सरकार की दुर्घटना सहायता, पेंशन, स्वास्थ्य बीमा सेवाओं का लाभ मिलेगा। वितरकों ने इसके लिए अभियान चलाया था। कानपुर शहर में साढ़े तीन हजार से अधिक समाचार पत्र वितरक हैं।
कानपुर में समाचारपत्र वितरकों एवं पत्रकारों को योजना की शुरुआत की जानकारी देतीं श्रमायुक्त शालिनी प्रसाद
करोड़ों अकेले बेबस लोगों का देश
देश में अभी भी पचास करोड़ से ज्यादा वोटर किसी भी राजनीति दल के सदस्य नहीं हैं। और इतनी बडी तादाद में होने के बावजूद यह सभी वोटर अपनी अपनी जगह अकेले हैं। नहीं ऐसा भी नहीं है कि बाकि तीस करोड़ वोटर जो देश के किसी ना किसी राजनीतिक दल के सदस्य हैं, वे अकेले नहीं है। दरअसल अकेले हर वोटर है। लेकिन एक एक वोट की ताकत मिलकर या कहे एकजुट होकर जब किसी राजनीतिक दल को सत्ता तक पहुंचा देती है तो वह राजनीतिक दल अकेले नहीं होता। उसके भीतर का संगठन एक होकर सत्ता चलाते हुये वोटरो को फिर अलग थलग कर देता है। यानी जनता की एकजुटता वोट के तौर पर नजर आये । और वोट की ताकत से जनता नहीं राजनीतिक दल मजबूत और एकजुट हो जाये । और इसे ही लोकतंत्र करार दिया जाये तो इससे बडा धोखा और क्या हो सकता है। क्योंकि राजनीतिक पार्टी को सत्ता या कहे ताकत जनता देती है। लेकिन ताकत का इस्तेमाल जनता को मजबूत या एकजूट करने की जगह राजनीतिक दल खुद को खुद को मजबूत करने के लिये करते हैं। एक वक्त काग्रेस ने यह काम वोटरों को बांट कर सियासी लाभ देने के नाम पर किया तो बीजेपी अपने सदस्य संख्या को ग्यारह करोड़ बताने से लेकर स्वयंसेवक होकर काम करने के नाम पर कर रही है ।
इतनी घटिया हरकत से भी बाज नहीं आ रहा घबराया हुआ जागरण प्रबंधन
जागरण कर्मियों की एकजुटता से घबराया हुआ प्रबंधन कितनी गिरी हुई हरकत कर सकता है। इसका एक सटीक उदाहरण हाल ही में सामने आया है।
मजीठिया वेतनमान : दैनिक जागरण के मीडिया कर्मी भर रहे प्रपत्र-सी, आप क्यों रहें पीछे !
दैनिक जागरण के स्थायी, अनुबंधकर्मी और अंशकालिक मीडिया कर्मियों ने प्रपत्र-सी को भर लिया है और जो रह गए हैं, वह भी इन्हें जल्द ही भरने जा रहे हैं। ऐसे में अन्य अखबारों के मीडिया कर्मी पीछे क्यों रह रहे हैं। यदि किसी के पास प्रपत्र-सी नहीं है तो जल्द इसे साइट से डाउनलोड कर ले। नहीं तो जागरण के साथियों से संपर्क करे, वे मदद करेंगे। यदि जागरण छोड़ने के बाद किसी अन्य संस्थान में कार्य कर रहे हैं तो भी प्रपत्र-सी को भरने के लिए पुराने सहयोगियों से संपर्क कर सकते हैं।
मजीठिया वेतनमान : ये है दैनिक अमर उजाला का सैलरी ग्रेड
2010 – 407 करोड़ रुपये, 2011 – 477 करोड़ रुपये, 2012 – 526 करोड़ रुपये, 2013 – 544 करोड़ रुपये, 2014 – 640 करोड़ रुपये। साथियों, उपरोक्त आंकड़े देखकर आप समझ सकते हैं कि अमर उजाला कौन से ग्रेड का समाचारपत्र है। यह आंकड़े उस रिपोर्ट के हैं जो अमर उजाला ने सेबी को शेयर बाजार में सूचीबद्व होने के लिए जमा करवाए थे। आप अमर उजाला की वित्तीय रिपोर्ट सेबी से या आरटीआइ (RTI) के माध्यम से एमसीए (Ministry Of Corporate Affairs website- http://www.mca.gov.in/) और इनकम टैक्स विभाग से भी मांग सकते हैं।
उत्तराखंड : एक भ्रष्ट अफसर का आखिरी वक्त तक गुणगान करता रहा बेशर्म मीडिया
उत्तराखण्ड के 15 साल बता रहे हैं कि उसे अपना समझने की हिमाकत न तो राज्य सत्ता ने की है और न ही नौकरशाहों ने। सब ने उसे खाला का घर बना दिया है। जहां, जब तक डट सकते हो, डटे रहो। एक मुख्य सचिव बी आर एस के नाम पर सूचना आयुक्त बन 5 साल का जुगाड़ कर लेता है, तब दूसरा आता है और फिर तीसरा, संघर्ष और शहादतों से लिए राज्य में ये तमाशा क्या है?
न्यूज़ एक्सप्रेस के मालिक इस पोस्ट को पढ़ रहे हों तो गुजारिश है, दुआएँ लो, बद्दुआएँ नहीं
भड़ास4मिडिया के माध्यम से मैं आज अपना ये दर्द बाँट रहा हूँ । ये दर्द मेरा ही नहीं बल्कि उन सभी दोस्तों का है, जो इस दर्द से गुजर चुके हैं । अगर न्यूज़ एक्सप्रेस के मालिक इस पोस्ट को पढ़ रहे हों तो उनसे मेरी गुजारिश है कि दुआएँ लो, बद दुआएँ नहीं । आखिर कब तक हिंदुस्तान में दिन रात भूके प्यासे भागदौड़ करने वाले न्यूज़ चैनल स्ट्रिंगरों का शोषण होता रहेगा । वो स्ट्रिंगर जो अपने परिवार को छोड़ पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ जान हथेली पर रख इस आस में चैनल पर खबरें भेजता है कि अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।
जगजीत शर्मा ऑल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोनीत
गुड़गांव : पत्रकारों के हक-हकूक के हितों की लड़ाई के लिए अस्तित्व में आए ऑल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन की बैठक में गत दिनो जगजीत शर्मा को सर्व सम्मत्ति से अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
मजीठिया भाग-8A : क्यों चाहिए 44 महीने की नौकरी और 15 लाख रुपए एरियर
मजीठिया वेतनमान के लिए पात्र पत्रकारों के ध्यानार्थ यहां एरियर राशि को सोदाहरण एक चार्ट के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। इसका एकमात्र उद्देश्य है कि अभी तक जो पत्रकार इस गफलत में थे कि उन्हे तो इस संस्थान में आए हुए मात्र तीन-चार साल ही हुए हैं तो उनका एरियर बनेगा ही कितना या उनके नए वेतनमान में क्या अंतर आएगा। इस विस्तार से इस प्रकार जान सकते हैं –
दूसरे अखबारों की खबरें चोरी करता है ‘द मिड डे एक्टिविस्ट’
बड़ी बड़ी होर्डिंगों पर देश के विश्वसनीय पत्रकारों के फोटो के साथ लखनऊ से नौ-दस महीने पहले ‘द मिड डे एक्टिविस्ट’ नाम के एक सांध्यकालीन अखबार का प्रकाशन शुरू हुआ था, लेकिन अब यह अबखार अविश्वसनीयता की हदें पार करते हुए दूसरे अखबारों की खबरों को चुराकर प्रकाशन करने लगा है. वह भी डंके की चोट पर कि खबर वही जो हमने कही. शुरुआत में यह अखबार आठ पेज का प्रकाशित होता था. तब इस अखबार के संपादक संजय शर्मा हुआ करते थे. उस दौर में इसका प्रकाशन ठीक था. बाद में संजय शर्मा इस अखबार से अलग हो गए.
खून खौला देता है यह विज्ञापन, फुरसत मिले तो पढ़िएगा !
खबरों की सुर्खियां ही इतिहास नहीं बताती, कभी-कभी विज्ञापन भी बता देते है। 4-5 सेंटीमीटर में छपे विज्ञापन भी खून खौला देते हैं। जैसे यह ! न्यू फ्लोरिडा मेल, अमेरिका अखबार के 8 मार्च 1846 को छपे इस विज्ञापन पर भी नजर डालें। यह कहता है कि 19 साल की एक सुंदर निग्रो गुलाम युवती को , जो गर्भावस्था के प्रारंभिक दौर में है, कोई चुरा ले गया है या वह भाग गई है। उसे पकड़कर लानेवाले को पचास डॉलर का नकद इनाम दिया जाएगा।
ऐसे विज्ञापन आम थे अखबारों में
मीडिया खामोश : मरीज लाचार, बाबा और डॉक्टर बने लुटेरे, मठ-मंदिर, अस्पताल हुए कसाईबाड़ा
देश के अस्पतालों में क्या हो रहा है, कैसे बाबाओं और डॉक्टरों द्वारा मरीजो को बेखौफ लूटा-निचोड़ा और गलत दवाएं देकर मौत के घाट उतारा जा रहा है, इस ओर न मेडिकल नियामक शीर्ष सरकारी संस्थाओं का ध्यान है, न देश-प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों का। जब से इलाज के नाम पर लुटेरों को खुला छोड़ दिया गया हो। इसी तरह धर्मांधता का फायदा उठाने में जुटे तरह तरह के पाखंडी बाबाओं ने अंधेरगर्दी मचा रखी है। बड़ी-बड़ी आलीशान बिल्डिंगों में चल रहे अस्पताल और दवा इलाज के नाम पर बेखौफ तांडव के ठिकाने बने मठ-मंदिर देश में तो जो कर रहे, सो कर ही रहे, विदेशों तक झूठे प्रचार, अखबारों और चैनलों पर प्रकाशित-प्रसारित हो रहे विज्ञापनों की आड़ में ठगी अखाड़ों में तब्दील हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश में 15 अगस्त से पत्रकार स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा योजना
भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार ने पत्रकारों के लिए दुर्घटना बीमा योजना लागू करने की घोषणा की है। प्रदेश के जनसंपर्क एवं ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बताया है कि मध्यप्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा योजना 15 अगस्त से लागू की जाएगी। स्व. महेन्द्र चौधरी स्मृति राज्य-स्तरीय फोटो पत्रकारिता सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष से राज्यस्तर के साथ-साथ आंचलिक फोटो पत्रकारिता को भी पुरस्कृत किया जायेगा।
महाराष्ट्र सरकार जल्द बनाएगी पत्रकार सुरक्षा कानून का प्रारूप
मुंबई : विधानपरिषद में विरोधी पक्ष नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि पिछले तीन साल में राज्य भर में करीब 265 पत्रकारों पर हमले हुए। उन पर झूठे आरोप लगाकार मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उनकी हत्या हो रही है। सरकार बिना देरी किए पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा से कड़ा कानून बनाए।
राहुलजी, आपकी बातें भी हवा-हवाई, वजन लाइये जनाब, कब तक करेंगे जुमलेबाजी
सालों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस को आज तक विपक्ष का रोल अदा करना नहीं आया है, दूसरी तरफ भाजपा आज भी सत्ता में होने के बावजूद विपक्ष की पार्टी लगती है। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी गायब होने के बाद अचानक प्रकट होते हैं और भाषण से लेकर टीवी कैमरों के सामने जुमलेबाजी करते नजर आते हैं। अभी राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हवा में बातें करते हैं और उनकी बातों में वजन होना चाहिए। ललित गेट और व्यापमं के मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाए मगर मोदीजी जहां इन मुद्दों पर चुप हैं, लेकिन उनकी पूरी पार्टी पलटवार करने में पीछे नहीं है।
असिस्टेंट प्रोफेसर-प्रिंट मीडिया की नियुक्ति में मनमानी पर मंत्रालय ने किया जवाब तलब
भड़ास पर छपी खबर का असर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान नई दिल्ली नई में गत 25 जून को हुए सहायक आचार्य प्रिंट मीडिया के चयन में मनमानी पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यहां के निदेशक से जवाब तलब किया है। इस पद के लिए इंटरनल कैंडिडेट को विशेष लाभ देते हुए उसे स्क्रीनिंग एवं चयन सूची में प्रथम स्थान पर रखने एवं नियुक्ति सूची में प्रथम रैंक पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव ने स्पष्टीकरण मांगा है। इस पद के लिए पहले से ही संभावना जताई जा रही है कि संस्थान के निदेशक ने निजी लाभ के लिए ऐसे अभ्यर्थी का चयन कराया है जो ओबीसी श्रेणी की अर्हता पूरी नहीं करता है और उसकी शैक्षिक योग्यता भी संदिग्ध है।
बाराबंकी प्रेस क्लब चुनाव में अखिलेश अध्यक्ष और कृष्ण कुमार महामंत्री निर्वाचित
बाराबंकी। आखिरकार शनिवार को बाराबंकी प्रेस क्लब का चुनाव सर्वसम्मति से जिला पंचायत सभागार में सम्पन्न हो गया। इस दौरान पत्रकारों ने अखिलेश ठाकुर को अध्यक्ष, रमेश वर्मा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया को महामंत्री चुन लिया। उपाध्यक्ष पद के लिए सरफराज, ऑडीटर के लिए परवेज अहमद तथा कोषाध्यक्ष पद पर चन्द्रकांत मौर्या चुने गये। पत्रकारों ने सभी पदाधिकारियों को माला पहनाकर बधाई दी।
झाबुआ में चिकित्सा-विमर्श : मीडिया को मेडिकल से क्या काम, सेहत से खेल रहे अस्पताल
झाबुआ : कंठ तक भ्रष्टाचार में डूबी देश की चिकित्सा व्यवस्था और उसके प्रति नितांत अगंभीर कारपोरेट मीडिया घरानों ने करोड़ो-करोड़ परेशानहाल लोगों से अपनी चिंताएं पूरी तरह हटा ली हैं। संसाधनहीन लोगों और गरीबों के प्रति जैसी उदासीनता सरकारी और प्राइवेट चिकित्सा संस्थान बरत रहे हैं, वही हाल खुद को चौथा खंभा कहने वाला मीडिया का भी है। प्रायः लगता है कि जैसे, देश की पूरी चिकित्सा व्यवस्था पैसे के भूखे इन गिरोहबाजों के चंगुल में फंस गई है। मीडिया घराने चिकित्सा क्षेत्र के विज्ञापनों को लेकर जितने आकुल-व्याकुल दिखते हैं, काश उतना आग्रह परेशान और असहाय मरीजों की मुश्किलों पर भी होता।
कभी उमा तो कभी शिवराज-सुषमा के पैर पड़े सीहोर का महाचाटुकार पत्रकार
सीहोर (म.प्र.) : हाल ही में राज्य सरकार से सम्मानित एक पत्रकार ने केंद्रीय मंत्री उमा भारती के पैर पड़ कर बोले कि दीदी आपके आशीर्वाद से मुझे मध्य प्रदेश सरकार ने सराहा है। ये पत्रकार सुषमा स्वराज या शिवराज सिंह चौहान के भी इस क्षेत्र में आने पर इसी तरह की शर्मिंदा करने वाली हरकतें करता रहता है। वे जब तक क्षेत्र में रहेंगे, उनके आगे-पीछे घूमता रहेगा।
रियल स्टेट : कानपुर प्रेस क्लब के पत्रकार और सपा नेताओं के संरक्षण में करोड़ों का घोटाला
कानपुर (उ.प्र.) : समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के संरक्षण में कानपुर रियल स्टेट में करोड़ों रुपए के घोटाले की खबर है। पीड़ित के अनुसार कानपुर प्रेस क्लब के नामी पदाधिकारी भी इस घोटाले में शामिल हैं। ‘हैप्पी होम्स इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के माध्यम से जालसाजी कर लोगों को जम कर चपत लगाई है। अब शिकार हुए लोग दर-दर भटक रहे हैं। पीड़ितों में महिला सब इंस्पेक्टर उज्जवला गुप्ता, गिरीश कुलश्रेष्ठ, रितेश अग्रवाल, शिरीष सिंह, तुषार, मोईन लारी, अंकित सिंह आदि बताए गए हैं। मामले में सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं का नाम आने से पुलिस का रवैया ढुलमुल बना हुआ है। डीएम, कमिश्नर, आईजी, डीआईजी तक ने मामला संज्ञान में आने के बाद चुप्पी साध रखी है। मामले का खुलासा एस.आर.न्यूज़ द्वारा सोशल मीडिया में किये जाने के बाद एक पीड़ित को तो उसके बच्चों के अपहरण तक की धमकी दी गई है।
दैनिक भास्कर सतना में जबरन साइन करवा रहा प्रबंधन, जीएम गेट से बाहर फिकवाने की धमकी दे रहा
सतना से खबर है कि यहां दैनिक भास्कर आफिस में कर्मचारियों से प्रबंधन के लोग एक कागज पर जबरन साइन करवा रहे हैं. इस कागज पर लिखा गया है कि हमें मजीठिया वेज बोर्ड की जरूरत नहीं है. बताया जा रहा है कि जनरल मैनेजर पुष्पराज सिंह साइन न करने वालों को धमका रहा है कि उन्हें गेट से बाहर फेंक दिया जाएगा. कई लोगों पर यह जीएम तीन महीने का वेतन लेकर नौकरी छोड़ना का दबाव भी बना रहा है. सूत्रों का कहना है कि सतना के जितने भी लोकल कर्मचारी हैं, उन्होंने साइन कर दिया है.
कानपुर प्रेस क्लब की करतूतों का महामंत्री ने किया खुलासा
कानपुर प्रेस क्लब के फर्ज़ीवाड़ा प्रकरण में क्लब के महामंत्री अवनीश दीक्षित द्वारा एस.आर.न्यूज़ के मुख्य प्रबन्ध सम्पादक बलवन्त के शिकायती पत्र पर जवाब देने के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार को अपने जवाब सौंप दिया, जिसकी एक कॉपी एस.आर.न्यूज़ के प्रतिनिधि बृजेन्द्र कुमार मिश्र को भी दी गयी।
इतनी बड़ी कॉरपोरेट जालसाज़ी के आरोपियों में टाइम्स ऑफ इंडिया समूह के मालिक समीर जैन भी
कोई भी कहानी कभी भी खत्म नहीं होती। बस, हम उसका पीछा करना छोड़ देते हैं। पचास साल पुरानी एक लंबी और जटिल कहानी से मेरी मुलाकात दस साल पहले 2005 में हुई थी जिसका नायक उस वक्त 84 साल का था। निर्मलजीत सिंह हूण नाम के इस एनआरआइ के इर्द-गिर्द मुकदमों का जाल था। एक ज़माने में कॉरपोरेट जगत पर राज करने वाले शख्स को इस देश के कारोबारियों, पुलिस और न्याय व्यवस्था ने पंगु बनाकर छोड़ दिया था। फिर इस शख्स ने इस देश की न्याय प्रणाली का परदाफाश करने को अपना मिशन बना लिया। उसके मिशन में से एकाध कहानियां हमने भी उठाकर 2005 में ‘सीनियर इंडिया’ में प्रकाशित की थीं, जिसके बाद प्रतिशोध की कार्रवाई में संपादक आलोक तोमर समेत प्रकाशक और मालिक सबको जेल हो गई। पत्रिका बंद हो गई, आलोकजी गुज़र गए, हूण से हमारा संपर्क टूट गया, लेकिन उनका मिशन जारी रहा।
आरा शहर की एक लड़की दो साल तक बहेलिए पत्रकार की बाहों में
जिंदगी के कैसे-कैसे रंग दिखाती है यह कमबख्त फेसबुक। अभी थोड़ी देर पहले विदेश में रहने वाले फेसबुक मित्र राजीव जजवालिया का संदेशा आया। कैसे आरा शहर की एक लड़की अपने सपनों को पूरा करने के वास्ते शहर का रुख करती है। महुआ टीवी में नौकरी मिलती है..ख्वाबों को पर लग जाते हैं..। उगते परों को पहचान शातिर पत्रकार करीब आता है..दोस्त बन सहलाता है। फिर ले उड़ता है। दो साल तक यह लड़की बहेलिए पत्रकार की बाहों में झूलती हुई कुछेक भोजपुरी फिल्मों में छोटे मोटे काम भी करती है। रंगीन दुनिया में अपने वजूद को तलाशती हुई बेफिक्र रहती है..क्योंकि हमदर्द बहेलिया जो साथ था..
अब दारूबाज करते हैं दैनिक जागरण में भविष्य का फैसला
चौथे स्तंभ का यह कलंक है या कुछ और…अब कुछ दारूबाज मिल कर करते हैं दैनिक जागरण में संपादकीय विभाग के कर्मचारियों के भविष्य का फैसला। पिछले एक साल का रिकार्ड देखें तो जिन लोगों को प्रमोशन या इंक्रीमेंट मिला है, उनमें अधिकतर दारूबाज हैं, जो अपने सरगना के लिए शाम को दारू की व्यवस्था करते हैं। दारू की इस व्यवस्था के बदले में उन्हें मोटी तनख्वाह मिलती है। काम के मामले में ये कितने काबिल हैं, वह बात किसी से छिपी नहीं हैं। पिछले दिनों इस गिरोह के सदस्यों ने एक सप्लीमेंट प्लान किया, जिसके लिए चवन्नी का विज्ञापन नहीं मिला। उससे मालिक संजय गुप्ता इन दारूबाजों से खासे खफा हैं।
रीवा में खबरों से गुस्साए भाजपा नेता ‘बंसल न्यूज’ के रिपोर्टर पर किया हमला
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बंसल न्यूज के रिपोर्टर अरविंद शर्मा को खबरें न चलाने की हिदायत देते हुए एक भाजपा नेता ने धमकाया और फिर हमला कर दिया. रिपोर्टर अरविंद शर्मा से अनुसार वे स्थानीय शिल्पी प्लाजा के पास खडे थे तभी बीजेपी के जिला पूर्व उपाध्यक्ष राजगोपालचारी मिश्र अपने साथी गुड्डू उपाध्याय और एक अन्य के साथ आकर गाली—गलौज करने लगे. बोले कि सोशल मीडिया में उनके खिलाफ खबर लिखना बंद करो नहीं तो मार डालूंगा. अरविंद के अनुसार जब राजगोपालाचारी धमका रहे थे तब उन्होंने शराब पी हुई थी.
रीजनल न्यूज चैनलों की टीआरपी : यूपी में ‘जी संगम’ और राजस्थान में ‘ईटीवी’ नंबर वन
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में रीजनल न्यूज चैनलों की टीआरपी के जो ताजा आंकड़े आए हैं उससे पता चलता है कि नंबर वन पोजीशन पर उत्तर प्रदेश में जी संगम है. नंबर दो पर न्यूज नेशन यूपी चैनल है. नंबर तीन पर ईटीवी है. उधर, राजस्थान में नंबर एक पर ईटीवी है और नंबर दो पर इंडिया न्यूज राजस्थान चैनल है. आंकड़ों का ग्राफ इस प्रकार है:
अब पूरे देश में एक लाख की जमानत और इजाजत के बिना पत्रकारों के जेल में प्रवेश पर पाबंदी
केंद्र सरकार ने विशेष अनुमति के बगैर पत्रकारों और फिल्म निर्माताओं के जेल में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुमार आलोक ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है कि किसी भी पत्रकार, एनजीओ या कंपनी के कर्मचारी को शोध करने, डॉक्यूमेंटरी बनाने, लेख लिखने या साक्षात्कार लेने के लिए जेल में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
जी न्यूज के कैमरामैन ने सड़क हादसे में दम तोड़ा
पलारी (रायपुर) : बलौदाबाजार रोड पर ग्राम कुसमी से जरौद भाटापारा जा रहे जी न्यूज के कैमरामैन की बाइक, बस से टकरा गई। हादसे में कैमरा मैन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और उसके मौसी का बेटा व दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद ड्राइवर बस छोड़कर फरार हो गया।
जस्टिस काटजू और टाइम्स ऑफ इंडिया को कोर्ट का नोटिस
इलाहाबाद की जिला अदालत ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कण्डेय काटजू के खिलाफ क्रिमिनल केस की अर्जी मंजूर करते हुए उन्हें नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब तलब किया है। गाय के मांस संबंधी काटजू के बयान पर जस्टिस काटजू जवाब मांगते हुए कोर्ट ने टाइम्स ऑफ इंडिया को भी नोटिस जारी कर दिया है, क्योंकि उसने खबर प्रकाशित की थी।
पुलिसकर्मी ने अपने पैंट की जीप खोल पत्रकार को जलील किया
केरल : यहां के एक पत्रकार से अभद्रता कर रहे पुलिस कर्मी ने अपने पैंट की ज़िप खोल दी. मीडिया में मामला सुर्खियों में आने पर पता चला कि पुलिसकर्मी एक्सिडेंट के बाद एक व्यक्ति को पीट रहे थे। पत्रकार मोहम्मद रफी ने उसे अपने कैमरे में कैद कर लिया। इस पुलिस वाले आग बबूला हो गए।
सीएम शिवराज ने किया ‘सुबह सवेरे’ के नव-कलेवर अंक का विमोचन
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को भोपाल में दैनिक ‘सुबह सवेरे’ के नव-कलेवर अंक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ सनसनीखेज बनाने की होड़ में रचनात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता कहीं पीछे छूट गई है। जबकि रचनात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता के माध्यम से ही देश, प्रदेश और समाज की सेवा की जा सकती है।
‘सुबह सवेरे’ के नव-कलेवर अंक का विमोचन करते मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एवं अन्य
सेक्स रैकेट में पत्रकारों के लिप्त होने की जांच कराएंगे एसएसपी
रविवार को ग्रेटर नोएडा के चाई सेक्टर में चल रहे सेक्स रैकेट मामले में पुलिस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ पत्रकारों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिन दो इलेकट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों का नाम लिया जा रहा है, दलालों द्वारा दी गयी पूरी बाइट में कहीं भी उन पत्रकारों के रैकेट में शामिल होने की पुष्टि नहीं की गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई गाइड लाइंस के अनुसार पुलिस कभी भी किसी आरोपी की बाइट थाने में नहीं कराती, फिर भी पुलिस ने उनकी बाइट करायी, जिसमें पत्रकारों द्वारा बार-बार पूछे जाने पर भी दलालों ने पत्रकारों द्वारा संरक्षण की बात कहीं नहीं बोली। उसके बावजूद पुलिस ने दो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के नाम फर्द में डाल दिये। जबकि पुलिस को पहले जांच करनी चाहिए थी।
आलोचना की संस्कृति खतरे में है : प्रो.मैनेजर पाण्डेय
लखनऊ : आज के भारत में लोकतंत्र और आलोचना की संस्कृति – यह विषय था लखनऊ में जन संस्कृति मंच के तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी का। अध्यक्षता की वरिष्ठ लेखक रवींद्र वर्मा ने। मुख्य वक्ता थे -वरिष्ठ आलोचक प्रो.मैनेजर पाण्डेय। प्रो.पाण्डेय ने इंगित किया कि पश्चिम में डेमोस अर्थात जनसाधारण शब्द का प्रयोग होता है। अब्राहम लिंकन ने कहा था जनता का शासन, जनता द्वारा और जनता के लिए। हमारे देश में केंद्र में सरकार है और अनेक राज्यों की सरकारें हैं। मालूम नहीं चलता कि कौन सी सरकार है जनता के लिए और जनता द्वारा? यहां पूंजीतंत्र है – अंबानी और अडानी का तंत्र है। दबंगों का राज्य है। वही नेता हैं, वही विधायक हैं। वही कानून बनाते हैं और खुद को कानून से ऊपर रखते हैं।
लखनऊ में जनसंस्कृति मंच की संगोष्ठी को सम्बोधित करते प्रो.मैनेजर पांडेय
एसपी बिजनौर ने पहले तो विकलांग को थप्पड़ मारा, फिर रात के अंधेरे में हाथ जोड़कर माफी मांगी
बिजनौर : जिले के एसपी गुंडा-माफिया तत्वों और राजनेताओं से तो डरते हैं, विकलांगों को बहादुरी दिखाते हैं, जो खुद ही मुकद्दर के मारे हुए हैं। एसपी ने वर्दी के जुनून में एक विकलांग को थप्पड़ तो जड़ दिया मगर जब पेंशन और राशन कार्ड मांगने पहुंच सभी विकलांग आमरण अनशन पर बैठक गए तो देर रात डीएम के साथ वहां पहुंचकर रात के अंधेरे में हाथ जोड़कर माफी मांग ली।
जी पुरवइया कथा : कांप्रोमाइज न करने पर प्रताड़ित की जा रही महिला पत्रकार ने खोला कच्चा चिट्ठा, दिया इस्तीफा (पढ़ें पूरा पत्र)
नमस्कार सभी को…
अब मैं ज़ी पुरवईया की हिस्सा नहीं हूं… इसलिए कुछ बातें बताना बेहद ज़रूरी है… आप सभी को ये लग रहा होगा कि अचानक आख़िर मैंने क्योँ रिज़ाइन कर दिया… मुझे पता है संपादक महोदय ठीक उसी तरह कहेंगे जैसे अभिमन्यु सर के इस्तीफे के बाद कहा गया था कि मैंने उसे निकाला है… इसलिए मैं ख़ुद उस इस्तीफ़े की कॅापी इस मेल में लगा रही हूँ… ताकि लोगों को सच्चाई भी पता चले और बहुरुपिया संपादक का काला और घिनौना चेहरा भी सामने आए… मेरे छोड़ने का कारण नीचे दिए गए त्याग पत्र की कापी में उल्लखित है….
सब जानते हैं कलहंस का असली धंधा क्या है, उस कुमार सौवीर से तो बाद में निपट लूंगा : हेमंत तिवारी
: जो मनमर्जी और गुण्डागर्दी का कड़ा विरोध करे, वही सबसे बड़ा गुण्डा : मान्यताप्राप्त पत्रकार समिति में गुण्डागर्दी पर हेमन्त तिवारी की नई व्याख्या : 25 तक कोई फैसला नहीं हुआ तो 27 को होगी फैसलाकुन बैठक :
लखनऊ : हम आपको बताये दे रहे हैं वह फोन वार्ता का लब्बोलुआब, जो शरत प्रधान और हेमन्त तिवारी के बीच हुई थी। बातचीत का मकसद था उप्र मान्यताप्राप्त पत्रकार समिति का बरसों से लटका चुनाव और उस पर कुण्डली पर बैठे तथाकथित और खुद को दिग्गज कहलाते नहीं थकते पत्रकार। परसों शाम मुख्यमंत्री कार्यालय एनेक्सी वाले मीडिया सेंटर में शरत प्रधान ने वहां मौजूद पत्रकारों को उस बातचीत का मोटी-मोटा ब्योरा सुनाया।
जंगलराज से दुखी यूपी के एक वरिष्ठ आईएएस ने वीआरएस लेने के लिए लिखा मार्मिक पत्र
Surya Pratap Singh : मित्रों. आज दिनांक 23/07/2015, मेरे जीवन का महत्वपूर्ण दिन है. जिस सेवा को पाने के लिए वर्षों तपस्या करनी पड़ती है, उससे मैंने स्वैच्छिक सेवा निवृति लेने का निर्णय लिया है. उक्त आशय हेतु अपनी पूरी व्यथा व वेदना निम्न पत्र, जो आज मैंने मुख्य सचिव महोदय को भेजा है, में लिख दी है. आप इस पत्र को पढ़ें और मेरे निर्णय को स्वीकार कर, मेरी हौसलाअफजाई करें, ऐसा मेरा निवेदन है. अब इस प्रदेश में निष्ठा से काम करना हर किसी के बस की बात नहीं. अतः अब मुझे शांति से सेवानिवृत होने का मन है. जीवन के बचे क्षण जनसामान्य के रूप में उन्मुख भाव से जी कर उसकी पीड़ा का स्वमं अनुभव करना चाहता हूँ. या फिर जैसी मेरी नियति ऊपरवाले ने लिखी हो, उसे सहर्ष स्वीकार करूँगा. सेवा निवृति के स्वीकृति आदेश तक मैं अपने वर्तमान पद यथावत कार्य करता रहूँगा. आप के लिए व समाज के लिए लड़ाई जारी रहेगी. मित्रों, दोस्ती की वास्तविक परीक्षा अब होगी.
चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिन पर भगत सिंह की फोटो लगाकर बधाई देने वाले दो महामूर्ख भाजपाई रमन सिंह और कांग्रेसी अजय माकन!
Sheetal P Singh : कई समानतायें और संबंध हैं BJP और Congress में। दोनों के दो बड़े धुरंधर चन्द्रशेखर आज़ाद के जन्मदिन पर शहीदे आजम भगत सिंह का चित्र लगाकर ट्विटर बधाई भेजने वाले महामूर्खों में आज दर्ज हो गये। यह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन का कारनामा रहा। दर्ज किया जाय।
तीस्ता के खिलाफ ये खबर मीडिया ट्रायल का हिस्सा है!
Sanjaya Kumar Singh : मैं तीस्ता समर्थक नहीं हूं। ठीक से फॉलो भी नहीं करता। पर उनके खिलाफ इस खबर में दम नहीं है। मीडिया ट्रायल का हिस्सा है। बदनाम करने की कोशिश। खबर तब होती जब बताया जाता कि कुल कितने दिन में कितने की शराब पी गई (या पिलाई गई) कितनी फिल्मों की सीडी कितने दिनों में खरीदी गई। काम करने वाला कोई आदमी कितनी शराब पी जाएगा और कितनी सीडी देख लेगा। बांटा होता तो लगता कि आरोप है।
जागरण के ‘रेडियो सिटी’ के खिलाफ टीवी टुडे का सौ करोड़ मानहानि का दावा
टीवी टुडे नेटवर्क ने अपने सलाहकार संपादक राजदीप सरदेसाई पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने मुंबई हाईकोर्ट में दैनिक जागरण के एफएम स्टेशन ‘रेडियो सिटी’ के खिलाफ 100 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया है। मुंबई हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गौतम पटेल की पीठ में विचाराधीन मामले पर तात्कालिक निर्देश दिया गया है कि ‘रेडियो सिटी’ प्रबंधन उस टिप्पणी का दोबारा प्रसारण न करे। मामले पर 11 अगस्त को अंतिम सुनवाई होनी है। अदालत ने रेडियो सिटी को 28 जुलाई तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।
पत्रकार आयोग के गठन पर विचार करेगी बिहार सरकार
विक्रमगंज (रोहतास) : पत्रकारों की मांग पर बिहार सरकार ने नियमावली में संशोधन कर, पत्रकार आयोग के गठन और कैशलेस मेडिक्लेम दुर्घटना बीमा योजना लागू करने सहित 18 सूत्री मांगों को संज्ञान लिया है। बिहार वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार दुर्गेश किशोर तिवारी ने बताया कि सरकार के संज्ञान लेने से आंचलिक पत्रकारों में हर्ष व्याप्त है। –
मीडिया का दमन करने की कोशिश, केंद्रीय गृह मंत्रालय में अब पत्रकारों के प्रवेश पर पाबंदी
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रवक्ता को छोड़कर अपने दूसरे अधिकारियों से पत्रकारों के मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब मीडिया तक सूचनाएं पहुंचाने के दिशानिर्देश तय किए गए हैं. पत्रकारों ने विरोध जताते हुए कहा है कि यह मीडिया का दमन करने की कोशिश है.
यादव सिंह पीआईएल आदेश : आईटी छापा ‘मेकॉन-यादवसिंह’ ग्रुप पर था – हाईकोर्ट
लखनऊ : इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच में चीफ जस्टिस डॉ डी वाई चंद्रचूड और जस्टिस एस एन शुक्ला की बेंच द्वारा एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर की यादव सिंह के खिलाफ दायर पीआईएल के पारित आदेश से स्पष्ट होता है कि यादव सिंह के घर पर 27 और 28 नवम्बर 2014 का आयकर छापा मेकॉन-यादव सिंह ग्रुप पर हो रहे ओपरेशन का हिस्सा था.
लंदन के विश्व विख्यात अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ को जापानी मीडिया ग्रुप ‘निक्की’ ने आठ हजार करोड़ में खरीदा
लंदन : आखिरकार, ब्रिटेन के 171 साल पुराने पब्लिशिंग हाउस पियर्सन के विश्व विख्यात अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को जापानी मीडिया ग्रुप ‘निक्की’ ने 1.3 बिलियन डॉलर (8212 करोड़ रुपए) में खरीद लिया। इस डील में एफटी ग्रुप के ‘द इकोनॉमिस्ट’ मैगजीन या थेम्स नदी के किनारे बने लंदन हेडक्वार्टर्स के 50 परसेंट स्टैक साझा नहीं। निक्की ग्रुप के सीईओ और चेयरमैन सुनिओ किटा ने कहा कि हम फाइनेंशियल टाइम्स को लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं।
राघवेंद्र हत्याकांड : गूंजा भड़ास, मुंबई के पत्रकारों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रशासन की बोलती बंद की
यशवंत भाई,
सहयोग के लिए आपका आभार. जिस पत्रकार की हत्या से मुंबई के मठाधीश बन बैठे पत्रकारों का दिल नहीं पसीजा, वहीं आंदोलन की ख़बर को प्रधानता देकर आपने इस आवाज़ को गली से निकाल कर दिल्ली तक पहुंचा दिया. आपके और हमारे अन्य पत्रकार भाइयों के समर्थन ने पत्रकार राघवेंद्र दूबे की आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि देने में मदद की है.
मुंबई में जर्नलिस्ट एक्शन कमेटी के झंडे तले मुंह पर काली पट्टी बांधकर राघवेंद्र दूबे हत्याकांड के खिलाफ मौन विरोध करते पत्रकार
जी संगम : मैडम को खुश करने के लिए एक और पत्रकार की नौकरी खा गए वाशिंद्र मिश्रा
जी मीडिया का एक और चैनल एक बार फिर अपनी काली करतूतों की वजह से सुर्खियों में है। जी संगम के एडिटर वाशिंद्र मिश्रा बड़ी नैतिकता की बात करते हैं लेकिन वह अपने चेलो के साथ मिलकर गरीब पत्रकार की नौकरी खा जाते हैं। वह न्यूज रूम की एक मैडम को खुश करने के लिए एक और परिवार पर गाज गिरा गए।
एलजी साहब, ये तो हद हो गई !
नई दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के साथ उप राज्यपाल यानि एलजी नजीब जंग के बीच चल रही जंग अब अत्यंत ही फूहड़ और अलोकतांत्रिक हो गई है। एक सामान्य बुद्धि का व्यक्ति भी यह बात समझ सकता है कि विशाल बहुमत से चुनी गई नई दिल्ली की केजरीवाल सरकार को हर तरह से केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा परेशान किया जा रहा है।